samacharsecretary.com

सावधान! दिल्ली में 12 दिन तक कुछ मुख्य रास्ते रहेंगे बंद, ट्रैफिक प्लान बनाएं पहले से

दिल्ली  राजधानी दिल्ली के लाल किला मैदान में 22 सितंबर से 3 अक्टूबर 2025 तक रामलीला और दशहरा पर्व का भव्य आयोजन किया जाएगा. इस दौरान भारी संख्या में दर्शक लाल किला और आसपास के क्षेत्रों में जमा होंगे. भीड़ और यातायात दबाव को देखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने विशेष इंतजाम किए हैं, ताकि इस दौरान यातायात सुचारू रूप से चल सके और लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.  22 सितंबर से 3 अक्टूबर तक दिल्ली के ये रास्ते रहेंगे बंद  इस आयोजन के दौरान नेताजी सुभाष मार्ग, दिल्ली गेट से छत्ता रेल चौक तक यातायात पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा. शाम 5 बजे से रात 12 बजे तक डीटीसी बसें और अन्य व्यावसायिक वाहन डायवर्ट किए जाएंगे. इससे न केवल लालकिला और आसपास के मार्गों पर भीड़ नियंत्रित रहेगी, बल्कि वाहन चालकों को भी मार्ग बदलने के लिए समय पर जानकारी मिल सकेगी.  गाड़ी पार्किंग के लिए निर्देश जारी  पार्किंग के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. बिना लेबल वाले वाहनों के लिए पार्किंग माधवदास पार्क, तिकोना पार्क, सुनेहरी मस्जिद, परेड ग्राउंड, दंगल मैदान, ओमैक्स मॉल और चर्च मिशन रोड में निर्धारित की गई है. वहीं, लेबलधारी वाहन अलग-अलग समितियों और आयोजकों के लिए विशेष रूप से निर्धारित क्षेत्रों में पार्क होंगे.   ट्रैफिक सेंट्रल रेंज डीसीपी निशांत गुप्ता ने जनता से विशेष अपील की है कि वे सड़क किनारे पार्किंग से बचें और अधिक से अधिक मेट्रो या सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करें. उन्होंने कहा कि पुलिस के दिशा-निर्देशों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है ताकि न केवल आयोजन सुचारू रूप से संपन्न हो, बल्कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से बचा जा सके.  इस वर्ष के रामलीला और दशहरा पर्व में न केवल भव्य मंच, रोशनी और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी, बल्कि सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है. दर्शक सुरक्षा और सुविधा दोनों के लिहाज से ट्रैफिक पुलिस द्वारा निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा. यह आयोजन न केवल दिल्लीवासियों के लिए उत्सव का अवसर है, बल्कि शहर के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को भी दर्शाता है. 

ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पीछे छोड़ा, ICC वुमेंस वनडे रैंकिंग में बड़ा बदलाव

नई दिल्ली हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच की वनडे सीरीज में 1-2 से हार का सामना करना पड़ा। शनिवार, 20 सितंबर को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए हाईस्कोरिंग मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भरात के सामने 413 रनों का विशाल टारगेट रखा था। हालांकि भारत ने रनचेज में दमखम दिखाया और स्मृति मंधाना के तूफानी शतक के दम पर 369 तक पहुंची। टीम इंडिया को इस निर्णायक मैच में 43 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ टीम इंडिया ने सीरीज तो गंवाई ही साथ ही उन्हें आईसीसी रैंकिंग में भी नुकसान हुआ। दिल्ली में खेले गए इस मैच से पहले भारत दूसरे तो ऑस्ट्रेलिया पहले पायदान पर था। ऑस्ट्रेलिया इस जीत के बाद भी नंबर-1 की पोजिशन पर बना हुआ है, वहीं भारत दूसरे से तीसरे पायदान पर खिसक गया है। भारत की हार से इंग्लैंड को फायदा हुआ है जो अब दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। ऑस्ट्रेलिया को हालांकि रेटिंग्स में नुकसान हुआ है। मैच से पहले उनकी रेटिंग 167 थी जो अब 164 की रह गई है। वहीं भारत की रेटिंग अब 126 है। 30 सितंबर से वुमेंस वर्ल्ड कप का आगाज हो रहा है, ऐसे में उससे पहले रैंकिंग में यह नुकसान खिलाड़ियों को मनोबल को जरूर हिलाएगा। रैकिंग    टीम    रेटिंग 1    ऑस्ट्रेलिया    164 2    इंग्लैंड    126 3    भारत    126 4    न्यूज़ीलैंड    96 5    दक्षिण अफ़्रीका    93 6    श्रीलंका    82 7    बांग्लादेश    79 8    पाकिस्तान    74 9    वेस्ट इंडीज़    71 10    आयरलैंड    51 स्मृति मंधाना ने तोड़ा विराट कोहली का रिकॉर्ड, भारत ने हार के बावजूद रचा इतिहास स्मृति मंधाना ने इस रनचेज में इतिहास रचा, उन्होंने मात्र 50 गेंदों में शतक ठोका। वह अब मेंस और वुमेंस क्रिकेट मिलाकर सबसे तेज वनडे शतक जड़ने वाली भारतीय बन गई है। भारत ने इस हार के बावजूद इतिहास रचा। भारत ने महिला वनडे क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे बड़ा स्कोर बनाने का कारनामा अंजाम दिया है। ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध पहली बार 300 का आंकड़ा छुआ गया है। भारत ने इंग्लैंड का रिकॉर्ड ध्वस्त किया, जो 2022 में ऑस्ट्रेलिया के सामने 298/8 के स्कोर तक पहुंचा था।  

पितृ मोक्ष अमावस्या: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया पितरों को नमन

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को पितृ-मोक्ष अमावस्या पर अपने सभी पूज्य पितरों को नमन किया है। उन्होंने कहा कि मनुष्यता और सफलता के नए-नए शिखरों को स्पर्श करने की यात्रा में पूर्वज हम सभी के प्रेरणा होते हैं। पूर्वजों के प्रति समर्पण, श्रद्धा और कृतज्ञता ज्ञापित करने के पर्व 'पितृ मोक्ष अमावस्या' पर सभी पूज्य पितरों के चरणों में सादर प्रणाम करता हूं। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की है कि हम सभी अपने पितरों के आदर्शों और मूल्यों पर चलने के लिए संकल्पित हों। उन्होंने प्रार्थना करते हुए कहा है कि हम सभी पर पूज्य पितरों और परमात्मा का आशीर्वाद सदा बना रहे।

खुशखबरी! बदल गई कीमतें, देखें आपकी जेब पर क्या असर पड़ेगा

नई दिल्ली भारत के इनडायरेक्ट टैक्सेशन सिस्टम में एक बड़ा और ऐतिहासिक बदलाव कल 22 सितंबर से लागू होने जा रहा है। यह बदलाव गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) सुधार के रूप में सामने आया है। जीएसटी काउंसिल (जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कर रही हैं) ने सितंबर की शुरुआत में इस सुधार को मंजूरी दी थी। इसका मुख्य उद्देश्य टैक्स स्ट्रक्चर को सरल बनाना, उपभोग को बढ़ावा देना और दरों का तार्किकरण करना है। इससे आम आदमी को बड़ी राहत मिलने वाली है। आइए जानते हैं डिटेल में… क्या है नया बदलाव? 1. दो मुख्य स्लैब – अब जीएसटी को सरल करते हुए दो प्रमुख दरें तय की गई हैं- 5% और 18% 2. विशेष स्लैब – तथाकथित सिन वस्तुओं जैसे तंबाकू, शराब, एरेटेड ड्रिंक्स इत्यादि पर 40% जीएसटी लगेगा। कल से आपके लिए क्या हो रहा है सस्ता? रोजमर्रा की जरूरी चीजें वो घरेलू सामान जिन पर अभी 12% जीएसटी लगता है, अब 5% स्लैब में आ सकते हैं। इनमें शामिल हैं: • टूथपेस्ट, साबुन और शैम्पू • पैकेज्ड फूड जैसे बिस्किट, स्नैक्स और जूस • डेयरी उत्पाद जैसे घी और कंडेंस्ड मिल्क • साइकिल और स्टेशनरी • निश्चित कीमत तक के कपड़े और जूते 2. घरेलू उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक्स जिन वस्तुओं पर अभी 28% टैक्स है, उन्हें घटाकर 18% किया जा सकता है। इससे कीमतें लगभग 7–8% तक कम हो सकती हैं। इनमें शामिल हैं: • एयर कंडीशनर • रेफ्रिजरेटर और डिशवॉशर • बड़े स्क्रीन वाले टेलीविजन • सीमेंट (निर्माण और हाउसिंग के लिए महत्वपूर्ण) ऑटोमोबाइल ऑटो सेक्टर को भी इस बदलाव से बड़ा फ़ायदा मिलने की उम्मीद है: • छोटे कार (1,200cc से कम इंजन वाली) पर जीएसटी 28% से घटकर 18% हो सकता है। • टू-व्हीलर (भारत की मोबिलिटी की रीढ़) भी कम स्लैब में आ सकते हैं। • बड़ी लग्जरी कार और एसयूवी पर ऊंचा टैक्स जारी रहेगा। बीमा और वित्तीय सेवाएं अभी बीमा प्रीमियम पर 18% जीएसटी लगता है, जिससे यह महँगा हो जाता है। जीएसटी 2.0 में इन्हें कम स्लैब में लाया जा सकता है या कुछ मामलों में पूरी तरह छूट दी जा सकती है। बता दें कि बीमा सस्ता होने से मिडिल इनकम परिवारों में कवरेज बढ़ेगा, जिससे वित्तीय सुरक्षा और स्वास्थ्य/जीवन से जुड़े जोखिमों में कमी आएगी। कल से क्या होगा महंगा? जीएसटी 2.0 के बाद भी सब कुछ सस्ता नहीं होगा। सरकार ने साफ कर दिया है कि कुछ वस्तुओं पर 40% ‘सिन टैक्स’ लागू रहेगा। • तंबाकू उत्पाद, शराब और पान मसाला • ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म • पेट्रोलियम उत्पाद अभी भी जीएसटी के दायरे से बाहर हैं, इसलिए ईंधन की कीमतों में कोई राहत नहीं मिलेगी। • लग्जरी सामान जैसे हीरे और कीमती रत्नों पर भी ऊंचा टैक्स जारी रहेगा।  

कल से दिल्ली में शुरू हो रही रामलीला, जानें वो स्पॉट्स जहाँ पूरा परिवार मना सकता है मज़ा

दिल्ली  दिल्ली में नवरात्रि और दशहरा के पावन अवसर पर भव्य रामलीलाओं का आयोजन हर साल की तरह इस बार भी शुरू हो रहा है. कल से राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में रामलीला मंचन की गूंज सुनाई देगी. इन आयोजनों में न सिर्फ दिल्ली बल्कि NCR और दूर-दराज से भी हजारों लोग शामिल होते हैं. परिवार संग रामलीला देखने का अपना ही आनंद है. आइए जानते हैं दिल्ली की सबसे फेमस रामलीला के बारें में जानतें है. लव कुश रामलीला समिति, लालकिला मैदान: यह दिल्ली की सबसे भव्य और ऐतिहासिक रामलीलाओं में गिनी जाती है. यहां बड़े-बड़े फिल्मी सितारे भी अलग-अलग भूमिकाएं निभाते हैं. जहां पहुचने के लिए नजदीकी मेट्रो स्टेशन लालकिला और चांदनी चौक से आसानी से पहुच सकते है. जो 22 सितंबर से शुरू होगी और 3 अक्टूबर तक चलेगी. श्री धार्मिक रामलीला समिति, रामलीला मैदान (नई दिल्ली): देश की सबसे पुरानी रामलीलाओं में से एक है. यहां हर साल हजारों लोग रामायण के जीवंत मंचन को देखने आते हैं. यह नजदीकी मेट्रो स्टेशन नई दिल्ली के पास है. नवरत्न रामलीला समिति, द्वारका: पश्चिमी दिल्ली के द्वारका क्षेत्र में आयोजित यह रामलीला नई तकनीक और भव्य मंच सज्जा के लिए प्रसिद्ध है. इसके नजदीकी मेट्रो स्टेशन द्वारका सेक्टर-12 है. श्री रामलीला समिति, अशोक विहार: उत्तर-पश्चिम दिल्ली की मशहूर रामलीला, जहां सामाजिक संदेशों को भी रामायण के साथ जोड़ा जाता है. यहां पहुचने के लिए नजदीकी मेट्रो स्टेशन कन्हैया नगर है. मॉडल टाउन रामलीला समिति: यहां आधुनिक लाइटिंग और साउंड इफेक्ट्स के साथ भव्य आयोजन किया जाता है. इसके नजदीकी मेट्रो स्टेशन मॉडल टाउन है.

रेल ट्रैक पर भगदड़! कोतमा में मालगाड़ी की दो बोगियां पलटने से रेलवे संचालन प्रभावित

अनूपपुर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अंतर्गत कोतमा रेलवे स्टेशन क्षेत्र में कोयला खदान कोयला लोड करने जा रही एक मालगाड़ी के 6 बोगियां पटरी से उतर गई, जिनमें से दो पलट भी गई। शनिवार रात 11:30 का यह घटनाक्रम है। कोतमा रेलवे स्टेशन से लगभग 100 मीटर दूरी पर मालगाड़ी की बोगियां पटरी से उतर गईं। कोतमा से एसईसीएल के गोविंदा कालरी साइडिंग जब मालगाड़ी जा रही थी तभी का यह मामला है। रेलवे के इंजीनियरिंग और संचालन विभाग द्वारा रात को ही पहुंचकर क्षतिग्रस्त मालगाड़ी की बोगियों को पटरी से हटाने और पटरी पर खड़ा करने का काम शुरू कर दिया था। सुबह बिलासपुर से भी रेलवे की एक टीम कोतमा पहुंचकर रेल ट्रैक को सही करने के कार्य में जुट गई थी। यात्री ट्रेन प्रभावित नहीं हुई जानकारी अनुसार शनिवार रात चिरमिरी से बिलासपुर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन को बैहा टोला रेलवे स्टेशन में रोका गया था। जबकि अंबिकापुर से दुर्ग जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन को बिजुरी स्टेशन में रोक दिया गया था। कोतमा से अंबिकापुर रोड चिरमिरी रेल लाइन के साथ अनूपपुर के लिए रेल लाइन गुजरती है। हालांकि यात्री ट्रेन प्रभावित नहीं हुई सुबह सभी ट्रेनें अपने निर्धारित समय से निकली। रविवार सुबह क्षतिग्रस्त पटरी से उतरी बोगियों को ट्रैक पर लाने का काम किया जाता रहा, वहीं जेसीबी मशीन से बोगियों को रेल लाइन से हटाने का काम किया गया। रेल बोगियों के पलटने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। हालांकि इस घटना के बाद कुछ मालगाड़ियों के परिचालन में देरी हुई।  

तेलीबांधा तालाब से शुरू हुई ‘नमो युवा रन’, उप मुख्यमंत्री साव ने किया शुभारंभ

रायपुर खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा स्वस्थ और नशामुक्त भारत के लिए रायपुर और बिलासपुर में आयोजित ‘नमो युवा रन’ में युवाओं ने जोश और उत्साह से भागीदीरी की. युवाओं को फिट और नशामुक्त रखने देश के 75 शहरों में यह दौड़ आयोजित की गई. राजधानी रायपुर में तेलीबांधा तालाब से शुरू हुई यह दौड़ सुभाष स्टेडियम में समाप्त हुई. वहीं बिलासपुर में सीएमडी कॉलेज मैदान से प्रारंभ कर रीवर-व्यू रोड में इसका समापन किया गया.  उप मुख्यमंत्री तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री अरुण साव ने रायपुर के तेलीबांधा तालाब में झंडा लहराकर ‘नमो युवा रन’ को प्रारंभ किया. प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने युवाओं के साथ दौड़ लगाकर इसकी प्रतीकात्मक शुरूआत की. कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा और रोजगार मंत्री गुरू खुशवंत साहेब, विधायकगण सर्वश्री मोतीलाल साहू, पुरंदर मिश्रा, अनुज शर्मा तथा छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव भी इस दौरान उपस्थित थे. उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने ‘नमो युवा रन’ का शुभारंभ करते हुए कहा कि देश का हर युवा स्वस्थ हो, समर्थ हो, सक्षम हो और नशे से दूर रहे, इसकी जागरूकता के लिए इस दौड़ का आयोजन किया गया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के युवाओं और खेलों की तरक्की के लिए महत्वपूर्ण काम किए हैं. विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से भारत सरकार युवा शक्ति को तैयार करने का काम कर रही है.  साव ने कहा कि हम हर युवा को फिट रहने के लिए खेल के मैदान से जोड़ना चाहते हैं. वे खेलों से जुड़ेंगे तो नशे से दूर रहेंगे. देश को समृद्ध बनाने के लिए युवा स्वस्थ रहें तथा उत्साह व आत्मविश्वास से भरे रहें, यह जरूरी है. उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों से स्वस्थ और नशामुक्त भारत के निर्माण के लिए संकल्प लेने की अपील की. खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव यशवंत कुमार ने कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि स्वस्थ और नशामुक्त भारत के निर्माण के उद्देश्य से ‘नमो युवा रन’ का  आयोजन किया गया है. रायपुर और बिलासपुर में आयोजित इस दौड़ में भाग लेने के लिए 20 हजार खिलाड़ियों ने पंजीयन कराया है. खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा उच्च शिक्षा तथा आदिम जाति कल्याण विभाग के सहयोग से इसका आयोजन किया जा रहा है. रायपुर जिला पंचायत के अध्यक्ष नवीन अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह, नगर निगम के आयुक्त विश्वदीप, खेल एवं युवा कल्याण विभाग की संचालक श्रीमती तनूजा सलाम, छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव विक्रम सिसोदिया, छत्तीसगढ़ एथलेटिक संघ के जी.एस. बाम्बरा और केनोइंग-कयाकिंग एसोसिएशन के प्रशांत रघुवंशी सहित अनेक खेल संघों के पदाधिकारी, खिलाड़ी एवं कॉलेज के विद्यार्थी बड़ी संख्या में ‘नमो युवा रन’ के शुभारंभ और समापन के मौके पर मौजूद थे. अर्जुन राय और वंशिका पटेल को मिला प्रथम स्थान उप मुख्यमंत्री अरुण साव और अन्य अतिथियों ने सुभाष स्टेडियम में आयोजित ‘नमो युवा रन’ के समापन कार्यक्रम में विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया. पुरूष वर्ग में अर्जुन राय को प्रथम, अक्षय कुमार को द्वीतिय और चंद्रप्रकाश को तृतीय स्थान मिला. वहीं महिला वर्ग में वंशिका पटेल प्रथम, रूख्मणि साहू द्वीतीय और चंचल यादव तृतीय स्थान पर रहीं. दोनों वर्गों में प्रथम, द्वीतीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमशः 25 हजार रुपए, 15 हजार रुपए और दस हजार रुपए की पुरस्कार राशि दी गई. वहीं चतुर्थ और पंचम स्थान हासिल करने वालों को पांच-पांच हजार रुपए तथा छटवें से दसवें स्थान पर रहने वालों को दो-दो हजार रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की गई. अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिलाड़ियों का हुआ सम्मान उप मुख्यमंत्री अरुण साव की पहल पर ‘नमो युवा रन’ के सुभाष स्टेडियम में समापन के दौरान अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और बस्तर ओलंपिक के आइकॉन खिलाड़ियों ने मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों के साथ प्रथम पंक्ति में बैठकर मंच साझा किया. साव ने खुद आग्रहपूर्वक सभी खिलाड़ियों को मंच पर अग्रिम पंक्ति में जगह दी और उनके साथ विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किए. कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय वेट-लिफ्टर रूस्तम सारंग, हॉकी खिलाड़ी मृणाल चौबे, फुटबॉलर सुश्री किरण पिस्दा और वॉलीबाल खिलाड़ी दीपेश सिन्हा सहित अन्य खिलाड़ियों हितेश निर्मलकर, प्रवीण कुमार, पलक नाग, राकेश कुमार, मानो ध्रुव, पंडुराम, मानबती बघेल, मनीष मौर्य, अमृत, चुम्मन सिंह, रूपाली साहू, सुनील मोडियाम, सरिता बघेल, अनिरूद्ध, भुनेश्वरी निषाद और दामिनी सिंह को सम्मानित किया गया.

गर्मी से बेहाल दिल्लीवासी, मौसम विभाग ने दी राहत की उम्मीद

दिल्ली दिल्ली-एनसीआर में मानसून की विदाई का समय करीब आने के साथ ही बारिश का आंकड़ा भी घट गया है। फिलहाल राजधानी में बारिश की गतिविधियों पर ब्रेक लग गया है। बीते 24 घंटे में कहीं भी बारिश दर्ज नहीं की गई। बारिश की कमी के चलते एक बार फिर गर्मी सताने लगी है। आज भी दिल्ली में मौसम साफ रहने के आसार हैं। इस दौरान बारिश की कोई भी संभावना नहीं जतई गई है। दिल्ली में 26 सितंबर तक बारिश के आसार नहीं, मौसम विभाग के अनुसार आज दिल्ली में अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के करीब दर्ज किया जा सकता है। राजधानी में सोमवार को भी मौसम साफ रहने के आसार हैं। साथ ही दिन में तेज धूप भी निकलेगी। अगल 4 से 5 दिनों तक राजधानी में कहीं भी बारिश होने की संभावना नहीं है। 26 सितंबर तक दिल्ली में मौसम साफ बना रहने का अनुमान है। 22 से 26 सितंबर तक राजधानी में अधिकतम तापमान 34 से 35 डिग्री के बीच रह सकता है। वहीं न्यूनतम तापमान 24 से 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया जा सकता है। दिल्ली में शनिवार को आसमान आमतौर पर साफ रहा। इस दौरान राजधानी में अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस औसत तापमान से 0.9 डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.7 डिग्री कम 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आईएमडी के अनुसार शनिवार को शाम 5.30 बजे दिल्ली में सापेक्षिक आर्द्रता का स्तर 57 फीसदी रहा।

शारदीय नवरात्रि में कौन सा रंग लाएगा किस्मत? मां दुर्गा के 9 स्वरूप और रंगों की पूरी गाइड

22 सितंबर दिन सोमवार से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है और 2 अक्टूबर दिन गुरुवार को नवरात्रि का समापन हो रहा है. नवरात्रि सिर्फ व्रत और पूजा का पर्व नहीं है. यह आत्मा के रंगों को देवी के रूप में देखने और उन्हें अपने जीवन में उतारने का समय भी है. हर दिन एक देवी, हर देवी एक भाव, और हर भाव का एक रंग. यही है रंगों वाली नवरात्रि की असली आत्मा. हालांकि देवी पुराण या धार्मिक ग्रंथों में इसका कोई उल्लेख नहीं मिलता, लेकिन जब प्रश्न आस्था का हो और मां के गुणों का हो, तो भक्त खुद को कैसे अलग रख पाएगा? तो आइए देखें किस दिन किस देवी की पूजा होती है और उनके गुणों के अनुसार कौन‑सा रंग उनके लिए उपयुक्त होता है! मां दुर्गा के 9 स्वरूप और 9 रंग मां शैलपुत्री- प्रतिपदा को नौ दुर्गे के प्रथम रूप देवी शैलपुत्री का पूजन होता है. देवी पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं, जो स्थिरता, शक्ति और नए आरंभ की प्रतीक हैं. शायद इसलिए पीले रंग से शुरुआत होती है, ऐसा रंग जिससे जीवन में उत्साह, ऊर्जा और सकारात्मक सोच का संचार होता है, ठीक वैसे जैसे सूरज की पहली किरण होती है. मां ब्रह्मचारिणी – द्वितीया को मां के ब्रह्मचारिणी स्वरूप को पूजा जाता है. मां ब्रह्मचारिणी कठोर तप की देवी हैं. उनका जीवन संयम, साधना और अध्यात्म से जुड़ा है इसलिए हरा रंग उनकी पहचान है. ऐसा रंग जो शांति और आत्म-संयम का प्रतीक है. मां चंद्रघंटा – तृतीया को मां चंद्रघंटा की आराधना होती है. उनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है और इसलिए उनको ये नाम मिला है. उनके दस हाथ हैं जिनमें शस्त्र होते हैं और उनका वाहन सिंह है. मां शांति, स्थिरता और जमीन से जुड़ी हैं, इसलिए ग्रे या स्लेटी रंग, जो संतुलन का माना जाता है, भक्तगण पहनने की कोशिश करते हैं. यह रंग संतुलन के साथ ही सौम्यता का भी प्रतिनिधित्व करता है, जो मां चंद्रघंटा के गुणों से मेल खाता है, जहां शक्ति भी है और शांति भी. मां कूष्मांडा – चतुर्थी को मात कूष्मांडा पूजी जाती हैं. मां ब्रह्मांड की रचयिता और आदिशक्ति मानी जाती हैं. उनके गुणों से नारंगी रंग मेल खाता है, जो सृजन और शक्ति का रंग है. यह आत्मविश्वास, क्रिएटिविटी और ऊर्जावान जीवन का प्रतीक है. मां स्कंदमाता – नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा होती है. ममता निश्चल होती है, इसलिए इस दिन श्वेत रंग को तरजीह दी जाती है. ये रंग ममता और पवित्रता का है. देवी स्कंदमाता को ममता और करुणा की देवी माना जाता है. और सफेद रंग शांति, सरलता और निर्मलता का प्रतीक है. मां कात्यायनी – षष्ठी मां कात्यायनी को समर्पित है. मां साहस और प्रेम का प्रतीक हैं. उन्होंने असुरों का वध किया था इसलिए साहस और प्रेम का रंग लाल उनके गुणों से मेल खाता है. मां असुरों का वध करने वाली शक्तिशाली देवी हैं. लाल रंग वीरता, प्रेम और शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है. मां कालरात्रि – सप्तमी को कालरात्रि का स्मरण और ध्यान किया जाता है. वह भयंकर अंधकार और भय का विनाश करने वाली देवी हैं, इसलिए उनके इन गुणों को परिलक्षित करता है नीला रंग, ऐसा रंग जो रहस्य के साथ सुरक्षा का भी पर्याय है. गहरा नीला रंग सुरक्षा, गहराई, और आंतरिक शक्ति को दर्शाता है. मां महागौरी – ॐ महागौर्यै नमः! अष्टमी को देवी के आठवें स्वरूप, मां महागौरी, की पूजा की जाती है. मां महागौरी सौम्यता और पवित्रता की देवी हैं. गुलाबी रंग कोमलता और कृपा को दर्शाता है. ये रंग करुणा, स्नेह और स्त्रीत्व का रंग है. मां सिद्धिदात्री – नवमी, सिद्धि दायिनी, मां सिद्धिदात्री को समर्पित है. जैसा कि नाम से विदित होता है, मां का संबंध सिद्धि से है और सिद्धि ज्ञान से ही अर्जित की जा सकती है. मां का ये गुण बैंगनी रंग से मेल खाता है. बैंगनी रंग आध्यात्मिकता, वैभव और ज्ञान का प्रतीक है. हर रंग के परिधान सिर्फ पहनने की चीज नहीं होते, बल्कि वो एक भाव, एक सोच और मां का आशीर्वाद है. जब हम देवी के स्वरूप को ध्यान में रखकर रंग पहनते हैं, तो सिर्फ तन नहीं, मन भी सजता है. इस बार शारदीय नवरात्रि में आप भी ये करके देखिए.

हवा में भिड़ रहे खिलाड़ी! भोपाल में राजा भोज सेलिंग चैंपियनशिप में रोमांच चरम पर

भोपाल  भोपाल के बड़े तालाब पर आयोजित राजा भोज मल्टी क्लास सेलिंग चैपियनशिप में सेलिंग स्कूल भोपाल की शगुन झा 29ईआर में, शारन्य 29 ईआर बालक में, एकलव्य बाथम 420 ड, राजवीर आईएलसीए-4, और तुलसी पटेल आईएलसीए-4 बालिक में आगे चल रहे हैं। आज दो रेस होंगी। इसी आधार पर विजेता तय हो जाएंगे। इस टूर्नामेंट में देश भर के 100 से ज्यादा प्लेयर्स भागीदारी कर रहे हैं। इनमें मप्र राज्य सेलिंग अकादमी भोपाल यानी नेशनल सेलिंग स्कूल के 29 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। आमतौर पर भोपाल का मौसम हमेशा स्पर्धा के अनुकूल होता है, लेकिन इस बार तेज हवाओं के कारण स्पर्धा में बाधा भी हुई है।   रंग-बिरंगी बोट पर हवा के साथ तालमेल बनाकर दिखाया दम इसके पहले शुक्रवार को सुबह मौसम खराब होने के कारण रेस नहीं हो सकी, लेकिन दोपहर को मौसम अनुकूल होते ही राजा भोज मल्टीकलास सेलिंग चैंपियनशिप में दो रेस आयोजित हुई। महाराष्ट्र की नन्हीं चैंपियन वृतिक म्हात्रे ने अपने वर्ग में जोरदार प्रदर्श किया। वृतिका ने ऑप्टिमिस्ट ग्रीन वर्ग की पहली रेस में पहला और दूसरी में पहला स्थान प्राप्त कर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। बालक वर्ग में आईएनवीटी के अक्षत कुमार ने पहली रेस में पहला तथा दूसरी रेस में आरएमवायी के शिवाय शेखर ने पहला स्थान प्राप्त किया था। बालिका ऑप्टिमिस्ट में टीएएसए की श्रेया कृष्णा लक्ष्मी नारायण ने दोनों रेसों में पहला स्थान प्राप्त किया। बालक ऑप्टिमिस्ट की पहली रेस में टीसीए के तेलगु कार्तिक ने पहला और दूसरी रेस में एनएसएस के समर पचेश्वर ने पहला स्थान पाया। 420 मिक्स्ड इवेंट में एनएसएस के एकलव्य बाथम दोनों रेस में पहले स्थान पर रहे थे।