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खेल जगत में तहलका! पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने भारतीय स्टार की तारीफ में कहा ऐसा

नई दिल्ली चिर प्रतिद्वंद्वी भारत के खिलाफ अक्सर भावनाएं हावी हो जाती हैं, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ (Rashid Latif) का मानना ​​है कि इसी कमी के कारण उन्हें हाल के वर्षों में महत्वपूर्ण मैच गंवाने पड़े हैं। राजनीतिक तनाव के कारण दोनों पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट एक दशक से भी ज्यादा समय से स्थगित है जिससे उनके मुकाबले आईसीसी और एसीसी प्रतियोगिताओं तक ही सीमित हैं। पिछले 10 सालों में यह प्रतिद्वंद्विता काफी हद तक एकतरफ़ा रही है, जिसमें भारत ने 15 में से 12 मैच जीते हैं। लतीफ ने कहा, 'हम भावुक या अति उत्साहित हो जाते हैं और एक ही बार में सब कुछ करने की कोशिश करते हैं। हम भारत के खिलाफ मैच को ज्यादा आगे नहीं ले जाते और इसी वजह से पाकिस्तान ज्यादातर हार जाता है।' पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज ने आगे कहा, 'दूसरी ओर, भारत पिच और मैच की स्थिति के अनुसार खेलता है और इसीलिए वे सफल होते हैं।' दोनों देश रविवार को दुबई में एशिया कप (Asia Cup) के ग्रुप ए मैच में एक-दूसरे के खिलाफ अपनी प्रतिद्वंद्विता फिर से शुरू करेंगे। लतीफ का मानना ​​है कि हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) के फिनिशिंग कौशल, सूर्यकुमार यादव, अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन द्वारा प्रदान किया गया संतुलन और जसप्रीत बुमराह की बेजोड़ सटीकता के साथ भारत की संयम बनाए रखने की क्षमता, उन्हें इस समय एक पूर्ण टीम बनाती है।  लतीफ ने कहा, 'हार्दिक पांड्या एक खतरनाक खिलाड़ी हैं। मध्यक्रम के खिलाड़ी या नीचे आने वाले खिलाड़ी खेल को बदल सकते हैं। पांड्या ने ऐसा एक बार नहीं, बल्कि कई बार किया है, जो अद्भुत है और इसीलिए उन्हें एक्स-फैक्टर कहा जाता है। वह खेल को पूरी तरह से बदल सकते हैं। अभिषेक शर्मा, संजू सैमसन और सूर्य कुमार यादव जैसे खिलाड़ी संतुलन लाते हैं, गेंदबाजी में बुमराह एक बड़ी संपत्ति हैं। कुल मिलाकर, यह एक बहुत अच्छी टीम है।'  लतीफ के लिए बुमराह (Jasprit Bumrah) अभी भी वह गेंदबाज हैं जो मुकाबलों को पलट सकते हैं। उन्होंने कहा, 'जहां तक गेंदबाजी की बात है, सटीकता ज्यादा है। टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारतीयों का धैर्य और कौशल खेल के दौरान बेहतर प्रदर्शन करता है।' मेलबर्न में 2022 के टी20 विश्व कप में विराट कोहली के नाबाद 82 रनों ने भारत को मुश्किल से बाहर निकालकर अंतिम गेंद पर चार विकेट से जीत दिलाई। एक साल बाद एशिया कप में भारत ने कोलंबो में पाकिस्तान को 228 रनों से हरा दिया, लेकिन उनका सुपर 4 मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ गया। अमेरिका में 2024 के टी20 विश्व कप में बुमराह के तीन विकेटों ने छह रनों से जीत सुनिश्चित की, क्योंकि भारत सिर्फ 119 रनों का बचाव कर पाया।  लतीफ ने कहा, 'पाकिस्तान पर पिछले 30 सालों से दबाव है। इसलिए शायद भारत इसका फायदा उठाने की कोशिश करेगा।' हालांकि उन्होंने भारत की एक संभावित कमजोरी की ओर इशारा करते हुए कहा, 'भारत में एकमात्र कमी यह है कि उन्होंने टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं। वे जरूर अभ्यास मैच खेल रहे होंगे या अभ्यास कर रहे होंगे। लेकिन उन्होंने कोई मैच नहीं खेला है। यह एक नुकसानदेह स्थिति हो सकती है।'  इस बीच पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में मुश्किल स्पिन पिचों पर त्रिकोणीय श्रृंखला खेलकर आया है, और लतीफ का मानना ​​है कि यह अनुभव उन्हें जल्दी से अनुकूलन करने में मदद कर सकता है। नए कप्तान सलमान अली आगा के नेतृत्व में टीम में कई युवा खिलाड़ी हैं, लेकिन एक ऐसा मुख्य समूह भी है जिसने इस दशक की शुरुआत में पदार्पण किया था। उन्होंने कहा, 'हमारी टीम वही है। मैं कह सकता हूं कि तीन नए खिलाड़ी हैं। सलमान अली आगा, जो हाल ही में आए हैं। सैम अयूब का 2024 में पदार्पण। हसन नवाज। बाकी खिलाड़ी 2021, 2018 और 2016 के हैं। लतीफ ने कहा, 'हमारे पास एक नया कप्तान भी है और आप कह सकते हैं कि पाकिस्तान को बढ़त हासिल है।' लतीफ का मानना ​​है कि साहिबजादा फरहान पाकिस्तान के लिए एक सरप्राइज पैकेज हो सकते हैं। उन्होंने कहा, 'वह पिछले 3-4 सालों से टी20 में शीर्ष पर चल रहे हैं। उन्होंने लगभग 1000 रन बनाए हैं। पिछले सीजन में उन्होंने 4-5 शतक लगाए थे। इस तरह उन्होंने खुद को वापस ला दिया है। उनकी अच्छी बात यह है कि वह टी20 क्रिकेट वैसे ही खेलते हैं जैसे उसे खेला जाना चाहिए। उन्हें जो भूमिका दी जाती है, वह उसे निभाते हैं। वह अपने लिए नहीं खेलते। वह पहले 10-12 ओवरों में गति पकड़ने की कोशिश करते हैं और यही उनकी सफलता का मंत्र रहा है।'  उन्होंने युवा बल्लेबाज हसन नवाज को भी भारत को झकझोरने वाला एक और बल्लेबाज बताया। उन्होंने कहा, 'हसन नवाज एक खतरनाक खिलाड़ी हैं और खराब गेंद का इंतजार नहीं करते। अगर वह अच्छी गेंद डालते हैं, तो गेंदबाज दबाव में आ जाता है।' 

नेवल अकादमी में फिर गोलीबारी, 9/11 की याद में अफरातफरी का माहौल

वाशिंगटन  अमेरिका में एक बार फिर गोलीबारी की घटना ने हड़कंप मचा दिया है। इस बार निशाना मैरीलैंड स्थित अमेरिकी नौसेना अकादमी बनी जहां हुई फायरिंग में कई कैडेट और अन्य लोग घायल हो गए। घटना के बाद पूरे कैंपस को सील कर दिया गया है और हमलावर की तलाश जारी है। क्या हुआ था? रिपोर्ट के अनुसार नौसेना अकादमी में तैनात एक मिडशिपमैन ने छात्रों को एक ईमेल भेजकर तुरंत अंदर जाने और दरवाजा बंद करने की चेतावनी दी। ईमेल में साफ लिखा था, "यह कोई ड्रिल नहीं है।" रिपोर्ट्स के मुताबिक गोलीबारी की आवाज बैनक्रॉफ्ट हॉल में सुनी गई जहां 1600 से ज्यादा मिडशिपमैन रहते हैं। हालाँकि अभी तक किसी के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं जिनमें कैंपस में एक मेडिवैक हेलीकॉप्टर उतरता दिख रहा है लेकिन इसकी भी अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है।   सुरक्षा एजेंसियां मौके पर घटना के तुरंत बाद नेवल अकादमी और पास के नेवी बेस को सुरक्षा कारणों से लॉकडाउन कर दिया गया है। अकादमी के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट नवीद लेमर ने बताया कि जब तक आरोपी पकड़ा नहीं जाता किसी को भी अंदर-बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी। मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूर के ऑफिस ने बयान जारी कर कहा कि स्थिति पर काबू पा लिया गया है और फिलहाल नेवल अकादमी पर कोई बड़ा खतरा नहीं है। वहीं एनसीआईएस और मैरीलैंड स्टेट पुलिस भी एनापोलिस पुलिस के साथ मिलकर जांच में जुट गई हैं।  

भारतीय श्रद्धालु हादसा: नेपाल में बस पर टूटती भीड़, दर्शन के बाद लौट रहे यात्रियों की हालत गंभीर

काठमांडू  नेपाल में जारी हिंसा की चपेट में भारतीय पर्यटक भी आ गए हैं। काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ धाम के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं पर सरकारी विरोधी आंदोलनकारियों ने हमला बोल दिया। इस हमले में बस में बैठे कई लोग चपेट में आ गए। 9 सितंबर को यह घटना हुई थी, जिसके बारे में अब बस ड्राइवर ने जानकारी दी है। बस के ड्राइवर ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों ने उनकी बस को घेरा और उस पर पत्थरबाजी की, जिससे बस की खिड़कियां टूट गईं और कई यात्री घायल हो गए। यह घटना नेपाल के मौजूदा हालात को दर्शाती है, जहां जेन-जी कही जाने वाली युवा पीढ़ी का प्रदर्शन जारी है। बस ड्राइवर रामू निषाद ने सोनौली में मीडिया से बताया कि वे पशुपतिनाथ मंदिर से दर्शन करके लौट रहे थे, जब अचानक से भीड़ ने उनकी बस को घेर लिया। उन्होंने कहा, 'प्रदर्शनकारियों ने बिना किसी वजह के बस पर हमला कर दिया। बस में महिलाएं और बुजुर्ग यात्री भी थे, लेकिन हमलावरों ने किसी की परवाह नहीं की।' इस पथराव में बस की खिड़कियां टूट गईं और कई यात्रियों को चोटें आईं। घटना के बाद स्थानीय अधिकारियों ने घायल यात्रियों को तुरंत काठमांडू के एक अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद भारतीय दूतावास ने नेपाल सरकार से मदद मांगी। दोनों देशों के बीच समन्वय से बाकी यात्रियों को विशेष विमान से भारत वापस लाने का इंतजाम किया गया। बता दें कि नेपाल में सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसमें ज्यादातर कम आयु वर्ग के युवा ही शामिल हैं। इसी के चलते इन्हें जेनरेशन Z कहा जा रहा है। इन प्रदर्शनों में अब तक 34 लोगों की जान जा चुकी है। बीते गुरुवार को जेन-जी समूह ने कहा था कि संसद को भंग किया जाना चाहिए और संविधान में बदलाव होने चाहिए ताकि वह लोगों की इच्छाओं के हिसाब से हो। इस राजनीतिक संकट को सुलझाने के लिए जेन-जी के कुछ प्रतिनिधियों ने नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और आर्मी चीफ अशोक राज सिगडेल के साथ आर्मी हेडक्वार्टर में बातचीत भी की है। बता दें कि नेपाल में अब भी यह तय नहीं हो पाया है कि अंतरिम सरकार का नेतृत्व कौन करेगा। पीएम केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है और उनके कैबिनेट के 5 सदस्य पद छोड़ चुके हैं। इसके बाद भी हालात सुधरे नहीं हैं। इसके अलावा 'जेन Z' के कई गुटों के बीच भी आपसी मतभेद पैदा होने की खबरें हैं।  

AI वीडियो विवाद: मोदी की मां पर भड़की बीजेपी, विपक्षी दलों पर कसा तंज

पटना  बिहार में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान कांग्रेस के मंच से पीएम मोदी को मां की गाली देने का विवाद अभी तक थमा नहीं है, इस बीच बिहार कांग्रेस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से पोस्ट किए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के किरदार वाले एआई वाले वीडियो पर सियासी घमासान छिड़ गया है। जिस पर बीजेपी अब कांग्रेस पर भड़क गई है। बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने ट्वीट करते हुए इसे पीएम मोदी की मां का अपमान बताया है। उन्होने पोस्ट में लिखा की कांग्रेस पार्टी ने निकृष्टता की हद पार कर दी है। कांग्रेस अब AI तकनीक का दुरुपयोग कर माननीय प्रधानमंत्री की माताजी का अपमान कर रही है। यह मानसिक दिवालियापन और कांग्रेस की गिरी हुई सोच का सबूत है। यह देश की हर मातृशक्ति का अपमान है। मोदी जी की माताजी अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन कांग्रेस का गिरा हुआ स्तर दिखाता है कि उनके लिए कोई संस्कार मायने नहीं रखते हैं। लेकिन याद रखें, बिहार की धरती मां का अपमान करने वालों को कभी माफ नहीं करती है। वहीं इस मामले पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बिहार कांग्रेस के द्वारा एआई जेनरेटेड वीडियो के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी माता के अपमानित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी और आरजेडी ने फैसला कर लिया है, कि हम नहीं सुधरेंगे। लेकिन, मैं राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को बता देना चाहता हूं कि बिहार की जनता ने पहले भी आपको सुधारा है, और इस बार भी आपको सुधारने जा रही है। नित्यानंद राय आरोप लगाया कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के कहने पर प्रधानमंत्री और उनकी माता को बार-बार अपमानित किया जा रहा है। आपको बता दें बिहार कांग्रेस की ओर पोस्ट किए गए एनआई वीडियो का शीर्षक साहब के सपनों में आई 'मां' है। जिसमें दिखाया गया है कि पीएम मोदी के सपने में आईं उनकी मां उन्हें डांटते हुए कहती हैं। "अरे बेटा, पहले तो तुमने हमें नोटबंदी की लंबी लाइनों में खड़ा किया, तुमने मेरे पैर धोने का रील बनवाया और बिहार में अब मेरे नाम पर राजनीति कर रहे हो। तुम मेरे अपमान के बैनर-पोस्टर छपवा रहे हो। तुम फिर से बिहार में नौटंकी करने की कोशिश कर रहे हो। राजनीति के नाम पर कितना गिरोगे?" इस संवाद के बाद पीएम मोदी की नींद टूट जाती है। कांग्रेस के इसी वीडियो को लेकर बीजेपी हमलावर है। दिल्ली से लेकर बिहार तक भाजपा नेता कांग्रेस पर पीएम मोदी की मां के अपमान का आरोप लगा रहे हैं।  

पुरानी रिपोर्ट खारिज, सिद्धारमैया ने नवरात्र में की नई जातीय गणना की घोषणा

बेंगलुरु कांग्रेस शासित कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को ऐलान किया कि राज्य में 22 सितंबर से 7 अक्टूबर के बीच दशहरा की छुट्टियों के दौरान एक नया सामाजिक-आर्थिक और शैक्षिक सर्वेक्षण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2015 में की गई जाति जनगणना को सरकार ने नामंजूर कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली जनगणना के आंकड़े एक दशक पुराने हो चुके हैं, इसलिए समाज की मौजूदा स्थिति को समझने के लिए नई जाति जनगणना जरूरी हो गई है। मुख्यमंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "समाज में कई धर्म और जातियाँ हैं। विविधता और असमानता भी है। संविधान कहता है कि सभी के साथ समान व्यवहार होने चाहिए और सामाजिक न्याय होना चाहिए।" उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि नया सर्वेक्षण असमानताओं को दूर करने और लोकतंत्र की मज़बूत नींव रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 2 करोड़ परिवारों को किया जाएगा शामिल कर्नाटक राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा किए जाने वाले इस सर्वे में राज्य के लगभग 2 करोड़ परिवारों के तहत आनेवाली करीब 7 करोड़ पूरी आबादी को शामिल किए जाने की उम्मीद है। इस सर्वे के दौरान हरेक परिवार को एक विशिष्ट घरेलू पहचान पत्र (UID) स्टिकर दिया जाएगा। इनमें से अब तक 1.55 करोड़ घरों पर ये स्टिकर चिपकाए जा चुके हैं। परिवारों की सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और शैक्षिक स्थिति का विवरण एकत्र करने के लिए 60 प्रश्नों वाली एक प्रश्नावली भी तैयार की गई है। हरेक को 20,000 रुपये तक का मानदेय रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वेक्षण के लिए दशहरा की छुट्टियों के दौरान 1.85 लाख सरकारी शिक्षकों को तैनात किया जाएगा। इस काम के लिए हरेक को 20,000 रुपये तक का मानदेय मिलेगा, जिससे शिक्षकों के पारिश्रमिक के लिए कुल आवंटन 325 करोड़ रुपये हो जाएगा। राज्य ने इस पूरी प्रक्रिया के लिए 420 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं, जो 2015 की जाति जनगणना के दौरान खर्च किए गए 165 करोड़ रुपये से ढाई गुना से भी ज़्यादा है। बिजली मीटर के नंबरों की होगी जियो-टैगिंग रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वे के दौरान हरेक घर को बिजली मीटर के नंबरों से जियो-टैग किया जाएगा, और मोबाइ नंबों को राशन कार्ड और आधार से जोड़े जाएँगे। जो लोग सर्वे कर्मियों को अपनी जाति का विवरण नहीं देना चाहते, उनके लिए एक समर्पित हेल्पलाइन (8050770004) पर कॉल करके या ऑनलाइन जानकारी देने के विकल्प भी उपलब्ध कराए गए हैं। दिसंबर 2025 तक आएगी रिपोर्ट मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने नागरिकों से पूर्ण सहयोग देने का आग्रह किया। मधुसूदन नाइक की अध्यक्षता वाले आयोग को वैज्ञानिक और समावेशी तरीके से सर्वेक्षण करने का काम सौंपा गया है। उम्मीद है कि आयोग अपनी अंतिम रिपोर्ट दिसंबर 2025 तक सौंप देगा। बता दें कि इससे पहले कर्नाटक पिछड़ा वर्ग आयोग ने सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक सर्वेक्षण 2015 रिपोर्ट तैयार की थी। इसे 17 अप्रैल को सिद्धारमैया कैबिनेट में पेश किया जाना था। लेकिन उससे पहले ही यह लीक हो गई थी, जिस पर विवाद मच गया था और रिपोर्ट पेश नहीं हो पाई। पिछली जातीय गणना पर उठे थे सवाल राज्य के सबसे प्रभावशाली वोक्कालिगा और वीरशैव-लिंगायत समुदाय ने भी उस सर्वे पर सवाल उठाते हुए सिद्धारमैया सरकार को कठघरे में खड़ा किया था। आयोग ने बताया था कि उसने राज्य की 6.35 करोड़ आबादी में से 5.98 करोड़ लोगों के बीच सर्वे कर ये रिपोर्ट बनाई है। इन दोनों समुदायों ने आरोप लगाया था कि उनकी आबादी घटाकर बताई गई है। कांग्रेस सरकार का महीने भर में तीसरा दांव दरअसल, कर्नाटक में अगले कुछ महीनों में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं। उससे पहले इस सर्वे को सिद्धारमैया सरकार का एक दांव माना जा रहा है। एक तरफ इस सर्वे से वह वोक्कालिगा और वीरशैव-लिंगायत समुदाय की नाराजगी दूर करने जा रहे हैं तो दूसरी तरफ राज्य के अन्य ओबीसी, SC/ST वर्ग को भी साधने की कोशिशों में जुटे हैं। इससे पहले वह इसी महीने अल्पसंख्यक महिलाओं के लैंगिक सर्वेक्षण का भी आदेश दे चुके हैं। इसी महीने वह स्थानीय चुनाव बैलेट पेपर से कराने की घोषणा कर चुके हैं, जिसे राज्य चुनाव आयोग ने माना लिया है। इस तरह महीने भर में यह उनका तीसरा दांव है। बड़ी बात यह है कि कांग्रेस शासित राज्य में ये कवायद बिहार चुनाव से पहले कराई जा रही है। कांग्रेस इसके जरिए बिहार चुनावों में भी सियासी संदेश देने की कोशिश कर रही है।  

जुलाई के मुकाबले अगस्त में बढ़ी महंगाई, रिटेल इनफ्लेशन 1.61% से बढ़कर 2.07% पर पहुंची

नई दिल्ली अगस्त में रिटेल महंगाई दर जुलाई के 1.6% से थोड़ा बढ़कर 2.7% पर पहुंच गई है। इसकी वजह कुछ खाद्य वस्तुओं की कीमतों में हल्की बढ़ोतरी है।रिटेल महंगाई के आधिकारिक आंकड़े आज सरकार ने जारी किए हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी, RBI का लक्ष्य महंगाई को 4% ±2% की सीमा में रखने का है। जुलाई में खाने-पीने के सामानों की कीमत घटी थीं महंगाई के बास्केट में लगभग 50% योगदान खाने-पीने की चीजों का होता है। इसकी महीने-दर-महीने की महंगाई माइनस 1.06% से घटकर माइनस 1.76% हो गई है। जून महीने में ग्रामीण महंगाई दर 1.72% से घटकर 1.18% हो गई है। वहीं शहरी महंगाई 2.56% से घटकर 2.05% पर आ गई है। RBI ने महंगाई का अनुमान घटाया 4 से 6 अगस्त तक हुई RBI मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग में भी वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई का अनुमान 3.7% से घटाकर 3.1% कर दिया था। महंगाई कैसे बढ़ती-घटती है? महंगाई का बढ़ना और घटना प्रोडक्ट की डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करता है। अगर लोगों के पास पैसे ज्यादा होंगे तो वे ज्यादा चीजें खरीदेंगे। ज्यादा चीजें खरीदने से चीजों की डिमांड बढ़ेगी और डिमांड के मुताबिक सप्लाई नहीं होने पर इन चीजों की कीमत बढ़ेगी। इस तरह बाजार महंगाई की चपेट में आ जाता है। सीधे शब्दों में कहें तो बाजार में पैसों का अत्यधिक बहाव या चीजों की शॉर्टेज महंगाई का कारण बनता है। वहीं अगर डिमांड कम होगी और सप्लाई ज्यादा तो महंगाई कम होगी। सब्जियों और दालों की अच्छी पैदावार का असर रिपोर्ट के अनुसार, लगातार अच्छी पैदावार और सप्लाई में सुधार की वजह से सब्जियों और दालों के दाम कम हुए हैं. सितंबर में भी टमाटर, प्याज और आलू की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है. यही वजह है कि जरूरी सामानों का दाम नियंत्रण में है. प्याज और आलू में सबसे तेज गिरावट बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा कि प्याज की खुदरा कीमतों में सालाना आधार पर 37.5% की गिरावट दर्ज की गई है, जो जनवरी 2021 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है. आलू की कीमतें भी 44 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई हैं. दालों की कीमतें भी घटीं दालों में भी लगातार गिरावट जारी है. अगस्त में तुअर/अरहर की कीमतों में 29% तक की कमी आई है. इसके अलावा उड़द में 8.9%, मूंग में 5.2% और मसूर में 1.4% की गिरावट देखी गई है. ग्लोबल मार्केट और सरकार के कदम से मदद वैश्विक स्तर पर भी खाद्य और ऊर्जा की कीमतें नियंत्रण में हैं. साथ ही, सरकार ने FMCG और टिकाऊ वस्तुओं पर GST दरें कम की हैं, जिससे महंगाई को और राहत मिली है. बैंक ऑफ बड़ौदा का अनुमान है कि इसका असर CPI पर 55-75 बेसिस प्वाइंट तक दिखेगा. खरीफ सीजन का समर्थन रिपोर्ट में कहा गया है कि इस खरीफ सीजन में दालों की बुवाई का क्षेत्र बढ़ा है. इसी वजह से उत्पादन अच्छा हुआ है और कीमतों पर दबाव कम हुआ है. अनाजों में भी चावल की कीमतें धीरे-धीरे नीचे आ रही हैं. CPI से तय होती है महंगाई एक ग्राहक के तौर पर आप और हम रिटेल मार्केट से सामान खरीदते हैं। इससे जुड़ी कीमतों में हुए बदलाव को दिखाने का काम कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स यानी CPI करता है। हम सामान और सर्विसेज के लिए जो औसत मूल्य चुकाते हैं, CPI उसी को मापता है। अमेरिका में बढ़ी महंगाई! गैस, ग्रॉसरी, होटल और हवाई टिकट सब कुछ हुआ महंगा अमेरिका में खुदरा महंगाई दर अगस्त 2025 में बढ़कर 2.9 प्रतिशत हो गई, जो इस साल जनवरी के बाद सबसे ऊंचा स्तर है। अमेरिकी श्रम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गैस, किराने का सामान, होटल के कमरे, हवाई किराया, कपड़े और पुरानी कारों की कीमतों में बढ़ोतरी इसके पीछे प्रमुख कारण रही। जुलाई में खुदरा महंगाई दर 2.7 प्रतिशत थी, यानी अगस्त में इसमें 0.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह वृद्धि उस समय हुई है जब उपभोक्ता पहले से ही बढ़ती लागतों के दबाव में हैं, जिससे घरेलू बजट पर असर पड़ रहा है। कोर महंगाई भी बनी हुई है ऊंची न्यूज एजेंसी भाषा ने रिपोर्ट के अनुसार बताया कि अगर खाद्य और ईंधन की अस्थिर कीमतों को हटा दिया जाए, तो कोर महंगाई दर अगस्त में 3.1 प्रतिशत रही, जो जुलाई के समान है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि महंगाई का दबाव केवल अस्थायी कारकों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यापक रूप से अर्थव्यवस्था में फैला हुआ है। फेड की अगली बैठक पर टिकी नजरें यह डेटा ऐसे समय आया है जब फेडरल रिजर्व अगले सप्ताह अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक करने वाला है। अनुमान लगाया जा रहा है कि नीति निर्धारक प्रमुख ब्याज दर को मौजूदा 4.3 प्रतिशत से घटाकर लगभग 4.1 प्रतिशत कर सकते हैं। हालांकि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दरों में कटौती का दबाव और बढ़ती महंगाई मिलकर फेड के सामने एक कठिन स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं। उन्हें एक संतुलन साधना होगा। जहां आर्थिक विकास को समर्थन मिले, लेकिन महंगाई भी काबू में रहे।

छत्तीसगढ़ बाढ़ में सीएम मोहन की मानवीय पहल, राहत सामग्री बालाघाट से रवाना

भोपाल मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने छत्तीसगढ़ के बाढ़ पीड़ितों के लिए मानवीय पहल की है। बालाघाट से दो ट्रक राहत सामग्री रवाना की गई है। इससे पहले सीएम ने पांच करोड़ रुपये की सहायता भी दी थी। मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने पड़ोसी छत्तीसगढ़ राज्‍य में अतिवृष्टि एवं बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए मानवीय पहल की है। बाढ़ पीड़ित लोगों की मदद के लिए बालाघाट से राहत सामग्री लेकर 02 ट्रक छत्तीसगढ़ के रायपुर के लिए रवाना किये गए है। बालाघाट-सिवनी लोकसभा क्षेत्र की सांसद भारती पारधी ने राहत सामग्री को झंडी दिखाकर बालाघाट से रायपुर के लिए रवाना किया। इस अवसर पर कलेक्‍टर मृणाल मीना समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर छत्तीसगढ़ के बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री से भरे 02 ट्रक रवाना किये गए है। इनमें बर्तन, कपड़े, चादर, कम्‍बल और राशन सामग्री शामिल है। बाढ़ पीड़ितों के लिए 100 क्विंटल चावल, 10 क्विंटल दाल, 15 क्विंटल नमक, 1500 कम्‍बल, 02 हजार चादर और 950 बर्तन सेट मध्‍यप्रदेश की ओर से छत्तीसगढ़ भेजे गए है। मध्‍यप्रदेश की ओर से उपलब्‍ध करायी गई यह मदद छत्तीसगढ़ के बाढ़ पीड़ितों के लिए मुश्किल वक्‍त में सहारा बनेगी।

महिला ने उठाया शिवलिंग का मामला, HC में जज ने किया चौंकाने वाला सवाल

पंजाब  पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने शुक्रवार को हिंदू धार्मिक प्रतीक शिवलिंग के व्यावसायिक इस्तेमाल को लेकर दायर एक जनहित याचिका (PIL) को खारिज कर दिया। याचिका में एक निजी कंपनी द्वारा शिवलिंग को ट्रेडमार्क के रूप में इस्तेमाल किए जाने पर आपत्ति जताई गई थी। मुख्य न्यायाधीश शील नागू और न्यायमूर्ति संजिव बेरी की खंडपीठ ने सुनवाई के दौरान कहा कि याचिकाकर्ता इस मामले में अत्यधिक संवेदनशील हो रही हैं। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस ने सुनवाई के दौरान कहा, “आप इन चीजों को लेकर इतने संवेदनशील क्यों हो रही हैं? मैंने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया। यह सालों से चल रहा है। अचानक यह धार्मिक भावनाओं का उफान क्यों? आप जरूरत से जायादा संवेदनशील हो रही हैं।” याचिकाकर्ता मेघना खुल्लर ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि शिवलिंग जैसे पवित्र प्रतीक का व्यावसायिक उपयोग धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है और इसे रोकने के लिए हस्तक्षेप होना चाहिए। इसपर कोर्ट ने कहा कि ऐसे मामलों के लिए पहले से ही अपील मंच और कानूनी प्रक्रिया मौजूद है। कोर्ट ने कहा, “इन ब्रांड्स के लोगो होते हैं, जिन्हें अलग-अलग कानूनों के तहत सुरक्षा मिली होती है। आपको वहीं जाना चाहिए। कोर्ट नहीं आना चाहिए।” एएसजी सत्य पाल जैन ने अदालत को बताया कि केंद्र सरकार पहले ही याचिकाकर्ता से कथित व्यावसायिक उपयोग की जानकारी मांगी थी, लेकिन अब तक पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। कोर्ट ने पाया कि शिकायत पहले से ही संबंधित अधिकारियों के पास लंबित है और उस पर कार्रवाई चल रही है। उन्होंने कहा, “ऐसी स्थिति में यह कोर्ट उस प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करना चाहेगा। इस आधार पर याचिका खारिज की जाती है।” हालांकि, हाईकोर्ट ने शिकायत का हल नहीं निकलने की स्थिति में याचिकाकर्ता को पुनः कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की स्वतंत्रता दी है।  

थाईबॉक्सिंग राष्ट्रीय स्पर्घा विजेता खिलाड़ियों को मंत्री लखन लाल देवांगन जी ने दिये आशीर्वाद

वाराणसी  6वी राष्ट्रीय थाईबॉक्सिंग स्पर्धा 2025 वाराणसी मे आयोजित हुआ था जिसमें  छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने 106  पदकप्राप्त करके दूसरा स्थान प्राप्त किया । छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष दीपक प्रसाद के नेतृत्व में  टीम गई थी जिसने  निर्णायक के रूप में छत्तीसगढ़ थाईबॉक्सिंग संघ के सचिव राजेश कुमार ने अपना योगदान दिया एवम् कोच के रूप में। महेश देवांगन  और टीम मैनेजर के तौर पर रवींद्र कुमार साहू जी ने अपना योगदान प्रदान किया  । जिसमें रायपुर जिला के शिवोम विद्यापीठ स्कूल के ऊर्जा भगत, नमन जैन, अनंत आहार, ओम शर्मा, आयुष गंधर्व  और निर्वेद कश्यप का स्वर्ण पदक , भूमि अग्रवाल, अंश हरिनखेड़े, यजत सोनी, और  कपिल नारायण को रजत पदक , संजोली ठाकुर, वेन्या देवांगन, वर्षा देवांगन, कुणाल साहू, किशन सिंह, आशीष लिल्हारे  और आयुष सिंह को कांस्य पदक मिला ! सभी खिलाड़ियों को उद्योग एवं श्रम मंत्री माननीय लखनलाल देवांगन जी ने अपने रायपुर   इस्तिथ निवास पर खिलाड़ियों को आशीर्वाद दिया एवं उज्जवल भविष्य  की कामना की !

हाईकोर्ट में हड़कंप: बम की चेतावनी के बाद सभी लोग इवैक्यूएट, जांच टीम मौके पर सक्रिय

नई दिल्ली/मुंबई देश के दो उच्च न्यायालयों में शुक्रवार को बम की धमकी मिली। इसके चलते दिल्ली से मुंबई तक हड़कंप मच गया और उच्च न्यायालयों को खाली करा लिया गया है। दोनों जगहों पर एक ही दिन में हाई कोर्ट को बम की धमकी मिली। इस धमकी से कानून के जानकारों और आम लोगों में डर फैल गया। दिल्ली में मिली धमकी के कुछ ही घंटों बाद मुंबई हाई कोर्ट को भी ऐसी ही धमकी मिली, जिससे सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। दोनों कोर्ट में कार्यवाही तुरंत रोक दी गई और सभी को बाहर निकाल लिया गया। दिल्ली हाई कोर्ट और बॉम्बे HC में अफरा-तफरी का माहौल दिल्ली हाई कोर्ट में सुबह एक ईमेल के जरिए बम की धमकी दी गई थी। इस ईमेल में दावा किया गया था कि कोर्ट परिसर में बम रखे गए हैं। यह खबर फैलते ही कोर्ट की सभी बेंचों में काम तुरंत बंद हो गया और वहां मौजूद वकीलों, स्टाफ और बाकी लोगों को परिसर से बाहर निकाला जाने लगा। अचानक हुए इस काम से कोर्ट में अफरातफरी का माहौल बन गया। लोग डर के मारे कोर्ट कॉम्प्लेक्स से बाहर भागते दिखाई दिए। सुरक्षा टीमों ने संभाला मोर्चा धमकी मिलते ही दिल्ली पुलिस और बम डिस्पोजल स्क्वाड सहित सुरक्षा बल तुरंत हरकत में आ गए। एहतियात के तौर पर पूरे इलाके को घेर लिया गया और वहां फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और एंबुलेंस भी बुला ली गईं। इसके बाद खोजी कुत्तों के साथ टीमों ने पूरे कोर्ट परिसर की अच्छी तरह जांच की। दिल्ली हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट, सच्चिन पुरी ने बताया, ‘हम सुरक्षाकर्मियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं। एहतियात के तौर पर हमने सभी वकीलों को कोर्ट परिसर खाली करने के लिए कहा है। सभी बेंचों ने भी काम बंद कर दिया है।’ धमकी देने वाले का दावा और ईमेल की जानकारी इस मामले पर सीनियर एडवोकेट प्रमोद कुमार दुबे ने बताया, 'धमकी भरा एक ईमेल फैलाया गया है, जिसमें कहा गया है कि यह शख्स आईएसआईएस से है। ईमेल में क्या लिखा है, यह साफ नहीं है। पुलिस और बम स्क्वाड मौके पर पहुंच गए हैं।’ दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि ईमेल में पाकिस्तान और तमिलनाडु के मिलकर ‘होली फ्राइडे' को धमाके करने की बात कही गई है। ईमेल में लिखा है कि जज के कमरे और कोर्ट परिसर में तीन बम लगाए गए हैं और दोपहर 2 बजे तक कोर्ट खाली करने के लिए कहा गया है। ईमेल भेजने वाले की आईडी ‘kanimozhi.thevidiya@outlook.com' बताई गई है। ईमेल में यह भी लिखा है कि साल 2017 से पुलिस में हमारे लोग हैं, जो 'इस होली फ्राइडे' के लिए तैयार हैं। मुंबई हाई कोर्ट भी हुआ खाली दिल्ली हाई कोर्ट की तरह ही, मुंबई हाई कोर्ट में भी बम की धमकी मिली। इसके बाद यहां भी वकीलों और स्टाफ को तुरंत परिसर खाली करने के लिए कहा गया। अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। एडवोकेट मंगला वाघे ने बताया, 'आज मुंबई हाई कोर्ट में बम की धमकी मिली। इसलिए कोर्ट को खाली करा लिया गया है और पुलिस इसकी जांच कर रही है।' एक और वकील ने बताया कि पुलिस ने उन्हें बाहर जाने को कहा और बताया कि यह बम की धमकी की अफवाह है। उन्होंने यह भी बताया, 'पुलिस ने कहा कि यह चीफ जस्टिस का आदेश है।' अब तक किसी भी जगह पर कोई भी संदिग्ध चीज नहीं मिली है। अधिकारियों ने बताया कि जांच चल रही है और ईमेल भेजने वाले का पता लगाया जा रहा है।