samacharsecretary.com

दीपिका पादुकोण का खुलासा: मां बनने के बाद काम को लेकर बदला नजरिया, इंडस्ट्री पर भी ली क्लास

मुंबई 

बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण पिछले काफी समय से विवादों के चलते घिरी हुई हैं. उनकी आठ-घंटे शिफ्ट की डिमांड और ज्यादा पैसे मांगने पर काफी कॉन्ट्रोवर्सी पैदा हुई. जिसके चलते दीपिका को साउथ की दो बड़ी फिल्मों 'स्पिरिट' और 'कल्कि 2' से भी बाहर किया गया. एक्ट्रेस के फिल्म से बाहर होने के कई कारण सामने आए थे. 

मदरहुड पर बोलीं दीपिका
CNBC TV18 को दिए इंटरव्यू में दीपिका ने माना कि मां बनने के बाद वो कई मायनों में अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकली हैं. वो कहती हैं- मैं हमेशा से एक शांत और धैर्य रखने वाली इंसान रही हूं. मेरा टोलरेंस और पेशेंस लेवल काफी हाई है. लेकिन मुझे लगता है ये सब आपको सब्र रखना सिखाता है. ये आपको कंफर्ट जोन से बाहर पुश करता है. मुझे भी कंफर्ट जोन से इसने बाहर निकाला है. मां बनने के बाद मैं और ज्यादा सोशल हो चुकी हूं. मैं कभी सोशल पर्सन नहीं थी. अब दूसरे पेरेंट्स संग बात होती है. प्लेस्कूल का टर्म अचानक से फनी लगता है. 

8 घंटे शिफ्ट विवाद पर क्या बोलीं दीपिका?

दीपिका पादुकोण पर कई आरोप लगे थे. कई लोगों ने उनकी डिमांड्स को 'अनप्रोफेशनल' करार दिया था. अब एक्ट्रेस ने काफी समय बाद अपने ऊपर लगने वाले सभी आरोपों पर चुप्पी तोड़ दी है. CNN-TV18 संग बातचीत में दीपिका ने इंडस्ट्री के 'दोगलेपन' पर कहा, 'एक औरत होने के नाते अगर ये दबाव डालने जैसा लगता है, तो ऐसा ही सही. लेकिन ये कोई सीक्रेट नहीं है कि इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में कई सुपरस्टार, मेल सुपरस्टार, सालों से 8 घंटे काम कर रहे हैं और ये कभी सुर्खियों में नहीं आया.'

'मैं अभी किसी का नाम नहीं लेना चाहती और इसे इतना बड़ा नहीं बनाना चाहती. लेकिन ये बात आम है, पब्लिकली कई मेल एक्टर्स के बारे में पता है जो सालों से 8 घंटे काम कर रहे हैं. उनमें से कई सोमवार से शुक्रवार तक सिर्फ 8 घंटे ही काम करते हैं. वो वीकेंड पर काम नहीं करते. मुझे लगता है कि बड़ा मुद्दा ये है कि इंडियन फिल्म इंडस्ट्री को 'इंडस्ट्री' तो कहा जाता है, लेकिन हमने कभी भी असलीयत में उस तरह काम नहीं किया है. ये बहुत अव्यवस्थित इंडस्ट्री है और अब वक्त आ गया है कि हम इसमें सही व्यवस्था और स्ट्रक्चर लाएं.'

दीपिका को लेकर ही क्यों पैदा हुई कॉन्ट्रोवर्सी?

दीपिका की आठ-घंटे शिफ्ट वाली बात तब सामने आई थी जब उन्हें संदीप रेड्डी वांगा की 'स्पिरिट' से बाहर किया गया था. कहा जा रहा था कि एक्ट्रेस अपनी बेटी दुआ के पालन-पोषण के लिए मेकर्स से ऐसी डिमांड कर रही थीं, जिसे उन्होंने नकार दिया. दीपिका ने इसी बातचीत में आगे ये भी खुलासा किया है कि कई फीमेल एक्टर्स, जो मां बन चुकी हैं, वो भी आठ-घंटे काम करती हैं. लेकिन सिर्फ उन्हीं को लेकर विवाद पैदा हुआ है. 

दीपिका ने आगे अपने विवाद पर कहा, 'मैंने कई लेवल्स पर ऐसा किया है. ये मेरे लिए नया नहीं है. मुझे लगता है, जहां तक पैसों का सवाल है, मुझे उसके साथ आने वाली हर चीज से निपटना पड़ा है. मुझे ये भी नहीं पता कि इसे क्या कहा जाए, लेकिन मैं उन लोगों में से हूं जिन्होंने हमेशा अपनी लड़ाइयां चुपचाप लड़ी है.'

मां का रोल सबसे बेस्ट- दीपिका

दीपिका ने बताया कि वो हमेशा से मां बनना चाहती थीं. जिस वक्त से उनकी छोटी बहन अनीशा का जन्म हुआ, वो मां बनना चाहती थीं. इसलिए उनका मानना है इस वक्त वो अपनी जिंदगी का बेस्ट रोल प्ले कर रही हैं. मदरहुड की जर्नी का हर पल एंजॉय कर रही हैं. दीपिका ने इंटरव्यू में अपनी 8 घंटे शिफ्ट की डिमांड पर भी बात की. उनका कहना है इंडस्ट्री में कई मेल सुपरस्टार सालों से 8 घंटे काम कर रहे हैं. मगर इसे लेकर कभी कोई हेडलाइन नहीं बनी. एक्ट्रेस ने फीमेल को मिलने वाली कम फीस पर भी रिएक्ट किया.

दीपिका पादुकोण के वर्कफ्रंट की बात करें, वो फिल्म कल्कि 2898AD के सीक्वल और स्पिरिट से वो बाहर हुई हैं. दोनों फिल्मों से उनके एग्जिट लेने के पीछे फीस और 8 घंटे की शिफ्ट बताई जा रही है. दीपिका को फैंस अल्लू अर्जुन संग मूवी में देखेंगे. इसे एटली डायरेक्ट करेंगे. रिपोर्ट्स हैं कि दीपिका पादुकोण फिल्म किंग में भी नजर आएंगी. शाहरुख खान की मूवी में वो अहम रोल में दिखेंगी. शाहरुख के लिए दीपिका लकी चार्म हैं. दोनों ने साथ में सुपरहिट मूवीज दी हैं. 

'और किसी अजीब वजह से कभी-कभी ये पब्लिक हो जाती हैं, जो ना तो मुझे पता है और ना ही मुझे इस तरह से पाला गया है. लेकिन हां, अपनी लड़ाइयां चुपचाप और सम्मानजनक तरीके से लड़ना ही मेरा तरीका है.'

बात करें दीपिका के प्रोजेक्ट्स की, तो 'स्पिरिट' और 'कल्कि 2' से बाहर होने के बावजूद, वो फिलहाल दो बड़े प्रोजेक्ट्स का हिस्सा हैं. दीपिका शाहरुख खान की 'किंग' में काम कर रही हैं. इसके अलावा वो अल्लू अर्जुन- एटली की पैन इंडिया अनटाइटल्ड फिल्म में भी नजर आएंगी.

Leave a Comment

हम भारत के लोग
"हम भारत के लोग" यह वाक्यांश भारत के संविधान की प्रस्तावना का पहला वाक्य है, जो यह दर्शाता है कि संविधान भारत के लोगों द्वारा बनाया गया है और उनकी शक्ति का स्रोत है. यह वाक्यांश भारत की संप्रभुता, लोकतंत्र और लोगों की भूमिका को उजागर करता है.
Click Here
जिम्मेदार कौन
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 3 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here