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मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा- सरकार प्रवासी उद्यमियों को निवेश के लिये अनुकूल माहौल देगी

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दुबई यात्रा के पहले दिन भारतीय प्रवासी समुदाय, विशेष रूप से इंदौर से जुड़े उद्यमियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इंदौरी इंटरनेशनल बिजनेस नेटवर्क (IIBN) द्वारा एक विशेष आयोजन किया गया जिसमें 25 से अधिक सीईओ उपस्थित रहे और 15 से अधिक प्रमुख उद्यमियों ने मध्यप्रदेश में निवेश की रूचि दिखाते हुए अपने निवेश प्रस्ताव दिए। वर्तमान में IIBN यूएई में 750 से अधिक सदस्यों के साथ एक स्थापित लाइसेंस प्राप्त समुदाय है जिसमें व्यापारी, डॉक्टर, इंजीनियर, बैंकर, शिक्षाविद् सहित विभिन्न क्षेत्रों के प्रोफेशनल शामिल हैं। IIBN के सदस्यों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को निवेश प्रस्तावों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में IIBN की कोर कमेटी के सदस्य श्री अजय कसलीवाल, श्री प्रेम भाटिया, सुश्री अंजू भाटिया, श्री निलेश जैन, श्री मनोज झारिया, श्री नसीर खान और अमित श्रीनिवास ने जानकारी दी कि यूएई में निवासरत इंदौरी प्रवासी निवेश की संभावनाओं को लेकर अत्यंत उत्साहित हैं। उन्हें राज्य सरकार से मिलने वाले मार्गदर्शन और सहयोग को लेकर पूरा विश्वास है। सस्टेनेबल सिटी के लिए 1000 करोड़ निवेश का प्रस्ताव इस अवसर पर दुबई में रहने वाले सीए श्री प्रवीण मेहता ने वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल के लिए निजी क्षेत्र में 100 करोड़ रुपये की लागत से एक परियोजना और शून्य कार्बन उत्सर्जन वाले सस्टेनेबल सिटी के लिए लगभग 1000 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार भी उन वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिए विशेष कार्यक्रम चला रही है, जिनके बच्चे विदेशों में हैं। उन्होंने कहा, “अगर आपके बच्चे बाहर हैं, तो हम आपका परिवार हैं।” मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और संबंधित कलेक्टर इन वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। विदेशी विश्वविद्यालयों के कैंपस का प्रस्ताव कार्यक्रम में दुबई स्थित फ्यूचर वाइज एजुकेशन की सीईओ सुश्री अंजू भाटिया ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत मध्यप्रदेश में विदेशी विश्वविद्यालयों के कैंपस की स्थापना का प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि इससे राज्य के विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय डिग्री अपने ही राज्य में प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। श्री प्रेम भाटिया ने बताया कि वे इंदौर से दुबई आने वाले शुरुआती परिवारों में से एक हैं। आज उनकी बदौलत 400 से अधिक परिवार यूएई में रोजगार प्राप्त कर सफलतापूर्वक कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रवासी भारतीयों के प्रस्तावों की सराहना करते हुए कहा कि सरकार प्रवासी उद्यमियों को राज्य में निवेश के लिये हर संभव सहयोग और अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। 

बच्चे, बुजुर्ग और साधु सभी शामिल, दर्शन के लिए उमड़ा आस्था का सैलाब

बालटाल श्री अमरनाथ जी यात्रा सुचारू रूप से जारी है और 3 जुलाई को शुरू हुई वार्षिक तीर्थयात्रा के बाद से पहले 10 दिनों में 1.98 लाख से ज़्यादा तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा में दर्शन किए हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अकेले रविवार को 18,010 तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा में दर्शन किए। इनमें 12,838 पुरुष, 4,343 महिलाएं, 223 बच्चे, 141 साधु, 8 साध्वी और 2 ट्रांसजेंडर श्रद्धालु शामिल थे। इसके अलावा, 455 सुरक्षाकर्मियों ने भी पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना की। अब तक पवित्र यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या 1,98726 हो गई है। इस वर्ष की 38-दिवसीय यात्रा 9 अगस्त को, श्रावण पूर्णिमा और रक्षा बंधन के साथ, समाप्त होगी।   अधिकारियों ने बताया कि यात्रा बहु-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के तहत संचालित की जा रही है, जिसमें चौबीसों घंटे निगरानी, चिकित्सा सहायता और समर्पित बचाव दल तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित कर रहे हैं। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर संभावित सड़क बंद होने या देरी के दौरान तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए, मीर बाजार और वॉलनट फैक्टी लेवडोरा (काजीगुंड) में प्रमुख पारगमन शिविर स्थापित किए गए हैं। इन शिविरों की संयुक्त क्षमता 5,000 यात्रियों की है, जिनमें मीर बाजार में 2,600 और लेवडोरा में 2,400 बिस्तर हैं, जो आवश्यक आश्रय और सेवाएं प्रदान करते हैं। 

दुर्गम इलाकों में अब ड्रोन से पहुंचेगी दवा, AFMS कर रहा योजना पर मंथन

पुणे सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा (एएफएमएस) की महानिदेशक सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन ने कहा कि एएफएमएस पहाड़ी और दुर्गम इलाकों में रक्त की थैलियों, दवाओं और अन्य चिकित्सा सामग्री पहुंचाने के लिए ड्रोन के इस्तेमाल की संभावना तलाश रहा है। सरीन ने यह भी कहा कि एएफएमएस ने उन सभी चार अंतरिक्ष यात्रियों की स्वास्थ्य जरूरतों का जिम्मा संभाला है जो वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए ' एक्सिओम-4' मिशन का हिस्सा हैं। वाइस एडमिरल सरीन शनिवार को पुणे स्थित सशस्त्र सेना चिकित्सा महाविद्यालय (एफएफएमसी) में पांच मेडिकल कैडेट्स की पासिंग आउट परेड के मौके पर आयोजित समारोह से इतर बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि एएफएमएस स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को मजबूत करने के लिए टेलीमेडिसिन, कृत्रिम मेधा (एआई), और ड्रोन जैसी आधुनिक तकनीकों को जोड़ रहा है। उन्होंने कहा, ''हम रक्त की थैलियों, दवाओं और अन्य चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने पर विचार कर रहे हैं। दरअसल, हम उस दिन की उम्मीद कर रहे हैं जब आपात स्थिति में मरीजों को निकालने (मेडिकल इवैक्यूएशन) का काम भी ड्रोन की मदद से किया जा सकेगा।'' उन्होंने कहा कि यह तकनीक फिलहाल प्रायोगिक परियोजना के तौर उन दूरदराज और पहाड़ी इलाकों में इस्तेमाल करने पर विचार किया जा रहा है, जहां पहुंचना मुश्किल है। उन्होंने कहा, ''ऐसी प्रौद्योगिकी पहले से ही गैर-सैन्य एजेंसियों द्वारा इस्तेमाल की जा रही है।'' एएफएमसी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल पंकज राव ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में रोकथाम से लेकर इलाज तक, हर स्तर पर प्रौद्योगिक प्रगति को अपनाया जा रहा है। 'एक्सिओम-4' मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर गए अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को लेकर वाइस एडमिरल सरीन ने कहा कि एएफएमएस इस मिशन के सभी चार अंतरिक्ष यात्रियों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों की जिम्मेदारी संभाल रहा है।  

श्रद्धालु फंसे जाम में! भोजपुर मंदिर रोड पर बदहाल सड़क ने बढ़ाई मुश्किलें

भोपाल  भोपाल से लगी भोजपुर रोड पर रविवार दोपहर भारी जाम की स्थिति बन गई। बंगरसिया से लेकर भोजपुर मंदिर तक करीब ढाई किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम रहा। इस दौरान श्रद्धालुओं समेत अन्य राहगीरों को करीब ढाई घंटे तक परेशानी झेलनी पड़ी। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पूरे रास्ते में कहीं भी ट्रैफिक पुलिस तैनात नहीं थी। यहां से गुजरने वाले अखिलेश शिवपुरिया ने बताया कि जाम का मुख्य कारण खराब सड़कें, बंगरसिया बाजार में सड़क पर लगे ठेले और दुकानों का अतिक्रमण है। रविवार होने के कारण भोजपुर मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी काफी अधिक थी। दोपहिया और चारपहिया वाहन धीरे-धीरे चलते रहे। कई जगह तो विवाद की स्थिति भी बनी। व्यवस्था संभालने वाला कोई मौजूद नहीं था। सहायक पुलिस आयुक्त यातायात जोन-2 मिलन जैन ने बताया कि जाम पूरी तरह से खुल गया है, करीब एक घंटे से ट्रैफिक अब सामान्य रूप से चल रहा है। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि हर रविवार यहां भारी भीड़ होती है, फिर भी ट्रैफिक कंट्रोल के कोई इंतजाम नहीं किए जाते। पूरे रास्ते पर ट्रैफिक पुलिस नदारद रही। बंगरसिया से लेकर भोजपुर मंदिर तक करीब ढाई किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम। इस दौरान श्रद्धालुओं समेत अन्य राहगीरों को करीब ढाई घंटे तक परेशानी झेलनी पड़ी। इस दौरान श्रद्धालुओं समेत अन्य राहगीरों को करीब ढाई घंटे तक परेशानी झेलनी पड़ी। दुकानदार बोले- ट्रैफिक व्यवस्था सुधारी जाए, सड़कें जल्द बनें दुकानदारों ने प्रशासन से मांग की है कि भोजपुर मंदिर मार्ग पर ट्रैफिक पुलिस की स्थाई तैनाती की जाए और खराब सड़कों की मरम्मत जल्द कराई जाए, ताकि श्रद्धालुओं और आम नागरिकों को राहत मिल सके। साथ ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी जरूरी है, ताकि हर सप्ताह लगने वाले इस जाम से छुटकारा मिल सके। यह समस्या सिर्फ इस रविवार की नहीं है, हर रविवार यही स्थिति बनती है। भोजपुर मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। बड़ी संख्या में लोग मंदिर दर्शन के लिए पहुंचते हैं। वहीं, बंगरसिया क्षेत्र में रविवार को साप्ताहिक बाजार लगता है, जहां ठेले, खोमचे और दुकानें सीधे सड़क पर लगा दी जाती हैं। इससे रास्ता बेहद संकरा हो जाता है और ट्रैफिक घंटों तक जाम रहता है। एमपी नगर से रानी कमलापति स्टेशन के बीच लगा था जाम 6 दिन पहले एमपी नगर जोन-1 से लेकर जीजी फ्लाईओवर और रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के सामने तक करीब 3 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था। यहां 40 मिनट से ज्यादा समय तक वाहन धीरे-धीरे चलते नजर आए। एमपी नगर जोन-1 से लेकर जीजी फ्लाईओवर और रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के सामने तक करीब 3 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था। एमपी नगर जोन-1 से लेकर जीजी फ्लाईओवर और रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के सामने तक करीब 3 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था।

राजनीति में श्राप! पुरंदर मिश्रा ने राहुल गांधी को चेताया- रथयात्रा तक होगी दुर्गति

रायपुर राहुल गांधी के भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा अडानी परिवार के लिए रोक दिए जाने वाले बयान पर भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा ने सख्त आपत्ति जताई है. उन्होंने श्राप देते हुए कहा कि भगवान पर टिप्पणी करने वाले ऐसे सनातन विरोधी का सर्वनाश हो जाना चाहिए. देख लेना अगले रथयात्रा तक कैसे दुर्गति होगी. रायपुर जग्गनाथ मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष पुरंदर मिश्रा ने मीडिया से चर्चा में कहा कि राहुल गांधी बस आलू से सोना बनाये, भगवान पर टिप्पणी न करें. भगवान से लगेंगे तो सत्यानाश हो जाएगा. मैं ब्राह्मण हूं, और सही में जग्गनाथ जी का काम करता हूं तो चाहूंगा मेरा श्राप राहुल गांधी को लग जाए. पुरंदर मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने भगवान जगन्नाथ को चैलेंज किया है. भगवान जगन्नाथ कलयुग के साक्षात् देवता हैं. सनातन को मानने वाले सभी भगवान जगन्नाथ के पास गए हैं. भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं कि कांग्रेस को सद्बुद्धि दे. विधायक ने इसके साथ आरोप लगाया कि कुछ लोग भगवान को, सनातन धर्म को अपमानित करना चाहते हैं. किसी व्यक्ति विशेष के लिए रथयात्रा रोकने का आरोप लगाया गया है. जिनकी शादी नहीं हो रही वह प्रभु जगन्नाथ को लेकर आरोप लगा रहे हैं. यह मुद्दा कांग्रेस का नहीं राहुल गांधी का है.

कर्नाटक की पहाड़ियों में गुफा से मिला पूरा परिवार, रूसी महिला और दो बच्चों को पुलिस ने बचाया

कर्नाटक उत्तर कन्नड़ जिले के कुमता तालुक स्थित दुर्गम रामतीर्थ पहाड़ियों की एक गुफा से शुक्रवार को एक 40 वर्षीय रूसी महिला और उसके दो बच्चों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। यह महिला, नीना कुटीना उर्फ मोही, अपने दो छोटे बच्चों के साथ लगभग दो सप्ताह से एकांतवास में रह रही थी। पुलिस ने शनिवार को इसकी पुष्टि की। पूजा, ध्यान और आत्मिक शांति की तलाश में गुफा में बिता रही थी दिन पुलिस के अनुसार, मोही बीते कुछ समय से गुफा में आत्मिक शांति की तलाश में रह रही थी। उसने गुफा को एक आध्यात्मिक स्थल में परिवर्तित कर दिया था, जहां रुद्र मूर्ति स्थापित कर वह दिनभर पूजा और ध्यान में लीन रहती थी। वह अपने दो बच्चों प्रेया (6) और अमा (4) के साथ गोकर्ण के घने जंगलों और पहाड़ी इलाके में रह रही थी। भूस्खलन के बाद गश्त के दौरान मिला सुराग हाल ही में हुए भूस्खलन के बाद पुलिस की एक टीम नियमित गश्त पर थी, जब उन्होंने गुफा के पास कपड़े सूखते हुए देखे। यह सुराग मिलने पर जब टीम ने गुफा की ओर रुख किया, तो उन्हें मोही और उसके बच्चे वहां मिले। पुलिस अधीक्षक एम. नारायण ने बताया, "यह आश्चर्यजनक था कि एक महिला दो छोटे बच्चों के साथ इतने दुर्गम स्थान पर रह रही थी। सौभाग्य से वे सभी सुरक्षित थे और अच्छे स्वास्थ्य में पाए गए।" 2017 में खत्म हो गया था वीजा जानकारी के अनुसार, मोही भारत में बिजनेस वीजा पर आई थी, जिसकी वैधता वर्ष 2017 में समाप्त हो चुकी थी। वह कब से देश में रह रही है, इसका स्पष्ट विवरण नहीं है, लेकिन अधिकारियों का मानना है कि वह गोवा से गोकर्ण आई और फिर पहाड़ियों में एकांतवास का जीवन शुरू कर दिया। उसने हिंदू धर्म और भारतीय आध्यात्मिक परंपराओं से प्रेरित होकर यह निर्णय लिया था। रेस्क्यू के बाद, पुलिस ने मोही और उसके बच्चों के लिए गोकर्ण स्थित एक साध्वी द्वारा संचालित आश्रम में अस्थायी आवास की व्यवस्था की है। एक स्थानीय एनजीओ की मदद से रूसी दूतावास से संपर्क किया गया है और आधिकारिक निर्वासन (deportation) प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही कानूनी प्रक्रियाओं के तहत इस परिवार को बेंगलुरु लाया जाएगा।

वाहन मालिक ध्यान दें! 15 साल पुराने वाहन स्क्रैप करने की नीति लागू

ग्वालियर एमपी के ग्वालियर शहर में 15 साल से पुराने वाहनों को हटाने के लिए एक स्क्रैप सेंटर खोला गया है। वह भी शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर बिलौआ में। लोगों को 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को स्क्रैप कराने से क्या फायदे हैं इसकी जानकारी नहीं है। जिसके कारण लोग इसमें रुचि नहीं दिखा रहे हैं। देश में स्क्रैप पॉलिसी लागू करने के पीछे उद्देश्य प्रदूषण फैला रहे वाहनों को हटाना था। प्रदेश में पहले चरण में सरकारी वाहनों को हटाने की शुरुआत हुई है, इसके लिए प्रदेश के प्रत्येक जिले के कलेक्टर से 15 साल से अधिक पुराने वाहनों की जानकारी मांगी गई है। ग्वालियर में करीब 125 वाहनों की सूची तैयार हुई जिन वाहनों को स्क्रैप किया जाना है।   न रजिस्ट्रेशन कराया, न रिन्यू कराया ग्वालियर शहर में करीब 8 लाख दो पहिया और चार पहिया वाहन सड़कों पर चल रहे हैं। इनमें से करीब एक लाख वाहन ऐसे हैं, जो 15 साल से ज्यादा पुराने हैं। इन वाहनों ने न रजिस्ट्रेशन रिन्यू कराया है और न ही फिटनेस। यदि आपके वाहन को 15 साल पूरे हो गए हैं तो उसको पांच साल के लिए और पंजीयन कराया जा सकता है। इसके लिए आपकोबीमा कराना होगा। यदि पंजीयन समाप्त होने के एक महीने में दोबारा पंजीयन नहीं कराते हैं तो पेनल्टी देना होगी। हर महीने दो पहिया वाहन पर 100 रुपए जुर्माना लगेगा। इसलिए ऐसे वाहन चालक जिनके रजिस्ट्रेशन 15 साल से ज्यादा पुराने हो गए हैं वे पेनल्टी शुल्क के कारण भी पंजीयन नहीं करा रहे हैं।   बिलौआ में स्क्रैप सेंटर खुला है वहां जाकर लोग 15 साल से ज्यादा पुराने वाहन स्क्रैप करा सकते हैं। स्कैप के बाद जो सर्टिफिकेट मिलेगा उससे नए वाहन खरीदने पर लाभ मिलेगा। ग्वालियर पहले चरण में सरकारी वाहन जो 15 साल से ज्यादा पुराने है उनको स्क्रैप कराना है। इसकी सूची बनाकर कलेक्टर को दी जा सकती है।- विक्रमजीत सिंह कंग, आरटीओ ग्वालियर कैसे कराएं वाहन स्क्रैप फिटनेस टेस्ट करवाएं: अगर आपकी कार 15 से 20 साल तक पुरानी हो गई है, तो पहले उसे फिटनेस टेस्ट के लिए आरटीओ या किसी ऑथराइज्ड टेस्टिंग सेंटर लेकर जाएं। स्क्रैप सर्टिफिकेट लें: अगर आपकी कार फिटनेस टेस्ट में फेल हो जाती है या फिर आप अपनी कार को स्वेच्छा से स्क्रैप कराना चाहते हैं, तो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्क्रैपिंग सेंटर में गाड़ी जमा करें। इसके बाद वहां से आप को एक व्हीकल स्क्रैप सर्टिफिकेट दिया जाएगा। आरसी कैंसिलेशन: आपकी पुरानी कार के लिए स्क्रैपिंग सर्टिफिकेट मिलने के बाद उसे अपने आरटीओ के यहां लेकर जाकर जमा करें, ताकि गाड़ी के रजिस्ट्रेशन को रद्द किया जा सके। टैक्स में मिलेगी छूट अब आप अपनी पुरानी कार के स्क्रैपिंग सर्टिफिकेट का इस्तेमाल करके नई गाड़ी खरीदते हैं तो डिस्काउंट, टैक्स छूट आदि का लाभ मिल सकेगा।

राजस्थान के कई इलाकों में झमाझम बारिश, IMD ने खराब मौसम को लेकर किया अलर्ट जारी

जयपुर  राजस्थान के कुछ हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ हल्की से भारी बारिश हुई। मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने रविवार को यह जानकारी दी। प्रवक्ता ने बताया कि रविवार सुबह साढ़े आठ तक पिछले 24 घंटे की अवधि में राज्य में सबसे अधिक 115 मिलीमीटर बारिश मनोहर थाना (झालावाड़) में दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि इस दौरान बांसवाड़ा के सलोपाट में 90 मिलीमीटर, जालौर के जसवंतपुरा में 80 मिलीमीटर और धौलपुर के सैपऊ में 70 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं इस दौरान राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर 10 से 60 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि राज्य में शनिवार को सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस श्रीगंगानगर में दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान सिरोही में 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के अधिकांश हिस्सों में हवा में औसत आर्द्रता 65 से 100 प्रतिशत के बीच दर्ज की गई।  

केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी और शाहगंज नगर परिषद के पुरस्कारों के लिए नामित होने पर दी बधाई

भोपाल केन्द्र सरकार द्वारा घोषित वर्ष 2024 के स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कारों में मध्य प्रदेश ने इस वर्ष भी अपनी विजय पताका फहराई है। प्रदेश के 8 शहरों को इस राष्ट्रीय आयोजन में सम्मानित किया जाएगा। विशेषकर बुधनी और शाहगंज नगर परिषद को पुरस्कारों को लिए नामित किया गया है। इस उपलब्धि पर केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि स्वच्छता ही सेवा है…। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘स्वच्छ भारत’ का सपना जन-जन का संकल्प बन चुका है।  केन्द्रीय मंत्री चौहान ने रविवार को सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से कहा कि मुझे अत्यंत प्रसन्नता है कि हाल ही में जारी हुए स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में बुधनी और शाहगंज को राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु नामांकित किया गया है। बुधनी नगर परिषद को सुपर स्वच्छ लीग सिटी की नई श्रेणी में कन्सीसटेंट परफार्मर के रूप में नामित किया गया है। यह उपलब्धि सतत प्रयास, जनभागीदारी और समर्पित प्रशासन का प्रमाण है। साथ ही, शाहगंज नगर परिषद को प्रेसिडेंशियल अवार्ड की प्रतिष्ठित श्रेणी में चयनित किया गया है। यह उपलब्धि न केवल नगर निकाय की प्रतिबद्धता और समर्पण का प्रमाण है, बल्कि नागरिकों की सक्रिय भागीदारी और सहयोग का भी उत्सव है। इसके लिए सभी क्षेत्रवासियों, नगरीय निकायों के अधिकारियों-कर्मचारियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। आशा है कि आप आने वाले वर्षों में भी इसी तरह प्रेरणास्रोत बने रहेंगे। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार द्वारा शनिवार को वर्ष 2024 के स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कारों की घोषणा की थी। इसमें मध्य प्रदेश के आठ शहरों को आगामी 17 जुलाई को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले एक गरिमामय समारोह में स्वच्छता लीग सम्मान, राष्ट्रपति सम्मान, देश और राज्यों की विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू करेंगी। मध्य प्रदेश के 8 शहरों में सुपर लीग श्रेणी में इंदौर, उज्जैन और बुधनी हैं। इस श्रेणी में सिर्फ वे शहर शामिल किए जाते हैं, जिन्होंने पिछले तीन सालों में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया हो और उत्तरोत्तर प्रगति की संभावनाएं सृजित की हों। इसी प्रकार राष्ट्रपति सम्मान प्राप्त करने वाले शहरों में भोपाल, देवास और शाहगंज शामिल हैं। इसके अलावा आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा प्रदेश के जबलपुर और ग्वालियर को उनके उल्लेखनीय प्रयासों के लिये सम्मानित किया जाएगा। कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग और ओडीएफ/ वॉटर प्लस के परिणाम भी उसी दिन जारी किए जाएंगे। वहीं, केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रतिदिन पौधरोपण करने के संकल्प के क्रम में रविवार को भोपाल स्थित स्मार्ट सिटी पार्क में अखिल भारतीय किरार क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारियों एवं अन्य गणमान्यजनों के साथ पौधरोपण किया। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा कि पेड़ लगाने का मतलब जीवन लगाना है, सांसें रोपना है, क्योंकि यही पेड़ हमें प्राणवायु देकर जीवन देते हैं। यह कोई साधारण कार्य नहीं, बल्कि असाधारण कार्य है। इसलिए मैं भी हर रोज पौधे लगाता हूं। उन्होंने कहा कि हमें यदि आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती को सुरक्षित रखना है, तो पेड़ जरूरी है। पेड़ हमारे पर्यावरण को बचाते हैं और स्वस्थ पर्यावरण ही मानव जीवन को बचाएगा। मैं अखिल भारतीय किरार क्षत्रिय महासभा को इस वृक्षारोपण के पुनीत कार्य के लिए हृदय से बधाई व धन्यवाद देता हूं। आइये, हम सब भी प्रत्येक विशिष्ट एवं शुभ अवसरों पर पौधरोपण का संकल्प लें और धरती को हरा-भरा बनाएं।  

ऐसे दूर होगी खर्राटों की खर्र-खर्र

जब हम खर्राटा लेते हैं तो हमारा मुंह और गला, जीभ, गले का ऊपरी हिस्सा, तालु और यूव्यल टॉन्सिल और कंठशूल के विरुद्ध वाइब्रेट होता है। खर्राटा लेने के कई कारण हो सकते हैं और ऐसा माना जाता है कि मोटे लोग अधिक खर्राटा लेते हैं लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार अतिरिक्त फैटी टिशूज एअर पैसेज को दबाने का काम करते हैं। सोने जाने से पहले अल्कोहल लेने से भी खर्राटों की समस्या हो सकती है। कोल्ड और एलर्जी के कारण यदि नाक बंद हो तो भी कई बार व्यक्ति खर्राटे लेते हैं। कुछ साधारण उपायों के जरिए खर्राटों की यह समस्या दूर की जा सकती है… -बिस्तर पर सोने के दौरान कुछ अतिरिक्त तकिओं के जरिए खुद को थोड़ा ऊपर उठाकर रखें। पीठ के बल समतल पर ना लेटें। इससे आपके गले के टिशूज एअर पैसेज को बाधित नहीं कर पाएंगे। -अपने बेड के सिरहाने को थोड़ा ऊपर की ओर उठाकर रखें। इसके लिए बेड के हर पैर के नीचे थोड़े मोटे गुटके लगा दें। इससे बेड थोड़ा ऊंचा हो जाएगा और खर्राटों की समस्या में कमी आएगी। -हमेशा करवट लेकर सोएं। गहरी नींद में हो सकता है आपकी पोजिशन बदल जाए लेकिन सोने की शुरुआत कम से कम करवट लेकर करें। सीधे सोने से आपकी जीभ और तालु, गले से हवा निकलने के रास्ते को रोकने का काम करते हैं। -तकिए को पकड़कर सोने से अधिक लाभ नहीं मिलेगा। इससे बेहतर है कि आप जो भी कपड़े पहनकर सो रहे हैं उसके पिछले हिस्से में टेनिस बॉल सी दें। रात में गहरी नींद के दौरान जब आप अपने बैक पर सोने की कोशिश करेंगे तो बॉल की वजह से फिर करवट ले लेंगे। -नेजल स्ट्रिप की मदद से अपनी नाक को बाहर की ओर से टेप कर दें। यह दवाओं की दुकान पर भी आसानी से मिल जाता है। यह आपकी नासिका छिद्र को खोल देगी और हवा का प्रवाह बेहतर होगा। -पिपरमेंट माउथवॉश से कुल्ला करें, इससे गले और नाक में मौजूद लाइनिंग सिकुड़ जाएगी। यह उस स्थिति में अधिक कारगर हो सकता है जबकि आपके खर्राटे की समस्या अस्थाई हो। हर्बल गारगलिंग के लिए एक ग्लास ठंडे पानी में कुछ बूंदे पिपरमेंट ऑयल की डालें। -कमरे में एलर्जी पैदा करने वाली चीजों को नियमित रूप से साफ करते रहें, जैसे कमरे में बिछा कारपेट, चादर और तकिए का कवर। इससे नाक का कड़ापन कम होगा। -यदि आपके खर्राटों की समस्या मौसमी है तो उस खास मौसम में एलर्जी का ध्यान रखें। इस दौरान रोजाना हर्ब्स युक्त चाय पिएं। इससे सूजन कम करने में मदद मिलती है। -कई बार अधिक वजन भी खर्राटों का कारण बनता है इसलिए शरीर का दस प्रतिशत तक वजन कम करने से ऊपरी एअरवेज के सिकुड़न को कम करने में मदद मिलेगी। -धूम्रपान की आदत हो तो उसे तुरंत छोड़ दें। इससे म्युकस मेब्रेंन में असहजता होती है, जिससे गले में सूजन होती है एअरवे सिकुड़ जाता है। साथ ही धूम्रपान करने वालों को नाक बंद होने की समस्या अधिक होती है। -यदि आप कोई खास दवा ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करें। क्योंकि कुछ दवाओं के कारण खर्राटों की समस्या और भी बिगड़ जाती है। जैसे स्लीपिंग पिल्स।