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पाकिस्तान को सस्ते ब्याज पर कर्ज, सऊदी अरब ने बढ़ाया आर्थिक सहारा

इस्लामाबाद सऊदी अरब पाकिस्तान की दिल खोलकर मदद कर रहा है। वह केवल चार प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर के साथ पाकिस्तान को मिलने वाले सस्ते विदेशी ऋणों का प्रमुख सोर्स बना हुआ है। रविवार को मीडिया में आई एक खबर में यह जानकारी दी गई। आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, रियाद ने हाल के वर्षों में इस्लामाबाद को दिए दो अलग-अलग नकद ऋणों पर चार प्रतिशत ब्याज दर वसूली। 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, मूल रूप से एक वर्ष के लिए दिये गए इस ऋण को पाकिस्तान द्वारा चुकाया जाना अभी बाकी है। सऊदी, बिना कोई अतिरिक्त ब्याज लगाए इन ऋणों को वार्षिक रूप से आगे बढ़ा रहा है। खबर के मुताबिक, सऊदी अरब द्वारा पाकिस्तान को दिये गए ये ऋण चीन से मिलने वाले ऋण की तुलना में लगभग एक-तिहाई सस्ते हैं। साथ ही, विदेशी वाणिज्यिक उधार से आधी लागत पर हैं। खबर में सूत्रों के हवाले से बताया गया, सऊदी अरब द्वारा दी गयी दो अरब अमेरिकी डॉलर की नकद जमा सुविधा की अवधि दिसंबर में पूरी होने वाली है और वित्त मंत्रालय इसे फिर से आगे बढ़ाने की योजना बना रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) कार्यक्रम के तहत बाह्य वित्तपोषण की कमी को पूरा करने के लिए प्राप्त 3 अरब अमेरिकी डॉलर के एक और सऊदी ऋण की अवधि अगले वर्ष जून में पूरी हो जाएगी। आईएमएफ ने शर्त रखी है कि पाकिस्तान के तीन ऋणदाता, सऊदी अरब, चीन और संयुक्त अरब अमीरात तीन साल के कार्यक्रम के पूरा होने तक अपनी नकद जमा राशि बनाए रखेंगे। खबर के मुताबिक, इन देशों ने पाकिस्तान को कुल 12 अरब अमेरिकी डॉलर का ऋण दिया हुआ है, जो पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक के 14.3 अरब अमेरिकी डॉलर के सकल विदेशी मुद्रा भंडार का एक बड़ा हिस्सा है। सूत्रों ने बताया कि सऊदी अरब के ऋण पर चार प्रतिशत ब्याज दर है जबकि पाकिस्तान चार अरब अमेरिकी डॉलर के चार ऋणों पर लगभग 6.1 प्रतिशत ब्याज भुगतान कर रहा है।  

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने प्रतिभाशाली आयुषी को दी बधाई

भोपाल  उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने रीवा की प्रतिभाशाली बेटी आयुषी वर्मा को बधाई दी। उन्होंने आयुषी के निवास पहुंचकर उसका अंगवस्त्रश्रम से सम्मान किया और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उल्लेखनीय है कि आयुषी ने एसएससीडब्ल्यू (टेक्निकल) प्रवेश परीक्षा में देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा यूपीएससी की सीडीएस परीक्षा में देश में 24वां स्थान प्राप्त किया है।  

मुख्यमंत्री साय ने किया माहरा समाज के नवनिर्मित सामाजिक भवन का लोकार्पण

एक करोड़ 63 लाख रुपए की लागत से बना सामाजिक भवन मुख्यमंत्री श्री साय ने जगतू माहरा एवं धरमू माहरा के योगदान सहित माहरा समाज के गौरवशाली इतिहास को किया रेखांकित रायपुर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज जगदलपुर के गुरु गोविंद सिंह वार्ड में एक करोड़ 63 लाख रुपए की लागत से निर्मित माहरा समाज के नवनिर्मित सामाजिक भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय का पारंपरिक मोहरी बाजा के साथ भव्य स्वागत किया गया। माहरा समाज के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक मुख्यमंत्री श्री साय को पारंपरिक माहरा पाटा पहनाकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने फीता काटकर भवन का विधिवत उद्घाटन किया और इस ऐतिहासिक क्षण में आमंत्रण एवं आत्मीय स्वागत के लिए समाज के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने अपने संबोधन में माहरा समाज के गौरवशाली इतिहास को याद किया। उन्होंने कहा कि जगदलपुर की स्थापना जगतू माहरा तथा धरमपुरा की स्थापना धरमू माहरा द्वारा की गई थी। उन्होंने भूमकाल जैसे आंदोलनों में समाज की सक्रिय भूमिका और अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों के विरुद्ध संघर्ष को विशेष रूप से रेखांकित किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री श्री अमित शाह के प्रयासों से माहरा समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा मिला है। इस ऐतिहासिक निर्णय से समाज के युवाओं को शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में बड़े अवसर प्राप्त होंगे और उनका भविष्य उज्ज्वल होगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी का मुख्य लक्ष्य गरीबों का कल्याण और किसानों का आर्थिक विकास है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 18 लाख आवासों को मंजूरी दी गई है। किसानों से 21 क्विंटल धान प्रति एकड़ खरीदा जा रहा है, जिसके लिए 3100 रुपए प्रति क्विंटल का भुगतान किया जा रहा है। युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य में नई उद्योग नीति बनाई गई है, जिससे अधिक से अधिक युवाओं को नौकरी मिले और स्वरोजगार को भी बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार नक्सलियों के समूल उन्मूलन के लिए तेजी से कार्य कर रही है, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में  सड़कों का निर्माण, बिजली की आपूर्ति और मोबाइल टावरों की स्थापना जैसे विकास कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ सकें और लोगों को मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ जनहितकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि इस दिशा में नियद नेल्लानार योजना दूरगामी परिणाम देने वाली साबित हो रही है। कार्यक्रम में  माहरा समाज के संभाग अध्यक्ष श्री राजू बघेल ने स्वागत उद्बोधन दिया। शांति नाग ने प्रतिवेदन का वाचन किया तथा समाज के संरक्षक श्री बिच्चेम पोंदी ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, सांसद श्री महेश कश्यप, जगदलपुर विधायक श्री किरण सिंह देव ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में चित्रकोट विधायक श्री विनायक गोयल, दंतेवाड़ा विधायक श्री चैतराम अटामी, छत्तीसगढ़ बेवरेज कॉरपोरेशन के अध्यक्ष श्री श्रीनिवास राव मद्दी, महापौर श्री संजय पांडे, पूर्व सांसद श्री दिनेश कश्यप, पूर्व विधायक श्री महेश गागड़ा, श्री लच्छूराम कश्यप, श्री बैदूराम कश्यप, श्री सुभाऊ कश्यप, कलेक्टर श्री हरिस एस, पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, माहरा समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे।

महिलाओं के खातों में आएगा सम्मान योजना का पैसा, दुर्गा पूजा पर CM सोरेन का बड़ा ऐलान

रांची मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की सभी मंईयां को दुर्गा पूजा की अग्रिम बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री के द्वारा सभी मंईयां लाभुकों के नाम एक संदेश भेजा जा रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान के तहत दी जा रही सहायता राशि का जिक्र किया गया है। मुख्यमंत्री ने लिखा है कि जोहार! दुर्गा पूजा की खुशियां इस बार होंगी दोगुनी! उनके संदेश से यह साफ है कि मंईयां लाभुकों को दुर्गा पूजा के पहले सितंबर माह की राशि मिल जाएगी। मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर बधाई और शुभकामनाओं के साथ हेमंत सोरेन ने लिखा है कि पिछले एक वर्ष से मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत झारखंड की सभी बहनों के खातों में नियमित रूप से 2500 रुपये की सम्मान राशि पहुंच रही है। मतलब साल के पूरे 30,000। यह आप बहनों के अटूट विश्वास और समर्थन से ही संभव हुआ है। स्वावलंबी और सशक्त झारखंड के सपने को साकार करने के लिए हमारी सरकार लगातार बहनों के खातों में यह सम्मान राशि भेज रही है, ताकि उन्हें आर्थिक मजबूती और आत्मनिर्भरता मिले। आप सभी को दुर्गा पूजा की अग्रिम बधाइयां। जय माता दी। कब आएगा मंईयां सम्मान योजना का पैसा बता दें कि सितंबर माह में राज्य की 50 लाख से अधिक महिला लाभुकों को योजना के तहत 2500 रुपए की राशि भेजी जाएगी। मिली जानकारी के मुताबिक जिलों के मंईयां को 22 सितंबर से आर्थिक सहायता की राशि भेजी जानी शुरू हो जाएगी।

राज्य सरकार जनजातीय समाज के समग्र विकास के लिए कटिबद्ध – मुख्यमंत्री साय

जगदलपुर में धुरवा समाज के संभाग स्तरीय नुआखाई मिलन समारोह एवं नवनिर्मित सामाजिक भवन "ओलेख" के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय धुरवा समाज के लिए 5 स्थानों पर डोम निर्माण हेतु 75 लाख रुपए की घोषणा रायपुर  मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समाज के समग्र विकास के लिए कटिबद्ध है।  प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आदिवासी बहुल गांवों के विकास में किसी प्रकार की कमी न हो, धन की कोई समस्या न हो—इस दृष्टि से धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना शुरू की है। इस योजना के लिए 80 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र विशेष पिछड़ी जनजातियों के उत्थान हेतु प्रधानमंत्री जनमन योजना प्रारंभ की गई है, जिससे इन विशेष पिछड़ी जनजातियों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सकारात्मक प्रयास हो रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इन सभी सार्थक प्रयासों से जनजातीय क्षेत्रों में विकास की गंगा बहेगी और हमारे जनजातीय समुदाय निरंतर प्रगति के मार्ग पर अग्रसर होंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने यह बात जगदलपुर के वन विद्यालय परिसर में धुरवा समाज के संभाग स्तरीय नुआखाई मिलन समारोह और नवनिर्मित सामाजिक भवन "ओलेख" के लोकार्पण कार्यक्रम में कही। इस अवसर पर उन्होंने धुरवा समाज हेतु 05 स्थानों पर पंद्रह-पंद्रह लाख रुपए की लागत से डोम निर्माण के लिए कुल 75 लाख रुपए की घोषणा की। साथ ही, धुरवा समाज के 36 सरपंचों द्वारा ग्राम पंचायतों के विकास हेतु प्रस्तुत प्रस्तावों को भी स्वीकृति प्रदान करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने प्रतीकात्मक गुड़ी में बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना की और धुरवा समाज के नवनिर्मित सामाजिक भवन "ओलेख" का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने धुरवा समाज के वीर नायक शहीद गुंडाधुर को नमन करते हुए कहा कि आज का यह ऐतिहासिक नुआखाई मिलन समारोह हमारी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का संवाहक है। यह हमारे जनजातीय समाज की महान परंपरा है कि हम किसी भी अनाज या फल को ग्रहण करने से पूर्व अपने देवी-देवताओं की पूजा कर उन्हें अर्पित करते हैं और फिर ग्रहण करते हैं। यह परंपरा आज भी कायम है और आने वाली पीढ़ियों तक इसे बनाए रखा जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने धुरवा समाज को सामाजिक भवन "ओलेख" के लोकार्पण की बधाई देते हुए कहा कि यह नवीन भवन समाज के विकास की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा और समाज के सभा-सम्मेलनों के लिए काम आएगा। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि अटलजी ने जनजातीय समुदाय के कल्याण को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार में पृथक से जनजातीय कार्य मंत्रालय का गठन किया।  उन्होंने छत्तीसगढ़ रजत जयंती वर्ष की बधाई देते हुए कहा कि अटलजी का जन्मशताब्दी वर्ष अटल निर्माण वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने आदिवासी बहुल बस्तर और सरगुजा संभाग के विकास के लिए विशेष आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरण की भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इन क्षेत्रों के विकास की चिंता करते हुए दोनों विशेष आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरणों का गठन किया था, जिससे योजनाओं के अतिरिक्त भी इन इलाकों में आवश्यक विकास कार्य सुनिश्चित किए जा सकें। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बस्तर संभाग के माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में नियद नेल्लानार योजना के माध्यम से सड़कों, पुल-पुलियों, बिजली और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही आवास और राशन जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रदान कर रही है। हर पात्र व्यक्ति को जनहितकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की दिशा में हम पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं। उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने धुरवा समाज के सदस्यों को नुआखाई मिलन समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि समाज का यह समन्वित प्रयास नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि जब हम अपने पूर्वजों की परंपराओं का निर्वहन करते हुए उन्हें निरंतर संजोए रखते हैं, तो समाज की एकता और संस्कृति मजबूत होती है। कार्यक्रम को वन मंत्री श्री केदार कश्यप, सांसद बस्तर श्री महेश कश्यप और विधायक जगदलपुर श्री किरण देव ने भी संबोधित करते हुए धुरवा समाज को नुआखाई मिलन समारोह की शुभकामनाएं दीं। आरंभ में धुरवा समाज के संभागीय अध्यक्ष श्री पप्पू नाग ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया और समाज की गतिविधियों से अवगत कराया। समाज के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का पारंपरिक छतड़ी, धुरवा तुवाल एवं कोटी सहित तीर-धनुष भेंट कर आत्मीय स्वागत किया। अन्य अतिथियों का भी पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। इस अवसर पर चित्रकोट विधायक श्री विनायक गोयल, दंतेवाड़ा विधायक श्री चैतराम आटामी, छत्तीसगढ़ ब्रेवरेज कॉरपोरेशन के अध्यक्ष श्री श्रीनिवास राव मद्दी, जगदलपुर के महापौर श्री संजय पांडेय सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कमिश्नर बस्तर श्री डोमन सिंह, आईजी श्री सुंदरराज पी, कलेक्टर श्री हरिस एस, पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा तथा समूचे बस्तर संभाग से आए धुरवा समाज के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे।

प्रदेश में औसत वर्षा का आंकड़ा 1039.8 मि.मी. पहुँचा

रायपुर, छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 1039.8 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक बलरामपुर जिले में सर्वाधिक 1472.0 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 498.0 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है। रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 903.0 मि.मी., बलौदाबाजार में 758.4 मि.मी., गरियाबंद में 917.6 मि.मी., महासमुंद में 736.4 मि.मी. और धमतरी में 936.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 1091.9 मि.मी., मुंगेली में 1057.2 मि.मी., रायगढ़ में 1260.2 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 907.7 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1240.2 मि.मी., सक्ती में 1125.7 मि.मी., कोरबा में 1054.3 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 1011.3 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 798.0 मि.मी., कबीरधाम में 766.1 मि.मी., राजनांदगांव में 879.5 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1249.9 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 789.8 मि.मी. और बालोद में 1089.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 735.6 मि.मी., सूरजपुर में 1102.1 मि.मी जशपुर में 1012.9 मि.मी., कोरिया में 1169.7 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 1054.0 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। बस्तर संभाग में बस्तर जिले में 1415.3 कोंडागांव जिले में 960.7 मि.मी., कांकेर में 1163.4 मि.मी., नारायणपुर में 1251.9 मि.मी., दंतेवाड़ा में 1393.4 मि.मी., सुकमा में 1096.3 मि.मी. और बीजापुर में 1417.2 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।

सरकारी नौकरी सिर्फ नाम की? शिक्षकों और वैज्ञानिकों से नाराजगी जाहिर की राज्यपाल ने

मेरठ मेरठ में आयोजित दीक्षांत समारोह में पहुंची यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एक बार फिर नाराज हो गईं। शिक्षकों, वैज्ञानिकों और छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाएं चल रही हैं, लेकिन हम लोगों को इसका पता नहीं होता। ना ही हम अपने स्टूडेंट को बताना चाहते हैं। अभी असम में एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट की नींव रखी गई है, लेकिन इसका किसी को नहीं पता होगा। हम लोगों को सरकारी नौकरी चाहिए, लेकिन काम नहीं करेंगे, रिसर्च नहीं करेंगे। राज्यपाल ने इससे पहले कानपुर में आयोजित दीक्षांत समारोह में शिक्षकों और वैज्ञानिकों के प्रति नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा, आप सभी शिक्षक, छात्र और वैज्ञानिक अपने कैंपस से निकले और गांव गांव जाकर वहां किसानों और महिलाओं से बात करें। उन्हें केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दें। यह हम सब की जिम्मेदारी है। जब हम 85 साल में काम कर सकते हैं तो आप क्यों नहीं। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के 18 वें दीक्षांत समारोह में पहुंची कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्रों, शिक्षकों और वैज्ञानिकों से इसी अंदाज में बात की। इस समारोह में 583 उपाधियां और 26 मेडल प्रदान किए गए। कुलाधिपति ने कहा कि समाज में महिलाओं को सशक्त करना जरूरी है। महिला पर केवल घर की जिम्मेदारी नहीं होती, बल्कि वह समाज और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देती है। उन्होंने सभी निजी स्कूलों को बुलाते हुए वहां पढ़ने वाली नौ से 15 साल की छात्राओं को सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन लगवाने को प्रेरित करने के लिए कहा। कुलाधिपति ने कृषि विश्वविद्यालय में उनकी टीम द्वारा की गई जांच की रिपोर्ट भी पेश की। कहा कि यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी अच्छी है, लेकिन कई बिल्डिंग की छत पर पेड़ उगे हुए हैं। कई हॉस्टल में मैस नहीं चलता। सफाई अच्छी नहीं है। उन्होंने शिक्षकों और छात्रों को बिल्डिंग पर जाकर सफाई करने को प्रेरित किया। कहा कि यह हम सब की जिम्मेदारी है कि हम अपने आसपास सफाई रखें। कुलाधिपति ने कहा कि वह दो दिन से इस क्षेत्र में है और यहां पर ड्रग्स की प्रयोग की जानकारी मिल रही है। आखिर हम अपने बच्चों को कैसे संस्कार दे रहे हैं। माता-पिता क्या कर रहे हैं। अभी तक तो केवल शराब का मामला था और अब ड्रग्स भी इसमें जुड़ गया है। लड़कियां भी ड्रग्स ले रही हैं जो अच्छा नहीं है। उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया । राज्यपाल ने वैज्ञानिकों और छात्रों से किसानों तक नवाचार को पहुंचाने की अपील करते हुए कहा कि नवाचारों को अपनाकर किसान सशक्त बनते हैं और उत्पादन में बढ़ोतरी होती है। कुलाधिपति के अनुसार आपकी उपलब्धि तभी सार्थक होगी जब वह सामूहिक रूप से देश के विकास में योगदान देते हैं।  

मेट्रो में सफर अब महंगा! जानें नए किराए और बढ़ोतरी का पूरा हाल

इंदौर शहरवासी पिछले साढ़े तीन माह से सुपर कारिडोर पर मेट्रो (Indore Metro) में सफर का आनंद ले रहे है। अब मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या भी कम हो गई है। शुक्रवार को मेट्रो में महज 144 यात्रियों ने सफर किया है। हालात यह है कि सामान्य दिनों में जहां 150 से 400 यात्री मेट्रो में सफर कर रहे है। वही वीकेंड पर यात्रियों की संख्या 700 तक सीमित रह रही है। मेट्रो के संचालन के समय में बदलाव यात्रियों की कम संख्या और देखते हुए मेट्रो प्रबंधन द्वारा 22 सितंबर से मेट्रो के संचालन के समय में बदलाव किया गया है। अभी सुपर कारिडोर पर जहां दोपरह एक से शाम सात बजे तक प्रत्येक घंटे में यात्री मेट्रो में सफर कर पाते थे। वही अब दोपहर तीन से शाम सात बजे के बीच भी यात्री मेट्रो में सफर कर पाएंगे। जानकारों के मुताबिक मेट्रो प्रबंधन द्वारा गांधी नगर स्टेशन से एमआर-10 व आगामी दिनों में रेडिसन चौराहे तक मेट्रो का ट्रायल रन किया जाना है। इस वजह से भी मेट्रो के टाइम टेबल में बदलाव किया गया है ताकि मेट्रो के ट्रायल रन के लिए रूट खाली मिल सके। किराए में मिल रही छूट खत्म 31 मई को सुपर कारिडोर पर मेट्रो में यात्रियों के सफर की शुरुआत हुई थी। मेट्रो प्रबंधन द्वारा शुरुआती पहले सप्ताह तक यात्रियों को निशुल्क यात्रा मौका दिया गया था। इसके बाद किराए में दूसरे सप्ताह 75 फीसदी, तीसरे सप्ताह 50 फीसदी और चौथे सप्ताह से 21 सितंबर तक 25 फीसद छूट दी जा रही है। 22 सितंबर में मेट्रो द्वारा किराए में दी रही छूट खत्म हो जाएगी। 22 सितंबर से मेट्रो का यह रहेगा समय व किराया दोपहर 3 से शाम 7 बजे तक सोमवार से शनिवार : हर एक घंटे में एक ट्रेन रविवार : हर आधे घंटे में एक ट्रेन किराए में यह रहेगा बदलाव 1 से 2 स्टेशन : अभी 15 रुपये : अब देना होंगे 20 रुपये 3 से 5 स्टेशन : पहले 23 रुपये : अब देना होंगे 30 रुपये साढ़े तीन माह में 2 लाख 45 हजार यात्रियों ने किया सफर जून : 2,09,335 यात्री जुलाई : 21009 यात्री अगस्त : 12021 यात्री 1 से 19 सितंबर तक : 3568 यात्री कुल : 2,45,933 यात्री

62 हजार टैक्सपेयर निकले फर्जी BPL कार्डधारी, अब होगी बड़ी कार्रवाई

रायपुर  प्रदेश में 62 हजार 813 आयकर दाताओं ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गरीबी रेखा राशनकार्ड बना कर तीन साल से हर माह चावल भी उठाया है। राजधानी में इनकी संख्या 10361 है। इसके अलावा जीएसटी भरने वाले 640 कारोबारी ने भी बीपीएल राशनकार्ड बनवाया है। इतना ही नहीं प्रदेश में 29 लाख 83 हजार 738 ऐसे किसान हैं जिनके पास एक हेक्टेयर से ज्यादा जमीन के भू-स्वामी हैं। इन्होंने ने भी बीपीएल राशनकार्ड बना लिया है। अब सभी को खाद्य विभाग नोटिस जारी कर रहा है। इनसे रिकवरी भी हो सकती है। प्रदेश में राशन कार्ड सत्यापन की प्रक्रिया जारी हैं। वन नेशन वन कार्ड के तहत कराए गए ई-केवाईसी और आधार से लिंक बैंक खाते, पेन कार्ड के सत्यापन में पता चला है। रिपोर्ट में 1,05,590 निष्क्रिय आधार धारकों के नाम सामने आए हैं, जिन पर राशनकार्ड बने हैं। बिलासपुर (5841), कवर्धा (8701), जशपुर (5681), रायपुर (9356) जैसे जिलों में हजारों निष्क्रिय पहचान से राशन उठाया जा रहा था। खाद्य विभाग का अलर्ट मोड खाद्य संचालनालय ने संबंधित जिलों को निर्देश दिए हैं कि इन राशन कार्डों की फिजिकल वेरिफिकेशन कर फर्जी सदस्यों को नोटिस जारी किया जा रहा है। इस संबंध में जिला कलेक्टरों को विशेष टीम गठित करने को कहा गया है। फर्जी कार्डों के माध्यम से वर्षों से उठाए गए राशन की वसूली की प्रक्रिया भी शुरू हो सकती है। जिन राशन दुकानों या अधिकारियों की लापरवाही सामने आएगी, उनके विरुद्ध विभागीय जांच की तैयारी की जा रही है। जिलेवार आंकड़े     सत्यापन के दौरान रायपुर जिले में सबसे अधिक 10,361 आयकर दाता, 123 जीएसटी पे करने वाले कारोबारी और 1,12,956 एक हेक्टेयर से अधिक भूमि वाले व्यक्तियों के पास आधार कार्ड मिले हैं।     इसी तरह बिलासपुर जिले में 6,074 आयकर दाता, 36 कारोबारी और 1,26,041 बड़े भू-स्वामी     दुर्ग जिले में 6,339 आयकर दाता, 71 कारोबारी और 79,446 भूमि स्वामी चिह्नित किए गए हैं।     सरगुजा जिले में 2,586 आयकर दाता, 11 कारोबारी और 75,277 भूमि स्वामी     आदिवासी बहुल बस्तर जिले में 1,185 आयकर दाता, 9 कारोबारी और 57,097 भूमि स्वामी के पास आधार कार्ड दर्ज किए गए हैं। प्रदेश के विभिन्न जिलों में किए गए सत्यापन में आयकर दाताओं, जीएसटी भुगतान करने वाले कारोबारियों और एक हेक्टेयर से अधिक भूमि रखने वाले व्यक्तियों के पास गरीबी रेखा (बीपीएल) राशन कार्ड पाए गए हैं। यह तथ्य उन लाभार्थियों की सूची से सामने आया है जिन्हें सरकारी योजनाओं में पात्रता से बाहर किया जाना है।  

29 सितंबर से कोर्ट पर होगी धूम, ओपन राष्ट्रीय टेनिस चैंपियनशिप की तैयारी पूरी

नई दिल्ली फेनेस्टा ओपन राष्ट्रीय टेनिस चैंपियनशिप का 30वां चरण 29 सितंबर से डीएलटीए में शुरू होगा। इसमें पूर्व चैंपियन विष्णु वर्धन और वीएम रणजीत भी हिस्सा लेंगे। पुरुष और महिला वर्ग के क्वालिफाइंग दौर 27 सितंबर से शुरू होंगे। जूनियर वर्ग (अंडर-18, अंडर-16, अंडर-14) की स्पर्धाएं इसके बाद होंगी। डीसीएम श्रीराम लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय एस श्रीराम ने कहा, हमें चैंपियनशिप का आयोजन करने पर गर्व है जो भारतीय टेनिस के लिए एक बेहतरीन मंच है। हमारा ध्यान हमेशा प्रतिभा की पहचान करना, उन्हें मौका देना और खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर से वैश्विक स्तर तक ले जाने में मदद करना है।