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डॉ. यादव बोले: परमात्मा ने शरीर सेवा के लिए दिया है, अच्छे कर्मों से बने समाज के आदर्श

परमात्मा ने शरीर कर्म के लिए दिया है, सत्कर्मों से समाज की करें सेवा: मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री डॉ. यादव जबलपुर में रोटरी अवार्ड समारोह में हुए शामिल भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि परमात्मा ने हमें शरीर अच्छे कर्मों के लिए दिया है, यदि हमारे कर्म सत्कर्म में बदल जाएं तो समाज का कल्याण हो जाएगा। रोटरी क्लब इसी दिशा में पूरे मनोयोग से कम कर रहा है और समाज को एक नई दिशा दे रहा है, जो हम सबके लिए प्रेरणादायक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को संस्कारधानी जबलपुर में रोटरी इंटरनेशनल के अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा रोटरी इंटरनेशनल अवार्ड प्राप्त करने वाले रोटेरियन  अरुण कांत अग्रवाल एवं  संदीप जैन को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव को रोटरी क्लब की मानद सदस्यता प्रदान की गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मां नर्मदा का उद्गम अमरकंटक से होता है और वह समुद्र में समाहित हो जाती है। मां नर्मदा ने जबलपुर को अद्भुत आशीर्वाद दिया है, इससे जबलपुर का नाम संस्कारधानी पड़ा है। मां नर्मदा के आशीर्वाद से ही जबलपुर का काला पत्थर संगमरमर में बदला जा रहा है यह केवल जबलपुर में ही संभव है। मां नर्मदा के आशीर्वाद से संस्कारधानी जबलपुर को रोटरी क्लब के लिए कार्य करने वाले महान सपूत मिले हैं, जिन्होंने अपने सामाजिक दायित्व और सेवा भाव से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संस्कारधानी जबलपुर का नाम रोशन किया है। रोटरी इंटरनेशनल अवार्ड पाने वाले  अरुण कांत अग्रवाल और  संदीप जैन ने जो सेवा भाव दिखाया है वह अनुकरणीय और प्रेरणादायक है। विकास के मामलों में प्रदेश सरकार जन कल्याण की भावना से सामाजिक दायित्वों का निर्वहन कर रही है। यह काम रोटरी जैसी संस्था पिछले 120 सालों से कर ली रही है और इसने अपने कर्मों से साबित किया है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रोटरी क्लब जबलपुर को जिला एक्सीलेंस अवार्ड मिलने के लिए बधाई दी और कहा कि सेवा के क्षेत्र में रोटरी क्लब इसी तरह आगे बढ़ता रहेगा। लोक निर्माण मंत्री  राकेश सिंह ने कहा कि रोटरी क्लब निस्वार्थ भाव से सेवा के अनेक प्रकल्पों को जमीन पर उतार रहा है। संस्कारधानी जबलपुर के लिए यह गर्व की बात है कि यहां के दो रोटेरियन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। संस्कारधानी जबलपुर के रोटेरियन  अरुण कांत अग्रवाल को "स्वयं से परे सेवा पुरस्कार" के लिए चुना गया है पूरे विश्व में इस पुरस्कार के लिए 118 रोटेरियन का चयन किया गया है। इसी प्रकार गैर रोटेरियन क्षेत्र में  संदीप जैन को मानवता की सेवा में उत्कृष्टता के लिए विश्व पुरस्कार दिया गया है। यह पुरस्कार पूरे विश्व में केवल 39 लोगों को दिया गया है। संस्कारधानी जबलपुर की दो समाजसेवियों को यह पुरस्कार मिलना गर्व एवं सम्मान की बात है। कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद  विवेक तंखा, मती सुमित्रा वाल्मिक, कार्यक्रम के संयोजक डॉ. जितेंद्र जामदार, विधायक  अखिलेश पांडे,  संतोष वरकड़े,  अखिलेश जैन और रोटरी परिवार की सभी सदस्य उपस्थित थे।  

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ प्रदेश मानिकपुरी पनिका समाज के शपथ ग्रहण एवं दीपावली मिलन समारोह में हुए शामिल

रायपुर : सामाजिक विकास का मूलमंत्र है शिक्षा, शिक्षा के बिना जीवन अधूरा – मुख्यमंत्री  साय मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ प्रदेश मानिकपुरी पनिका समाज के शपथ ग्रहण एवं दीपावली मिलन समारोह में हुए शामिल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का संदेश — शिक्षा ही सामाजिक विकास का आधार, इसके बिना जीवन अधूरा रायपुर शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। शिक्षा केवल नौकरी प्राप्त करने का साधन नहीं, बल्कि सफल जीवन का मार्ग है। सामाजिक विकास का मूलमंत्र शिक्षा है। चाहे जीवन जीने की कला हो, व्यापार, कृषि या कोई अन्य क्षेत्र — प्रत्येक क्षेत्र में सफलता के लिए शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित छत्तीसगढ़ प्रदेश मानिकपुरी पनिका समाज के शपथ ग्रहण एवं दीपावली मिलन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। मुख्यमंत्री  साय ने सभी नव-निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई और उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रारंभ से ही शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रही है। राज्य गठन के समय जहाँ केवल एक मेडिकल कॉलेज था, वहीं आज प्रदेश में लगभग 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। इसी प्रकार राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान — जैसे आईआईटी, ट्रिपल-आईटी, आईआईएम, लॉ यूनिवर्सिटी, एम्स और सिपेट — छत्तीसगढ़ में स्थापित किए गए हैं, जिनसे राज्य के स्थानीय विद्यार्थियों को शिक्षा और अवसर दोनों प्राप्त हो रहे हैं। मुख्यमंत्री  साय ने आगे कहा कि आज समाज को संगठित होने की आवश्यकता है, क्योंकि संगठित समाज से ही राष्ट्र मजबूत बनता है। उन्होंने कहा कि आपके समाज का कला और साहित्य के क्षेत्र में भी आदिकाल से अतुलनीय योगदान रहा है। विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के दौरान काछनदेवी रस्म में देवी माँ जिस कन्या पर अवतरित होती हैं, वह भी पनिका समाज की होती है — यह निश्चित ही पूरे समाज के लिए गर्व की बात है। मुख्यमंत्री  साय ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी जी का मूलमंत्र है — सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास। उनके मार्गदर्शन में हमारी सरकार पिछले 22 महीनों से सभी वर्गों के कल्याण के लिए सतत रूप से कार्य कर रही है। हमने अन्नदाताओं के हित में कृषक उन्नति योजना, प्रत्येक व्यक्ति को पक्का मकान देने हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना, माताओं और बहनों को सशक्त बनाने के लिए महतारी वंदन योजना, तथा दूरस्थ अंचलों के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए शिक्षक युक्तियुक्तकरण जैसे कदम उठाए हैं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष  शम्भु नाथ चक्रवर्ती ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी नव-निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई दी। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ प्रदेश मानिकपुरी पनिका समाज के अध्यक्ष  भरत दास मानिकपुरी सहित समाज के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक  उपस्थित थे।

मौसम अपडेट: मध्यप्रदेश के 20 जिलों में बारिश, श्योपुर सबसे ज्यादा भीगा; भोपाल-इंदौर में हल्की बारिश की संभावना

भोपाल मध्यप्रदेश में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य के 20 जिलों में लगातार बारिश का दौर जारी है। श्योपुर में बीते 9 घंटे में 2 इंच तक बारिश दर्ज की गई है। ग्वालियर-चंबल संभाग के 8 जिलों में मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। भोपाल और इंदौर में रिमझिम बूंदाबांदी से मौसम सुहावना बना हुआ है। खेतों में रखी फसल बारिश से बह गई है, जिससे किसानों को नुकसान झेलना पड़ा। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के असर से हवा की रफ्तार 60-70 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। छत्तीसगढ़ के 5 जिलों में कल भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।  मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट पलटी है, जिसका असर प्रदेश के कई जिलों में बारिश के रूप में देखने को मिल रहा है. रविवार को राजधानी भोपाल में दिनभर रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा, जिसके चलते अधिकतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई. वहीं प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश श्योपुर में 2 इंच रिकॉर्ड हुई. इसके अलावा बालाघाट में भी करीब 1 इंच पानी गिरा. साथ ही इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, जबलपुर, रायसेन, विदिशा, सीहोर, सागर, रतलाम, शाजापुर, देवास, दमोह, बालाघाट, धार और आगर-मालवा जैसे 20 से ज्यादा जिलों में बारिश रिकार्ड की गई. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के 31 जिलों में बारिश की संभावना जताई है. इसमें मुख्य रूप से ग्वालियर संभाग के जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है. इसलिए बदला मौसम, 3 दिन असर सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अरब सागर की खाड़ी में एक डिप्रेशन एक्टिव है। इससे एक ट्रफ भी जुड़ी है, जो मध्यप्रदेश के बीचों-बीच तक आ रही है। इस वजह से अगले 3 दिन तक बारिश होने का अनुमान है। अगले 24 घंटे में यह ग्वालियर-चंबल समेत उत्तरी हिस्से में ज्यादा असर दिखाएगा। इसलिए कुछ जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। इसके बाद पूर्वी हिस्से में भी तेज बारिश होगी। वहीं, बंगाल की खाड़ी में एक डीप डिप्रेशन एक्टिव है, जो अगले 48 घंटे में एमपी में असर दिखाने लगेगा। इससे भी बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी।

अन्नकूट महोत्सव: रणजीत हनुमान मंदिर में 30 अक्टूबर को विशेष प्रसादी, 101 मंदिरों तक पहुंचेगी भोग सामग्री

इंदौर  इंदौर के पश्चिम क्षेत्र में स्थिति प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर में 30 अक्टूबर को चलित अन्नकूट महोत्सव का आयोजन होगा। इसमें 50 हजार से ज्यादा भक्तों के लिए भोजन प्रसादी बनेगी।29 अक्टूबर को भट्टी पूजन के साथ प्रसादी बनाने की शुरुआत की जाएगी। अन्नकूट के लिए पूड़ी, सब्जी, नुक्ती और भजिए बनाए जाएंगे। पैकेट से लोग प्रसादी ले सकेंगे। एक दिन पहले होगी भोजन प्रसादी की शुरुआत मंदिर में ही भक्त मिलकर सब्जी काटने का काम सहित अन्य काम करेंगे। रणजीत हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी पं.दीपेश व्यास ने बताया कि 29 अक्टूबर को सुबह भट्टी पूजन किया जाएगा। जिसके बाद भक्तों के लिए भोजन प्रसादी बनाने की शुरुआत होगी। 50 हजार भक्तों के लिए इतना सामान लगेगा आटा 50 क्विंटल बेसन 16 क्विंटल शक्कर 10-11 क्विंटल सब्जी 60 क्विंटल मूंगफली का तेल 130 डिब्बे शुद्ध घी 55 डिब्बे   101 मंदिरों में जाएगा मंदिर से भोग पं.व्यास ने बताया कि 30 अक्टूबर को बाबा का भव्य शृंगार किया जाएगा। छप्पन भोग बाबा को अर्पित किए जाएंगे। 6.30 बजे बाबा की आरती के साथ चलित अन्नकूट महोत्सव की शुरुआत होगी। रणजीत हनुमान मंदिर से परंपरागत रूप से शहर के 101 मंदिरों में भोग भेजा जाएगा। वहीं, शाम से चलिए अन्नकूट महोत्सव की शुरुआत होगी जो देर रात तक जारी रहेगा। हालांकि, चलित भंडारा होने से यहां आने वाले भक्तों को भी परेशानी नहीं होगी। 10-15 मिनट में मिल जाएगी प्रसादी पंडित दीपेश ने बताया कि मंदिर के ग्राउंड में पहले बैठाकर प्रसादी खिलाई जाती थी, जिसके कारण मंदिर के बाहर लोगों की काफी भीड़ जमा हो जाती थी। धक्का-मुक्की, भगदड़ जैसी स्थिति बन जाती थी। हालांकि पिछले समय हुई कुछ अप्रिय घटनाओं के बाद से यहां की व्यवस्थाओं में बदलाव किया है। चलित व्यवस्था होने से लोगों को 4-4 घंटे लाइन में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 10 से 15 मिनट में भक्तों का नंबर आ जाएगा और वे आसानी से भोजन प्रसादी ले सकेंगे। साथ ही महिला-पुरुषों की लाइन भी अलग-अलग रहेगी। बता दें, अन्नकूट में कोई सामग्री दान करना चाहे या राशि देने चाहे तो वह काउंटर पर दे सकता है। अलग-अलग काउंटर पर रहेगी व्यवस्था मंदिर के मैदान में ही अलग-अलग काउंटर की व्यवस्था रहेगी। जिसमें भक्त मंडल के करीब 500 सदस्य भी व्यवस्था संभालेंगे। यहां आने वाले भक्तों को एक काउंटर से पैकेट मिलेगा। जिसके बाद अगले काउंटर पर पूड़ी, उसके बाद सब्जी, उसके बाद नुक्ती और उसके बाद भजिए पैकेट में मिलेंगे। इसके बाद भक्त वहां से पैकेट को अपने घर भी ले सकते है या बाहर खड़े होकर खा भी सकते हैं। व्यवस्था संभालने के लिए भक्त मंडल के सदस्यों के साथ ही सिक्योरिटी गार्ड और पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था रहेगी।  

दीपु सैनी की चौंकाने वाली वापसी — 13 साल पहले मृत मानकर गंगा में छोड़ा गया युवक अब जिंदा है

बुलंदशहर   बुलंदशहर के सूरजपुर टीकरी गांव में 13 साल बाद दीपू नाम का युवक सकुशल अपने घर लौटा है. उसे सांप ने काटा था और मृत समझकर परिजनों ने गंगा में बहा दिया था. दीपू के 'जिंदा' वापस लौटने की खबर इस समय क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है. आइए जानते हैं पूरा मामला… दरअसल, दीपू सैनी नाम का युवक घर वापस लौटा है. 13 वर्ष पहले सांप के काटने के बाद उसे मृत मान लिया गया था. यह घटना बुलंदशहर के औरंगाबाद क्षेत्र के सूरजपुर टीकरी गांव की है. दीपू को भूसे की कोठरी में सांप ने काट लिया था. गांव के रिवाज के अनुसार, मृत समझकर उसे गंगा नदी में बहा दिया गया था. कथित तौर पर सपेरों के प्रयासों से वह जीवित वापस लौट आया. दीपू के पिता सुखपाल सैनी ने बताया कि इलाज के बाद सभी ने उसे मृत घोषित कर दिया था. गांव की महिलाओं और दीपू की मां सुमन देवी की मान्यता थी कि सांप काटने वाले जीवित हो सकते हैं. उधर, सपेरों ने दीपू को गंगा किनारे खोज निकाला और हरियाणा के पलवल स्थित बंगाली बाबा के आश्रम ले गए. इलाज के लिए वे उसे बंगाल भी ले गए, जहां तंत्र-मंत्र की विधा से उसका उपचार हुआ. परिवार से मिलन दीपू 6-7 साल बंगाल में रहा, फिर पलवल आ गया. दीपू के परिजनों को जानकारी मिली कि सांप काटने से मृत हुए व्यक्तियों का इलाज पलवल में होता है. तलाश करते हुए वे एक वर्ष पहले पलवल पहुंचे. वहां दीपू उन्हें मिल गया. संतों ने दीपू के कान के पीछे के निशान से उसकी पहचान की पुष्टि की. दीपू ने भी माता-पिता को पहचान लिया. 25 अक्टूबर को पलवल के संत-साधु दीपू को लेकर बुलंदशहर के सूरजपुर टिकरी गांव पहुंचे और उसे परिजनों को सौंप दिया. क्या है सच्चाई? दीपू के जिंदा लौटने की खबर क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है. कुछ लोग इस पर विश्वास कर रहे हैं, तो कुछ इसे अंधविश्वास मान रहे हैं. वहीं, दीपू सैनी ने कहा- "14 वर्ष पहले मेरे को सांप ने काट लिया था. अब मैं अपने परिवार के बीच वापस आ गया हूं. पलवल में मेरा इलाज हुआ था. परिजनों के पास गांव आकर मेरे को बहुत अच्छा लग रहा है." वहीं, चिकित्सकों ने कहा है कि मृत व्यक्ति जिंदा नहीं हो सकता, यह मेडिकल साइंस में संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि ये हो सकता है कि दीपू मरा ही न हो. या फिर कोई और उसके जगह जीवित होने का दावा कर रहा हो. फिलहाल, जांच के बाद ही असल सच्चाई सामने आएगी. क्योंकि, पूर्व में ऐसे केस सामने आ चुके हैं जिनमें सालों बाद बेटा/पति बनकर लौटा व्यक्ति फ्रॉड निकला.

डॉ. मोहन यादव इंदौर पहुंचे — 8 करोड़ रुपए की फूड एंड ड्रग लैब का उद्घाटन और शहर को मिलेंगी नई विकास सुविधाएँ

 इंदौर मुख्यमंत्री मोहन यादव आज सोमवार को इंदौर में कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वे नंदानगर गोल स्कूल प्रांगण में कथा‑कार्यक्रम से अपने दिन की शुरुआत करेंगे। इसके बाद वे तलावली‑चांदा में 8.30 करोड़ की लागत से बनी नई फूड एंड ड्रग लैब का उद्घाटन करेंगे। यह लैब शहर की स्वास्थ्य व सुरक्षा पर्वाह को नया आयाम देगी। इसके बाद सीएम मोहन यादव ब्लू लोटस गार्डन, स्कीम‑140 में बरसाना गार्डन और ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर नक्षत्र गार्डन में भी कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।  इन विकास कामों का करेंगे भूमिपूजन मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया विधानसभा 3 और 4 में अमृत-2.0 योजना और मुख्यमंत्री नगरीय क्षेत्र अधोसंरचना निर्माण योजना के तह 55 करोड़ से अधिक के विभिन्न विकास कामों का शुभारंभ करेंगे। इसी कड़ी में अमृत-2.0 योजना के छावनी चौराहा से चंद्रभागा ब्रिज तक 6 करोड़ की लागत से 300 एमएम व्यास से 900 एमएम व्यास की कुल लंबाई 3.0 किमी. की सीवर लाइन बिछाई जाने का काम का शुभारंभ करेंगे। इससे क्षेत्र के रहवासियों को जलमल निकासी संबंधित आवश्यक सुविधाओं और कान्ह नदी शुद्धिकरण में लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री इसी योजना के तहत विधानसभा 4 के सुदामा नगर सेक्टर डी और ई में 30 करोड़ की लागत से कुल 34.235 किमी सीवर लाइन बिछाने का काम का शुभारंभ करेंगे। ऐसे ही रामबाग चौराहा से अहिल्या आश्रम तक रिव्हर फ्रंट तक19.25 करोड़ की लागत से कुल लंबाई 1.13 किमी से संबंधित विकास काम किया जाएगा। इसमें नदी के दोनों किनारों पर सौंदर्यीकरण संबंधित कार्य किया जाना प्रस्तावित है, जिसमें वाक-वे निर्माण, गेबियन वॉल, पिचिंग, स्ट्रीट लाइट और आकर्षक म्युरल वाल आर्ट आदि काम किए जाना प्रस्तावित है। इस क्षेत्र को एक रमणीय स्थल के रूप में विकसित किया जा सकेगा।

भारत-बांग्लादेश मैच बारिश में धुला, हरमन ब्रिगेड की सेमीफाइनल राह अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ

नवी मुंबई आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 में 26 अक्टूबर को भारत का सामना बांग्लादेश से हुआ. लेकिन यह मैच बेनतीजा रहा. दरअसल बारिश के चलते यह मैच पूरा नहीं हो सका और आखिर में इसे रद्द करना पड़ा. दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स एकेडमी में खेला जा रहा था. मुकाबले में भारतीय टीम टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी कर रही थी. बारिश के चलते 27-27 ओवरों का कर दिया गया था. बांग्लादेश ने 27 ओवरों में 9 विकेट पर 119 रन बनाए. रनचेज में जब भारत का स्कोर 8.4 ओवरों में 57 रन था, तब बारिश फिर आ गई और मुकाबला समाप्त करना पड़ा. भारतीय टीम पहले ही सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है, जहां उसका सामना 30 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया से होना है. दूसरी ओर बांग्लादेश टीम सेमीफाइनल की रेस से बाहर हो चुकी थी.  इस मुकाबले में भारतीय टीम ने अपनी प्लेइंग-11 में तीन बदलाव किए. विकेटकीपर उमा छेत्री को भी मौका मिला है, जिनका ये वूमेन्स ओडीआई में डेब्यू मैच है. राधा यादव और अमनजोत कौर भी इस मुकाबले में खेलने उतरी हैंं. ऋचा घोष, स्नेह राणा और क्रांति गौड़ को रेस्ट दिया गया. भारत और बांग्लादेश के बीच अब तक 9 वूमेन्स ओडीआई मैच खेले गए हैं. इस दौरान भारतीय टीम ने 6 मुकाबलों में जीत हासिल की है. जबकि बांग्लादेश को केवल एक मैच में जीत मिली. वहीं 1 मुकाबला टाई और एक मैच बेनतीजा रहा. यानी आंकड़ों में भारतीय टीम का पलड़ा बांग्लादेश पर भारी रहा है. भारत की प्लेइंग इलेवन: प्रतीका रावल, स्मृति मंधाना, हरलीन देयोल, जेमिमा रोड्रिग्स, हरमनप्रीत कौर (कप्तान), दीप्ति शर्मा, उमा छेत्री (विकेटकीपर), अमनजोत कौर, राधा यादव, श्री चरणी, रेणुका सिंह ठाकुर. बांग्लादेश की प्लेइंग इलेवन: सुमैया अख्तर, रुब्या हैदर जेलिक, शर्मिन अख्तर, शोभना मोस्तरी, निगार सुल्ताना (विकेटकीपर/कप्तान), शोर्ना अख्तर, रितु मोनी, राबेया खान, नाहिदा अख्तर, निशिता अख्तर निशी, मारुफा अख्तर.

रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा: दिव्यांगजनों को सशक्त बनाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

रायपुर : दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए सरकार संकल्पित – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मुख्यमंत्री ने दिव्यांग बच्चों के संग बांटी दीपावली की खुशियां रायपुर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर स्थित एक निजी होटल में छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित दीपावली मिलन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर जरूरतमंद दिव्यांग बच्चों के साथ दीपावली की खुशियां साझा कीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए पूर्णतः संकल्पित है। उन्होंने कहा कि रायपुर में 5 एकड़ भूमि में दिव्यांगजनों के लिए सर्व-सुविधायुक्त पार्क का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री साय ने दिव्यांग बच्चों से बड़ी आत्मीयता के साथ भेंट की और उन्हें दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। कोंपलवाणी और अर्पण दिव्यांग संस्था में अध्ययनरत बच्चों ने मुख्यमंत्री सहित उपस्थित अतिथियों के समक्ष साइन लैंग्वेज का सुंदर प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री साय ने बच्चों के इशारों को दोहराते हुए उनसे साइन लैंग्वेज में गुड मॉर्निंग और गुड आफ्टरनून जैसे शब्द सीखे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में दिव्यांगजनों के विकास के लिए सराहनीय कार्य हो रहा है। दिव्यांगजनों को निःशुल्क कृत्रिम अंग उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्हें स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऋण की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र खटीक ने रायपुर में दिव्यांग पार्क बनाए जाने की घोषणा की थी, और अब रायपुर में 5 एकड़ भूमि पर यह सर्व-सुविधायुक्त दिव्यांग पार्क विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री साय ने दिव्यांग बच्चों के साथ दीपावली मिलन कार्यक्रम के आयोजन हेतु छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन की सराहना की। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन द्वारा जनसेवा के कार्यों के माध्यम से सामाजिक जिम्मेदारी का उत्कृष्ट निर्वहन किया जा रहा है। पूर्व में एसोसिएशन द्वारा मरीजों के लिए एम्बुलेंस भी प्रदान की गई थी, जिसका लाभ अनेक जरूरतमंद लोगों को प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वर्ष छत्तीसगढ़ निर्माण का 25वां वर्ष है, जिसे हम रजत जयंती वर्ष के रूप में मना रहे हैं। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि इस वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी राज्योत्सव का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य निर्धारित किया है। उसी दिशा में हमें विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण का संकल्प लेकर आगे बढ़ना है। इस हेतु राज्य सरकार ने विकसित छत्तीसगढ़ विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है। सभी के सहयोग से इस लक्ष्य को हम अवश्य प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राज्य में सड़कों का निरंतर विस्तार किया जा रहा है, जिससे प्रदेश की कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। भारतमाला परियोजना के अंतर्गत रायपुर–विशाखापत्तनम तथा रायपुर–धनबाद मार्गों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। महाराष्ट्र और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि मैं सांसद के रूप में दिव्यांगजनों के लिए गठित सोशल जस्टिस स्टैंडिंग कमेटी का सदस्य रहा हूँ। संसद में दिव्यांग बिल के लिए हमने व्यापक अध्ययन किया था। बिल पारित होने के पश्चात दिव्यांगजनों को मिलने वाली सुविधाओं में तीन गुना वृद्धि हुई। राज्यपाल रहते हुए मुझे दिव्यांगजनों के लिए कार्य कर रही संस्थाओं में जाने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों की चुनौतियों को सामान्यजन अक्सर समझ नहीं पाते। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वनमंत्री केदार कश्यप ने कहा कि इस बार जीएसटी दरों में कमी के कारण दीपावली का उत्सव और अधिक भव्य रूप में मनाया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया, जिसकी हम आज रजत जयंती मना रहे हैं। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत छत्तीसगढ़ का योजनाबद्ध विकास निरंतर हो रहा है। सभी के सहयोग से विकसित छत्तीसगढ़ का सपना साकार होगा। कौशल विकास मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि दिव्यांगजनों के साथ दीपावली मिलन का आयोजन उत्तम सोच का प्रतीक है। खुशियां बांटने से बढ़ती हैं, और यह देखकर प्रसन्नता होती है कि एसोसिएशन जनसेवा में सक्रिय है तथा समाज के अन्य लोगों को भी इससे जोड़ रही है। मुख्यमंत्री के समक्ष पैरों से पेंटिंग करने वाले दिव्यांग चित्रकार गोकर्ण पाटिल ने अपनी अद्भुत कला का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री ने उनकी कला की सराहना करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों को गर्म कपड़ों का वितरण भी किया। इस अवसर पर विधायक इंद्र कुमार साहू, रायपुर की महापौर मती मीनल चौबे, छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अंजय शुक्ला सहित अन्य पदाधिकारीगण, कोंपलवाणी और अर्पण दिव्यांग संस्था के बच्चे तथा गणमान्यजन उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वदेशी को बढ़ावा देने और शासन की योजनाओं को जनजन तक पहुंचाने का किया आहवान

डॉ. यादव का जनप्रतिनिधियों से संवाद — विकास योजनाओं पर हुई विस्तृत चर्चा भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के संकल्प को पूरा करने के लिए अपने-अपने क्षेत्र में स्वदेशी एवं स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने का आहवान जनप्रतिनिधियों से किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को जबलपुर के होटल कल्चुरी में संभाग के सभी सांसद एवं विधायकों के साथ आयोजित संवाद के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने, नव उद्यमियों को प्रोत्साहित करने तथा रोजगार परक कार्यों से युवाओं को जोड़ने की दिशा में शासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों में सहभागी बनने पर जोर दिया। संवाद कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री  राकेश सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री  प्रहलाद सिंह पटेल, लोक स्वास्थ यांत्रिकी मंत्री मती संपतिया उइके, राज्यसभा सदस्य मती सुमित्रा बाल्मिकी, बालाघाट सांसद मती भारती पारधी, छिंदवाड़ा सांसद  विवेक बंटी साहू, नर्मदापुरम सांसद  दर्शन सिंह चौधरी सहित संभाग के सभी विधायक और अपर मुख्य सचिव  संजय दुबे मौजूद थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा संचालित कल्याणकारी एवं विकासपरक योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सांसद एवं विधायक को अपने-अपने क्षेत्र में योजनाओं का कमजोर वर्ग के हर व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने के लिए और ज्यादा प्रयास करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते दो वर्ष में उद्योग और रोजगार के लिए अभियान चलाये जाने के बाद अगला वर्ष कृषि और कृषि से जुड़े विकास कार्यों पर केन्द्रित होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि सरकार द्वारा रानी दुर्गावती के नाम पर अन्न प्रोत्साहन योजना शुरू की गई है। कोदो-कुटकी की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी का निर्णय भी सरकार द्वारा लिया गया है। उन्होंने सांसदों एवं विधायकों से अपने-अपने क्षेत्र में कोदो-कुटकी के उपार्जन में सहयोग करने तथा अन्न के उत्पादन को प्रोत्साहित करने कहा। मुख्यमंत्री ने कृषि आधारित उद्योगों और प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया। साथ ही भावांतर योजना पर भी चर्चा की और सोयाबीन उत्पादन का किसानों को लाभ लेने के लिए प्रेरित करने का आहवान किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 1 नवम्बर को मध्यप्रदेश स्थापना दिवस से लेकर 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी वर्ष तक राज्य शासन द्वारा चलाये जाने वाले कार्यक्रमों के संबंध में सांसद एवं विधायकों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि 15 नवम्बर तक भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर भी प्रदेशभर में कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। हमारा उद्देश्य भगवान बिरसामुंडा सहित वीरांगना रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई एवं राजा शंकर शाह-कुंवर रघुनाथ शाह जैसे जनजातीय नायकों के आदर्शों को सामने लाना तथा समाज और खास तौर पर युवाओं को इससे जोड़ना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा परिक्रमा पथ के लिये हो रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने विधायकों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करें और विधानसभा क्षेत्र में हुए विकासकार्यों पर केन्द्रित पुस्तिकाएं प्रकाशित करें। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को जनोन्मुखी बनाने के लिए जनसुनवाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिये सांसद एवं विधायकों से सुझाव मांगे। उन्होंने स्कूलों, आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं अस्पतालों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में भी सक्रिय सहयोग प्रदान करने का आग्रह करते हुए कहा कि सांसद एवं विधायक अपने-अपने क्षेत्र में रक्तदान शिविरों और स्वास्थ शिविर का आयोजन करें तथा हृदय रोग से पीडि़तों का आयुष्मान योजना के माध्यम से उपचार करायें। डॉ. यादव ने पीएम एयर एम्बुलेंस सेवा का भी प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया, जिससे ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लोगों को इसका लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बैठक में जिला विकास समिति की बैठकों के आयोजन पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि संभाग स्तर पर सांसदों एवं विधायकों की बैठकों के बाद अब जिला स्तर पर भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों की बैठकें आयोजित की जायेंगी, जिससे विकास कार्यों को गति देने में सार्थक और परिणाममूलक चर्चा की जा सके। नक्सलियों के विरूद्ध बालाघाट में हुई कार्रवाई की सराहना मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नक्सलियों के विरूद्ध बालाघाट में की गई कार्रवाई की सराहना की और इसके लिये सुरक्षा बलों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लाल सलाम को आखरी सलाम करने की दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। बैठक के प्रारंभ में लोक निर्माण मंत्री  राकेश सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।  

फ्लोरिडा में नौकरी कर रहे अंबाला के युवक को अमेरिका ने डिपोर्ट किया, कहा 25 घंटे तक पैरों में बेड़ियां

 अंबाला हरियाणा के अंबाला जिले के छह युवकों समेत 50 भारतीयों को अमेरिका ने हाल ही में डिपोर्ट कर दिया है. इनमें अंबाला के जगोली गांव के हरजिंदर सिंह भी हैं, जो फ्लोरिडा के जैक्सन वेल में रसोइए की नौकरी करने गए थे. हरजिंदर ने अमेरिका पहुंचने के लिए अपने माता-पिता की मेहनत की कमाई, करीब 35 लाख रुपये, खर्च कर दिए थे. उन्हें विश्वास था कि वहां जाकर वह परिवार के लिए एक सुखद भविष्य बनाएंगे, लेकिन उनकी उम्मीदें और सपने वहीं टूटकर रह गए. हरजिंदर सिंह ने बताया कि अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के बाद उन्हें और बाकी भारतीयों को पकड़कर देश से बाहर कर दिया गया. सिर्फ इतना ही नहीं, सभी को करीब 25 घंटे तक बेड़ियों में रखा गया, जिससे उनके पैरों में सूजन आ गई. इस बर्ताव ने हरजिंदर और उनके जैसे कई लोगों के लिए अमेरिका का सपना किसी बुरे अनुभव में बदल दिया. उन्होंने इस अमानवीय व्यवहार की निंदा की और भारतीय सरकार से मदद की गुहार लगाई है. सपनों की मजबूरी और बेरोजगारी की सच्चाई हरजिंदर ने कहा कि अपने घर-परिवार से दूर जाकर, हजारों किलोमीटर दूर सिर्फ रोजगार की तलाश में जाना आसान नहीं था. उनके मुताबिक, वही व्यक्ति इस दर्द को समझ सकता है जिसकी मेहनत की कमाई और उम्मीदें ऐसे ही बर्बाद हो जाएं. हरजिंदर ने सरकार से अपील की है कि अगर हिंदुस्तान में ही युवाओं के लिए पर्याप्त और अच्छा काम उपलब्ध हो जाए, तो कोई भी मजबूरी में विदेश नहीं जाना चाहेगा. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी की वजह से आज लाखों युवाओं को अपने घर और परिवार छोड़ना पड़ता है, लेकिन विदेशों में भी उन्हें अपमान और परेशानी का सामना करना पड़ता है. हरजिंदर और उनके जैसे कई युवाओं की-जिंदगी में यह घटना एक बड़ी सीख है कि देश में रोजगार का अभाव लोगों को मजबूर करता है, और उन्हें अपना सब कुछ खोकर भी कुछ हासिल नहीं होता. अब वह सरकार से उम्मीद कर रहे हैं कि बेरोजगार युवाओं को अपने देश में ही अच्छे रोजगार के अवसर दिए जाएं ताकि कोई भी अपना घर छोड़कर बाहर जाने के लिए मजबूर न हो.