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कम बजट में फ्रेंडली Dreame रोबोट वैक्यूम क्लीनर, घर में खुद लगाएगा झाड़ू और पोंछा

Dreame Technology ने भारत में न्यू Robot Vacuume Cleaner लॉन्च कर दिया है, जिसका नाम Dreame F10 है. इस रोबोट को खासतौर से भारतीय घरों के लिए तैयार किया गया है. कंपनी का दावा है कि यह घर को बड़े ही शानदार तरीके क्लीन कर सकता है, जिसके लिए इसमें पावरफुल सक्शन, स्मार्ट मैपिंग और मोपिंग का फीचर मिलता है. इसमें इंटेलीजेंट नेविगेशन फीचर भी प्रोवाइड कराया है.   Dreame F10 की कीमत 21,999 रुपये है और यह Amazon India पर उपलब्ध होगा. Amazon Prime Day ऑफर के तहत इसको डिस्काउंट के साथ खरीदा जा सकता है, जिसकी कीमत 19,999 रुपये हो जाएगी. Amazon Prime Day Sale 12 से 14 जुलाई 2025 तक चलेगी.   Dreame F10 Robot Vacuum Cleaner के फीचर  Dreame F10 Robot Vacuum Cleaner को ब्रांड ने 2 इन-1 मोड में लॉन्च किया है. इसमें वैक्यूम और मोप का फीचर मिलता है, जिसे सिंपल शब्दों में झाड़ू और पोंछा के रूप में समझ सकते हैं. यह डिवाइस 570ml के डस्टबिन के साथ आता है, जो डस्ट, बाल आदि को कलेक्ट करता है. इसके अंदर 235ml का वॉटर टैंक भी मिलेगा.  Dreame F10 Robot Vacuum Cleaner के अंदर कंपनी का Vormax Standard सिस्टम दिया है और यह 13,000Pa सक्शन के साथ आता है. इसमें इंटेलीजेंट कारपेट बूस्ट फंक्शन दिया गया है, जो कारपेट के मुताबिक अपने सक्शन को एडजेस्ट करता है.  Dreame F10 घरों में 20mm तक की क्लाइंबिंग कर सकता है   Dreame F10 रोबो वैक्यूम क्लीन घरों में 20mm तक की क्लाइंबिंग कर सकता है. आमतौर पर लिविंग रूम और बालकनी के फ्लोरिंग में थोड़ा अंतर होता है, जिसकी वजह से कई रोबोट वैक्यूम क्लीनर उसपर चढ़ नहीं पाते हैं लेकिन Dreame F10 के साथ ये प्रोब्लम नहीं होगी.  Dreame F10 Robot Vacuum Cleaner में है खास टेक्नोलॉजी  Dreame F10 के साथ Smart Pathfinder Technology का यूज किया गया है, जो घर की क्लीनिंग के लिए बेहतर तरीके से मैपिंग करता है. साथ ही यह खुद को ऑब्स्टेकल और सीढ़ियों पर गिरने से बचाता है. मल्टीमैपिंग का भी फीचर दिया गया है  कस्टमाइज क्लीनिंग के लिए आप खुद की पर्सनालाइज मैपिंग कर सकते हैं. इसके अंदर आपको मल्टी फ्लोर मैपिंग, No-Mob Zones और वर्चुअल बाउंड्रीज का फीचर मिलता है. यह Alexa, Google Assistant और Siri के सपोर्ट के साथ आता है.  Dreame F10 में है इतनी बड़ी बैटरी  रोबोट वैक्यूम क्लीन के अंदर 5200mAh की बैटरी दी गई है. सिंगल चार्ज में जो 300 मिनट्स तक का क्लीनिंग टाइम प्रोवाइड कराता है. बैटरी लो होने पर यह रोबो वैक्यूम ऑटोमैटिक डॉक पर वापस आ जाता है.  पिक और ड्रॉप की सर्विस  Dreame F10 की आफ्टर सेल्स सर्विस की बात करें तो कंपनी ने 1 साल की वारंटी का ऐलान कर चुका है. इसके साथ कस्टमर हेल्पलाइन नंबर भी दिया है. साथ ही कंपनी ने 165 शहरों में सर्विसिंग और रिपेयरिंग के लिए पिक और ड्रॉप की सर्विस प्रोवाइड कराई है, जहां प्रोडक्ट खराब होने की कंडिशन में कंपनी का कर्मचारी कस्टमर के घर पहुंचेगा और प्रोडक्ट को कलेक्ट करेगा. फिर प्रोडक्ट ठीक होने के बाद कंपनी का कर्मचारी या पार्टनर उसे घर पर वापस कर जाएगा. 

बहुत ज्यादा टेंशन होने पर ऐसे करें मन शांत

रोजाना के बिजी शेड्यूल की वजह से ज्यादा तर लोग खुद के लिए समय नहीं निकाल पाते। भागदौड़ भरी जिंदगी में बहुत से लोग तनावग्रस्त हैं। तनाव की वजह से मन अशांत रहता है और बड़े फैसले लेना मुश्किल होता है। टेंशन के बीच मन को शांत रखना सरल काम नहीं है, लेकिन नामुमकिन भी नहीं है। छोटे-छोटे तरीकों को अपनाकर आप टेंशन में भी मन को शांत रख सकते हैं। जानें, मन शांत करने के 5 तरीके- गहरी सांस लेना अपनी नाक से गहरी सांस लें और फिर कुछ सेकंड के लिए रोककर रखें बाद में अपने मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। ऐसा करते समय अपनी सांस की अनुभूति पर ध्यान केंद्रित करें। माइंडफुलनेस प्रेक्टिस आएगी काम अपने आस-पास के माहौल और शरीर की संवेदनाओं पर ध्यान दें। आप 5-4-3-2-1 तकनीक को आजमा सकते हैं। इसके लिए 5 ऐसी चीजें पहचानें जिन्हें आप देख सकते हैं, 4 ऐसी चीजें जिन्हें आप छू सकते हैं, 3 ऐसी चीजें जिन्हें आप सुन सकते हैं, 2 ऐसी चीजें जिन्हें आप सूंघ सकते हैं और 1 ऐसी चीज जिसे आप चख सकते हैं। टहलने से मिलेगी मदद टेंशन के बीच मन को शांत रखने का सबसे अच्छा तरीका है कुछ मिनटों के लिए बाहर निकलें और वॉक करें। इस दौरान अपने आस-पास के वातावरण पर ध्यान केंद्रित करें। शांत करने वाले म्यूजिक को सुनें बहुत ज्यादा टेंशन के बीच ऐसा करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। लेकिन अगर आप गलत फैसले लेने से बचना चाहते हैं तो मन शांत करने के लिए शांत करने वाले म्यूजिक को सुनें। म्यूजिक हृदय गति और ब्लडप्रेशर को कम करने में मदद कर सकता है। च्युइंग गम आएगी काम बहुत से लोग इसे खाना पसंद नहीं करते हैं लेकिन स्ट्रेस के बीच मन शांत करने में ये आपकी मदद कर सकती है। जब भी आपको तनाव महसूस हो तो च्युइंग गम चबाना शुरू कर दें। दरअसल च्युइंग गम चबाने से तनाव से जुड़े हार्मोन कोर्टिसोल के लेवल को कम करने में मदद मिलती है , जिससे यह तनाव को जल्दी से मैनेज करने में मदद करता है। डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी सवाल के लिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें।  

सलामत रहें फोन के कंटैक्ट्स

आपके सामने भी कभी इस तरह की स्थिति आई होगी कि आपको अपने जानने वालों से कहना पड़ा हो, मेरा फोन खो गया है… या फिर चोरी हो गया है, आपके पास फलां व्यक्ति का नंबर है क्या… या फिर सोशल साइट्स पर भी इस तरह के पोस्ट देखे जा सकते हैं कि मेरा कंटैक्ट खो गया है आप अपना नंबर शेयर कीजिए…। ऐसे में कई बार लगता है कि अगर कंटैक्ट्स का बैकअप होता, तो इस तरह की समस्या से दो-चार नहीं होना पड़ता। अपने स्मार्टफोन के कंटैक्टस का आप इन तरीकों से बैकअप ले सकते हैं… एंड्रायड फोन सुपर बैकअप: अगर आपके पास एंड्रायड फोन है, तो कंटैक्ट्स बैकअप के लिए सुपर बैकअप एप्लीकेशन का उपयोग कर सकते हैं। इसे यूज करना काफी आसान है। यह कंटैक्ट्स के साथ एसएमएस बैकअप की भी सुविधा देता है। कंटैक्ट्स फोन के इंटरनल स्टोरेज में बैकअप बनता रहता है। आप इसे गूगल ड्राइव में सेव करने के लिए ऑटोमैटिकक अपडेट के ऑप्शन को चुन सकते हैं। अगर आप गूगल कंटैक्ट अपडेट के ऑप्शन को चुनते हैं तो नियमित तौर पर बैकअप बनता रहेगा। हालांकि एप का फ्री वर्जन एड सर्पोटेड है, लेकिन अगर आप एड नहीं चाहते हैं, तो सुपर बैकअप प्रो को परचेज कर सकते हैं। आइओएस माइ कंटैक्ट्स बैकअप प्रो: यह एप्लिकेशन आइओएस डिवाइस यूजर्स के लिए है। इसमें बैकअप व री-स्टोरेशन की आसान सुविधाएं हैं। साथ ही, यह आपके कंटैक्ट्स बैकअप को इमेल एड्रेस पर भी भेजने की सुविधा देता है। फिर आप चाहें, तो उसे ड्रॉपबॉक्स पर भी सेव कर सकते हैं। यहां आप कंटैक्ट्स को वाइ-फाइ के जरिए ब्राउजर पर मैनेज करने के अलावा, रेग्युलर बैकअप और रिमूव का रिमाइंडर भी सेट कर सकते हैं। इस एप्लिकेशन को एपल के एप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। विंडोज फोन कंटैक्ट्स व मैसेज बैकअप: इस एप्लिकेशन के जरिए विंडोज 8.1 यूजर्स अपने कंटैक्ट्स बैकअप के साथ एसएमएस और एसएमएस का बैकअप एसडी कार्ड में ले सकते हैं। हालांकि विंडोज फोन में क्लाउड-बेस्ड बैकअप फंक्शैनलिटी इन-बिल्ट होता है, लेकिन लोकल बैकअप से फायदा यह है कि आप फोन को तेजी से रिस्टोर कर सते हैं। अगर फोन में कंटैक्ट्स और मैसेज का बड़ा डाटाबेस है और नये फोन में बैकअप लेना चाहतें हैं, तो इस एप्लिकेशन के जरिए क्लाउड स्टोरेज की तुलना में ज्यादा तेजी से फोन में कंटैक्ट बैकअप और मैसेज को रिस्टोर किया जा सकता है। हालांकि इस एप्लिकेशन के लिए आपको माइक्रोएसडी कार्ड की जरूरत पड़ेगी। यह आपके एसडी कार्ड में बैकअप रिस्टोर का फोल्डर बना देगा। यहां कंटैक्ट्स वीसीएफ फॉर्मेट में स्टोर होता है और मैसेज एक्सएमएल फॉर्मेट में। ब्लैकबेरी फ्री कंटैक्ट बैकअप:- ब्लैकबेरी 10 यूजर के लिए फ्री कंटैक्ट बैबअप यूजफूल एप्लिकेशन है। आप सिंगल टैप के जरिए कंटैक्ट का बैकअप ले सकते हैं। इस एप्लिकेशन की खासियत है कि आप चाहें तो पूरे फोन का बैकअप ले सकते हैं। इसके अलावा यह डुप्लिकेट कंटैक्ट्स को मर्ज करने का ऑप्शन भी देता है। आप बैकअप को मेल के जरिए भी भेज सकते हैं। पुराने ब्लैकबेरी फोन यूजर फ्री बैकअप कंटैक्ट एप बाइ अमैरा सॉफ्ट ट्राइ कर सकते हैं। कंटैक्ट्स होंगे ऑटोमैटिक अपडेट 6 डिग्री:- ऑटोमैटिक कंटैक्ट बैकअप के लिए इस एप्लिकेशन का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आप अपने फोनबुक में कोइ नया कंटैक्ट अपडेट करते हैं, तो यह खुद ही उसे अपडेर कर देगा। इसके अलावा, अगर आपके फ्रेंड्स अलाउ करें, तो यह फ्रेंड्स के फोन में भी कंटैक्ट को सर्च करने का ऑप्शन देता है। आप इस एप की मदद से डुप्लिकेट कंटैक्अ को रिमूव करने के अलावा दूसरे डिवाइस में भी रिस्टोर कर सकते हैं। यह एप आइओएस के साथ एंड्रायड डिवाइस को भी सपोर्ट करता है। एडाप्पट:- यह एप्लिकेशन भी आपके एड्रेस बुक को हमेशा अपटूडेट रखेगा। जब भी कोई फ्रेंड या फिर फैमिली मेंबर कंटैक्ट को अपडेट करता है, तो यह खुद ही एड्रेस बुक को अपडेट कर देगा। यह यूजर को आइडेंटीफाइ करने के लिए इमेल आइडी का इस्तेमाल करता है। एप्लिकेशन डाउनलोड करने के बाद कुछ स्टेप के जरिए आप लोगों को इनवाइट भी कर सकते हैं। इसे डिवाइस के साथ भी आसानी से सिंक किया जा सकता है।  

हाथों की खूबसूरती बनाए रखने के ये 6 नुस्खे

त्वचा को जवां बनाने और निखारने की बात करते हैं तो अपने हाथों को भूल जाते हैं। जबकि देखभाल की सबसे ज्यादा जरूरत हमारे हाथों को होती है, क्योंकि इन पर धूप का प्रभाव सबसे ज्यादा पडता है। इसके अलावा घरेलू कामकाज के दौरान भी हार्ड केमिकल्स का इन पर बहुत प्रभाव पडता है। अगर इनकी ठीक प्रकार से देखभाल की जाए, तो आपके हाथ लम्बे समय तक जवां और खूबसूरत बने रहेंगे। -बढती एज की निशनियां -अपने हाथों पर गौर करें। -हाथों की स्किन का ढीला हा कर लडक जाना। -हाथों की नसों का दिखायी देना। -हथेलियों का हर समय रूखा-सूखा रहना। हाथों की खूबसूरती बनाएं रखें:- 1. दिनभर घर का काम करने से हाथों का मॉइश्चर खत्म हो जाता है और वे खुरदरे हो जाते हैं। बदलते मौसम में शुष्क हवाओं के असर भी हाथ रूखे हो जाते हैं। पानी में काम करने के बाद और सुबह नहाने के बाद अच्छा अब्जॉर्बिग लोशन लगाएं। रात में थोडा हेवी और क्रीम बेस्ड मॉइश्चराइजर लगाएं, ताकि क्रीम हाथों में अच्छी तरह से जज्ब हो आए। 2. धूप और धूल के प्रभाव से हाथों में पिगमेंटेशन और टैनिंग भी हो जाती है। इन्हें दूर करने के लिए स्क्रब करके पैक लगाएं। हाथों की ब्लीचिंग भी की जा सकती है। 3. स्क्रबिंग के लिए होममेड स्क्रब जैसे चीनी और बेसन का यूज करें और ताजे फलों का पैक लगाएं। चीनी से सक्रब करने के लिए हथेलियों को गीला करके थोडी सी चीनी लें और तब तक हाथों की मसाज करें जब तक चीनी घुल ना जाए। फिर साफ पानी से हाथ धो लें। इसी तरह 1 चम्मच बेसन में थोडा नींबू का रस, हल्दी और कच्चाा दूध या मलाई मिलाएं। इसे हाथों पर लगा कर स्क्रब करें। 4. सनस्क्रीन ना सिर्फ आपके चेहरे के लिए, बल्कि बॉडी के उन सभी पाट्र्स के लिए जरूरी है, जो सीधे धूप के सम्पर्क में आते हैं। घर से बाहर निकलते समय 15 मिनट पहले चेहरे के साथ-साथ हाथों पर भी सनस्क्रीन लगाएं। 5. नाखूनों के क्यूटिकल्स की भी देखभाल करें। हाथ रूखें हो जाने पर क्यूटिकल्स निकल आते हैं, जिनसे हो कर गंदगी और बैक्टीरिया हमारे शरीर में घुस जाते हैं। हाथ धोने के बाद शिया बटर युक्त मॉइश्चराइजर लगाएं। चाहें, तो नाखूनौं के बेस पर थोडा सा लिप बाम भी लगा सकती हंै। 6. हटाए झुर्रियां हाथों में आयी झुर्रियां आपको अपने हाथ छिपाने के लिए मजबूर ना करें इाके लिए जरूरी है कि हैंड रिजूविनेशन ट्रीटमेंट अपनाया जाए। डर्मा फिल्र्स जैसे ज्यूवडर्म इसके लिए बेहद करागर उपचार है। इस ट्रीटमेंट में हाइएल्यूरोनिक एसिड जैल का इस्तेमाल किया जाता है। यह हमारी स्किन का एक कुरती तत्व है, जो स्किन को वॉल्यूम देता है। इस ट्रीटमेंट के बाद हाथ भरे-भरे दिखते हैं, स्किन का टेक्सचर बेहतर होता है और स्किन में कोलेजन बन कर स्किन में कसाव आता है। हाथों की झुर्रियां हटाने के लिए भी यह अच्छा ट्रीटमेंट है।  

फूल भी करते हैं दवा का काम, इन रोगों में ये हैं रामबाण

फूलों की खूशबू और उनकी सुंदरता तो हम सभी का मन मोह लेती है, लेकिन क्या आप जानते है कि हम फूलों को भी खा सकते हैं। खाने में फूलों का उपयोग भले ही हम सीधे न कर पाएं, लेकिन सही पर फूलों का इस्तेमाल हम कई चीजें में करते हैं, फिर चाहे वह खाना हो या सलाद। हजारो सालों से हम फूलों कि सुंदरता को देखते और महक का आनंद लेते आए हैं। उनके इन्हीं रंगों में उनकी बहुत सारी खूबियां छिपी हुई हैं। अभी तक अधिकांश लोग यही जानते थे कि फूलों का उपयोग सिर्फ इत्र बनाने में होता है,तो आइए जाने कुछ ऐसे ही फूलों को जो हमारे भोजन को स्वादिष्ट बनाते हैं। लैवेंडर फूल-इन खुशबूदार फूलों का इस्तेमाल आइस्क्रीम और दही में किया जाता है। इसका इस्तेमाल एंटीसेप्टिक और बालों की रूसी को रोकने में भी होता है। गुलदाउदी-कैमोमाइल की तरह ही गुलदाउदी का चाय में इस्तेमाल होता है। गुलदाउदी में एंटी ऑक्सीडेंट और मिनरल्स के अलावा एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी-कार्सनोजेनिक गुण भी पाए जाते हैं। बबूने का फूल (कैमोमाइल)-यह फूल आपको शान्त रखने में मदद करता है, इसीलिए इसका इस्तेमाल चाय में किया जाते है। इसमें एंटीइनफ्लेमेटरी, एंटी-कार्सनोजेनिक और घाव भरने के गुण पाए जाते हैं। गुडहल के फूल-इन फूलों का इस्तेमाल सलाद को गार्निश करने के लिए होता है, इसके अलावा चाय में भी गुड़हल के फूलों का इस्तेमाल होता है। इनमें भरपूर मात्रा में एंटी-आक्सीडेंट पाए जाते हैं जो लो-ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करते हैं। एप्पल और ऑरेंज के फूल-ये दोनों फूल सबसे ज्यादा खाए जाते हैं, इन्हें खाने से कई रोग दूर होते हैं। इसके बारे में कुछ ही लोग जानते हैं, लेकिन इनका उपयोग कम मात्रा में करना चाहिए।  

Amazon Sale की बड़ी डील, 10 हजार से कम में मिल रहे ये पांच नए 5G फोन, सबसे सस्ता ₹7199 का

नए स्मार्टफोन का प्लान कर रहे हैं, तो Amazon Prime Day Sale में आपकी तलाश खत्म हो सकती है। यह सेल 12 जुलाई से शुरू होगी और 14 जुलाई तक चलेगी। सेल में स्मार्टफोन्स भारी डिस्काउंट के साथ हजारों रुपये सस्ते मिलेंगे। अमेजन ने कुछ डील्स का खुलासा कर दिया है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि अगर आप 10 हजार रुपये से कम में नया 5G Smartphone खरीदना चाहते हैं, तो आपके पास कौन-कौन से ऑप्शन हैं। लिस्ट में देखें आपको कौन सा फोन पसंद आ रहा है… सेल में यह फोन ऑफर्स के बाद केवल 9,499 रुपये की शुरुआती प्रभावी कीमत पर मिलेगा। इसमें 6000mAh की बड़ी बैटरी है। फोन में 6.74 इंच का डिस्प्ले है। इसमें 50 मेगापिक्सेल का एआई मेन रियर कैमरा है। धूल और पानी से सुरक्षित रहने के लिए यह IP64 रेटिंग के साथ आता है। फोन मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 चिपसेट से लैस है। सेल में यह फोन ऑफर्स के बाद केवल 7,199 रुपये की शुरुआती प्रभावी कीमत पर मिलेगा। इसमें 5000mAh की बड़ी बैटरी है। फोन में 6.75 इंच का डिस्प्ले है। इसमें 50 मेगापिक्सेल का मेन रियर कैमरा है। धूल और पानी से सुरक्षित रहने के लिए यह IP64 रेटिंग के साथ आता है। फोन मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6400 चिपसेट से लैस है। सेल में यह फोन ऑफर्स के बाद केवल 7,999 रुपये की शुरुआती प्रभावी कीमत पर मिलेगा। इसमें 5160mAh की बड़ी बैटरी है। फोन में 6.88 इंच का डिस्प्ले है। इसमें 50 मेगापिक्सेल का मेन रियर कैमरा है। धूल और पानी से सुरक्षित रहने के लिए यह IP52 रेटिंग के साथ आता है। फोन स्नैपड्रैगन 4s जेन 2 प्रोसेसर से लैस है। सेल में यह फोन ऑफर्स के बाद केवल 8,999 रुपये की शुरुआती प्रभावी कीमत पर मिलेगा। इसमें 5000mAh की बड़ी बैटरी है। फोन में 6.75 इंच का डिस्प्ले है। इसमें 50 मेगापिक्सेल का मेन रियर कैमरा है। धूल और पानी से सुरक्षित रहने के लिए यह IP64 रेटिंग के साथ आता है। फोन डाइमेंसिटी 7060 प्रोसेसर से लैस है। सेल में यह फोन ऑफर्स के बाद केवल 8,499 रुपये की शुरुआती प्रभावी कीमत पर मिलेगा। इसमें 5000mAh की बड़ी बैटरी है। फोन में 6.78 इंच का डिस्प्ले है। इसमें 64 मेगापिक्सेल का मेन रियर कैमरा है। फोन डाइमेंसिटी 6300 प्रोसेसर से लैस है।

डॉक्टर की चेतावनी: हार्ट अटैक सिर्फ कोलेस्ट्रॉल से नहीं, यह सस्ता टेस्ट जरूर कराएं

नई दिल्ली  हार्ट अटैक से बचने के लिए डॉक्टर अच्छी लाइफस्टाइल के साथ अक्सर स्क्रीनिंग की भी सलाह देते हैं। अब रशिया के एक कार्डियोलॉजिस्ट का पोस्ट वायरल है। इसमें उन्होंने बताया है कि कोलेस्ट्रॉल नहीं बल्कि दिल की सेहत का हाल जानने के लिए एक और ब्लड टेस्ट इम्पॉर्टेंट है। डॉक्टर डिमीट्री वह इंस्टाग्राम पर हार्ट ट्रांसप्लांट डॉक्टर के नाम से हैं साथ ही हार्ट फेलियर में स्पेशलाइजेशन है। ये है साइलंट इन्फ्लेमेशन मार्कर इंस्टाग्राम पर हार्ट ट्रांसप्लांट के नाम से फेमस डॉक्टर डिमीट्री का जून का एक पोस्ट वायरल है। इसमें उन्होंने लिखा है, यह ब्लड टेस्ट हार्ट अटैक की भविष्यवाणी करता है लेकिन यह कोलेस्ट्रॉल नहीं है। इस टेस्ट का नाम है सीआरपी। यह एक साइलेंट इन्फ्लेमेशन मार्कर है जो कि आपकी लाइफ बचा सकता है। सीआरपी यानी सी रिऐक्टिव प्रोटीन आपके लिवर में तब बनता है जब कोई इन्फ्लेमेशन होता है। जब इन्फ्लेमेशन बहुत ज्यादा होता है तो यह आपकी ब्लड वसेल्स को डैमेज करता है और हार्ट अटैक और स्ट्रोक के रिस्क को बढ़ा देता है। कोलेस्ट्रॉल नॉर्मल होने के बाद भी रिस्क डॉक्टर ने बताया कि सीआरपी टेस्ट इसलिए इम्पॉर्टेंट है क्योंकि ये हार्ट अटैक, स्ट्रोक, धमनियों के सकरे होने और पेरिफेरल आर्टरी डिसीज से जुड़ा है। अगर आपका कोलेस्ट्रॉल नॉर्मल है और सीआरपी ज्यादा है तो आप रिस्क जोन में हैं। कितना होना चाहिए सीआरपी सीआरपी का ये टेस्ट Hs-CRP यानी हाई सेंसिटिव सीआरपी के नाम से होता है। अगर इसका नतीजा 3.0mg/L है तो आपको हाई रिस्क है। अगर 1.0 से 3.0 तक है तो मॉडरेट रिस्क है। अगर आपका Hs-CRP 1 से कम है तो आपको रिस्क भी कम है। कैसे कम करें सीआरपी टेस्ट के बाद अगर आपका सीआरपी ज्यादा आए तो आप इसे कम करने की कोशिश करें। इसके लिए ऐसी डायट लें जो दिल के लिए अच्छी और ऐंटी-इनफ्लेमेटरी हो। फिजिकली ऐक्टिव रहें। वजन ज्यादा है तो इसे कम करें। सिगरेट छोड़ दें। अपने डॉक्टर से बात करें। बता दें कि सीआरपी और Hs-CRP टेस्ट बहुत महंगे नहीं बल्कि 400 से 900 रुपये के बीच हो जाते हैं। इनका रेट शहर और पैथोलॉजी के हिसाब से बदल सकता है।  

पीएसजी ने रियल मैड्रिड को रौंदा, 4-0 की जीत के साथ फाइनल में धमाकेदार एंट्री

न्यू जर्सी पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी) ने रियल मैड्रिड को 4-0 से शिकस्त देकर फीफा क्लब विश्व कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। पीएसजी की जीत के हीरो फाबियन रुइज रहे, जिन्होंने दो गोल दागे। यह मुकाबला मेटलाइफ स्टेडियम में गुरुवार (भारतीय समयानुसार) को खेला गया। अब पीएसजी की टीम खिताबी मुकाबले में इंग्लिश क्लब चेल्सी से भिड़ेगी, जिसने सेमीफाइनल में फ्लुमिनेंस को 2-0 से हराया है। भारत में इस फाइनल मैच की शुरुआत 14 जुलाई को रात 12 बजकर 30 मिनट पर होगी। रियल मैड्रिड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में लुइस एनरिके की टीम ने शुरुआत से ही आक्रामक खेल अपनाते हुए दबदबा बनाए रखा। मुकाबले के छठे मिनट फाबियन रुइज ने गोल दागकर पीएसजी को शुरुआती बढ़त दिला दी। इसके बाद ओउस्माने डेम्बेले ने 9वें मिनट में गोल करते हुए टीम को 2-0 से बढ़त में ला दिया। बार्सिलोना के पूर्व फॉरवर्ड ने 2025 में अपने क्लब के लिए 33 मैचों में 27 गोल दागे हैं। 27वें मिनट फाबियन रुइज ने एक और गोल करते हुए पीएसजी के फैंस को खुशी से झूमने पर मजबूर कर दिया। यहां से रियल मैड्रिड की टीम पर काफी दबाव था, लेकिन मैड्रिड गोल करने में कामयाब नहीं हुई। 87वें मिनट गोंसालो रामोस ने भी गोल करते हुए अपना खाता खोला और पीएसजी को 4-0 से लीड दिला दी। पीएसजी की टीम इससे पहले लीग-1, कप डे फ्रांस और यूईएफए चैंपियंस लीग अपने नाम कर चुकी है। फीफा क्लब वर्ल्ड कप की शुरुआत साल 2000 में हुई थी। यह टूर्नामेंट हर साल आयोजित होता है। इसमें दुनियाभर की बड़ी क्लब फुटबॉल टीमें हिस्सा लेती हैं, जिसका उद्देश्य दुनिया की सबसे बेहतरीन क्लब टीम का फैसला करना है। पीएसजी की टीम पहली बार टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है, जबकि चेल्सी साल 2021 में चैंपियन रह चुकी है। साल 2012 में टीम को खिताबी मुकाबले में शिकस्त मिली थी। रियल मैड्रिड सबसे ज्यादा पांच बार क्लब वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीत चुकी है।  

किसी भी परिस्थिति में माइंड को रखे शांत, जीवन में मिलेगी सफलता

किसी भी परिस्थिति में कंट्रोल करना जरूरी है। पर ये कंट्रोल दूसरों पर ना होकर खुद पर होना जरूरी है। अपने आप को और दिमाग को इस तरह से ट्रेनिंग दे कि मुश्किल, विपरीत और बिल्कुल अलग तरह की सिचुएशन में कैसे खुद को शांत रखें। क्योंकि ज्यादातर गलतियां हम तभी करते हैं जब हमारी सोच, फिजिकल एक्टीविटी और हमारे शब्द जल्दी से रिएक्ट कर देते हैं। जब अपने दिमाग पर हमारा कंट्रोल होगा तो इस तरह की परिस्थितियों का सामना करना आसान होगा। जानें कैसे विपरीत सिचुएशन में खुद को कूल रखें। खुद पर कंट्रोल खोने से बचाना जब भी सामने वाला आपको प्रोवोक करे, नीचा दिखाए तो खुद से यहीं कहना है कि मेरा रिएक्शन मेरी ताकत है और मैं इसे ऐसे ही नहीं दूंगा। क्योंकि गुस्से में खुद पर कंट्रोल खो देने से पावर भी चली जाती है। धीरे से रिएक्ट करें जब भी बहुत ही गंभीर, डिप्रेशन और स्ट्रेसफुल सिचुएशन आए तो तीन बार गहरी सांस लें और सोचें क्या मेरा इस जगह पर रिस्पांड करना जरूरी है। जो इंसान शांत रहते हैं वो अपनी प्रतिक्रिया देने के मामले में जल्दीबाजी नहीं दिखाते। और, जो लोग जल्दी प्रतिक्रिया देते हैं अक्सर वो कमजोर ही होती है। सिचुएशन नहीं माइंड पर कंट्रोल करें अक्सर लोग सिचुएशन को कंट्रोल करने में लग जाते हैं लेकिन सिचुएशन नहीं खुद के माइंड पर कंट्रोल करने की जरूरत होती है। मेंटली स्ट्रांग लोगों से इन बातों को सीखें। जैसे ही कोई निगेटिव सिचुएशन आए तो सोचें कि हर समस्या का समाधान होता है। इससे पहले भी कई मुश्किल परिस्थितियां संभाली हैं। इसे भी संभाल लेंगे और ज्यादा सोचने से नहीं बल्कि अपने ऐक्शन में क्लियरिटी लाएं। जिससे प्रॉब्लम सॉल्व की जा सके। बॉडी लैंग्वेज पर कंट्रोल जब भी निगेटिव सिचुएशन आती है तो अपने बॉडी लैंग्वेज पर भी कंट्रोल करें। स्पाइन को सीधा करें, चेस्ट को ओपन करें और सांसों को धीरे से लें। ऐसा करने से बॉडी लैंग्वेज कंट्रोल में दिखेगी। निगेटिव विचारों को रोकें मन में जैसे ही निगेटिव विचार आएं तो खुद से बात करें कि क्या जो मैं सोच रहा हूं वो सही है या केवल मन का भ्रम। अपने विचारों को लिखें, ऐसा करने से ज्यादा क्लियर होगा माइंड।  

भारत में आया सबसे सस्ता AI स्मार्टफोन, 4,999 में मिल रहे 10,000 रुपये वाले फोन के फीचर्स

नई दिल्ली भारत में आज नए स्मार्टफोन ब्रांड ने दस्तक दी है, जिसका नाम AI+ है. ये ब्रांड NxtQuantum Shift Technologies कंपनी के अंदर काम करेगा. इस कंपनी के CEO और फाउंडर माधव सेठ हैं, जो पहले Realme की भी कमान संभाल चुके हैं. AI+ के तहत Pulse और Nova 5G हैंडसेट को लॉन्च किया गया है.  Ai+ Pulse की शुरुआती कीमत 4999 रुपये है, जिसमें 4GB Ram और 64GB स्टोरेज मिलेगी. इसके अलावा दूसरे वेरिएंट की कीमत 6999 रुपये है. इस हैंडसेट की पहली सेल 12 जुलाई को होगी.  Ai+ Nova 5G वेरिएंट की शुरुआती कीमत 7,999 रुपये और दूसरे वेरिएंट की कीमत 9,999 रुपये है. इसकी पहली सेल 13 जुलाई से शुरू होगी. इन दोनों स्मार्टफोन में ऐसे कई फीचर्स हैं, जो 10 हजार रुपये के मोबाइल के अंदर मिलते हैं.  मिलेंगे कई खास फीचर्स और AI सर्च  AI+ के स्मार्टफोन के खास फीचर्स की बात करें तो इसमें डैशबोर्ड, प्राइवेट स्पेस और AI सर्च जैसे ऑप्शन मिलते है, जो इसे दूसरे ब्रांड के स्मार्टफोन से अलग बनाते हैं.  डैशबोर्ड की मदद से आप ऐप्स की परमिशन समेत कई इंफोर्मेशन को चेक कर सकते हैं. इसके अलावा प्राइवेसी में प्राइवेट स्पेस दिया है, जिसमें आप दूसरे से छिपाकर ऐप्स और अन्य डेटा को स्टोर कर सकते हैं. इसमें AI सर्च का अलग ऑप्शन है.  प्राइवेसी का रखा ध्यान और Google के साथ पार्टनरशिप  कंपनी के CEO और फाउंडर ने बताया कि इन हैंडसेट में प्राइवेसी का खास ध्यान रखा है. डेटा को इंडिया में स्थित सर्वर पर स्टोर किया जाएगा. इसके लिए कंपनी ने Google Cloud India के साथ पार्टनरशिप की है. इस स्मार्टफोन को ब्लोटवेयर ऐप्स से फ्री रखा है. AI+ Nova 5G का डिस्प्ले  AI+ Nova 5G में 6.7 Inch का डिस्प्ले दिया है, जिसमें 120Hz का रिफ्रेस रेट्स मिलता है. इसमें नॉच कटआउट का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें सेल्फी कैमरा मिलता है.  AI+ Nova 1 5G का प्रोसेसर और रैम  AI+ Nova 5G में Unisoc T8200 चिपसेट का यूज किया है. इसमें यूजर्स को 6GB/8GB Ram के ऑप्शन मिलते हैं.साथ ही 128GB की इंटरनल स्टोरेज मिलती है. इसमें 1 TB तक का SD Card लगा सकते हैं. यह हैंडसेट Android 15 बेस्ड NxtQuantum OS पर काम करेगा.  AI+ Nova 5G का कैमरा  AI+ Nova 5G में डुअल रियर कैमरा सेटअप दिया है, जिसमें प्राइमरी कैमरा 50MP का दिया है. सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 5MP का फ्रंट कैमरा दिया है.  AI+ Pulse स्मार्टफोन के स्पेसिफिकेशन्स  AI+ Pulse में 6.75 Inch का HD+ डिस्प्ले दिया है. इसमें 90Hz का रिफ्रेश रेट्स मिलेगा. माधव सेठ ने बचाया है कि इसमें Data Encryption की सुविधा मिलती है.  AI+ Pulse में Unisoc T615 चिपसेट का यूज किया है, जिसको Antutu Score 262K है. इसमें 4GB/6GB Ram मिलती है. साथ ही 64GB और 128GB की इंटरनल स्टोरेज मिलती है. जरूरत पड़ने पर 1TB का माइक्रोएसडी कार्ड लगा सकते हैं. इसमें Bloatware ऐप्स नहीं मिलेंगे. 50MP का रियर कैमरा दिया है.  इतने लोग यूज करते हैं 2G फीचर्स फोन 400 मिलियन लोग अभी भी 2G फीचर्स फोन का यूज करते हैं. ऐसे में कंपनी ने Ai+ Pulse स्मार्टफोन को लॉन्च किया है, जो ग्रामीण लोगों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया है और यह उनकी जरूरत को भी पूरा करेगा. ये जानकारी माधव सेठ ने अपने इवेंट में दी.