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विशेष अवसर पर CM मान देंगे सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय नेताओं को न्योता

पंजाब  पंजाब सरकार श्री गुरु तेगबहादुर जी की 350वीं शहीदी शताब्दी को भव्य स्तर पर मनाने की तैयारी कर रही है। इस अवसर पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने की योजना है। मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री भगवंत मान स्वयं दिल्ली जाकर उन्हें निमंत्रण देंगे। इसके अलावा समारोह में देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को शामिल होने के लिए बुलाया जाएगा। इसके लिए पंजाब कैबिनेट के अलग-अलग मंत्री जिम्मेदारी संभालेंगे और आमंत्रण देंगे। सरकार ने पूरे कार्यक्रम का विस्तृत खाका तैयार कर लिया है और सुनिश्चित किया है कि यह ऐतिहासिक समारोह भव्य और संगठित तरीके से संपन्न हो। मंत्रियों की ड्यूटियों का विवरण     वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और लालचंद कटारुचक: बंगाल, असम और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रण देने जाएंगे।     अमन अरोड़ा और तरुणप्रीत सौंध: दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात और उत्तराखंड जाएंगे।     डॉ. बलबीर सिंह और हरदीप सिंह मुंडिया: छत्तीसगढ़ और झारखंड जाएंग।     हरभजन सिंह ईटीओ और बरिंदर कुमार गोयल: केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और पुदुचेरी जाएंगे।     हरजोत सिंह बैंस और पर्यटन-सांस्कृतिक विभाग के सलाहकार दीपक बाली: महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जाएंगे।  

भाजपा या कांग्रेस? नवजोत सिद्धू की वापसी पर CM मान ने खोला राज

चंडीगढ़ नवजोत सिंह सिद्धू की पंजाब की राजनीति में वापसी को लेकर माहौल गरम होना शुरू हो गया है। पिछले दिनों सिद्धू द्वारा प्रियंका गांधी से मुलाकात की गई, जिसके बाद उनके राजनीति में फिर सक्रिय होने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस बारे में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए नवजोत सिद्धू के राजनीति में फिर सक्रिय होने पर तंज कसते हुए कहा कि कोई भी जब चाहे राजनीति में शामिल होने या छोड़ने के लिए स्वतंत्र है। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि सिद्धू ने अपने अन्य रुचियों से हटकर एक बार फिर पंजाब को याद किया है।  उन्होंने कहा कि पूर्व क्रिकेटर (नवजोत सिद्धू) से कुछ भी नया और बेहतर अपेक्षित नहीं किया जा सकता क्योंकि उन्होंने अपना पुराना एजेंडा दोहराने के अलावा कुछ नहीं किया। उन्होंने क्रिकेटर से राजनीति में आए नवजोत सिद्धू को अपना नया राजनीतिक सफर शुरू करने के लिए शुभकामनाएँ दीं। 

CM भगवंत मान का तोहफ़ा: हज़ारों युवाओं को मिलेगा रोज़गार

पटियाला मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज राजपुरा में एक नई पशु फीड फैक्ट्री का उद्घाटन किया। यह फैक्ट्री विदेशी कंपनी डी. होज़ द्वारा खोली गई है। कंपनी ने पंजाब में भारत का सबसे बड़ा प्लांट खोला है। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि इस फैक्ट्री से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कई लोगों को रोजगार मिलेगा। इस दौरान कंपनी के मालिक ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को नीदरलैंड आने का न्योता दिया गया। मुख्यमंत्री मान ने इस न्योते को स्वीकार करते हुए कहा कि जब भी उन्हें समय मिलेगा, वे जरूर आएंगे और अपने साथ कुछ किसान भाइयों को भी ले जाएंगे, जो नए तरीके से कुछ करना चाहते हैं। 

किसानों को राहत: खेत से रेत हटाने के लिए सरकार देगी ₹7200 प्रति एकड़ सहायता

चंडीगढ़ पंजाब के बाढ़ प्रभावित लोगों को बड़ी राहत देते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने जिलों में ‘जिसदा खेत, उसदी रेत’ योजना के तहत किसानों को अपने खेतों से रेत निकालने के लिए 7200 रुपए प्रति एकड़ देने की घोषणा की। पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान चर्चा को समेटते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत किसानों को अपने खेतों से बाढ़ के कारण जमा हुई रेत, मिट्टी निकालने और यदि वे चाहें तो उसे बेचने की अनुमति दी गई है। बाढ़ के कारण डूबे गांवों के कई खेतों में रेत और मिट्टी जमा हो गई है, इसलिए यह निर्णय लिया गया है। बाढ़ पीड़ितों को बड़ी राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने एसडीआरएफ नियमों के तहत फसल नुकसान के मुआवजे में बढ़ोतरी की है। 26 से 33 प्रतिशत फसल नुकसान के लिए मुआवजा 2000 रुपए प्रति एकड़ से बढ़ाकर 10,000 रुपए प्रति एकड़, 33 से 75 प्रतिशत फसल नुकसान के लिए 6800 रुपए प्रति एकड़ से बढ़ाकर 10,000 रुपए प्रति एकड़, और 75 से 100 प्रतिशत फसल नुकसान के लिए 6800 रुपए से बढ़ाकर 20,000 रुपए प्रति एकड़ किया गया है। 20,000 रुपये प्रति एकड़ के मुआवजे में राज्य सरकार 14,900 रुपए का योगदान देगी, जो देश में सबसे अधिक है। वह कल (मंगलवार) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर राज्य के विभिन्न मुद्दों को उठाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी तरह से क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत के लिए 1.20 लाख रुपए और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों के लिए मुआवजा 6500 रुपए से बढ़ाकर 35,100 रुपए कर दिया गया है। बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए विशेष गिरदावरी पहले से ही तय समय के भीतर चल रही है। राज्य सरकार उन किसानों को प्रति हेक्टेयर 47,500 रुपए (18,800 रुपए प्रति एकड़) देगी, जिनकी जमीन नदियों में बह गई है। पंजाब एक गंभीर संकट का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि रचनात्मक आलोचना का हमेशा स्वागत है क्योंकि आलोचक ही सच्चे दोस्त होते हैं जो सरकार के कामकाज में कमियों को उजागर करते हैं। उन्होंने बाढ़ के दौरान निस्वार्थ सामाजिक सेवा करने वालों का विशेष रूप से धन्यवाद करते हुए कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने पुनर्वास के लिए शानदार काम किया है। राशन और अन्य बाढ़ राहत सामग्री अन्य राज्यों के वालंटियर्स द्वारा भी प्रदान की गई, जो वास्तव में प्रशंसनीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पुनर्वास के लिए गांवों को गोद लिया है। सेना और एनडीआरएफ ने राहत कार्यों के लिए अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए हैं।  अब पुनर्वास का समय है और राज्य सरकार इस संबंध में एक विधेयक पेश कर रही है। राज्य सरकार दीवाली के त्योहार से पहले 15 अक्टूबर से बाढ़ प्रभावित लोगों को मुआवजा वितरित करना शुरू कर देगी। पंजाब सरकार ने राज्य के सेम प्रभावित क्षेत्रों के लिए पहले ही 4.50 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं। मौसम की भविष्यवाणी के लिए उन्नत तकनीक विकसित करने के लिए आईआईटी खड़गपुर और बेंगलुरु के साथ-साथ थापर यूनिवर्सिटी, पटियाला को भी शामिल किया गया है। थापर यूनिवर्सिटी ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान को रोकने और कम करने के लिए मौसम संबंधी भविष्यवाणियों के लिए अपना सैटेलाइट लॉन्च करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने भारत सरकार से बाढ़ के मुआवजे को बढ़ाकर 50,000 रुपए प्रति एकड़ करने की मांग की है। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि प्रधानमंत्री के पास महत्वपूर्ण मुद्दों पर राज्यपाल से मिलने का समय है, जबकि लोगों द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने राहत कार्यों के लिए प्रधानमंत्री से मुलाकात की मांग की, लेकिन प्रधानमंत्री के पास चुने हुए प्रतिनिधियों के लिए समय नहीं है। इस गंभीर संकट की घड़ी में भी केंद्रीय मंत्री राज्य सरकार और लोगों की मदद करने के बजाय केवल बाढ़ पर्यटन के लिए तस्वीरें खिंचवाने के लिए राज्य में आए। प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 1600 करोड़ रुपए भी राज्य के साथ एक क्रूर मजाक है। उन्होंने कहा कि यह भी सुनने में आ रहा है कि राज्य को एसडीआरएफ से मिलने वाले 240 करोड़ रुपए भी इसमें शामिल कर दिए गए हैं। इसके विपरीत, प्रधानमंत्री चुनावी राज्यों जैसे बिहार में बड़े राहत पैकेज की घोषणा कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सौतेली मां जैसा व्यवहार का कड़ा विरोध करता है और वह मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री के सामने ये मुद्दे उठाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ऐसी नीच चालों से लोगों के जनादेश को दरकिनार कर रही है, जो पूरी तरह से अनुचित है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ‘अघोषित राष्ट्रपति शासन’ लागू किया हुआ है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि केंद्र सरकार संविधान के मूल संघीय ढांचे को नष्ट कर रही है, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। विपक्षी नेता के विरोध पर कड़ा प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने पूछा कि राज्य सरकार द्वारा स्थापित रंगला पंजाब फंड का विरोध करने के पीछे उनका क्या तर्क है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह फंड सी.एस.आर. और अन्य सामाजिक संस्थाओं, जो बाढ़ पीड़ितों की मदद करना चाहती हैं, से योगदान प्राप्त करने के लिए स्थापित किया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि विपक्षी नेता उन कारणों से, जिनसे वे अच्छी तरह वाकिफ हैं, इस संबंध में आधारहीन बयान जारी कर रहे हैं।  

सीएम भगवंत मान ने लॉन्च किया ‘चढ़दी कला’ अभियान, राज्य को नई ऊर्जा देने का संकल्प

चंडीगढ़ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को ‘चढ़दी कला’ अभियान की शुरुआत करते हुए देशवासियों से अपील की कि वे बाढ़ से तबाह हुए राज्य के पुनर्निर्माण में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि पंजाब ने हमेशा हर मुश्किल को ताकत में बदला है और इस बार भी ऐसा ही होगा। मान ने एक वीडियो संदेश में बताया कि इस बार आई बाढ़ 1988 के बाद की सबसे भीषण त्रासदी है। ‘करीब 2,300 गांव डूब गए, सात लाख लोग बेघर हुए और 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए।’ उन्होंने कहा कि बाढ़ में 56 लोगों की जान गई, 3,200 स्कूल और 19 कॉलेज क्षतिग्रस्त हुए, 1,400 क्लीनिक और कई सरकारी इमारतें बर्बाद हुईं, जबकि 8,500 किलोमीटर लंबी सड़कें और 2,500 पुल टूट गए। शुरुआती अनुमान के मुताबिक, कुल नुकसान 13,800 करोड़ रुपये से अधिक का है और गिरदावरी के बाद यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब कभी हार नहीं मानता। यहां की मिट्टी हमें सिखाती है कि संकट कितना भी बड़ा क्यों न हो, हम मजबूती से खड़े होकर और भी मजबूत बनकर निकलते हैं। उन्होंने स्थानीय युवाओं की बहादुरी को सलाम किया, जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों को बचाया। मान ने धार्मिक और सामाजिक संस्थानों के योगदान को भी नमन किया, जिन्होंने प्रभावित लोगों को शरण और भोजन दिया। उन्होंने कहा कि अब वक्त है कि हम राहत से आगे बढ़कर पुनर्निर्माण की ओर कदम बढ़ाएं। ‘चढ़दी कला’ हमारी वही अडिग भावना है, जो हमें हर हाल में आगे बढ़ने की ताकत देती है।’ सीएम ने देशभर से मांगा सहयोग मुख्यमंत्री ने देशभर के नागरिकों, उद्योगपतियों, धर्मार्थ संस्थानों और कलाकारों से अपील की कि वे इस अभियान में उदारता से योगदान करें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अभियान में दी गई हर पाई का इस्तेमाल पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से किया जाएगा। मान ने बताया कि ‘चढ़दी कला’ अभियान से जुड़ी विस्तृत जानकारी और योगदान देने की प्रक्रिया ‘रंगला डॉट पंजाब डॉट गव डॉट इन’ पोर्टल पर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इस अभियान को जनआंदोलन का रूप देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

हरियाणा-पंजाब CM की बैठक, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए सहयोग का आश्वासन

चंडीगढ़  हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सोमवार सुबह मोहाली के फोर्टिस अस्पताल पहुंचे और पंजाब के सीएम भगवंत मान से मुलाकात की। सैनी ने मान के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।  दोनों नेताओं के बीच करीब 20 मिनट तक कई महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंजाब में बाढ़ के हालातों की जानकारी ली और कहा कि बाढ़ के चलते उत्पन्न हुए हालात में हरियाणा पंजाब के साथ खड़ा है। सैनी ने पंजाब सीएम को हर संभव सहयोग का भी भरोसा दिया और कहा कि हरियाणा सरकार और प्रत्येक हरियाणावासी संकट की इस घड़ी में पंजाब के साथ है। मुख्यमंत्री ने पंजाब के इस स्थिति से जल्द उबरने और पंजाब सीएम के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।  हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने आज पंजाब के मोहाली में पंजाब के सीएम से मुलाकात की. दरअसल, पंजाब के सीएम पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती है. सीएम सैनी पंजाब के सीएम का हाल जानने के लिए गए थे. मुख्यमंत्री नायब सैनी ने तकरीबन 20 मिनट तक भगवंत मान से बातचीत की और उनका हालचाल जाना. इस दौरान नायब सैनी ने भगवंत मान से पंजाब में बाढ़ संबंधी हालातों की जानकारी ली. साथ ही हर संभव मदद का आश्वासन दिया. सीएम ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी: वहीं, हरियाणा के सीएम ने आज एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि, "हम पड़ोसी धर्म निभा रहे हैं. मैं पंजाब के मुख्यमंत्री का हालचाल पूछने गया. उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की. मैंने उनसे पंजाब के बारे में बातचीत की है. मैंने बताया कि हरियाणा के लोग भी पंजाब में सहायता पंहुचा रहे हैं. हम आगे भी सहायता करेंगे. पंजाब हमारा भाई है. हमारा परिवार है. हरियाणा सरकार और हरियाणा के लोग पंजाब के साथ खड़े हैं, क्योंकि यह हमारा परिवार है.जब मैं हरियाणा के गांव में गया तो उन्होंने अपनी बात कम और पंजाब की बात ज्यादा की." भगवंत मान का हाल जानने अस्पताल पहुंचे हरियाणा के सीएम नायब  सीएम सैनी ने दिया हर संभव मदद का भरोसा: वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री की पंजाब की सीएम से मुलाकात को लेकर हरियाणा जनसंपर्क विभाग ने ट्विट कर जानकारी दी. जानकारी के मुताबिक CM भगवंत मान से हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने मुलाकात की. तकरीबन 20 मिनट तक दोनों ने महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की. सीएम नायब ने पंजाब CM भगवंत मान से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना की.उन्होंने पंजाब में बाढ़ से उत्पन्न हालातों पर चर्चा की और कहा—"हरियाणा सरकार एवं जनता इस संकट की घड़ी में पंजाब के साथ मज़बूती से खड़ी है." बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरान करने के दौरान बिगड़ी थी तबियत: पंजाब के सीएम भगवंत मान की पिछले दिनों बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद तबीयत बिगड़ गई थी. हालांकि अब उनकी सेहत में लगातार सुधार हो रहा है. लेकिन अभी वो डॉक्टरों की निगरानी में हैं. डॉक्टरों की मानें तो सीएम मान को धड़कन धीमी होने और कमजोरी की शिकायत के बाद अस्पताल लाया गया था.

CM भगवंत मान की आंखों में आए आंसू, बाढ़ पीड़ितों को दिया हिम्मत का संदेश

फिरोजपुर पंजाब में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है और लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। चारों तरफ हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज फिरोजपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने बाढ़ की मार झेल रहे सरहदी गांवों के लोगों से मुलाकात की और उनकी परेशानियां सुनीं। इतने गंभीर हालात देखकर और लोगों की बदहाली देखकर मुख्यमंत्री मान की आंखों में भी आंसू आ गए। बाढ़ पीड़ित एक महिला ने अपना दुख सुनाते हुए कहा कि सब कुछ बह जाएगा और हमारा कुछ भी नहीं बचेगा। इस पर मुख्यमंत्री भावुक होकर बोले कि सब कुछ ठीक हो जाएगा, यह प्राकृतिक आपदा है और सब कुछ मुझ पर छोड़ दो। बताने योग्य है कि मुख्यमंत्री मान न केवल बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं, बल्कि बाढ़ प्रबंधन पर भी व्यक्तिगत रूप से नजर रख रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद करने के सख्त निर्देश दिए हैं। आज मुख्यमंत्री की ओर से एक उच्च स्तरीय बैठक भी की जाएगी जिसमें पूरे राज्य में चल रहे राहत कार्यों की स्थिति का जायजा लिया जाएगा। बैठक में बाढ़ के खतरे से बचाव के लिए अन्य जरूरी कदम उठाने पर भी चर्चा होगी। 

बाढ़ग्रस्त इलाकों में पहुंचे CM मान, अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के आदेश

दीनानगर  पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे। दीनानगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मकौड़ा पत्तन में रावी नदी में आई बाढ़ के कारण कई गांव पानी से प्रभावित हुए हैं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा किया और प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लिया।   मुख्यमंत्री सबसे पहले बेहरामपुर कस्बे पहुंचे जहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत की और कहा कि सरकार जान-माल की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन आस-पास के गांवों में जलस्तर बढ़ने के कारण वे वहां नहीं पहुंच सके। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ है और किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को राहत कार्य तेजी से चलाने के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए लोगों को पर्याप्त मुआवजा देगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पंजाब में बाढ़ की यह स्थिति पहाड़ी राज्यों में लगातार हो रही बारिश के कारण उत्पन्न हुई है। गंभीर संकट की इस घड़ी में पंजाब सरकार लोगों को राहत पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस काम में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में आम आदमी पार्टी के नेता और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे।

पूर्व मंत्री के घर Raid: CM मान ने केंद्र सरकार को घेरा, लगाया साजिश का आरोप

चंडीगढ़  दिल्ली के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज के घर आज सुबह ईडी द्वारा की गई छापेमारी को लेकर राजनीति गरमा गई है। अब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इस मामले में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह छापेमारी प्रधानमंत्री मोदी के फर्जी डिग्री मामले से ध्यान भटकाने के लिए की गई है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने ट्वीट किया, "आज सौरभ भारद्वाज के घर छापेमारी की गई, क्योंकि कल से पूरे देश में मोदी जी की डिग्री को लेकर चर्चा चल रही है कि मोदी जी की डिग्री फर्जी है। यह छापेमारी सिर्फ इस मामले से ध्यान भटकाने के लिए की गई है।" उन्होंने आगे लिखा, "सतेंद्र जैन जी को भी एक झूठे मामले में तीन साल तक जेल में रखा गया, और बाद में सीबीआई और ईडी ने अदालत में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी। इससे यह स्पष्ट होता है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ दर्ज सभी मामले फर्जी और झूठे हैं।"