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आज का राशिफल सोमवार 22 सितंबर: बदलेगी इन राशियों की किस्मत, देखें दैनिक राशिफल

मेष: आज के दिन प्रेम संबंध अच्छी सिचूऐशन में हैं। उत्पादक बनने के लिए पेशेवर चुनौतियों का समाधान करें। स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। आर्थिक सफलता मिलेगी और यह आपको अपने धन को बढ़ाने के लिए नए विकल्प आजमाने के लिए भी प्रेरित करेगी। वृषभ: आज के दिन ऑफिस और निजी जीवन दोनों ही उत्पादक हैं। संतुलन बनाए रखें। आपकी सफल वित्तीय स्थिति आपको महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद करेगी। स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें। मिथुन: मिथुन राशि वालों के लिए आज का दिन उतार-चढ़ाव भरा रहने वाला है। करियर में आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। किसी भी प्रोजेक्ट में निवेश करने से पहले सलाह जरूर लें। लव लाइफ में टेंशन का माहौल बन सकता है। कर्क: आज के दिन आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर रहेगी। आपका पार्टनर आपके लिए सरप्राइज डेट प्लान कर सकता है। वहीं, आपको स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। प्रॉपर्टी के मसलों में ध्यान दें, हानि हो सकती है। छात्रों के लिए भी ये दिन अच्छा रहने वाला है। सिंह: आज का दिन आपके लिए सकारात्मक रहने वाला है। पार्टनर के साथ वैकेशन पर भी जाने की संभावना है। वहीं, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। प्रॉपर्टी से जुड़ी कोई अच्छी खबर मिल सकती है। आपको करियर में सफलता मिलेगी। कन्या: आज के दिन प्रेम संबंधों में मधुरता बनाए रखने के लिए जीवन में आ रही मुश्किलों का इल्जाम साथी के सिर न डालें। व्यावसायिक सफलता का अनुभव भी करेंगे। आपके जीवन में छोटी-मोटी आर्थिक परेशानियां भी रहेंगी। तुला: आज के दिन व्यापार में थोड़ी बहुत दिक्कतें आ सकती हैं, जिसे आप अपनी सूझबूझ के साथ आसानी से हल कर लेंगे। आपकी आय में वृद्धि होगी। कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। प्रेम-संबंधों में मधुरता आएगी। बेवजह की यात्रा से बचें। वृश्चिक: आज के दिन आपकी सेहत और आर्थिक स्थिति दोनों दमदार रहने वाली हैं। वृश्चिक राशि के लोग जीवन को खुशहाल बनाने के लिए लव लाइफ में आ रही दिक्कतों को सुझाएं। रोमांस में कुछ लोग डूबे रहेंगे। धनु: आज के दिन व्यापार से जुड़ी कोई अच्छी खबर मिल सकती है। बच्चों के साथ कहीं घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं। सालों से रुका हुआ धन मिलने की संभावना है। काम के सिलसिले में विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। मकर: आज के दिन ऑफिस में पॉलिटिक्स से दूर रहना आपके लिए बेहतर रहेगा। हर सोमवार शिव जी की उपासना करें। सेहत में सुधार होगा। जीवनसाथी के साथ चल रही मतभेदों को बैठकर बातचीत कर सुलझाएं। कुंभ: आज के दिन स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है। आपका दिन फायदेमंद माना जा रहा है। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। व्यापार में धन लाभ होने की संभावना है। बिजनेस कर रहे लोगों को कोई अच्छी डील भी मिल सकती है। मीन: मीन राशि के लोगों को रिश्तों में छोटी-मोटी समस्याएं आ सकती हैं लेकिन बात-चीत कर इन दिक्कतों को सुलझाना बेहतर रहेगा। प्रोफेशनल लाइफ में अपनी प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए चुनौतियों का बखूबी सामना करें।

जोश और संकल्प की दौड़: मैराथन में झलकती हमारी युवा शक्ति

चंडीगढ़ हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को कुरुक्षेत्र के द्रोणाचार्य खेल स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित 'नमो युवा रन' मैराथन को झंडी दिखाकर रवाना किया और स्वयं भी युवाओं के साथ मैराथन में हिस्सा लिया। इस मौके पर युवाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की यह मैराथन हमारी युवा शक्ति की ऊर्जा, जोश और राष्ट्र निर्माण के संकल्प का प्रतीक है। कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग की यह पहल युवाओं के भविष्य को उज्जवल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि यह रन केवल 5 किलोमीटर की नहीं, बल्कि देश की तरक्की की दौड़ है जो हर युवा के मन में समर्पण, धैर्य और मेहनत की भावना को जगाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने युवाओं के स्वाभिमान और उनकी योग्यता का सम्मान किया है। योग्यता के आधार पर बिना खर्ची-बिना पर्ची के 1 लाख 80 हजार युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे अवसर न केवल हमें एक साथ जोड़ते है, बल्कि हमें एक महान प्रेरणा भी देता है। प्रधानमंत्री की अद्भुत नेतृत्व क्षमता, दूरदर्शिता और देश के प्रति अटूट समर्पण ने हमें एक नए भारत का सपना दिखाया है। हमें उस सपने को साकार करने की प्रेरणा दी है। प्रधानमंत्री ने हमारे सामने 'विकसित भारत' का विजन रखा है। ऐसा विजन जहां हर नागरिक सशक्त हो, जहां हर युवा की रोजगार मिले और जहां हमारी अर्थव्यवस्था विश्व के सामने अपने कदम मजबूती से बढ़ा सके। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में, 'मेक इन इंडिया', 'लोकल फॉर वोकल', 'डिजिटल इंडिया', 'स्टार्टअप इंडिया' और 'स्किल इंडिया' जैसी पहले देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं। चाहे कोई भी क्षेत्र हो, जब हम एकजुट होकर देश के विकास के लिए काम करते हैं, तभी हमारा राष्ट्र वास्तव में विकसित बनता है। कौशल विकास और युवा सशक्तिकरण भी इसी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि युवा अपने स्वास्थ्य और फिटनेस के साथ अपने कौशल विकास पर भी ध्यान दें। हमें 'विकसित भारत-विकसित हरियाणा' के विजन को साकार करने के लिए मिलकर काम करना है। नायब सिंह सैनी ने कहा कि हमारा देश युवा शक्ति का देश है। हमारी सबसे बड़ी संपत्ति हमारे युवा हैं। प्रधानमंत्री ने भी बार-बार युवाओं को आगे आने, कौशल सीखने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया है। आज युवाओं के लिए अवसरों के नये क्षितिज खुल रहे हैं। हमारी सरकार इसके लिए पूरी ताकत के साथ काम कर रही है। स्किल युवाओं की सबसे बड़ी ताकत है। लगातार स्किल में बदलाव करना और कुछ नया सीखना समय की मांग है। आपकी क्षमता ही आपको दूसरों से अलग बनाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में युवाओं को आधुनिक रोजगारपरक विषयों का शिक्षण व प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने के लिए पलवल में श्री विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है। 'हरियाणा कौशल विकास मिशन' के तहत 1 लाख 10 हजार युवाओं को कौशल प्रदान किया है, ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें। उन्होंने कहा कि कौशल प्राप्त युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए उद्योगों को बढ़ावा देना बहुत जरूरी है। इसलिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को गति देने के लिए राज्य में अलग से 'एम.एस.एम.ई. विभाग' का गठन किया है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप और अनुसंधान के लिए भारत दुनियाभर में एक केन्द्र के रूप में उभर रहा है। हरियाणा में स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए 'नई स्टार्टअप नीति' बनाई है। इस नीति के तहत युवाओं को आर्थिक व तकनीकी सहायता देकर उन्हें अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रदेश में 9 हजार 500 युवा स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि आज दुनिया एक ग्लोबल विलेज में बदल गई है। इस समय विदेशों में रोजगार तलाश करने वाले युवाओं की संख्या काफी अधिक है, लेकिन ये युवा कई बार विदेश भेजने का झांसा देने वाले जालसाजों के जाल में फंस जाते हैं। हमने उन्हें विदेशों में शिक्षा व रोजगार दिलाने के लिए 'विदेश सहयोग विभाग' बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं की खेलों में उपलब्धियों का जिक्र होते ही हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। हरियाणा के खिलाड़ियों ने ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियाई खेलों और अन्य अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर अपनी शारीरिक दक्षता और मानसिक दृढ़ता का लोहा मनवाया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के खिलाड़ियों ने पेरिस ओलंपिक में देश को मिले 6 में से 4 पदक जीतकर हमें गौरवान्वित किया है। कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी टीम में भी हरियाणा के 3 खिलाड़ी हैं। मैडल जीतने वाले खिलाड़ियों को 6 करोड़ रुपये तक नकद पुरस्कार देने के साथ-साथ सरकारी नौकरियां भी दी जा रही हैं। अवार्ड पाने वाले खिलाड़ियों को मासिक मानदेय भी दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। लोकतंत्र में युवाओं की भागीदारी जितनी अधिक होगी, देश व प्रदेश का भविष्य उतना ही उज्ज्वल होगा। इसलिए हमारे युवाओं को राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए, ताकि देश को आधुनिक सोच का नया नेतृत्व मिले। राजनीति में आपकी भागीदारी वंशवाद और परिवारवाद की राजनीति को समाप्त कर देगी। 

कमाल की इनोवेशन! दिल्ली के युवक ने बनाया AlterEgo, बोले बिना होगी बातचीत

नई दिल्ली साइंस फिक्शन फिल्मों में आपने देखा होगा कि किस तरह से लोग बिना बोले एक दूसरे से मन ही मन बात कर पाते हैं। अब ऐसा असल दुनिया में भी हो पाएगा। दरअसल दिल्ली में जन्मे और अमेरिका की MIT से पढ़े अर्णव कपूर ने एक हैरतअंगेज डिवाइस बनाया है, जिसकी मदद से लोग बिना एक शब्द भी बोले आपस में बात कर पाएंगे। इतना ही नहीं इस डिवाइस का इस्तेमाल करके इंसान मशीनों के साथ भी बात-चीत कर सकेंगे। यहां गौर करने वाली बात यह है कि इस डिवाइस की मदद से बातचीत करते हुए बात करने वालों को न तो हाथ-पैर हिलाने पड़ेंगे और न ही किसी तरह का भाव चहरे पर दिखाना होगा। अर्णव का यह डिवाइस बनाने का मकसद यही है कि जिन लोगों को बात करने में किसी भी वजह से तकलीफ होती है, वह इस डिवाइस को इस्तेमाल कर पाएं। हालांकि इसे इस्तेमाल हर कोई कर सकता है। चलिए अर्णव के AlterEgo नाम के इस डिवाइस के बारे में डिटेल में बात करते हैं। AlterEgo क्या है? AlterEgo एक डिवाइस का नाम है जिसे कि सिर पर पहन कर किसी शख्स से बिना बोले बात की जा सकती है। इसका इस्तेमाल मशीनों के साथ बातचीत करने में भी किया जा सकता है। यह मशीन इंसान के दिमाग में चलने वाले विचारों को पकड़कर उन्हें शब्दों में बदल देता है। MIT के अनुसार, यह डिवाइस 'इंटरनल आर्टिक्यूलेशन ऑफ वर्ड्स' के सिद्धांत पर काम करता है। इसका मतलब है कि जब आप अपने मन में कुछ सोचते हैं, तो यह दिमाग में उठने वाली ऊर्जा या करंट को पकड़ पाता है। जिसे कि यह शब्दों में बदल सकता है। इस तकनीक खासियत है कि इसे इस्तेमाल करने के लिए शरीर में किसी तरह का कोई डिवाइस इम्पलांट नहीं करना पड़ता। इस डिवाइस की मदद से इंसान बिना एक भी शब्द बोले AI, कंप्यूटर और दूसरे लोगों से प्राकृतिक भाषा में बात कर सकता है। कौन हैं अर्णव कपूर? अर्णव कपूर भारतीय मूल के शोधकर्ता हैं और उन्होंने AlterEgo प्रोजेक्ट को शुरू किया है। वह MIT यानी कि Massachusetts Institute of Technology से पढ़ाई कर चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल अर्णव कैम्ब्रिज में AlterEgo प्रोजेक्ट का नेतृत्व कर रहे हैं और इस टेक्नोलॉजी को प्रोटोटाइप से इस्तेमाल के लायक एक कमर्शिलय प्रोजेक्ट बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कैसे काम करता है AlterEgo? AlterEgo की वेबसाइट के मुताबिक जब भी कोई शख्स कुछ सोचता है, तो उसके चेहरे और गले की मांसपेशियां हल्की सी हरकत करती हैं। इन बारीक हरकतों को हमारी आंखें नहीं देख सकती हैं। AlterEgo इन्हीं छोटे-छोटे न्यूरल सिग्नल्स को पकड़ता है और उन्हें कंप्यूटर की भाषा में बदल देता है। इससे जुड़ी एक वीडियो भी इंटरनेट पर मौजूद है जहां अर्णव कपूर से सवाल पूछे जा रहे हैं और वे बिना कुछ बोले तुरंत जवाब दे रहे हैं। इस टेक्नोलॉजी की खासियत है कि यह सिर्फ जानकारी भेजता नहीं है बल्कि उसे रिसीव भी कर सकता है। यही वजह है कि इस डिवाइस को पहने दो शख्स आपस में बिना बोले लंबी बातचीत कर सकते हैं। किस काम आएगा AlterEgo? AlterEgo की वेबसाइट के मुताबिक AlterEgo का मकसद उन लोगों की मदद करना है जिन्हें बोलने में समस्या होती है। ALS यानी कि एमियोट्रॉफिक लेटरल स्क्लेरोसिस और MS यानी कि मल्टिपल स्क्लेरोसिस जैसी बीमारियों से पीड़ित लोग इसका सबसे ज्यादा फायदा उठा सकते हैं। हालांकि इसके और भी यूज केस हैं। आम लोग इसका इस्तेमाल रोजमर्रा के कामों में कंप्यूटिंग को आसान बनाने के लिए कर सकते हैं। अर्णव कपूर का यह आविष्कार न सिर्फ दिव्यांगों के लिए वरदान साबित हो सकता है बल्कि टेक्नोलॉजी की दुनिया का नया अध्याय भी शुरू कर सकता है। अगर अर्णव इसे कमर्शियल इस्तेमाल के लिए उपलब्ध करवा पाने में कामियाब होते हैं, तो इंसानों की बात करने का तरीका भी पूरी तरह से बदल सकता है।

कारीगरों की मेहनत से सारंगपुर बन रहा है स्वदेशी शक्ति केंद्र : मंत्री टेटवाल

हथकरघा और शिल्पकला से प्रदेश को मिलेगी वैश्विक पहचान भोपाल  कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री( स्वतंत्र प्रभार) श्री गौतम टेटवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए लोकल फ़ॉर वोकल के संदेश ने न केवल देश में स्वदेशी वस्तुओं की खपत को बढ़ाया है, बल्कि उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का मार्ग भी प्रशस्त किया है। इसी दिशा में राजगढ़ जिले के सारंगपुर जैसे कस्बे अपने हुनर और कारीगरी के माध्यम से लगातार प्रगति कर रहे हैं और प्रदेश को समर्थ बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। मंत्री श्री टेटवाल ने सारंगपुर विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया और वार्डों में कुटीर उद्योग से जुड़े कारीगरों, बुनकरों और व्यापारियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सारंगपुर की शिल्पकला और हस्तनिर्मित वस्तुएं आने वाले समय में इस क्षेत्र को वैश्विक पहचान दिलाने में बड़ी भूमिका निभाएंगी। मंत्री श्री टेटवाल ने कहा कि सारंगपुर हथकरघा और बुनकरों के कार्यों में निरंतर आगे बढ़ रहा है। यहां तैयार की जा रही सिल्क की साड़ियां पहले से ही कई स्थानों पर प्रसिद्ध हैं। इसी प्रकार ताड़ से बनाई जा रही चटाइयां और अन्य उपयोगी वस्तुएं की भी लोगों के बीच बड़ी मांग हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सारंगपुर के कारीगरों की मेहनत से यहां की पारंपरिक कला और उत्पाद न केवल देश के बाजारों में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी विशेष पहचान बनाएंगे। वोकल फॉर लोकल को जनआंदोलन बनाने की अपील मंत्री श्री टेटवाल ने कारीगरों और व्यापारियों से अपील की कि वे स्वदेशी उत्पादों के निर्माण और उपयोग को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि यदि हम सभी लोकल उत्पादों का अधिक से अधिक इस्तेमाल करेंगे तो इससे न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि प्रदेश और देश की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी। मंत्री श्री टेटवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने का जो अभियान चलाया जा रहा है, वह तभी सफल होगा जब प्रत्येक नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझकर इसमें भागीदार बनेगा। सारंगपुर के कारीगरों का हुनर और समर्पण इस दिशा में एक प्रेरक उदाहरण है, जो यह दर्शाता है कि कैसे एक छोटा सा कस्बा भी लोकल से ग्लोबल पहचान बना सकता है।  

मोदी जन्मदिन पर हरियाणा के कलाकार की अनोखी भेंट, बनाई दुनिया की सबसे खास तस्वीर

जींद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर विकसित भारत के रंग, कला के संग एक अद्वितीय और ऐतिहासिक आयोजन हुआ। इस अवसर पर देशभर से आए नामचीन चित्रकारों ने अपने रंगों और कल्पनाओं से विकसित भारत की जीवंत झलक प्रस्तुत की। यह पेंटिंग विश्व की 10 हजार मीटर सबसे लंबी पेंटिंग का रिकॉर्ड बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रही है। इस भव्य आयोजन का संयुक्त संचालन त्रिवेणी कला संगम और दिल्ली नगर निगम ने किया। कार्यक्रम का उद्घाटन दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने किया। इस मौके पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी उपस्थित होकर खुले मन से सोल एंड स्पीरिट आर्ट सोसाइटी के चित्रकारों की प्रशंसा की। उन्होंने विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चित्र की सराहना करते हुए कहा कि कलाकारों ने अपने ब्रश और रंगों से बदलते भारत की ऐसी अनूठी तस्वीर उकेरी है, जो आने वाली पीढिय़ों को सदैव प्रेरित करेगी।  साथ ही कार्यक्रम में हर्षवर्धन शर्मा एडवाइजर, आर्ट एंड कल्चर नई दिल्ली नगर निगम ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति से आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सोल एंड स्पीरिट आर्ट सोसाइटी से जुड़े हरियाणा, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ और दिल्ली के कलाकारों ने अपनी रचनात्मकता और समर्पण से इस ऐतिहासिक पेंटिंग को आकार दिया। शनिवार को जानकारी देते हुए समिति के अध्यक्ष दीपक कौशिक ने कहा यह आयोजन कलाकारों के लिए किसी कला महाकुंभ से कम नही है। यह केवल एक चित्र नही बल्कि भारत की आत्मा, संस्कृति और उपलब्धियों का दस्तावेज है। पेंटिंग में अयोध्या का राम मंदिर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चित्र, भारतीय कला और संस्कृति, प्राचीन मंदिर स्थापत्य, विज्ञान व रक्षा क्षेत्र की उपलब्धियां, मेक इन इंडिया, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ,  विदेशों में भारत का बढ़ता सम्मान और ऑपरेशन सिंदूर जैसी ऐतिहासिक झलकियाँ दर्शाई गई। इस कार्यशाला में प्रमुख रूप से नवीन मरीचि,  प्रदीप कुमार (मूर्तिकार), अमित, विकास रोहिल्ला, मोहित बब्बर,  राजकुमार, जयश्री, सुमित, डॉ. आदेश खेरीवाल, डॉ. राहुल राठौर, हिमांशु पांचाल, नितिन, सुरेश पांचाल,  निरजा, पूनम, शिवांगी अग्रवाल सहित अनेक कलाकारों ने भाग लिया और कैनवास पर बदलते भारत की नई तस्वीर उकेरी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पेंटिंग केवल एक कला आयोजन नही बल्कि भारत की विकास यात्रा का रंगीन और सजीव दस्तावेज होगी।  

मुख्यमंत्री साय का आत्मीय और वात्सल्यपूर्ण व्यवहार : नन्ही बच्ची भूमिका बघेल को दुलारते हुए खिलाया महुआ लड्डू

रायपुर  धुरवा समाज के नुआखाई मिलन समारोह में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आत्मीय और वात्सल्यपूर्ण रूप सभी ने देखा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने धुरवा समाज की नन्हीं बच्ची भूमिका बघेल को स्नेहपूर्वक अपने गोद में बिठाकर दुलार किया और उसे महुआ लड्डू खिलाया। जगदलपुर विकासखंड के उलनार निवासी भूमिका बघेल अपने दादा सोनसारी बघेल के साथ कार्यक्रम में पहुंची थी। पारंपरिक पोशाक में सजी-धजी भूमिका ने सभी का मन मोह लिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने स्नेहपूर्वक उसका नाम पूछते हुए कहा—"बिटिया, किस कक्षा में पढ़ाई कर रही हो?" मासूम मुस्कान के साथ भूमिका ने उत्तर दिया—"मैं दीप्ति कान्वेंट स्कूल में एलकेजी में पढ़ती हूँ।" यह स्नेहिल दृश्य समारोह में उपस्थित सभी लोगों के मन को गहराई तक छू गया। एलकेजी में पढ़ रही भूमिका की निश्छल मुस्कान, पारंपरिक परिधान और मासूम नज़रों की चमक में बस्तर की संस्कृति और उसकी खुशियाँ झलक रही थी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि समाज ने पिछले वर्ष ही अपने बच्चों के लिए कक्षा 12वीं तक की शिक्षा अनिवार्य करने का सराहनीय निर्णय लिया। यही शिक्षा और संस्कार हमारी आने वाली पीढ़ी का भविष्य संवारेंगे। उन्होंने कहा कि मैं यही कामना करता हूँ कि भूमिका और छत्तीसगढ़ की हर बेटी खूब पढ़े, आगे बढ़े, उड़ान भरे और अपनी संस्कृति से यूँ ही जुड़ी रहे। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जिस आत्मीयता और वात्सल्य से नन्हीं भूमिका बघेल से स्नेहपूर्ण वार्तालाप किया, उसने पूरे समारोह का वातावरण  स्नेह और आत्मीयता से परिपूर्ण कर दिया। मुख्यमंत्री श्री साय का आत्मीय व्यवहार जनजातीय समाज के साथ उनके गहरे जुड़ाव और बच्चों के प्रति स्नेहपूर्ण हृदय का प्रमाण है। उनकी यह सरलता और अपनापन न केवल लोगों को विश्वास से भरता है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि सरकार का नेतृत्व समाज के हर वर्ग और हर बच्चे के सुख-दुख में सहभागी है।

पीएम की माँ का अपमान: सम्राट चौधरी ने लालू परिवार और कांग्रेस से मांगी माफ़ी

पटना, पीएम मोदी की मां के अपमान वाले वायरल वीडियो पर भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) लीगल एक्शन की तैयारी में है। सम्राट चौधरी ने कहा है कि संबंधित जिले के पार्टी अध्यक्ष से बात हो रही है कि कानून कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि महागठबंधन और लालू परिवार सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। नित्यानंद राय ने वैशाली में मीडिया को दिए बयान में तेजस्वी यादव को कंश, कालिया नाग और अपराधी बताया और कहा कि तेजस्वी का सत्यानाश निकट आ गया है। रविवार को डिप्टी सीएम ने अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर कहा कि महागठबंधन और लालू परिवार सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। उन्होंने दरभंगा की घटना की भी याद दिलाई। सम्राट चौधरी ने कहा कि यह तीसरी घटना है। इस बार तो तेजस्वी यादव के सामने ही गाली दी गयी। मंच पर वे मौजूद थे जब पीएम की दिवंगत मां के लिए अपशब्द बोले गए। दरभंगा और वैशाली की घटना के लिए कांग्रेस व राजद दोनों को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगना चाहिए। बिहार की जनता सब देख रही है। पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि इस मामले में पार्टी एफआईआर कराएगी तो उन्होंने कहा कि संबंधित जिलाध्यक्ष से बात हो रही है कि कानूनी कार्रवाई करें। सम्राट चौधरी ने कहा कि महागठबंधन के लोग अपराधी और गुंडों के सहारे सरकार बनाना चाहते हैं। बिहार की जनता को गुमराह करने में लगे हैं। लेकिन हकीकत सबको पता है कि अगर ये पावर में आ गए तो क्या करेंगे। अभी जब पीएम को अपमानित करने से बाज नहीं आते तो आगेजनता के साथ क्या नहीं करेंगे। शनिवार को वैशाली में तेजस्वी यादव के अधिकार यात्रा का समापन हुआ। महुआ विधानसभा क्षेत्र के पातेपुर में तेजस्वी यादव जब संबोधत कर रहे थे उसी समय का एक वीडियो वायरल है जिसमें पीएम की मां को गाली दी गई। हालांकि राजद ने इस घटना पर सफाई पेश कर दिया है। स्थानीय विधायक मुकेश रौशन और पार्टी प्रवक्ता चितरंजन गगन ने वीडियो को एडिटेड बताया है।  

क्रिकेट में बड़ा बदलाव: मिथुन मन्हास ने BCCI अध्यक्ष बनने की ठानी, सौरव गांगुली की राह फिर से खुलेगी?

मुंबई दिल्ली के पूर्व कप्तान मिथुन मन्हास ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष पद के लिए रविवार को बोर्ड मुख्यालय में अपना नामांकन दाखिल किया। मन्हास ने 1997-98 से 2016-17 तक के अपने लंबे घरेलू करियर में 157 प्रथम श्रेणी, 130 लिस्ट-ए और 91 टी20 मैच खेले। वह रोजर बिन्नी की जगह बीसीसीआई अध्यक्ष पद संभालने की दौड़ में सबसे आगे हैं। बिन्नी का कार्यकाल पिछले महीने समाप्त हो गया था। नई दिल्ली में हुई एक अनौपचारिक बैठक के बाद 45 वर्षीय मन्हास का नाम सामने आया। इस बैठक में बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए उनके नाम को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। भारतीय क्रिकेट बोर्ड में कुछ अन्य प्रमुख पदों को अगले रविवार को बोर्ड की वार्षिक आम बैठक के दौरान भरा जाएगा। नई कार्यकारिणी होगी गठित बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने बताया कि अगले कार्यकाल के लिए एक नई कार्यकारिणी गठित की जा रही है। मिथुन मन्हास पूर्व खिलाड़ी हैं और उन्हें अध्यक्ष बनाने का फैसला किया गया है। अरुण धूमल आईपीएल संचालन परिषद के अध्यक्ष हैं और वह इस पद पर बने रहेंगे। नामांकन दाखिल करने वालों में बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया, आईपीएल संचालन परिषद के अध्यक्ष अरुण धूमल और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय क्रिकेटर रघुराम भट शामिल हैं। भट बोर्ड का कोषाध्यक्ष बनने की दौड़ में हैं। गांगुली की कैब अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध वापसी तय पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली की सोमवार को होने वाली बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में निर्विरोध अध्यक्ष पद पर वापसी तय है, लेकिन उनका दूसरा कार्यकाल अधिक चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि हाल के महीनों में संघ वित्तीय अनियमितताओं और विश्वसनीयता संबंधी चिंताओं से जूझ रहा है। गांगुली के नेतृत्व वाले पूरे पैनल में बबलू कोलाय (सचिव), मदन मोहन घोष (संयुक्त सचिव), संजय दास (कोषाध्यक्ष) और अनु दत्ता (उपाध्यक्ष) का भी निर्विरोध चुना जाना तय है। गांगुली अपने बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली का स्थान लेंगे, जिन्हें लोढ़ा समिति के निर्देशों के अनुसार कार्यकारी पदों पर छह साल की समय सीमा पूरी होने के बाद पद छोड़ना पड़ा था। हाल के दिनों में विवादों की एक सीरीज के कारण कैब की छवि को नुकसान पहुंचा है, जबकि रणजी ट्रॉफी टीम का प्रदर्शन भी अच्छा नहीं रहा है। वित्त समिति के सदस्य सुब्रत साहा पर हाल ही में दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया तथा हितों के टकराव का दोषी पाए जाने पर उन्हें उप-समिति की गतिविधियों से प्रतिबंधित कर दिया गया।  

मां वैष्णो देवी नवरात्रि उत्सव: भक्तों के लिए शानदार इंतजाम और रोशनी से जगमगाए मंदिर

कटड़ा   कल से शारदीय नवरात्रि शुरू हो रहे हैं, ऐसे में कटरा प्रशासन द्वारा भवन को फूलों से सजाया जा रहा है। नवरात्रों के दौरान मां भगवती के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं को बता दें कि हालांकि इस बार नवरात्र समारोह नहीं हो रहा है, पर वैष्णो देवी भवन पर होने वाले कार्यक्रम हर वर्ष की तरह होंगे।  बता दें कि इससे पहले भी 2024 के दौरान मॉडल कोड आफ कंडक्ट होने के चलते नवरात्र महोत्सव को प्रशासन द्वारा स्थगित किया गया था। गौरतलब है कि यह चौथी बार है जब इसका आयोजन नहीं किया जाएगा। इससे पहले साल 2014 में कश्मीर में आई बाढ़ , 2020 में कोरोना महामारी और 2024 में आम चुनावों के कारण इसे सादगी से मनाया गया था। इस वर्ष 2025 में बारिश और प्राकृतिक आपदा को इस का मुख्य कारण बताया जा रहा है।  

प्रदेश में बुनियादी साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा में 17 लाख से अधिक परीक्षार्थी हुए शामिल

साक्षरता के लिये चल रहा है उल्लास नवभारत कार्यक्रम भोपाल  प्रदेश में 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के असाक्षर व्यक्तियों के लिए बुनियादी साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा शनिवार को आयोजित की गई। इस परीक्षा में लगभग 17 लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया। परीक्षा नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत कराई गई, जिसका उद्देश्य वयस्कों को पढ़ना-लिखना और अंकगणित का बुनियादी ज्ञान उपलब्ध कराना है। परीक्षा के लिए जिलों और ब्लॉक स्तर पर विशेष केंद्र बनाए गए थे। प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में प्रौढ़ शिक्षा के लिए वर्ष-2022 से उल्लास- नवभारत साक्षरता कार्यक्रम चल रहा है। यह कार्यक्रम वर्ष-2022 से वर्ष-2027 तक के लिये तैयार किया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित राज्य साक्षरता मिशन के अनुसार इस मूल्यांकन परीक्षा से यह आकलन किया जाएगा कि कितने शिक्षार्थी बुनियादी साक्षरता प्राप्त कर चुके हैं। परीक्षा में मुख्य रूप से पढ़ने, लिखने और संख्यात्मक ज्ञान से जुड़े प्रश्न पूछे गए। इस पहल से लाखों लोग साक्षर बनकर न केवल अपने व्यक्तिगत जीवन में आत्मनिर्भर होंगे, बल्कि समाज और राज्य के विकास में भी सक्रिय योगदान देंगे। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश देश के उन अग्रणी राज्यों में शामिल है, जहां वयस्क साक्षरता कार्यक्रम को व्यापक स्तर पर लागू किया जा रहा है। पठन पाठन सामग्री प्रदेश के परिदृश्य को ध्यान में रखकर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा "अक्षर पोथी" नाम से प्रवेशिका बनाई गई है। यह प्रवेशिका सीखने की परिष्कृत गति एवं विषय वस्तु पर आधारित है। इस प्रवेशिका में बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता के साथ महत्वपूर्ण जीवन कौशल जैसे, वित्तीय, कानूनी, डिजिटल साक्षरता, आपदा प्रबंधन, वाणिज्यिक कौशल, मतदाता पंजीकरण, आधार जैसे विभिन्न फार्म को भरने के तरीके पर जागरूकता एवं कौशल शामिल है। अक्षर पोथी प्रवेशिका को एजूकेशन पोर्टल पर अपलोड करने के साथ साक्षरता कार्यक्रम के सभी व्हाट्सअप ग्रुप और यू-ट्यूब चेनल के माध्यम से भेजा गया है।