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टोक्यो में रोमांचक फाइनल: नीरज चोपड़ा चमके, सचिन यादव से चूका पदक, वालकोट ने फेंका यादगार थ्रो

नई दिल्‍ली गत चैंपियन नीरज चोपड़ा का वर्ल्‍ड चैंपियनशिप में पुरुषों की जेवलिन थ्रो स्‍पर्धा के फाइनल में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन रहा। नीरज चोपड़ा आठवें स्‍थान पर रहे। वहीं, वर्ल्‍ड चैंपियनशिप में पहली बार हिस्‍सा लेने वाले एक और भारतीय जेवलिन थ्रोअर सचिन यादव ने अपना निजी सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन किया, लेकिन वो भी मेडल नहीं जीत सके। भारत के जेवलिन थ्रोअर सचिन यादव चौथे स्‍थान पर रहे। वालकोट ने जीता गोल्‍ड मेडल बता दें कि वर्ल्‍ड चैंपियनशिप में गुरुवार को कोई भी जेवलिन एथलीट 90 मीटर की दूरी का आंकड़ा पार नहीं कर सका। चोपड़ा पांचवें राउंड में बाहर हुए। उनका सर्वश्रेष्‍ठ थ्रो 84.03 मीटर का रहा। वो आठवें स्‍थान पर रहे। 27 साल के चोपड़ा ने पांचवें प्रयास में फाउल किया, जिसके कारण वो प्रतियोगिता से बाहर हुए। याद दिला दें कि नीरज चोपड़ा ने 2021 में इसी जगह ऐतिहासिक गोल्‍ड मेडल जीता था। त्रिनिदाद एंड टोबेगो के केसहोर्न वालकोट (88.16 मीटर) ने गोल्‍ड मेडल जीता। ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स दूसरे व अमेरिका के कर्टिस थांपसन (86.67 मीटर) तीसरे स्‍थान पर रहे।   सचिन यादव ने किया प्रभावित बता दें कि नीरज चोपड़ा के साथ भारत के सचिन यादव ने भी वर्ल्‍ड चैंपियनशिप में हिस्‍सा लिया था। यादव ने अपना सर्वश्रेष्‍ठ थ्रो पहले प्रयास में किया, जब उनका भाला 86.27 मीटर की दूरी पर जाकर गिरा। यादव ने न सिर्फ नीरज चोपड़ा बल्‍कि जर्मनी के जूनियन वेबर (86.11 मीटर) और ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम (82.75 मीटर) से भी बेहतर प्रदर्शन किया। नीरज का ऐसा रहा प्रदर्शन बता दें कि अरशद नदीम चौथे राउंड में बाहर हो गए थे। वहीं, दो बार के ओलंपिक मेडलिस्‍ट चोपड़ा ने अपने अभियान की शुरुआत 83.65 मीटर की दूरी के थ्रो के साथ की। अगले प्रयास में नीरज ने प्रदर्शन सुधारा और 84.03 मीटर की दूरी पर भाला फेंका। मगर तीसरे प्रयास में उनसे फाउल हो गया। वो आठवें स्‍थान पर खिसक गए। आधे राउंड खत्‍म हो चुके थे और नीरज चोपड़ा आठवें स्‍थान पर ही रहे। नीरज का चौथा थ्रो 82.86 मीटर का रहा। प्रतियोगिता में बने रहने के लिए नीरज को अगले राउंड में 85.54 मीटर से ज्‍यादा दूरी पर भाला फेंकने की जरुरत थी। मगर पांचवें प्रयास में नीरज से फाउल हुआ और वो आधिकारिक रूप से प्रतियोगिता से बाहर हो गए। नीरज के बाहर होने पर भारतीय फैंस का दिल टूट गया। नीरज का प्रदर्शन     पहला थ्रो: 83.65 मीटर     दूसरा थ्रो: 84.03 मीटर     तीसरा थ्रो: फाउल     चौथा थ्रो: 82.86 मीटर     पांचवां थ्रो: फाउल सचिन का प्रदर्शन     पहला थ्रो: 86.27 मीटर     दूसरा थ्रो: फाउल     तीसरा थ्रो: 85.71 मीटर     चौथा थ्रो: 84.90 मीटर     पांचवां थ्रो: 85.96 मीटर     छठवां थ्रो: 80.95 मीटर  

वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप: नीरज चोपड़ा ने पहले थ्रो में ही किया क्वालिफाई, फाइनल में पहुंचे

तोक्यो भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने 84.85 मीटर की दूरी का भाला फेंककर वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के पुरुष भाला फेंक के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है. बुधवार को क्वालिफाइंग राउंड में नीरज चोपड़ा ने अपने पहले ही थ्रो में ये कमाल किया. दरअसल, 84.50 मीटर क्वालीफिकेशन मार्क था. लेकिन नीरज चोपड़ा ने 84.85 मीटर की दूरी का भाला फेंका. गुरुवार यानी की कल फाइनल खेला जाएगा. जहां नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अरशद नदीम का आमना-सामना हो सकता है. दिलचस्प बात यह रही कि नीरज चोपड़ा के अलावा किसी भी एथलीट ने पहले राउंड में सीधे क्वालीफिकेशन हासिल नहीं किया. बता दें कि नीरज चोपड़ा के ग्रुप में कुल 6 एथलीट हैं. भारतीय भाला फेंक सुपरस्टार नीरज चोपड़ा अब फाइनल मुकाबले में गुरुवार को उतरेंगे. उनके सामने अपनी बादशाहत बचाने की चुनौती होगी. वहीं, पाकिस्तान के अरशद नदीम से भी उनका मुकाबला होगा. पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद यह पहली बार होगा जब दोनों एक ही मंच पर उतरेंगे. पेरिस में अरशद ने 92.97 मीटर थ्रो कर स्वर्ण जीता था, जबकि नीरज का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 89.45 मीटर रहा और उन्हें रजत से संतोष करना पड़ा. अरशद और नीरज अलग-अलग ग्रुप में बता दें कि क्वालिफिकेशन राउंड में नीरज को 19 सदस्यीय ग्रुप ए में रखा गया था, जिसमें वेबर, वाल्कोट, वाडलेज और सचिन यादव शामिल थे. वहीं, ग्रुप बी में अरशद नदीम, पीटर्स, येगो, दा सिल्वा, रोहित यादव, यशवीर सिंह और श्रीलंका के उभरते खिलाड़ी रमेश थरंगा पथिरगे हैं. 84.50 मीटर का निशान पार करने वाले या टॉप-12 थ्रोअर फाइनल के लिए क्वालिफाई करेंगे. डिफेंडिंग चैंपियन हैं नीरज चोपड़ा नीरज चोपड़ा को इस इवेंट के फाइनल में पहुंचने के लिए 84.50 मीटर भाला फेंकना था और उन्होंने पहले ही राउंड में इस बाधा को पार करते हुए ये उपलब्धि अपने नाम कर ली। नीरज चोपड़ा मौजूदा समय में भारतीय एथलीट विश्व चैंपियनशिप में जैवलीन थ्रो इवेंट के विजेता हैं और साल 2023 में उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। नीरज चोपड़ा इस इवेंट में डिफेंडिंग चैंपियन के तौर पर हिस्सा ले रहे हैं और वे जान जेलेज़नी (1993, 1995) और ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स (2019, 2022) के बाद इतिहास में वर्ल्ड जैवलिन टाइटल को लगातार दो बार जीतने वाले तीसरे खिलाड़ी बनने की कोशिश करेंगे। नीरज ने साल 2023 में 88.17 मीटर थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता था, जबकि पाकिस्तान के अरशद नदीम 87.82 मीटर थ्रो के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे जबकि और याकुब वडलेच (86.67 मीटर थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।

डायमंड लीग में नीरज चोपड़ा ने हासिल किया दूसरा स्थान, वेबर ने जीता गोल्ड

ज्यूरिख भारत के स्टार भाला फेंक (जैवलिन थ्रो) खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में हुए डायमंड लीग फाइनल में दूसरा स्थान हासिल किया. नीरज का फाइनल में बेस्ट थ्रो 85.01 मीटर रहा. जर्मनी के जूलियन वेबर चैम्पियन बनने में कामयाब रहे. वेबर का बेस्ट थ्रो 91.51 मीटर रहा. मौजूदा वर्ल्ड चैम्पियन नीरज ने 2022 में डायमंड लीग फाइनल जीतकर डायमंड ट्रॉफी अपने नाम की थी. जबकि 2023 और 2024 में नीरज दूसरे स्थान पर रहे थे. फाइनल में नीरज चोपड़ा का पहला प्रयास कुछ खास नहीं रहा और वो 84.35 का ही थ्रो कर पाए. दूसरी ओर जर्मनी के जूलियन वेबर ने 91.37 मीटर का थ्रो करके लीड बना ली. वेबर ने दूसरा थ्रो और जबरदस्त किया और उसमें उन्होंने 91.51 मीटर की दूरी हासिल की. यानी वेबर ने अपने पर्सनल बेस्ट में फिर सुधार किया. दूसरी ओर नीरज का दूसरा थ्रो कुछ खास नहीं रहा और वो 82.00 मीटर की दूरी ही हासिल कर पाए. नीरज चोपड़ा का तीसरा अटेम्प्ट फाउल रहा. भारतीय खिलाड़ी से उम्मीद थी कि वो चौथे प्रयास में अच्छा करेंगे, लेकिन इस बार भी नीरज ने फाउल किया. नीरज का पांचवां प्रयास भी बेकार गया. यानी वो फिर फाउल कर बैठे. छठे प्रयास में नीरज ने कुछ जोर लगाया जिसके चलते वो केशोर्न वाल्कॉट को पछाड़ दूसरे स्थान पर पहुंचे. नीरज ने आखिरी प्रयास में 85.01 मीटर का थ्रो किया, जो उनका इस फाइनल में बेस्ट थ्रो रहा. नीरज चोपड़ा का डायमंड लीग फाइनल प्रदर्शन: पहला प्रयास: 84.35 मीटर दूसरा प्रयास: 82.00 मीटर तीसरा प्रयास: फाउल चौथा प्रयास: फाउल पांचवां प्रयास: फाउल छठा प्रयास: 85.01 मीटर फाइनल में सभी 7 खिलाड़ियों के बेस्ट थ्रो- 1. जूलियन वेबर (जर्मनी): 91.51 मीटर 2. नीरज चोपड़ा (भारत): 85.01 मीटर 3. केशोर्न वाल्कॉट (त्रिनिदाद एंड टोबैगो): 84.95 मीटर 4. एंडरसन पीटर्स (ग्रेनाडा): 82.06 मीटर 5. जूलियस येगो (केन्या): 82.01 मीटर 6. एंड्रियन मर्डारे (मोल्दोवा): 81.81 मीटर 7. साइमन वीलैंड (स्विट्जरलैंड): 81.29 मीटर diamond leagueनीरज चोपड़ा ने इस सीजन में दो डायमंड लीग प्रतियोगिताओं में भाग लिया. दोहा लेग में नीरज ने अपने करियर का बेस्ट थ्रो (90.23 मीटर) किया, लेकिन वो दूसरे स्थान पर रहे थे. फिर पेरिस लेग में 88.16 मीटर के थ्रो के साथ नीरज ने जीत हासिल की. फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के बाद नीरज ने सिलेसिया और ब्रुसेल्स लेग से बाहर रहने का विकल्प चुना.  नीरज चोपड़ा ने कुल 15 अंकों के साथ डायमंड लीग फाइनल में जगह बनाई. डायमंड लीग के किसी लेग में पहले स्थान पर रहने के लिए 8 प्वाइंट्स, दूसरे स्थान पर रहने के लिए 7 अंक, तीसरे स्थान पर रहने के लिए 6 प्वाइंट्स और चौथे स्थान पर रहने के लिए 5 अंक दिए जाते हैं. डायमंड लीग फाइनल में विजेता को क्या मिलता है? डायमंड लीग फाइनल के विजेता को डायमंड ट्रॉफी म‍िलती है. साथ ही उसे 30 हजार डॉलर से पचास हजार डॉलर तक की इनामी राशि मिलती है. इसके अलावा वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के लिए उसे वाइल्ड कार्ड भी मिलता है. कुल मिलाकर नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग फाइनल से पहले छह टूर्नामेंट्स में भाग लिया. इनमें से चार में उन्होंने जीत हासिल की है, जबकि दो में दूसरे स्थान पर रहे. डायमंड लीग फाइनल के बाद अब नीरज चोपड़ा की निगाहें अगले महीने होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2025 पर टिकी हैं, जहां वो अपने खिताब का बचाव करना चाहेंगे. बता दें कि वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 13 से 21 सितंबर तक जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित की जाएगी.

देश में पहली बार नीरज चोपड़ा जैवलिन थ्रो में दिखाएंगे दम, जानें भारत में कब-कहां देखें इवेंट

बेंगलुरु नीरज चोपड़ा शनिवार (5 जुलाई) को बेंगलुरु में एनसी क्लासिक (NC Classic) भाला फेंक (Javelin throw) प्रतियोगिता में कुछ चिरपरिचित प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ उतरेंगे. वह इस साल दूसरी बार 90 मीटर की दूरी पार करने की कोशिश करेंगे. यह इवेंट शाम 6.30 बजे शुरू होगा.   27 साल के नीरज चोपड़ा अब तक लगभग सभी प्रमुख खिताब जीत चुके हैं. ओलंपिक और विश्व चैम्पिनशिप के स्वर्ण पदक, डायमंड लीग फाइनल्स ट्रॉफी, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स के स्वर्ण पदक उनकी सफलताओं की कहानी कहते हैं.  नीरज चोपड़ा क्लासिक का पहला संस्करण केवल खेल में सफलता हासिल करने तक सीमित नहीं है, यह भारतीय प्रशंसकों को शीर्ष-स्तरीय प्रतियोगिता को व्यक्तिगत रूप से देखने का मौका दे रहा है, जो देश में खेल की प्रतिष्ठा बढ़ाने में मदद करेगा. वह विश्व रिकार्डधारी स्वीडिश पोल वॉल्टर आर्मंड डुप्लांटिस और केन्या के दिग्गज धावक किपचोगे कीनो से प्रेरित हैं, जिनके नाम पर 'मोंडो क्लासिक' और 'किप केइनो क्लासिक; जैसे अंतरराष्ट्रीय आयोजन होते हैं, जो विश्व एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर का हिस्सा हैं. कांतीरावा स्टेडियम में होने वाली प्रतियोगिता के दौरान प्रशंसकों को इस डबल ओलंपिक पदक विजेता को एक्शन में देखने का मौका मिलेगा. मई में दोहा में पहली बार 90 मीटर से अधिक थ्रो करने वाले नीरज फिर से वैसी ही दूरी हासिल करने की कोशिश करेंगे. वह एक साल के अंतराल के बाद भारत में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. टोक्यो ओलंपिक में भारत को एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक दिला चुके हरियाणा के खांदरा गांव के इस धुरंधर एथलीट ने कहा, 'इस तरह की प्रतियोगिता भारत में आयोजित करना मेरा एक सपना था जो अब पूरा हो रहा है.मैं बहुत उत्साहित हूं. मैंने देश के लिए ओलंपिक और अन्य पदक जीते हैं. अब इस आयोजन के माध्यम से मैं भारतीय एथलेटिक्स, खिलाड़ियों और प्रशंसकों को कुछ वापस दे रहा हूं.' इस प्रतियोगिता का आयोजन नीरज चोपड़ा JSW स्पोर्ट्स, भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (AFI) और विश्व एथलेटिक्स के साथ मिलकर कर रहे हैं. नीरज ने कहा कि एनसी क्लासिक हर साल आयोजित किया जाएगा और भविष्य में इसमें भाले के अलावा अन्य खेलों को भी जोड़ा जाएगा. पहले यह कार्यक्रम 24 मई को पंचकूला (हरियाणा) में होना था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय प्रसारकों के लिए आवश्यक अपर्याप्त प्रकाश व्यवस्था के कारण इसे बेंगलुरु में स्थानांतरित कर दिया गया. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के कारण इस कार्यक्रम को बाद में स्थगित कर दिया गया था.  यह भारत में आयोजित होने वाली सबसे हाई-प्रोफाइल एकल स्पर्धा अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता होगी, जिसे विश्व एथलेटिक्स ने कैटेगरी ए का दर्जा दिया है. हालांकि कुछ खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी से प्रतियोगिता की रौनक जरूर कम हुई है. दो बार के विश्व चैम्पियन एंडरसन पीटर्स (ग्रेनेडा) चोट के चलते बाहर हो गए हैं, लेकिन नीरज की लोकप्रियता से स्टेडियम पूरा भरने की उम्मीद है. 12 खिलाड़ियों की प्रतिस्पर्धा अभी भी विश्वस्तरीय है, जिनमें से 5 पहले ही इस साल टोक्यो में होने वाली विश्व चैम्पिनशिप के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं. नीरज के कोच और विश्व रिकॉर्डधारी जान जेलेज्नी भी शहर में पहुंच चुके हैं और भारतीय प्रशंसकों को इस दिग्गज को देखने का अवसर मिलेगा. प्रतियोगिता में नीरज सबसे प्रबल दावेदार हैं. जूलियन वेबर भाग नहीं ले रहे हैं और पीटर्स भी बाहर हो गए हैं. इन दोनों ने इस सीजन में नीरज को सबसे कड़ी टक्कर दी थी. जर्मनी के वेबर ने नीरज को दो बार हराया था, लेकिन पेरिस डायमंड लीग में नीरज ने उन्हें पछाड़ दिया. पीटर्स दो बार तीसरे स्थान पर रहे. पाकिस्तान के ओलंपिक चैम्पियन अरशद नदीम को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने अपने ट्रेनिंग शेड्यूल का हवाला देते हुए मना कर दिया. नीरज को चुनौती देने वाले अन्य प्रमुख खिलाड़ी हैं – थॉमस रोहलर (जर्मनी, व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ: 93.90 मीटर) जूलियस येगो (केन्या, व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ: 92.72 मीटर) कर्टिस थॉम्पसन (अमेरिका, व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ: 87.76 मीटर) हालांकि रोहलर और येगो हाल के दिनों में अच्छी फॉर्म में नहीं हैं. अन्य विदेशी प्रतिभागी हैं-  मार्टिन कोनेक्नी (चेक गणराज्य – PB: 80.59 मीटर) लुइज मौरिसियो डा सिल्वा (ब्राजील – PB: 86.62 मीटर) रमेश पथिरगे (श्रीलंका – PB: 85.45 मीटर) सायप्रियन मर्जीग्लोड (पोलैंड – PB: 85.92 मीटर) चार अन्य भारतीय खिलाड़ियों में सचिन यादव बेहतरीन फॉर्म में हैं और हाल ही में एशियन चैम्पियनशिप में रजत पदक जीत चुके हैं. चोटिल किशोर जेना की जगह लेने वाले यशवीर सिंह एशियाई चैम्पियनशिप में 5वें स्थान पर रहे.अन्य दो भारतीय खिलाड़ी रोहित यादव (2023 विश्व चैम्पियनशिप में भाग ले चुके हैं) और साहिल सिलवाल हैं. इन सभी के लिए एनसी क्लासिक महत्वपूर्ण होगा क्योंकि वे न केवल कुछ शीर्ष थ्रोअरों के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे, बल्कि 85.50 मीटर के सीधे प्रवेश मानक को पार करके इस वर्ष की विश्व चैम्पियनशिप के लिए अर्हता प्राप्त कर सकते हैं या विश्व रैंकिंग कोटा के माध्यम से विश्व चैम्पियनशिप में जगह बनाने के लिए मूल्यवान अंक प्राप्त कर सकते हैं. नीरज चोपड़ा – 2025 सीजन प्रदर्शन 16 अप्रैल – पोट्च इनविटेशनल मीट (दक्षिण अफ्रीका)- पहला स्थान, 84.52 मीटर 16 मई – दोहा डायमंड लीग (कतर)– दूसरा स्थान, 90.23 मीटर (बेस्ट) 23 मई – यानुज कुशोचिंस्की मेमोरियल (पोलैंड) – दूसरा स्थान, 84.14 मीटर 20 जून – पेरिस डायमंड लीग (फ्रांस) पहला स्थान, 88.16 मीटर 24 जून – ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक (चेक गणराज्य) – पहला स्थान, 85.29 मीटर