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इस एक्सप्रेस के समय-सारणी में हुआ बदलाव, रेल यात्रियों के लिए अहम खबर

फिरोजपुर रेलवे द्वारा ट्रेन संख्या 12484/12483 अमृतसर-तिरुवनंतपुरम-अमृतसर एक्सप्रेस (साप्ताहिक) का संचालन दिनांक 21.10.2025 से गैर-मानसून समय सारणी के अनुसार करने का निर्णय लिया है। ट्रेन संख्या 12484 (अमृतसर-तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस) अमृतसर से प्रत्येक रविवार को सुबह 05:55 बजे प्रस्थान करेगी और एक दिन बाद मंगलवार को 12:30 बजे तिरुवनंतपुरम नॉर्थ पहुंचेगी। ट्रेन संख्या 12483 (तिरुवनंतपुरम-अमृतसर एक्सप्रेस) तिरुवनंतपुरम नॉर्थ से प्रत्येक बुधवार को सुबह 09:10 बजे प्रस्थान करेगी और एक दिन बाद शुक्रवार को 13:50 बजे अमृतसर पहुंचेगी। प्रमुख ठहराव (दोनों दिशाओं में) पनवेल, रोहा, चिपलून, रत्नागिरी, मडगांव, उडुपी, टोकुर तथा मंगलुरु। परमदीप सिंह सैनी वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक उत्तर रेलवे फिरोजपुर ने यात्रियों से अनुरोध है कि वह यात्रा से पूर्व अपने गंतव्य के लिए समय-सारणी की अधतन जानकारी प्राप्त कर यात्रा की योजना बनाएं।

कानून की धज्जियां उड़ाने पर कार्रवाई, 9 दुकानों के लाइसेंस रद्द

अमृतसर पंजाब सरकार द्वारा नशों के खिलाफ छेड़ी गई मुहिम के तहत जिला ड्रग द्वारा मैडीकल स्टोरों पर छापामारी जारी रखते हुए दुकानदारों से अपील की थी कि कोई भी दवा की दुकान पर पाबंदीशुदा दवाइयों की सेल न करें। विभाग ने स्पष्ट किया था कि अगर कोई भी दुकानदार पाबंदीशुदा दवा बेचता पाया गया तो उसकी दुकान का लाइसैंस रद्द किया जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिसके तहत दुकानदार को सजा व जुर्माना दोनों हो सकती है। जोनल लाइसैसिंग अर्थारिटी कुलविंद्र सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा विगत 17 जुलाई को अड्डा कत्थूनंगल चविंडा देवी रोड पर हैरी मैडीकल स्टोर पर ड्रग कंट्रोलर अधिकारी सुखदीप सिंह के साथ पुलिस ने छापामारी की थी, जिस दौरान उक्त दुकान से 650 गोलियां ट्रामाडोल, 240 कैप्सूल प्रीगाबालीन व गाबापेटिन 300 जब्त किए गए थे, जिसका मूल्य 35,366 के करीब थे। उक्त दुकानदार इन दवाओं का कोई सेल परचेज रिकार्ड नहीं दिखा सका और न ही ट्रामाडोल की गोलियां रखने की परमिशन दिखा सका। जिस पर पुलिस ने उक्त दुकानदार पर एन.डी.पी.एस. एक्ट के अधीन केस दर्ज कर गिरफ्तार किया था। ड्रग विभाग द्वारा उस दौरान उक्त् दुकानदार को शोकॉज नोटिस जारी किया था, लेकिन इसका जवाब भी दुकानदार नहीं दे सका। कुलविंद्र सिंह ने बताया कि कानून की उल्लंघना को देखते हुए दुकान का लाइसैंस रद्द कर दिया गया है। पिछले कुछ दिनों में ड्रग विभाग द्वारा इसी तरह के करीब 9 दुकानदारों के लाइसैंस रद्द किए है। 

पन्नू का नया बयान: खालिस्तानी आतंकी ने जताया उग्र रुख

अमृतसर  खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए वॉशिंगटन डीसी में तथाकथित खालिस्तान रेफरैंडम आयोजित किया। इस दौरान उसने एक वीडियो जारी कर दावा किया कि वह हिंदुस्तान को टुकड़ों में बांटने के लिए बम बनाने की योजना बना रहा है और दिल्ली को खालिस्तान का हिस्सा बनाएगा। भारत सरकार द्वारा आतंकी घोषित पन्नू की इस हरकत ने सुरक्षा एजैंसियों को सतर्क कर दिया है। पन्नू, जो सिख फॉर जस्टिस (एस.एफ.जे.) संगठन का मुखिया है, ने अपने वीडियो में भड़काऊ बयान देते हुए कहा कि हम हिंदुस्तान को खत्म कर देंगे और दिल्ली को खालिस्तान की राजधानी बनाएंगे। उसने दावा किया कि उसके संगठन ने वॉशिंगटन में रेफरैंडम के जरिए सिख समुदाय से समर्थन जुटाया है। हालांकि, इस रेफरैंडम की तस्वीरों में खाली कुर्सियां और गिनती के लोग ही नजर आए, जिससे इसके प्रभाव पर सवाल उठ रहे हैं। भारत सरकार ने पन्नू की इन गतिविधियों को गंभीरता से लेते हुए पहले ही उसे गैर-कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आतंकी घोषित किया है। राष्ट्रीय जांच एजैंसी (एन.आई.ए.) पन्नू के खिलाफ छह मामलों की जांच कर रही है, जिनमें भारत विरोधी साजिशें और खालिस्तान समर्थक गतिविधियां शामिल हैं। अमृतसर और चंडीगढ़ में उसकी संपत्तियां भी जब्त की जा चुकी हैं। पन्नू की इस ताजा धमकी ने भारत में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है। खुफिया एजैंसियों का मानना है कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. के इशारे पर भारत में अस्थिरता फैलाने की कौशिश कर रहा है। विदेश मंत्रालय ने पन्नू के दावों को ‘निराधार और अनुचित’ करार देते हुए कहा कि उसका संगठन भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को नुकसान पहुंचाने के लिए काम कर रहा है।   पन्नू, जो अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता रखता है, लंबे समय से भारत विरोधी प्रचार में शामिल रहा है। उसने पहले भी भारतीय संसद, तिरंगे और भारतीय नेताओं को निशाना बनाने की धमकियां दी हैं। हाल ही में उसने 15 अगस्त को वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास के बाहर खालिस्तान फ्रीडम रैली आयोजित करने का ऐलान किया था, जिसमें तिरंगा जलाने की धमकी दी थी। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि पन्नू की गतिविधियां भारत के लिए गंभीर खतरा हैं, खासकर जब वह विदेशी धरती से भारत में अशांति फैलाने की कौशिश कर रहा है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि ऐसी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पन्नू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, भारतीय समुदाय और सिख संगठनों ने पन्नू की हरकतों की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि पन्नू जैसे लोग सिख समुदाय की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहा है। भारत सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी इस मुद्दे को उठाने का फैसला किया है, ताकि पन्नू जैसे आतंकियों के खिलाफ वैश्विक सहयोग बढ़ाया जा सके।

राशन कार्ड धारकों के लिए नई व्यवस्था, मुफ्त गेहूं अब मशीनों के जरिए मिलेगा

लुधियाना  पंजाब में मुफ्त गेहूं पाने वाले राशन कार्ड धारकों के लिए बुरी खबर है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राशन डिपो पर लाभार्थी परिवारों को वितरित किया जा रहा गेहूं फिलहाल केवल उन्हीं लोगों को दिया जा रहा है जिन्होंने ई-के.वाई.सी. करवाया है क्योंकि ई-पॉश मशीन से केवल उनकी ही पर्चियां जारी हो रही हैं। दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार ने 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना' से जुड़े परिवारों को दिए जा रहे मुफ्त गेहूं में लंबे समय से चल रहे घोटाले को रोकने के लिए सख्त रवैया अपनाया है, ताकि सरकारी अनाज की लगातार हो रही कालाबाजारी को रोका जा सके। सरकार ने इस योजना से जुड़े हर सदस्य को आदेश दिया है कि राशन कार्ड धारक अपने क्षेत्र के नजदीकी राशन डिपो पर जाकर मुफ्त में अपना ई-के.वाई.सी. करवा लें, अन्यथा उन्हें राशन डिपो से मिलने वाला मुफ्त गेहूं नहीं मिलेगा। यहां यह बताना महत्वपूर्ण है कि इस मौजूदा चरण के दौरान, केंद्र सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से जुड़े लाभार्थी परिवारों को जुलाई से सितंबर तक 3 महीने के लिए मुफ्त गेहूं वितरित कर रही है। 

PA की हरकतों ने चौंकाया, बड़े अफसर और CM तक पहुंचा विवाद

लुधियाना राज्य जी.एस.टी. विभाग में अधिकारियों को पसंदीदा जिले हासिल कराने के नाम पर हो रही कथित धांधली चर्चा का विषय गर्माया हुआ है। सूत्रों के अनुसार इसी सन्दर्भ में एक उच्चाधिकारी के खास इंस्पैक्टर उर्फ पी.ए. को अचानक एक सिंगल ऑर्डर के तहत पटियाला से ट्रांसफर कर दिया गया है। जानकारी मिली है कि उक्त इंस्पैक्टर अधिकारियों से बदलियों व मनचाहे जिलों के लिए पैसे वसूल कर गैर-जरूरी अधिकारियों को पसंदीदा जिलों में तैनात करवा रहा था। इसे लेकर विभाग के ईमानदार अधिकारियों में काफी राहत मिली है क्योंकि इससे कई काबिल अधिकारी दूरस्थ या छोटे जिलों में लंबे समय तक फंसे रहते थे, जबकि कई सिफारशी अधिकारी बड़े व मुख्य स्टेशनों पर बने रहते थे। वहीं यह भी जांच का विषय है कि इंस्पैक्टर स्तर का अधिकारी किस की शह पर और ट्रांसफर रुकवा और करवा रहा था, उक्त किस उच्च अधिकारी के साथ मिलकर बदलियों का नेटवर्क चला रहा था। साथ ही उच्चाधिकारी के खिलाफ डिपार्टौंटल इन्क्वायरी होनी चाहिए या विजिलेंस ब्यूरो को ट्रांसफर धांधली के पीछे मास्टरमाइंड पर बनती कार्रवाई करनी चाहिए। एक स्थानीय कारोबारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लुधियाना स्टेशन में कई ऐसे अधिकारी हैं जो लंबे समय से यहीं स्थिर हैं और अधिकतर अधिकारी इस बड़े स्टेशन से हटना ही पसंद नहीं करते। अधिकारियों का कारोबारियों के साथ अच्छी सांठ-गांठ बनी होने के कारण ही ये अधिकारी लुधियाना में टिके रहते हैं। इससे अधिकारियों को कानून का अनुपालन करने में ये अधिकारी ढील देते हैं, जिसके एवज में अधिकारी उक्त अधिकारियों की जरूरतों का ध्यान रखते है।  लुधियाना के कारोबारियों ने अधिकारियों की स्थायी तैनाती पर लगाई आपत्ति  एक कारोबारी ने लुधियाना जिले में पदस्थ कुछ अधिकारियों की 5 से 6 वर्षों से स्थायी तैनाती को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने बताया कि ये अधिकारी बिना विभागीय ट्रांसफर नीति का पालन किए लंबे समय से एक ही शहर में जमे हुए हैं और इसी दौरान कई अधिकारी लुधियाना में रहकर लगातार प्रमोशन भी प्राप्त कर चुके हैं। कारोबार ने इस स्थिति को प्रशासनिक अनियमितता बताते हुए पंजाब सरकार, मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंजाब के मुख्य सचिव को लिखित शिकायत भी सौंपी है। शिकायत में पूछा गया है कि इन अधिकारियों को इतनी लंबी अवधि तक एक ही जिले और पद पर नियुक्त रखने के पीछे क्या कारण है और वे किस आधार पर ट्रांसफर नीति का उल्लंघन कर प्रदेश के अन्य हिस्सों में तैनाती से बच रहे हैं।

भारी बरसात से पंजाब में अलर्ट, भाखड़ा बांध के गेट खोले गए

चंडीगढ़ पंजाब के कई इलाकों में इस समय तेज बारिश हो रही है। इसी बीच भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) ने भाखड़ा डैम के फ्लड गेट खोलने का फैसला लिया है। बीबीएमबी द्वारा जारी पत्र के अनुसार, आज दोपहर 3 बजे से क्रमबद्ध तरीके से भाखड़ा डैम के गेट खोले जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, आज दोपहर 3 बजे पहले चरण में फ्लड कंट्रोल गेट 1 फुट तक, 4 बजे दूसरे चरण में 2 फुट तक और 5 बजे तीसरे चरण में 3 फुट तक खोले जाएंगे। बीबीएमबी प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि निर्धारित समय के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ताकि पानी छोड़ने की प्रक्रिया सुचारू और सुरक्षित तरीके से पूरी की जा सके। इसी बीच डैम के आस-पास सायरन बजाए जाएंगे, ताकि लोगों को समय रहते सावधान किया जा सके और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सतर्कता बरती जा सके। बीबीएमबी के अनुसार, आज सुबह 6 बजे भाखड़ा डैम का जलस्तर 1665.06 फुट तक पहुंच चुका था, जबकि डैम की सामान्य जल भंडारण क्षमता 1680 फुट है। इस समय डैम की कुल क्षमता का 87 प्रतिशत हिस्सा पानी से भरा हुआ है और इसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है। 

बाढ़ से प्रभावित पंजाब, अधिकारियों को दिए गए कड़े आदेश

जालंधर  पिछले कई दिनों से पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बारिश के कारण पंजाब के डैमों में पानी का स्तर बढ़ने के मद्देनजर पंजाब के जल स्रोत मंत्री बरिन्दर कुमार गोयल ने प्रभावित जिलों में स्थिति का विस्तृत जायजा लेने के लिए सम्बन्धित डिप्टी कमिश्नरों के साथ टैलीफोन पर बातचीत की। कैबिनेट मंत्री ने डिप्टी कमिश्नरों को जान-माल की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए तुरंत राहत प्रबंध करने के सख्त आदेश दिए। पंजाब भवन में प्रैस कांफ्रैंस के दौरान उन्होंने बताया कि कपूरथला, होशियारपुर, गुरदासपुर, फाजिल्का और फिरोजपुर आदि जिलों में से गुजरते दरियाओं के बांधों के अंदरूनी तरफ वाले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं क्योंकि दरियाओं में पानी का स्तर बढ़ रहा है और बाढ़ वाले क्षेत्रों में किसानों द्वारा बनाए गए अस्थाई बांधों में दरारें आ गई हैं। उन्होंने बताया कि कपूरथला, फिरोजपुर और फाजिल्का जिलों का करीब 14,200 एकड़ क्षेत्र बाढ़ के पानी से प्रभावित हुआ है। इसमें से जिला कपूरथला के क्षेत्र में जनसंख्या प्रभावित हुई है जबकि फाजिल्का और फिरोजपुर का प्रभावित क्षेत्र कृषि अधीन है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन लोगों की हरसंभव सहायता के लिए मौजूद है।   उन्होंने बताया कि फील्ड में 4 सुप्रीटेंडिंग इंजीनियर (एस.इज), 10 एक्सियन, 20 एस.डी.ओ. और 200 फील्ड स्टाफ (समेत जे.ई.) निरंतर 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि संवेदनशील क्षेत्र को सैक्टरों में बांटा गया है ताकि तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जा सके। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों को प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत राहत कैम्प स्थापित करने के निर्देश दिए जिससे बेघर हुए लोगों को आश्रय, भोजन और डाक्टरी सहूलतें दी जा सकें। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा बनाएं बांध सुरक्षित हैं और इन बांधों से पानी का कोई ओवरफ्लो नहीं हुआ है। इन बांधों पर रोस्टर-आधारित मजबूत टीमों द्वारा 24 घंटे सख्त निगरानी की जा रही है। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों को पशुओं की सुरक्षा और तंदुरुस्ती के लिए विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए, जिसमें अलग शैल्टर बनाना, चारा और पीने वाले पानी की सप्लाई को यकीनी बनाना और प्रभावित क्षेत्रों में वैटरनरी टीमों की तैनाती करना शामिल है।