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अब पंजाब में Driving License और RC के नियम होंगे और भी सख्त – पूरी जानकारी

लुधियाना  ए.आर.टी.ओ. दीपक ठाकुर पिछले पूरे महीने से अपनी सीट पर दिखाई नहीं दिए। विभागीय काम से उनकी लंबी गैर-हाज़िरी की रिपोर्टों ने व्यापक जनसंपर्क चर्चा छेड़ दी। हालांकि, जब ‘पंजाब केसरी’ के एक प्रतिनिधि ने उन्हें कई दिनों बाद पूछा कि क्या वह छुट्टी पर हैं, तो ए.आर.टी.ओ. ने कहा कि वह विभागीय काम के लिए महाराष्ट्र गए थे। ए.आर.टी.ओ. ने स्पष्ट किया कि पिछले साल से विभाग में आर.सी. और लाइसेंस की प्रिंटिंग रुकी हुई थी, जिससे निवेदकों को काफी परेशानी हो रही थी। उन्होंने कहा कि इस समस्या का स्थायी हल खोजने के लिए, लाइसेंस और आर.सी. छपाई का ठेका महाराष्ट्र की दो निजी कंपनियों को दिया गया है। प्रिंटिंग का काम निजी कंपनियों के माध्यम से दीपक ठाकुर के अनुसार यह काम पहले पूरी तरह सरकार द्वारा संभाला जाता था। हालांकि, मशीनरी और संसाधनों की कमी के कारण पिछले साल से छपाई रुकी हुई थी। निजी कंपनियों ने लगभग 1,00,000 लाइसेंस और आर.सी. छापे हैं और उन्हें निवेदकों के घरों तक पहुंचा दिया है। ए.आर.टी.ओ. ने कहा कि बाकी बचे लाइसेंस और आर.सी. की छपाई अगले 2 महीनों के भीतर पूरी हो जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार का लक्ष्य दिसंबर 2025 तक सभी लंबित फाइलों को क्लियर करना है। उन्होंने भरोसा दिया कि सभी लंबित फाइलें और छपाई का काम दिसंबर 2025 तक पूरी तरह क्लियर कर दिया जाएगा, ताकि निवेदकों को कोई असुविधा न हो।  

34 दवाओं का इस्तेमाल अब अपराध: सरकार ने किया प्रतिबंध लागू

 नई दिल्ली केंद्र सरकार ने अंडे देने वाले पक्षियों, डेयरी जानवरों, गाय, भेड़, बकरी, सुअर और मधुमक्खियों में इस्तेमाल होने वाली 34 दवाओं के निर्माण, आयात और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें 15 एंटीबायोटिक्स, 18 एंटीवायरल और 1 एंटीप्रोटोजोल्स दवा शामिल हैं। इन दवाओं का इस्तेमाल करने वाले पर 3 साल की सजा और जुर्माना हो सकता है। पाबंदी का उद्देश्य मनुष्यों तक दवाओं के प्रभाव और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से होने वाले खतरे को रोकना है। केंद्र ने राज्यों के अधिकारियों को दवा दुकानों और निर्माताओं को निर्देश जारी करने को कहा है। सरकार ने कहा कि अब पशुपालकों के लिए सुरक्षित विकल्प उपलब्ध हैं और यह कदम सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए लिया गया है।  

अक्टूबर में चलेगा स्वच्छता अभियान

किसानों को ग्राम सभा में दी जायेगी भावांतर भुगतान योजना की जानकारी मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक भोपाल मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन की अध्यक्षता में मंत्रालय में बुधवार को भावांतर भुगतान योजना एवं 2 अक्टूबर से शुरू होंगे स्वच्छता अभियान संबंधी बैठक हुई। मुख्य सचिव ने कृषि तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि भावांतर भुगतान योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। स्वच्छता अभियान 2 से 31 अक्टूबर तक चलाया जाये। इसमें शासकीय कार्यालयों में रखे अनावश्यक और अनुपयोगी कबाड़ का निपटान करें। 2 अक्टूबर को विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाये। जनता के लंबित प्रकरणों का निराकरण किया जाये। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में सोयाबीन खरीफ भावांतर भुगतान योजना अंतर्गत किसानों का पंजीयन ई-उपार्जन पोर्टल पर 3 से 17 अक्टूबर तक होगा। पंजीयन PACS /CSC/ MP किसान ऐप के माध्यम से कराए जाएंगे। योजना अंतर्गत सोयाबीन विक्रय अवधि दिनांक 24 अक्टूबर से 15 जनवरी 2026 तक रहेगी। प्रदेश में 2 अक्टूबर को आयोजित ग्राम सभा में भावांतर योजना की जानकारी सचिव द्वारा दी जाएगी। 3 अक्टूबर, 2025 को सभी कृषि उपज मंडियों में होर्डिंग्स एवं पंजीयन केंद्र पर बैनर के माध्यम से योजना की जानकारी दी जाएगी। किसानों एवं व्यापारियों के Whatsapp ग्रुप पर SMS के माध्यम से पंजीयन की अनिवार्यता एवं अंतिम तिथि के बारे में जानकारी भेजी जाएगी। प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में 3 से 5 अक्टूबर तक जिला कलेक्टर द्वारा सभी विधायक सांसद/किसान प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर योजना की जानकारी दी जायेगी। बैठक के बाद स्थानीय मीडिया के साथ योजना के बारे में चर्चा, भावांतर योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार, योजना में निहित लाभ की जानकारी एवं जन जागरण के लिए ट्रैक्टर रैली/मोटर साइकल रैली का आयोजन किया जायेगा। प्रत्येक कृषि उपज मंडी स्तर पर भारसाधक अधिकारी एवं मंडी सचिव द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधि, किसान संगठन और व्यापारियों के साथ परिचर्चा की जायेगी। सभी मंडियों में 15 अक्टूबर, तक भावांतर सहायता डेस्क स्थापित किये जायेंगे। 24 अक्टूबर से 15 जनवरी 2026 तक कृषकों के Testimonial के 30-30 सैकेंड के वीडियो/विश्वसनीयता के कार्य और सम्पूर्ण योजना पर सतत निगरानी एवं नेतृत्त्व किया जायेंगे। प्रत्येक मंडी के लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति, योजना के दुरुपयोग को रोकने के लिए व्यापारी के स्टॉक की उपलब्ध रियल टाइम जानकारी का समय-समय पर सत्यापन, मॉडल रेट की सतत निगरानी जिससे कि अनावश्यक गिरावट न हो और भावांतर योजना के तहत खरीदे गए सोयाबीन का भुगतान बैंक खातों में सुनिश्चित किया जायेगा। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री अशोक बर्णवाल, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्रीमती दीपाली रस्तोगी, किसान कल्याण और कृषि विकास सचिव श्री निशांत वरवड़े एवं आयुक्त मंडी बोर्ड श्री कुमार पुरूषोत्तम उपस्थित थे।  

मौसम का बदलाव: यूपी में दो दिन भारी बारिश, जानें किन राज्यों में होगी ओलावृष्टि

नई दिल्ली  मॉनसून का सीजन लगभग खत्म हो चुका है, लेकिन वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से उत्तर भारत में मौसम में बदलाव आने वाला है। चार और पांच अक्टूबर को पूर्वी उत्तर प्रदेश के इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं, पांच और छह अक्टूबर को जम्मू, कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में ओले गिरने वाले हैं। इसके अलावा, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर के संभावित दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से 2-5 अक्टूबर के दौरान पूर्वी भारत के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। दो अक्टूबर को ओडिशा में कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। पांच से सात अक्टूबर के दौरान एक नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित कर सकता है। जिसका सबसे ज्यादा असर छह अक्टूबर को देखने को मिलेगा। पूर्व और मध्य भारत की बात करें तो एक से छह अक्टूबर तक उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, एक से चार अक्टूबर तक गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, दो से चार अक्टूबर तक झारखंड, एक से तीन अक्टूबर तक ओडिशा, तीन से चार अक्टूबर को पश्चिम मध्य प्रदेश, एक, तीन और चार अक्टूबर को पूर्वी मध्य प्रदेश में कई इलाकों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। दो और तीन अक्टूबर को गंगा तटीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, तीन अक्टूबर को झारखंड, ओडिशा, एक, तीन और चार अक्टूबर को उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तीन से पांच अक्टूबर तक बिहार में बहुत भारी बारिश की संभावना है। दो अक्टूबर को ओडिशा में कुछ स्थानों में बहुत भारी बारिश होगी। उत्तर पूर्व भारत की बात करें तो अगले तीन से चार दिनों तक इलाके में कुछ जगह पर भारी बारिश की संभावना है। एक से तीन अक्टूबर तक असम, मेघालय में और एक अक्टूबर को त्रिपुरा में बहुत भारी बारिश होगी। दक्षिण भारत की बात करें तो दो से चार अक्टूबर तक तमिलनाडु में कुछ स्थानों से मध्यम बारिश के साथ कुछ इलाकों में भारी बारिश होगी। एक और दो अक्टूबर को तटीय आंध्र प्रदेश, यनम में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत की बात करें तो एक से चार अक्टूबर के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में छिटपुट बारिश की संभावना है। उसके बाद पांच से सात अक्टूबर के दौरान गरज और बिजली के साथ व्यापाक से व्यापाक बारिश हो सकती है। तीन से छह अक्टूबर को पूर्वी उत्तर में, छह और सात अक्टूबर को जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तरखंड, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, एक, पांच और छह अक्टूबर को राजस्थान में छिपटुट भारी बारिश होगी। चार और पांच को पूर्वी उत्तर प्रदेश, छह को जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और छह और सात अक्टूबर को उत्तराखंड में बहुत भारी बारिश की संभावना है।  

मंत्रियों ने दी प्रदेशवासियों को विजयादशमी पर शुभकामनाएँ

भोपाल नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय और स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह ने प्रदेशवासियों को विजयादशमी पर शुभकामनाएँ दी हैं। मंत्री श्री विजयवर्गीय ने कहा है कि असत्य पर सत्य की जीत का पर्व हम सबको सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। मंत्री श्री सिंह ने अपने संदेश में कहा है कि विजयादशमी का पर्व अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है। यह पर्व हमे सत्य और धर्म का अनुसरण करने का संदेश देता है। उन्होंने समाज के प्रत्येक वर्ग से विजयादशमी का पर्व सद्भावना और सौहार्दपूर्ण मनाये जाने की अपील की है।  

गोलू बनकर हदें पार: नूर मोहम्मद ने MP में किया ये डरावना काम

अमझेरा थाना क्षेत्र में एक युवती के साथ धोखाधड़ी, दुष्कर्म और जबरन धर्म परिवर्तन का प्रयास किए जाने का मामला सामने आया है। मुस्लिम युवक ने फर्जी नाम से पहले युवती से दोस्ती की, फिर शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में मतांतरण का दबाव बनाया। पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट पर विभिन्न प्रकरण दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। थाना प्रभारी राजू मकवाना ने बताया कि पीड़िता ने रिपोर्ट में बताया कि वह अमझेरा बाजार करने आती थी, तभी नानाघाट निवासी नूर मोहम्मद पुत्र शहजाद खान ने अपनी पहचान छिपाकर गोलू नाम से उससे दोस्ती की। कुछ समय बाद आरोपित ने बहला-फुसलाकर उसका अपहरण किया और शादी करने का झांसा देकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। इस दौरान आरोपित उसे धमकाता रहा कि यदि उसने बात किसी को बताई तो जान से मार देगा।   मतांतरण का बना रहा था दबाव पीड़िता के अनुसार आरोपित उसे धमकाते हुए कहता था कि तुझे मेरे साथ रहना है तो मेरा धर्म अपनाना होगा। जब युवती को आरोपित की असलियत और उसकी नीयत का पता चला तो उसने अपने स्वजन को पूरी घटना बताई और थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। दुष्कर्म करने के बाद बताया अपना धर्म युवती आरोपित को हिंदू समझ रही थी। 29 सितंबर को आरोपित नूर युवती को बाइक पर बैठाकर बलेड़ी लेकर गया। इसके बाद बस से मांगोद लेकर जाने लगा, लेकिन युवती बस से उतर गई। इसके कुछ समय बाद दोबारा बस में बैठाया और धार आया। यहां इंदौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित खेत पर लेकर गया, जहां उसके साथ दो बार दुष्कर्म किया। जब घर वालों को दुष्कर्म घटना बताने की बात कही, तो आरोपित ने युवती को जान से मारने की धमकी दी औ कहा मेरा नाम गोलू उर्फ नूर मोहम्मद है। अब तुझे मुझसे शादी करके मेरा धर्म अपनाना पड़ेगा। इसके बाद पुलिस ने युवती को आरोपित के चुंगल से छुड़ाया। आरोपित गिरफ्तार, जेल भेजा पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर दुष्कर्म, अपहरण, अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम और मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया है। आरोपित नूर मोहम्मद उर्फ गोलू को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

उप मुख्यमंत्री देवड़ा ने विजयादशमी पर प्रदेशवासियों को दी बधाई

सत्य की विजय का उत्सव धूमधाम से मनाए भोपाल उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने विजयादशमी पर नागरिकों को बधाई एवं शुभकामकाएं दी है। उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने अपने संदेश में कहा है कि विजयादशमी का पर्व हमें शिक्षा देता है कि असत्य और अधर्म चाहे कितना भी प्रबल क्यों न हो, धर्म और सत्य की विजय निश्चित है। विजयादशमी का पर्व हमें शक्ति, साहस और धर्म के मार्ग पर अग्रसर होने की प्रेरणा देता है। उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि भगवान श्रीराम के महान आदर्शों पर चलकर ही भारत राष्ट्र महान बन सकेगा और पूरे विश्व में सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि विजयादशमी भारत को महान राष्ट्र बनाने के संकल्प को दोहराने का भी अवसर है।  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कन्याओं को तिलक लगाकर, चुन्नी ओढ़ाकर स्नेह पूर्वक कराया भोज

मुख्यमंत्री निवास में हुआ कन्या पूजन भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शारदीय नवरात्र की महानवमी पर बुधवार को मुख्यमंत्री निवास में कन्या-पूजन कर भोजन कराया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कन्याओं का तिलक कर पांव पखारे। उन्होंने कन्याओं को चुनरी ओढ़ाकर आरती की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कन्याओं से संवाद कर उन्हें दुलार भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कन्या-पूजन के बाद कन्याओं को स्वयं अपने हाथों से भोजन परोसा और बड़े मनुहार से कन्याओं की रूचि के अनुरूप खीर, पूरी और मिष्ठान भी खिलाये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कन्या भोज के बाद सभी कन्याओं को उपहार देकर उनका शुभाशीष लिया।  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव से मिले जर्मनी जाने वाले ग्राम विचारपुर के 5 फुटबॉल खिलाड़ी

मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देकर भेंट की फुटबॉल किट भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर शहडोल जिले के मिनी ब्राजील के रूप में विख्यात ग्राम विचारपुर के 5 फुटबॉल खिलाड़ियों ने सौजन्य भेंट की। ये 5 फुटबॉल खिलाड़ी खेल एवं युवा कल्याण विभाग के माध्यम से अपनी महिला प्रशिक्षक के साथ जर्मनी के प्रतिष्ठित फुटबॉल क्लब एफसी FC Ingolstadt 04 वर्ल्ड क्लास प्रशिक्षण के लिए जर्मनी जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी खिलाड़ियों को बधाई देकर उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह देश और प्रदेश के लिए कुछ कर दिखाने का मौका है। इस स्वर्णिम अवसर का भरपूर लाभ उठाएं। मुख्यमंत्री ने सभी खिलाड़ियों को फुटबॉल किट भेंट की। उल्लेखनीय है कि प्रशिक्षक सुश्री लक्ष्मी सहीस के नेतृत्व में कुमारी सानिया कुण्डे (14 वर्ष), कुमारी सुहानी कोल (15 वर्ष), प्रीतम कुमार (14 वर्ष), वीरेन्द्र बैगा (16 वर्ष) और श्री मनीष घसिया (16 वर्ष) प्रशिक्षण लेने जर्मनी जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव से फुटबॉल खिलाड़ियों की भेंट के दौरान प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण श्री मनीष सिंह, संचालक खेल श्री राकेश कुमार गुप्ता सहित खेल विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।  

सारंडा मामले में सरयू राय ने झारखंड सरकार के ढुलमुल रवैए पर लगाए गंभीर सवाल

रांची झारखंड के जमशेदपुर पश्चिम से विधायक और पूर्व मंत्री सरयू राय ने सारंडा वन क्षेत्र को वन्य जीव अभयारण्य घोषित करने के मामले में राज्य सरकार की टालमटोल रवैया पर गंभीर सवाल खड़े किए है। राय ने रांची के प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सारंडा सैंक्चुअरी घोषित करने के मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने 17 सितम्बर को एक कड़ा आदेश जारी किया है और कहा है कि झारखण्ड सरकार 07 अक्टूबर, 2025 तक सारंडा वन्यजीव अभयारण्य घोषित करे अन्यथा राज्य के मुख्य सचिव जेल जाने के लिए तैयार रहे। सरयू राय ने कहा कि इसके पूर्व गत 29 अप्रैल, 2025 को झारखंड सरकार के वन पर्यावरण विभाग के सचिव ने सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष सशरीर उपस्थित हुए थे, अभयारण्य घोषित होने में देरी के लिए क्षमा याचना किया था और कहा था कि झारखण्ड सरकार 57,519.41 हेक्टेयर क्षेत्र में अभयारण्य घोषित करेगी और 13603,80 हेक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र को ससंगदा बुरू संरक्षण रिजर्व के रूप में अधिसूचित करेगी। परंतु सरकार ने यह वादा पूरा नहीं किया। ज्ञातव्य है कि बिहार सरकार ने 06 फरवरी, 1969 को सारंडा वन क्षेत्र के 314.68 वर्ग किलोमीटर इलाके को गेम सैंक्चुअरी घोषित किया था, जिसका उल्लेख सारंडा वन प्रमंडल के वर्किंग प्लान 1976 में है। उन्होंने कहा कि मैंने इस बारे में विधानसभा में 02 मार्च 2021 को प्रश्न पूछा था, जिसके उत्तर में सरकार ने कहा था कि बिहार सरकार की यह अधिसूचना सरकार के पास उपलब्ध नहीं है। वहीं राय ने बताया कि झारखण्ड सरकार की एक मंत्रिमंडलीय उपसमिति सारण्डा वन्यजीव अभयारण्य घोषित करने के विभिन्न पहलुओं पर अध्ययन करने के लिए सारण्डा गया है। उप समिति द्वारा मंत्रिपरिषद को दिये गये परामर्श के अनुसार ही सरकार सर्वोच्च न्यायालय में आगामी 08 अक्टूबर, 2025 को अपना पक्ष रखेगी। राय ने कहा कि सारंडा वन क्षेत्र में खनन का इतिहास काफी पुराना है। सबसे पहले बोनाई आयरन कंपनी को घाटकुरी क्षेत्र में 06 दिसम्बर, 1909 को 249.60 और 281.60 एकड़ में आयरन ओर खनन का लीज दिया गया था। इसी तरह 08 दिसम्बर, 1915 तक अंकुवा और घाटकुरी इलाका में इस कंपनी को कुल 2706.16 एकड़ क्षेत्र में आयरन ओर और मैंगनींज के खनन का लीज दिया था। इसके बाद में सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र की कतिपय कंपनियों को मिलाकर स्वतंत्रता के पूर्व 11,886 एकड़ अर्थात 4,831.71 हेक्टेयर क्षेत्र में लीज दिया गया था। राय ने बताया कि स्वतंत्रता के उपरांत सार्वजनिक क्षेत्र की कुल 12 कंपनियों को कुल 6,633.30 हेक्टेयर में और निजी क्षेत्र की कुल 30 कंपनियों को 3132.18 हेक्टेयर क्षेत्र में लीज दिया गया था। इसके अतिरिक्त सार्वजनिक क्षेत्र की दो कंपनियों को 115.46 हेक्टेयर में और निजी क्षेत्र की 5 कंपनियों को 5,128.20 हेक्टेयर क्षेत्र में आयरन ओर और मैंगनींज के खनन का प्रोस्पेक्टिंग लीज दिया गया। वर्ष 2006 के बाद मधु कोड़ा की सरकार में सारंडा क्षेत्र में खनन लीज लेने वालों की बाढ़ आ गई। करीब 65,679.40 हेक्टेयर में माईिंनग लीज के आवेदन आये। इसमें प्राय: सभी आवेदन निजी क्षेत्र की कंपनियों का था। उल्लेखनीय है कि सारण्डा सघन वन का कुल क्षेत्रफल करीब 85,712 हेक्टेयर है।