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नोबेल को लेकर केजरीवाल का दावा, BJP बोली – भ्रष्टाचार के लिए मिल सकता है पुरस्कार

नई दिल्ली  आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ऐसे बयान से राजनीतिक गलियारों में तूफान खड़ा कर दिया है जिसमें उन्होंने शासन और प्रशासन के लिए खुद को नोबेल पुरस्कार का हकदार बताया है। चंडीगढ़ में अपनी पुस्तक 'द केजरीवाल मॉडल' के पंजाबी संस्करण के विमोचन अवसर पर बोलते हुए केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली में उनकी सरकार के काम में बार-बार बाधा डालने के प्रयासों के बावजूद उनके प्रशासन ने प्रभावी ढंग से काम किया है। काम करने से रोके जाने के बावजूद, हमने अच्छा प्रदर्शन किया केजरीवाल ने अपने संबोधन के दौरान कहा, "काम करने से रोके जाने के बावजूद, हमने अच्छा प्रदर्शन किया। उपराज्यपाल और विभिन्न कठिनाइयों के बावजूद इतना कुछ करने के लिए मुझे शासन और प्रशासन का नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए।" यह बयान तुरंत ही विवादों में घिर गया।   भाजपा का पलटवार: "हास्यास्पद… अक्षमता और भ्रष्टाचार" दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए इसे 'हास्यास्पद' करार दिया। सचदेवा ने कहा, "केजरीवाल द्वारा अपने लिए नोबेल पुरस्कार की मांग करना हास्यास्पद है। अगर अक्षमता, अराजकता और भ्रष्टाचार के लिए श्रेणियां होतीं, तो उन्हें ज़रूर यह पुरस्कार मिलता।" उन्होंने AAP शासन के दौरान कथित अनियमितताओं का ज़िक्र किया जिनमें: ➤ सार्वजनिक परिवहन बसों में पैनिक बटन ➤ कक्षा निर्माण ➤ महिलाओं के लिए पेंशन योजना ➤ शराब लाइसेंस ➤ मुख्यमंत्री आवास के विवादास्पद नवीनीकरण ('शीश महल') जैसे घोटाले शामिल हैं। AAP ने किया पलटवार: "अब काम करके दिखाओ" भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए दिल्ली के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, "वीरेंद्र सचदेवा अब सरकार में हैं। अब शासन करने का समय है सिर्फ बातें करने का नहीं। विपक्ष के दिन अब लद गए हैं अब आपको काम करके दिखाना होगा। दिल्ली असली काम का इंतज़ार कर रही है ध्यान भटकाने या बदनामी का नहीं।" केजरीवाल का बचाव: "पारदर्शिता और ईमानदारी पर आधारित मॉडल" अपने संबोधन के दौरान केजरीवाल ने अपने प्रशासन के पिछले रिकॉर्ड का बचाव करते हुए ज़ोर देकर कहा कि AAP का शासन मॉडल पारदर्शिता और ईमानदारी पर आधारित है। उन्होंने कहा, "अगर कोई सरकार भ्रष्ट है अगर उसके मंत्री लूटपाट कर रहे हैं तो यह मॉडल ध्वस्त हो जाएगा।" उन्होंने दावा किया कि दिल्ली और पंजाब में उनकी पार्टी की सफलता भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और जनता के पैसे बचाने पर आधारित है। उन्होंने आगे कहा, "पिछली सरकारों ने दावा किया था कि खजाना खाली है लेकिन हमने स्कूलों और अस्पतालों की हालत सुधारी और मुफ्त बिजली दी क्योंकि हमने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया।"  

अब हमें स्कूल समय पर पहुंचने में आसानी होगी, धन्यवाद मुख्यमंत्री जी: छात्रा

भोपाल शासन की नि:शुल्क साइकिल वितरण योजना के अंतर्गत कमला नेहरू सांदीपनि कन्या विद्यालय, भोपाल में आयोजित नि:शुल्क साइकिल वितरण कार्यक्रम में जब विद्यार्थियों को साइकिलें प्राप्त हुईं, तो उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। निःशुल्क साइकिल प्राप्त होने पर वे अत्यंत प्रसन्न हैं और इसके लिए म.प्र. शासन और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, टीलाखेड़ी की कक्षा 9वीं की छात्रा कुमारी रिया भारती ने मुख्यमंत्री के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा, “अब हमें स्कूल समय पर पहुंचने में आसानी होगी। धन्यवाद मुख्यमंत्री जी।” इसी विद्यालय की कुमारी पूजा खन्ना ने कहा कि "पैदल विद्यालय पहुंचने में अधिक समय लगता था, अब में 10 मिनिट में विद्यालय पहुंच जाऊंगी। मैं अपने मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देती हूँ।" कुमारी सिमरन गौर ने भी निःशुल्क साइकिल प्रदाय योजना के प्रति प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार माना। कुमारी सिमरन ने कहा कि "निःशुल्क साइकिल प्राप्त होने से जीवन में रफ्तार प्राप्त हुई हैं। अब हम आत्मविश्वास के साथ विद्यालय जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि “प्रदेश सरकार का संकल्प है कि कोई भी विद्यार्थी केवल साधन के अभाव में शिक्षा से वंचित न रहे। नि:शुल्क साइकिल वितरण योजना से विद्यार्थी आत्मनिर्भर बनेंगे, समय की बचत होगी तथा उनकी उपस्थिति में भी सुधार आएगा।” उन्होंने छात्र-छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए उन्हें परिश्रम और लगन के साथ अध्ययन करने की प्रेरणा दी। प्रदेश सरकार द्वारा संचालित नि:शुल्क वितरण योजना न केवल विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करती है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में समावेशी विकास का मार्ग भी प्रशस्त करती है। छात्राओं ने कहा कि वे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा चलाई जा रही इस लोकहितकारी एवं दूरदर्शी पहल के लिए उनका हृदय से धन्यवाद करते हैं। 

कर्मचारी राज्य बीमा निगम की स्प्री-2025 योजना को मिली मंजूरी

भोपाल  कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) ने नियोक्ताओं और कर्मचारियों के पंजीकरण को बढ़ावा देने के लिए “स्प्री 2025” यानि स्कीम टू प्रमोट रजिस्ट्रेशन ऑफ इम्प्लॉयर्स/इम्प्लॉयीज योजना को स्वीकृति दी है। इस निर्णय की घोषणा शिमला, हिमाचल प्रदेश में आयोजित 196वीं ईएसआई निगम की बैठक में की गई, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय श्रम और रोजगार तथा युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने की। संयुक्त निदेशक श्री निश्चल कुमार नाग, प्रभारी, उप क्षेत्रीय कार्यालय, भोपाल से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्प्री योजना का उद्देश्य ईएसआई अधिनियम, 1948 के अंतर्गत अब तक पंजीकृत नहीं हुए प्रतिष्ठानों एवं श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाना है। यह योजना 1 जुलाई से 31 दिसंबर 2025 तक लागू रहेगी। इसके अंतर्गत नियोक्ता डिजिटल माध्यमों जैसे- ESIC पोर्टल, श्रम सुविधा पोर्टल, MCA पोर्टल से अपने प्रतिष्ठान एवं कर्मचारियों का पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण नियोक्ता द्वारा घोषित तिथि से वैध माना जाएगा। पंजीकरण की तिथि से पूर्व की अवधि के लिए कोई देनदारी, योगदान या रिकॉर्ड की मांग नहीं की जाएगी और कोई निरीक्षण या कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी, जो पहले अपंजीकरण की स्थिति में संभावित थी। स्प्री योजना का प्रमुख उद्देश्य पिछली देनदारियों के भय को समाप्त कर स्वैच्छिक अनुपालन को बढ़ावा देना है, इससे कॉन्ट्रेक्ट, अस्थायी और अनियमित श्रमिकों को भी स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा लाभ प्राप्त होंगे। इस योजना के अंतर्गत नकद लाभ (बीमारी, मातृत्व, चोट या मृत्यु की स्थिति में), कर्मचारियों एवं उनके परिवारों के लिए चिकित्सा सेवाएं, दीर्घकालिक सामाजिक सुरक्षा जैसे विकलांगता लाभ, पेंशन आदि लाभ उपलब्ध होंगे। यह योजना उन नियोक्ताओं पर लागू होगी जिनके प्रतिष्ठानों यानि कारखानें, दुकानें, होटल-रेस्टोरेंट, रोड ट्रांसपोर्ट, निजी स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, समाचार पत्र, नगर निगमों के ठेका कर्मचारी आदि में 10 या अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। ऐसे संस्थानों पर भी यह योजना लागू होगी जो अब तक ईएसआई अधिनियम के तहत पंजीकृत नहीं हुए हैं अथवा वह अपने सभी पात्र कर्मचारियों का पंजीकरण नहीं कर पाए हैं। संयुक्त निदेशक श्री नाग ने बताया कि यह योजना सर्वसमावेशी सामाजिक सुरक्षा कवरेज को बढ़ावा देती है और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिये भी अनुकूल है। योजना की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह पूरी तरह से स्वैच्छिक, सरल और पारदर्शी है। उन्होंने राज्य के सभी पात्र नियोक्ताओं से इस योजना का अधिकतम लाभ उठाने का आग्रह किया, जिससे वे न केवल कानूनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें बल्कि अपने कर्मचारियों को आवश्यक स्वास्थ्य व सामाजिक संरक्षण भी प्रदान कर सकें।  

स्मार्ट मीटर की भ्रांतियां दूर करने गुना में हुई मीडिया वर्कशॉप

भोपाल  स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को नए टैरिफ आर्डर के अनुसार अब खपत के आधार पर दिन के टैरिफ में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपयोग की गई बिजली पर 20 प्रतिशत की छूट मिल रही है। स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए यह सभी छूट अथवा प्रोत्साहन की गणना सरकारी सब्सिडी (यदि कोई हो) को छोड़कर की जा रही है। यह उपभोक्ता श्रेणियों के लिए विशिष्ट नियमों और शर्तों के आधार पर दिन के विभिन्न समय के दौरान खपत की अवधि के अनुसार ऊर्जा शुल्क पर लागू होगी। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के महाप्रबंधक (स्मार्ट मीटरिंग सेल) श्री सी.के.पवार ने स्मार्ट मीटर से होने वाले लाभ तथा मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा उपभोक्ता हित में चलाई जा रही शासन की योजनाओं जैसे ग्रामीण क्षेत्र में 5 रुपये में नवीन कनेक्शन, सोलर रूफटॉप आदि को आम लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से गुरूवार को गुना में आयोजित मीडिया कार्यशाला में यह जानकारी दी। परिसर में रीडिंग लेने आने की आवश्यकता नहीं मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के महाप्रबंधक (स्मार्ट मीटरिंग सेल) श्री सी.के. पवार ने मीडिया से चर्चा करते हुये बताया कि शहर के लोगों में स्मार्ट मीटर को लेकर जो भ्रांतियां हैं, उन्हें दूर करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि विद्युत स्मार्ट मीटर लगने के बाद परिसर में रीडिंग लेने आने की जरूरत नहीं होती है ऑटोमेटिक सटीक रीडिंग होती है। मानवीय हस्तक्षेप नहीं होने से गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं होती है। उपभोक्ता अपनी प्रतिदिन की विद्युत खपत स्मार्ट मीटर के माध्यम से देख सकता है। उन्होंने बताया कि दैनिक के साथ –साथ सप्ताहिक अथवा मासिक खपत आसानी से देखी जा सकती है, और बिजली की कितनी खपत हो रही है, अगले महीने उसका कितना बिल आ सकता है, उसका पूर्वानुमान भी आसानी से लगाया जा सकता है। अब तक कहीं कोई गड़बड़ी नहीं आई  महाप्रबंधक श्री पवार ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाते हुए लगभग 1 वर्ष पूर्ण हो गया है। अब तक पूरे कंपनी कार्यक्षेत्र के सोलह जिलों में 03 लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। अभी तक कहीं पर भी किसी प्रकार की कोई भ्रांतिया पैदा नहीं हुई हैं। ऑटोमेटिक माध्यम से सटीक रीडिंग होने के बाद प्रतिमाह 01 तारीख के बाद मोबाइल अथवा ईमेल पर बिल जारी किया जाता है। स्मार्ट मीटर के पहले उपभोक्ताओं को पता ही नहीं चलता था कि उनकी विद्युत खपत कितनी हैं, जब स्मार्ट मीटर लगे तब उन्हें सही खपत का पता चला और उसका डेटा भी विद्युत विभाग के पास उपलब्ध हुआ है।  हर पंद्रह मिनिट में डाटा अपडेट उपभोक्ता अब उपाय एप के जरिए स्मार्ट मीटर के माध्यम से अपने घर का लोड देख सकते हैं। मीटर में भी के.डब्ल्यू लिखा रहता हैं जो घर का पूरा लोड बताता है तथा केडब्ल्यूएच खपत (यूनिट ) बताता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वयं के यहाँ पर कितना किलोवॉट का लोड चल रहा हैं। इसके साथ ही उपाय एप के स्मार्ट मीटर में इंडिकेटर के माध्यम से यह अंदाजा लगाया जाना आसान हो गया कि किस-समय, किस प्रकार के उपकरण चलाए गए ताकि हरी लाइन से पता चल सकता है कि उस दौरान कितनी बिजली खपत हुई। स्मार्ट मीटर हर पंद्रह मिनिट में डाटा अपडेट करता है।     रियल टाइम डेटा उपलब्ध मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने स्मार्ट मीटर के फायदे बताते हुए कहा है कि स्मार्ट मीटर से रियल टाइम डेटा प्राप्त किया जा सकता है, जिससे उपभोक्ताओं को सटीक और समय पर बिलिंग सुनिश्चित की जा रही है। कंपनी ने बताया कि जहां-जहां भी स्मार्ट मीटर स्थापित किए जा चुके हैं वहां पर बिलिंग तथा रीडिंग निर्धारित समय पर हो रही है, इससे सभी उपभोक्ता संतुष्ट हैं।  रीडिंग में कोई गड़बड़ी नहीं मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने अपने कार्यक्षेत्रांतर्गत जब से स्मार्ट मीटर स्थापित करने शुरू किये हैं तभी से स्मार्ट मीटर के सकारात्मक परिणाम आने शुरू हो गए हैं। उपभोक्ताओं को वास्तविक समय में ऊर्जा खपत की सटीक तथा अद्यतन जानकारी मिल रही है, साथ ही रीडिंग में किसी तरह की कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई है। इसके अलावा उपभोक्ताओं के परिसर में जाकर रीडिंग लेने की जरूरत भी नहीं है, क्योंकि  निर्धारित तिथि पर ऑटोमेटिक रीडिंग करके उपभोक्ताओं के पंजीकृत मोबाइल पर बिल जारी किया जा रहा है। उपभोक्ता स्वयं कर रहे खपत की निगरानी मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बताया कि स्मार्ट मीटर के फायदे अनेक हैं। जहां-जहां भी स्मार्ट मीटर स्थापित किए जा चुके हैं वहां पर निर्धारित समय पर तथा सटीक रीडिंग हो रही है। उपभोक्ता स्वयं भी ऊर्जा खपत की निगरानी कर सकते हैं, इसके लिए हर 15 मिनट में डाटा अद्यतन हो रहा है, ताकि यह समझने में आसानी रहे कि किस समय कितनी ऊर्जा की खपत हुई है। इससे बिजली खपत को नियंत्रित करने में आसानी हो रही है। बिलों में त्रुटि की संभावना नहीं स्मार्ट मीटरों से बिजली के बिलों में त्रुटि की संभावना बहुत कम हो गई है और बिजली की चोरी रोकने में भी स्मार्ट मीटर मददगार साबित हो रहे हैं। स्मार्ट मीटर वास्तविक समय में अपनी बिजली की खपत पर नज़र रखने में मदद करते हैं, जिससे उपभोक्ता स्वयं भी अपनी खपत को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं और गैरजरूरी उपकरणों को बंद करके ऊर्जा की बचत कर सकते हैं। स्मार्ट मीटर के फायदे 1. ऊर्जा की खपत को ट्रैक करने और ऊर्जा की बचत करने में मदद करता है। 2. बिजली की खपत को सटीक रूप से मापता है, जिससे बिल में कोई गलती नहीं होती। 3. एप के जरिए मोबाइल पर रियल-टाइम डेटा देखकर ऊर्जा की खपत को नियंत्रित कर सकते हैं। 4. ऊर्जा की गुणवत्ता के बारे में जानकारी मिलती है, ताकि ऊर्जा की खपत को बेहतर बना सकते हैं। 5. ऊर्जा की खपत को ऑनलाइन ट्रैक करने और नियंत्रित करने की सुविधा मिलती है। 6. ऊर्जा की खपत को कम करने से पर्यावरण पर पड़ने वाला प्रभाव कम होता है। 7. ऊर्जा की खपत को नियंत्रि

भाजपा ने लहराया परचम, एमपी के छह निकाय क्षेत्रों में मिली जीत

भोपाल मध्य प्रदेश में नौ नगरीय निकायों में हुए पार्षदों के उपचुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। नौ स्थानों पर हुए चुनाव में भाजपा छह और कांग्रेस तीन स्थानों पर जीती है। इन उपचुनाव के लिए सात जुलाई को मतदान हुआ था। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव अभिषेक सिंह ने बताया है कि नौ नगरीय निकायों में एक-एक पार्षद के उप निर्वाचन के परिणाम घोषित किए गए। घोषित परिणामों में छह पार्षद भारतीय जनता पार्टी और तीन पार्षद इंडियन नेशनल कांग्रेस के हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव ने जानकारी दी है कि भोपाल जिले के नगरीय निकाय बैरसिया के वार्ड सात में भारतीय जनता पार्टी की शाइस्ता सुल्तान, नगरीय निकाय सिवनी के वार्ड 11 में भारतीय जनता पार्टी की निधि, इंदौर जिले के नगरीय निकाय सांवेर के वार्ड 7 में कांग्रेस की हसीना और नगरीय निकाय गौतमपुरा के वार्ड 15 में भारतीय जनता पार्टी के शंकरलाल, मंडला जिले के नगरीय निकाय बिछिया के वार्ड 13 में कांग्रेस की राजकुमारी धुर्वे, शहडोल जिले के नगरीय निकाय खांड के वार्ड 8 में कांग्रेस के शशिधर त्रिपाठी, छिंदवाड़ा जिले के नगरीय निकाय न्यूटन चिखली के वार्ड 4 में भारतीय जनता पार्टी की निकिता बरखे और खरगोन जिले के नगरीय निकाय भीकनगांव के वार्ड 5 में भारतीय जनता पार्टी की कमलेश कौशल को विजेता घोषित किया गया है। पन्ना जिले के नगरीय निकाय ककरहटी के वार्ड 13 में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी हीरालाल आदिवासी निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए हैं। दरअसल, राज्य के नौ नगरीय निकायों में सात जुलाई को एक-एक पार्षद के उप निर्वाचन के लिए मतदान संपन्न हुआ था। कुल 69.68 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था। इसमें 73.01 प्रतिशत पुरुष और 66.36 प्रतिशत महिला मतदाता हैं। निर्वाचन परिणामों की घोषणा गुरुवार को हुई।

श्रीमती सुमित्रा बाई को प्रधानमंत्री आवास, उज्ज्वला और महतारी वंदन योजना से मिली नई दिशा

रायपुर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में शासन की योजनाओं का लाभ अब समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँच रहा है। जशपुर जिले के दुलदुला विकासखंड के ग्राम खटंगा के एक साधारण परिवार की कहानी इसका जीवंत उदाहरण है, जहाँ शासन की तीनों योजनाओं ने एक साथ उनकी ज़िंदगी को नई दिशा दी है। हितग्राही सुरेश राम की पत्नी श्रीमती सुमित्रा बाई बताती हैं कि पहले हम कच्चे घर में रहते थे। बरसात हो या गर्मी, हमेशा डर बना रहता था। पानी टपकता था, दीवारें गिरने का डर और रात-बिरात साँप, बिच्छू का डर अलग से। लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना से मिला पक्का घर अब हमारे लिए एक नई दुनिया जैसा है। अब न डर है, न परेशानी, घर भी साफ-सुथरा है, और बच्चों को पढ़ने-लिखने का भी अच्छा माहौल मिल गया है। सुमित्रा बाई आगे बताती हैं कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से गैस सिलेंडर और चूल्हा मिलने से अब हम धुँआ से मुक्ति मिली और खाना बना पाते हैं। पहले जंगल से लकड़ी लाना पड़ता था और आग जलाना तब बहुत मुश्किल था। आँख में जलन होती थी एवं खाँसी और समय भी ज़्यादा लगता था। अब रसोई में आसानी से खाना बन जाता है। उन्होंने आगे बताया कि, मुझे मुख्यमंत्री महतारी वंदन योजना के तहत हर महीने 1000 रूपए मिलते हैं। उसी से हम तेल, नमक, साबुन जैसे ज़रूरी सामान खरीद लेते हैं। कभी बेटी को स्कूल के लिए कॉपी-किताब भी लेना हो, तो उसी से काम चल जाता है।  उनकी बेटी कुमारी संगीता बताती है, जब कच्चा घर था, तब हम पढ़ाई भी ठीक से नहीं कर पाते थे। बरसात के दिन बहुत दिक्कत होती थी। अब जब पक्का घर मिला है, तो मन लगता है। हम अब बहुत खुश हैं।” परिवार ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताया।

उद्यमिता और बैंकिंग की भी मिलेगी जानकारी, 17 जुलाई तक आवेदन आमंत्रित

धमतरी स्वरोजगार करने के इच्छुक गांव के बेरोजगार युवक-युवतियां फोटो फ्रेमिंग और  मछलीपालन के तरीके सीखेंगे। इसके लिए उन्हें फोटो फ्रेमिंग लेमिनेशन एंड स्क्रीन प्रिंटिंग और मछलीपालन की निःशुल्क ट्रेनिंग मिलेगी। बड़ौदा आरसेटी में आयोजित इन प्रशिक्षणों के लिए 35-35 सीटें आरक्षित हैं और इस अवधि में रहने की सुविधा भी मिलेगी। फोटो फ्रमिंग और मछलीपालन के ट्रेनिंग में 18 से 45 साल तक की आयु के युवा शामिल हो सकते हैं। फोटो फ्रेमिंग लेमिनेशन एड स्क्रीन प्रिंटिंग ट्रेनिंग के लिए आगामी 15 जुलाई तक और मछलीपालन ट्रेनिंग के लिए 17 जुलाई तक आवेदन किया जा सकता है। बड़ौदा आरसेटी के निदेशक, श्री यज्ञेश्वर सामल ने बताया कि फोटो फ्रेमिंग लेमिनेशन एंड स्क्रीन प्रिंटिंग ट्रेनिंग के दौरान युवाओं को स्क्रीन प्रिंटिंग से विजिटिंग, लेटर हेड, आमंत्रण कार्ड छपाई के साथ-साथ फोटो फ्रेमिंग के आवश्यक सामान की जानकारी, डिजाईन, लेमिनेशन के प्रकार बताए जाएंगे। इसी तरह मछलीपालन प्रशिक्ष्ण में मछलीपालन की विधि, मछली बीज, मछलियों की प्रजाति, मत्स्य पालन संस्कृति, तकनीक, मछली स्वास्थ्य प्रबंधन, सुरक्षा, स्वच्छता, बीज उत्पादन आदि के संबंध में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही उद्यमिता संबंधी जानकारी भी दी जाएगी।            युवाओं को शैक्षणिक प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, बीपीएल राशनकार्ड की फोटोकॉपी और चार पासपोर्ट फोटो के साथ आवेदन कम्पोजिट भवन के पीछे, बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान धमतरी में जमा करना होगा। अधिक जानकारी के लिए मोबाईल नंबर +91-94082-27557, +91-88394-68509 और +91-97559-17024 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम में किया नि:शुल्क साइकिल वितरण योजना का शुभारंभ

शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम के लिए महू, देवास, नरसिंहपुर के स्कूलों को 5-5 लाख का पुरस्कार शासकीय कमला नेहरू सांदीपनि विद्यालय के सर्व सुविधा युक्त भवन का लोकार्पण 36 करोड़ की लागत से निर्मित भवन में प्रयोगशाला, लाइब्रेरी और ऑडिटोरियम की सुविधाएं स्कूल में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को अब दी जाएगी इलेक्ट्रिक स्कूटी मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कई देशों के नागरिक सम्मान मिलने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी का किया अभिनंदन मुख्यमंत्री ने गुरु पूर्णिमा महोत्सव में गुरुजनों का किया सम्मान भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि गुणवत्तापूर्ण और रोजगार परक शिक्षा ही किसी देश की मजबूती का आधार है। बेहतर शिक्षा के बूते ही भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा गणतंत्र बनकर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। हमारी वसुधैव कुटुबंकम की भावना से ऋषि-मुनियों के काल में भारतीय ज्ञान से दुनिया के कई देश प्रकाशमान हुए थे। वर्तमान समय में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत का स्वर्णिम काल चल रहा है। मध्यप्रदेश सरकार बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए उन्हें उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा और सभी सुविधाएं प्रदान करने के लिए संकल्पित है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के सभी शिक्षकों एवं छात्रों को गुरु पूर्णिमा महोत्सव की शुभकामानाएं देते हुए कहा कि प्रदेश में 369 सांदीपनि विद्यालय संचालित हो रहे हैं। जहां शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, स्कूल विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के केंद्र बनकर उभरे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम के लिए महू, देवास, नरसिंहपुर के विद्यालयों को बेहतर शैक्षणिक प्रबंधन विकास के लिए 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को कुलगुरु की संज्ञा दी गई है, क्योंकि गुरु ही हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरुवार को शासकीय कमला नेहरू सांदीपनि विद्यालय में आयोजित गुरु पूर्णिमा महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। प्रतीक स्वरूप 50 विद्यार्थियों को साइकिल वितरित मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत स्कूली बच्चों को नि:शुल्क साइकिल वितरण के 2 दिवसीय अभियान का शुभारंभ करते हुए 50 विद्यार्थियों को नि:शुल्क साइकिलें वितरित कीं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का विद्यार्थियों ने एक धुन में साइकिल की घंटी बजाकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अभिवादन किया। अभियान के पहले दिन विभिन्न जिलों में विद्यार्थियों को 4 लाख 30 हजार साइकिलें बांटी गईं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरु पूर्णिमा के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में गुरुजनों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए शिक्षक श्री मनोज सोहनी, श्री देवेंद्र बंसल, डॉ. एस.के. पाल, श्री मनोज कौशल, श्री सुरीत दास बनोथे, श्रीमती शुभांगी नामड़े, श्रीमती सारिका शर्मा, श्रीमती वंदना रामचंदानी, श्री योगेश विश्नोई और श्रीमती बख्तौर खान को अंगवस्त्र एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सांदीपनि विद्यालय पर केंद्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया। प्रधानमंत्री को 27 देशों का सर्वोच्च सम्मान मिलना देशवासियों को करता है गौरवान्वित मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री श्री मोदी को नामीबिया, ब्राजील, त्रिनिदाद और टोबैगो तथा घाना के राष्ट्राध्यक्षों द्वारा अपने देश का प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान दिए जाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी दुनिया में भारत का गौरव बढ़ा रहे हैं। भारत हर क्षेत्र में विकास करते हुए आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री को 27 देशों का सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिलना 140 करोड़ देशवासियों को गौरवान्वित करता है। झाबुआ और रतलाम सांदीपनि विद्यालय को अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विरासत के साथ विकास की भावना से प्रदेश के सर्व सुविधायुक्त विद्यालय अब महर्षि सांदीपनि के नाम से पहचान बना रहे हैं। इन विद्यालयों में बच्चों के आवागमन के लिए शासकीय बस सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। दूसरी ओर, पात्र स्कूली बच्चों को विद्यालय आने-जाने के लिए राज्य सरकार साइकिलें बांट रही है। ये साइकिलें हमारी आत्मनिर्भरता का प्रतीक हैं। इनसे हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। सरकार अगले सत्र में बच्चों को यूनिफॉर्म तैयार करवा कर बांटेगी। साथ ही अगले वर्ष 75 प्रतिशत तक अंक लाने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लगभग 1 लाख लैपटॉप बांटे जाएंगे। प्रदेश सरकार मेधावी विद्यार्थियों को इलेक्ट्रिक स्कूटी भी वितरित करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस वर्ष झाबुआ और रतलाम सांदीपनि विद्यालय को अंतरराष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार मिला। दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों ने प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़ दिया।    उज्जैन में प्रारंभ होगा आईआईटी का सेटैलाइट सेंटर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्कूलों के उन्नयन के साथ प्रदेश के 55 पीएम एक्सीलेंस कॉलेजों में भी नई शिक्षा नीति लागू की गई है, जहां विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा प्रदान की जा रही है। इसी उद्देश्य से उज्जैन में आईआईटी का सेटैलाइट सेंटर प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग का विलय कर मेडिकल एजुकेशन एवं हेल्थ सेक्टर में नवाचार किया है। सरकार छोटे शहरों में मेडिकल कॉलेज खोलने पर जोर दे रही है, जिसके फलस्वरूप प्रदेश में आगामी 2 वर्ष के अंदर एमबीबीएस की सीटें 10 हजार हो जाएंगी। मध्यप्रदेश इकलौता ऐसा राज्य है, जहां नीट पास करने के बाद सरकार मेडिकल एजुकेशन के लिए विद्यार्थियों को भरपूर सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि पढ़ाई पूरी करने के बाद विद्यार्थी केवल नौकरी करने वाले नहीं, नौकरी देने वाले भी बनें। डॉक्टर बनकर छोटे शहरों में अस्पताल खोलें, राज्य सरकार इसके लिए भी 40 प्रतिशत अनुदान प्रदान कर रही है। सरकार युवाओं के स्वावलंबन के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। 1.27 करोड़ लाड़ली बहनों को मिलेगा रक्षाबंधन का तोहफा मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सनातन संस्कृति में नारी को देवी के रूप में पूजा जाता है। भारतीय समाज में उनका अलग ही स्थान है। प्रदेश की 1.27 करोड़ लाड़ली बहनों को रक्षाबंधन के अवसर पर 1500 रुपए की राशि ट्रांसफर की जाएगी। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में 2029 तक देश की बहनों को लोकसभा और विधानसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को छात्रा संतोषी साहू ने हस्तनिर्मित पोर्ट्रेट भेंट किया मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल के कमला नेहरू सांदीपनि कन्या विद्यालय के 36 करोड़ रुपये की लागत से तैयार नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। शाला परिसर में … Read more

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा- महर्षि सांदीपनि की शिक्षा से भगवान श्रीकृष्ण को जगद्गुरु की मिली उपाधि

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि गुरू महर्षि सांदीपनि द्वारा प्रदान की गई विद्या से ही भगवान श्रीकृष्ण को विश्व-गुरू की उपाधि मिली। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरूवार को गुरु पूर्णिमा पर उज्जैन के महर्षि सांदीपनि आश्रम पहुंचकर भगवान श्रीकृष्ण के गुरु महर्षि सांदीपनि के दर्शन किये और पूजन-अर्चन कर आरती की। पंडित राजेश जोशी ने पूजा अर्चना संपन्न करवायी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अति प्राचीन श्री कुंडेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर भगवान के दर्शन भी किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वे पिछले कई वर्षों से लगातार गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सांदीपनि आश्रम आकर दर्शन और पूजा अर्चना करते हैं। महर्षि सांदीपनि आश्रम का अतीत अत्यंत गौरवशाली और अद्वितीय रहा है। आज से लगभग 5000 वर्ष पहले भगवान श्रीकृष्ण, श्री सुदामा और श्री बलराम ने यहां आकर महर्षि सांदीपनि से विद्या ग्रहण की थी। भगवान श्रीकृष्ण ने यहां उनके गुरु महर्षि सांदीपनि व्यास से बहुत कम दिनों में 14 विद्या और 64 कलाओं का अध्ययन किया था। एक विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास कैसे हो सकता है, इसका इतिहास इसी सांदीपनि आश्रम में रचा गया था। महर्षि सांदीपनि के द्वारा प्रदान की गई विद्या से ही भगवान श्रीकृष्ण को विश्व गुरु की उपाधि मिली। वर्तमान में भारत फिर अपने गौरवशाली अतीत को प्राप्त कर रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपनी ओर से सभी को गुरु पूर्णिमा पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, श्री संजय अग्रवाल, श्री राजपाल सिंह सिसोदिया सहित अधिकारी और नागरिक मौजूद रहे। महर्षि सांदीपनि व्यास के वंशज और मंदिर के पुजारी परिवार के सदस्यों ने जानकारी दी कि प्रतिवर्ष गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आश्रम में विशेष आयोजन किया जाता है। सांदीपनि आश्रम में प्रातः विशेष पूजन अर्चन और पंचामृत अभिषेक किया गया। साथ ही प्रथम बार शिक्षा प्रारंभ करने वाले विद्यार्थियों के द्वारा यहां पर स्लेट की पूजा की गई।  मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान श्री काल भैरव का पूजन किया मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर उज्जैन में भगवान श्री काल भैरव मंदिर पहुंचकर दर्शन और पूजन अर्चन किया और देश-प्रदेश की सुख समृद्धि की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान श्री महाकाल की नगरी से देश और प्रदेशवासियों को गुरु पूर्णिमा पर्व की मंगलकामनाएं भी दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश अपनी प्राचीन विरासत को सहेजकर 'विरासत से विकास' के ध्येय को आत्मसात कर तीव्र गति से विश्व में अग्रणी राष्ट्र बनेगा।

MP के झाबुआ में 11 मोरों की मौत का मामला, रिपोर्ट में जहरीला पदार्थ खाने का संकेत

झाबुआ जिले की थांदला वन रेंज के तोरणिया में 11 मोर एक साथ मृत पाए गए। एक मोर घायल था, जिसे बचा लिया गया। खेत में छिड़के गए कीटनाशक मिश्रित अनाज के खाने से मोरों की मौत की आशंका जताई गई है। हालांकि पोस्टमार्टम में प्रारंभिक रूप से मौत का कारण फूड पाइजनिंग सामने आया है। मेघनगर तहसील और थांदला वन रेंज के तोरणिया के जंगल के बीच स्थित किसानों के खेतों में ये मोर बुधवार शाम को पड़े पाए गए। वन विभाग और पशुपालन विभाग की टीमों ने जांच की। गुरुवार को पशुपालन विभाग के चिकित्सकों की तीन सदस्यीय टीम ने पोस्टमार्टम किया। इसमें फूड पाइजनिंग से मौतों की बात सामने आई है। अब विसरा जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। उसकी रिपोर्ट के बाद मौत की वास्तविक स्थिति सामने आ सकेगी। उन्होंने वन विभाग और पशुपालन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मौके पर खेतों पर में कीटनाशक भी पाया गया, संभव है कि कीटनाशक युक्त कोई अनाज खाने से मोरों की मौत हुई है। प्रभारी रेंजर तोल राम हटीला का कहना है कि कीटनाशक छिड़काव से मोरों की मौत के एंगल से जांच की जा रही है। जिसके भी खेत के कीटनाशक के कारण मोरों की मौत हुई है, उसको आरोपित बनाया जाएगा।