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आज का राशिफल (18 सितंबर): इन राशियों पर बरसेगी किस्मत, तो इन्हें रखना होगा खास ध्यान

मेष राशि- आज का दिन मेष राशि वालों के लिए अच्छा रहने वाला है। सेहत का ध्यान रखने की जरूरत है। आज आपको अपना पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि घर का कोई बुजुर्ग आपकी आर्थिक मदद कर सकता है। परिवार के साथ अच्छा समय बिताएंगे। आपका जीवनसाथी आपको खुश करने के लिए कोशिश करेंगे। वृषभ राशि- आज का दिन आपको मानसिक शांति प्रदान करेगा। आपके ख़र्चों में अप्रत्याशित वृद्धि हो सकती है। आज किसी पार्टी में सिंगल जातकों की मुलाकात किसी खास व्यक्ति से हो सकती है। आपके पास अतिरिक्त ऊर्जा होगी जो कार्यों को पूरा करने में मदद करेगी। किसी महत्वपूर्ण काम में सफलता मिल सकती है। मिथुन राशि– आज आपकी एनर्जी का स्तर हाई रहने वाला है। कारोबार में वृद्धि हो सकती है। आर्थिक रूप से दिन लाभकारी रहने वाला है। आज आपका साथी अपना कोई अद्भुत पक्ष दिखा सकता है। यात्रा का योग बनेगा और परिवार के साथ कहीं घूमने जाने का प्लान बन सकता है। कर्क राशि– आज आपको वर्कप्लेस पर किसी प्रोजेक्ट में लीड करने या कोई नई भूमिका निभाने का मौका मिल सकता है। आज आप आर्थिक रूप से सुरक्षित महसूस कर सकते हैं। निवेश के लिए आज का दिन अच्छा रहने वाला है। परिवार में किसी सदस्य के व्यवहार से आप परेशान रह सकते हैं। रोमांस के लिए अच्छा दिन है। कार्यस्थल पर आज आपकी मेहनत रंग दिखाएगी। सिंह राशि- आज आपको शारीरिक रूप से फिट रहने के लिए दिन की शुरुआत एक्सरसाइज से करनी चाहिए। रोमांटिक जीवन अच्छा रहने वाला है। अचानक अप्रत्याशित मुनाफा या अप्रत्याशित लाभ देखने को मिल सकता है। परिवार के सदस्यों की मदद से किसी काम में सफलता मिल सकती है। वैवाहिक जीवन अच्छा रहेगा। कन्या राशि- आज आपके परिवार की सेहत में सुधार होगा। कार्यस्थल पर उच्चाधिकारियों का साथ मिलेगा। परिवार में सुख-शांति रहेगी। किसी नए कारोबार की शुरुआत हो सकती है। परिवार व मित्रों का साथ मिलेगा। आर्थिक लाभ के अवसर मिलेंगे। तुला राशि- आज आपको शारीरिक रूप से सतर्क रहने की जरूरत है। रोमांस रोमांचक रहेगा। वैवाहिक जीवन को बेहतर बनाने के आपके प्रयास आज आपको उम्मीदों से बेहतर रंग दिखाएंगे। वर्कप्लेस पर आपको अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिलेगा। राजनीतिक लाभ मिलेगा। अपनों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। वृश्चिक राशि- आज आपके मन में उतार-चढ़ाव रहेंगे। कारोबार में भागदौड़ ज्यादा रहने वाली है। आर्थिक लाभ के अवसर भी मिलेंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। संतान पक्ष से शुभ समाचार मिल सकता है। नौकरी करने वालों को प्रमोशन के साथ आय में वृद्धि हो सकती है। धनु राशि- आज आपका आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। कारोबार में बदलाव के योग बन रहे हैं, लेकिन परिवार से दूर किसी दूसरे स्थान पर जा सकते हैं। कामकाज में भागदौड़ करनी पड़ सकती है। खर्च की अधिकता मन को परेशान कर सकती है। मकर राशि– आज आपका मन प्रसन्न रहेगा। आत्मविश्वास भी भरपूर रहेगा। लिखने-पढ़ने में रुचि रहेगी। नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा। नौकरी में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। आर्थिक रूप से आप अच्छे रहेंगे। कुंभ राशि- आज आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। परिवार में धार्मिक कार्य हो सकते हैं। बातचीत में बैलेंस बनाकर चलें। परिवार के बड़े-बुजुर्ग बच्चों में संपत्ति बांट सकते हैं। आज नकारात्मक विचारों से दूर रहना चाहिए। मीन राशि- आज आपको धन के मामले में सतर्क रहने की जरूरत है। किसी प्रभावशाली व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है। जीवनसाथी का साथ मिलेगा। मन में नकारात्मक विचारों से बचना चाहिए। नौकरी के नए प्रस्ताव मिल सकते हैं।

भारतीय आईटी सेक्टर को एआई से मिलेगी रफ्तार, राजस्व में 6% तक की बढ़ोतरी का अनुमान

नई दिल्ली भारतीय आईटी सर्विस कंपनियों के राजस्व में वित्त वर्ष 27 में 5-6 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है, जिसका मतलब है कि कार्य की मात्रा में 8-10 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। एचएसबीसी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की आईटी कंपनियां अमेरिका की मजबूत व्यापक आर्थिक पृष्ठभूमि से लाभान्वित होने के लिए तैयार हैं, क्योंकि उनके टॉप अमेरिकी क्लाइंट्स ने कई वर्षों में अपनी सबसे मजबूत तिमाहियों में से एक दर्ज की है। रिसर्च फर्म के विश्लेषकों को उम्मीद है कि यह गति कॉर्पोरेट विश्वास को बढ़ाएगी और 2025 तक उच्च टेक्नोलॉजी खर्च को बढ़ावा देगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि एआई एजेंट मल्टी-एजेंट सिस्टम में विकसित हो रहे हैं, जिससे एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर और इंफ्रास्ट्रक्चर के रिडिजाइन को बढ़ावा मिल रहा है। यह बदलाव भारतीय आईटी फर्मों के लिए नए अवसर पैदा कर सकता है। इसके अलावा, रिपोर्ट में उद्योग के अनुमानों का हवाला दिया गया है, जो बताते हैं कि कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू होने पर अगले तीन से चार वर्षों में एआई आईटी सेवाओं के मूल्य को 8-10 प्रतिशत तक कम कर सकता है, जिसका मतलब है कि 2025-27 में इसका वार्षिक प्रभाव 3-4 प्रतिशत तक हो सकता है। हालांकि, भारतीय आईटी कंपनियों ने कहा कि उन्होंने अब तक ग्राहकों से प्राप्त परियोजनाओं की संख्या बढ़ाकर इसकी भरपाई की है और इसलिए कुल राजस्व में वृद्धि जारी है। एचएसबीसी ने कहा, "हमारा मानना ​​है कि 2026 में इस अपस्फीतिकारी प्रभाव और व्यापक अनुकूल परिस्थितियों के बीच खींचतान होगी।" कंपनी ने एजेंटिक एआई या एडवांस्ड मल्टी-एजेंट सिस्टम पर चिंताओं को खारिज कर दिया, जो संभावित रूप से सॉफ्टवेयर उद्योग को खत्म कर सकते हैं और लंबी अवधि में आईटी सर्विस को प्रभावित कर सकते हैं। भारत की सबसे बड़ी आईटी सर्विस कंपनी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने अगस्त में अपने लगभग 80 प्रतिशत कर्मचारियों के वेतन संशोधन की घोषणा की। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब कंपनी 2025 में लगभग 12,000 कर्मचारियों, यानी अपने वर्कफोर्स के 2 प्रतिशत की छंटनी करने की तैयारी कर रही है।

हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा पर भारत-इंडोनेशिया के बीच अहम नौसैनिक बातचीत

नई दिल्ली भारत व इंडोनेशिया के बीच नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण वार्ता आयोजित की गई। दोनों देशों के बीच यह एक नौसैनिक वार्ता थी। इस वार्ता में भारत व इंडोनेशिया ने हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में सुरक्षा व सहयोग पर चर्चा की। भारत व इंडोनेशिया के वरिष्ठ नौसैनिक अधिकारियों ने दोनों देशों द्वारा संयुक्त द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यासों को लेकर भी बातचीत की है। नौसेना के मुताबिक भारत और इंडोनेशिया के बीच यह 13वीं नौसैनिक स्टाफ वार्ता थी जो नई दिल्ली में सफलतापूर्वक संपन्न हुई है। बुधवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए नौसेना ने बताया कि इस बैठक की सह-अध्यक्षता भारतीय नौसेना की ओर से रियर एडमिरल निर्भय बापना ने की। वहीं भारत आए इंडोनेशियाई नौसेना के प्रतिनिधि मंडल की ओर से रियर एडमिरल रेटियोनो कुंटो ने इस वार्ता की सह-अध्यक्षता की है। भारत-इंडोनेशिया नौसैनिक वार्ता के दौरान दोनों देशों ने संचालनात्मक सहयोग बढ़ाने, द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यासों को और अधिक सुदृढ़ करने तथा प्रशिक्षण सहयोग के नए अवसरों को तलाशने पर विस्तृत चर्चा की। दोनों पक्षों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सामुद्रिक सुरक्षा को सहयोगात्मक रूप से आगे बढ़ाने के लिए ठोस तंत्र विकसित करने पर सहमति व्यक्त की। इस अवसर पर भारत-इंडोनेशिया संबंधों को “मैत्री का सेतु” बताया गया। वहीं दूसरी ओर भारत और म्यांमार के बीच त्रिदलीय सैन्य-सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम की शुरुआत भी हुई। दोनों देशों के बीच यह तीसरा तीन-दिवसीय पारस्परिक सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत भारतीय वायुसेना का आईएल-76 विमान 120 तीनों सेनाओं के भारतीय जवानों व अधिकारियों को लेकर म्यांमार की राजधानी नेपीडाॅ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचा। वहीं, म्यांमार सशस्त्र बलों का प्रतिनिधिमंडल भी इसी विमान से भारत के बोधगया पहुंचा है। जहां विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यह द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को एक नए सांस्कृतिक आयाम के साथ मजबूत करेगा और दोनों सेनाओं के बीच विश्वास और सहयोग को और प्रगाढ़ बनाएगा। इन दो सैन्य पहलों के साथ भारत ने दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के अपने रणनीतिक साझेदार देशों—इंडोनेशिया और म्यांमार—के साथ रक्षा और सांस्कृतिक सहयोग को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। 

बिहार के अनुभव के बाद दिल्ली में SIR की दिशा में चुनाव आयोग की पहल

नई दिल्ली  बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का मामला गरमाया हुआ है। आरजेडी और कांग्रेस ​सहित सभी विपक्ष दल चुनाव आयोग और बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। SIR का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है। चुनाव आयोग SIR को देशभर में लागू करने का विचार कर रहा है। इसी बीच खबर आ रही है कि बिहार के बाद देश की राजधानी दिल्ली में इसको लागू किया जाएगा। आयोग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक इसके लिए कोई तारीख तय नहीं की गई है। लेकिन जमीनी स्तर पर सभी तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। यह कदम राष्ट्रीय राजधानी के लाखों मतदाताओं के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। तैयारियों का जायजा चुनाव आयोग ने सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में बूथ स्तर अधिकारियों (BLOs) की नियुक्ति पूरी कर ली है। जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी, सहायक निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी और BLOs को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। BLOs अब घर-घर जाकर जनगणना प्रपत्र (Enumeration Form) भरवाएंगे, जो दो प्रतियों में वितरित किए जाएंगे। यह प्रक्रिया 2002 के SIR की तर्ज पर हो रही है, जिसमें 2002 की मतदाता सूची और वर्तमान सूचियों का मिलान किया जाएगा।   दस्तावेजों की आवश्यकता जनता से अपील की गई है कि वे CEO दिल्ली की वेबसाइट पर 2002 की मतदाता सूची और विधानसभा क्षेत्रों का मिलान (Mapping) देखें। लिंक उपलब्ध हैं: https://www.ceodelhi.gov.in/ElectoralRoll_2002.aspx (2002 सूची) और https://ceodelhi.gov.in/SIR2025.aspx (मिलान के लिए)। यदि किसी का नाम 2002 और 2025 दोनों सूचियों में है, तो गणना प्रपत्र के साथ 2002 सूची का अंश जमा करना होगा। अगर नाम 2002 में नहीं है लेकिन माता-पिता का है, तो पहचान पत्र, गणना प्रपत्र और माता-पिता की 2002 सूची का अंश आवश्यक है। दस्तावेजों के बिना प्रपत्र अमान्य माना जाएगा। फर्जी वोटिंग पर लगेगी लगाम यह SIR मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने या सुधारने की प्रक्रिया को आसान बनाएगा। BLOs के दौरे से घर-घर पहुंच सुनिश्चित होगी, खासकर बुजुर्गों और दूरस्थ क्षेत्रों के लिए। चुनाव आयोग का मानना है कि इससे मतदान प्रतिशत बढ़ेगा और फर्जी वोटिंग रुकेगी। CEO दिल्ली कार्यालय ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रक्रिया पारदर्शी रहे। जनता से आग्रह है कि नाम, पिता/माता का नाम सत्यापित करें। यह संवैधानिक दायित्व का हिस्सा है, जो दिल्ली के लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करेगा।

जन्मदिन पर पुतिन की शुभकामनाओं के लिए पीएम मोदी ने किया आभार व्यक्त

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर देश-दुनिया के नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दीं, जिसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शामिल हैं। इसके लिए पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन का आभार जताया। पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन, मेरे 75वें जन्मदिन पर आपके फोन कॉल और हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। हम अपनी विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए हर संभव योगदान देने के लिए तैयार है। वहीं, डोमिनिका के प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट ने भी प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, "डोमिनिका की सरकार और जनता की ओर से मैं भारत के पीएम नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। हम महामारी के दौरान जीवन रक्षक सहायता सहित भारत के निरंतर सहयोग और जलवायु परिवर्तन और सतत विकास पर हमारे सहयोग की बहुत कद्र करते हैं। मैं कामना करता हूं कि आप दूरदर्शिता और समर्पण के साथ अपने राष्ट्र का नेतृत्व करते हुए निरंतर स्वस्थ, प्रसन्न और सफल रहें। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद, प्रधानमंत्री स्केरिट। भारत, डोमिनिका राष्ट्रमंडल के साथ मित्रता और एकजुटता के मजबूत संबंधों को गहराई से संजोए हुए है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने वीडियो संदेश जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की शुभकानाएं दीं। इसके बाद पीएम मोदी ने न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री के पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री लक्सन, आपकी हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। मैं हमारी मित्रता को बहुत संजोता हूं। विकासशील भारत 2047 की दिशा में भारत की यात्रा में न्यूजीलैंड एक महत्वपूर्ण साझेदार है। प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखा, "मेरे मित्र प्रधानमंत्री अल्बानीज, आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। मैं भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी और हमारे लोगों के बीच घनिष्ठ संबंधों को और मजबूत करने की आशा करता हूं।

सुरक्षा बलों की सख़्ती के बाद नक्सली नरम, सरकार से बातचीत और युद्धविराम की अपील

रांची मार्च, 2026 तक झारखंड सहित पूरे देश को नक्सल मुक्त कराने के लक्ष्य के साथ सुरक्षाबलों और पुलिस की ओर से चलाए जा रहे अभियान ने नक्सली संगठनों को बैकफुट पर ला दिया है। बंदूक की नोक पर क्रांति की बातें करने वाले और वर्षों तक हिंसा को रास्ता बनाने वाले भाकपा माओवादी नक्सली संगठन ने एक बार फिर सरकार से वार्ता के लिए शांति प्रस्ताव की पेशकश की है। भाकपा माओवादी की केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि नक्सली हथियार छोड़कर वार्ता करने के लिए तैयार हैं। पत्र में लिखा गया है कि पार्टी (भाकपा माओवादी) एक महीने के लिए औपचारिक युद्धविराम चाहती है। साथ ही शुरुआती बातचीत वीडियो कॉल से करने का सुझाव दिया गया है। पिछले छह महीनों में संगठन की ओर से यह प्रस्ताव पांचवीं बार आया है। प्रेस नोट में कहा गया है कि मार्च 2025 के आखिरी सप्ताह से ही पार्टी शांति वार्ता की कोशिश कर रही है। महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू के एनकाउंटर के बाद यह मुद्दा और तेज हुआ। नक्सलियों ने लिखा है कि सरकार से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बजाय सैन्य अभियान बढ़ा दिए गए। इसके बावजूद पार्टी ने बदलती परिस्थितियों को देखते हुए हथियार छोड़ने का निर्णय लिया है। पत्र में यह भी कहा गया है कि अब संगठन जनहित के मुद्दों पर अन्य राजनीतिक दलों और आंदोलनों के साथ मिलकर संघर्ष करेगा। नक्सलियों ने केंद्रीय गृह मंत्री या उनके नियुक्त प्रतिनिधि से सीधे वार्ता की इच्छा जताई है। उनका कहना है कि पार्टी को राय बनाने के लिए साथियों और जेल में बंद कार्यकर्ताओं से सलाह-मशविरा करना होगा। इसके लिए एक माह का समय मांगा गया है। नक्सलियों ने सरकार से अपील की है कि इस दौरान तलाशी अभियान और हमले बंद किए जाएं। तभी शांति प्रक्रिया आगे बढ़ सकेगी। फिलहाल सरकार की ओर से इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। उल्लेखनीय है कि सुरक्षाबलों ने पिछले 15 दिनों में झारखंड और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में 15 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया है। 

सुप्रीम कोर्ट की कड़ी टिप्पणी – पराली जलाने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई कब होगी?

नई दिल्ली दिल्ली-एनसीआर में पराली जलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट सख्त हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कहा कि इस मामले में पराली जलाने वालों के खिलाफ दंडात्मक प्रावधान क्यों नहीं की जा रही है। सरकार कार्रवाई से कतरा क्यों रही है? कुछ लोगों को जेल भेजने से सही संदेश जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि हम किसानों का सम्मान करते हैं, क्योंकि वे हमें खाना देते हैं, लेकिन किसी को भी पर्यावरण को दूषित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि आप किसानों के लिए कुछ दंडात्मक प्रावधानों के बारे में क्यों नहीं सोचते? अगर कुछ लोग जेल में हैं, तो इससे सही संदेश जाएगा। अगर पर्यावरण की रक्षा करने का आपका सच्चा इरादा है, तो फिर आप एक्शन लेने से क्यों डर रहे हैं? अदालत ने सरकार से कहा कि देश में किसानों का एक विशेष स्थान है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे इसका फायदा उठाएं। सरकार इस पर फैसला ले, नहीं तो अदालत आदेश जारी करेगी। गलती करने वाले अधिकारियों की तो बात छोड़िए, क्योंकि हर किसान पर नजर रखना अधिकारियों के लिए मुश्किल है। मुख्य न्यायाधीश ने कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट से पूछा, "आप पराली जलाने वाले किसानों के लिए दंडात्मक प्रावधान लाने पर विचार क्यों नहीं करते हैं?" यह बातें सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली एनसीआई से संबंधित राज्यों में राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में खाली पदों को नहीं भरे जाने पर अवमानना नोटिस पर सुनवाई के दौरान कहीं। दिल्ली के पड़ोसी राज्यों पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में हर साल अक्टूबर और नवंबर में पराली जलाने की घटनाएं सामने आती हैं। पराली जलाने की वजह से दिल्ली एनसीआर की हवा जहरीली हो जाती है। इन राज्यों के किसान पराली को खेतों से हटाने के बजाय जला देते हैं। पराली जलाने की घटनाएं हर साल सामने आती रहती हैं।

NRI पति अमेरिका भागा, पत्नी के गहने और पासपोर्ट भी ले गया; महिला ने सरकार से मांगी मदद

हैदराबाद  हैदराबाद की एक महिला ने आरोप लगाए हैं कि उसका NRI पति उसे छोड़कर अमेरिका भाग गया। महिला के मुताबिक शख्स उसका पासपोर्ट, ग्रीन कार्ड और कई कीमती सामानों को लेकर फरार हुआ है। इस मामले को लेकर महिला ने हैदराबाद के पंजागुट्टा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। वहीं हैदराबाद के एक स्थानीय नेता ने सरकार से महिला की मदद का अनुरोध किया है। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक हाना अहमद खान ने जून 2022 में शिकागो के एक पुलिस अधिकारी मोहम्मद ज़ैनुद्दीन खान से शादी की थी। हाना फरवरी 2024 में अमेरिका गई, जिसके बाद से ही उसके पति ने उसका उत्पीड़न किया। कथित तौर पर उसने उसे मेंटली टॉर्चर भी किया। फरवरी 2025 में ज़ैनुद्दीन ने कथित तौर पर उससे कहा कि वे उसे उमराह कराने ले जाएगा और उसे हैदराबाद ले आया। इसके बाद सोमाजीगुडा के एक होटल में चेक-इन करने के बाद, जब महिला अपने घरवालों से मिलने के लिए बाहर गई तब शख्स कथित तौर पर उसके दस्तावेजों, गहनों और अन्य सामानों के साथ अमेरिका भाग गया। मदद की गुहार शिकायत में आगे कहा गया है कि बार-बार कोशिश करने के बावजूद हाना पिछले छह महीनों से अपने पति से संपर्क नहीं कर पा रही है। महिला ने दावा किया है कि उसने नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास और हैदराबाद स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास से भी संपर्क किया, लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिली। उसने अपनी शिकायत में कहा, “मैं संकट में हूं और बिना किसी कानूनी दस्तावेज के भारत में फंसी हुई हूं।” विदेश मंत्री को लिखा पत्र वहीं तेलंगाना स्थित मजलिस बचाओ तहरीक (एमबीटी) के प्रवक्ता अमजद उल्लाह खान ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को एक पत्र लिखकर केंद्र सरकार से इस मामले को अमेरिकी अधिकारियों के सामने उठाने और महिला को कानूनी कार्रवाई करने के लिए अमेरिका लौटने के लिए वीजा दिलाने में मदद करने का अनुरोध किया। खान ने केंद्र द्वारा शुरू की गई किसी भी कार्रवाई पर अपडेट भी मांगा है।  

मोदी जी का जीवन देश के नाम, अश्विनी वैष्णव का बड़ा बयान

नई दिल्ली केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को पीएम मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर कहा कि पीएम मोदी ने खुद को पूरे राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया है। उन्होंने स्व को भुलाकर समाज को सामने रखा है। मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कहा, "पीएम मोदी ने हर तरीके से अपने हर कार्य के पल-पल को राष्ट्र के प्रति समर्पित कर दिया है। देश ने उनकी इस भावना, समर्पण के इस रूप को हृदय से स्वीकार किया है।" उन्होंने कहा कि देश में कई जगह जैसे महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्यप्रदेश और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में मुझे काम करने का मौका मिला। मैं मानता हूं कि जन जन के जीवन में, जो स्थायी परिवर्तन पीएम मोदी लेकर आए हैं वह अपने आप में एक बहुत बड़ी बात है। केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को देश की माताओं-बहनों का आशीर्वाद मिल रहा है। देश की आधी आबादी, एक ऐसे वर्ग जिस पर देश की नींव टिकी है, उस आबादी के बारे में सोचना, उनके लिए कार्यक्रम बनाना, उन कार्यक्रमों को लागू करना पीएम मोदी द्वारा लाया गया एक बड़ा परिवर्तन है। देश की माताओं-बहनों के जीवन में जो परिवर्तन आए हैं, उसे लेकर वे उन्हें आशीर्वाद दे रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पीएम मोदी हमेशा एक लॉन्ग टर्म विजन की बात करते हैं। उन्होंने सेमीकंडक्टर का उदाहरण देते हुए कहा, "जब सेमीकंडक्टर में तीन-चार साल का कार्यक्रम पीएम मोदी के समक्ष लेकर गए तो उनका स्पष्ट निर्देश था की आप कम से कम 20 वर्ष का कार्यक्र बनाएं। जैसे हमने फैब की बात की तो पीएम मोदी ने कहा कि नहीं पूरा इकोसिस्टम डेवलप करें। न केवल चिप बनानी है, बल्कि चिप जिन मशीनों से बनती है उन मशीनों को भी बनाया जाए। जिन मटेरियल से चिप बनती है, उन मटेरियल को भी बनाया जाए।" उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने एक सुदृढ़ नेतृत्व, एक स्पष्ट सोच और विजन के साथ एक सॉलिड फांउडेशन बनाने का काम किया है।

सुस्वागतम और सांस्कृतिक आनंद: तिलक लगाकर स्वागत, लोकनृत्य ने मोहा

पटना भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) द्वारा देशभर के हवाई अड्डों पर मनाए जा रहे यात्री सेवा दिवस का आयोजन आज जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, पटना में पहली बार धूमधाम से किया गया। यह कार्यक्रम यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ावा देने, सामुदायिक सहयोग और सेवा उत्कृष्टता पर केंद्रित था। पटना एयरपोर्ट के निदेशक कृष्ण मोहन नेहरा ने बताया कि यह पहल यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए शुरू की गई, जिसमें सांस्कृतिक, सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियां शामिल थीं। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह यात्रियों के पारंपरिक स्वागत से हुई। टर्मिनल पर ब्रांडेड फोटो बूथ और सेल्फी पॉइंट्स स्थापित किए गए, जहां यात्रियों ने अपनी यादें संजोईं। 'एक पेड़ मां के नाम' थीम के तहत पौधरोपण अभियान में स्थानीय स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया और उन्हें विमानन क्षेत्र में करियर के अवसरों की जानकारी दी गई। आगमन हॉल में लोक नृत्य और छठ कला प्रदर्शनियां आकर्षण का केंद्र रहीं। विदेशी यात्रियों ने भी इन गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया और एयरपोर्ट के आधुनिक स्वरूप की सराहना की। स्वास्थ्य शिविर में मुफ्त जांच कियोस्क लगाए गए, जहां ब्लड प्रेशर, शुगर और हीमोग्लोबिन की जांच के साथ रक्तदान शिविर आयोजित हुआ। ऑटोरिक्शा और टैक्सी चालकों के लिए नेत्र परीक्षण का आयोजन किया गया। बच्चों के लिए प्रश्नोत्तरी और चित्रकला प्रतियोगिताएं हुईं, जबकि यात्री प्रतिक्रिया सत्र में सुधार के सुझाव लिए गए। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इंटरनेट मीडिया पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रशंसा की। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर वाली स्टैंडी के साथ फोटो खिंचवाया। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत पौधरोपण किया और कहा कि पटना एयरपोर्ट अब बेहतरीन हो गया है। नए टर्मिनल भवन के उद्घाटन ने आयोजन को और खास बनाया। यह टर्मिनल प्रतिदिन 3,000 यात्रियों को संभालने में सक्षम है, जो बिहार की हवाई संपर्क को मजबूत करेगा। एएआई ने बताया कि अप्रैल 2025 से रात्रिकालीन उड़ानें शुरू होने से फ्लाइट्स की संख्या बढ़ेगी। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक कल्याण और यात्री सुविधाओं को बढ़ावा देने का प्रतीक बना। पटना एयरपोर्ट अब अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं के साथ बिहार का गौरव बन रहा है।