samacharsecretary.com

SSC CHSL परीक्षा 2025: स्लॉट फुल होने पर भी मिलेगी दूसरी तिथि या शहर चुनने की सुविधा

 प्रयागराज
SSC CHSL Exam 2025 कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने संयुक्त उच्च माध्यमिक स्तर परीक्षा (सीएचएसएल)-2025 के लिए एक बड़ा बदलाव करते हुए अभ्यर्थियों को अपनी परीक्षा का शहर, तिथि और पाली (शिफ्ट) खुद चुनने की सुविधा शुरू कर दी है। यह सुविधा 28 अक्टूबर की रात 11 बजे तक कैंडिडेट पोर्टल पर लाइव रहेगी। 

पहले जैसी चयन व सबमिशन प्रक्रिया होगी
कर्मचारी चयन आयोग ने यह भी बताया कि चुनी गई तिथि पर स्लाट उपलब्ध नहीं है तो उम्मीदवार या तो दूसरी तिथि चुन सकते हैं या दूसरा शहर चुन सकते हैं। फिर पहले जैसा ही चयन और सबमिशन प्रक्रिया अपनानी होगी।
 
एसएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर सुविधा
आयोग के अनुसार उम्मीदवारों को एसएससी की आधिकारिक वेबसाइट के कैंडीडेट पोर्टल पर लाग-इन करना होगा। इसके बाद अभ्यर्थी शहर, परीक्षा तिथि और शिफ्ट पर क्लिक करके स्लाट चुन सकेंगे। अभ्यर्थियों को आवेदन के समय दिए गए तीन पसंदीदा शहरों में उपलब्ध स्लाट दिखाई देंगे। किसी शहर में स्लाट उपलब्ध होने पर हरा रंग का ‘सेलेक्ट’ विकल्प दिखेगा।

मनचाहा स्लाट के बाद ओटीपी वेरीफिकेशन
मनचाहा स्लाट चुनने के बाद उम्मीदवार को ओटीपी वेरीफिकेशन के साथ ‘वैलीडेट एंड सबमिट’ करना होगा। 28 अक्टूबर रात 11 बजे तक स्लाट नहीं चुनने पर सिस्टम अपने आप उपलब्ध स्लाट आवंटित कर देगा। यह परीक्षा 12 नवंबर से शुरू होनी है। ऐसे में शहर आवंटन की जानकारी तीन नवंबर से पोर्टल पर उपलब्ध होगी। उम्मीदवार अपनी परीक्षा का शहर, तारीख और पाली की जानकारी उसी दिन देख सकेंगे। प्रवेशपत्र परीक्षा तिथि से तीन–चार दिन पहले डाउनलोड किए जा सकेंगे।

अन्य परीक्षाओं में लागू हो सकता है निर्णय
अब तक एसएससी की परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र और तिथि आयोग द्वारा आवंटित किए जाते थे, लेकिन अब एसएससी ने पारदर्शिता और सुविधा बढ़ाते हुए उम्मीदवारों को सीधा विकल्प चुनने का अधिकार दिया है। यह सुविधा फिलहाल सीएचएसएल-2025 के लिए एक बार के रूप में लागू की गई है। अन्य परीक्षाओं में लागू होने को लेकर निर्णय बाद में लिया जाएगा।

 

Leave a Comment

हम भारत के लोग
"हम भारत के लोग" यह वाक्यांश भारत के संविधान की प्रस्तावना का पहला वाक्य है, जो यह दर्शाता है कि संविधान भारत के लोगों द्वारा बनाया गया है और उनकी शक्ति का स्रोत है. यह वाक्यांश भारत की संप्रभुता, लोकतंत्र और लोगों की भूमिका को उजागर करता है.
Click Here
जिम्मेदार कौन
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 3 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here