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UNSC सुधार पर भूटान का समर्थन, भारत और जापान की स्थायी सीट की वकालत

न्यूयॉर्क  संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 80वें सत्र में भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सुधार की अपनी मांग को फिर से दोहराया। महासभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री तोबगे ने संयुक्त राष्ट्र को एक ऐसे निकाय के रूप में विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, "भूटान एक ऐसे संयुक्त राष्ट्र में विश्वास करता है जो प्रतिनिधित्वपूर्ण, उत्तरदायी और प्रभावी हो। हम ऐसे बहुपक्षवाद की कामना करते हैं जो केवल समाधान ही नहीं, बल्कि परिणाम भी प्रदान करे। यही कारण है कि भूटान संयुक्त राष्ट्र के सुधार का समर्थन करता है, जिसमें स्थायी और अस्थायी, दोनों प्रकार की सदस्यता का विस्तार शामिल है। सुरक्षा परिषद में भारत और जापान जैसे योग्य राष्ट्रों के अलावा अन्य सक्षम और अग्रणी देशों को भी शामिल किया जाना चाहिए, ताकि आज की जटिल वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित किया जा सके।" यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री तोबगे ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी का समर्थन किया है। इससे पहले भी उन्होंने भारत के मजबूत आर्थिक विकास, कूटनीतिक नेतृत्व और वैश्विक दक्षिण में बढ़ती भूमिका को सुरक्षा परिषद में शामिल होने के लिए मजबूत योग्यता के तौर पर रेखांकित किया था। भूटान लगातार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों की वकालत करता रहा है और वर्तमान संरचना को प्रतिनिधित्वहीन बताता रहा है। तोबगे ने अपने पिछले बयान को दोहराते हुए कहा है कि सुरक्षा परिषद अपने वर्तमान स्वरूप में "अतीत का अवशेष" है और इसे वर्तमान भू-राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य के अनुरूप बदला जाना चाहिए। भूटान लंबे समय से यूएनएससी में सुधार की वकालत कर रहा है ताकि इसे ज्यादा प्रभावशाली बनाया जा सके। यूएनएससी में सुधार की मांग दुनिया के अन्य कई देशों ने भी की है। वहीं भूटान ने भारत और जापान को सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने की वकालत कर इस मांग को और बुलंद कर दिया है।

ऑस्ट्रेलिया अंडर-21 ने भारतीय टीम को 5-0 से हराया, बड़ा झटका

कैनबरा भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम को शनिवार को यहां ऑस्ट्रेलिया अंडर-21 टीम के खिलाफ 0-5 से शिकस्त का सामना करना पड़ा जो मौजूदा दौरे पर टीम की लगातार दूसरी हार है।  ऑस्ट्रेलिया के लिए मकायला जोन्स (10वें, 11वें और 52वें मिनट) ने हैट्रिक बनाई जबकि सैमी लव (38वें मिनट) और मिगालिया होवेल (50वें मिनट) ने एक-एक गोल किया। भारत को शुक्रवार को पहले मैच में कड़े मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा था। मेहमान टीम को दूसरे मैच में वापसी की उम्मीद थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती से ही आक्रामक रुख अपनाया और भारतीय टीम को कोई मौका नहीं दिया।  मकायला ने जल्दी-जल्दी दो गोल दागकर शुरुआत में ही भारतीय टीम को बैकफुट पर ला दिया। दूसरे हाफ में भी ऑस्ट्रेलिया ने हमले जारी रखे और मौकों का फायदा उठाया। सैमी ने मैदानी गोल दागकर स्कोर 3-0 कर दिया। चौथे क्वार्टर में भी ऑस्ट्रेलिया का दबदबा रहा। मिगालिया ने गोल करके स्कोर 4-0 किया जबकि मकायला ने हैट्रिक पूरी करके मेजबान टीम की 5-0 से जीत सुनिश्चित की। भारत दौरे के अपने तीसरे मैच में सोमवार को ऑस्ट्रेलिया अंडर-21 टीम से भिड़ेगा।  

प्रधानमंत्री मोदी ने IIT भिलाई के नए चरण का वर्चुअल किया शिलान्यास

आईआईटी में आयोजित कार्यक्रम में तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार मंत्री गुरू खुशवंत साहेब हुए शामिल भारत सरकार ने फेस 2 के लिए 2257.55 करोड़ रुपए किए है मंजूर रायपुर, प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने आज झारसुगुड़ा (ओडिशा) में आयोजित कार्यक्रम के दौरान देश के आठ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में अधोसंरचना विकास कार्यों का वर्चुअल शिलान्यास किया। इनमें आईआईटी भिलाई के फेस-2 परियोजना भी शामिल है। अन्य सात संस्थानों में आईआईटी पटना, आईआईटी इंदौर, आईआईटी जोधपुर, आईआईटी तिरुपति, आईआईटी पलक्कड़, आईआईटी धारवाड़ और आईआईटी जम्मू सम्मिलित हैं। इस अवसर का सीधा प्रसारण आईआईटी भिलाई परिसर के नालंदा व्याख्यान कक्ष में किया गया। समारोह में छत्तीसगढ़ के कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री  गुरु खुशवंत साहेब और अहिवारा के विधायक  डोमनलाल कोर्सेवाड़ा उपस्थित रहे। मंत्री  गुरु खुशवंत साहेब ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा आठ आईआईटी परियोजनाओं का शिलान्यास होना पूरे देश और छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है। इससे प्रदेश में तकनीकी शिक्षा का विस्तार होगा और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आईआईटी भिलाई के फेस-2 निर्माण पूर्ण होने पर शोधार्थी छात्रों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। फेस-2 परियोजना : तकनीकी शिक्षा और नवाचार की नई दिशा भारत सरकार ने 29 मई 2025 को फेस-2 निर्माण के लिए 2,257.55 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं, जिनमें से 1,092 करोड़ रुपये परिसर निर्माण पर व्यय होंगे। इस चरण में 1 लाख 51 हजार 343 वर्ग मीटर का अतिरिक्त क्षेत्र विकसित किया जाएगा, जिसमें नए इंजीनियरिंग और विज्ञान विभाग, अत्याधुनिक प्रयोगशालाएँ, आईसीटी सक्षम व्याख्यान कक्ष और प्रोटोटाइप सुविधाएँ शामिल होंगी। छात्र संख्या 1,500 से बढ़कर 3,000 हो जाएगी। परियोजना में छात्रावास, मेस हॉल, खेल परिसर, ओपन एयर थिएटर, कैंटीन, खेल मैदान, टेनिस कोर्ट, आवासीय भवन, स्वास्थ्य केंद्र और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स जैसी सुविधाएँ भी जोड़ी जाएंगी। फेस-2 की सबसे महत्वपूर्ण पहल छत्तीसगढ़ का पहला अनुसंधान पार्क है, जिसकी स्थापना 96 करोड़ रुपये की लागत से की जाएगी। इस परियोजना को अक्टूबर 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। आईआईटी भिलाई की स्थापना वर्ष 2016 में की गई थी। फेस-1 निर्माण के लिए  1090.17 करोड़ मंजूर किए गए थे, जिसके तहत 1 लाख 34 हजार 450 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्मार्ट, पर्यावरण-संवेदनशील और छात्र-केंद्रित परिसर विकसित किया गया, जिसका लोकार्पण प्रधानमंत्री द्वारा 20 फरवरी 2024 को किया गया था। इस परिसर को जीआरआईएचए एलडी रेटिंग और एनएससीआई सुरक्षा पुरस्कार 2021 सहित कई सम्मान प्राप्त हुए हैं। आईआईटी भिलाई की उपलब्धियाँ और विशेषताएँ आईआईटी भिलाई का परिसर गोंड आदिवासी कला से प्रेरित प्रवेश गलियारों से सुशोभित है, जो छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक हैं। संस्थान वर्तमान में लगभग 185 करोड़ रुपये की 300 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं का नेतृत्व कर रहा है तथा अब तक 30 पेटेंट दर्ज किए जा चुके हैं। संस्थान विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतःविषय साइबर-भौतिक प्रणालियों (NM-ICPS) पर राष्ट्रीय मिशन के अंतर्गत स्थापित सेक्शन 8 कंपनी आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन (I B I T F) की मेजबानी करता है। हाल ही में आईबीआईटीएफ को वित्तीय क्षेत्र के लिए फिनटेक आधारित नवाचारों को प्रोत्साहित करने हेतु ‘श्रेणी-ए हब’ के रूप में नामित किया गया है। आईआईटी भिलाई की एक उल्लेखनीय पहल विद्या समीक्षा केंद्र, छत्तीसगढ़ है, जो राज्यभर के स्कूलों, शिक्षकों और छात्रों के लिए एक केंद्रीकृत, वास्तविक समय डिजिटल निगरानी प्रणाली है। इस मंच ने 10 लाख गैर-मौजूद छात्र रिकॉर्ड की पहचान कर उन्हें समाप्त किया, जिससे लगभग 40 करोड़ रुपये की बचत हुई और 60 लाख पाठ्यपुस्तकों का सही वितरण संभव हो सका। इसके अलावा संस्थान ने गहन तकनीकी समाधानों के माध्यम से जनजातीय समुदायों के उत्थान के लिए देशभर में कुल 54 जनजातीय विकास परियोजनाएँ शुरू की हैं, जिन पर 19 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। वर्तमान और भविष्य वर्तमान में आईआईटी भिलाई में बी.टेक, एम.टेक, एम.एससी. और पीएच.डी. कार्यक्रमों के अंतर्गत 1,525 छात्र अध्ययनरत हैं। फेस-2 विकास के साथ यह संख्या 3,000 तक पहुँच जाएगी। इससे संस्थान न केवल शिक्षण और अनुसंधान के क्षेत्र में बल्कि उद्योग सहयोग और तकनीकी विकास में भी एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित होगा। इस अवसर पर संस्था के विषय विशेषज्ञ, प्राध्यापकगण, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।    

बहनों के लिए धन की कमी नहीं, जल्द ही देंगे 1500 रुपए प्रतिमाह

धीरे-धीरे राशि बढ़ाकर 3 हजार रुपए प्रतिमाह कर देंगे 185 करोड़ रुपए से अधिक के 65 विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण एवं भूमिपूजन   भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हमारी भारतीय संस्कृति का वैशिष्ट्य ही हमारी पहचान है। हम मातृ सत्तात्मक समाज व्यवस्था के संवाहक हैं। यह सिर्फ भारत देश ही है, जहां बच्चा-बच्चा देश को माता के रूप में पूजकर 'भारत माता की जय' कहता है। यह नारियों के प्रति हमारी आस्था, हमारे सम्मान का प्रतीक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश की लाड़ली बहनों के लिए हमारे खजाने में धन की कोई कमी नहीं है। दीपावली की भाईदूज से लाड़ली बहनों को 1500 रुपए प्रतिमाह देंगे और हमारा संकल्प है कि धीरे-धीरे यह राशि बढ़ाकर 3 हजार रुपए प्रतिमाह कर देंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शिवपुरी जिले में किसानों को बाढ़ आपदा की राहत राशि के रूप में 10 करोड़ रुपए बांटे गए हैं। प्रदेश के हर अंचल में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। विकास की बात पर हमारी सरकार हर कदम पर नागरिकों के साथ है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को शिवपुरी जिले के नरवर में सेवा पखवाड़ा अंतर्गत आयोजित महिला सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 185 करोड़ रुपए से अधिक लागत वाले 65 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इनमें 48.90 करोड़ लागत के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और 136.67 करोड़ लागत के 52 से अधिक विकास कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। राजा नल-दमयंती की प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नरवर में राजा नल-दमयंती की प्रतिमा का अनावरण भी किया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नरवर के पुराने किले में रोप-वे निर्माण करने एवं नरवर में नया आईटीआई खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने नरवर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन करने, नगर परिषद नरवर में गौशाला निर्माण एवं पुलिस चौकी बनाने और आवागमन की बेहतरी के लिए सिंध नदी पर एक नया सेतु बनाने की भी घोषणा भी की। भावांतर योजना का लाभ लें किसान  मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश के किसानों को सोयाबीन उपार्जन के लिए शुक्रवार को ही भावांतर योजना की सौगात दी गई है। किसान भाई 10 से 25 अक्टूबर के बीच इस योजना में सोयाबीन बेचने के लिए अपना पंजीयन कराएं। किसानों को सोयाबीन का 5328 रुपए प्रति क्विंटल मूल्य दिलाएंगे। हमारी सरकार अपने सभी वादों और संकल्पों को पूरा करते हुए विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रही है। ग्वालियर सांसद श्री भारत सिंह कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नरवर आकर शिवपुरी जिले को अनेकों सौगात दी है। करेरा विधायक श्री रमेश खटीक ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव का राजा नल की नगरी नरवर में आत्मीय स्वागत है। कार्यक्रम में विधायक श्री महेंद्र सिंह यादव, विधायक श्री प्रीतम लोधी, विधायक श्री भवानी सिंह राठौरजनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं। 

विवादों में फंसे मंत्री! कांग्रेस ने विजयवर्गीय को लेकर खड़ी की नई रणनीति

भोपाल नगरीय विकास और आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर दिए बयान के बाद कांग्रेस ने तय किया है कि अब प्रदेश के ऐसे मंत्रियों की घेराबंदी की जाएगी, जो विवादित बयान देते रहे हैं। आदिम जाति कल्याण मंत्री विजय शाह जैसे मंत्रियों को जगह-जगह काले झंडे दिखाकर राजधानी से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में विरोध किया जाएगा। साथ ही भाजपा सरकार की घेराबंदी के लिए कांग्रेस नर्सिंग फर्जीवाड़ा, बीएड और डीएड कॉलेजों में फर्जीवाड़ा, संकल्प पत्र के अधूरे वादों को भी मुद्दा बनाने जा रही है।   विजयवर्गीय के बयान पर कांग्रेस भड़की हुई है और जगह-जगह प्रदर्शन कर रही है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शैलेंद्र पटेल ने शुक्रवार को बताया कि शनिवार और रविवार को महिला मोर्चा प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन करेगा। कैसे-कैसे बिगड़े बोल     कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल-प्रियंका के संदर्भ में पहले कहा कि आज के नेता प्रतिपक्ष अपनी जवान बहन का चौराहे पर चुंबन कर लेते हैं।     अगले दिन बोले कि मैं भाई-बहन के रिश्ते की पवित्रता पर प्रश्न नहीं उठा रहा।     प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री विजय शाह ने 11 मई 2025 को महू में सार्वजनिक मंच पर कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसकी देशभर में आलोचना हुई थी।

इस्लामिक देश में स्वास्थ्य संकट: मासूमों पर मंडराया खतरा, 20 की मौत और 2600 बीमार

इंडोनेशिया इंडोनेशिया, जो दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश है, इस समय खसरे (Measles) की महामारी से जूझ रहा है। इंडोनेशिया के मदुरा द्वीप के सुमेनेप शहर में खसरे का प्रकोप जारी है। पिछले नौ महीनों में  यहां 2600 से अधिक बच्चे संक्रमित हो चुके हैं और अब तक 20 मासूमों की जान जा चुकी है। इस्लामधर्म  बना सबसे बड़ी बाधा सरकार घर-घर जाकर बच्चों को खसरे का टीका लगाने की कोशिश कर रही है, लेकिन मुस्लिम समुदाय के कई माता-पिता टीकाकरण से पीछे हट रहे हैं। वजह है कि कुछ टीकों में सूअर से प्राप्त जिलेटिन का इस्तेमाल "स्टेबिलाइज़र" के रूप में किया जाता है, जिसे इस्लाम में हराम माना जाता है।   विद्वानों का मत 2018 में इंडोनेशियाई धार्मिक नेताओं (उलेमा काउंसिल) ने फैसला सुनाया था कि जिलेटिन वाले टीके हराम हैं, लेकिन जब तक वैकल्पिक दवा उपलब्ध न हो, तब तक इन्हें इस्तेमाल करने की इजाज़त है। इसके बावजूद, कई माता-पिता अब भी बच्चों को टीके नहीं लगवा रहे। सरकार और WHO की चेतावनी स्वास्थ्य विभाग ने अगस्त से 78,000 से अधिक टीके घरों, स्कूलों और क्लीनिकों में उपलब्ध कराए हैं। WHO ने साफ कहा है “टीकाकरण से दूरी बच्चों की जान के लिए खतरा है।” अगर लोग इस हिचकिचाहट को दूर नहीं करेंगे तो खसरे जैसी बीमारी और जानें ले सकती है।

तामिया की घाटियों में दौड़े 9 राज्यों और 20 जिलों के धावक

विश्व पर्यटन दिवस पर छिंदवाड़ा के तामिया में हुई मैराथन भोपाल विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर के उपलक्ष्य में “सेवा पखवाड़ा अभियान” अंतर्गत छिंदवाड़ा जिले के तामिया में पहली बार “तामिया मैराथन” का भव्य शुभारंभ हुआ। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस मैराथन में 746 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया था, जिनमें से 623 प्रतिभागियों ने सहभागिता कर आयोजन की तामिया में सफल शुरुआत की। इनमें मध्यप्रदेश सहित 9 राज्यों और 20 जिलों के प्रतिभागी शामिल हुए। कम समय में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में अन्य राज्यों के धावकों और बड़ी संख्या में प्रदेश के धावकों की सहभागिता ने तामिया मैराथन को ऐतिहासिक शुरुआत दी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप जिला प्रशासन और मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने किए जा रहे प्रयासों की श्रृंखला में मैराथन खास भूमिका निभाएगी। रिमझिम फुहारों के बीच हरी झंडी दिखाते ही दौड़े धावक – कार्यक्रम में सबसे पहले 21 कि.मी. की मैराथन की शुरुआत पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस से की गई। इसके थोड़े अंतराल के बाद 11 और 05 किमी की दौड़ शुरू हुई। नगर निगम छिंदवाड़ा के महापौर श्री विक्रम अहके, कलेक्टर श्री शीलेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री अजय पाण्डेय ने हरी झंडी दिखाकर मैराथन की शुरुआत की। मैराथन पी.डब्ल्यू.डी. रेस्ट हाउस से प्रारंभ होकर टोल प्लाजा, कुआं बादला मार्ग से होकर पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पर समाप्त हुई। विजेताओं को पुरस्कार तामिया मैराथन में तीन कैटेगरी 21, 11 और 05 किमी के लिए महिला एवं पुरुष दोनों वर्गों के लिए अलग-अलग प्रथम, द्वितीय, तृतीय विजेता घोषित किए गए। 21 कि.मी. मैराथन में उम्मीद से कहीं अधिक 350 धावकों ने भाग लिया, जिनमें 40 महिला धावक भी शामिल थीं। पुरुष वर्ग में उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के सतीश वर्मा ने और महिला वर्ग में उत्तर प्रदेश के कानपुर की याशी सचान ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसके लिए दोनों धावकों को 31-31 हजार रुपए की पुरस्कार राशि के चेक प्रदाय किए गए। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के धीरज यादव और भोपाल की प्राची वडियार ने द्वितीय स्थान प्राप्त कर 21-21 हजार रुपए की राशि प्राप्त की। सतना के अभिषेक सोनी और तामिया की माधुरी नर्रे ने तृतीय स्थान हासिल कर 11-11 हजार रुपए की पुरस्कार राशि प्राप्त की। गगन साहू और गीता भारती ने 11 कि.मी. मैराथन में प्रथम स्थान, देवकीनन्दन ने द्वितीय एवं मनोज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 05 किमी मैराथन में अरुण धुर्वे और बिंदिया परतेती ने प्रथम, अजेश और अंकिता ने द्वितीय एवं हिमांशु और गिरिजा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सरप्राइज गिफ्ट भी दिए गए तामिया मैराथन में कुछ सरप्राइस गिफ्ट भी रखे गए। 5 किमी दौड़ को पूरा करने वाले सबसे कम उम्र 8 वर्ष के प्रतिभागी प्रयान उट्टी और सबसे अधिक उम्र के पुरुष प्रतिभागी 72 वर्षीय श्री एस.बी. सोनटके एवं महिला प्रतिभागी 65 वर्षीय विशाखा सोनटके को सरप्राइस गिफ्ट प्रदान किए गए। इसी तरह 21 किमी मैराथन में सबसे कम उम्र 16 वर्षीय धावक गीतेश इड़पाची को सरप्राइस गिफ्ट दिया गया। महापौर श्री विक्रम अहके ने कहा ऐतिहासिक आगाज हुआ है। तामिया की घाटियों में होने वाली संभवतः यह प्रदेश की पहली मैराथन होगी। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि अद्भुत नैसर्गिक सुंदरता के साथ ही छिंदवाड़ा जिले और विशेषकर तामिया क्षेत्र में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। इस तरह के आयोजन पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही जिले को दूर-दूर तक नई पहचान दिलाएंगे। उन्होंने तामिया मैराथन के इस पहले आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। 

नगरीय विकास एवं आवास विभाग की प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केंद्र

भोपाल विज्ञान भारती के तत्वावधान में भोपाल स्थित बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय में एक भव्य विज्ञान मेला का आयोजन किया गया है। इस मेले में नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा एक विशेष प्रदर्शनी लगाई गई है, जो विद्यार्थियों, नागरिकों और विज्ञान प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी है। प्रदर्शनी में अमृत योजना, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी), स्मार्ट सिटी परियोजना, भोपाल एवं इंदौर की मेट्रो रेल परियोजना तथा मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कंपनी, मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत की गई। प्रदर्शनी का उद्देश्य इन योजनाओं की जानकारी को जनसामान्य तक पहुँचाना और शहरी विकास के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। प्रदर्शनी में विशेष आकर्षण का विषय अमृत मिशन एवं ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान रहा जिसके अंतर्गत आगंतुकों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व और पौधारोपण के लिए प्रेरित किया गया। प्रदर्शनी का उद्देश्य शहरी योजनाओं को सरल भाषा में आम नागरिकों तक पहुँचाना, विद्यार्थियों को वैज्ञानिक एवं तकनीकी नवाचारों से जोड़ना तथा जनभागीदारी को प्रोत्साहित करना है।  

फेस्टिवल मोड: पुलिस सतर्क, स्पेशल नाके और कर्मचारियों के लिए सुरक्षा निर्देश जारी

अमृतसर  त्योहार सीजन को ध्यान में रखते हुए श्री मुक्तसर साहिब के एस.एस.पी. डॉ. अखिल चौधरी द्वारा जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और शहरवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने खुद रात के समय रामलीला ग्राउंड और शहर के विभिन्न नाकों पर चेकिंग की और पुलिस मुलाजिमों को हिदायतें जारी कीं। एस.एस.पी. डॉ. अखिल चौधरी ने बताया कि त्यौहारी सीजन के दौरान श्री मुक्तसर साहिब में सुरक्षा प्रबंधों को ओर मजबूत करने के लिए 500 से अधिक पुलिस कर्मियों को सडक़ों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में तैनात किया गया है। शहर के मुख्य चौंक-चौराहों, अंदरूनी बाजारों और संवेदनशील स्थानों पर ज्यादा सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा चारों सब-डिवीजनों श्री मुक्तसर साहिब, मलोट, गिद्दड़बाहा और लंबी में विभिन्न नाके लगाए गए हैं, जहां 24 घंटे पुलिस मुलाजिम मौजूद रहेंगे। पी.सी.आर. मोटरसाइकिल और गश्त टीमें भी तैयार की गई हैं, जिन द्वारा लगातार शरारती तत्वों पर नजर रखी जा रही हैं। नाइट डॉमिनेशन होगा ओर मजबूत एस.एस.पी. ने कहा कि रात के समय नाइट डॉमिनेशन पेट्रोलिंग को ओर मजबूत किया गया है। रात समय सुरक्षा के पक्ष से बस अड्डे के पास लंबे समय से लावारिस खड़े संदिग्ध वाहनों की जांच की जा रही है। इस दौरान ‘वाहन ऐप’ की मदद से गाडिय़ों को वेरिफाई कर उनके पुलिस रिकॉर्ड की भी जांच की गई, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई वाहन किसी अवैध गतिविधि या पेंडिंग केस से जुड़ा न हो। इसके अलावा रात समय विभिन्न पुलिस टीमों के साथ शहर के विभिन्न जगहों पर नाके लगाए जार हे है। मुख्य रूटों, कॉलोनियों, बाजारों, जहां यातायात अधिक रहता है, वहीं नाके लगाकर हर वाहन व व्यक्ति की जांच की जा रही है। कंट्रोल रूम में अलर्ट जारी पुलिस कंट्रोल रूम को हमेशा एक्टिव रखने के आदेश दिए गए हैं। पी.सी.आर. मुलाजिमों को ड्यूटी पूरी चौकसी से निभाने और वायरलेस सेट हमेशा चार्ज रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी घटना की सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई की जा सके। 50 से अधिक नाके दिन-रात लगाए जाएंगी जिले में प्रवेश बिंदुओं, बाहरी रिंग रोड, मुख्य मार्गों और अंदरूनी जगहों पर करीब 50 से अधिक नाके दिन-रात लगाए जाएंगे। दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों और संदिग्ध व्यक्तियों की भी जांच की जा रही है।   नशा तस्करों के खिलाफ जारी रहेगी मुहिम एस.एस.पी. ने बताया कि त्यौहारी सीजन में कानून-व्यवस्था के साथ-साथ नशा तस्करों के खिलाफ चल रही मुहिम को ओर तेज किया गया है। नशों के कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। रामलीला ग्राउंड और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर खास सुरक्षा त्योहारी सीजन के दौरान रामलीला ग्राउंड और अन्य धार्मिक-सांस्कूतिक कार्यक्रमों के लिए भी कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। इन स्थानों पर पुलिस मुलाजिमों की अतिरिक्त ड्यूटी लगाकर भीड़ पर निगरानी रखी जा रही है। इसके साथ-साथ कार्यक्रम स्थलों के आसपास ट्रैफिक का भी विशेष प्रबंध किया गया है ताकि भीड़ या जाम की स्थिति न बने। हर कार्यक्रम स्थल पर पुलिस अधिकारी, सिविल ड्रेस में सुरक्षाकर्मी और महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, वहीं ड्रोन कैमरे और सी.सी.टी.वी. निगरानी से संदिग्ध गतिविधियों पर सख्त नजर रखी जा रही है। पार्किंग स्थलों के लिए अलग प्रबंध किए गए हैं, जहां पुलिस कर्मी लोगों की मदद करेंगे। इस अवसर पर एस.एस.पी. डॉ. अखिल चौधरी ने खुद रात में रामलीला ग्राउंड का दौरा कर सुरक्षा प्रबंधों का विस्तारपूर्वक जायजा लिया। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों और मुलाजिमों से बातचीत कर त्यौहारी सीजन में ओर ज्यादा चौकसी व जिम्मेदारी से ड्यूटी निभाने के लिए विशेष निर्देश दिए। डॉ. चौधरी ने पुलिस बैरिकेडिंग, इमरजेंसी प्रबंध और भीड़ नियंत्रण की तैयारियों का खुद निरीक्षण किया और सुनिश्चित किया कि किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो। उन्होंने तैनात मुलाजिमों को सुरक्षा प्रबंधों के प्रति ओर संवेदनशील रहने व हर आने-जाने वाले की पूरी जांच करने के आदेश दिए ताकि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति कार्यक्रम स्थलों में प्रवेश न कर सके। इसके अलावा उन्होंने जिले के विभिन्न नाकों का अचानक निरीक्षण किया और पुलिस कर्मियों को सख्त चौकसी बरतने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने आदेश दिया कि ड्यूटी के दौरान कोई लापरवाही न हो, हर वाहन की गहराई से जांच हो और संदिग्ध व्यक्तियों की पूरी तलाशी ली जाए। लोगों के लिए अपील एस.एस.पी. ने जनता से अपील की है कि वह किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को दें। उन्होंने कहा कि कानून की उल्लंघना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और शहर की अमन-शांति बनाए रखने के लिए पुलिस और जनता को मिलकर काम करना होगा।

यूक्रेन की साज़िश? जेलेंस्की पर आतंकवाद फैलाने के आरोप UN में गूंजे

यूक्रेन  संयुक्त राष्ट्र महासभा में माली के प्रधानमंत्री अब्दुलाये मैगा ने  यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की का काला चेहरा बेनकाब करते हुए आरोप लगाया कि यूक्रेन अब दुनिया भर के आतंकवादी समूहों के लिए कमिकेज़ ड्रोन का मुख्य सप्लायर बन गया है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में कुछ पश्चिमी देशों को यूक्रेन को हथियार की आपूर्ति रोक देनी चाहिए, वरना वे अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के फैलाव में योगदान कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मैगा ने याद दिलाया कि यूक्रेन ने जुलाई 2024 में माली की सुरक्षा बलों पर टिंज़ाउतेन क्षेत्र में हुए हमले में अपनी भागीदारी को सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था। उन्होंने कहा,"24-26 जुलाई 2024 को माली के किडाल क्षेत्र में सुरक्षा बलों पर हुए हमले के बाद, हमने इस घटना और यूक्रेनी अधिकारियों के सार्वजनिक बयानों की कड़ी निंदा की। दुर्भाग्य से, यूक्रेनी अधिकारी अंतरराष्ट्रीय मंच को थिएटर समझ बैठे हैं।"इस घटना के बाद अगस्त 2024 में माली ने यूक्रेन के साथ राजनयिक संबंध तोड़ दिए थे। यह निर्णय यूक्रेन की रक्षा मंत्रालय की इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट के प्रमुख प्रतिनिधि अंद्रेय यूसोव और सेनेगल में यूक्रेनी राजदूत यूरी पिवोवारोव के हमले में कथित शामिल होने के बयानों के बाद लिया गया।   माली के एक आतंकवाद विरोधी अभियोजन अधिकारी ने बताया कि यूक्रेनी अधिकारियों के बयानों के मद्देनजर आतंकवाद को समर्थन देने की संभावित जांच शुरू की गई है। रूसी विदेश मंत्रालय spokeswoman मारिया ज़ाखारोवा ने स्पुतनिक को बताया कि कीव उन अफ्रीकी देशों में आतंकवादी समूहों का समर्थन कर रहा है, जो रूस के दोस्त हैं, क्योंकि यूक्रेन मैदान में रूस को हराने में असफल रहा है।