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स्मार्ट चरखी संग पतंग उड़ाना हुआ हाई-टेक, इस बार 15 अगस्त पर मिलेगी खास सुविधा

नई दिल्ली 15 अगस्त अब कुछ ही दिन दूर है और बाजार में पतंगों की रौनक दिखने लगी है। पतंगबाजी पसंद करने वालों के लिए इस बार बाजार में कुछ खास आया है। इस बार आप चाहें, तो स्मार्ट चरखी से पेंचे लड़ा पाएंगे। दरअसल आज जब तमाम चीजों में टेक्नोलॉजी की एंट्री हो रही है, तो भला पतंग उड़ाने में इस्तेमाल होने वाली चरखी या जिसे फिरखी भी कहा जाता है, कैसे पीछे रह जाती? इस चरखी को बनाया ही उन लोगों के लिए गया है जिन्हें पतंगबाजी में मजा आता है। यह स्मार्ट चरखी एक हाथ से पतंग उड़ाना बेहद आसान बना देती है। चलिए डिटेल में इसके बारे में बात करते हैं। क्या है स्मार्ट चरखी? आज जब फोन से लेकर टीवी तक और घड़ी से लेकर चश्मे तक सब स्मार्ट है, तो जाहिर तौर पर पतंग उड़ाने के लिए काम में आने वाली चरखी में भी टेक्नोलॉजी का समावेश होना ही था। स्मार्ट चरखी, जिसे कि मोटर वाली चरखी भी कहा जाता है एक यूनिक कॉन्सेप्ट है। इसने पतंग उड़ाने वाली एक नॉर्मल सी चरखी को इंटेलिजेंट बना दिया है। यहां इंटेलिजेंट से मतलब है खुद-ब-खुद काम करने वाली। इस चरखी में एक रिचार्जेबल मोटर का सिस्टम फिट किया गया है जो कि मांझे को एक बटन दबाने पर खुद ही लपेट लेती है। इस चरखी को टाइप सी केबल से चार्ज किया जा सकता है और पतंगबाजी के शौकीन लोगों के यह बहुत काम आ सकती है। कैसे करती है काम? स्मार्ट चरखी में एक मोटर लगी होती है, जो कि चरखी के हैंडल के छोर पर दिए बटन के जरिए चालू होती है। इसकी मदद से अगर कोई शख्स एक हाथ से पतंग उड़ाना चाहे, तो वह काम भी बहुत आसानी से किया जा सकता है। इसके लिए अलग से किसी को अपने साथ मांझा लपेटने के लिए रखने की जरूरत नहीं रह जाती और आप एक बटन के कंट्रोल से पेंचे लड़ा सकते हैं। बता दें कि इसे चार्ज करने के लिए टाइप सी केबल का इस्तेमाल करना पड़ता है और इसके लिए आप अपने मोबाइल को चार्ज करने वाली केबल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। एक चार्ज में चलेगी कई दिन एक बार फुल चार्ज होने में इसे डेढ़ से दो घंटे का समय लगता है। एक बार की चार्जिंग के बाद इसे 8 से 10 घंटे तक लगातार इस्तेमाल किया जा सकता है। कहने का मतलब है कि एक बार की चार्जिंग आपको दो से तीन दिन की पतंगबाजी का मजा दे सकता है। इस चरखी में हाई क्वालिटी मोटर का भी इस्तेमाल किया गया है। क्या है कीमत मोटर वाली ऑटोमैटिक चरखी को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से खरीदा जा सकता है। हर साइट पर इसका दाम अलग है लेकिन इसे आमतौर पर 2000 रुपये में खरीदा जा सकता है। इस चरखी का एक फायदा और है कि एक बार खरीदने के बाद यह आपके कई बार काम आ सकती है। इसके अलावा इसकी बैटरी को यूजर भी आसानी से रिप्लेस कर सकता है। ऐसे में लंबे समय तक इस चरखी को इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा यह चरखी पूरी तरह से मेड इन इंडिया भी है।

मानसून सत्र के पहले दिन विधानसभा में दिखे अनोखे नजारे, सदस्यों का निराला अंदाज, सदस्यों ने दिखाए अजब-गजब रूप

लखनऊ  उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज 11 अगस्त से शुरू हो चुका है, ये सत्र 16 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान सत्ता पक्ष की ओर से कई अहम विधायी मुद्दों पर चर्चा की तैयारी की गई है तो वहीं विपक्ष की ओर से भी सत्ता पक्ष को घेरने की पूरी तैयारी है। इस बार यूपी विधानसभा का सत्र बेहद खास होने जा रहा है, एक दिन सदन लगातार 24 घंटे तक चलेगा। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र 2025 की शुरुआत से पहले दिन विधान भवन प्रांगण में सदस्य विभिन्न अंदाज में दिखे। समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने पोस्टर के साथ विरोध जताना शुरु किया तो भारतीय जनता पार्टी के सदस्य भी उनको देने उतरे। विपक्षी दल के सदस्यों ने किया हंगामा विधान भवन प्रांगण में सोमवार को समाजवादी पार्टी के साथ विपक्षी दल से सदस्यों ने हंगामा शुरु किया गया तो भारतीय जनता पार्टी के सदस्य भी उनके विरोध में सामने आ गए। मानसून सत्र के पहले दिन सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों में पोस्टर वार होने लगा। सदन में और विधानसभा से बाहर मुख्य द्वार पर प्रतिपक्ष में सपा विधायक नारेबाजी और हंगामा करते रहे। निराले अंदाज में विधानसभा पहुंचे सदस्य समाजवादी पार्टी के विधानसभा और विधान परिषद सदस्य सोमवार को विधान भवन में विभिन्न रंग रूप में दिखे। कोई काले कपड़े पहने था तो कोई अलग स्टाइल के कपड़े धारण करके आया था। किसी ने तिरछी टोपी पहनी थी तो कोई अंगौछा धारण करके सरकार का विरोध कर रहा था। विधायक अतुल प्रधान का अलग अंदाज मेरठ की सरधना सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान का एक अलग अंदाज देखने को मिला। सपा विधायक आज कांवड़ लेकर विधानसभा परिसर पहुंचे। इस कांवड़ में एक तरफ लिखा था ‘हमें चाहिए पाठशाला’ और दूसरी तरफ था- ‘हमें नहीं चाहिए मधुशाला’। उत्तर प्रदेश में गांवों में बेसिक शिक्षा के स्कूल बच्चों की नींव हैं। स्कूल मर्जर पर उठाए सवाल अतुल प्रधान ने इस दौरान यूपी में स्कूल मर्जर को लेकर सवाल उठाए और कहा कि सरकारी स्कूलों को बंद करने का नियम किसने बनाया है। 2019 में पहले बंद करने का काम किया। आखिर सरकारी स्कूलों में कौन पढ़ता है। यहां गरीब-मजदूर छोटा-मोटा व्यापार करने व्यापार करने वालो के बच्चे पढ़ते हैं। A फॉर अखिलेश व D फॉर डिम्पल के लगे पोस्टर मानसून सत्र के पहले दिन पोस्टर वार देखने को मिला। सपा की पीडीए पाठशाला पर भाजपा हमलावर हुई। भाजपा एमएलसी व प्रदेश महामंत्री सुभाष यदुवंश ने भाजपा मुख्यालय के बाहर समाजवादी पार्टी के दफ्तर के बाहर पोस्टर लगाया। इसमें पीडीए पाठशाला में A फॉर अखिलेश व D फॉर डिम्पल पढ़ाने पर माफी मांगने को कहा। पोस्टर में लिखा सपा के पीडीए पाठशाला का काला सच।

यूपी विधानसभा में CM योगी का बयान: सपा की करतूतों से हर कोई वाकिफ

लखनऊ  उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर करारा प्रहार किया. सदन में बोलते हुए उन्होंने कहा, "सपा और लोकतंत्र एक ही नदी के दो अलग-अलग छोर हैं. इन्हें लोकतंत्र पर भरोसा कब से हो गया? लोकतंत्र की बात करना इन्हें शोभा नहीं देता. संभल में इन्होंने क्या किया, ये सबको पता है. संभल हो, बहराइच हो या गोरखपुर, सपा की करतूतों से सब वाकिफ हैं. इन्होंने अपने कार्यकाल में कुछ नहीं किया. अगर एनडीए सरकार विकास करना चाहती है, तो आपको (समाजवादी पार्टी) बुरा लग रहा है… हम पूरे प्रदेश के व्यापारियों को साथ लेकर काम कर रहे हैं." मुख्यमंत्री योगी ने आगे कहा कि सपा शासनकाल में व्यापारियों पर गुंडा टैक्स लगाया जाता था. इसी वजह से व्यापारी आपसे नाराज़ हैं और समाजवादी पार्टी को इसका खामियाजा बार-बार भुगतना पड़ रहा है. व्यापारियों के विकास के लिए कदम उठाने के बजाय इन्होंने (समाजवादी पार्टी ने) उनके रास्ते में रोड़े ही अटकाए हैं. समाजवादी पार्टी से ये उम्मीद नहीं की जा सकती कि वो सुरक्षा की बात करेगी और अच्छे विकास का समर्थन करेगी." वहीं, मानसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले मुख्यमंत्री ने कहा था- "इस मानसून सत्र के दौरान बाढ़, जलभराव से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी. स्वास्थ्य, शिक्षा और इन सभी मुद्दों पर सरकार ने पिछले 8.5 वर्षों में जो कुछ भी किया है, उस पर भी चर्चा होगी. विकसित भारत और विकसित उत्तर प्रदेश के विजन को लेकर 13-14 अगस्त को 24 घंटे की चर्चा होगी. चर्चा के बाद, हम सदन में एक विस्तृत कार्ययोजना की भी घोषणा करेंगे कि कैसे सरकार नीति आयोग के मार्गदर्शन में विशेषज्ञों की मदद से इस विजन डॉक्यूमेंट में आम जनता के साथ-साथ हर वर्ग के नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करेगी और उस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए, सरकार अगले 25 वर्षों की कार्ययोजना के साथ अपना विजन सदन के पटल पर रखेगी." सपा ने किया प्रदर्शन  वहीं, विधानसभा सत्र की शुरुआत के साथ ही विपक्ष ने जमकर प्रदर्शन किया. सपा विधायकों ने विधानसभा के गेट पर खड़े होकर नारेबाजी की. उन्होंने बैनर-पोस्टर आदि के जरिए सरकार पर हमला बोला. इस बीच प्रश्नकाल में विपक्ष के हंगामे के चलते स्पीकर सतीश महाना ने 15 मिनट के लिए हाउस को स्थगित कर दिया.   दरअसल, सदन शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने खुद गोरखपुर में व्यापारियों से मिलने के लिए पुलिस द्वारा रोके जाने का मुद्दा उठाया, इसके अलावा बहराइच और संभल में ना जाने को लेकर भी सीएम योगी के सामने सवाल रखा. इसके जवाब में सीएम योगी ने पूरी समाजवादी पार्टी को ही लपेट लिया और उसपर तीखा हमला बोला.  

आज से डबल धमाल: कौन बनेगा करोड़पति सीजन 17, दो-दो अमिताभ बच्चन का जलवा

मुंबई अमिताभ बच्चन एक बार फिर टीवी पर आने वाले हैं। वो 'कौन बनेगा करोड़पति सीजन 17' के साथ सोनी टीवी पर वापसी कर रहे हैं। इसके कई प्रोमो सामने आ चुके हैं। अब एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें दो-दो अमिताभ बच्चन हैं। इसमें दिखाया गया है कि जेनरेशन एक्स हो या फिर जेनरेशन जेड, सभी के लिए उसी पुराने अंदाज में ही शो को होस्ट किया जाएगा, क्योंकि संस्कृति ही इस शो की पहचान है। 'कौन बनेगा करोड़पति 17' आज यानी 11 अगस्त 2025 से रात 9 बजे सोनी टीवी पर शुरू हो रहा है। सोमवार को शो का पहला एपिसोड दिखाया जाएगा। इससे पहले मेकर्स ने एक प्रोमो शेयर किया है, जोकि बहुत मजेदार है। 'कौन बनेगा करोड़पति 17' का नया प्रोमो इसमें दो अमिताभ बच्चन हैं। एक रिहर्सल कर रहा है तो दूसरा उसका मजाक उड़ा रहा है। दूसरे का कहना है कि अब जमाना बदल गया है तो उसी हिसाब से शो में भी बदलाव करना चाहिए। लेकिन पुराने वाले बिग बी ने कहा कि यही भाषा-बोली और संस्कृति उनके शो की पहचान है। 'क्या आप तैयार हैं?' प्रोमो को शेयर करते हुए लिखा गया है, 'जेन एक्स से शुरू हुआ ये आइकॉनिक शो आज जेन जेड तक पहुंच गया है। क्या आप तैयार है?' फैंस लुटा रहे हैं प्यार 82 साल के अमिताभ बच्चन पर फैंस खूब प्यार लुटा रहे हैं। एक ने कहा, 'बहुत सुंदर सर।' दूसरे ने बोला, 'लव यू अमिताभ बच्चन सर।' एक और ने कॉमेंट किया, 'प्रोमो बहुत ही मजेदार है।'

शेयर बाजार में बड़ा रिवर्सल, सेंसेक्स 746 अंक ऊपर गया

मुंबई  शेयर बाजार (Stock Market) में लंबे समय बाद सोमवार को रौनक लौटी और सेंसेक्स-निफ्टी जबर्दस्त तेजी के साथ बंद हुए. ट्रंप टैरिफ और India-US Trade Tension के बीच बीते छह हफ्तों से शेयर मार्केट में सुस्ती देखने को मिल रही थी. इस गिरावट पर ब्रेक लगाते हुए BSE Sensex सप्ताह के पहले कारोबारी दिन 746 अंकों की उछाल के साथ क्लोज हुआ, जबकि NSE Nifty 221 अंक की तेजी लेकर बंद हुआ. इस बीच टाटा मोटर्स से लेकर मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस तक के शेयरों ने अपना दम दिखाया और बाजार को सपोर्ट किया.   आखिरी घंटे में तूफानी तेजी शेयर मार्केट (Share Market) में सोमवार को ग्रीन जोन में कारोबार की शुरुआत हुई और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों का सेंसेक्स अपने पिछले बंद 79,857.79 की तुलना में मामूली तेजी लेकर 79,885.36 के लेवल पर ओपन हुआ और कभी सुस्ती, तो कभी तेजी के साथ ट्रेड करता दिखा, लेकिन मार्केट में आखिरी कारोबारी घंटे में ये तूफानी तेजी के साथ भागते हुए 80,636.05 के लेवल तक पहुंच गया. बाजार बंद होने पर सेंसेक्स 746.29 अंकों की बढ़त लेकर 80,604.08 पर बंद हुआ.  सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 भी अपने पिछले बंद 24,363 की तुलना में मामूली बढ़त लेकर 24,371.50 पर खुला और फिर तेज रफ्तार से भागते हुए 24,600 तक पहुंचा. हालांकि, क्लोजिंग की बात करें, तो Nifty 221.75 अंकों की तेजी लेकर 24,585.05 पर क्लोज हुआ.  इन 10 बड़े शेयरों से बाजार को बल सोमवार को बाजार को सपोर्ट करने में बीएसई की लार्जकैप कंपनियों का बड़ा रोल रहा, इसमें शामिल जिन शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली, उनमें सबसे आगे टाटा ग्रुप की कंपनी Tata Motors Share (3.24%), Eternal Share (2.84%), Trent Share (2.49%), SBI Share (2.45%), LT Share (1.70%), SunPharma Share (1.63%), Reliance Share (1.28%), Kotak Bank Share (1.33%), Adani Ports Share (1.25%) और HDFC Bank Share (1.21%) की तेजी लेकर बंद हुए.  मिडकैप और स्मॉलकैप का ये हाल बाजार में तेजी के बीच बीएसई का मिडकैप 350 अंकों की बढ़त में रहा और इसमें शामिल Paytm Share (5.65%), PolicyBazar Share (5.06%), Ashok Leyland Share (3.94%) और Indian Bank Share (3.45%) चढ़कर क्लोज हुआ. वहीं दूसरी ओर स्मॉल कैप 179 अंकों की तेजी में रहा, जिसमें शामिल Yatra Share (20%), TGVSL Share (15.50%), Dee Dev Share (13.97%) और Doms Share (9.65%) की बढ़त में रहा.   

टॉम क्रूज की बेटी सूरी की लेटेस्ट तस्वीरें वायरल, मां केटी संग दिखीं बेहद ग्लैमरस

लॉस एंजिल्स हॉलीवुड सुपरस्‍टार टॉम क्रूज जहां इन दिनों उम्र में 26 साल छोटी खूबसूरत एक्‍ट्रेस एना डे अर्मास संग डेटिंग को लेकर चर्चाओं में हैं, वहीं सोशल मीडिया पर उनकी बेटी सूरी की नई तस्‍वीरें जंगल में आग की तरह वायरल हो रही हैं। सूरी 19 साल की हैं। वह टॉम क्रूज और केटी होम्स की बेटी हैं। सूरी को हाल ही अपनी मां के साथ 'हैप्‍पी आवर्स' के सेट पर नजर आई हैं। यह भी कम दिलचस्‍प नहीं है कि इस फिल्‍म में केटी के साथ जोशुआ जैक्सन हैं, जिन्‍हें वह 1998-1999 के बीच एक साल डेट कर चुकी हैं। 'डॉसन क्रीक' में अपनी भूमिकाओं के लिए मशहूर केटी होम्स और जोशुआ जैक्सन की 'हैप्पी आवर्स' एक नई फ्रेंचाइज है, जो तीन पार्ट में बन रही है। न्‍यूयॉर्क में इन दिनों इस सीरीज की शूटिंग चल रही है, जहां टॉम और केटी की बेटी सूरी होम्स भी गुरुवार को सेट नजर आईं। सूरी की तस्‍वीरें जैसे ही सामने आईं, 19 साल की इस लाडली पर फैंस दिल हारने लगे। मां-बेटी की प्‍यारी जोड़ी देख फैंस हुए निहाल सूरी होम्‍स की सोशल मीडिया पर बचपन के दिनों से ही तगड़ी फैन फॉलोइंग रही है। लिहाजा उनकी यह नई तस्‍वीरें माइक्रो ब्‍लॉगिंग वेबसाइट X पर फैन पेजों द्वारा खूब शेयर की जा रही हैं। 'रेडिट' पर भी सूरी की तस्‍वीरों पर खूब चर्चा चल रही है। इनमें वह मां केटी होम्‍स के साथ बहुत खुश नजर आ रही हैं। केटी और जोशुआ के वीडियो ने भी मचाई खलबली इससे पहले सेट से केटी और जोशुआ का एक वीडियो भी सामने आया था। वह जोशुआ के कंधे पर अपनी बाहें डाली हुई थीं और जोशुआ उन्हें जमीन से उठा रहे थे। अब सेट पर सूरी को देख फैंस भी काफी खुश हैं। तस्‍वीरों में सूरी ने सफेद टॉप और बैगी ट्राउजर पहन रखा है। एक यूजर ने लिखा- हे भगवान, सूरी कितनी खूबसूरत हैं! इन तस्वीरों पर कॉमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा है, 'ऐसा लगता है कि मां-बेटी सेट पर बहुत मस्‍ती कर रही हैं। हे भगवान, सूरी कितनी खूबसूरत हैं!' एक फैन ने केटी और जोशुआ को फिर से साथ देखकर भी खुशी जाहिर की है और लिखा है, 'क्‍या मैं अकेला हूं, जो चाहता है कि ये दोनों फिर से एक-दूसरे को डेट करें?' टॉम क्रूज की तीसरी बीवी बनी थीं केटी होम्‍स, छह साल बाद हुआ था तलाक जानकारी के लिए बता दें कि मिमी रॉजर्स और निकोल किडमैन से तलाक के बाद टॉम क्रूज ने साल 2006 में केटी होम्‍स से शादी की थी। उसी साल बेटी सूरी का भी जन्‍म हुआ। हालांकि, इसके छह साल बाद ही यह रिश्‍ता टूट गया। जून 2012 में केटी ने तलाक के लिए अर्जी दायर की और टॉम ने अलग होने का फैसला किया। अगस्त 2012 में दोनों के तलाक पर मुहर लग गई।

बस्तर दशहरा की तैयारी तेज, भूमिगत बिजली लाइन से रथ परिक्रमा मार्ग होगा जगमग

जगदलपुर बस्तर के विश्व प्रसिद्ध दशहरा पर्व में अब रथ परिक्रमा मार्ग अंधेरे में नहीं, बल्कि रोशनी से जगमगाएगा. 07 करोड़ 16 लाख रुपये की लागत से भूमिगत विद्युत लाइन बिछाने के बहुप्रतीक्षित कार्य का आज टाऊन हॉल स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी सभागार में भूमिपूजन किया गया. इस कार्य के तहत सिरहासार चौक से लालबाग आमागुड़ा चौक तक भूमिगत केबल डाली जाएगी, जिससे दशहरा के दौरान रथ परिक्रमा मार्ग पर बिजली कटने की समस्या हमेशा के लिए खत्म होगी. रथ परिक्रमा के ऐतिहासिक मार्ग दंतेश्वरी मंदिर, सिरहासार चौक, गोलबाजार, टेकरी हनुमान मंदिर, बाहर-भीतर रैनी, स्टेट बैंक चौक, सिटी कोतवाली, लालबाग और कुम्हड़ाकोट अब निरंतर बिजली सप्लाई के साथ रथ के भव्य संचालन के साक्षी बनेंगे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक किरण देव ने बताया कि यह बस्तरवासियों की वर्षों पुरानी मांग थी, जिसे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वीकार कर स्वीकृति प्रदान की. उन्होंने विभाग को समय सीमा में काम पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि इस वर्ष के दशहरा पर्व में ही लोग बिना रुकावट रोशनी का आनंद ले सकें. महापौर संजय पांडे ने इसे जगदलपुर के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम बताया और कहा कि इस परियोजना से न केवल दशहरा की गरिमा बढ़ेगी, बल्कि शहर की आधारभूत सुविधाओं में भी स्थायी सुधार होगा. भूमिपूजन कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, निगम अधिकारियों और स्थानीय नागरिकों की उपस्थिति ने इस पल को और खास बना दिया. बस्तर दशहरा की सांस्कृतिक भव्यता में यह परियोजना अब नई रोशनी और नई ऊर्जा का संचार करेगी.

छत्तीसगढ़ में फीका रहा विश्व आदिवासी दिवस, पूर्व मंत्री बोले – राजनीति में दब गया उत्सव

 सरगुजा विश्व आदिवासी दिवस को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज हो गई है. पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने भाजपा सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस लेकर कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों ने स्वयं को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजन से किनारा किया. छत्तीसगढ़ में आदवासी मुख्यमंत्री रहते हुए यहां कोई बड़ा आयोजन नहीं किया गया. अमरजीत भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक आदिवासी बाहुल्य राज्य है और इस राज्य का मुखिया या कहें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय स्वयं आदिवासी समाज से आते हैं. ऐसे में सरकार के मंत्री और जिला प्रशासन द्वारा इस आयोजन से किनारा करते दूरी बनाए रखने से आदिवासी समाज में काफी नाराजगी है, जिसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस राजनीति की भेंट चढ़ गया, जिसके कारण ना किसी का सम्मान हुआ ना ही प्रदेश में कोई बड़ा आयोजन हुआ. ऐसे में अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर ऐसा क्यों हुआ. इन तमाम बातों को लेकर अमरजीत भगत ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर ना तो मुख्यमंत्री कोई कार्यक्रम में गए ना उनका मंत्रीमंडल का कोई मंत्री गया. छत्तीसगढ़ आदिवासियों की उपेक्षा हुई है.

औषधि वाटिका विकास के लिए एम.पी. ट्रांसको में पौधारोपण

भोपाल मध्यप्रदेश शासन के बिजली कंपनियों में चल रहे पौधारोपण अभियान के अंतर्गत, मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) के नयागांव परिसर में औषधीय पौधारोपण किया गया। पहले चरण में मुख्य वित्तीय अधिकारी मुकुल मेहरोत्रा सहित विभिन्न अधिकारियों ने त्रिफला चूर्ण निर्माण में प्रयुक्त आंवला, बहेड़ा और हरड़ जैसे औषधीय पौधे रोपे। इस अवसर पर सभी अधिकारियों ने पौधों की नियमित देखभाल और संरक्षण की शपथ ली। मुख्य अभियंता राजेश द्विवेदी ने बताया कि आगामी चरणों में अन्य औषधीय प्रजातियों का भी रोपण किया जाएगा। ऊर्जा विभाग द्वारा दिए गए पौधारोपण लक्ष्य की पूर्ति के लिए, जबलपुर मुख्यालय सहित प्रदेश भर में एम.पी. ट्रांसको के सभी कार्यालयों, सबस्टेशनों और ट्रांसमिशन लाइन मेंटेनेंस मुख्यालयों में चरणबद्ध तरीके से यह अभियान संचालित होगा। पौधारोपण कार्यक्रम में प्रबंध संचालक सुनील तिवारी, मुख्य अभियंता संदीप गायकवाड़ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।  

MP में निर्यात ने तोड़ा रिकॉर्ड, 6% बढ़कर पहुंचा 66,218 करोड़ – जानें किन देशों में सबसे ज्यादा

भोपाल  मध्य प्रदेश ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में निर्यात के क्षेत्र में नई उपलब्धि हासिल की है। फेडेरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (FIEO) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, राज्य का कुल निर्यात 6 प्रतिशत बढ़कर 66,218 करोड़ रुपये हो गया। यह अब तक का सबसे अधिक है। निर्यात में यह वृद्धि मुख्यतः फार्मास्यूटिकल, इंजीनियरिंग गुड्स और सोया आधारित उत्पादों के कारण हुई है।  रिपोर्ट के अनुसार, मर्केंडाइज एक्सपोर्ट में 66,218 करोड़ रुपये का योगदान रहा, जबकि स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ) से आईटी कंपनियों ने 4,038 करोड़ रुपये का निर्यात किया। आर्थिक विकास और निर्यात बढ़ोतरी की बदौलत राष्ट्रीय रैंकिंग में मध्य प्रदेश 15वें से 11वें स्थान पर पहुंच गया है। फार्मास्यूटिकल निर्यात सबसे ज्यादा पिछले वर्ष तक राज्य के शीर्ष निर्यात सेक्टर में फार्मास्यूटिकल, एनिमल फीड, मशीनरी, एल्युमिनियम और टेक्सटाइल शामिल थे। इस साल फार्मास्यूटिकल का निर्यात 11,968 करोड़, एनिमल फीड 6,062 करोड़, एल्युमिनियम 4,795 करोड़ और मशीनरी 5,497 करोड़ रुपये रहा। अमेरिका, बांग्लादेश, फ्रांस, यूएई और नीदरलैंड प्रमुख निर्यात बाजार रहे।  र‍िपोर्ट के अनुसार फार्मास्यूटिकल, इंजीनियरिंग गुड्स और सोया आधारित कृषि उत्पाद म‍िलाकर मध्यप्रदेश ने विश्व बाजार के प्रत‍िमानों के अनुसार न‍िर्यात रैंकिंग में बढ़ोतरी की है. न‍िवेश म‍ित्र औद्योगिक व‍िकास की नीत‍ियां, औद्योगिकरण का बढ़ता आधार मध्यप्रदेश का निर्यात बढ़ने का प्रमुख कारण है. इसके अलावा न‍िर्यात को प्रोत्साह‍ित करने वाली अधोसंरचना में बढ़ोतरी होना और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों का मध्यप्रदेश की ओर आकर्षित होने को भी प्रमुख है. पिछले साल तक फार्मास्यूटिकल, एनिमल फीड, मशीनरी, एल्यूमिनियम और टेक्सटाइल पांच ऐसे न‍िर्यात सेक्टर थे. जो प्रथम पांच न‍िर्यातकों में शाम‍िल थे. मुख्य रूप से बांग्लादेश, फ्रांस, यूएई और नीदरलैंड में मध्यप्रदेश को न‍िर्यात का बड़ा मार्केट म‍िला है. फार्मास्यूटिकल और मशीनरी के निर्यात में मध्यप्रदेश के लिए सबसे बड़ा मार्केट यूएस है. पीथमपुर के कारण धार जिला सबसे आगे जिला स्तर पर पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के कारण धार 17,830 करोड़ रुपये के निर्यात के साथ सबसे आगे रहा, जबकि इंदौर ने 13,500 करोड़ रुपये और उज्जैन ने 2,288 करोड़ रुपये का निर्यात किया। पिछले छह वर्षों से राज्य का निर्यात लगातार बढ़ा है। 2019-20 में 37,692 करोड़ से बढ़कर 2024-25 में 66,218 करोड़ रुपये तक पहुंचा। सरकार की निवेश मित्र नीतियों, औद्योगिक आधार के विस्तार, निर्यात प्रोत्साहन अधोसंरचना और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मजबूत संबंधों को इस उपलब्धि का मुख्य कारण माना जा रहा है। FIEO की है रिपोर्ट फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (FIEO) ने एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश से 62,180 करोड़ रुपए का माल निर्यात हुआ। इसके अलावा, IT कंपनियों ने भी निर्यात में योगदान दिया है। ये कंपनियां विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) में काम करती हैं। इनका योगदान 4,038 करोड़ रुपये रहा। वैश्विक बाजार में मजबूत हो रही स्थिति रिपोर्ट में बताया गया है कि मध्य प्रदेश ने फॉर्मा, इंजीनियरिंग और सोया उत्पादों के कारण वैश्विक बाजार में अपनी स्थिति मजबूत की है। राज्य सरकार की नीतियों और बेहतर बुनियादी ढांचे ने भी इसमें मदद की है। इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय बाजारों ने भी मध्य प्रदेश में रुचि दिखाई है। पिछले साल मध्य प्रदेश से सबसे ज्यादा निर्यात फॉर्मा, पशु आहार, मशीनरी, एल्यूमीनियम और टेक्सटाइल का हुआ था। बांग्लादेश, फ्रांस, UAE और नीदरलैंड प्रमुख बाजार थे। संयुक्त राज्य अमेरिका फार्मा और मशीनरी के लिए सबसे बड़ा बाजार बना हुआ है। सबसे अधिक फॉर्मा सेक्टर में निर्यात 2024-25 में मध्य प्रदेश ने 11,968 करोड़ रुपए की फार्मास्युटिकल्स, 6,062 करोड़ रुपए का पशु आहार, 4,795 करोड़ रुपए का एल्यूमीनियम, 4,656 करोड़ रुपए का टेक्सटाइल और 5,497 करोड़ रुपए की मशीनरी का निर्यात किया। धार रहा पहले नंबर पर धार जिला निर्यात में पहले स्थान पर रहा। यहां से 17,830 करोड़ रुपए का निर्यात हुआ। इसके बाद इंदौर का नंबर आता है। इंदौर से 13,500 करोड़ रुपए का निर्यात हुआ। इंदौर फॉर्मा, ऑटोमेशन और फूड प्रोसेसिंग पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उज्जैन ने भी 2,288 करोड़ रुपए के निर्यात के साथ अपना रिकॉर्ड तोड़ा है। यहां से औद्योगिक, कृषि और प्रोसेस्ड फूड उत्पादों का निर्यात होता है। जानिए कब कितना हुआ निर्यात मध्यप्रदेश से वर्ष 2024-25 में 11,968 करोड रुपए के फार्मास्यूटिकल्स, 6062 रुपए के एनिमल फीड, 4795 करोड रुपए के एल्युमिनियम, 4656 रुपए का न‍िर्यात और 5497 रुपए की मशीनरी का निर्यात हुआ. प‍िछले छह वर्षों से मध्यप्रदेश का न‍िर्यात लगातार बढ़ रहा है. वर्ष 2019-20 में 37,692 करोड रुपए, 2020-21 में 47,959 करोड रुपए, 2021-22 में 58,407 करोड रुपए, 2022-23 में 65,878 करोड रुपए, 2023-24 में 65,255 करोड़ रुपए और 2024-25 में 66,218 करोड रुपए का निर्यात मध्यप्रदेश से हुआ. इसमें स्पेशल इकोनामिक जोन से हुए निर्यात के आंकड़े भी शामिल है. धार जिला निर्यात में प्रथम है. यहां से 17,830 करोड रुपए का निर्यात हुआ, जबकि इंदौर से 13,500 करोड रुपए का निर्यात हुआ. यहां से फार्मास्यूटिकल, ऑटोमेटिक और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर से निर्यात हुआ. उज्जैन ने भी अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ते हुए 2,288 करोड रुपए का निर्यात किया, जिसमें इंडस्ट्रियल, कृष‍ि आधार‍ित उत्पाद और खाद्य प्रसंस्करण उत्पाद शामिल हैंय राज्य सरकार द्वारा औद्योगिक विकास पर फोकस रखते हुए और व्यापारिक संबंधों को मजबूत बनाने से यह उपलब्धि हासिल हुई है. इससे न सिर्फ राज्य की आर्थिक आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद मिली है बल्कि देश के कुल निर्यात में भी मध्यप्रदेश का योगदान बढ़ा है.  प‍िछले छह वर्षों से मध्यप्रदेश का निर्यात     2019-20: 37,692 करोड़ रुपए     2020-21: 47,959 करोड़ रुपए     2021-22: 58,407 करोड़ रुपए     2022-23: 65,878 करोड़ रुपए     2023-24: 65,255 करोड़ रुपए     2024-25: 66,218 करोड़ रुपए स्पेशल इकोनामिक जोन से हुए निर्यात के आंकड़े     धार- 17,830 करोड़ रुपए का निर्यात हुआ।     इंदौर- 13,500 करोड़ रुपए का निर्यात हुआ। यहां से फार्मास्यूटिकल, ऑटोमेटिक और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर से निर्यात हुआ।     उज्जैन- 2,288 करोड़ रुपए का निर्यात हुआ। इसमें इंडस्ट्रियल, कृष‍ि आधार‍ित उत्पाद और खाद्य प्रसंस्करण उत्पाद शामिल हैं।