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कांग्रेस पर बरसे सीएम मोहन यादव, बोले- जनता नहीं भूली पुराने कुकर्म, खाद संकट पर भी दी सफाई

भोपाल  भारत के पड़ोसी देश नेपाल में तख्तापलट के बाद हो रही हिंसा ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है, भारत भी बारीकी और गंभीरता से स्थिति पर नजर बनाये हुए है लेकिन भारत की कुछ विपक्षी पार्टियाँ इस मुद्दे पर भी सियासत कर रही हैं, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आरजेडी, शिवसेना उद्धव गुट के नेता भारत में नेपाल जैसे हालात की संभावना जता रहे हैं, इन संभावनाओं पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पलटवार किया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों को करारा जवाब दिया है, मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कांग्रेस अपनी जमीन ढूंढने का प्रयास कर रही है लेकिन नाकाम रहने वाली कांग्रेस के कुशासन को सब जान चुके हैं। कांग्रेस की बातों से जनता भ्रमित होने वाली नहीं  भारत में नेपाल जैसे हालात की संभावना वाले बयान पर जवाब देते हुए सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा – बिल्ली के भाग्य से छींका नहीं टूटने वाला, कांग्रेस के कुकर्मों को जनता जानती है, इसलिए कांग्रेस की इन बातों से भारत की जनता भ्रमित होने वाली नहीं है। BJP को मिल रहे समर्थन से कांग्रेस परेशान  मध्य प्रदेश में किसानों को खाद के संकट पर कांग्रेस के आरोप का जवाब देते हुए सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि ये कांग्रेस की हताशा और निराशा है, उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस ने किसानों को सिंचाई के लिए बिजली नहीं दी, पानी नहीं दिया, जिनकी सरकार ने बंटाधार किया वो आज भाजपा सरकार को मिल रहे किसानों के समर्थन से परेशान है।

रमन सिंह बेंगलुरु पहुंचे: राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन में करेंगे शिरकत

रायपुर छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह 11 से 13 सितम्बर तक कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आयोजित राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) भारत क्षेत्र के 11वें सम्मेलन में भाग लेंगे. बेंगलुरु स्थित विधान सौध में आयोजित इस सम्मेलन की अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला करेंगे. सम्मेलन के दौरान डॉ. रमन सिंह “विधायी संस्थानों में संवाद और चर्चा – जन विश्वास का आधार, जन आकांक्षाओं की पूर्ति का माध्यम” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे. उनके संबोधन में लोकतंत्र की नींव माने जाने वाले संवाद, बहस और सहमति की प्रक्रिया को जन आकांक्षाओं की पूर्ति का माध्यम कैसे बनाया जा सकता है, इस पर विशेष प्रकाश डाला जाएगा. सम्मेलन में भारत के विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के विधानमंडलों के सभापति, अध्यक्ष, पीठासीन अधिकारी एवं सचिवगण भाग ले रहे हैं. तीन दिवसीय इस आयोजन के दौरान सभी प्रतिनिधि संसदीय महत्व के मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे, अनुभवों का आदान-प्रदान करेंगे और सर्वोत्तम संसदीय प्रथाओं को साझा करेंगे. तय कार्यक्रम के अनुसार, डॉ रमन सिंह आज शाम 7 बजे बेंगलुरु के लिए प्रस्थान करेंगे और 12 व 13 सितंबर को बेंगलुरु विधानसभा में आयोजित CPA की बैठक में शामिल होंगे. इसके बाद 13 सितंबर की शाम को रायपुर वापस लौटेंगे.

लैंडिंग में दिक्कत, कई फ्लाइट्स कैंसिल: रायपुर एयरपोर्ट पर मौसम का कहर

रायपुर  बिजली गिरने से राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के ATC (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) में सिग्नल देने वाले तकनीकी उपकरण खराब हो गए हैं, जिसके चलते विमान सेवा ठप है. विजिबिलिटी कम होने के कारण आज सुबह की कई फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई है. वहीं कल 5 फ्लाइट्स को डायवर्ट किया गया था. इसके चलते यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा. तकनीकी उपकरणों के मरम्मत का काम जारी है. रायपुर एयरपोर्ट पर सुबह 10 बजे से विमानों का संचालन सामान्य होने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक, विजिबिलिटी क्लियर होने के बाद विमान रायपुर एयरपोर्ट पर लैंड कर सकेंगे. विमानों के टेक ऑफ में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन फाइनल कॉल पायलट का रहेगा. सीएम विष्णुदेव साय भी आज जगदलपुर जाने वाले हैं, लेकिन इस पर भी फैसला 10 बजे के बाद ही होगा. बताया जा रहा कि विजिबिलिटी कम होने के कारण लैंडिंग में दिक्कत हो रही है. आज सुबह की 6 फ्लाइट कैंसिल कर दी गई है. कल 5 फ्लाइट्स को डायवर्ट किया गया था. रायपुर से इंदौर जाने वाले यात्रियों का कहना है कि विजिबिलिटी क्लियर नहीं होने के चलते कुछ फ्लाइट को रद्द किया गया है. हम लोग इंदौर जाने वाले थे, लेकिन फ्लाइट कैंसिल होने से परेशानी हो रही. अब सबसे पहले भोपाल जाना पड़ेगा, क्योंकि यहां से डायरेक्ट फ्लाइट अब इंदौर नहीं जा रही है. भोपाल से डेढ़ सौ किलोमीटर का बायरोड सफर करके इंदौर जाना पड़ेगा. तकनीकी सिस्टम को सुधारने का काम चल रहा : एयरपोर्ट अथॉरिटी एयरपोर्ट अथॉरिटी के प्रभारी डायरेक्टर किशोर कुमार लहरे ने बताया, आकाशीय बिजली गिरने से एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम खराब हुआ है. नेवीगेशन इक्विपमेंट खराब हुआ है. अभी भी स्थिति वैसे ही है. सेकंड हाफ के बाद ठीक होने की उम्मीद है. फ्लाइट्स का परिचालन चालू हो चुका है. अभी आकलन करना मुश्किल है कि कहां क्या खराबी है. काम अभी प्रगति पर है. इसमें समय लग सकता है. तकनीकी उपकरण खराब होने के कारण बुधवार शाम को 5 फ्लाइट्स को डायवर्ट किया गया था. आज एक फ्लाइट रायपुर आ चुकी है. दो और फ्लाइट आने वाली है. इन फ्लाइट्स को कल किया गया था डायवर्ट बता दें कि रायपुर एयरपोर्ट पर तकनीकी खराबी के चलते बुधवार को हैदराबाद से रायपुर आने वाली फ्लाइट और कोलकाता से रायपुर आने वाली फ्लाइट को भुवनेश्वर भेजा गया था. वहीं दिल्ली से रायपुर आने वाली फ्लाइट को भोपाल डायवर्ट किया गया था. मुंबई से रायपुर की फ्लाइट को नागपुर भेजा गया था. इसके अलावा पुणे से रायपुर आ रही फ्लाइट को भी डायवर्ट किया गया था.

सीएम भगवंत मान ने अस्पताल से सीधे वीडियो कॉल कर की बातचीत, मनकीरत औलख और प्रीतपाल सिंह जुड़े

पंजाब  पंजाब में आई भीषण बाढ़ के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान लगातार बाढ़ प्रभावित परिवारों और राहत कार्यों से जुड़े हुए हैं. अस्पताल में रहकर भी उन्होंने पंजाबी गायक मनकीरत औलख से वीडियो कॉल के माध्यम से बातचीत की. सीएम ने उनके द्वारा किए जा रहे राहत प्रयासों की सराहना की. मुख्यमंत्री मान ने हंसपाल ट्रेडर्स के मालिक प्रीतपाल सिंह हंसपाल का भी विशेष रूप से धन्यवाद किया. हंसपाल ट्रेडर्स ने बाढ़ में फंसे लोगों और उनके पशुओं को सुरक्षित निकालने के लिए काफी काम किया है. उन्होंने अपनी तरफ से 150 से अधिक नावें बनवाईं. पंजाब सरकार का राहत प्रयासों में सहयोग मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आगे कहा कि संकट की इस घड़ी में पंजाबियों ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि उनके भीतर हिम्मत, सेवा की भावना और आपसी भाईचारे की मिसालें आज भी जिंदा हैं. जो भी लोग अपने लेवल पर दूसरों की मदद कर रहे हैं और जान बचाने में जुटे हुए हैं, पंजाब की सरकार उन सभी लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है. सीएम ने आगे कहा कि यह सिर्फ एक प्रशासनिक समर्थन नहीं है, बल्कि यह पंजाबियों की भावनाओं से भावनात्मक जुड़ाव भी है . यही वजह है कि आज हर पंजाबी को यह विश्वास है कि वो अकेला नहीं है उसकी सरकार उसके साथ खड़ी है और केवल सरकार ही नहीं बल्कि उसका समाज पूरी ताकत और संवेदनशीलता के साथ उसके साथ खड़ा है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को 5 सितंबर को तबियत खराब के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तबीयत में सुधार के बाद उन्होंने सोमवार को अस्पताल से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता की. मुख्यमंत्री की तबियत खराब के चलते पहले यह बैठक स्थगित कर दी गई थी. सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर भी नहीं जा पाए थे.  

खेल प्रेमियों के लिए खुशखबरी: अरुण साव ने CSCS स्टेडियम को लेकर किया बड़ा ऐलान

रायपुर नया रायपुर स्थित शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की जिम्मेदारी अब छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ (CSCS) को मिलने का रास्ता साफ होता दिख रहा है. राज्य के खेल और पीडब्ल्यूडी मंत्री अरुण साव ने कहा कि स्टेडियम का दस्तावेजी काम पूरा होने के बाद संघ को स्टेडियम सौंप दिया जाएगा. CSCS के पदाधिकारियों ने बुधवार की शाम उपमुख्यमंत्री एवं खेल मंत्री अरुण साव से मुलाकात की. उप मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान कहा कि सरकार का रुख खेलों के प्रति सकारात्मक है, और आने वाले महीनों में न सिर्फ क्रिकेट, बल्कि हर खेलों को बढ़ावा देने ठोस कदम उठते नजर आएंगे. संघ पदाधिकारियों ने चर्चा के दौरान नवा रायपुर में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट एकेडमी बनाने के लिए मंत्री विष्णुदेव साय द्वारा दी गई जमीन को लेकर आभार जताया. साथ ही दिसंबर-जनवरी में BCCI द्वारा आवंटित अंतरराष्ट्रीय मैचों की तैयारी पर भी चर्चा हुई. फिलहाल, ग्राउंड का मेंटेनेंस क्रिकेट संघ कर रहा है, जबकि मरम्मत और निर्माण का काम लोक निर्माण विभाग देख रहा है. संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैचों के लिए स्टेडियम को तैयार करने में करीब 15 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है. संघ को स्टेडियम मिलने पर BCCI से मिलने वाली राशि से यह कार्य किया जाएगा. गौरतलब है कि क्रिकेट स्टेडियम पूरा रखरखाव और संचालन CSCS को सौंपने की मांग लंबे समय से की जा रही है. डिप्टी सीएम साव से मुलाकात के दौरान संघ के अध्यक्ष जुबिन शाह, विजय शाह, राजेश दवे समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मोहन भागवत को दी जन्म दिवस की बधाई

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विश्व के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाबा महाकाल से उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की कामना की। उन्होंने कहा कि भागवत का मार्गदर्शन प्रत्येक भारतीय में राष्ट्रवादी संस्कारों का संचार कर भारत को पुनः उसके परम वैभव पर ले जाने में सहायक सिद्ध हो, ईश्वर से यही प्रार्थना है।  

कोर्ट ने दिया आदेश, यूसुफ पठान की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर एक्शन का खतरा बढ़ा

अहमदाबाद  गुजरात हाईकोर्ट ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मौजूदा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद यूसुफ पठान को बड़ा झटका दिया है. अदालत ने वडोदरा के तंदलजा इलाके में जमीन विवाद से जुड़ी उनकी याचिका को खारिज कर दिया है. कोर्ट ने साफ कहा कि जिस प्लॉट पर यूसुफ पठान ने कब्जा किया है, वह नगर निगम की संपत्ति है और उन्हें इसे खाली करना होगा. ऐसे में इस संपत्ति पर बुलडोजर एक्शन का खतरा मंडराने लगा है. यह विवाद कई साल पुराना है. पूर्व भाजपा पार्षद विजय पवार ने आरोप लगाया था कि वडोदरा नगर निगम ने वर्ष 2012 में यूसुफ पठान को एक प्लॉट आवंटित करने का प्रस्ताव पारित किया था और इसे राज्य सरकार को भेजा गया था. लेकिन, 2014 में गुजरात सरकार ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया. इसके बावजूद, यूसुफ पठान ने कथित तौर पर उस प्लॉट पर कब्जा कर लिया और वहां चारदीवारी के साथ मवेशियों के लिए शेड भी बना दिया. हाईकोर्ट ने याचिका खारिज की इसके बाद जब वडोदरा नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की, तो यूसुफ पठान ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. उनकी याचिका पर सुनवाई न्यायमूर्ति मोनाबेन भट्ट की अदालत में हुई. अदालत ने न केवल याचिका को खारिज कर दिया, बल्कि नगर निगम से यह भी सवाल किया कि जब राज्य सरकार ने आवंटन की मंजूरी नहीं दी थी, तो इतने वर्षों तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई. इस मामले पर वडोदरा नगर निगम के सहायक आयुक्त सुरेश तुवर ने बताया कि पश्चिम वडोदरा के तंदलजा क्षेत्र में स्थित टीपी प्लॉट निगम की संपत्ति है. पहले इस प्लॉट को आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन राज्य सरकार से मंजूरी न मिलने के कारण यह मामला रुक गया. इसके बावजूद यूसुफ पठान ने जमीन पर कब्जा कर लिया. अब हाईकोर्ट का फैसला नगर निगम के पक्ष में आया है, जिससे साफ हो गया है कि यह जमीन हमेशा निगम की ही संपत्ति रहेगी. हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यूसुफ पठान अब इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं. फिलहाल, हाईकोर्ट के आदेश के बाद निगम को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई आगे बढ़ाने का रास्ता साफ हो गया है. बरहामपुर सीट से सांसद का चुनाव जीता यूसुफ पठान सिर्फ क्रिकेट के मैदान में ही नहीं, बल्कि राजनीति में भी अपनी पहचान बना चुके हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पश्चिम बंगाल की बरहामपुर सीट से टीएमसी के टिकट पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी को हराकर संसद पहुंचे.  

अनोखी परंपरा: प्रयागराज की रामलीला में भगवान राम का 120 साल पुराने सिंहासन पर बैठना जारी

प्रयागराज प्रयागराज में दशहरे के दौरान भोर में श्रृंगार चौकी निकालने की दशकों पुरानी परंपरा आज भी जारी है। श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी की ओर से यह चौकियां निकाली जाती हैं। सिंहासन पर विराजमान होकर प्रभु राम और लक्ष्मण निकलते हैं। जिस सिंहासन पर इन्हें विराजमान किया जाता है, वह 120 वर्ष पुराना है। छह क्विंटल का यह सिंहासन देखने में बिल्कुल सोने की तरह लगता है, जिसे जडियल टोला के नत्थू राम जडिया और उनके दोस्त बलदेव ने बनवाया था। वर्तमान में कमेटी की श्रृंगार चौकी समिति के महामंत्री राजेश कुमार सिंह जड़िया है। नत्थू राम जडिया इनके परनाना थे। राजेश बताते हैं कि परनाना की श्रीराम में अगाध आस्था थी। इसलिए उन्होंने अपने दोस्त के साथ छह क्विंटल का सिंहासन बनवाया था, जिसे बनाने में बीस कारीगर लगे थे और वह पांच महीने में बनकर तैयार हुआ था। 120 वर्ष पहले उसमें लाखों की संख्या में नग लगवाए गए थे। इस सिंहासन को नत्थू राम ने दीपक की रोशनी में अपने पांच बादशाही मंडी स्थित आवास पर बनवाया था। बरेली के राधेश्याम कथावाचक की रामायण पर रामलीला में डॉक्टर पिता-पुत्र करते हैं रोल, रिहर्सल शुरू है आज भी रामलीला के दौरान पुष्प, केला, मोती और पोत की जो चौकियां निकलती हैं, उनमें वही सिंहासन रहता है। श्रृंगार चौकी वंशीधर कोठी से कोतवाली, ठठेरी बाजार, जानसेनगंज, निरंजन टॉकीज चौराहा, चमेली बाई धर्मशाला से होते हुए परनाना के आवास पर पहुंचकर समाप्त होती है। राजेश ने बताया कि पिछले वर्ष इस सिंहासन की मरम्मत कराई गई थी और उसमें हजारों नग जड़वाए गए थे। रामलीला कमेटी के राज्याभिषेक समारोह में इसी सिंहासन पर भगवान को बिठाया जाता है।

ग्रामीण लौटे भाजपा में, प्रदेशाध्यक्ष ने किया स्वागत और समर्थन

हरियाणा  हरियाणा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने देर शाम भाजपा मुख्यालय पंचकमल में पंचकूला ग्रामीण क्षेत्र बरवाला के ऐसे दर्जनों वरिष्ठ एवं पुराने कार्यकर्ता, जिन्होंने किन्हीं कारणों से संगठन से दूरी बना ली थी, उन्हें भाजपा का पटका पहना कर पार्टी में स्वागत किया। इस मौके पर जिला अध्यक्ष अजय मित्तल, जिला उपाध्यक्ष तेजिंदर गुप्ता टोनी, जिला कोषाध्यक्ष सुशील सिंगला, मंडल महामंत्री देवेंद्र शर्मा, वरिष्ठ कार्यकर्ता बलबीर शर्मा, बृज भूषण तनेजा व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। भाजपा में वापसी करने वालों में जगदीश कश्यप (पूर्व प्रदेश सचिव एससी मोर्चा), बल सिंह राणा (पूर्व चेयरमैन मार्किट कमेटी एवं जिला परिषद सदस्य), अनिल राणा (पूर्व मंडल पदाधिकारी), रामपाल राणा (पूर्व बीडीसी सदस्य), राम सिंह (पूर्व सरपंच एवं किसान मोर्चा प्रधान), डॉ. जगदीश रत्तेवाली (पूर्व मंडल पदाधिकारी एससी मोर्चा), माम चंद सैनी भगवानपुर, राजाराम रत्तेवाली, शमशेर सिंह नयागांव, जसपाल कश्यप बतौड़, यशपाल कश्यप बरवाला, मोहित राणा एडवोकेट बरवाला, ठाकुर कश्यप बरवाला, मनीष कश्यप बरवाला, कुलवीर बतौड़, हुक्म चंद बिल्ला, अमित कुमार बिल्ला, चंदर मोहन सैनी भगवानपुर, कुलबीर सिंह, हरिंदर, करण सिंह नयागांव, कंवरपाल प्रमुख रहे। जिला अध्यक्ष अजय मित्तल ने बरवाला से आये सभी कार्यकर्ताओं के पार्टी से दोबारा जुड़ने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में पंचकूला जिले के किसी भी नए या पुराने कार्यकर्ता की अनदेखी नहीं होगी। जो भी पुराने कार्यकर्ता किन्हीं वजहों से घर बैठ गए थे या पार्टी के कार्यों में सक्रिय नहीं थे, उन्हें हम संगठन की मुख्यधारा से जोडेंगे। अजय मित्तल ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व के मार्गदर्शन में पंचकूला जिला संगठन कार्यकर्ताओ के मान सम्मान का ध्यान रखते हुए सबको साथ लेकर आगे बढ़ रही है।

भूजल संकट पर गरजे रवींद्र भाटी: सरकार और विपक्ष दोनों को लिया आड़े हाथ

बाड़मेर राजस्थान विधानसभा में भू-जल (संरक्षण और प्रबंध) प्राधिकरण विधेयक पर चर्चा के दौरान शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने प्रदेश की गंभीर जल स्थिति और सरकारी योजनाओं की कमियों को उजागर किया। उन्होंने कहा कि बीते दशक में राजस्थान में भूजल की स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि राज्य अब देश में न्यूनतम भूजल वाले राज्यों में शीर्ष स्थान पर है। उन्होंने चेताया कि आने वाले वर्षों में यह बड़े संकट का संकेत दे रहा है। भाटी ने तथ्य पेश करते हुए कहा कि राजस्थान उन तीन राज्यों में शामिल है, जहां भूजल का दोहन पुनर्भरण से कहीं अधिक है। प्रदेश के 74 प्रतिशत भूजल स्रोत अति-दोहन की श्रेणी में हैं और दोहन दर 151 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। 301 ब्लॉकों में से 295 ब्लॉक डार्क जोन में हैं। सरकारी योजनाओं पर भी सवाल उठाते हुए उन्होंने बताया कि केंद्रीय जल शक्ति अभियान के तहत बाड़मेर जिले में 2021 से 2024 तक लगभग 1,300 करोड़ रुपये खर्च दिखाए गए, जबकि केंद्रीय भूजल बोर्ड की रिपोर्ट में इस दौरान भूजल स्तर में गिरावट दर्ज की गई। भाटी ने भू-राजस्व (संशोधन एवं विधिमान्यकरण) विधेयक पर चर्चा करते हुए बेशकीमती भूमि पर राज्य का नियंत्रण खत्म कर रीको को अधिकार देना खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में अवैध कब्जे और अतिक्रमण पर जवाबदेही तय होनी चाहिए। पश्चिमी राजस्थान में लैंड अलॉटमेंट की धांधलियों का जिक्र करते हुए भाटी ने कहा कि पर्यटन क्षेत्रों की जमीन को उद्योगों के लिए अलवण्य कर दिया गया है, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक धरोहर दोनों के लिए नुकसानदेह है। उन्होंने कहा कि पशुपालन पर निर्भर आबादी के लिए औद्योगिक क्षेत्र में रोजगार और विकास लाए जाएं, न कि बड़े ऊर्जा प्रोजेक्ट्स के लिए उनकी जमीन हड़पी जाए। भाटी ने खेजड़ी पेड़ों की अंधाधुंध कटाई पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में 25–26 हजार पेड़ काटे गए और आने वाले समय में यह संख्या 50 हजार तक पहुंच सकती है। उन्होंने अन्य प्रदेशों की तरह राजस्थान में ट्री प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की। विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए भाटी ने कहा कि गंभीर मुद्दों पर शांति से चर्चा करनी चाहिए लेकिन विपक्ष केवल हंगामा कर रहा है। उन्होंने विपक्ष पर पूर्व छात्रों के मामले में झूठे मुकदमों का हवाला देते हुए जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।