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टर्मिनल ट्रायल में कामयाब नोएडा एयरपोर्ट, कर्मचारियों ने किया असली यात्री अनुभव

नोएडा चार वर्षों की अथक मेहनत, दिन-रात जारी निर्माण कार्य और अनगिनत घंटों की तपस्या…..इन सबका परिणाम शनिवार को उस वक्त झलका जब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के कर्मचारियों ने खुद को पहली बार यात्री के रूप में महसूस किया. एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग में हुए इस विशेष ट्रायल में कर्मचारियों ने टिकट और पहचान पत्र के साथ सभी यात्री प्रक्रियाओं का अनुभव लिया. बिलकुल वैसे ही जैसे वास्तविक उड़ान के समय यात्री करते हैं. एयरपोर्ट बना उत्साह का केंद्र सुबह से ही माहौल उत्साहपूर्ण था. यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (यापल) की ओर से चयनित कर्मचारियों को बसों से टर्मिनल बिल्डिंग लाया गया. सुरक्षा जांच पूरी करने के बाद वे चेक-इन काउंटर पर पहुंचे, जहां टिकट और पहचान पत्र दिखाकर ऑनलाइन चेक-इन किया गया और बोर्डिंग पास सौंपे गए. लगेज कराया जमा कर्मचारियों ने अपने बैग और लगेज को बोर्डिंग प्रक्रिया के अनुसार जमा कराया. सामान का वजन करने के बाद उस पर बारकोड टैग लगाया गया और कन्वेयर बेल्ट के जरिए उसे स्कैन कर उड़ान क्षेत्र में भेजा गया. इस दौरान कर्मचारियों ने हैंड बैगेज और व्यक्तिगत वस्तुओं की सुरक्षा जांच भी पूरी की.   सुविधाओं की बारीकी से हुई जांच इस ट्रायल का मुख्य उद्देश्य एयरपोर्ट के हर सिस्टम, सुरक्षा प्रक्रिया और यात्री सुविधा की बारीकी से जांच करना था. यापल की टीम ने यह सुनिश्चित किया कि संचालन शुरू होने के बाद किसी भी यात्री को असुविधा न हो. ट्रायल के दौरान टर्मिनल की स्वचालित सीढ़ियां, कोर्ट यार्ड एरिया, एयरो ब्रिज कनेक्टिविटी और बैगेज हैंडलिंग सिस्टम की जांच की गई.

चोरी की बाइक बनी सबूत, बीकानेर महिला जज पर लूटकांड का पर्दाफाश

बीकानेर बीकानेर में महिला जज पूजा जनागल के साथ हुई हाई प्रोफाइल लूट की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस वारदात में शामिल मुख्य आरोपी कुशाल मेहरा पुत्र मघाराम, उम्र 29 वर्ष, निवासी इंद्रा कॉलोनी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसका नाबालिग साथी हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने इस मामले में सौ से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। गुरुवार को कुछ संदिग्धों की धरपकड़ के बाद कुशाल मेहरा की पहचान पुख्ता हुई। एडिशनल एसपी सौरभ तिवाड़ी ने बताया कि पुलिस ने इंद्रा कॉलोनी, प्रताप बस्ती, बल्लभ गार्डन और रामपुरा बस्ती में संदिग्धों के फोटो एकत्र किए और महिला जज से पहचान कराई। इसके बाद कुशाल मेहरा को गिरफ्तार किया गया। कुशाल और उसके नाबालिग साथी ने पहले पीबीएम के बच्चा अस्पताल से एक मोटरसाइकिल चोरी की। चोरी की बाइक पर सवार होकर वे कलेक्टर आवास के सामने पहुंचे। वहां उन्होंने स्कूटी से गुजर रही महिला जज पूजा जनागल को धक्का मारकर गिरा दिया और लूट की वारदात को अंजाम दिया। लूट के दौरान बाइक के कुछ पार्ट टूट गए थे, जिन्हें पुलिस ने मौके से जब्त किया। इन हिस्सों के आधार पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से बाइक और आरोपियों की पहचान की। यह सबूत जांच का निर्णायक मोड़ साबित हुआ। पुलिस के अनुसार, कुशाल मेहरा और उसका नाबालिग साथी दोनों नशे के आदी हैं। कुशाल पर पहले से ही चार मुकदमे दर्ज हैं, दो सदर थाना और दो बीछवाल थाना क्षेत्र में। उस पर हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज है। दिलचस्प बात यह है कि महिला जज के पिता, जो पेशे से वकील हैं, उन्हीं पुराने मामलों में कुशाल के खिलाफ पैरवी कर रहे थे। इस हाई प्रोफाइल केस में एडिशनल एसपी सौरभ तिवाड़ी और आईपीएस विशाल जांगिड़ की अहम भूमिका रही। साथ ही सदर थाना प्रभारी दिगपाल सिंह, जेएनवीसी थानाधिकारी सुरेंद्र पचार और साइबर सेल के एएसआई दीपक की सतर्कता ने आरोपी तक पुलिस को पहुंचाया।

अधूरी स्विमिंग पूल की मरम्मत, अधिकारियों को मिली दैनिक प्रगति रिपोर्ट देने की हिदायत

इंदौर शहर के मध्य स्थित नेहरू पार्क में बन रहे स्विमिंग पूल और लाइब्रेरी के काम में हो रही लेटलतीफी पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने नाराजगी जताई है। जिस स्विमिंग पूल का काम अप्रैल 2025 तक पूरा हो जाना था, वह अक्टूबर तक भी अधूरा है।  महापौर ने दोनों निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण किया और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि काम की गुणवत्ता बनाए रखते हुए इसे दिसंबर तक हर हाल में पूरा किया जाए। महापौर ने जताई नाराजगी, तय की नई समय सीमा निरीक्षण के दौरान महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने काम की गति और गुणवत्ता की समीक्षा की। उन्होंने कहा, "नेहरू पार्क परिसर शहर के बीचोंबीच है और यह स्विमिंग पूल स्पोर्ट्स की दृष्टि से व लाइब्रेरी अध्ययन की दृष्टि से आम जनता के लिए बहुत जरूरी है।" उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दोनों निर्माण कार्य उच्च गुणवत्ता के साथ दिसंबर तक पूर्ण कर जनता के लिए प्रारंभ किए जाएं। महापौर ने अधिकारियों को कार्य की दैनिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए, ताकि परियोजना निर्धारित समय में पूरी हो सके। निरीक्षण के दौरान एमआईसी सदस्य नंदू पहाड़िया, अभय राजनगांवकर और संबंधित अधिकारी नागेंद्र भदौरिया भी उपस्थित रहे। अप्रैल की डेडलाइन चूका ठेकेदार नेहरू पार्क स्विमिंग पूल के जीर्णोद्धार का यह कार्य करीब 4 करोड़ रुपए की लागत से हो रहा है। इसका ठेका भोपाल की एक कंपनी को दिया गया है। पुराने पूल को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किया जा रहा है। पहले इस काम को अप्रैल 2025 के अंत तक पूरा करने के निर्देश दिए गए थे। लापरवाही पर पहले भी लग चुकी है फटकार यह पहली बार नहीं है जब काम में देरी और लापरवाही सामने आई है। सामान्य प्रशासन प्रभारी नंदकिशोर पहाड़िया ने मार्च में भी काम में लेटलतीफी पर ठेकेदार को फटकार लगाई थी। इस बार निरीक्षण के दौरान भी टाइल्स लगाने के काम में लापरवाही दिखी, जिस पर पहाड़िया ने ठेकेदार को फिर से फटकार लगाई। मिलेंगी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं इस जीर्णोद्धार के बाद पूल अंतरराष्ट्रीय मानकों का हो जाएगा। इसमें वाटरप्रूफ टाइल्स और आधुनिक लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि यहां दो फिल्टर प्लेट की विशेष व्यवस्था की जा रही है, जो पूरे प्रदेश में कहीं और नहीं मिलेगी। इसके अलावा, नई बिल्डिंग में डाइविंग टॉवर, चेंजिंग रूम, शॉवर रूम भी बनाए जा रहे हैं। नई बिल्डिंग में ऊपरी हिस्से पर दर्शकों के बैठने के लिए कुर्सियां भी लगाई जाएंगी, ताकि किसी भी स्पर्धा के दौरान दर्शकों को परेशानी न हो। 

MP के अकेले सांसद वी.डी. शर्मा करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व, संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेंगे

खजुराहो   मध्यप्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र में शामिल होने के लिए नामित किया है। यह सत्र 27 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक न्यूयॉर्क (अमेरिका) में आयोजित होगा। इस दौरे में देशभर से कुल 15 सांसद संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में शामिल होंगे, जिनमें मध्यप्रदेश से केवल विष्णुदत्त शर्मा को प्रतिनिधित्व का अवसर मिला है। इस चयन को राज्य के लिए गर्व का विषय माना जा रहा है।   जानकारी के अनुसार, इस अंतरराष्ट्रीय दौरे के लिए सांसदों का चयन प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की प्रत्यक्ष निगरानी में किया गया है। माना जा रहा है कि दिल्ली द्वारा खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा को यह जिम्मेदारी सौंपना, उनके प्रति केंद्र सरकार के विश्वास और भरोसे को दर्शाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) विश्व के सबसे प्रतिष्ठित कूटनीतिक मंचों में से एक है, जहां सदस्य देशों के प्रतिनिधि वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करते हैं और अपने देश का दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। ऐसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की ओर से प्रतिनिधित्व करना किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि माना जाता है। बता दें भारत समय-समय पर अपने सांसदों और प्रतिनिधियों को विभिन्न वैश्विक मंचों पर भेजता रहा है, ताकि अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत किया जा सके और वैश्विक नीतिगत चर्चाओं में भारत की सक्रिय भूमिका बनी रहे।   मध्य प्रदेश से एकमात्र प्रतिनिधि इस दौरे की खास बात यह है कि विष्णुदत्त शर्मा 15 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल में मध्य प्रदेश से शामिल होने वाले एकमात्र सांसद हैं। यह न केवल उनके लिए बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक गौरव का विषय माना जा रहा है। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर उनके अनुभव और संगठनात्मक कौशल को देखते हुए इस चयन को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पीएमओ ने दी जिम्मेदारी सूत्रों के अनुसार, इस दौरे के लिए सांसदों का चयन सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय की देखरेख में हुआ है। निश्चित तौर पर दिल्ली द्वारा वीडी शर्मा को यह जिम्मेदारी देना उनके ऊपर विश्वास का प्रतीक है। संयुक्त राष्ट्र महासभा दुनिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय मंचों में से एक है, जहाँ विभिन्न देशों के प्रतिनिधि वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते हैं और अपने देश का दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। इस मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करना एक बड़ी उपलब्धि है। यह पहला मौका नहीं है जब भारतीय सांसद यूएन के कार्यक्रमों में देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। भारत समय-समय पर अपने सांसदों और प्रतिनिधियों को वैश्विक मंचों पर भेजता रहा है ताकि अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूती दी जा सके और वैश्विक नीति-निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाई जा सके।

चार नवंबर को कुबेरेश्वर धाम में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में सजेगा हरि-हर मिलन महोत्सव

सीहोर सीहोर के निकट चितावलिया हेमा स्थित कुबेरेश्वर धाम परिसर में इस वर्ष 4 नवंबर को हरि-हर मिलन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। हर वर्ष की तरह इस बार भी यह आयोजन अत्यंत भव्य रूप में संपन्न होगा। निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में इन दिनों तैयारियों का दौर तेजी पर है। मंच साज-सज्जा, प्रसादी व्यवस्था और भक्तों के ठहरने हेतु विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सान्निध्य में आयोजित होने वाले इस महोत्सव में हर वर्ग के श्रद्धालु भाग लेते हैं। सुबह से ही बाबा कुबेरेश्वर महादेव की आरती, अभिषेक और भोग लगाने के बाद नि:शुल्क भंडारा आरंभ हो जाता है। भक्तों की भीड़ में उमंग और भक्ति का अद्भुत संगम दिखाई देता है। पंडित प्रदीप मिश्रा के आह्वान पर कार्तिक मास में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दीपदान करने कुबेरेश्वरधाम पहुंच रहे हैं। दीप ज्वलन और दान को इस पवित्र महीने में अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। इन दिनों चारों ओर जलते दीपक और हरि-हर के जयघोष से मंदिर परिसर अलौकिक आभा से भर उठता है। इस वर्ष भी गुरुदेव के आदेश अनुसार 29 अक्टूबर को अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा। यह आयोजन हर बार भक्तों के लिए सेवा और समर्पण की प्रेरणा लेकर आता है। भोग प्रसादी के रूप में हजारों श्रद्धालु खाद्यान्न वितरण में सहभागी बनते हैं। यह परंपरा गांव-गांव में संस्कारों का विस्तार करती है। चार नवंबर को होने वाला हरि-हर मिलन उस क्षण का प्रतीक है, जब भगवान विष्णु और भगवान शंकर का आध्यात्मिक मिलन दर्शाया जाता है। यह दृश्य भक्तों को जीवन में एकता, प्रेम और सहअस्तित्व का संदेश देता है। मंदिर के प्रांगण में गूंजते शंखनाद और भजन इस मिलन को दिव्यता के चरम पर पहुंचाते हैं। महोत्सव के दौरान देशभर से आने वाले श्रद्धालु यहां अपने परिवार सहित उपस्थित रहेंगे। निरंतर चलने वाले भंडारे, कथा वाचन, मंत्र उच्चारण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से पूरा क्षेत्र भक्तिमय वातावरण में डूब जाएगा। कुबेरेश्वर धाम एक बार फिर जीवंत साक्षी बनेगा उस दिव्य अनुभूति का, जो केवल आस्था से संभव है। 

छठ पर्व का पहला चरण: खरना पर आम की लकड़ी से बनता है प्रसाद, जानें वजह

छठ पूजा का महापर्व आज से शुरू हो गया है. आज छठ पूजा का पहला दिन है. आज नहाय-खाय है. 28 अक्टूबर को उदयगामी सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही ये महापर्व संपन्न हो जाएगा. छठ के दूसरे दिन को खरना कहा जाता है. ये कल मनाया जाने वाला है. खरना के दिन गुड़ की खीर और रोटी का प्रसाद बनाए जाने की परंपरा है. ये प्रसाद मिट्टी के चूल्हे पर ही बनाया जाता है. इतना ही नहीं प्रसाद बनाने के लिए चूल्हे में लगाने के लिए सिर्फ आम की लकड़ी का उपयोग किया जाता है. किसी दूसरी लकड़ी से यह प्रसाद नहीं बनाया जाता, लेकिन ऐसा करने के पीछे की वजह क्या है? आइए जानते हैं इसके पीछे की परंपरा और धार्मिक कारण. खरना का महत्व छठ का दूसरा यानी खरने के दिन का खास महत्व धर्म शास्त्रों में बताया गया है. खरना का अर्थ होता है. ‘शुद्धता’. खरने के दौरान व्रतियों के द्वारा स्वच्छता और पवित्रता का पूरा ध्यान रखा जाता है. मान्यताओं के अनुसार, वो खरने का दिन होता है, जब छठी का घर में प्रवेश होता है. खरना का दिन पूर्ण रूप से भक्ति और समर्पण का माना जाता है. इस दिन सूर्य देव और छठी मैया का आशीर्वाद मिलता है. प्रसाद बनाने के लिए आम की लकड़ी का उपयोग क्यों? खरना की शाम मिट्टी का चूल्हा बनाया जाता है. इस चूल्हे में आम की लकड़ियां उपयोग की जाती हैं. आम की लकड़ी शुद्ध और सात्विक मानी जाती है. मान्यता है कि आम की लकड़ी छठी मैया को बहुत प्रिय है, इसलिए छठ के अवसर पर प्रसाद बनाने के लिए आम की लकड़ियों का उपयोग होता है. इस लकड़ी से प्रसाद बानने पर घर में सकारात्मक उर्जा आती है. खरना की विधि     खरना के दिन व्रती महिलाओं द्वारा मिट्टी के नए चूल्हे पर गुड़ और चावल की खीर बनाई जाती है.     ये खीर पीतल के बर्तन में गुड़, चावल और दूध से तैयार की जाती है.     साथ ही गेहूं के आटे से बनी रोटी, पूड़ी या ठेकुआ बनाया जाता है.     इस खीर का भोग छठी मैया को लगता है.     इसके बाद इसे सभी लोग प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं.     फिर 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू होता है.  

अगर किसी में दिखें ये 6 लक्षण, तो समझ जाएं — भरोसा करना भारी पड़ेगा

लाइफ में हर किसी को उतार-चढ़ाव देखने पड़ते हैं। अगर आपने कभी किसी इंसान से धोखा खाया है तो फ्यूचर में जरूर आप हर इंसान की पर्सनैलिटी को परखते होंगे। अगर किसी व्यक्ति की पर्सनैलिटी में ये 7 तरह के व्यवहार दिख रहे हैं तो फौरन संभल जाएं। इस तरह का व्यवहार करने वाले लोग खतरनाक प्रवृत्ति के होते हैं और साइकोलॉजी कहती है कि ऐसे इंसानों पर कम भरोसा करना चाहिए। अपने प्लान को सीक्रेट रखने वाले ऐसे इंसान जो अपने प्लान के बारे में किसी को भी नहीं बताते। हमेशा अपने मूव्स और प्लान को सीक्रेट रखते हैं तो इसका मतलब है कि ये दूसरों पर भरोसा नहीं करते। ऐसे इंसान की खुद की प्रवृत्ति दूसरों को धोखा देने वाली होती है। इसलिए दूसरों पर भी भरोसा नहीं करते। अपने इमोशन को कंट्रोल करते हैं ऐसे इंसान जो अपने इमोशन को पूरी तरह से कंट्रोल में करके रखते हैं और सबसे करीबी इंसान को भी इमोशन जाहिर नहीं करते। ऐसे लोगों की पर्सनैलिटी काफी डेंजरस मानी जाती है। ऐसे लोगों पर भरोसा कम करना चाहिए। ये हमेशा खुद के फायदे के बारे में ही सोचते हैं। स्ट्रांग आई कान्टेक्ट ऐसे इंसान सामने वाले से स्ट्रांग आई कान्टेक्ट बनाते हैं और जब तक वो नजरें ना झुका ले खुद का आई कान्टेक्ट नहीं हटाते। ऐसे लोग काफी ज्यादा डेंजरस माने जाते हैं। इनसे दूरी ही अच्छी होती है। अनप्रिडिक्टिबल होते हैं ऐसे लोग ऐसे इंसान जिनके व्यवहार या फिर किसी काम के बारे में ना पता हो। कब क्या करेंगे, क्या बोलेंगे? ऐसे इंसान डेंजरस होते हैं और इन पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए। अटेंशनसीकर होते हैं ऐसे इंसान लोगों का अटेंशन मांगते नहीं है बल्कि कुछ ऐसा करते हैं कि खुदबखुद लोग उन्हें देखें। उनके काम को पूछें और तारीफ करें। ऐसे लोगों पर भरोसा कम किया जा सकता है। बहुत कम बोलते हैं व्यवहार से डेंजरस इंसान बहुत कम बोलते हैं लेकिन अपने आसपास की चीजों को पूरी तरह से ऑब्जर्व करते हैं और खुद को पावरफुल दिखाते हैं।  

पन्ना में चमत्कार! गरीब मजदूर को दिवाली पर मिले तीन हीरे, कीमत सुनकर लोग रह गए दंग

पन्ना।  मध्य प्रदेश के पन्ना की धरती ने एक बार फिर गरीब की किस्मत बदल दी। जिले के बेनीसागर मोहल्ले के निवासी वृद्ध मजदूर महादेव प्रसाद प्रजापति को दो हफ्तों के भीतर उथली हीरा खदान पटी से एक नहीं, बल्कि तीन चमचमाते हीरे मिले हैं। महादेव प्रसाद ने इन हीरों को हीरा कार्यालय में जमा किया। जानकारी के अनुसार, उन्होंने करीब 20 दिन पहले ही पट्टा लेकर हीरा खदान शुरू की थी।  इस दौरान उन्हें क्रमशः 2.58 कैरेट, 2.75 कैरेट और 3.09 कैरेट वजन के जेम्स क्वालिटी के तीन हीरे प्राप्त हुए, जिनका कुल वजन 8.42 कैरेट है। हीरा पारखी अनुपम सिंह के मुताबिक, इनकी अनुमानित कीमत 15 लाख रुपये से अधिक हो सकती है। वृद्ध महादेव प्रसाद ने बताया कि वह मजदूर तबके से हैं, सुनने में कठिनाई होती है और कच्चे घर में रहते हैं। उन्होंने कहा कि नीलामी के बाद मिलने वाली राशि से वे अपनी आर्थिक स्थिति सुधारना चाहते हैं। बताया गया कि आज दो लोगों ने कुल चार हीरे जमा किए हैं, जबकि अक्टूबर माह में अब तक 10 हीरे और साल की शुरुआत से अब तक 68 हीरे हीरा कार्यालय में जमा किए जा चुके हैं। 

राजनीति में हलचल: डंपी की गिरफ्तारी से पूर्वांचल के नेताओं पर मंडराया खतरा, टावर डीजल में नए खुलासे की संभावना

लखनऊ  उत्तर प्रदेश की अपराध और सियासत की दुनिया में एक बार फिर भूचाल आ गया है. माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के विश्वस्त मैनेजर और कुख्यात आईएस 191 गैंग के सक्रिय सदस्य ‘डम्पी’ को बुधवार सुबह लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से स्पेशल जांच टीम (SIT) ने गिरफ्तार कर लिया. यह गिरफ्तारी टावर कंपनियों से जुड़े बहुचर्चित डीजल घोटाले की सबसे बड़ी कड़ी साबित हो सकती है, जिसमें खरबों रुपये की अवैध कमाई का खेल चल रहा था. सूत्रों का दावा है कि डम्पी के बयानों से पूर्वांचल के कई दिग्गज नेताओं और माफिया सरगनाओं की नींद उड़ सकती है. गाजीपुर नगर क्षेत्र का निवासी डम्पी कोई साधारण अपराधी नहीं है. वह दिवंगत माफिया मुख्तार अंसारी का दाहिना हाथ था और आईएस 191 गैंग का कोर मेंबर. मुख्तार की धौंस और ताकत का इस्तेमाल कर डम्पी ने टेलीकॉम टावर कंपनियों के डीजल सप्लाई चेन में जबरन घुसपैठ की. पूर्व सांसद अतुल राय के साथ मिलकर उसने बड़े पैमाने पर डीजल चोरी और कालाबाजारी का नेटवर्क चलाया, जिससे अरबों रुपये की काली कमाई हुई. डम्पी इस घोटाले का ‘बेताज बादशाह’ था. वह टावर कंपनियों को धमकाकर डीजल की सप्लाई पर कब्जा करता था और फिर उसे ब्लैक मार्केट में बेचकर मुनाफा कमाता था. एक जांच सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गिरफ्तारी के समय डम्पी विदेश भागने की फिराक में था, लेकिन एसआईटी की मुस्तैदी से उसका प्लान फेल हो गया. जांच का दायरा बढ़ेगा या माफिया की कमर टूटेगी? डम्पी के पास घोटाले की पूरी इनसाइड स्टोरी है. उसके खुलासों से गाजीपुर और पूर्वांचल के कई प्रभावशाली चेहरों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. खबरों में जिन नामों का जिक्र हो रहा है, उनमें अखंड राय, अंगद राय, पूर्व सांसद अतुल राय, विधायक अभय सिंह और मुख्तार के बेटे विधायक अब्बास अंसारी शामिल हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा- डम्पी अगर पुलिस को पूरी डिटेल देता है, तो यह गैंग की कार्यप्रणाली, फंडिंग और राजनीतिक कनेक्शन का पर्दाफाश कर देगा. मुख्तार अंसारी के सिंडिकेट की आर्थिक रीढ़ टूट जाएगी. यह गिरफ्तारी योगी सरकार की माफिया विरोधी मुहिम को और मजबूती देगी. प्रवर्तन निदेशालय भी सक्रिय हो सकता है दूसरी ओर, यह गिरफ्तारी पूरे नेटवर्क के खात्मे की शुरुआत हो सकती है. डम्पी की निशानदेही पर गैंग की छिपी हुई संपत्तियों, जमीन, होटल, फार्महाउस का पता चलेगा. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी सक्रिय हो सकता है और मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच करेगा. गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई से पूर्वांचल में माफिया और उनके सरपरस्तों की हवा निकल जाएगी.  

सीएम योगी नोएडा एयरपोर्ट पहुंचे, देखी सुरक्षा और संचालन की तैयारियां

नोएडा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज (शनिवार) दोपहर 12 बजे ग्रेटर नोएडा के यीडा सिटी में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे है. वह नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर चल रही तैयारियों का जायजा ले रहे है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 अक्टूबर को एयरपोर्ट का उद्घाटन कर सकते है. मुख्यमंत्री योगी दोपहर में राजकीय विमान से हिंडन एयरपोर्ट पहुंचे. जहां से वह सड़क मार्ग से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आए. वह अधिकारियों के साथ तैयारियों का निरीक्षण करने के बाद वह एक समीक्षा बैठक भी कर रहे है. एयरपोर्ट पर तैयारियां अंतिम चरण में यमुना प्राधिकरण के सीईओ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री एयरपोर्ट का निरीक्षण करने आ चुके है. उनका मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री के आगमन से पहले एयरपोर्ट परिसर में की जा रही व्यवस्थाओं का जायजा लेना है. एयरपोर्ट परिसर में इन दिनों रनवे, टर्मिनल बिल्डिंग और पार्किंग क्षेत्र में तेजी से काम चल रहा है. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सीआईएसएफ और अन्य एजेंसियों को तैनात किया जा रहा है. सफल ट्रायल के बाद बढ़ा आत्मविश्वास दो दिन पहले ही एयरपोर्ट पर यात्रियों के आगमन और विमान सेवाओं का सफल ट्रायल किया गया था. ट्रायल के दौरान रनवे, ग्राउंड हैंडलिंग और सुरक्षा इंतजामों की जांच की गई. शनिवार को भी एक और ट्रायल ऑपरेशन किया जा रहा है. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पहले सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह परखी जा रही है.   प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर प्रशासन अलर्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 अक्टूबर को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन कर सकते है. इसको लेकर प्रशासन, प्राधिकरण और एयरपोर्ट प्रबंधन की टीमों में लगातार बैठकें हो रही हैं. एयरपोर्ट के आसपास के इलाकों में भी सड़क मरम्मत, सौंदर्यीकरण और ट्रैफिक प्रबंधन पर तेजी से काम हो रहा है.