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उज्जैन के गौरवशाली अतीत को लौटाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है सरकार: सीएम डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन में 360 करोड़ रूपए से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया उज्जैन के पुराने वैभव को पुनर्स्थापित करने के निरंतर प्रयास जारी : मुख्यमंत्री डॉ यादव उज्जैन के गौरवशाली अतीत को लौटाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है सरकार: सीएम डॉ. यादव उज्जैन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय का नामकरण सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के नाम से किया जाएगा। उज्जैन शहर का अत्यंत गौरवशाली इतिहास रहा है। उज्जैन आदिकालीन नगरी है और इसके पुराने वैभव को पुनर्स्थापित करने के निरंतर प्रयास किए जा रहे है। यहां देश के प्रमुख उद्योगपतियों द्वारा उद्योगों की स्थापना की जाएगी। उज्जैन की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए नए मार्गों का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को देवास रोड स्थित क्षिप्रा विहार वाणिज्यिक परिसर में आयोजित कार्यक्रम में यूडीए ,उच्च शिक्षा विभाग और महर्षि पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय के अंतर्गत 360 करोड रुपए से अधिक के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण करने के बाद सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज हम सबका सौभाग्य है कि उज्जैन में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन संत जनों की उपस्थिती में संपन्न हुआ है। कार्यक्रम में उपस्थित नागरिकों के चेहरे की प्रसन्नता और आंखों की चमक से स्पष्ट प्रतीत होता है कि उज्जैन शहर की चमक दिनो दिन बढती जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत भी विभिन्न विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर,उज्जैन,धार,देवास,शाजापुर को मिलाकर मेट्रो पोलिटन नगरी के रुप में विकसित किया जाएगा। शासन द्वारा युवाओं को रोजगार देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे है। आने वाले समय में 1 लाख से अधिक पदों पर नियुक्ति की जाएगी। विभिन्न वर्गों की संयुक्त रुप से एक ही परीक्षा के माध्यम से भर्ती की जाएगी और विभागों के रिक्त पदों की पूर्ति की जाएगी। मंगलनाथ, भूखिमाता, गढकालीका, हरिसिध्दी माता मंदिर को और भव्य रुप प्रदान किया जाएगा। इंदौर से उज्जैन तक मेट्रो लाईन डाली जाएगी। फ्रीगंज के ब्रिज के समानांतर एक नए ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। उज्जैन खगोल कालगणना और विज्ञान की नगरी रही है इसें पुन: उसी स्वरुप में लाने के प्रयास किए जाऐंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम यहां विकास कार्यों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया।मुख्यमंत्री ने मंच पर संतों का शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मान किया। इस दौरान लोकप्रिय गायिका सुअभिलिप्सा पांडे के द्वारा शिव स्तुति और शिवाष्टक की प्रस्तुति दी गई। विकास कार्यों पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नवनियुक्त सहायक प्राध्यापकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। बहुउदेशीय वाणिज्यिक काम्पलेक्स प्रतिकल्पा का लोकार्पण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नानाखेड़ा स्थित यू डी ए द्वारा निर्मित शहर के पहले 7 मंजिला बहुउदेशीय वाणिज्यिक काम्पलेक्स (प्रतिकल्पा) का फीता कांट कर लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर सांसद उज्जैन आलोट अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालुहेड़ा, संजय अग्रवाल, राजेश धाकड़, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव एवं अन्य गणमान्य नागरिक और अधिकारीगण उपस्थित थे।  

भोपाल के एक्वा पार्क का भी होगा भूमिपूजन

उज्जैन में राज्य स्तरीय निषादराज सम्मेलन आज  मुख्यमंत्री डॉ. यादव देंगे 152 करोड़ से ज्यादा के विकास कार्यों की सौगात भोपाल के एक्वा पार्क का भी होगा भूमिपूजन भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हमारा लक्ष्य मछुआ समाज को सम्मान देने के साथ ही तकनीकी नवाचार, सुरक्षा और प्रशिक्षण के माध्यम से उन्हें समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाना है। मध्यप्रदेश अब नीलक्रांति की दिशा में पूरे देश के लिए प्रेरणा बन रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की उपस्थिति में उज्जैन में राज्य स्तरीय निषादराज सम्मेलन 12 जुलाई शनिवार को आयोजित होगा। यह आयोजन मछुआ समाज को सम्मान, सुरक्षा और समृद्धि के लिए सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों को और भी मजबूती देगा। मछुआ समुदाय की सामाजिक समरसता और आधुनिक मछली पालन की दिशा में यह सम्मेलन ऐतिहासिक साबित होने जा रहा है। मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री नारायण सिंह पंवार, उज्जैन के प्रभारी मंत्री श्री गौतम टेटवाल, मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री सीता राम बाथम की मौजूदगी में मछुआरों को हितलाभ वितरण और अनेक सौगातें दी जाएंगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देंगे विकास कार्यों की सौगात     453 स्मार्ट फिश पार्लर (22.65 करोड़)     अंडरवॉटर टनल और एक्वा पार्क (40 करोड़)     इंदिरा सागर जलाशय में 3060 केज फिशिंग (91.80 करोड़)     430 मोटर साइकिल विद आइस बॉक्स, 100 यूनिट्स का वितरण     डेफर्ड वेजेस में 9.63 करोड़ का सिंगल क्लिक अंतरण     उत्कृष्ट मछुआरों एवं सहकारी समितियों का सम्मान सुरक्षा से समृद्धि की ओर – मछुआ समाज के लिए तकनीकी क्रांति राज्य सरकार अब मछुआरों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। इंदिरा सागर जैसे जलाशयों में ड्रोन, GPS और CCTV युक्त आधुनिक कंट्रोल कमांड सेंटर की स्थापना हो रही है। इससे 24×7 निगरानी, नावों की ट्रैकिंग और आपात स्थिति में त्वरित सहायता संभव हो सकेगी। गांधी सागर और इंदिरा सागर में 5 ट्रांजिट हाउस और 2 फ्लोटिंग प्लेटफॉर्म का निर्माण किया जाएगा। मछुआ भाइयों के लिए सोलर मोबाइल चार्जिंग, बायो टॉयलेट और आपात रात्रि विश्राम की व्यवस्था की जाएगी। भोपाल में FIDF योजना अंतर्गत ₹5 करोड़ की लागत से केवट प्रशिक्षण संस्थान का निर्माण होगा जिसमें केज कल्चर, बायोफ्लॉक, RAS तकनीक, फिश प्रोसेसिंग आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। सामाजिक समरसता का उत्सव निषादराज को समर्पित: राज्यमंत्री श्री नारायण सिंह पंवार उज्जैन की पवित्र भूमि पर होने वाला राज्य स्तरीय निषादराज सम्मेलन निषाद समाज के गौरव और उसकी सांस्कृतिक परंपराओं को सम्मान देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री नारायण सिंह पंवार ने कहा कि समर्पण, समानता और सेवा के सनातन प्रतीक निषादराज को समर्पित ऐतिहासिक आयोजन है। उन्होंने कहा कि श्रीराम और निषादराज की मित्रता आज भी सामाजिक समरसता की सबसे प्रेरक कथा है। "मछलीघर" से "एक्वा पार्क" तक: भोपाल के लिए यादों और भविष्य का संगम भोपाल के दिल में बसने वाले पुराने मछलीघर की स्मृतियों को नया जीवन देने जा रहा है अत्याधुनिक "एक्वा पार्क" का भूमि-पूजन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव वर्चुअली करेंगे। इस 40 करोड़ की महत्वाकांक्षी परियोजना में केंद्र सरकार की 25 करोड़ व राज्य सरकार की 15 करोड़ की साझेदारी है।     समुद्री और मीठे पानी की सैकड़ों मछलियों की प्रजातियाँ यहां देखने को मिलेगी     डिजिटल एक्वेरियम, वॉटर टनल और 3D इंटरेक्टिव जोन     बच्चों के लिए सी-लाइफ लर्निंग सेंटर     पर्यावरण शिक्षा और संरक्षण आधारित कार्यक्रम नीलक्रांति में अग्रदूत बना प्रदेश मध्यप्रदेश में 4.42 लाख हेक्टेयर जलक्षेत्र उपलब्ध है, जिसमें से 4.40 लाख हेक्टेयर में मत्स्य पालन किया जा रहा है। बीते वर्ष लक्षित मत्स्योत्पादन का 98 फीसदी (3.81 लाख मैट्रिक टन) मत्स्योत्पादन किया गया। प्रदेश में 2595 पंजीकृत मछुआ सहकारी समितियों के 95,417 सदस्य मछली पालन में कर रहे हैं। 1.45 लाख मछुआ किसान क्रेडिट कार्ड स्वीकृत किए गए देश में अंतर्देशीय राज्यों में मध्यप्रदेश मछुआरों को क्रेडिट कार्ड वितरण में पहले स्थान पर है। प्रदेश में मछलीपालन से 2 करोड़ 75 लाख से ज्यादा मानव दिवसों के रोजगार सृजित किए गए। बीते वर्ष प्रदेश में 217 करोड़ से ज्यादा मत्स्यबीज उत्पादित किए गए, जिससे मत्स्य क्षेत्र में प्रदेश ने आत्मनिर्भरता की ओर मजबूती से कदम आगे बढ़ाए।  

बुमराह ने रचा इतिहास! लॉर्ड्स टेस्ट में 5 विकेट, कपिल देव को पछाड़ा, कई दिग्गज पीछे छूटे

लॉर्ड्स टेस्ट में दूसरे दिन का खेल समाप्त, भारत का स्कोर 145/3, राहुल की फिफ्टी बुमराह ने रचा इतिहास! लॉर्ड्स टेस्ट में 5 विकेट, कपिल देव को पछाड़ा, कई दिग्गज पीछे छूटे लॉर्ड्स  भारत-इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 का तीसरा मुकाबला लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जा रहा है. इस मुकाबले में दूसरे दिन (11 जुलाई) का खेल समाप्त हो चुका है. इंग्लैंड की टीम पहली पारी में 387 रन पर ऑलआउट हो गई. जवाब में भारत ने दूसरे दिन स्टम्प तक अपनी पहली पारी में 3 विकेट पर 145 रन बना लिए. ऋषभ पंत 19 और केएल राहुल 53 रन पर नाबाद हैं. राहुल ने 113 गेंदों का सामना किया है और पांच चौके जड़े हैं. वहीं ऋषभ ने 33 गेंदों की अपनी पारी में 3 चौके जड़े हैं. दोनों देशों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबरी पर है. सीरीज का पहला मुकाबला लीड्स में खेला गया था, जिसमें इंग्लिश टीम को 5 विकेट से जीत मिली थी. फिर एजबेस्टन टेस्ट मैच में भारत ने वापसी करते मेजबान टीम को 336 रनों से पराजित किया था. अब लॉर्ड्स टेस्ट मैच को जीतने के इरादे से दोनों टीमें उतरी हैं. बुमराह ने रचा इतिहास! लॉर्ड्स टेस्ट में 5 विकेट, कपिल देव को पछाड़ा, कई दिग्गज पीछे छूटे इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट मैच में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है. बुमराह ने इंग्लैंड की पहली पारी में 23 ओवर्स की गेंदबाजी में 74 रन दिए और पांच विकेट झटके. बुमराह ने हैरी ब्रूक, जो रूट, बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर को बोल्ड किया. वहीं क्रिस वोक्स को उन्होंने विकेट के पीछे कैच आउट कराया. बुमराह की धारधार गेंदबाजी के कारण इंग्लैंड की पहली पारी 387 रनों पर सिमट गई. बुमराह ने लॉर्ड्स के मैदान पर पहली बार टेस्ट पारी में पांच विकेट झटके हैं. बुमराह का नाम अब परंपरा के मुताबिक लॉर्ड्स के ऑनर्स बोर्ड पर दर्ज हो गया है. जसप्रीत बुमराह अब विदेश में सबसे ज्यादा पांच विकेट हॉल लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं. बुमराह ने 13वीं बार विदेश में टेस्ट पारी में पांच या उससे ज्यादा विकेट झटके हैं. बुमराह ने पूर्व कप्तान कपिल देव को पछाड़ दिया है, जिन्होंने 12 मौकों पर ये उपलब्धि हासिल की थी. ईशांत शर्मा (9 बार) इस मामले में तीसरे स्थान पर हैं. विदेश में सबसे ज्यादा पांच विकेट हॉल (भारतीय गेंदबाज) 13- जसप्रीत बुमराह (35* टेस्ट) 12- कपिल देव (66 टेस्ट) 9- ईशांत शर्मा (63 टेस्ट) 8- जहीर खान (54 टेस्ट) 7- इरफान पठान (15 टेस्ट) जसप्रीत बुमराह ने SENA (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) कंट्रीज में 11वीं बार टेस्ट क्रिकेट में 5 विकेट हॉल लिया है. बतौर एशियाई गेंदबाज SENA कंट्रीज में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा पांच विकेट हॉल लेने के मामले में बुमराह अब संयुक्त रूप से पहले नंबर पर आ चुके हैं. बुमराह ने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम की बराबरी कर ली है. अकरम ने भी SENA कंट्रीज में 11 मौकों पर टेस्ट पारी में पांच या उससे ज्यादा विकेट झटके थे. श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन 10 पांच विकेट हॉल के साथ इस मामले में तीसरे नंबर पर हैं. बुमराह का 15वां पांच विकेट हॉल जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट करियर में 15वीं बार पारी में पांच या उससे ज्यादा विकेट झटके हैं. बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में चार-चार बार पारी में पांच या उससे ज्यादा विकेट चटकाए. वहीं साउथ अफ्रीका ने तीन बार उन्होंने पांच विकेट हॉल लिया. वेस्टइंडीज और भारत में बुमराह दो-दो मौकों पर ये उपलब्धि हासिल करने में सफल रहे. भारतीय टीम की पहली पारी में शुरुआत में कुछ खास नहीं रही. यशस्वी जायसवाल (13 रन) दूसरे ही ओवर में जोफ्रा आर्चर का शिकार बन गए, जो 4 साल बाद टेस्ट क्रिकेट खेलने उतरे थे. यहां से केएल राहुल और करुण नायर के बीच दूसरे विकेट के लिए 61 रनों की पार्टनरशिप हुई. करुण नायर को बेन स्टोक्स ने जो रूट के हाथों कैच आउट कराया. करुण नायर ने 4 चौके की मदद से 62 बॉल पर 40 रन बनाए. शुभमन गिल कुछ खास नहीं कर पाए और 16 रन बनाकर क्रिस वोक्स का शिकार बने. यहां से केएल राहुल और ऋषभ पंत ने दूसरे दिन भारत को कोई और नुकसान नहीं होने दिया. इंग्लैंड की पहली पारी: रूट का शतक, बुमराह के 5 विकेट पहली पारी में इंग्लैंड को बेन डकेट (23 रन) और जैक क्राउली (18 रन) ने सधी शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 43 रन जोड़े. नीतीश कुमार रेड्डी ने एक ही ओवर में डकेट और क्राउली को चलता किया. यहां से ओली पोप और जो रूट के बीच 109 रनों की शतकीय पार्टनरशिप हुई. रवींद्र जडेजा ने ओली पोप (44 रन) को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा. फिर जसप्रीत बुमराह ने हैरी ब्रूक (11 रन) को बोल्ड किया. ब्रूक के आउट होने के बाद जो रूट और बेन स्टोक्स के बीच पांचवें विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी हुई. दूसरे द‍िन सबसे पहले जो रूट ने अपना 37वां शतक पूरा क‍िया. हालांकि, कुछ देर बाद जसप्रीत बुमराह ने बेन स्टोक्स को 44 रन पर आउट कर भारत को पांचवीं सफलता द‍िलाई. शतक जड़ने के कुछ देर बाद जो रूट भी 104 रन पर बुमराह की गेंद पर बोल्ड हो गए. इसके बाद अगली ही गेंद पर क्रिस वोक्स (0) भी व‍िकेट के पीछे ध्रुव जुरेल को कैच थमा बैठे. यहां से जेमी स्मिथ और ब्रायडन कार्स के बीच आठवें विकेट के लिए 84 रनों की पार्टनरशिप हुई. इस पार्टनरशिप के दौरान जेमी स्मिथ ने 52 बॉल पर अपनी फिफ्टी पूरी की. मोहम्मद सिराज ने स्मिथ को आउट करके इस पार्टनरशिप को तोड़ा. स्मिथ ने 6 चौके की मदद से 56 गेंदों पर 51 रन बनाए. इसके बाद जसप्रीत बुमराह ने जोफ्रा आर्चर को बोल्ड करके पारी में अपने पांच विकेट पूरे किए. नौ विकेट गिरने के बाद ब्रायडन कार्स ने अपने कंधों पर जिम्मेदारी ली. कार्स ने छह चौके और एक सिक्स की मदद से 77 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया. कार्स को मोहम्मद सिराज ने बोल्ड किया, जिसके चलते इंग्लैंड की पहली पारी समाप्त हो … Read more

इशरा का दर्द खत्म, हमीदिया के डॉक्टरों ने बिना ऑपरेशन किया इलाज

भोपाल राजधानी के हमीदिया अस्पताल ने एक बार फिर उम्मीद की नई किरण जगाई है। 15 साल की इशरा खान टीबी और मवाद के कारण अपनी रीढ़ की हड्डी की भयानक बीमारी से जूझ रही थीं, उन्हें अब नई जिंदगी मिली है। इशरा की रीढ़ की हड्डी इतनी खराब हो चुकी थी कि वे चल-फिर नहीं पाती थीं। उनका इलाज लगभग 15 साल से चल रहा था, लेकिन कोई खास फायदा नहीं हो रहा था। इशरा को भोपाल के कई निजी अस्पतालों में दिखाया गया, लेकिन सब जगह उन्हें निराशा ही मिली। हर जगह ऑपरेशन की सलाह दी गई, जिसमें जान का भी खतरा था। इशरा के पिता रईस खान ने हार नहीं मानी और हमीदिया अस्पताल लेकर आए। यहां डॉक्टरों ने इशरा की गंभीर हालत को देखते हुए बिना किसी बड़े ऑपरेशन के इलाज करने का फैसला किया। यह ऑपरेशन आयुष्मान भारत योजना के तहत निश्शुल्क किया गया।   बिना चीर-फाड़ के निकाला एक लीटर मवाद हमीदिया अस्पताल के डाक्टरों की टीम ने 23 जून 2025 को इशरा का ऑपरेशन किया। इस दौरान उन्होंने बिना किसी बड़ी चीर-फाड़ के इशरा की रीढ़ की हड्डी से एक लीटर से भी ज़्यादा मवाद बाहर निकाला। इसके साथ ही हड्डी को जोड़ने वाली एक खास ''स्क्रू तकनीक'' का भी इस्तेमाल किया गया। यह आपरेशन बहुत मुश्किल था, क्योंकि रीढ़ की हड्डी के पास से नसें गुजरती हैं और ज़रा सी भी गलती से मरीज को लकवा हो सकता था। खास मशीन से किया उपचार डॉक्टरों ने बताया कि इशरा के ऑपरेशन के दौरान एक खास मशीन ''न्यूरो मानिटर'' और ''इंट्रा आपरेटिव एक्स-रे मानिटर'' का इस्तेमाल किया गया, जिससे नसें सुरक्षित रहीं। इस टीम में अस्तिरोग विभाग के डॉ. वैभव जैन, डॉ. सुनीत टंडन, डॉ. आशीष गोहिया, डॉ. राहुल वर्मा, डॉ. अभिषेक निगम, डॉ. ट्विंकल केवल, डॉ. उर्मिला केसरी और डॉ. आरपी कौशल शामिल थे। मेरी बेटी को नया जन्म मिला: पिता रईस खान ऑपरेशन के बाद इशरा के पिता रईस खान ने अस्पताल प्रशासन औरडॉक्टरों का दिल से शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी को नया जन्म मिला है। इस अस्पताल में मेरी बेटी को नई जिंदगी दी है। यह सफल सर्जरी न केवल इशरा के लिए, बल्कि उन सभी मरीजों के लिए एक उम्मीद है जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। हमीदिया अस्पताल की अधीक्षक डॉ. सुनीत टंडन ने कहा कि 'हमीदिया अस्पताल में भी अब अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञता के साथ जटिल सर्जरी संभव हैं। यह सर्जरी न केवल इशरा को नया जीवन देगी, बल्कि सीमित संसाधनों वाले मरीजों के लिए भी आशा की किरण बनेगी।' 

बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए सीएम मोहन यादव और उनकी धर्मपत्नी, किया आशीर्वाद ग्रहण

उज्जैन  मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को उज्जैन में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वे आध्यात्मिक, सामाजिक और विकासात्मक गतिविधियों में शामिल होंगे। सुबह वे श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्मारती के दर्शन करेंगे और भक्त निवास के समीप आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद वे कालिदास अकादमी में निषाद सम्मेलन को संबोधित करेंगे और नलवा में लाड़ली बहना योजना के तहत लाभार्थियों के खातों में राशि हस्तांतरित करेंगे। श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्मारती और पूजा-अर्चना सावन मास के दूसरे दिन, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी धर्मपत्नी के साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्मारती के दर्शन किए। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों की समृद्धि और कल्याण के लिए प्रार्थना की। दर्शन के बाद उन्होंने गर्भगृह में विशेष पूजा-अर्चना की। मंदिर समिति के पदाधिकारी, पुजारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इस पवित्र अवसर पर उनके साथ उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा, "बाबा महाकाल की कृपा से मध्यप्रदेश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। मैं प्रार्थना करता हूँ कि हमारा प्रदेश आत्मनिर्भरता, रोजगार, शिक्षा और आध्यात्म के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़े।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि सावन मास बाबा महाकाल की कृपा प्राप्त करने का विशेष समय है और इस पवित्र माह में लिया गया संकल्प जनकल्याण के लिए फलदायी होता है। उज्जैन, जो महाकाल की नगरी के रूप में विख्यात है, से उन्होंने प्रदेश की भावनात्मक और आध्यात्मिक एकता का संदेश भी दिया। कालिदास अकादमी में निषादराज सम्मेलन शनिवार दोपहर करीब 1:30 बजे, मुख्यमंत्री कालिदास अकादमी में आयोजित राज्य स्तरीय निषादराज सम्मेलन में शामिल होंगे। इस अवसर पर वे कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का वर्चुअwatertight वर्चुअल भूमि-पूजन करेंगे, जिनमें शामिल हैं: 453 स्मार्ट फिश पार्लर: 22.65 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ये पार्लर मछुआरों के लिए आधुनिक सुविधाएँ प्रदान करेंगे। अत्याधुनिक अंडर वॉटर टनल और एक्वा पार्क: 40 करोड़ रुपये की लागत से बन रही यह परियोजना पर्यटन और मत्स्य पालन को बढ़ावा देगी। इंदिरा सागर जलाशय में मत्स्य उत्पादन: 91.80 करोड़ रुपये की लागत से 3060 केजेस के माध्यम से मत्स्य उत्पादन और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री 430 मोटरसाइकिल विद आइस बॉक्स के स्वीकृति पत्र, 100 यूनिट्स का वितरण, 396 केज के स्वीकृति पत्र, फीडमील हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र और उत्कृष्ट कार्य करने वाले मछुआरों व मत्स्य सहकारी समितियों को पुरस्कार वितरित करेंगे। वे मत्स्य महासंघ के मछुआरों को 9.63 करोड़ रुपये के डेफर्ड वेजेस का एकल क्लिक के माध्यम से हस्तांतरण करेंगे और रॉयल्टी चेक भी सौंपेंगे। लाड़ली बहना योजना की राशि हस्तांतरण दोपहर 2:30 बजे, मुख्यमंत्री नलवा में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेशभर की लाड़ली बहनों के खातों में राशि हस्तांतरित करेंगे। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएँ भाग लेंगी। यह योजना मध्यप्रदेश की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसके तहत नियमित रूप से वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

चीन और अमेरिका को पीछे छोड़ जापान ने मारी बाजी, इंटरनेट स्पीड में बना डाला वर्ल्ड रिकॉर्ड

नई दिल्ली हाई स्पीड इंटरनेट आजकल हर किसी की जरूरत बन गया है। सभी लोग अच्छी स्पीड वाला इंटरनेट इस्तेमाल करना चाहते हैं और इसके लिए 5G रिचार्ज प्लान्स खरीदते हैं या वाई-फाई लगवाना पसंद करते हैं। लेकिन, फिर भी कभी-कभी इंटरनेट की स्पीड स्लो हो जाती है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्या हो अगर आपको कभी भी बफरिंग का सामना न करना पड़े या डाउनलोडिंग शुरू करते ही मूवी या कोई और बड़ी फाइल फट से डाउनलोड हो जाए। आपको शायद यकीन न हो लेकिन जापान में यह सच हो चुका है। जापान में वैज्ञानिकों ने सबसे ज्यादा इंटरनेट स्पीड हासिल की है और सिर्फ यही नहीं उन्होंने इंटरनेट स्पीड के मामले में एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया है। ध्‍यान देने वाली बात है कि चीन और अमेरिका ट्रेड वॉर में उलझे हुए हैं और जापान ने यह कारनाम करके दिखाया है। आइए आपको इसके बारे में डिटेल में बताते हैं. वैज्ञानिकों ने बनाया इंटरनेट स्पीड का वर्ल्ड रिकॉर्ड दरअसल, जापान में वैज्ञानिकों की एक टीम ने इंटरनेट स्पीड का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने 1.02 पेटाबिट प्रति सेकंड की जबरदस्त स्पीड हासिल की है। यह स्पीड इतनी फास्ट है कि बड़ी से बड़ी कोई फाइल पलक झपकते ही डाउनलोड हो सकती है. यह स्पीड इतनी तेज है कि आप एक सेकंड में नेटफ्लिक्स की पूरी लाइब्रेरी, 8K वीडियो या विकिपीडिया की सारी जानकारी हजारों बार डाउनलोड कर सकते हैं। कितनी तेज है स्पीड? यह स्पीड कितनी तेज है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह भारत में मिलने वाली औरत इंटरनेट स्पीड से लगभग 1 करोड़ 60 लाख गुना तेज है और अमेरिका में लोगों को मिलने वाली सामान्य स्पीड से 35 लाख गुना ज्यादा तेज है। वैज्ञानिकों ने किया कमाल यह कमाल जापान के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशंस टेक्नोलॉजी (NICT) के वैज्ञानिकों ने किया है। उन्होंने सुमितोमो इलेक्ट्रिक और इंटरनेशनल रीसर्चर्स के एक ग्रुप के साथ मिलकर फाइबर ऑप्टिक केबलों का इस्तेमाल करके एक सुपर हाई-स्पीड नेटवर्क बनाया। सबसे अच्छी बात यह है कि उन्होंने जो केबल इस्तेमाल किया है, वह आज हम जो केबल इस्तेमाल करते हैं, उसी साइज का है। अंतर सिर्फ अंदरूनी बनावट में है। इसमें एक कोर के बजाय 19 कोर हैं, जिसका मतलब है कि यह एक साथ बहुत ज्यादा डेटा ले जा सकता है। इन खास केबल्स का इस्तेमाल करके टीम ने 1,800 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तक भारी मात्रा में डेटा भेजा और वह भी बिना स्पीड कम हुए। उन्होंने ट्रांसमीटरों, रिसीवरों और लूपिंग सर्किट के साथ एक सेटअप का इस्तेमाल किया, जिससे डेटा आसानी से फ्लो होता रहा।

फ्री राशन लेना है तो तुरंत कराएं ई-केवाईसी, सरकार ने किया जरूरी

नई दिल्ली राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत केंद्र सरकार करोड़ों नागरिकों को मुफ्त में राशन उपलब्ध कराती है। हालांकि इसके लिए आपके पास राशन कार्ड होना जरूरी है। बता दें कि राशन कार्ड से सिर्फ मुफ्त राशन ही नहीं मिलता बल्कि यह एक आईडी के तौर पर भी इस्तेमाल होता है। इसका इस्तेमाल आप आधार कार्ड से लेकर पैन कार्ड बनवाते समय अपनी पहचान वेरिफाई करवाने के लिए कर सकते हैं। गौरतलब है कि राशन कार्ज से जुड़ी किसी भी सुविधा का लाभ उठाने के लिए अब ई-केवाईसी करवाना जरूरी है। धोखाधड़ी के मामलों पर रोक लगाने के इरादे से सरकार ने सभी राशन कार्ड का ई-केवाईसी करवाना अनिवार्य कर दिया है। हालांकि इसके लिए आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। दरअसल राशन कार्ड की ई-केवाईसी आप घर बैठे अपने फोन पर भी कर सकते हैं। चलिए जानते हैं कि यह कैसे करना है। राशन कार्ड की ऑनलाइन ई-केवाईसी ऐसे करें     अपने फोन से राशन कार्ड के लिए ई-केवाईसी कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने मोबाइल में ‘Mera eKYC’ ऐप और ‘Aadhaar FaceRD’ ऐप इंस्टॉल करनी होगी।     इस ऐप को खोलने के बाद अपनी लोकेशन और अन्य जरूरी जानकारी दर्ज करें।     इसके बाद अपना आधार नंबर, कैप्चा कोड और मोबाइल पर आए OTP को दर्ज करें।     इसके बाद आपके आधार से जुड़ी जानकारी इस ऐप पर दिखाई देगी।     अब आपको ‘Face e-KYC’ विकल्प को चुनना होगा।     इसके बाद कैमरा ऑन हो जाएगा।     अब अपना फोटो क्लिक करें और ‘सबमिट’ बटन पर क्लिक करें।     इस तरह आपकी ई-केवाईसी पूरा हो जाएगा। हर सदस्य का केवाईसी जरूरी ध्यान रहे कि इस प्रोसेस को राशन कार्ड में शामिल हर एक सदस्य को पूरा करना होगा। यानी कि सभी सदस्यों की अलग-अलग ईकेवाईसी होगी। अगर किसी सदस्य का ई-केवाईसी नहीं होता है, तो उसका नाम कार्ड से हटा दिया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि असली और जरूरतमंद लोगों को ही फ्री राशन और दूसरी सरकारी सुविधाएं मिलें।

किसानों को नहीं मिल रहा हक का पंप, 10 HP के बदले जबरन दिया जा रहा 7.5 HP

भिंड  प्रदेश भर में 10 हार्स पावर (एचपी) के सोलर पंप लगवाने के लिए पंजीयन कराने वाले 62 हजार किसान उलझन में हैं। दरअसल, 90 प्रतिशत अनुदान के साथ सोलर पंप के लिए अप्रैल में पोर्टल पर पंजीयन कराए गए थे। उसके बाद से ही किसानों को कंपनियों के माध्यम से पंप मिलने की प्रतीक्षा थी। हाल ही में ग्वालियर अंचल के भिंड दौरे पर आए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के मंत्री राजेन्द्र शुक्ल की मौजूदगी में अपडेट पोर्टल की शुरुआत करते हुए किसानों को योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने की अपील की थी, परंतु अभी तक विभाग ने 10 एचपी कनेक्शन के लिए कंपनी ही अनुबंधित नहीं की है। ऐसे में जिन किसानों ने पंजीयन कराए हैं, उन पर कंपनियां 7.5 एचपी के कनेक्शन के लिए दबाव बना रही हैं। योजना के अनुसार प्रदेश में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग की सोलर पंप योजना के तहत 10 एचपी तक के सोलर पंप किसानों को दिए जाने हैं। इसकी लागत का 90 प्रतिशत राज्य सरकार वहन करेगी। किसानों ने जमा किए हैं पांच हजार रुपये सरकार ने वादा तो कर दिया लेकिन टेंडर सिर्फ 7.5 एचपी तक के ही किए हैं, जबकि हजारों किसान 10 एचपी का कनेक्शन लेने के लिए पांच हजार रुपये विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन जमा करा चुके हैं। 10 एचपी का सोलर पंप लगाने पर करीब छह लाख रुपये का खर्च आता है। अनुदान मिलने के बाद किसान को महज 58 से 60 हजार रुपये ही खर्च करने होंगे। इस वजह से किसान कम पावर का कनेक्शन लेने को तैयार नहीं हैं। किसानों का कहना है कि कम क्षमता के सोलर पंप से खेतों में पर्याप्त सिंचाई नहीं हो पाती। उधर विभाग की मुश्किल यह है कि सरकार द्वारा टेंडर प्रक्रिया शुरू कर अभी तक कंपनी तय नहीं की गई है, इसलिए फिलहाल पोर्टल ही बंद रखा गया है। भिंड के पावई बिरगवा के रहने वाले हरेंद्र सिंह भदौरिया ने कहा कि "10 एचपी का सोलर पंप लगाए जाने के लिए पांच हजार रुपये जमा करके पंजीयन कराया था। एक माह से कंपनियां फोन लगाकर 10 एचपी के बजाय 7.5 एचपी का सोलर पंप लेने को कह रही हैं। उनका कहना है कि सरकार ने अभी 10 एचपी के लिए किसी कंपनी को टेंडर ही नहीं दिया है। सरकार ने 10 एचपी पर अनुदान देने की घोषणा की है तो 10 एचपी का ही पंप लगवाया जाए।" किसानों के साथ नहीं होगा धोखा नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा कि "किसानों के साथ किसी भी तरह का धोखा नहीं होने देंगे। जिन किसानों ने 10 एचपी के लिए आवेदन किया है, उन्हें 10 एचपी का ही पंप दिया जाएगा। सोलर पंप योजना के तहत फिलहाल प्रक्रिया चल रही है। अगर कोई व्यक्ति इस योजना के नाम पर गुमराह कर रहा है तो उसकी शिकायत दर्ज कराएं, जिससे संबंधित पर कार्रवाई हो सके।" 

बरसात में बिखरी बस्तर की सुंदरता, पर्यटकों को मान सम्मोहित कर रहे चित्रकोट जलप्रपात और तीरथगढ़ जलप्रपात

जगदलपुर मानसून की फुहारों के साथ ही बस्तर की धरती ने हरियाली की चादर ओढ़ ली है। प्रकृति ने जैसे अपना श्रृंगार कर लिया हो। हर ओर हरियाली, शीतल बयार और गगनभेदी जलप्रपातों की गूंज इस अंचल को एक जीवंत चित्रपटल में बदल देती है। इन्हीं में से दो प्रमुख आकर्षण हैं चित्रकोट जलप्रपात और तीरथगढ़ जलप्रपात, जो इस समय पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। जगदलपुर से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित चित्रकोट जलप्रपात, जिसे भारत का “मिनी नियाग्रा” कहा जाता है और कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के भीतर स्थित तीरथगढ़ जलप्रपात, जिसे “बस्तर की जान” कहा जाता है, दोनों ही बरसात के मौसम में अपनी अद्भुत छटा बिखेरते हैं। बारिश के दौरान इन झरनों का जलस्तर बढ़ जाता है और गिरती हुई धाराओं की गूंज, चारों ओर फैली हरियाली और प्रकृति का सुरम्य वातावरण पर्यटकों को मान सम्मोहित कर लेता है। देश-विदेश से आने वाले सैलानी इन प्राकृतिक चमत्कारों का दीदार करने बस्तर पहुंचते हैं। ये नज़ारे इतने मोहक होते हैं कि कोई भी उन्हें देखकर मंत्रमुग्ध हुए बिना नहीं रह सकता।

सीरीज का अंत जीत के साथ करने को तैयार भारतीय महिला ब्रिगेड

बर्मिंघम श्रृंखला पहले ही अपने नाम कर चुकी भारतीय टीम आज यहां इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले पांचवें और अंतिम मैच में अपना दबदबा कायम रखते हुए पांच मैचों की महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला का शानदार अंत करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। भारतीय टीम ने शुरुआती मैचों में बल्ले और गेंद ने कमाल दिखाया, लेकिन चौथे मैच में उसकी फील्डिंग भी शानदार रही जिससे वह इंग्लैंड के खिलाफ पहली बार खेल के सबसे छोटे प्रारूप में श्रृंखला जीतने में सफल रही। अरुंधति रेड्डी के सीमा रेखा पर लिए गए तीन शानदार कैच और राधा यादव की बेहतरीन गेंदबाजी की बदौलत भारत ने इंग्लैंड को सात विकेट पर 126 रन पर रोक दिया और फिर यह मैच छह विकेट से जीतकर श्रृंखला में 3-1 की निर्णायक बढ़त हासिल की। टी20 श्रृंखला में मिली इस जीत से भारत ने तीन मैच की एक दिवसीय श्रृंखला के लिए अपनी पुख्ता तैयारी का भी सबूत पेश किया। भारतीय टीम अब वनडे श्रृंखला में अधिक आत्मविश्वास के साथ उतरेगी। अंतिम मैच में जीत से हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय टीम को 4-1 की बढ़त मिल जाएगी और इंग्लैंड का आत्मविश्वास भी डगमगा जाएगा। भारतीय पुरुष टीम ने पिछले सप्ताह एजबेस्टन में दूसरे टेस्ट में यादगार जीत हासिल की थी और महिला टीम भी उसी मैदान पर जीत की लय बरकरार रखने के लिए उत्सुक होगी। भारतीय गेंदबाजों विशेषकर स्पिनरों अभी तक शानदार प्रदर्शन किया है। इंग्लैंड के बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजों के सामने संघर्ष करते नजर आए हैं और श्रृंखला में अब तक स्पिनरों के खिलाफ 22 विकेट गंवा चुके हैं। राधा यादव को पिछले मैच में दो विकेट और शानदार क्षेत्ररक्षण के लिए मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया था जबकि युवा एन श्री चरणी इस श्रृंखला की शुरुआत में टी-20 अंतरराष्ट्रीय में पदार्पण करने के बाद सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं। महिला टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे सफल स्पिनर दीप्ति शर्मा के नेतृत्व में भारत के स्पिन आक्रमण का सामना करना इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए अबूझ पहेली बन गई है। बल्लेबाजी विभाग में स्मृति मंधाना ने सर्वाधिक रन बनाए हैं। उन्होंने शेफाली वर्मा के साथ मिलकर भारत को आक्रामक शुरुआत दिलाई है। जेमिमा रोड्रिग्स मध्यक्रम में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं लेकिन हरमनप्रीत अभी तक अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं दिखीं और वह वनडे श्रृंखला से पहले अपने खेल को बेहतर बनाने की कोशिश करेंगी। जहां तक इंग्लैंड का सवाल है तो उसे कप्तान नैट साइवर-ब्रंट की कमी खल रही है जो चोटिल होने के कारण दूसरे मैच के बाद बाहर हो गई थी। इससे उसका संतुलन गड़बड़ा गया है। उसके बल्लेबाजों में सोफिया डंकले एकमात्र बल्लेबाज हैं जो निरंतरता दिखा रही हैं। सलामी बल्लेबाज़ डंकले और डैनी वायट-हॉज ठोस शुरुआत देने में नाकाम रहे हैं और मध्यक्रम भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है। गेंदबाजी विभाग में तेज गेंदबाज लॉरेन बेल ने छह विकेट लेकर अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन उसके बाकी गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर पाए हैं। टीम इस प्रकार हैं: भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उपकप्तान), शेफाली वर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, ऋचा घोष (विकेटकीपर), यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), हरलीन देयोल, दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा, एन श्री चरणी, शुचि उपाध्याय, अमनजोत कौर, अरुंधति रेड्डी, क्रांति गौड़, सयाली सतघरे। इंग्लैंड: टैमी ब्यूमोंट (कप्तान), एम अर्लट, लॉरेन बेल, एलिस कैप्सी, चार्ली डीन, सोफिया डंकले, सोफी एक्लेस्टोन, लॉरेन फाइलर, एमी जोन्स (विकेट कीपर), पैगी स्कोल्फील्ड, लिंसे स्मिथ, डैनी व्याट-हॉज, इसी वोंग, माइया बाउचियर। मैच भारतीय समयानुसार रात 11:05 बजे शुरू होगा।