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WhatsApp स्टेटस में बड़ा बदलाव: क्रिएटिव कोलाज से लेकर म्यूजिक स्टीकर तक सब कुछ

नई दिल्ली भारत समेत दुनिया भर में करोड़ों लोग WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं. मेटा समय-समय पर इस इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप में नए फीचर्स लाता रहता है ताकि यूजर का अनुभव और बेहतर हो सके. अब कंपनी ने WhatsApp के स्टेटस सेक्शन में कुछ नए धमाकेदार फीचर्स जोड़े हैं, जिनसे स्टेटस लगाना पहले से ज्यादा मजेदार हो गया है. लेआउट फीचर नए अपडेट में WhatsApp ने लेआउट फीचर पेश किया है. इसकी मदद से आप सीधे ऐप में ही फोटो का कोलाज बना सकते हैं. यानी अब किसी थर्ड पार्टी ऐप की जरूरत नहीं होगी. अपनी खास ट्रिप, पार्टी या रोजमर्रा की तस्वीरों को इंस्टाग्राम स्टाइल में यहीं से बनाकर शेयर किया जा सकता है. म्यूजिक स्टीकर पहले WhatsApp स्टेटस में म्यूजिक ऐड करने का ऑप्शन आया था, लेकिन अब कंपनी ने इसमें म्यूजिक स्टीकर भी जोड़ दिया है. इससे आप अपनी फोटो में म्यूजिक का एक छोटा स्पीकर आइकन डाल सकते हैं, जो आपके स्टेटस को नया और आकर्षक लुक देगा. फोटो स्टीकर यह फीचर इंस्टाग्राम जैसा है, जिसमें आप अपनी किसी भी फोटो को कस्टम स्टीकर में बदल सकते हैं. फोटो को क्रॉप, रिसाइज या शेप बदलकर सीधे स्टेटस में जोड़ा जा सकता है. ऐड योर फीचर अब WhatsApp पर “ऐड योर” फीचर भी आ गया है, जो पहले फेसबुक और इंस्टाग्राम पर मौजूद था. इसके जरिए आप किसी कैप्शन जैसे “बेस्ट कॉफी मोमेंट” के साथ अपनी फोटो शेयर कर सकते हैं, और आपके दोस्त भी उसी कैप्शन पर अपनी फोटो या वीडियो डालकर रिप्लाई कर सकते हैं. इन नए फीचर्स से WhatsApp स्टेटस पहले से ज्यादा क्रिएटिव और इंटरैक्टिव हो गया है. अब स्टेटस लगाना सिर्फ फोटो या वीडियो तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसमें मस्ती और पर्सनल टच भी जुड़ जाएगा.

ऑपरेशनल वंदे भारत ट्रेनें हुईं 144, भारत का रेल यातायात बना और प्रभावशाली

नई दिल्ली भारतीय रेलवे लगातार अपने नेटवर्क में तेज गति वाली आधुनिक ट्रेनों को जोड़ रहा है और इस कारण देश में ऑपरेशनल वंदे भारत ट्रेनों की संख्या बढ़कर 144 हो गई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार का ध्यान देश के रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने पर है। वंदे भारत सेमी हाई-स्पीड ट्रेनें हैं जिन्हें भारतीय रेलवे द्वारा यात्रियों को तेज, सुरक्षित और अधिक आरामदायक यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए डिजाइन और विकसित किया गया है। इन ट्रेनों में तेज एक्सीलरेशन, कवच सिस्टम, पूरी तरह से सीलबंद गैंगवे, ऑटोमेटिक डोर और आरामदायक सीटों की सुविधाएं हैं। ट्रेन में उपलब्ध सुविधाओं में हॉट केस वाली मिनी पैंट्री, बॉटल कूलर, डीप फ्रीजर और गर्म पानी के बॉयलर शामिल हैं। यात्रियों को रिक्लाइनिंग एर्गोनॉमिक सीटें, एग्जीक्यूटिव क्लास में घूमने वाली सीटें, हर सीट पर मोबाइल चार्जिंग सॉकेट, दिव्यांगजन यात्रियों के लिए विशेष शौचालय और बेहतर सुरक्षा के लिए सीसीटीवी निगरानी की सुविधा भी मिलती है। रेल मंत्री ने कहा कि इन सेवाओं का उद्देश्य यात्रा को सुरक्षित और किफायती रखते हुए उच्च मांग वाले मार्गों पर भीड़भाड़ को कम करना है। उन्होंने आगे कहा कि ये ट्रेनें यात्रियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। 2024-25 में, लगभग 3 करोड़ यात्रियों ने वंदे भारत एक्सप्रेस का इस्तेमाल किया, जबकि अप्रैल और जून 2025 के बीच 93 लाख लोगों ने इस ट्रेन से यात्रा की है। वंदे भारत सेवाओं का तेजी से विस्तार भारत में यात्री यात्रा को बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश के कुछ सबसे व्यस्त रेल मार्गों पर गति, आराम और सुरक्षा का संयोजन प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बेंगलुरु और कर्नाटक के बेलगावी के बीच वंदे भारत ट्रेन सेवा का उद्घाटन किया। उन्होंने ट्रेन में सवार होकर यात्रा के दौरान छात्रों और बच्चों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने से पहले कर्मचारियों का अभिवादन किया। उन्होंने दो अन्य वंदे भारत रूटों का भी शुभारंभ किया , जिसमें अमृतसर – श्री माता वैष्णो देवी कटरा के बीच नई वंदे भारत, और नागपुर (अजनी) और पुणे के बीच वंदे भारत शामिल हैं।

ग्वालियर में ज्योतिष ‘ओपीडी’ की शुरुआत, संस्कृत महाविद्यालय बना केंद्र

ग्वालियर अगर आपकी कुंडली में मंगल उग्र है, राहु-केतु नींद खराब कर रहे हैं, विवाह टलता जा रहा है या करियर की दिशा धुंधली लग रही है, तो सीधे जाएं ओपीडी! पर ये कोई अस्पताल नहीं, बल्कि संस्कृत महाविद्यालय की ज्योतिष ओपीडी है, जहां इलाज नहीं ज्योतिषीय परामर्श मिलेगा वो भी विशेषज्ञ आचार्यों से। संस्कृत की प्राचीन परंपराओं को जनसामान्य से जोड़ने के लिए शासकीय संस्कृति महाविद्यालय सत्र 2025-26 से अनूठी पहल करने जा रहा है। जहां अस्पताल की ओपीडी की तर्ज पर ज्योतिष परामर्श ओपीडी संचालित की जाएगी। इसमें लोग अपनी जीवन से जुड़ी समस्याओं का समाधान संस्कृत के आचार्यों से पा सकेंगे। यह ओपीडी हर सप्ताह सोमवार और शुक्रवार को संचालित होगी। ज्योतिषीय मार्गदर्शन होगा सरल इस नवाचार के तहत महाविद्यालय के 12 आचार्य ओपीडी की तर्ज पर कक्ष में बैठेंगे, जहां लोग सीधे उनसे मुलाकात कर अपनी जिज्ञासाएं और समस्याएं साझा कर सकेंगे। परामर्श के लिए न्यूनतम शुल्क लिया जाएगा, जिससे यह सेवा आम जनता के लिए सुलभ बनी रहे।   संस्कृत ज्ञान को आधुनिक संदर्भ से जोड़ने की पहल संस्कृत महाविद्यालय की यह पहल न केवल लोगों को ज्योतिषीय समाधान प्रदान करेगी, बल्कि विद्यार्थियों और जनसामान्य के बीच संस्कृत भाषा, संस्कृति और शास्त्रों के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगी। महाविद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि यह अपनी तरह की पहली पहल है, जिसमें शास्त्रीय ज्ञान को आधुनिक परामर्श प्रणाली से जोड़ा गया है। छात्रों को मिलेगा व्यावहारिक अनुभव यह परामर्श सेवा एक तरफ जहां जनता को लाभ पहुंचाएगी, वहीं संस्कृत के विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष परामर्श प्रक्रिया का अनुभव भी मिलेगा। इससे उनके अध्ययन को व्यवहारिक धरातल पर लाने में मदद मिलेगी।

जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर ने फेल विद्यार्थियों के लिए शुरू की आंसरशीट देखने की प्रक्रिया

ग्वालियर जीवाजी विश्वविद्यालय (जेयू) ने परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट विद्यार्थियों के लिए उत्तरपुस्तिका अवलोकन का शेड्यूल जारी कर दिया है। अधिसूचना के अनुसार, वे छात्र जो अपने परिणामों को लेकर असंतुष्ट हैं या संदेह रखते हैं, निर्धारित तिथियों और समय में अपनी उत्तरपुस्तिकाएं देख सकते हैं। यह सुविधा विशेष रूप से फेल घोषित विद्यार्थियों के लिए रखी गई है, ताकि वे मूल्यांकन प्रक्रिया को समझ सकें और अपनी संतुष्टि के लिए अंकन की जांच कर सकें। विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया है कि उत्तरपुस्तिका अवलोकन का समय प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगा। छात्र संबंधित विषय और तिथि के अनुसार विश्वविद्यालय परिसर में आकर यह प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे।   अवलोकन कार्यक्रम के तहत     11 अगस्त : बी.ए. प्रथम सेमेस्टर (मार्च 2025)     12 अगस्त : बी.एड. चतुर्थ सेमेस्टर (जून 2025)     13 अगस्त : एम.एससी. द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर (जून 2025)     14 अगस्त : बी.एड., एम.एड. प्रथम सेमेस्टर (जून 2025)     18 अगस्त : एल.एल.बी. द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर (जून 2025)     19 अगस्त : एम.बी.ए. द्वितीय सेमेस्टर (जून 2025) जेयू प्रशासन का कहना है कि इस पहल का उद्देश्य पारदर्शिता बनाए रखना और छात्रों में परीक्षा प्रक्रिया के प्रति विश्वास कायम करना है। उत्तरपुस्तिका अवलोकन से विद्यार्थियों को यह समझने का अवसर मिलेगा कि उनके उत्तर किस प्रकार से मूल्यांकित किए गए हैं।  

ग्लोइंग स्किन के लिए पुरुष अपनाएं यह आसान 5 मिनट का नुस्खा

नई दिल्ली  अक्सर लोग स्किन केयर (Skin Care) को महिलाओं तक सीमित मानते हैं, लेकिन अब पुरुष भी अपनी त्वचा की देखभाल (Men Skin Routine) में रुचि ले रहे हैं। स्वस्थ और निखरी त्वचा पाने के लिए घंटों खर्च करने की जरूरत नहीं, सिर्फ 5 मिनट का डेली रूटीन काफी है।     स्किन की सफाई– सुबह और रात फेस वॉश का इस्तेमाल करें। अपनी स्किन टाइप (ऑयली, ड्राई या कॉम्बिनेशन) के अनुसार फेस वॉश चुनें। ऑयली स्किन के लिए सैलिसिलिक एसिड और ड्राई स्किन के लिए हाइड्रेटिंग फेस वॉश (एलोवेरा या हाइल्यूरोनिक एसिड) बेहतर हैं।   मॉइस्चराइज़ और सन प्रोटेक्शन– चेहरा धोने के बाद मॉइस्चराइज़र लगाएं। बाहर निकलते समय SPF 30+ सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें ताकि टैनिंग और पिग्मेंटेशन से बच सकें। लिप केयर– होंठों को फटने से बचाने के लिए लिप बाम लगाएं।     शेविंग के दौरान– दाढ़ी बनाते समय शेविंग क्रीम का इस्तेमाल करें ताकि ठंड में स्किन रूखी न हो।     हाइड्रेशन और डाइट– दिन में 7-8 गिलास पानी पिएं और आहार में फल, हरी सब्जियां, नट्स, मछली और नारियल पानी शामिल करें।     नींद और तनाव प्रबंधन– रात में 7-9 घंटे की नींद लें और योग, मेडिटेशन या एक्सरसाइज से तनाव कम करें।     प्रोडक्ट चयन– ऑयली स्किन के लिए ऑयल-फ्री, ड्राई स्किन के लिए हाइड्रेटिंग और सेंसिटिव स्किन के लिए फ्रेगरेंस-फ्री, जेंटल प्रोडक्ट्स अपनाएं।     धूम्रपान से बचें – यह त्वचा को बेजान और झुर्रियों से भर देता है, साथ ही शराब का अधिक सेवन स्किन को डिहाइड्रेट कर सकता है।

निवेशकों में उत्साह, ₹102 प्राइस बैंड IPO का GMP चढ़ा, आज से खुलेगा ऑफर

नई दिल्ली  आप भी इनिशियल पब्लिक आफरिंग यानी आईपीओ में पैसे लगाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए काम की खबर है। अगले सप्ताह कई कंपनी के आईपीओ निवेश के लिए ओपन हो रहे हैं। इनमें से एक रीगल रिसोर्सेस लिमिटेड का इश्यू भी है। कंपनी का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 12 अगस्त को खुलेगा। यह इश्यू गुरुवार, 14 अगस्त को बंद होगा। आईपीओ के लिए प्रति इक्विटी शेयर 96 रुपये से 102 रुपये के बीच कीमत तय की है। हर शेयर का फेस वैल्यू पांच रुपये है। क्या है डिटेल कंपनी के बयान के मुताबिक, निवेशक कम से कम 144 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं और इसके बाद 144 शेयरों के मल्टीपल में बोली लगा सकते हैं। इस आईपीओ में फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल दोनों हैं। इसमें कंपनी के प्रवर्तकों और प्रवर्तक समूह के शेयरहोल्डर 94,12,000 इक्विटी शेयर बेचेंगे। नये शेयर जारी करने से प्राप्त 210 करोड़ रुपये में से 159 करोड़ रुपये तक का इस्तेमाल कंपनी के कुछ कर्ज को चुकाने या उसका आंशिक भुगतान करने के लिए होगा। क्या चल रहा GMP? Investorgain.com के मुताबिक, रीगल रिसोर्सेस आईपीओ ग्रे मार्केट में ₹22 के प्रीमियम पर उपलब्ध है। इसका मतलब है कि कंपनी के शेयरों की 124 रुपये पर लिस्टिंग हो सकती है। यानी पहले ही दिन निवेशकों को 22% तक का मुनाफा हो सकता है। बता दें कि पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मुख्यालय वाली रीगल रिसोर्सेस देश में मक्का आधारित विशेष उत्पादों की सबसे बड़ी विनिर्माताओं में से एक है। वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का परिचालन राजस्व 52.52 प्रतिशत बढ़कर 915.16 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में 600.02 करोड़ रुपये था। आलोच्य वित्त वर्ष में शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक होकर 47.67 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 2023-24 में 22.14 करोड़ रुपये था।  

शाजापुर तिरंगा यात्रा 14 अगस्त को, गांव-गांव जाकर दे रहे लोगों को बुलावा

शाजापुर   शाजापुर में 14 अगस्त को तिरंगा यात्रा को सफल बनाने के लिए करणी सेना परिवार जोर-शोर से तैयारियों में जुटा है। संगठन ने जिले के विभिन्न गांवों में जनसंपर्क कर लोगों से इस यात्रा में शामिल होने की अपील की है। इस तिरंगा यात्रा में करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर भी उपस्थित रहेंगे। यात्रा को ऐतिहासिक बनाने के उद्देश्य से रविवार को नवनियुक्त जिला संयोजक भीम सिंह बना डूंगरगांव और अन्य पदाधिकारियों ने जिले के कई गांवों का दौरा किया। कार्यक्रम में टीम ने उमरिया दया, बांड़ाहेड़ी, जमलाय, टिगरिया, धीनका कुमारिया पाल, सादनखेड़ी, पचावता, दुधाना, ढंगीचा और चंदोनी सहित दर्जनों गांवों में पहुंचकर लोगों को यात्रा में शामिल होने का न्योता दिया।

बड़ी राहत: 30 लाख किसानों को सीधे खाते में ₹3200 करोड़ का मिलेगा लाभ

नई दिल्ली कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana) के तहत 30 लाख किसान लाभार्थियों को 3,200 करोड़ रुपये की फसल बीमा दावा राशि डिजिटल रूप से ट्रांसफर करेंगे। राजस्थान के झुंझुनू में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पीएमएफबीवाई दावा राशि ट्रांसफर की जाएगी। चौहान के अलावा, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी और राज्य के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।   किस राज्य के किसानों को कितनी राशि मिलेगी एक आधिकारिक बयान के अनुसार कुल दावा राशि में 1156 करोड़ रुपये मध्य प्रदेश के किसानों को, 1121 करोड़ रुपये राजस्थान के किसानों को और 150 करोड़ रुपये छत्तीसगढ़ के किसानों को मिलेंगे। साथ ही 773 करोड़ रुपये अन्य राज्यों के किसानों को हस्तांतरित किए जाएंगे। नया सिस्टम लागू हुआ कृषि मंत्री ने कहा कि केंद्र ने किसानों के हित में एक नई सरलीकृत दावा निपटान प्रणाली लागू की है, जिसके तहत राज्य के प्रीमियम अंशदान का इंतजार किए बिना, केवल केंद्रीय सब्सिडी के आधार पर दावों का आनुपातिक भुगतान किया जा सकेगा। उन्होंने बयान में कहा, ''खरीफ 2025 सत्र से, अगर कोई राज्य सरकार अपने सब्सिडी अंशदान में देरी करती है, तो उस पर 12 प्रतिशत का जुर्माना लगाया जाएगा, और इसी तरह अगर बीमा कंपनियां भुगतान में देरी करती हैं, तो उन पर भी 12 प्रतिशत का जुर्माना लगाया जाएगा।'' कब हुई थी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की 2016 में शुरुआत के बाद से इसके तहत 1.83 लाख करोड़ रुपये के दावों का निपटान किया गया है। साथ ही किसानों ने केवल 35,864 करोड़ रुपये का प्रीमियम चुकाया है।

त्योहार के बाद ट्रेनों में लगी मारामारी, रेलवे ने जन्माष्टमी के अवसर पर शुरू की स्पेशल ट्रेन सेवा

ग्वालियर रक्षाबंधन का त्योहार समाप्त होने के साथ ही अब वापस काम पर लौटने के लिए ट्रेनों में आरक्षण की मारामारी मची हुई है। ट्रेनों में भीड़ तो चल ही रही है, साथ ही लोगों को आसानी से आरक्षित टिकट नहीं मिल पा रहे हैं। वहीं आगामी दिनों में जन्माष्टमी के त्योहार को देखते हुए रेलवे द्वारा विशेष ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। विशेष ट्रेनों का संचालन रेलवे द्वारा वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-मथुरा के बीच अनारक्षित स्पेशल ट्रेन 15 से 17 अगस्त तक चलाई जाएगी। यह ट्रेन वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी से दोपहर 2:45 बजे चलकर ग्वालियर शाम 5:23 बजे आएगी। वहीं मुरैना, धौलपुर, आगरा कैंट होते हुए मथुरा जंक्शन शाम 7:30 बजे पहुंचेगी। यह ट्रेन पूरी तरह अनारक्षित (जनरल) श्रेणी की होगी, जिससे बिना आरक्षण के यात्रा करने वाले यात्रियों को सुविधा मिल सकेगी।   यात्रियों की सुविधा के लिए होगी और ट्रेनों की घोषणा रेलवे अधिकारियों का कहना है कि त्योहारों के मौसम में यात्रियों की सुविधा के लिए और भी ट्रेनों की घोषणा की जा सकती है। दरअसल, रक्षाबंधन का त्योहार समाप्त होते ही ट्रेनों में एक बार फिर यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी है। अब लोग अपने-अपने कार्यस्थलों पर लौटने के लिए स्टेशन का रुख कर रहे हैं, लेकिन ट्रेनों में आरक्षित सीटें मिलना बेहद मुश्किल हो गया है। कई प्रमुख ट्रेनों में लंबी वेटिंग चल रही है, जिससे यात्रियों को खासा परेशान होना पड़ रहा है। रक्षाबंधन की भीड़ जैसे ही समाप्त होगी, वैसे ही ग्वालियर से मथुरा के लिए जन्माष्टमी के त्योहार की भीड़ ट्रेनों में शुरू हो जाएगी। स्वतंत्रता दिवस को लेकर भी हाई अलर्ट स्वतंत्रता दिवस से पहले ग्वालियर समेत सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) और शासकीय रेल पुलिस (जीआरपी) अलर्ट मोड में आ गई है। सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में गश्त और निगरानी बढ़ाएं। आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीमों को सक्रिय होकर ट्रेनों और प्लेटफार्म पर संदिग्ध व्यक्तियों, असामाजिक तत्वों और अपराधियों पर निगरानी रखने के साथ ही विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाने को कहा गया है।   इस क्रम में स्टेशनों पर पहले से सक्रिय अपराधियों की सूची तैयार कर उनसे पूछताछ की जा रही है। स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए स्टेशन परिसर, रेलवे ट्रैक, यार्ड, पार्सल ऑफिस, वेटिंग हाल और फुटपाथों पर सादी वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।

आज मुख्यमंत्री डॉ. यादव पर्यावरण से समन्वय पर विशेष संगोष्ठी-सह प्रशिक्षण कार्यशाला में होंगे शामिल

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लोक निर्माण विभाग के ध्येय “लोक निर्माण से लोक कल्याण” को साकार करने की दिशा में 11 अगस्त को भोपाल स्थित रवींद्र भवन में ‘पर्यावरण से समन्वय’ विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी-सह प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ करेंगे। कार्यशाला में अखिल भारतीय संयोजक पर्यावरण संरक्षण गतिविधि श्री गोपाल आर्य, लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह और भास्कराचार्य संस्थान के महानिदेशक श्री टी.पी. सिंह सहित अनेक विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे। कार्यशाला में उद्घाटन-सत्र, मुख्य अतिथियों के संबोधन, तकनीकी सत्र और विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन होगा। इस अवसर पर पर्यावरण-अनुकूल निर्माण तकनीकों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें नवीनतम और टिकाऊ तकनीकों का प्रदर्शन किया जाएगा। यह ऐतिहासिक आयोजन प्रदेश के लगभग 1500 अभियंताओं को एक मंच पर एकत्र करेगा, जिससे वे हरित और टिकाऊ निर्माण के नए आयामों से परिचित होंगे। संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य अभियंताओं को पर्यावरण संरक्षण के प्रति अधिक संवेदनशील बनाना और उनकी तकनीकी दक्षता को बढ़ाना है। इस दौरान भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष उपयोग एवं भू-सूचना विज्ञान संस्थान (BISAG-N), गांधीनगर के विशेषज्ञ पीएम गतिशक्ति योजना के अंतर्गत डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) निर्माण और जीआईएस पोर्टल पर सड़कों व पुलों की भौगोलिक मैपिंग पर विशेष प्रशिक्षण देंगे। इस तकनीकी ज्ञान से विभागीय परियोजनाओं की गुणवत्ता, पारदर्शिता और प्रभावशीलता में और वृद्धि होगी। यह कार्यशाला केवल तकनीकी कौशल विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण को विभागीय योजनाओं के केंद्र में लाने का ठोस प्रयास भी है। इससे प्रदेश में हरित, टिकाऊ और जिम्मेदार बुनियादी ढांचे के निर्माण को नई दिशा मिलेगी और “लोक निर्माण से लोक कल्याण” की परिकल्पना को मजबूती मिलेगी।