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ईडी का छापा: छतरपुर में शिवहरे परिवार के घर जांच, जमीन सौदे और बैंक रिकॉर्ड खंगाले गए

छतरपुर मध्‍य प्रदेश के छतरपुर जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के बगौता में तिराहे पर स्थित शिवहरे परिवार के निवास पर आज सुबह करीब 7 बजे प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने छापा मारा है. जानकारी के अनुसार, भोपाल से आई ED की 5 सदस्यीय टीम 4 पुलिसकर्मियों के साथ स्वर्गीय देवी दीन शिवहरे के परिवार के घर पर जाँच कर रही है. परिवार से जुड़े लोगों में रियल एस्टेट और बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन व्यवसायी अनंत राम शिवहरे और मुकेश शिवहरे (सब इंजीनियर, पूर्व में पन्ना में कार्यरत) शामिल हैं. फिलहाल ED ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि किस मामले में जाँच की जा रही है. सुबह 7 बजे से चल रही कार्रवाई शिवहरे परिवार के यहां ED की 5 सदस्यीय टीम ने करीब सुबह 7 बजे छापा मारा था. तभी से ठेकेदार अनंतराम शिवहरे और उनके पुत्र सब इंजीनियर मुकेश शिवहरे के यहां ED की कार्यवाही चल रही है. ED की टीम ने अभी तक किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी है. वहीं घर के बाहर पुलिस के जवान को भी तैनात किया गया है. पाल से आई टीम, बैंक रिकॉर्ड भी खंगाले भोपाल से आई ईडी की पांच सदस्यीय टीम सुबह चार पुलिसकर्मियों के साथ स्वर्गीय देवीदीन शिवहरे के निवास पर पहुंची और जांच शुरू की। यह घर सागर-कानपुर रोड पर बगौता तिराहे के पास स्थित है। छापेमारी के दौरान ईडी टीम के साथ आईसीआईसीआई बैंक के अधिकारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने संबंधित बैंक खातों और लेन-देन से जुड़ी जानकारी जांच एजेंसी को उपलब्ध कराई। परिवार का ठेकेदारी और जमीन कारोबार से जुड़ाव जांच जिन लोगों को केंद्र में रखकर की जा रही है, उनमें अनंतराम शिवहरे और मुकेश शिवहरे शामिल हैं। अनंतराम पहले नल फिटिंग के ठेकेदार रहे हैं, जबकि मुकेश शिवहरे पन्ना में सब इंजीनियर के पद पर कार्यरत रह चुके हैं। उनकी पत्नी डॉ. सोनल शिवहरे वर्तमान में ईसानगर में पदस्थ हैं। बताया जा रहा है कि शिवहरे परिवार ठेकेदारी के साथ-साथ जमीन की खरीद-फरोख्त के व्यवसाय से भी जुड़ा हुआ है। जांच एजेंसी को शक है कि कुछ लेन-देन संदिग्ध हैं, जिन्हें लेकर दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। थाना प्रभारी ने की पुष्टि सिविल लाइन थाना प्रभारी सतीश सिंह ने भी ईडी की इस कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी ने कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की है और पुलिस टीम सहयोग के लिए मौके पर मौजूद रही। ED की कार्रवाई जारी जानकारी के मुताबिक, ED की टीम शिवहरे परिवार के यहां कार्यलायों के दस्‍तावेजों, वित्तीय रिकॉर्ड्स और जरुरी अन्‍य समानों की जांच कर रही है. दरअसल, अनंत राम शिवहरे रियल एस्‍टेट सेक्‍टर में कॉफी सक्रिय माने जाते हैं. इनकी बिल्डिंग कंस्‍ट्रक्‍शन प्रोजेक्‍ट्स में भी अहम भुमिका मानी जाती है. ED द्धारा शिवहरे परिवार के यहां छापा मारने के बाद से ही इलाके में हड़कंप मच गया है.

AI स्मार्ट ग्लास में तेजी, लेकिन Apple ने सस्ता Vision Pro करना बंद कर दिया

नई दिल्ली  टेक दिग्गज Apple ने अपने बजट Vision Pro हेडसेट की योजना को रोकते हुए अब पूरी ताकत AI-संचालित स्मार्ट ग्लासेस के विकास पर लगा दी है। Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार टीमें अब तक सस्ते Vision Pro वेरिएंट पर काम कर रही थीं। उन्हें नए ग्लासेस प्रोजेक्ट पर तेजी लाने के लिए आदेश दिए गए थे। यह कदम ऐसे समय में आया है, जब Meta ने हाल ही में अपने नए Ray-Ban AI ग्लासेस पेश किए हैं। अब स्मार्ट आईवियर बाजार में कंपटीशन बढ़ रही है। Vision Air फिलहाल टला काफी समय से "Vision Air" नामक हल्के और सस्ते Vision Pro हेडसेट को लेकर चर्चाएं थीं, जिसके 2027 में लॉन्च होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। अब यह रोडमैप फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। Apple का स्मार्ट ग्लासेस प्लान Apple के नए स्मार्ट ग्लासेस में कैमरे, माइक्रोफोन और AI सॉफ्टवेयर होंगे। शुरुआती मॉडल iPhone से कनेक्ट होकर काम करेंगे। कंपनी इन्हें 2026 में पेश कर सकती है और 2027 तक बड़ा लॉन्च संभव है। स्टाइल और टेक का संगम Apple अपने ग्लासेस को फैशन एक्सेसरी के रूप में भी पेश करने जा रहा है। ये अलग-अलग फ्रेम, रंग और प्रीमियम मटेरियल में उपलब्ध हो सकते हैं। भविष्य के वर्जन में हेल्थ सेंसर जोड़ने की भी योजना है। डिस्प्ले वर्जन पाइपलाइन में पहले मॉडल में इनबिल्ट डिस्प्ले नहीं होगा। हालांकि, Apple ने डिस्प्ले-इक्विप्ड वर्जन का टाइमलाइन 2028 से घटाकर तेज कर दिया है, जिससे Meta के Ray-Ban Display ग्लासेस से मुकाबला किया जा सके। कीमत और लॉन्च टाइमलाइन कीमत का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन Apple का इतिहास बताता है कि ये सस्ते नहीं होंगे। शुरुआती लॉन्च 2026 में और बड़े पैमाने पर रोलआउट 2027 में संभव है। Vision Pro रहेगा जारी सस्ता Vision Pro फिलहाल टल गया है, लेकिन Apple अपना हेडसेट लाइनअप बंद नहीं कर रहा। नया Vision Pro, M5 चिप के साथ, इसी साल आने की उम्मीद है।

डॉक्टर ने बताए कैंसर के 6 संकेत, जिन्हें अधिकतर लोग करते हैं अनदेखा

कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही लोग सहम जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं, अगर इसका पता शुरुआती स्टेज में ही चल जाए तो इसका इलाज काफी हद तक संभव है? समस्या यह है कि हममें से 80% लोग इसके शुरुआती संकेतों को सामान्य शारीरिक बदलाव समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे बीमारी गंभीर रूप ले लेती है। सीनियर ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. आंचल अग्रवाल के अनुसार, लोग अक्सर इन संकेतों को थकान, उम्र बढ़ने या किसी मामूली इन्फेक्शन का लक्षण मान लेते हैं। उनका कहना है, "यह लापरवाही ही अक्सर जानलेवा साबित होती है। अगर लोग इन संकेतों को पहचानकर समय पर डॉक्टर से मिलें, तो कई जानें बचाई जा सकती हैं।" आइए, जानते हैं उन 6 शुरुआती संकेतों के बारे में, जिन्हें कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। लगातार थकान जो आराम करने पर भी ठीक न हो अगर आपको बिना किसी कारण के लगातार थकान महसूस होती है और आराम करने के बाद भी इसमें सुधार नहीं होता, तो यह एक चेतावनी हो सकती है। यह थकान सामान्य थकान से अलग होती है और रोजमर्रा के काम करने में भी दिक्कत पैदा कर सकती है। शरीर के किसी भी हिस्से में लगातार दर्द शरीर के किसी भी हिस्से में बिना किसी चोट के अगर लगातार दर्द बना रहता है, तो इसे हल्के में न लें। यह दर्द हड्डियों, मांसपेशियों या पेट में हो सकता है। अगर यह दर्द लंबे समय तक रहता है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। त्वचा या तिल में बदलाव अपनी त्वचा पर नए तिल, गांठ, या किसी भी तरह के बदलाव पर ध्यान दें। अगर किसी पुराने तिल का आकार, रंग या रूप बदल रहा है, या उसमें से खून निकल रहा है, तो यह स्किन कैंसर का संकेत हो सकता है। बिना वजह वेट लॉस या भूख में कमी अगर बिना किसी डाइट या कोशिश के अचानक आपका वजन कम होने लगा है, तो यह चिंता का विषय है। इसके अलावा, भूख में कमी या खाने की इच्छा न होना भी एक गंभीर संकेत हो सकता है। शरीर में कहीं भी गांठ या सूजन अपने शरीर के अलग-अलग हिस्सों जैसे गर्दन, बगल या स्तनों में किसी भी तरह की गांठ या सूजन को महसूस करें। अगर आपको कोई नई गांठ महसूस होती है या कोई पुरानी गांठ बड़ी हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। लंबे समय तक खांसी या आवाज में बदलाव अगर आपको लंबे समय से खांसी है जो किसी भी दवा से ठीक नहीं हो रही है, या आपकी आवाज में भारीपन या कर्कशता आ गई है, तो यह फेफड़ों या गले के कैंसर का संकेत हो सकता है। याद रखें, हमारा शरीर हमेशा हमें कुछ न कुछ बताने की कोशिश करता है। इन छोटे-मोटे संकेतों को नजरअंदाज न करें। समय पर पहचान और सही इलाज से कई जान बचाई जा सकती हैं। अगर आपको ऊपर दिए गए किसी भी संकेत का एहसास होता है, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।  

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से चार की जान गई, एक की हालत गंभीर

पूर्णिया बिहार के पूर्णिया में भीषण हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है। वहीं एक युवक की हालत गंभीर है। पांचों लोग कसबा में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गए हैं। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस ने चार युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घायल का इलाज पूर्णिया जीएमसीएच में चल रहा है। शव क्षत-विक्षत अवस्था में ट्रैक पर पड़े मिले स्थानीय लोगों का कहना है कि कटिहार जोगबनी रेलखंड के कसबा जबनपुर के पास शुक्रवार सुबह करीब साढ़े चार बजे वंदे भारत ट्रेन के चपेट में आने से पांच लोग कट गए। ट्रेन की रफ्तार इतनी तेज थी कि लोगों को संभलने या भागने का कोई मौका नहीं मिला। पांच लोगों को बुरी तरह चपेट में। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि चार लोगों के शव क्षत-विक्षत अवस्था में ट्रैक पर पड़े मिले। घटना के तुरंत बाद इलाके में चीख-पुकार और कोहराम मच गया। जांच में जुटी पुलिस पुलिस की टीम हादसे में जान गंवाने वाले किसी भी मृतक की पहचान खबर लिखे जाने तक नहीं हो सकी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रतीत हो रहा है कि पांचों युवक दुर्गापूजा का मेला देखकर लौट रहे थे। इसी दौरान हादसा हुआ है। पुलिस के लिए यह एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। गंभीर रूप से घायल एकमात्र व्यक्ति को आननफानन में पूर्णिया मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर्स की टीम उसकी जान बचाने की हरसंभव कोशिश कर रही है, लेकिन हालत चिंताजनक बनी हुई है।

3211 दिन के इंतजार के बाद केएल राहुल का धमाकेदार शतक, जानें टूटे ये 5 बड़े रिकॉर्ड

नई दिल्ली  केएल राहुल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अहमदाबाद में जारी पहले टेस्ट में शतक जड़ कमाल कर दिया है। यह उनके टेस्ट करियर का 11वां तो बतौर ओपनर 10वां शतक है। वहीं घर पर उनके बल्ले से यह शतक 9 साल के लंबे अंतराल बाद आया है। पिछली बार 2016 में राहुल ने भारतीय सरजमीं पर सेंचुरी जड़ी थी, तब वह इंग्लैंड के खिलाफ 199 के स्कोर पर आउट हुए थे। इस बार वह 100 रन पर ही विकेट दे बैठे, लंच ब्रेक के बाद राहुल एक भी रन नहीं जोड़ पाए। हालांकि उन्होंने अपने इस शतक के दम पर कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए। आईए इनमें से 5 रिकॉर्ड्स पर नजर डालते हैं।   केएल राहुल ने खत्म किया 3211 दिनों का सूखा भारतीय सरजमीं पर केएल राहुल के पहले और दूसरे शतक के बीच 3211 दिनों का अंत है, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे बड़ा गैप है। इससे पहले आर अश्विन ने 2013 के बाद 2021 में सेंचुरी जड़ी थी, उनके पहले और दूसरे शतक के बीच 2655 दिनों का गैप था। राहुल ने आखिरकार इस सूखे को खत्म कर दिया है। घरेलू मैदान पर दो टेस्ट शतकों के बीच सबसे अधिक पारियां- केएल राहुल को घर पर दूसरा शतक जड़ने के लिए 26 पारियां लगी। उन्होंने इस मामले में कपिल देव और अजिंक्य रहाणे जैसे खिलाड़ियों की बराबरी की है। इस लिस्ट में आर अश्विन टॉप पर हैं। 36- आर अश्विन 32- सैयद किरमानी 27- चंदू बोर्डे 26- विजय मांजरेकर/पॉली उमरीगर/कपिल देव/अजिंक्य रहाणे/केएल राहुल बतौर भारतीय ओपनर सबसे ज्यादा सेंचुरी बतौर भारतीय ओपनर केएल राहुल सबसे ज्यादा शतक जड़ने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में चौथे नंबर पर पहुंच गए हैं। उन्होंने इस मामले में रोहित शर्मा और गौतम गंभीर का रिकॉर्ड तोड़ा है, जिन्होंने पारी का आगाज करते हुए टेस्ट में 9-9 सेंचुरी ठोकी थी। वहीं अब केएल राहुल के आगे मुरली विजय (12), वीरेंद्र सहवाग (22) और सुनील गावस्कर (33) हैं। WTC में बतौर भारतीय ओपनर केएल राहुल का 5वां शतक WTC में बतौर भारतीय ओपनर केएल राहुल सबसे ज्यादा शतक जड़ने के मामले में केएल राहुल से आगे निकल चुके हैं। अब उनके आगे यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा हैं। रोहित के नाम सर्वाधिक शतक का रिकॉर्ड है। 9- रोहित शर्मा 6- यशस्वी जयसवाल 5- केएल राहुल 4- मयंक अग्रवाल WTC में सबसे ज्यादा शतक वहीं वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में बतौर भारतीय सबसे ज्यादा शतक जड़ने के मामले में उन्होंने विराट कोहली को पछाड़ ऋषभ पंत की बराबरी कर ली है। इन दोनों खिलाड़ियों के नाम अब WTC में 6-6 शतक हैं। रोहित शर्मा और शुभमन गिल 9-9 शतक के साथ टॉप पर हैं। 9- रोहित शर्मा 9-शुभमन गिल 6-ऋषभ पंत 6- यशस्वी जयसवाल 6 – केएल राहुल* 5-विराट कोहली 4 – मयंक अग्रवाल 4-रवींद्र जड़ेजा  

तनाव या मुश्किल हालात? अपनाएँ ये तरीका और बनें कामयाब

किसी भी परिस्थिति में कंट्रोल करना जरूरी है। पर ये कंट्रोल दूसरों पर ना होकर खुद पर होना जरूरी है। अपने आप को और दिमाग को इस तरह से ट्रेनिंग दे कि मुश्किल, विपरीत और बिल्कुल अलग तरह की सिचुएशन में कैसे खुद को शांत रखें। क्योंकि ज्यादातर गलतियां हम तभी करते हैं जब हमारी सोच, फिजिकल एक्टीविटी और हमारे शब्द जल्दी से रिएक्ट कर देते हैं। जब अपने दिमाग पर हमारा कंट्रोल होगा तो इस तरह की परिस्थितियों का सामना करना आसान होगा। जानें कैसे विपरीत सिचुएशन में खुद को कूल रखें। खुद पर कंट्रोल खोने से बचाना जब भी सामने वाला आपको प्रोवोक करे, नीचा दिखाए तो खुद से यहीं कहना है कि मेरा रिएक्शन मेरी ताकत है और मैं इसे ऐसे ही नहीं दूंगा। क्योंकि गुस्से में खुद पर कंट्रोल खो देने से पावर भी चली जाती है। धीरे से रिएक्ट करें जब भी बहुत ही गंभीर, डिप्रेशन और स्ट्रेसफुल सिचुएशन आए तो तीन बार गहरी सांस लें और सोचें क्या मेरा इस जगह पर रिस्पांड करना जरूरी है। जो इंसान शांत रहते हैं वो अपनी प्रतिक्रिया देने के मामले में जल्दीबाजी नहीं दिखाते। और, जो लोग जल्दी प्रतिक्रिया देते हैं अक्सर वो कमजोर ही होती है। सिचुएशन नहीं माइंड पर कंट्रोल करें अक्सर लोग सिचुएशन को कंट्रोल करने में लग जाते हैं लेकिन सिचुएशन नहीं खुद के माइंड पर कंट्रोल करने की जरूरत होती है। मेंटली स्ट्रांग लोगों से इन बातों को सीखें। जैसे ही कोई निगेटिव सिचुएशन आए तो सोचें कि हर समस्या का समाधान होता है। इससे पहले भी कई मुश्किल परिस्थितियां संभाली हैं। इसे भी संभाल लेंगे और ज्यादा सोचने से नहीं बल्कि अपने ऐक्शन में क्लियरिटी लाएं। जिससे प्रॉब्लम सॉल्व की जा सके। बॉडी लैंग्वेज पर कंट्रोल जब भी निगेटिव सिचुएशन आती है तो अपने बॉडी लैंग्वेज पर भी कंट्रोल करें। स्पाइन को सीधा करें, चेस्ट को ओपन करें और सांसों को धीरे से लें। ऐसा करने से बॉडी लैंग्वेज कंट्रोल में दिखेगी। निगेटिव विचारों को रोकें मन में जैसे ही निगेटिव विचार आएं तो खुद से बात करें कि क्या जो मैं सोच रहा हूं वो सही है या केवल मन का भ्रम। अपने विचारों को लिखें, ऐसा करने से ज्यादा क्लियर होगा माइंड।  

मॉर्निंग वॉक के दौरान कार ने युवकों को मारा टक्कर, आरोपी भाजपा नेता का बेटा, पुलिस पर सवाल

सीहोर नगर के सैकड़ाखेड़ी मार्ग पर हुए दर्दनाक हिट एंड रन मामले में पुलिस की कार्यवाही अब सवालों के घेरे में है। 26 सितंबर की सुबह करीब 5:30 बजे मॉर्निंग वॉक कर रहे दो युवकों को तेज रफ्तार स्विफ्ट कार (MP 04 CJ 4088) ने कुचल दिया था। हादसे में जरीफ खान की मौत हो गई, जबकि उसका साथी धर्मेश गंभीर घायल है और वर्तमान में एम्स भोपाल में इलाजरत है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कार में बैठे एक युवक ने खुद को भाजपा नेता व जिला पंचायत सदस्य राजू राजपूत का बेटा बताया। चश्मदीदों के अनुसार, हादसे के बाद कार में सवार तीनों युवकों को मौके से पकड़ा गया और पुलिस की 112 टीम द्वारा थाना कोतवाली भी लाया गया।   ग्रामीणों का कहना है कि युवकों ने एक्सीडेंट कबूल भी किया, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने एफआईआर अज्ञात आरोपी के खिलाफ दर्ज की। आरोप है कि थाना पहुंचने के बाद कार चालक और अन्य दो युवकों को छोड़ दिया गया। अब यह पूरा मामला पुलिस की निष्पक्षता और साख पर सवाल खड़े कर रहा है। कार जिस भाजपा नेता से जुड़ी बताई जा रही है, उससे घटना और भी संवेदनशील हो गई है। पुलिस और प्रशासन के बड़े अफसर भी अब तक इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। यह उठ रहे सवाल     जब कार और आरोपी युवक मौके से पकड़े गए, तो फिर अज्ञात आरोपी की तलाश क्यों?     क्या पुलिस दबाव में आकर आरोपितों को बचा रही है?     हादसे के वीडियो और गवाहों के बयानों के बावजूद पुलिस कार्रवाई क्यों ढीली है? टीआई कोतवाली रवीन्द्र यादव का कहना है कि घटना के संबंध में पुलिस जांच कर रही है, मौके पर मौजूद लोगों के बयान लिए जा रहे हैं, लेकिन लोगों में सवाल यही है कि क्या यह जांच वास्तव में निष्पक्ष है या फिर आरोपियों को बचाने की कवायद?

Mirabai Chanu का कमाल: वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2025 में भारत की झोली में सिल्वर

टोक्यो भारत की वेटलिफ्टिंग सनसनी मीराबाई चानू एक बार फिर देश के लिए गौरव की प्रतीक बनकर उभरी हैं। टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर लाने वाली मीराबाई ने नॉर्वे के फोर्डे में आयोजित 2025 वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 48 किलोग्राम भारवर्ग में सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया। ये उपलब्धि सिर्फ एक व्यक्तिगत जीत नहीं, बल्कि भारत के लिए एक बड़ी वापसी भी है — इस प्रतियोगिता में तीन साल बाद देश को कोई पदक मिला है। 199 किलो का कमाल, 12 किलो से गोल्ड से चूकीं चानू ने कुल 199 किलोग्राम भार (84 किग्रा स्नैच और 115 किग्रा क्लीन एंड जर्क) उठाकर रजत पदक पर निशाना साधा। हालांकि, नॉर्थ कोरिया की रि सोंग गुम ने 213 किलोग्राम के विशाल भार के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा कर लिया। चीन की थान्याथन ने कांस्य पदक हासिल किया। दमदार शुरुआत, कुछ चूके मौके  चानू ने स्नैच में 84 किलोग्राम सफलतापूर्वक उठाकर मजबूत आगाज़ किया, जो उन्हें इस वर्ग में कांस्य पदक तक ले गया। हालांकि इसके बाद के दोनों प्रयासों में वो 87 किलोग्राम के भार को सफलतापूर्वक नहीं उठा सकीं। दूसरी ओर, क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 109 किग्रा से शुरुआत करते हुए 112 और फिर 115 किग्रा तक सफलता हासिल की, जिससे उनका कुल स्कोर 199 किग्रा पहुंच गया और सिल्वर मेडल पक्का हो गया। तीसरा वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल, नया कीर्तिमान इस मेडल के साथ मीराबाई अब उन चुनिंदा भारतीय वेटलिफ्टरों में शामिल हो गई हैं, जिन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीन बार पोडियम फिनिश किया है। इससे पहले वो 2017 में गोल्ड और 2022 में सिल्वर जीत चुकी हैं। इस तरह वे कुंजारानी देवी (7 मेडल) और कर्णम मल्लेश्वरी (4 मेडल) के बाद तीसरी सबसे अधिक बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाली भारतीय बन गई हैं। भारत का कुल खाता अब 18 पदकों तक पहुंचा इस जीत के साथ भारत का वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में कुल पदकों का आंकड़ा 18 हो गया है — जिनमें 3 स्वर्ण, 10 रजत और 5 कांस्य शामिल हैं। खास बात ये है कि ये सभी मेडल भारत की महिला खिलाड़ियों ने ही अर्जित किए हैं, जो देश की बेटियों की कड़ी मेहनत और लगन का प्रमाण है। हाल ही में जीता था कॉमनवेल्थ गोल्ड इससे ठीक एक महीने पहले, मीराबाई ने अहमदाबाद में आयोजित 2025 कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भी गोल्ड जीतकर धूम मचाई थी। उन्होंने 193 किलोग्राम (84 किग्रा स्नैच + 109 किग्रा क्लीन एंड जर्क) वजन उठाकर न केवल पोडियम के टॉप पर जगह बनाई बल्कि 2026 ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए सीधे क्वालिफिकेशन भी हासिल किया।

टीकाराम जूली ने जासूसी कैमरा विवाद पर राष्ट्रपति से भेंट की इच्छा जताई

जयपुर विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान भड़का जासूसी कैमरा विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है। कांग्रेस इस मुद्दे को छोड़ने को तैयार नहीं है। राजस्थान में जासूसी कैमरा विवाद को लेकर विधानसभा में धरने प्रदर्शन के बाद राज्यपाल को ज्ञापन दे चुकी कांग्रेस अब आरोप लगा रही है कि प्रदेश में इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो रही। इसलिए नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस मामले में राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है। जूली ने कहा कि यह घटना लोकतंत्र की गरिमा और संवैधानिक संस्थाओं की पवित्रता पर प्रश्नचिह्न खड़ा करती है। यह घटना न केवल विपक्षी विधायकों की निजता का हनन है, बल्कि जनता के विश्वास के साथ सीधा खिलवाड़ भी है।  जूली ने बताया कि इस गंभीर प्रकरण पर विपक्षी दल के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल से मिलकर कर उन्हें समस्त तथ्यों से अवगत कराया था और निष्पक्ष जांच की मांग रखी थी। जूली ने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में लोकतंत्र की रक्षा एवं संविधान की मर्यादा बनाए रखने हेतु उन्होंने माननीय राष्ट्रपति महोदय से समय प्रदान करने का आग्रह किया है। लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्थाएं संसद और विधानसभाएं हैं। यदि इन्हीं पर संदेह और जासूसी का वातावरण बनेगा तो यह पूरे देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने स्पष्ट किया कि विपक्ष इस लड़ाई को जनता और लोकतंत्र के हित में अंत तक लड़ेगा। किसी भी कीमत पर लोकतांत्रिक मूल्यों और विधायकों की गरिमा पर आंच नहीं आने दी जाएगी। क्या था जासूसी कैमरा विवाद  विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्षी नेता और कांग्रेस विधायकों ने स्पीकर वासुदेव देवनानी को घेरते हुए आरोप लगाया कि विधानसभा में अतिरिक्त CCTV / PTZ (Pan-Tilt-Zoom) कैमरे लगाए गए हैं, खासकर विपक्षी बेंच और महिला विधायकों के आस-पास, जिनका उपयोग उन पर निगरानी रखने और उनकी गतिविधियों की रिकॉर्डिंग करने में हो रहा है। आरोपों के अनुसार, ये कैमरे सिर्फ सदन की कार्यवाही के दौरान नहीं बल्कि सदन के बाद भी सक्रिय रहते हैं, और कैमरों से ‘स्पीकर के रूम’ या रेस्ट रूम जैसे जगहों से भी नियंत्रण किया जाता है।     कांग्रेस ने कहा कि ये कैमरे नियमों और विधानसभा की पारंपरिक मर्यादाओं का उल्लंघन हैं, और विधायक‑सदस्यों की निजता का हनन करते हैं। स्पीकर ने यह जवाब दिया विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि कैमरे सदन की कार्यवाही रिकॉर्डिंग और प्रसारण के लिए हैं, ऑडियो रिकॉर्डिंग नहीं होती। सरकार ने कहा कि ये कैमरे सुरक्षा कारणों और सदन के ऑडिट‑प्रक्रिया तथा पारदर्शिता के लिए लगाए गए हैं।

AAP कार्यकर्ताओं की सुरक्षा पर सवाल: रैली बस पर हुआ गोलियों से हमला

पंजाब  झबाल में आम आदमी पार्टी (AAP) की रैली के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के आगमन से पहले बड़ी घटना सामने आई। रैली में शामिल होने के लिए पिंड मूसे से AAP के कार्यकर्ता सरकारी पंजाब रोडवेज की बस से जा रहे थे। इसी दौरान पिंड के कुछ युवकों ने बस पर पत्थर और ईंटों से हमला कर दिया। हमलावरों ने बस के शीशे भी तोड़ दिए और गोलियां भी चलाईं। इस हमले में चार AAP कार्यकर्ता घायल हो गए। घायलों में सुरिंदर सिंह पुत्र सुखदेव सिंह,अरविंदर सिंह, गुरमीत सिंह, फुमण सिंह शामिल हैं। AAP के सरपंच करनैल सिंह, जो खुद भी इस हमले में घायल हुए, ने बताया कि इस मामले की थाना झबाल में शिकायत दर्ज करवाई गई है और घायल कार्यकर्ताओं को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोप लगाया जा रहा है कि यह हमला BJP से जुड़े कुछ युवकों द्वारा किया गया।