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01 सितम्बर सोमवार 2025, सूर्य की तरह चमकेगा इन राशियों का भाग्य

मेष राशि- मेष राशि वालों के लिए आज का दिन सामान्य रहेगा। यात्रा के योग बनेंगे। निवेश सोच-समझकर ही करें। धन-दौलत में वृद्धि के योग बनेंगे। प्रोफेशनल लाइफ में वातावरण अनुकूल रहेगा। नई प्रॉपर्टी या वाहन की खरीदारी के योग बनेंगे। आज साथी से अपनी फीलिंग्स को शेयर करने में संकोच न करें। इससे रिश्तों में प्यार और रोमांस बरकरार रहेगा। कुछ लोगों के रिलेशनशिप में एक्स-लवर की वापसी होगी। लेकिन मैरिड लोग ऐसा न करें। इससे वैवाहिक जीवन में दिक्कतें बढ़ सकती हैं। वृषभ राशि- वृषभ राशि वालों के लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। आज आपकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। विभिन्न स्त्रोतों से धन लाभ होगा। करियर में नए मौके मिलेंगे। वेकेशन का प्लान बना सकते हैं। नौकरी और व्यापार में लाभ होगा। मेहनत का फल मिलेगा। विद्यार्थियों को शैक्षिक कार्यों में अच्छे परिणाम मिलेंगे। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। मिथुन राशि- मिथुन राशि वालों के लिए आज का दिन सामान्य रहेगा। शैक्षिक कार्यों में सुखद परिणाम मिलेंगे। सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। कार्यस्थल में काम का तनाव रहेगा। निवेश के नए विकल्पों पर नजर रखें। आज सोच-समझकर किए गए निवेशों से भविष्य में अच्छा रिटर्न मिलेगा। आज के दिन वाद-विवाद से दूर रहें। कर्क राशि- कर्क राशि वालों के लिए आज का दिन शुभ रहेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। लाभ के कई अवसर मिलेंगे। ऑफिस में मान-सम्मान बढ़ेगा। हर कार्य में सफलता मिलेगी। परिवार के साथ अधिक समय व्यतीत करेंगे। करियर में सफलता मिलेगी। सामाजिक पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। नई प्रॉपर्टी या वाहन की खरीदारी करेंगे। आज आप आनंददायक जीवन गुजारेंगे। सिंह राशि- सिंह राशि वालों के लिए आज का दिन अच्छा रहने वाला है। परिवार का सपोर्ट मिलेगा। भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। नई प्रॉपर्टी खरीदने के योग भी हैं। परिजनों के साथ मौज-मस्ती भरे पलों को एंजॉय करेंगे। नौकरीपेशा वालों का प्रमोशन या अप्रेजल हो सकता है। प्रोफेशनल लाइफ में नई उपलब्धियां हासिल होगी। कार्यों के मनचाहे परिणाम मिलेंगे। कन्या राशि- कन्या राशि वालों को आज थोड़ा सावधान रहने की आवश्यकता है। आर्थिक मामलों में सतर्क रहें। धन का खर्च सोच-समझकर ही करें। नौकरी और व्यापार में किसी पर भी आंख मूंदकर भरोसा न करें। बिजनेस डील साइन करने से पहले डॉक्यूमेंट्स को अच्छे पढ़ लें, वरना नुकसान हो सकता है। लव लाइफ में साथी की प्राइवेसी का ध्यान रखें और उन्हें थोड़ा पर्सनल स्पेस दें। तुला राशि- तुला राशि वालों को मिलेजुले परिणाम मिलेंगे। इस समय अपना विशेष ध्यान रखें। धन खर्च सोच-समझकर ही करें। आज पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करें। उनसे अपनी फीलिंग्स शेयर करें। लेकिन पास्ट इश्यूज को ज्यादा डिस्कस न करें और साथी से ऐसी बात का जिक्र न करें, जिससे रिश्तों में मनमुटाव बढ़े। करियर में भी काम का तनाव रह सकता है। वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि वालों के लिए आज का दिन वरदान के समान साबित होगा। आज ऑफिस में आपकी क्रिएटिविटी और लीडरशिप स्किल की प्रशंसा होगी। आज धन लाभ के योग भी बन रहे हैं। भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। प्रोफेशनल लाइफ अच्छी रहेगी। नौकरी में प्रमोशन या अप्रेजल के चांसेस बढ़ेंगे। धनु राशि- धनु राशि वालों को आज महत्वपूर्ण कार्यों की जिम्मेदारी मिलेगी। दिन सुखद रहेगा। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी। सामाजिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। प्रोफेशनल लाइफ में क्रिएटिविटी और इनोवेटिव आइडियाज के साथ किए गए कार्यों के अच्छे रिजल्ट मिलेंगे। लव लाइफ के रोमांचक पलों को एंजॉय करेंगे। मकर राशि- मकर राशि वालों के दिन सामान्य रहेगा। ऑफिस में नए कार्य कि जिम्मेदारी मिलेगी। शैक्षिक कार्यों में नई उपलब्धि हासिल होगी। फैमिली या फ्रेंड्स के साथ कहीं घूमने का प्लान बना सकते हैं। आर्थिक मामलों में सोच-समझकर फैसला लें। बिना रिसर्च किए इनवेस्ट न करें, वरना नुकसान हो सकता है। आय में वृद्धि के नए विकल्पों की तलाश करें। इससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। कुंभ राशि- कुंभ राशि वालों के जीवन में आज बड़े बदलाव हो सकते हैं। प्रोफेशनल लाइफ में नए अवसर मिलेंगे। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। कानूनी मामलों में जीत हासिल होगी। फैमिली के साथ ट्रिप का प्लान बना सकते हैं। आज आपको फैमिली का सपोर्ट मिलेगा। करियर की बाधाओं से मुक्ति मिलेगी। लव लाइफ में प्यार और रोमांस बढ़ेगा। मीन राशि- मीन राशि वालों के लिए दिन शुभ रहेगा। सभी सपने साकार होंगे। रुके हुए कार्य चल पड़ेंगे। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। ऑफिस में आपकी परफॉर्मेंस शानदार रहेगी। जीवन में ऊर्जा और उत्साह भरपूर होगा। आय के नए साधनों से धन लाभ होगा। आज आपकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। लव लाइफ भी अच्छी रहेगी।

शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन मीटिंग के लिए चीन गए पीएम मोदी ने मुइज्जू से भी की मुलाकात

तियानजिन  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन (SCO) के लिए चीन के तियानजिन में हैं। यहां उनकी रविवार को मुलाकात चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई। वहीं, शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से भी मिले। भारत और मालदीव के बीच कुछ महीनों से संबंधों में सुधार आया है। पीएम मोदी ने मुइज्जू से मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की है। इसमें मोदी और मुइज्जू हाथ मिलाते हुए देखे जा रहे हैं। मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा, ''तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू से बातचीत की। मालदीव के साथ भारत का विकासात्मक सहयोग हमारे लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी है।'' मुइज्जू के मालदीव का राष्ट्रपति बनने के बाद से भारत और मालदीव के बीच संबंधों में दरार आ गई थी। मुइज्जू ने इंडिया आउट का नारा देते हुए चुनाव जीता था और राष्ट्रपति बनने के बाद ही भारतीय सेना को अपने देश से बाहर कर दिया था। इसके बाद वह चीन के नजदीक जाने की कोशिश में लग गया था। मुइज्जू ने शी जिनपिंग से चीन जाकर मुलाकात भी की थी और 20 समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद उनके मंत्रालय के मंत्रियों द्वारा दिए गए भारत विरोधी बयान से दोनों देशों के संबंध खराब हो गए थे। हालांकि, भारतीय पर्यटकों के बॉयकॉट से आर्थिक नुकसान झेलने के बाद मुइज्जू को भारत की अहमियत समझ आने लगी। मोदी के तीसरी बार पीएम बनने के बाद वह भारत से संबंध ठीक करने में लग गया। पहले मुइज्जू पीएम मोदी के शपथग्रहण समारोह में भारत आए और फिर कुछ समय पहले ही पीएम मोदी ने भी मालदीव की यात्रा की। अब दोनों देशों के बीच संबंध फिर से पटरी पर लौट आए हैं।  

शारदा भवानी मंदिर कश्मीर में तीन दशकों बाद फिर हुआ उद्घाटित, स्थानीय मुस्लिमों का सम्मानजनक बयान

श्रीनगर  कश्मीरी पंडित समुदाय ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में शारदा भवानी मंदिर को तीन दशकों से भी ज्यादा समय बाद फिर से खोल दिया। इस समारोह में स्थानीय मुस्लिम समुदाय की भारी भागीदारी रही। मध्य कश्मीर जिले के इचकूट गांव में 'मुहूर्त' और 'प्राण प्रतिष्ठा' के साथ आयोजित इस समारोह में कश्मीरी पंडित परिवारों का एक ग्रुप 1990 के दशक की शुरुआत में कश्मीर घाटी में उग्रवाद भड़कने के बाद पहली बार अपने पैतृक स्थान पर लौटा। इस दौरान एक मुस्लिम बुजुर्ग ने कहा कि कश्मीर घाटी कश्मीरी पंडितों की जन्मभूमि है और दोनों समुदाय साथ-साथ पले-बढ़े हैं। बडगाम स्थित शारदा स्थापना समुदाय के अध्यक्ष सुनील कुमार भट्ट ने कहा, "हम कह सकते हैं कि यह पाकिस्तान स्थित शारदा माता मंदिर की एक शाखा है। हम लंबे समय से इस मंदिर को फिर से खोलना चाहते थे। स्थानीय मुसलमान भी यही चाहते थे। वे हमें नियमित रूप से आकर मंदिर की पुनर्स्थापना करने के लिए कहते थे।" उन्होंने कहा कि पंडित समुदाय ने 35 साल बाद मंदिर को फिर से खोला है। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि यह (सभा) एक वार्षिक आयोजन होगा और हम माता रानी से प्रार्थना करते हैं कि समुदाय के सदस्य जल्द ही कश्मीर लौट आएं।" भट्ट ने कहा कि कुछ कश्मीरी पंडितों ने, जिनमें से ज्यादातर प्रधानमंत्री पैकेज के तहत काम कर रहे हैं, मंदिर का पुनर्निर्माण किया है और पुराने मंदिर के खंडहर हो जाने के कारण, उन्होंने जिला प्रशासन से एक नए मंदिर के निर्माण के लिए संपर्क किया है। उन्होंने कहा, "हम निर्माण की योजना बना रहे हैं। हमने वहां एक शिवलिंग स्थापित किया है जो हमें इस जगह की सफाई और जीर्णोद्धार के दौरान मिला था।" समारोह में घाटी की प्रसिद्ध मिश्रित संस्कृति की झलक दिखाई दी क्योंकि स्थानीय मुसलमान भी इस समारोह में शामिल हुए। भट्ट ने कहा, "स्थानीय समुदाय के बिना, यह संभव नहीं होता।" उन्होंने आगे कहा कि उनका समर्थन बहुत बड़ा है। उन्होंने कहा, "जब हम यहां आए थे, तब हम सिर्फ चार लोग थे। आज पूरा गांव हमारे साथ है। यह स्थानीय समुदाय के समर्थन को दर्शाता है।" एक बुज़ुर्ग स्थानीय मुसलमान ने कहा कि पंडित समुदाय का अपनी जड़ों की ओर लौटने पर हार्दिक स्वागत है। उन्होंने कहा, "ये लोग इसी गांव के निवासी हैं। हालात बिगड़ने से पहले हम साथ रहते और खाते-पीते थे। अगर उन्हें किसी चीज की जरूरत होती है, तो हम उनकी मदद के लिए मौजूद हैं।" उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी पंडितों की 'जन्मभूमि' है और दोनों समुदायों के लोग साथ-साथ पले-बढ़े हैं। उन्होंने कहा, "हम साथ बिताए पलों को कैसे भूल सकते हैं? हमें खुशी है कि वे यहां आए और प्रार्थना की। यह उनकी आस्था का मामला है।"  

धौलीगंगा बिजली परियोजना में संकट, भूस्खलन के बाद सुरंगों में 19 कर्मचारी फंसे

पिथौरागढ़ उत्तराखंड में फिर एक बड़ा हादसा हुआ है। पिथौरागढ़ में धौलीगंगा बिजली परियोजना की सामान्य एवं इमरजेंसी सुरंगों में भूस्खलन के कारण एनएचपीसी के 19 कर्मचारी फंस गए हैं। भूस्खलन से पॉवर हाउस का रास्ता बंद हो गया है। धारचूला के उप-जिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा ने बताया कि भूस्खलन के कारण भारी मलबा जमा हो गया है। मलबा हटाने के लिए मशीनें लगाई गई हैं। शाम तक रास्ता साफ होने की उम्मीद है। फिर सभी कर्मचारी बाहर आ सकेंगे। अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन से नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पॉवर कॉर्पोरेशन (NHPC) के 19 कर्मी पॉवर हाउस में फंस गए हैं। भूस्खलन भारी बारिश के कारण हुआ है। धारचूला के पास ईलागढ़ क्षेत्र में धौलीगंगा बिजली परियोजना की सामान्य और आपातकालीन सुरंगों की ओर जाने वाला रास्ता बंद हो गया है। मलबा गिर रहा है। फिर भी सीमा सड़क संगठन की जेसीबी मशीनों रास्ता साफ करने के काम में जुटी हैं। धारचूला के उप-जिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा ने आगे कहा कि सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं। ये कर्मचारी बिजली घर का रास्ता खुलने के बाद बाहर आ जाएंगे। विद्युत परियोजना से बिजली उत्पादन का काम सामान्य रूप से जारी है। भूस्खलन की घटना धौलीगंगा पॉवर स्टेशन के मुहाने पर हुई है। डरने या किसी प्रकार के घबराने की बात नहीं है। जेसीबी मशीनों से मलबा हटाने का काम जारी है। फिलहाल सबकुछ सामान्य रूप से चल रहा है। पिथौरागढ़ की पुलिस अधीक्षक (SP) रेखा यादव ने बताया कि मजदूर फंसे हैं। बड़े-बड़े पत्थरों ने सुरंग के मुहाने को बंद कर दिया है। JCB मशीनों को मौके पर भेजा गया है। फंसे मजदूर और कर्मचारी कंपनी और स्थानीय प्रशासन के लगातार संपर्क में बने हुए हैं। कर्मचारियों के पास अंदर खाने-पीने का सामान भी काफी है। वहीं धारचूला के उप-जिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा ने कहा कि चिंता की बात नहीं है। उम्मीद है कि रास्ता जल्द साफ कर दिया जाए। बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन की JCB मशीनों भी काम में जुटी हैं।  

राधारानी अभिषेक दर्शन के दौरान अफरा-तफरी, बैरियर टूटने से श्रद्धालु घायल

बरसाना  राधारानी के जन्म के दौरान पुलिस प्रशासन ने बैरियर लगाकर भीड़ को रोक रखा था, लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ ने पुलिस का बैरियर तोड़कर भागने लगे। इस दौरान तीन लोग चुटैल हुए। गनीमत रही है कि बैरियर पर तैनात पुलिसकर्मियों से किसी बड़े हादसे को नहीं होने दिया। तुरंत गिरे लोहे के बैरियर को हटा दिया। वृषभान दुलारी के अभिषेक दर्शनों के लिए रात्रि दो बजे से ही श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ने लगा। इस दौरान पीली कोठी से लेकर कटारा पार्क तक जगह जगह पुलिस प्रशासन ने बैरियर लगाकर श्रद्धालुओं की भीड़ को रोक रखा था।   श्रद्धालुओं की भीड़ ने बैरियर तोड़ दिया अभिषेक दर्शनों के लिए सुबह करीब तीन बजे कस्बे के कटारा पार्क पर श्रद्धालुओं की भीड़ ने बैरियर तोड़ दिया। इस दौरान कुछ श्रद्धालु बैरियर कूदते नजर भी आए। बैरियर गिरने से अचानक श्रद्धालु भागने लगे। इस दौरान एक युवती सहित तीन लोग चुटैल हो गए। गनीमत यह रही कि बैरियर पर तैनात पुलिस कर्मियों ने गिरे लोहे के बैरियर को तुरंत हटा दिया। जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। पुलिस द्वारा कस्बे में लगाए गए जगह जगह बैरियर रविवार सुबह से लेकर शाम तक भीड़ का दबाव बनता रहा।

पाक पीएम शहबाज का बना मजाक, समिट में नर्वस होकर हड़बड़ा गए

नई दिल्ली शंघाई कोऑपरेशन (SCO) समिट 2025 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन में हैं। चीन में उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की और भारत-चीन रिश्तों को मजबूत करने पर बात की। इस समिट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी शामिल हुए। लेकिन शहबाज शरीफ का नाम अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कई बार विवादों और अजीबोंगरीब घटनाओं से जुड़ा रहा है। शहबाज का बना मजाक 2022 में उज्बेकिस्तान में SCO समिट के दौरान शहबाज शरीफ एक अलग ही वजह से चर्चा में आ गए थे। जब वे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिल रहे थे, तब उनका ट्रांसलेशन हेडफोन बार-बार गिर रहे थे। पुतिन खुद भी इस पर हंसी नहीं रोक पाए थे। शरीफ कई बार मदद मांगते नजर आए और बोले- "क्या कोई मेरी मदद करेगा?" यह वीडियो रूस की सरकारी एजेंसी RIA नोवोस्ती ने जारी किया और सोशल मीडिया पर यह खूब वायरल हो गया। खुद पाकिस्तान में मजा बना वीडियो पाकिस्तान के पूर्व डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने समिट की तस्वीर साझा की और पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के नेताओं जैसे बिलावल भुट्टो, मिफ्ताह इस्माइल और ख्वाजा आसिफ के बेबस चेहरे पर तंज कसा। विपक्षी नेता शिरीन मजारी ने भी इस घटना की आलोचना की। वहीं, यह मामला सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं कई देशों में भी चर्चा का विषय बन गया। अमेरिकी कॉमेडियन जिमी फॉलन ने अपने शो में इस घटना का मजाक उड़ाते हुए कहा, "हैरानी की बात यह है कि 22 करोड़ आबादी वाले देश का प्रधानमंत्री इस तरह की परेशानी में फंस गए।" महिला से छीन लिया छाता शहबाज शरीफ की अंतरराष्ट्रीय मौजूदगी कई बार विवादों में रही है। जून 2023 में पेरिस में हुए ग्लोबल फाइनेंसिंग पैक्ट समिट में उनका एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे एक महिला स्टाफ से छाता छीनते नजर आए और उसे बारिश में भीगने छोड़ दिया। जनवरी 2025 में उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस में वापसी की बधाई दी। लेकिन उनकी यह पोस्ट पाकिस्तान में बैन किए गए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर की गई थी, जिसे तुरंत फ्लैग कर दिया गया। नकली तस्वीर की पोस्ट इससे पहले उन्होंने एक बार चीन को कूटनीतिक तोहफे के तौर पर जिस हथियार की तस्वीर साझा की वह नकली निकली। यह दरअसल, एडिट की गई तस्वीर थी जिसे लेकर उनकी खूब आलोचना हुई।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे वैदिक घड़ी ऐप का उद्घाटन, सीएम हाउस में नई पहल

भोपाल  एमपी के सीएम हाउस में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी लगाई गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार यानि 1 सितंबर को इसका लोकार्पण करेंगे। इसी के साथ भारतीय काल गणना पद्धति और वैज्ञानिक परम्परा को नई पहचान मिलेगी। सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री निवास में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के साथ ही इसके मोबाइल एप का लोकार्पण भी किया जाएगा। इस मौके पर शौर्य स्मारक से मुख्यमंत्री निवास तक :भारत का समय – पृथ्वी का समय: नाम से युवाओं का मार्च होगा। मुख्यमंत्री युवाओं से संवाद भी करेंगे। वैदिक घड़ी भारतीय पंचांग और कालगणना को आधुनिक तकनीक से जोड़ती है। इसे 189 से अधिक भाषाओं में देखा जा सकेगा। इस अद्वितीय घड़ी के माध्यम से समय के साथ-साथ पंचांग, तिथि, नक्षत्र, योग, वार, मास, व्रत और त्यौहारों की जानकारी भी मिल सकेगी। विक्रमादित्य वैदिक घड़ी भारतीय काल गणना पर आधारित विश्व की पहली घड़ी है। भारतीय काल गणना सर्वाधिक विश्वसनीय पद्धति का पुनर्स्थापन विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के रूप में उज्जैन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 29 फरवरी 2024 को किया गया था, जिसे देश और दुनिया में अच्छा प्रतिसाद मिला।   विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के मोबाइल ऐप में 3179 विक्रम पूर्व यानि श्रीकृष्ण के जन्म, महाभारतकाल से लेकर 7000 से अधिक वर्षों के पंचांग, तिथि, नक्षत्र, योग, करण, वार, मास, व्रत एवं त्यौहारों की दुर्लभ जानकारियां शामिल की गई हैं। धार्मिक कार्यों, व्रत और साधना के लिए 30 अलग-अलग शुभाशुभ मुहूर्तों की जानकारी एवं अलार्म की सुविधा भी है। प्रचलित समय में वैदिक समय (30 घंटे), वर्तमान मुहूर्त स्थान, GMT और IST समय, तापमान, हवा की गति, आर्द्रता एवं मौसम संबंधी सूचनाएं भी लोगों को मिलेगी। ऐप पर 189 से अधिक भाषाओं में सूचनाएं उपलब्ध हैं।   भारत का समय – पृथ्वी का समय" मुख्यमंत्री के संस्कृति सलाहकार श्रीराम तिवारी ने बताया कि 1 सितम्बर को सुबह 9 बजे शौर्य स्मारक पर कॉलेज, विश्वविद्यालयों के युवा और विद्यार्थी एकत्रित होंगे। यहां से बाइक, बस रैली "भारत का समय – पृथ्वी का समय" आरंभ होगी, जो श्यामला हिल्स थाने तक जायेगी। श्यामला हिल्स थाने में बाइक पार्क कर रैली पैदल मार्च में बदलकर मुख्यमंत्री निवास के मुख्य द्वार तक पहुंचेगी। इस मौके पर विक्रमादित्य वैदिक घड़ी: भारत के समय की पुनर्स्थापना की पहल विषय युवा संवाद कार्यक्रम भी होगा, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. यादव युवाओं से चर्चा करेंगे।

अजित डोभाल बीच मीटिंग छोड़कर क्यों निकले? SCO समिट में पाकिस्तान ने किया बवाल

नई दिल्ली SCO समिट में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन की यात्रा पर हैं। पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच करीब एक घंटे तक मुलाकात हुई। चीन में SCO समिट हो रही है उस समय अजित डोभाल का एक्शन याद आ रहा है जब वो पाकिस्तान की एक हरकत के बाद बैठक छोड़कर बाहर आ गए थे। मामला साल 2020 का है जब कोविड-19 के कारण सभी मीटिंग वर्चुअल हो रही थीं। सितंबर में एससीओ समिट के दौरान भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बैठक में शामिल हुए और इस बैठक की अध्यक्षता रूस कर रहा था। पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने की ओछी हरकत बैठक के दौरान पाकिस्तान के प्रतिनिधि डॉ. मोईद यूसुफ ने एक राजनीतिक मानचित्र पेश किया जिसमें भारत के अभिन्न अंग जम्मू-कश्मीर और जूनागढ़ पर पाकिस्तान का दावा किया गया था। पाकिस्तान के प्रतिनिधि के ये हरकत एससीओ के नियमों का साफ उल्लंघन था, जो द्विपक्षीय विवादों को बहुपक्षीय मंचों पर लाने की मनाही करते हैं।   भारत ने जताई आपत्ति पाकिस्तान के प्रतिनिधि डॉ. मोईद यूसुफ की इस हरकत पर भारत ने तुरंत आपत्ति जताई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे रूस ने पाकिस्तान से प्रतिनिधि ने मानचित्र हटाने की बार-बार चेतावनियों को नडरअंदाज कर दिया। उसके बाद वो हुआ जो किसी ने नहीं सोचा था। बैठक छोड़कर कर बाहर निकल आए डोभाल भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल बैठक छोड़कर बाहर आ गए। उनका ये कदम एक संदेश था कि भारत अपनी क्षेत्रीय अखंडता पर सवाल नहीं उठने देगा। इस घटना के बाद रूस की ओर से जारी किए गए बयान में कहा कि वह पाकिस्तान की भड़काऊ कार्रवाई का समर्थन नहीं करता, और रूसी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पात्रुशेव ने अजित डोभाल के इस कदम की तारीफ की। एक्सपर्ट्स ने भी पाकिस्तान इस कदम को "एससीओ चार्टर का घोर उल्लंघन और एससीओ सदस्य देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के सभी स्थापित मानदंडों के विरुद्ध" बताया। अजित डोभाल का ट्रैक रिकॉर्ड अजित डोभाल का ट्रैक रिकॉर्ड किसी जासूसी थ्रिलर जैसा है। 1971 और 1978 के बीच 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए एक मुस्लिम मौलवी बनकर पाकिस्तान में गुप्त रूप से रहे। उन्होंने पाकिस्तान की सैन्य योजनाओं की जानकारी भारत पहुंचाई जिससे भारत को रणनीतिक निर्णय लेने में मदद मिली। घेरलू विद्रोहों को शांत करने में अहम भूमिका भारत में, अजित डोभाल ने घरेलू विद्रोहों के दौरान शांति वार्ता में मदद की, जिसमें मिजो विद्रोही नेताओं के साथ बातचीत भी शामिल थी जिसके परिणामस्वरूप 1986 में मिजो शांति समझौता हुआ। डोभाल 1988 में ऑपरेशन ब्लैक थंडर का भी हिस्सा थे, जिसमें उन्होंने स्वर्ण मंदिर परिसर में घुसपैठ करके उग्रवादियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा की थी। भारतीय बंधकों की सुरक्षित रिहाई साल 1999 में, उन्होंने कंधार विमान हाईजैक के दौरान बातचीत में मदद की और भारतीय बंधकों की रिहाई सुनिश्चित की। 2014 में, उन्होंने इराक में आईएसआईएस द्वारा बंधक बनाई गई 46 भारतीय नर्सों की वापसी में कोर्डिनेट किया। और 2016 में, उन्होंने लाइन ऑफ कंट्रोल के पार आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की योजना की देखरेख की।  

राज्यमंत्री गौर ने कहा- स्वदेशी ही समृद्धि का आधार है

स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान के समापन कार्यक्रम में शामिल हुई भोपाल  पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि स्वदेशी से स्वावलंबन और स्वावलंबन से सशक्त भारत बनता है। यह बात रविवार को भोपाल स्थित राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षण प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान में आयोजित दो दिवसीय स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान के अखिल भारतीय महिला प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम में कहीं। राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत को गढ़ने में महिलाओं की सहभागिता देश के उज्जवल भविष्य का प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश में स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज तक महिलाओं ने हमेशा निर्णायक भूमिका निभाई है। राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने देश के विभिन्न राज्यों से आयी 124 प्रतिभागी महिलाओं को संबोधित करते हुए स्वदेशी विचारधारा, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प और महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि स्वदेशी मूल्यों पर आधारित यह अभियान न केवल महिला शक्ति को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि राष्ट्र निर्माण में हमारी सक्रिय भूमिका को भी सुदृढ़ करता है। हर घर में स्वदेशी का आहवान आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। इस अवसर पर राष्ट्रीय संगठक स्वदेशी जागरण मंच श्री कश्मीरी लाल जी, अखिल भारतीय महिला प्रमुख स्वदेशी जागरण मंच श्रीमती अर्चना मीना, निदेशक एन. आई. टी. टी. आर, भोपाल प्रो. चंद्र चारु त्रिपाठी, डॉ. प्रतिभा चतुर्वेदी, डॉ. रश्मि विजय सहित कई पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।  

नीतीश कुमार पर तेजस्वी की विवादित टिप्पणी, राजनीति में मचा घमासान

पटना बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' में भाषा की सारी सीमाएं टूट गईं। प्रधानमंत्री मोदी को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की गई। अब, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' को लेकर नीतीश सरकार पर विवादित टिप्पणी कर दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विवादित बयान देते हुए उन्हें 'चिट मिनिस्टर' बता डाला। राजद नेता ने कहा कि नीतीश सरकार के पास अपना कोई विजन नहीं है। बिहार की जनता इनके चाल और चरित्र को समझ चुकी है और अब परिवर्तन लाएगी। पटना में रविवार को मीडिया से बातचीत में राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ''मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो चीटिंग कर ही रहे हैं। उनका अपना विजन तो है नहीं। वह मुख्यमंत्री की तरह नहीं, बल्कि 'चिट मिनिस्टर' की तरह काम कर रहे हैं। इनके पास अपना कोई विजन नहीं है। बिहार की जनता इनके चाल और चरित्र को पहचान गई है। अब परिवर्तन लाएगी।" ‎दरअसल, बिहार मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को महिलाओं के रोजगार के लिए नई योजना 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' की स्वीकृति दी। इस योजना का मुख्य लक्ष्य राज्य के सभी परिवारों की एक महिला को उनकी पसंद का रोजगार शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता देना है। ‎ ‎इस योजना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लटेफॉर्म एक्स पर लिखा था, "हम लोगों ने नवंबर, 2005 में सरकार बनने के बाद से ही महिला सशक्तीकरण के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है। महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। अब महिलाएं अपनी मेहनत से न केवल बिहार की प्रगति में अपना योगदान दे रही हैं, बल्कि वे अपने परिवारों की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत कर रही हैं। इसी मिशन को आगे बढ़ाते हुए हम लोगों ने महिलाओं के हित में अब एक महत्वपूर्ण एवं अभूतपूर्व निर्णय लिया है, जिसके सकारात्मक दूरगामी परिणाम होंगे।" ‎‎नई योजना के तहत आर्थिक सहायता के रूप में सभी परिवारों की एक महिला को अपनी पसंद के रोजगार के लिए 10 हजार रुपए की राशि प्रथम किस्त के रूप में दी जाएगी। इच्छुक महिलाओं से आवेदन प्राप्त करने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी। ‎ ‎