samacharsecretary.com

कोरबा में वाटरफॉल में फंसे 5 युवक-युवतियों का सफल रेस्क्यू, सेल्फी-पॉइंट पर मौजूद थे, अचानक बढ़ा जलस्तर

कोरबा  छत्तीसगढ़ में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से आफत बढ़ती ही जा रही है। हालांकि इस पानी से गर्मी-उमस से भी राहत मिली है। कोरबा जिले में तेज पानी गिर रहा है। है। कोरबा के पाली में पिछले 24 घंटे के दौरान 260 मिमी बारिश हुई। यानी हर घंटे करीब 11 मिमी की औसत से बारिश हुई। कई जगहों पर भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई। इस बीच, घूमने के लिए देवपहरी पहुंचा 5 दोस्तों का ग्रुप जलस्तर बढ़ने से टापू पर फंस गया। 5 दोस्तों का ग्रुप बारिश का नजारा देखने देवपहरी के गोविंदझुंझा जलप्रताप पहुंचा था। इनमें तीन युवती और दो युवक शामिल हैं।  जलप्रताप में बारिश के दौरान नजारा मनमोहक होने से दोस्तों का ग्रुप आगे टापू की ओर चला गया, जहां फोटो और सेल्फी लेने के बाद लौट रहे थे, तभी ऊपर से पहाड़ी की ओर से बारिश का पानी तेजी से पहुंचा। वे सभी जलस्तर बढ़ने से टापू पर बने गुंबद में पहुंचे। चारों ओर तेज पानी का बहाव होने से वे फंस गए हैं। दूसरी ओर, अमरकंटक से लौटते वक्त पेंड्रा इलाके में सजहा नाले के तेज बहाव में एक कार बह गई। इसमें नर्स प्रीति यादव, उनके पति चंद्रशेखर यादव और दो बच्चे सवार थे। हादसे में चारों की मौत हो गई। घटना किरर टोल प्लाजा के पास हुई, जहां पुल पर तेज पानी होने के बावजूद कार को पार कराने की कोशिश की गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस के पार होते देख चंद्रशेखर ने भी कार बढ़ा दी, जो तेज बहाव में बह गई। सोमवार को शव बरामद कर लिया गया है। मप्र के मंत्री दिलीप जायसवाल ने परिजन को सांत्वना दी और 25-25 हजार रुपए की सहायता घोषित की। वहीं, रतनपुर से केंवची के रास्ते में मझवानी गांव के पास पुल के ऊपर से पानी बहता हुआ देखने के बावजूद पार करने की कोशिश में कोयला लोड ट्रक बह गया। हालांकि सड़क के दूसरी छोर पर मौजूद लोगाें ने ड्राइवर को बचा लिया। बारिश के कारण धमतरी जिले में सोंढूर नदी उफान पर है। इससे घोरागांव, छोटे गोबरा, दौड़ पंडरीपानी, समेत 15 गांव जिला मुख्यालय से कट गए। वहीं मगरलोड मार्ग पर महानदी पर मेघा एनीकट के पास निर्माणाधीन पुल से लगकर 50 गांव की आवाजाही के लिए वैकल्पिक रास्ता बनाया गया था, जो बह गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक तेज बारिश होगी। 9 जुलाई के बाद बारिश की गतिविधियों में कमी आने लगेगी। मंगलवार को भी प्रदेश के बिलासपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग में कहीं-कहीं पर भारी बारिश की संभावना है। लगातार हो रही बारिश से 15 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। भिलाई में भी रविवार की रात से सोमवार सुबह 10 बजे तक दुर्ग- भिलाई में तेज बारिश होने से ट्विनसिटी के अलावा रिसाली और भिलाई-तीन चरोदा नगर निगम क्षेत्र की बहुत सी निचली बस्तियों में पानी भर गया। अभी तक इतनी हो चुकी है बारिश रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के कई शहरों में पिछले 24 घंटे से हो रही भारी बारिश के कारण छत्तीसगढ़ में अब तक की बारिश सामान्य से ऊपर हो गई है। 7 जुलाई तक पूरे प्रदेश में 306 मिमी पानी गिर चुका है, जबकि औसत 271.9 मिमी है। यानी औसत से 13 फीसदी ज्यादा पानी गिर चुका है। उत्तरी और मध्य छत्तीसगढ़ में पिछले दो-तीन दिनों से हो रही तेज बारिश के कारण 7 जुलाई तक का कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। कोरबा के पाली में पिछले 24 घंटे के दौरान 260 मिमी बारिश हुई। यानी हर घंटे करीब 11 मिमी की औसत से बारिश हुई। कई जगहों पर भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई।  

प्रदेश के ऊपर से गुजर रही ट्रफ लाइन और सक्रिय सिस्टम अभी और बारिश कराएंगे, एमपी में 8-9-10-11 जुलाई भारी बारिश और बाढ़ का अलर्ट

भोपाल  प्रदेश के ऊपर से गुजर रही ट्रफ लाइन और सक्रिय सिस्टम अभी और बारिश कराएंगे। अगले 3-4 दिन इसका असर रहेगा। इसके चलते मौसम विभाग ने मंगलवार को प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में बाढ़ तो मध्य क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। सोमवार को भी दिनभर लगभग पूरे प्रदेश में बौछारें पड़ीं। सूबे में अब तक औसत 191.3 मिमी की तुलना में 300 मिमी बारिश हो चुकी है। यह औसत से 68% ज्यादा है। राजधानी में भी रविवार देर रात में शहर के कई हिस्सों में तेज बारिश दर्ज की गई। सोमवार को भी दिनभर रुक-रुककर तेज तो कहीं मध्यम बौछारें पड़ीं। संपर्क कटा, स्कूलों की छुट्टी बालाघाट में वैनगंगा नदी समेत कई नदी नाले उफान पर हैं। १५ से अधिक गांवों का जिला से संपर्क कट गया। सिरका नाले में बहने से किन्हीं गांव में पदस्थ शिक्षक जहरू सिंह सैयाम (52) की मौत हो गई। कलेक्टर ने भारी बारिश के चलते स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। बाढ़: पूर्वी हिस्से में अतिभारी बारिश की संभावना के बीच अनूपपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, सागर, सिवनी, शहडोल, उमरिया में बाढ़ के हालात बन सकते हैं। आज इन जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी,मंडला और बालाघाट में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। अगले 24 घंटे में यहां 8 इंच तक पानी गिर सकता है। सीहोर, हरदा, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, दमोह, जबलपुर, छतरपुर, पन्ना, कटनी, डिंडौरी, उमरिया में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, 9 जुलाई को सीहोर, सीधी, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला,बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, नर्मदापुरम और बैतूल में अति भारी बारिश का अलर्ट है। बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, सीहोर, भोपाल, विदिशा, रायसेन, नरसिंहपुर, सागर, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, दमोह, जबलपुर, पन्ना, कटनी, उमरिया, मैहर, सतना, रीवा, मऊगंज और सिंगरौली में भारी बारिश होने की संभावना है। 10 जुलाई को इन जिलों में अति भारी बारिश मौसम विभाग के मुताबिक, 10 जुलाई को दमोह, पन्ना, कटनी, उमरिया, मैहर, सतना,रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में अति भारी बारिश हो सकती है। ग्वालियर, श्योपुर, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, देवास, खंडवा, हरदा, सीहोर, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बालाघाट, सिवनी, जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, शहडोल, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में भारी बारिश का यलो अलर्ट है। 11 जुलाई को इन जिलों बारिश की चेतावनी मौसम विभाग के अनुसार, 11 जुलाई को श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, जबलपुर, कटनी, सतना, मैहर, रीवा और मऊगंज में भारी बारिश का अलर्ट है।

टीकमगढ़ जिले में धसान नदी पर बने बान सुजारा बांध के 7 गेट खोले गए

भोपाल  मध्यप्रदेश में लगातार तेज बारिश की वजह से नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मंडला, डिंडौरी, श्योपुर, शहडोल, उमरिया समेत कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। सोमवार को 30 से ज्यादा जिलों में बारिश का दौर चला। वहीं, मंगलवार को 7 जिलों में बाढ़ का खतरा     नरसिंहपुर के कौड़ियां गांव में बाढ़ आ गई है। रहवासियों का कहना है कि घर में बैठने तक की जगह नहीं है।     बैतूल जिले के सारणी में सतपुड़ा डैम के 7 गेट खोल दिए गए हैं।     टीकमगढ़ जिले में धसान नदी पर बने बान सुजारा बांध के 7 गेट खोले गए हैं।     नर्मदापुरम में जिला शिक्षा अधिकारी ने बारिश को देखते हुए मंगलवार को स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।     मंडला में नर्मदा नदी 438.10 मीटर पर बह रही है। ये खतरे के निशान 437.8 से ऊपर है।     सोमवार रात मंडला में उफनती नदी पार करने के दौरान बाइक सवार बह गए। दो युवक बाहर निकल आए, जबकि एक लापता है। आज इन जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। अगले 24 घंटे में यहां 8 इंच तक पानी गिर सकता है। सीहोर, हरदा, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, दमोह, जबलपुर, छतरपुर, पन्ना, कटनी, डिंडौरी, उमरिया में भारी बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर में हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा।

MP में कई जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट, बिजली गिरने चमकने के भी आसार

भोपाल  मध्यप्रदेश मध्य प्रदेश में स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव होने की वजह से कई जिलों में लगातार बारिश कब और चल रहा है। कई जिलों में तेज बारिश होने की वजह से हालात बिगड़ने लगे हैं। सोमवार को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। सिवनी-बालाघाट में खतरा ज्यादा है। यहां अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। 24 घंटे में 8 इंच से ज्यादा पानी गिर सकता है। जबलपुर, डिंडौरी, मंडला, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, पांढुर्णा, बैतूल में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। मुरैना, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना, कटनी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में भारी बारिश का यलो अलर्ट है। अन्य जिलों में भी बारिश का दौर बना रहेगा। 10 जुलाई तक तेज बारिश का दौर  मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश में बारिश के स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हैं। अगले चार दिन 10 जुलाई तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में तेज बारिश का दौर रहेगा। पूर्वी हिस्से में सिस्टम का असर ज्यादा रहेगा।  9 घंटे में साढ़े 3 इंच हुई बारिश  उमरिया में 9 घंटे में साढ़े 3 इंच पानी गिर गया। मंडला में डेढ़ इंच, जबलपुर में 1 इंच, नर्मदापुरम के पचमढ़ी में पौन इंच बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा भोपाल, बैतूल, नर्मदापुरम, इंदौर, रायसेन, रतलाम, उज्जैन, छिंदवाड़ा, छतरपुर के खजुराहो, सागर, सतना, सिवनी, सीधी, बालाघाट, डिंडौरी, कटनी, नरसिंहपुर, शहडोल, सीहोर, शाजापुर, राजगढ़, आगर-मालवा, विदिशा में भी हल्की बारिश का दौर जारी रहा। कई जिलों में देर रात तक बारिश होती रही। जबलपुर में बरगी डैम के 9 गेट खोल दिए गए। इसे लेकर जिला प्रशासन और बरगी बांध प्रबंधन ने नर्मदा नदी के निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया। शहडोल रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म तक पानी भर गया। रेलवे ट्रैक पूरी तरह से डूब गया है। इससे ट्रेनें 4 घंटे लेट हुईं। कटनी में नदी-नाले उफान पर हैं। उमरिया से संपर्क टूट गया है। मंडला और डिंडौरी जिलों में तेज बारिश के चलते इन दिनों नर्मदा नदी उफान पर है। अपस्ट्रीम में नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे बरगी बांध में पानी की आवक भी तेजी से हो रही है। शिवपुरी जिले में पोहरी का पवा झरना 100 फीट की ऊंचाई से गिर रहा है। यहां का भदैया कुंड भी बह रहा है। नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। उमरिया में जोहिला डैम के 4 गेट खोले गए हैं। मध्य प्रदेश मौसम विभाग का पूर्वानुमान मानसून द्रोणिका वर्तमान में सूरतगढ़, सिरसा, दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी, डाल्टनगंज, बांकुरा, दीघा से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।पश्चिम बंगाल और उससे लगे ओडिशा पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे संबद्ध चक्रवात दक्षिण-पश्चिम दिशा की तरफ झुका हुआ है जिसके झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ की तरफ बढ़ने की संभावना है।उत्तर-पूर्व अरब सागर से उत्तर गुजरात तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो मप्र, उत्तरी छत्तीसगढ़, दक्षिणी झारखंड से होते हुए कम दबाव के क्षेत्र तक जा रही है। इस मौसम प्रणालियों के असर से पूरे प्रदेश में हल्की से भारी बारिश का दौर जारी है। प्रदश में अगले 4 दिन ऐसा रहेगा मौसम 7 जुलाई: जबलपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी,नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। सिवनी-बालाघाट में 8 इंच से ज्यादा पानी गिर सकता है। मुरैना, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना, कटनी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में भारी बारिश का यलो अलर्ट है। अन्य जिलों में भी बारिश का दौर बना रहेगा। 8 जुलाई: छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट है। वहीं, विदिशा, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इंदौर, उज्जैन, भोपाल, राजगढ़, देवास, गुना, सीहोर, अशोकनगर, शिवपुरी, छतरपुर, पन्ना, दमोह, जबलपुर, कटनी, रीवा, सीधी, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी और अनूपपुर में भारी बारिश हो सकती है। 9 जुलाई: इंदौर, देवास, झाबुआ, धार, बड़वानी, खरगोन,खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, भोपाल, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, विदिशा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, ग्वालियर, भिंड, दतिया, सिवनी, डिंडौरी, अनूपपुर, कटनी और उमरिया में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। 10 जुलाई: विदिशा में अति भारी बारिश का अलर्ट है। ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, जबनपुर, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शाजापुर, देवास, रतलाम और उज्जैन में भारी बारिश हो सकती है।  

भारी बारिश के चलते जबलपुर के कई जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित, बालाघाट के कई गांवों का मुख्यालय से सड़क संपर्क टूटा

 जबलपुर  मध्यप्रदेश के महाकौशल अंचल में 4 दिन से लगातार भारी बारिश हो रही है. जिसके चलते जिले बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. लगातार हो रही बारिश के कारण रेड अलर्ट जारी किया गया है.जबलपुर जिले लगातार हो रही बारिश और बरगी बांध के गेट खोले जाने के बाद नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. गौरीघाट की सड़कों तक पानी आ चुका है. जबकि नरसिंहपुर, नर्मदापुरम सहित कई जिलों के घाट डूब चुके हैं.भारी बारिश को देखते हुए जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने आज और कल सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है. जबलपुर में लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। इसी बीच मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के दौरान भारी बारिश की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी करने के बाद जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने आदेश जारी कर अगले दो दिन 7 और 8 जुलाई को जिले के सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित की है। जबलपुर व जबलपुर के आसपास के जिलों में लगातार हो रही बारिश से नर्मदा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जो आदेश जारी किया है उसमें लिखा है- जिला जबलपुर में पिछले 48 घंटों से लगातार अतिवृष्टिजारी है तथा मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। अत: विद्यार्थियों को होने वाली परेशानी, जोखिम एवं छात्र-छात्राओं के हित को देखते हुए दिनांक 7 व 8 जुलाई 2025 को जिले के संचालित समस्त शासकीय, अशासकीय मान्यता प्राप्त, सीबीएसई, आईसीएसई, नवोदय विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित जाता है। ये आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। बरगी डैम के गेट खुले मंडला, डिंडौरी, जबलपुर आदि जिलों में हो रही लगातार बारिश के कारण नर्मदा नदी उफान पर आ गई है। नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और तेजी से नदी में बढ़ रहे पानी के कारण रविवार को जबलपुर में बरगी बांध के 9 गेट खोले गए हैं। बरगी बांध के गेट खोले जाने से नर्मदा का जलस्तर निचले इलाकों में और तेजी से बढ़ेगा जिसे देखते हुए जिला प्रशासन के साथ ही बरगी बांध प्रबंधन ने भी नर्मदा से सटे इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। मंडला और डिंडोरी में लगातार हो रही बारिश के कारण रविवार दोपहर को बरगी बांध के 21 में से 9 गेटों को खोल दिया गया. जिससे करीब 52 हजार क्यूसेक पानी को छोड़ा जा रहा है.बरगी डैम के नौ गेट खुलने के बाद फैमिली सहित टूरिस्ट इस विहंगम नजारे को देखने के लिए पहुंच रहे हैं और यादों को संजोने सेल्फी ले रहे हैं. टूरिस्ट पंकज पटेल ने बताया काफी दिनों से गेट खुलने का इंतजार था,       

शिवपुरी में तेज बारिश का कहर, कई गांव जलमग्न, रपटे में बाइक बही, हर्रई में पार्वती नदी का कहर

शिवपुरी  शिवपुरी में हो रही झमाझम बारिश के बाद शहरी क्षेत्र के इलाकों व कॉलोनियों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई है। शिवपुरी शहर के नमो नगर, कमला हेरिटेज होटल के आगे रेलवे स्टेशन रोड, यहां पास स्थित पुलिस लाइन कॉलोनी, रामबाग कॉलोनी, सर्किट हाउस रोड, पीएस होटल के पास कॉलोनी, वार्ड क्रमांक एक बछोरा, वार्ड एक में ही तुलसी कॉलोनी आदि स्थान पर जलभराव और बाढ़ जैसे हालात हैं। शनिवार को सुबह जब यहां पर लोग उठे तो बारिश के बाद जलभराव की स्थिति देख हैरान रह गए। नमोनगर में तो हालत और भी ज्यादा परेशान करने वाले हैं। यहां पर कॉलोनी में तीन से चार फिट पानी ऊपर तक रहा। रात को तीन से चार घंटे तक तेज बारिश हुई इसके कारण यह स्थिति बनी। नालों पर अतिक्रमण शिवपुरी शहर में पानी निकासी के लिए बनाए गए नालों पर अतिक्रमण किए जाने के कारण यह स्थिति बनी है। शहर में अतिक्रमण की चपेट में आए नालों पर पानी निकलने के कोई साधन नहीं है। इसके अलावा शहरी क्षेत्र के आसपास के खेतों में अवैध कॉलोनी काटने के कारण लोग बारिश के बाद परेशानी के हालात में पहुंच गए हैं। जिला प्रशासन की नगर पालिका और अन्य प्रशासनिक अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। गांवों में भी भरा पानी शिवपुरी जिले में दो दिन से हो रही बारिश के बाद ग्रामीण इलाकों में भी बाढ़ जैसे हालात बन गए। जिले के बैराढ़, कोलारस, बदरवास आदि स्थानों पर भी गई गांव पानी से लबालब हो गए। जिले के कोलारस जनपद के लुकवासा से सेवन बसाई सोनपुरा होते हुए राजस्थान बॉर्डर तक जोड़ने वाली सड़क पानी में डूब गई। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर रोड तो बनाई लेकिन विभाग पुल बनना भूल गया। इसके कारण 15 से 20 गांवों के लोग परेशान हैं। ग्रामीण जोखिमपूर्ण तरीके से पानी से भरी पुलिया से टैक्टर निकाल रहा है। वहीं जिले के बैराड़ के ग्राम जोराई में बाढ़ जैसे हालात बन गए यहां पर एक गाड़ी पानी में डूब गई। वहीं कुंवरपुर गांव में भी नाले पर पानी का बहाव तेज देखा गया। सिंध नदी उफान पर है वहीं दूसरी ओर जिले से निकली सिंध नदी उफान पर है। जिले के कोलारस, बदरवास व देहरदा सहित अन्य इलाकों में निकली सिंध नदी में बारिश के बाद पानी का लेवल बढ़ा है। इसके कारण कई जगह पर जलभराव व नालों पर रपटों पर पानी का लेवल बढ़ गया है। इसके कारण कई ग्रामों में लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है।

महाकौशल में भारी बारिश का कहर, कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त, स्कूलों की छुट्टी घोषित

मंडला/डिंडोरी.  मानसून के सक्रिय होने के कारण महाकौशल के जिलों में बारिश का कहर जारी है। मौसम विभाग ने महाकौशल के जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है। नर्मदा सहित कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मंडला और डिंडोरी में बारिश के कारण स्कूलों में 5 जुलाई तक अवकाश घोषित कर दिया गया है। नदी के पुलों में पानी होने के कारण कई जिलों के बीच सड़क संपर्क टूट गया है। बाढ़ से कई हाईवे में यातायात ठप डिंडोरी जिले के गोरखपुर कस्बे के पास सिवनी नदी का पुल डूबने से जाने के कारण जबलपुर-अमरकंटक नेशनल हाईवे बंद हो गया है। खरमेर नदी के बढ़े जलस्तर के कारण अमरपुर जनपद का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। सुरक्षा की दृष्टि से पुल पर पुलिसकर्मी तैनात किया गया है। थावर नदी उफान पर है और पानी पुल के उपर पहुंच गया है। जिससे कारण पिंडरई से केवलारी मार्ग पर आवागमन बंद है। जिला अस्पताल और घर में घुसा पानी बारिश के कारण शहर की सड़कें तालाब में तब्दील हो गयी है। बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया। अस्पताल परिसर में घुटने तक पानी भरने से परेशानी हो रही है। नगर पालिका कर्मचारी जेसीबी मशीन का उपयोग कर पानी निकाल रहे हैं। औसत से दोगुनी बारिश मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में 118.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। डिंडौरी में सर्वाधिक 34.2 मिलीमीटर और समनापुर में न्यूनतम 1.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष दोगुनी बारिश हुई है। इस साल बारिष का आंकडा 1633 मिलीमीटर पहुंच गया है। पिछले वर्ष आज के दिन तक बारिष का आंकडा आंकड़ा 822 मिलीमीटर था। बारिश से जनजीवन प्रभावित जबलपुर-मंडला में बारिश के कहर से लोगों को जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। जिले के कई गांव में पानी भरने के कारण लोग वोट के माध्यम से सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया गया। नदियों के पुल में पानी होने कारण कई मार्ग में आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। 250 ग्रामीण को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जिला पंचायत मंडला के सीईओ श्रेयांस कुमट ने बताया कि गांवों में बारिश का भारी भर पर ग्रामीणों की सुरक्षा का ध्यान रखा गया। सुरक्षा की दृष्टि से दस गांव के ढाई सौ से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान में पहुंच गया है। लोगों के लिए पंचायत भवन में पुनर्वास केन्द्र बनाये गये थे। प्रशासन के दौरान उनके भोजन की व्यवस्था की गई। इसके अलावा तीन स्थानों में वोट के माध्यम से रेस्क्यू कर लोगों को सुरक्षित स्थान में पहुंचाया गया। कागज की तरह बहे ट्रक जिले की कई छोटी नदियों और नालों का पानी पुलिया पुल के ऊपर पहुंच गया था। सुरक्षा की दृष्टि से ऐसे स्थानों पर यातायात प्रतिबंधित कर दिया गया था। इसके अलावा बैरिकेट लगाते हुए प्रशासन और पुलिस के कर्मचारियों को तैनात किया गया था। जिले में भारी बारिश के चलते बरेला-पड़रिया रोड पर सलैया गांव के पास हिरन नदी की बाढ़ में गैस सिलेंडर से भरा ट्रक और भूसे से भरा ट्रक बह गए। सड़क के नीचे से बह गयी जमीन सीईओ ने बताया कि निवास-मार्ग में बारिश के कारण सड़क के नीचे की जमीन बह गयी थी। जिसके कारण की-रिंग जैसी स्थिति निर्मित हो गयी थी। सुरक्षा की दृष्टि से उक्त मार्ग में यातायात प्रतिबंधित कर दिया गया था। पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने जाकर सड़क का निरीक्षण किया गया। सड़क के मरम्मत का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जायेगा।  

MP के 31 जिलों में आज और कल भारी बारिश के आसार, जबलपुर-अमरकंटक नेशनल हाईवे बंद, नर्मदा नदी में मंदिर डूबा

भोपाल  मध्यप्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। इस वजह से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। टीकमगढ़ में गुरुवार रात 12 बजे से सुबह 7:30 बजे तक भारी बारिश हुई। करीब 8 घंटे में 6 इंच पानी गिर गया। शुक्रवार सुबह जब लोगों की नींद खुली तो घरों में पानी भर गया था।  डिंडौरी में 24 घंटे में 7 इंच बारिश हुई है, यहां सड़कों पर दो फीट से ज्यादा पानी भरा हुआ है। सिवनी नदी का पानी पुल पर आने से जबलपुर-अमरकंटक नेशनल हाईवे बंद हो गया है। जिले में नर्मदा नदी में मंदिर डूब गया। वहीं, गुना में शुक्रवार अलसुबह हुई तेज बारिश के बाद कई इलाकों में पानी भर गया। सड़कें तालाब बन गईं। एबी रोड पर तीन फीट तक जमा है। यहां गाड़ियां भी डूब गई हैं। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, श्योपुर, शिवपुरी और गुना में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। अगले 24 घंटे में यहां 8 इंच तक पानी गिर सकता है। वहीं, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, विदिशा, रायसेन, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, राजगढ़, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, कटनी, मैहर, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में भारी बारिश हो सकती है। बाकी जिलों में भी बारिश का दौर बना रहेगा। मानसूनी द्रोणिका मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। अलग-अलग स्थानों पर चार मौसम प्रणालियां भी सक्रिय हैं। इस वजह से अधिकतर जिलों में रुक-रुककर हल्की से मध्यम स्तर की बारिश (Rain in Madhya Pradesh) हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, शुक्रवार-शनिवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। शेष क्षेत्रों में भी बौछारें पड़ने के असार हैं। ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी में आज और कल भारी आरिश के आसार हैं। एमपी के उत्तरी क्षेत्र में हो रही अच्छी बारिश उत्तर-पूर्वी अरब सागर से बंगाल की खाड़ी तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल एवं उससे लगे उत्तरी ओडिशा पर बने चक्रवात से होकर जा रही है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि मौजूदा मौसम प्रणालियों के प्रभाव से मध्य प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र में ही अच्छी बारिश हो रही है। गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रीवा में 23, खजुराहो में 21, दतिया में 19, मंडला में 16, मलाजखंड में 14, शिवपुरी में 12, दमोह में नौ, उमरिया में पांच, इंदौर एवं जबलपुर में चार, सीधी में दो और भोपाल में एक मिलीमीटर बारिश हुई। श्योपुर और खजुराहो के ऊपर बनी है मानसून द्रोणिका मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, मानसून द्रोणिका वर्तमान में बीकानेर, श्योपुर, खजुराहो, डाल्टनगंज, दीघा से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। पश्चिमी राजस्थान के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात सक्रिय है। पश्चिम बंगाल और उससे लगे उत्तरी ओडिशा पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात है, जो दक्षिण-पश्चिम की तरफ झुका हुआ है।

MP के 17 जिलों में आज भारी बारिश का अनुमान, भोपाल-इंदौर में बारिश का यलो अलर्ट

भोपाल   मध्यप्रदेश में झमाझम पानी बरस रहा है। 1 जून से अब तक 51% ज्यादा बारिश हो चुकी है। 147.7 मिमी पानी गिरना था लेकिन 222.6 मिमी वर्षा हुई। ग्वालियर, मुरैना, निवाड़ी, श्योपुर सहित 12 जिलों में 200 फीसदी से ज्यादा बरसात हो चुकी है। मौसम विभाग ने गुरुवार (3 जुलाई) को जबलपुर, सागर, रीवा और शहडोल सहित 17 जिलों भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अगले 4 दिन तक MP में तेज बारिश की संभावना है। 5 और 6 जुलाई को सभी जिले तरबतर हो जाएंगे। मौसम विभाग के अनुसार, जिन जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट है, उनमें पन्ना, दमोह, मैहर और कटनी शामिल हैं। यहां 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिर सकता है। श्योपुर, शिवपुरी, भिंड, गुना, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, जबलपुर, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, सीधी, मऊगंज, रीवा और सतना में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। आज इन जिलों में झमाझम बरसेगा पानी मौसम विभाग ने गुरुवार को पन्ना, दमोह, मैहर और कटनी में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। श्योपुर, शिवपुरी, भिंड, गुना, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, जबलपुर, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, सीधी, मऊगंज, रीवा और सतना में भारी बारिश की संभावना है। भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन समेत बाकी के जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है। कल इन जिलों में बारिश का अलर्ट मौसम वैज्ञानित के मुताबिक, मध्यप्रदेश में 2 ट्रफ गुजर रही है। इसलिए सूबे में तेज बारिश का दौर चल रहा है। अगले 4 दिन तक ऐसा की मौसम रहेगा। 5 और 6 जुलाई को सभी जिले तरबतर हो जाएंगे। 4 जुलाई को अशोकनगर, विदिशा, सागर, दमोह और पन्ना में अति भारी बारिश हो सकती है। श्योपुर, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, भोपाल, रायसेन, नर्मदापुरम, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में भारी बारिश हो सकती है। इस वजह से हो रही प्रदेश भर में तेज बारिश प्रदेश से 2 टर्फ गुजर रही है। इनमें से एक मानसून टर्फ है। इस वजह से पूरे प्रदेश में तेज बारिश का दौर चल रहा है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अगले 4 दिन तक पूरे प्रदेश में तेज बारिश होने की संभावना है। 5 और 6 जुलाई को सभी जिले तरबतर हो जाएंगे। प्रदेश के 27 जिलों में हुई बारिश  इससे पहले बुधवार को पूरे प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर रहा। 27 जिले ऐसे रहे, जहां बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, शिवपुरी, उज्जैन-रतलाम, नौगांव में आधा इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं, बड़वानी, मऊगंज, राजगढ़, नीमच, मंदसौर, सीहोर, शहडोल, बैतूल, भोपाल, दतिया, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, श्योपुर, मंडला, सागर, सतना, सीधी, बालाघाट, शाजापुर, देवास, आगर-मालवा में भी दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही।  वहीं, टीकमगढ़ जिले में मकान गिर गया। गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई, क्योंकि जब मकान गिरा, तब परिवार अंदर ही सो रहा था। रतलाम के सैलाना में बांसवाड़ा रोड स्थित केदारेश्वर महादेव मंदिर का झरना बह निकला। आसपास पहाड़ियों पर हरियाली छा गई है। जो देखने लायक बन गई है। ऊंची नीची पहाड़ियों के बीच अलग अलग झरने बह रहे हैं। यहां थाने में भी पानी भर गया। भोपाल के कई इलाकों में जलभराव के हालात बन गए। बड़ा तालाब में आधा फीट पानी भर गया।  भोपाल में दीवार गिरी, टीकमगढ़ में मकान भोपाल, रायसेन, सीहोर सहित कई जिलों में बुधवार को अच्छी बारिश हुई। भोपाल के बड़ा तालाब में पानी का लेवल बढ़ गया है। सड़कों पर जलभराव था। एक मकान की दीवार ढह गई। टीकमगढ़ में मकान गिर गया। गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई। राजगढ़ के खिलचीपुर में गाडगंगा नदी पुल के ऊपर से बह रही है। जानिए एमपी में कैसे और कहां से आया मानसून भारत में मानसून (Monsoon) की एंट्री 24 मई को हुई। मानसून ने सबसे पहले केरल में दस्तक दी। फिर कर्नाटक पहुंचा। तमिलनाडु, गोवा, महाराष्ट्र, मिजोरम, मणिपुर, नगालैंड, आंध्र प्रदेश होते हुए 16 जून को मानसून एमपी आया। 20 जून तक मानसून ने सभी जिलों को करव कर लिया। अब पूरे सूबे में झमाझम बारिश हो रही है।

MP में आज 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट , 8 जिले में 8 इंच तक पानी गिर सकता है

भोपाल  राजधानी में सुबह से जोरदार बारिश तेज बारिश के चलते सड़कों पर जलजमाव MP के आधे हिस्से में भारी बारिश का अलर्ट उज्जैन समेत 18 जिलों में हैवी रेन का अलर्ट अगले 4 दिन तक स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव 8 जिलों में 24 घंटे में गिर सकते हैं 8 इंच पानी ️नीमच, मंदसौर, रतलाम, सीधी में रेड अलर्ट सिंगरौली, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट में रेड अलर्ट उज्जैन, शाजापुर, देवास में बारिश का अनुमान ️इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में यलो अलर्ट। बुधवार को जिन आठ जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट है, उनमें नीमच, मंदसौर, रतलाम, सीधी, सिंगरौली, मंडला, डिंडौरी और बालाघाट शामिल हैं। भोपाल, उज्जैन, आगर-मालवा, शाजापुर, राजगढ़, देवास, सीहोर, विदिशा, रायसेन, शिवपुरी, निवाड़ी, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, शहडोल और अनूपपुर में भारी बारिश होने की संभावना है। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है। अगले चार दिन में और स्ट्रांग होगा सिस्टम मौसम विभाग के अनुसार, एक मानसून टर्फ एमपी के ऊपर से गुजर रही है। वहीं, एक अन्य टर्फ और एक लो प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) भी एक्टिव है। इस वजह से तेज बारिश का दौर चल रहा है। यह सिस्टम और स्ट्रॉन्ग होगा। इससे अगले 4 दिन तक तेज बारिश जारी रहेगी। 5 जुलाई को सिस्टम सबसे ज्यादा स्ट्रॉन्ग रहेगा। इस दिन के लिए कुल 48 जिलों में अति भारी या भारी बारिश का अलर्ट है। बालाघाट में पौने 2 इंच बारिश  प्रदेश में मंगलवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। राजधानी भोपाल में दोपहर में कुछ देर के लिए बारिश हुई। वहीं, बालाघाट में सबसे ज्यादा पौने 2 इंच पानी बरस गया। सीधी में सवा इंच, श्योपुर-सिवनी में 1 इंच, बैतूल, शिवपुरी-मंडला में पौन इंच और पचमढ़ी, छिंदवाड़ा-नरसिंहपुर में आधा इंच पानी गिरा। दतिया, गुना, नर्मदापुरम, छतरपुर, रायसेन, जबलपुर, रीवा, टीकमगढ़, उमरिया, मऊगंज, शाजापुर, आगर-मालवा, देवास, सीहोर समेत कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहा। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 4 दिन तक प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव रहेगा। इसकी वजह से पूरे प्रदेश में तेज बारिश का दौर चलेगा। बुधवार को जिन आठ जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट है, उनमें नीमच, मंदसौर, रतलाम, सीधी, सिंगरौली, मंडला, डिंडौरी और बालाघाट शामिल हैं। भोपाल, उज्जैन, आगर-मालवा, शाजापुर, राजगढ़, देवास, सीहोर, विदिशा, रायसेन, शिवपुरी, निवाड़ी, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, शहडोल और अनूपपुर में भारी बारिश होने की संभावना है। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है। प्रदेश में अगले चार दिन ऐसा रहेगा मौसम 2 जुलाई : नीमच, मंदसौर, रतलाम, सीधी, सिंगरौली, मंडला,डिंडौरी और बालाघाट में अति भारी बारिश का अलर्ट है। यहां अगले 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिर सकता है। भोपाल, उज्जैन, आगर-मालवा, शाजापुर, राजगढ़, देवास, सीहोर, विदिशा, रायसेन, शिवपुरी, निवाड़ी, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, शहडोल और अनूपपुर में भारी बारिश होने की संभावना है। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है। 3 जुलाई : सिंगरौली में अति भारी बारिश हो सकती है। ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, गुना, विदिशा, नीमच, छतरपुर, दमोह, जबलपुर, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, कटनी, उमरिया, शहडोल, मंडला और अनूपपुर में भारी बारिश का अलर्ट है। 4 जुलाई : जबलपुर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज और सीधी में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। ग्वालियर, झाबुआ, रतलाम, नीमच, मंदसौर, धार, राजगढ़, हरदा, सीहोर, विदिशा, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, कटनी, मैहर, सिंगरौली, निवाड़ी, छतरपुर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, भिंड में भारी बारिश का अलर्ट है। 5 जुलाई : नीमच, मंदसौर, राजगढ़, विदिशा, रायसेन, सागर,दमोह, सतना, सीधी, सिंगरौली, कटनी, उमरिया, सिवनी और मंडला में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। भोपाल, जबलपुर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, धार, आगर-मालवा, शाजापुर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, सीहोर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बालाघाट, डिंडौरी, अनूपपुर, शहडोल, मऊगंज, रीवा, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर में भारी बारिश हो सकती है।