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मारवाड़ी सम्मेलन का भव्य अधिवेशन: 6-7 सितंबर को पवन गोयनका संभालेंगे राष्ट्रीय अध्यक्ष पद

नई दिल्ली दिल्ली प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के आतिथ्य में अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन का 28वां राष्ट्रीय अधिवेशन 6 और 7 सितम्बर, 2025 को अध्यात्म साधना केंद्र, छतरपुर में आयोजित किया जाएगा। इस भव्य आयोजन में देशभर के मारवाड़ी समुदाय के शीर्ष उद्योगपति और सामाजिक क्षेत्रों में विशेष उपलब्धि हासिल करने वाले लोग भाग लेंगे। अधिवेशन के पहले दिन दिल्ली के प्रसिद्ध उद्योगपति श्री पवन कुमार गोयनका अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करेंगे। श्री गोयनका को कोलकाता में आयोजित चुनावों में वर्ष 2025-2027 सत्र के लिए निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है। इस राष्ट्रीय अधिवेशन में 25 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की 400 शाखाओं से लगभग 600 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम में मिल्ककोज के चेयरमैन डॉ. श्याम सुन्दर अग्रवाल (स्वागताध्यक्ष), बीकानेरवाला ग्रुप के डायरेक्टर संजय अग्रवाल, रूपा गारमेंट्स के प्रमोटर पद्मश्री प्रहलाद राय अग्रवाल, टी टी बनियान समूह के प्रमोटर रिखब चंद जैन, गंगा रियलिटी होम्स के प्रमोटर्स अशोक गर्ग एवं सतीश गर्ग, के एल जे ग्रुप के चेयरमैन के एल जैन, रूंगटा माइंस-रुंगटा स्टील ग्रुप के चेयरमैन नन्दलाल रुंगटा, बोथरा फाउंडेशन के चेयरमैन शुभकरण बोथरा, जेकेजे ज्वेलर्स के प्रमोटर संजय मोसून, जीएन हॉस्टल के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रकाश अग्रवाल, त्रिवेणी इम्पेक्स ग्रुप के चेयरमैन अरुण पंसारी सहित देश के चोटी के उद्योगपति भाग लेंगे। अधिवेशन की पूर्व संध्या पर 5 सितम्बर की शाम को प्रसिद्ध गायक संजय मित्तल और शुभम रूपम द्वारा भजन संध्या का आयोजन होगा। 6 सितम्बर को दोपहर 1 बजे से सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले मारवाड़ी समाज के बंधुओं को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम संयोजक राज कुमार मिश्रा एवं प्रांतीय महामंत्री बसंत कुमार पोद्दार ने बताया कि राष्ट्रीय अधिवेशन की विधिवत शुरुआत 6 सितम्बर 2025 को दोपहर 2 बजे से की जाएगी। अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन देश में समाज की एकमात्र प्रतिनिधि संस्था है, जो 90 वर्षों से समाज सुधार, समाज कल्याण एवं राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र में कार्य कर रही है।

निकाय चुनाव में देरी पर झारखंड HC नाराज़, विस्तृत सुनवाई 10 सितंबर को

रांची झारखंड उच्च न्यायालय में आज स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर दायर अवमानना याचिका पर सुनवाई हुई। इस दौरान राज्य की मुख्य सचिव और नगर विकास सचिव अदालत के समक्ष सशरीर उपस्थित हुए। न्यायाधीश आंनद सेन की एकल पीठ ने न्यायालय के आदेश के बावजूद ससमय चुनाव प्रक्रिया प्रारंभ नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई। साथ ही सुनवाई के दौरान उपस्थित अधिकारियों को अदालत के आदेश का अनुपालन करने का निर्देश दिया है। न्यायालय इस मामले की विस्तृत सुनवाई 10 सितंबर को करेगा। इस संबध में निवर्तमान पार्षद रौशनी खलखो की ओर से अवमानना याचिका दायर की गई है।

बिलासपुर में 9 को कांग्रेस की बड़ी रैली, ‘वोट चोरी-गद्दी छोड़’ के नारे से गूंजेगा मैदान

रायपुर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने मतदाता सूची में कथित धांधली और चुनाव प्रणाली में गड़बड़ी के खिलाफ आंदोलन तेज करने का फैसला लिया है. मंगलवार को राजीव भवन में आयोजित बैठक में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) ने 9 सितंबर को बिलासपुर में ‘वोट चोरी-गद्दी छोड़’ रैली आयोजित करने का निर्णय लिया. इस रैली में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता भी शामिल होंगे. पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज समेत वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में हुई बैठक में रैली की तैयारियों पर चर्चा हुई. बैज ने जिला अध्यक्षों के साथ रणनीति बनाई और संगठनात्मक कमेटियों के गठन की प्रगति की समीक्षा की. बैठक में मतदाता सूची में अनियमितताओं की शिकायतों पर भी मंथन हुआ, जिसमें विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से प्राप्त रिपोर्ट्स पर विचार-विमर्श किया गया.

बाढ़ त्रासदी: मौतों का आंकड़ा 394, हजारों घर उजड़े

भोपाल इस साल प्रदेश के 21 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हो चुकी है। अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण 394 जनहानि हुई, वहीं पांच हजार मकान क्षतिग्रस्त हुए। 1814 पशुहानि भी हुई। शिवपुरी, बुरहानपुर, दमोह, अशोकनगर, धार, छतरपुर, रायसेन, उमरिया, बड़वानी, मंडला और कटनी जिलों में 12 हजार हेक्टेयर क्षेत्र पर फसलें प्रभावित हुई हैं। 17,500 किसानों को अब तक 20 करोड़ रुपये से अधिक की राहत राशि स्वीकृत की गई है। सीएम ने दिए राहत कार्य बढ़ाने के निर्देश यह जानकारी अतिवृष्टि और बाढ़ की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव द्वारा बुधवार को की गई समीक्षा में सामने आई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिन-जिन क्षेत्रों में भी अतिवृष्टि और बाढ़ से फसलों को क्षति हुई है, वहां राहत की कार्रवाई आरंभ की जाए। जनहानि और पशु हानि की स्थिति में 24 घंटे में राहत उपलब्ध कराई जाए। आगामी दिनों में भी भारी वर्षा की संभावना है। ऐसे में जिलों में प्रशासन सक्रिय रहे। पुल-पुलिया में बैरिकेटिंग और बाढ़ की स्थिति में पुल पार न करने की चेतावनी की व्यवस्था की जाए। अस्थायी कैम्प, राशन एवं भोजन वितरण व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सामग्री संभावित स्थानों पर सुनिश्चित होनी चाहिए। इन जिलों में हुई औसत से अधिक बारिश प्रदेश में एक जून से दो सितंबर तक 38.24 इंच बारिश दर्ज की गई है, जो औसत से 21 प्रतिशत अधिक है। प्रदेश के 21 जिलों में भिण्ड, छतरपुर, श्योपुर, ग्वालियर, नीमच, मुरैना, शिवपुरी, अशोकनगर, अलीराजपुर, सिंगरौली, राजगढ़, मंडला, सीधी, टीकमगढ़, गुना, नरसिंहपुर, दतिया, रतलाम, उमरिया, रायसेन और सिवनी में सामान्य से अधिक तो गुना, मंडला, श्योपुर, रायसेन और अशोकनगर में सर्वाधिक वर्षा दर्ज हुई।

महिला की नग्न अवस्था देख दंपत्ति ने रखी हैरान कर देने वाली मांग

सिचुआन  चीन में एक महिला के साथ अजीब घटना घट गई है। यहां एक महिला अपने कमरे में नग्न अवस्था में सो रही थी, उसी समय उसकी खिड़की को साफ करने आए दो सफाई कर्मियों ने उसे इस हालत में देख लिया। इसके बाद उसे काफी शर्मिंदगी हुई और वह डिप्रेशन में चली गई। रिपोर्ट के मुताबिक यह महिला और उसका पति चीन के सिचुआन प्रांत के चेंगदू के एक लग्जरी बिल्डिंग के अपार्टमेंट में रहता है। इनके अपार्टमेंट का किराया करीब 1400 डॉलर प्रति महीना है। सोशल मीडिया पर लिखे अपने पोस्ट में चेंग नामक इस महिला ने पूरी घटना की जानकारी दी। दंपत्ती ने बताया कि यह घटना 25 अप्रैल की सुबह हुई जब पत्नी सो रही थी और पति लिविंग रूप में काम कर रहा था। उसी वक्त पत्नी के चीखने की आवाज आई। पति भागकर उसे देखने के लिए पहुंचा। दंपत्ति ने आगे लिखा, "मैं उसे देखने गया, मेरी पत्नी बिस्तर पर बिना कपड़ों के लेटी हुई थी और खिड़की पर दो सफाई कर्मचारी उसे घूर रहे थे। उस समय कमरे के पर्दे भी बंद नहीं थे और लाइट भी पूरी जल रही थी। मैं तुरंत ही पर्दे बंद करने के लिए भागा।" महिला के पति के मुताबिक उसकी पत्नी को आमतौर पर बिस्तर में कपड़े नहीं पहनने की आदत है। ऐसे में वह अपनी सामान्य अवस्था में ही थी। प्रॉपर्टी ऑनर के ऊपर आरोप लगाते हुए पति ने लिखा, "उन्होंने हमें खिड़की के बाहर सफाई की तारीख की सही जानकारी नहीं दी। उन्होंने हमें बस इतना बताया था कि 21 से 30 अप्रैल के बीच में सफाई की जाएगी। दस दिन तक कमरे के पर्दे बंद रखना हमारे लिए नामुमकिन है। हालांकि मैंने कई बार उनसे सही तारीख के बारे में पूछा भी लेकिन उन्होंने नहीं बताया।" चेंग ने कहा कि जब से यह घटना हुई है, उसकी पत्नी गहरे डिप्रेशन में चली गई है। कपल का कहना है कि इस घटना के लिए प्रॉपर्टी ऑनर और उनकी मैनेजमेंट कंपनी को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। इसके साथ ही उन्हें उचित मुआवजे के तौर किराए में बड़ी छूट भी मिलनी चाहिए। हालांकि चेंग के मुताबिक उनकी दोनों ही मांगे कंपनी की तरफ से ठुकरा दी गई हैं। चेंग ने बताया कि उनके शिकायत करने पर कंपनी ने एक कर्मचारी को फलों की टोकरी के साथ मांफी मांगने के लिए भेज दिया। अब मेरी पत्नी के डिप्रेशन में जाने का सवाल है, तो किसी को कोई चिंता नहीं है। हमारा किराए का कॉन्ट्रेक्ट भी कुछ समय में खत्म हो रहा है। इतना ही नहीं हमारे बार-बार कहने पर कंपनी में किराए में सिर्फ 80 डॉलर कम करने के प्रस्ताव रखा है। चेंग ने कहा, “हम इस अपार्टमेंट के प्रति महीने करीब 10 हजार युआन देते हैं। क्या हमारे पास 600 युआन की कमी है? कंपनी का यह रवैया दर्शाता है कि उन्हें इस बात की कोई चिंता नहीं है। अगर वह चिंता करते ही तो किराए में एक लंबी छूट दे सकते थे। हम उनके रवैए से संतुष्ट नहीं है।”

तेजी से कद-काठी बढ़ाने के लिए बच्चों को जरूर दें ये फूड्स

भोपाल  आजकल के दौर में अच्छी हाइट यानी लंबाई काफी जरूरी मानी जाती है क्योंकि हाइट आपकी पर्सनैलिटी को इन्हैंस करती है. जबकि कई तरह से ये करियर में भी फायदे पहुंचाती है.अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चों की हाइट अच्छी हो तो उसके लिए आपको कुछ चीजों का शुरू से ही ध्यान रखने की जरूरत है. हाइट में सबसे बड़ा रोल जीन्स प्ले करते हैं. अगर मां-बाप लंबे हैं तो उनके बच्चे भी लंबे ही होते हैं. लेकिन इसके अलावा मेडिकल कंडीशन, डाइट, फिजिकल एक्टविटी और एनवायरमेंट का भी बच्चों की ग्रोथ पर असर पड़ता है. ऐसे में मां-बाप को चाहिए कि अपने बच्चों को पोषक तत्वों से भरपूर आहार दें जिसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डी और विटामिन ए शामिल हो ताकि हड्डियों और ऊतकों के विकास में मदद मिल सके. यहां हम आपको कुछ फूड्स बता रहे हैं जिन्हें आपको अपने बच्चों की डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए.  प्रोटीन इनटेक बढ़ाएं प्रोटीन मजबूत हड्डियों और मांसपेशियों के लिए जरूरी होता है. इसलिए आपको अपने बच्चों को चिकन, अंडे, मछली और डेयरी उत्पाद जरूर देने चाहिए. अगर आप वेजिटेरियन हैं तो आप उन्हें बीन्स, दालें, क्विनोआ, टोफू और मेवे, पनीर और सोयाबीन जैसीचीजें भी खिला सकते हैं. डेयरी उत्पाद हैं जरूरी सिर्फ प्रोटीन ही नहीं दूध, दही और पनीर कैल्शियम और विटामिन डी के भी बेहतरीन स्रोत होते हैं जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं. हरी पत्तेदार सब्जियां खिलाएं पालक, साग, मेथी और केल जैसी सब्जियोंं में कैल्शियम, विटामिन K और कई पोषक तत्व होते हैं जो हड्डियों की मजबूती और ग्रोथ में मदद करते हैं. ग्रोथ के लिए अच्छी नींद  बढ़ते बच्चों को कम से कम 8-10 घंटे की अच्छी नींद लेने की जरूरत होती है. इसलिए इस चीज से समझौता ना करें. फिजिकल एक्टिविटी कराएं मांसपेशियों और हड्डियों की ग्रोथ के लिए स्ट्रेचिंग, साइकिलिंग या तैराकी जैसी फिजिकल एक्टिविटी को बच्चों के रूटीन का हिस्सा बनाएं.

स्वच्छता में इंदौर की अंतरराष्ट्रीय पहचान, विदेशी प्रतिनिधियों को दी गई ट्रेनिंग

 इंदौर  देश में लगातार आठ वर्षों से स्वच्छता में शीर्ष स्थान पर रहने वाले इंदौर की प्रसिद्धि अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फैल चुकी है। कई देशों के प्रतिनिधिमंडल इंदौर की स्वच्छता के रहस्यों को जानने के लिए यहां आ चुके हैं। कचरा प्रबंधन के तौर-तरीके जानने पहुंचा संयुक्त प्रतिनिधि मंडल यह जानना उनके लिए दिलचस्प है कि आठ वर्ष पूर्व जिस शहर की सड़कों पर कचरे के ढेर लगे रहते थे, वहां अब स्वच्छता का ऐसा माहौल कैसे बना। इंदौर की सफलता का यह मॉडल लैटिन अमेरिकी देशों ब्राजील, कोलंबिया, इक्वाडोर और ग्वाटेमाला के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने दो दिवसीय दौरे के दौरान देखा। दल के सदस्य ट्रेंचिंग ग्राउंड पहुंचे दल के सदस्य ट्रेंचिंग ग्राउंड पहुंचे, जहां उन्होंने कचरे से सीएनजी बनाने वाले संयंत्र का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि पहले यहां कचरे के पहाड़ थे, लेकिन अब हरियाली है।प्रतिनिधिमंडल ने इंदौर के कचरा प्रबंधन के तरीकों को समझने के लिए नगर निगम के अधिकारियों से सवाल किए। उन्होंने डोर टू डोर कचरा कलेक्शन सिस्टम, अनुपयोगी वस्तुओं के पुन: उपयोग और सीवेज प्लांट से निकलने वाले उपचारित जल के उपयोग के तरीकों को भी जाना। इंदौर का स्वच्छता माडल न्यूनतम खर्च में अधिकतम स्वच्छता को दर्शाता है। यह मॉडल न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी आदर्श माना जा रहा है। अब तक 40 से अधिक देशों के 850 से ज्यादा प्रतिनिधिमंडल इंदौर आकर यहां से स्वच्छता का पाठ सीख चुके हैं।  

सिंहपुर सीवरेज परियोजना अंतिम चरण में, सफल परीक्षणों से बढ़ी उम्मीदें

नरसिंहपुर मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी लिमिटेड द्वारा जर्मन विकास बैंक केएफडब्ल्यू के सहयोग से नरसिंहपुर में संचालित सीवरेज परियोजना का कार्य अब अंतिम चरण में पहुँच चुका है। इस अत्याधुनिक परियोजना का उद्देश्य नगरीय क्षेत्र में सुनियोजित मलजल प्रबंधन सुनिश्चित कर नागरिकों को स्वच्छ, सुरक्षित और स्वस्थ पर्यावरण प्रदान करना है। इस परियेाजना का सफल प्रायोगिक परीक्षण जारी है। मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कंपनी नगरीय विकास एवं आवास विभाग के अंतर्गत कार्यरत है। उल्लेखनीय है कि परियोजना के अंतर्गत नरसिंहपुर में दो आधुनिक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण सफलतापूर्वक किया जा चुका है, जिनकी क्षमता क्रमशः 6.25 मिलियन लीटर प्रति दिन (एमएलडी) और 2.75 एमएलडी है। परियोजना में 6 इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन का निर्माण भी किया गया है। इसके साथ ही नगर में लगभग 122 किलोमीटर लंबी सीवरेज पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है, जिससे पूरे नेटवर्क को सुव्यवस्थित रूप से जोड़ा गया है। नरसिंहपुर सीवरेज परियोजना 105 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित है। इस परियोजना के माध्यम से 15 हजार 4 सौ से अधिक घरों को सीवरेज नेटवर्क से जोड़ा जाना है, इस परियोजना में अभी तक 13 हजार से अधिक कनेक्शन दिए जा चुके है। परियोजना के पूरा होने पर इससे नगरवासियों को बेहतर स्वच्छता सेवाएं प्राप्त होने के साथ बीमारियों के खतरे में उल्लेखनीय कमी होगी। परियोजना के पूर्ण क्रियान्वयन से नदी, नालों और जल स्रोतों में गंदे जल के प्रवाह पर नियंत्रण होगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण और जल प्रदूषण नियंत्रण में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।  

18 से 45 साल के बेरोजगार युवाओं को मिलेगा फायदा, उद्यम क्रांति योजना से शुरू कर सकेंगे बिज़नेस

भोपाल  छोटे-छोटे कारोबार को बढ़ावा देने और युवाओं को जॉब मांगने की बजाए रोजगार देने वाला बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार प्रयासरत है. सरकार छोटे उद्यमियों को बढ़ाकर देश और मध्य प्रदेश को आर्थिक तरक्की पर ले जाना चाहती है. सरकार बिजनेस करने वाले युवाओं को आर्थिक सहायता के तौर पर बिना गारंटी लोन मुहैया करा रही है. सरकार 10 लाख से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का लोन दे रही है. इसके लिए आपको चयन करना होगा कि आप किस तरह का लोन लेना चाहते हैं. मध्यप्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना अब रीवा जिले के बेरोजगारों के लिए एक मजबूत सहारा बनती जा रही है. 10 जनवरी 2022 को शुरू की गई इस योजना के तहत अब तक जिले में सैकड़ों युवाओं ने लाभ लेकर अपना खुद का व्यवसाय खड़ा किया है. योजना के तहत उद्योग क्षेत्र में अधिकतम ₹50 लाख और सर्विस या बिज़नेस सेक्टर में अधिकतम ₹25 लाख तक का ऋण बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है. मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें 3% ब्याज सब्सिडी अधिकतम 7 वर्षों तक मध्यप्रदेश सरकार द्वारा दी जाती है. यह सब्सिडी सीधे हितग्राहियों के खातों में ट्रांसफर कर दी जाती है, जिससे युवाओं को लोन चुकाने में राहत मिलती है. कैसे उठाएं फायदा? मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. आवेदक की आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए और वह मध्यप्रदेश का निवासी होना चाहिए. इसके अलावा परिवार की वार्षिक आय ₹12 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए और आवेदक बैंक डिफॉल्टर नहीं होना चाहिए. मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना बेरोजगारों को सिर्फ आर्थिक मदद नहीं दे रही, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी प्रेरित कर रही है. स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ाने और स्वरोजगार को बढ़ावा देने में यह योजना कारगर साबित हो रही है. अगर आप भी कोई बिजनेस शुरू करने का सपना देखते हैं, तो यह योजना आपके लिए एक सुनहरा अवसर हो सकती है. MSME लोन योजना सूक्ष्म, लघु और मध्यम वर्गीय और छोटे कारोबार को बढ़ावा देने के लिए यह लोन दिया जाता है. यह लोन कारोबारी को बिना किसी गारंटी के 1 करोड़ रुपये तक का लोन दिया जाता है. इस योजना के तहत 8% का ब्याज दर चुकाना पड़ता है. 12 दिन के भीतर यह लोन उद्यमी के खाते में प्राप्त हो जाता है. यह उन कारोबारियों के लिए जो अपना व्यवस्या शुरू करना चाहते हैं. इस लोन की अच्छी बात यह है कि इसमें उम्र का लिमिट नहीं है. आधार कार्ड: पहचान प्रमाण के रूप में आधार कार्ड अनिवार्य है. जाति प्रमाण पत्र: पिछड़ा वर्ग या अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित होने का प्रमाण. मूल निवास प्रमाण पत्र: आवेदक का मध्य प्रदेश का निवासी होना आवश्यक है. आय प्रमाण पत्र: आर्थिक स्थिति का सत्यापन करने के लिए आय प्रमाण पत्र अनिवार्य है. फोटो: हाल ही की पासपोर्ट आकार की फोटो. बैंक खाता विवरण: ऋण की राशि सीधे बैंक खाते में स्थानांतरित की जाएगी, इसलिए बैंक खाता जानकारी अनिवार्य है. योजना रिपोर्ट: जिस व्यवसाय को शुरू करना है, उसकी संक्षिप्त योजना रिपोर्ट. पैन कार्ड: कर मामलों के लिए पैन कार्ड का विवरण अनिवार्य है. कोटेशन: जिस व्यवसाय को आप शुरु करने जा रहे हैं कहां से कौन सा सामान लेंगे उसकी जानकारी. बाद में बदला भी जा सकता है.

मध्यप्रदेश के दो शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, शिक्षक दिवस पर नई दिल्ली में सम्मानित

मध्यप्रदेश के दो शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, शिक्षक दिवस पर उल्लेखनीय कार्य के लिये नई दिल्ली में होंगे सम्मानित मध्यप्रदेश के दो शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, शिक्षक दिवस पर नई दिल्ली में सम्मानित शिक्षक दिवस पर मध्यप्रदेश के दो शिक्षकों का राष्ट्रीय स्तर पर किया जाएगा सम्मान भोपाल प्रदेश के 2 शिक्षकों को वर्ष 2025 का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 5 सितम्बर शिक्षक दिवस पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित राष्ट्रीय समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा प्रदान किया जायेगा। राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने वाले शिक्षकों में दमोह जिले की प्राथमिक शिक्षक श्रीमती शीला पटेल शासकीय प्राथमिक शाला देवरान टपरिया में पदस्थ हैं। आगर-मालवा जिले के भेरूलाल ओसारा माध्यमिक शिक्षक शासकीय ईपीईएस माध्यमिक शाला खेरिया सुसनेर में पदस्थ हैं। प्रदेश के समस्त 55 जिलों में से 45 जिलों में 145 शिक्षकों द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2025 के लिये अपना पंजीयन कराया गया था। इसके बाद राज्य स्तरीय चयन समिति ने 6 शिक्षकों की अनुशंसा केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को भेजी थी। इस प्रक्रिया के बाद प्रदेश के 2 शिक्षकों का चयन राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये हुआ है। स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने राष्ट्रीय पुरस्कार के लिये चयनित शिक्षकों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि शिक्षा के क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय कार्यों के लिये सम्मानित होने वाले शिक्षक प्रदेश के अन्य शिक्षकों के लिये भी प्रेरणा का कार्य करेंगे। शीला पटेल प्राथमिक शिक्षक श्रीमती शीला पटेल ने अपनी शाला में बच्चों को खेल-खेल में आनंदमयी शिक्षा दी है। उन्होंने गीत, कविता, कहानी और अभिनय के माध्यम से फाउण्डेशन लिटरेसी मिशन (एफएलएन) का क्रियान्वयन किया है। इसी के साथ उन्होंने अवकाश के दिनों में महिला साक्षरता को बढ़ावा देने के लिये विशेष कक्षाओं का संचालन किया। श्रीमती शीला पटेल ने अवकाश के दिनों में समर कैम्प एवं विंटर कैम्प का आयोजन किया। उन्होंने अपनी पदस्थापना के शाला के गाँव की हर गली व मोहल्लों में जगह-जगह पर बच्चों को सिखाने के उद्देश्य से शैक्षिक पटल व लर्निंग प्लेस तैयार करवाया। शिक्षिका श्रीमती पटेल ने बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा करने के लिये शून्य लागत पर टीचिंग लर्निंग मटेरियल (टीएलएम) तैयार किया। बच्चों में समझ को बढ़ावा देने के लिये समूह में आपस में चर्चा और उनकी सहभागिता को बढ़ाने का काम प्रमुख रूप से किया। प्राथमिक शिक्षक भेरूलाल ओसारा प्राथमिक शिक्षक भेरूलाल ओसारा ने अपनी पदस्थ शाला में विषय-वस्तु की गहन समझ के साथ शिक्षण कार्य किया और बच्चों में नैतिकता और सृजनात्मकता को प्रोत्साहित किया। विद्यालय में पर्यावरण संरक्षण के लिये ईको क्लब और क्लैप क्लब के संयोजन से ठोस कार्य किया। बच्चों को स्वच्छता, जल संरक्षण, पौधरोपण, प्लास्टिक उन्मूलन और हरित जीवन-शैली के बारे में नवाचार करते हुए शिक्षा दी। शिक्षक भेरूलाल ने बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा करने के लिये नुक्कड़ नाटक, रैलियों, पोस्टर, निबंध प्रतियोगिता के साथ लेखन की वर्कशॉप भी निरंतर आयोजित की। उन्होंने डिजिटल युग की महत्ता को समझते हुए विद्यार्थियों में ऑनलाइन सुरक्षा जागरूकता फैलाने के लिये महत्वपूर्ण काम किया। बच्चों को साइबर अपराध के खतरों, सोशल मीडिया का सुरक्षित रूप से उपयोग, पासवर्ड की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जानकारी दी। उनके इस कार्य से आसपास के अनेक शिक्षकों ने भी प्रेरणा ली है।