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28 हजार कुकों की मजबूरी: गैस और राशन उधार लेकर चल रही स्कूलों की मिड डे मील रसोई

चंडीगढ़ प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नौनिहालों को मिड डे मील (एमडीएम) खिलाने वाले तकरीबन 28,400 कुक आर्थिक तंगहाली से गुजर रहे हैं। इतना ही नहीं स्कूलों की रसोई में पक रहा राशन भी उधार पर आ रहा है। राज्य सरकार की ओर से दो माह अगस्त व सितंबर और केंद्र सरकार की ओर से पांच माह का मानदेय जारी नहीं हुआ है। प्रदेश के 14,200 सरकारी स्कूलों में तकरीबन 28,400 कुक मिड डे मौल में तैनात हैं। प्रति कुक 7,000 रुपये मासिक मानदेय दिया जाता है जिसमें एक हजार रुपये केंद्र और छह हजार रुपये राज्य सरकार की ओर से जारी होते हैं। बजट जारी न होने से राशन और गैस सिलेंडर का इंतजाम भी उधार पर करना पड़ रहा है। मिड डे मील वर्कर्स यूनियन हरियाणा के प्रधान जय भगवान ने कहा कि 2004 से अब तक एमडीएम स्कीम की दोनों मदों मानदेय और कुकिंग कॉस्ट की राशि कभी भी समय पर नहीं मिली है। इसमें कई बार तो 3 से 6 महीने तक की देरी हो जाती है। ऐसे में बाजार से उधार सामान लेना पड़ता है जिससे दुकानदार अपनी मनमर्जी के रेट वसूलते हैं। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने इस मुद्दे पर अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। रोहतक में राज्यस्तरीय बैठक में राज्य प्रधान प्रभु सिंह की अध्यक्षता और महासचिव रामपाल के संचालन में यह प्रस्ताव पारित हुआ कि अगर तुरंत भुगतान नहीं किया गया तो जल्द ही राज्यव्यापी विरोध अभियान शुरू किया जाएगा। एमडीएम में केंद्र और राज्य सरकार दोनों की तरफ से बजट मिलता है। कई बार दोनों ओर से बजट अलग-अलग समय पर आता है। इस तरह की समस्या जिन स्कूलों में आ रही है उन्हें दफ्तर में शिकायत करनी चाहिए। शिकायत के आधार पर मामले की जांच करवाई जाएगी। विनीत गर्ग, एसीएस, स्कूल शिक्षा विभाग    

चैटजीपीटी एटलस लॉन्च: अब दुनिया की जानकारी सिर्फ एक क्लिक दूर!

नई दिल्ली ओपनएआई ने एक नए एआई-पावर्ड वेब ब्राउजर चैटजीपीटी एटलस लॉन्च किया है, जिसे कि यूजर्स के इंटरनेट इस्तेमाल करने के तरीके को नए सिरे से परिभाषित करने के लिए डिजाइन किया गया है। पूरी तरह से चैटजीपीटी पर आधारित इस ब्राउजर का उद्देश्य ट्रेडिशनल वेब ब्राउजिंग के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को मर्ज करना है, जिससे एक सहज और इंटरैक्टिव ऑनलाइन एक्सपीरियंस मिलता है। कंपनी का कहना है कि एटलस अब मैकओएस यूजर्स के लिए वैश्विक स्तर पर उपलब्ध है और जल्द ही विंडोज, आईओएस और एंड्रॉयड पर भी उपलब्ध होगा। मूल रूप से एटलस चैटजीपीटी को एक्सटेंशन के रूप में जोड़ने के बजाय सीधे ब्राउजर के अंदर प्लेस करता है। नया टैब पेज एक चैट विंडो और एक ट्रेडिशनल सर्च बार दोनों का काम करता है, जिससे यूजर्स वेबसाइट ब्राउज कर सकते हैं, एआई-जनरेटेड जवाब पा सकते हैं और रेगुलर सर्च रिजल्ट सब कुछ एक ही जगह कर सकते हैं। यूजर्स चैट इंटरफेस को छोड़े बिना लिंक, इमेज, वीडियो और समाचारों के बीच स्विच कर सकते हैं। चैटजीपीटी एटलस की सबसे बड़ी खासियत इसकी ऑप्शनल ब्राउजर मेमोरी है। कंपनी का कहना है कि यूजर्स के पास एआई द्वारा याद रखे जाने वाले कंटेंट को लेकर पूरा कंट्रोल होगा। वे डेटा क्लियर कर सकते हैं और प्राइवेटली ब्राउज भी कर सकते हैं। डिफॉल्ट रूप से, ब्राउजिंग सामग्री का इस्तेमाल मॉडल ट्रेनिंग के लिए तब तक नहीं किया जाएगा जब तक कि यूजर ऑप्ट-इन करने का विकल्प नहीं चुन लेते। एक और बड़ा अपग्रेड 'एजेंट मोड' की शुरुआत है, जो चैटजीपीटी को सीधे ब्राउजर के अंदर ही एक्शन लेने की अनुमति देता है। उदाहरण के लिए, यह टॉपिक पर रिसर्च कर सकता है, टैब खोल सकता है, डेटा निकाल सकता है, और यहां तक कि रेसिपी से शॉपिंग कार्ट बनाने के लिए इंस्टाकार्ट जैसी सर्विस के साथ इंटरैक्ट भी कर सकता है। प्रोडक्ट लीड एडम फ्राई ने बताया कि इसका मतलब है कि एटलस अब रिजर्वेशन या फ्लाइट बुक करने और यहां तक कि किसी भी डॉक्यूमेंट को एडिट करने में मदद कर सकता है। ब्राउजर में कर्सर चैट नाम से एक फीचर मिलता है, जो यूजर्स को किसी भी टेक्स्ट को हाइलाइट करने की सुविधा देता है। जैसे ईमेल को लेकर यूजर चैटजीपीटी से इसे रिराइट और रिफाइन करने की सुविधा पा सकता है। ऑल्टमैन ने एटलस को इंटरनेट के इस्तेमाल के एक नए तरीके की ओर एक कदम बताया, जहां चैट एक्सपीरियंस वेब नेविगेशन का एक स्वाभाविक हिस्सा बन जाता है। उन्होंने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में लोग जिस तरह से इंटरनेट का इस्तेमाल करेंगे, वेब ब्राउजर में चैट का एक्सपीरियंस एक बेहतरीन उदाहरण हो सकता है।"

मानवता को शर्मसार करने वाले सैन्य अधिकारी बांग्लादेश में अब जेल में

ढाका   बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) ने बुधवार को 15 सेवारत सैन्य अधिकारियों को सैन्य हिरासत से अदालत में पेश होने के बाद जेल भेज दिया। इन सैन्य अधिकारियों पर अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के दौरान लोगों को गायब करने, हत्या करने और हिरासत में यातना देने का आरोप है। विशेष न्यायाधिकरण द्वारा 11 अक्टूबर को मानवता के विरुद्ध कथित अपराधों के मुकदमे के लिए इन 15 अधिकारियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया था, जिसके बाद बांग्लादेश सेना ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। न्यायाधिकरण के मुख्य अभियोजक ताजुल इस्लाम ने कार्यवाही के बाद संवाददाताओं को बताया, “न्यायाधिकरण ने लोगों को गायब करने, हत्या और हिरासत में यातना दिये जाने के संबंध में आज (बुधवार को) पेश किए गए 15 सैन्य अधिकारियों को जेल भेजने का आदेश दिया है।” उन्होंने बताया कि न्यायाधिकरण ने किसी की भी जमानत याचिका पर सुनवाई नहीं की। इस्लाम ने कहा कि जमानत याचिकाओं के लिए एक औपचारिक प्रक्रिया है और अधिकारी पांच नवंबर को होने वाली अगली सुनवाई से पहले औपचारिक अर्जी दायर कर सकते हैं।   न्यायमूर्ति एम. गुलाम मुर्तुजा मजूमदार की अध्यक्षता वाले न्यायाधिकरण ने ‘फरार' पूर्व प्रधानमंत्री हसीना और अन्य फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें अदालत में पेश करने का भी आदेश दिया। इससे पहले, 15 अधिकारियों को कड़ी सुरक्षा के बीच एक हरे रंग की बस में ढाका छावनी से लाया गया, जहां उन्हें आठ अक्टूबर को गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद से सैन्य हिरासत में रखा गया था। जेल भेजे गये सैन्य अधिकारियों में एक मेजर जनरल, छह ब्रिगेडियर जनरल, कई कर्नल, लेफ्टिनेंट कर्नल और एक मेजर शामिल हैं।    

अनुसूचित जाति के मेधावी विद्यार्थियों के लिए ‘श्रेष्ठ योजना’ हेतु आवेदन की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए देश के श्रेष्ठ निजी आवासीय विद्यालयों में मिलेगा प्रवेश अवसर रायपुर अनुसूचित जाति के मेधावी विद्यार्थियों को देश के सर्वश्रेष्ठ निजी आवासीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से भारत सरकार की “श्रेष्ठ योजना” (Scheme for Residential Education for Students in High Schools in Targeted Areas – SHRESHTA) के तहत आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर 2025, शाम 5 बजे निर्धारित की गई है। इस योजना के अंतर्गत प्रतिवर्ष राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा के माध्यम से कक्षा 9 और 11 में प्रवेश के लिए 3000 नए विद्यार्थियों का चयन किया जाता है, जो कक्षा 12वीं तक की शिक्षा पूरी करते हैं। स्कूलों का आबंटन योग्यता और विद्यार्थियों की प्राथमिकता के आधार पर आनलाइन काउंसिलिंग के माध्यम से किया जाता है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा वर्ष 2022-23 से संचालित यह योजना राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित निजी आवासीय विद्यालयों के माध्यम से अनुसूचित जाति वर्ग के विद्यार्थियों को कक्षा 9वीं एवं 11वीं में प्रवेश का अवसर प्रदान करती है। इसके लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा “राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा (श्रेष्ठ)” (NETS) का आयोजन किया जाता है। आगामी परीक्षा दिसंबर 2025 में संभावित है। श्रेष्ठ योजना के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष सर्वोत्तम निजी आवासीय विद्यालयों का चयन का मापदंड ऐसे विद्यालय हैं जो न्यूनतम पाँच वर्षों से सतत रूप से संचालित हों, पिछले तीन वर्षों में कक्षा 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाओं में कम से कम 75 प्रतिशत या उससे अधिक उत्तीर्णता दर प्राप्त कर चुके हों, तथा जिनके पास कक्षा 9वीं और 11वीं में अतिरिक्त रूप से कम से कम 10 अनुसूचित जाति विद्यार्थियों को समायोजित करने हेतु आवश्यक एवं उपयुक्त बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध हों। इस योजना के अंतर्गत चुने गए विद्यार्थियों को शिक्षण एवं छात्रावास शुल्क का पूरा व्यय भारत सरकार द्वारा वहन किया जाता है। विद्यार्थियों को किसी प्रकार का शुल्क या अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होता। साथ ही, शैक्षणिक समायोजन में सहायता हेतु ‘ब्रिज कोर्स’ के लिए वार्षिक शुल्क का 10% तक का प्रावधान है। योजना अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन NTA की वेबसाइट पर किया जा सकता है। आवेदन सुधार हेतु विंडो 1 से 2 नवंबर 2025 तक खुली रहेगी। विस्तृत दिशा-निर्देश एवं सार्वजनिक सूचना https://cdnbbsr.s3waas.gov.in/s388a839f2f6f1427879fc33ee4acf4f66/uploads/2025/10/202510101384621454.pdf पर उपलब्ध हैं। राज्य शासन ने सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देशित किया है कि वे अपने जिलों में स्कूलों, वेबसाइटों और सोशल मीडिया के माध्यम से इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें, ताकि पात्र विद्यार्थी समय पर आवेदन कर सकें और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के इस अवसर का लाभ उठा सकें।

छत्तीसगढ़ में पहली बार ‘सूर्यकिरण एरोबैटिक शो’, वायुसेना के जांबाज भरेंगे आसमान में रंगीन उड़ानें

रायपुर छत्तीसगढ़ की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर राजधानी नवा रायपुर का आसमान 5 नवम्बर को एक ऐतिहासिक दृश्य का साक्षी बनेगा। भारतीय वायुसेना की प्रसिद्ध सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम (Suryakiran Aerobatic Team – SKAT) अपने रोमांचकारी करतबों से छत्तीसगढ़ और देशवासियों को गर्व, उत्साह और देशभक्ति की भावना से भर देगी। यह शो रजत जयंती समारोह का सबसे विशेष आकर्षण होगा। छत्तीसगढ़ के आकाश में गूंजेगा भारतीय शौर्य राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर आयोजित यह एरोबैटिक शो छत्तीसगढ़ की प्रगति, उपलब्धियों और आत्मविश्वास का प्रतीक बनेगा। नवा रायपुर के आसमान में जब सूर्यकिरण टीम उड़ान भरेगी, तब ‘बॉम्ब बर्स्ट’, ‘हार्ट-इन-द-स्काई’ और ‘एरोहेड’ जैसी प्रसिद्ध फॉर्मेशन्स पूरे दर्शक समुदाय को रोमांच और गर्व से भर देंगी। सूर्यकिरण टीम का यह प्रदर्शन छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। यह दिखाएगा कि अनुशासन, तकनीक और टीमवर्क से कैसे असंभव को संभव बनाया जा सकता है।  राज्य शासन और भारतीय वायुसेना के संयुक्त प्रयास से आयोजन की तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं।  जनसहभागिता से सजेगा रजत जयंती का आकाश रायपुर और आसपास के जिलों से हजारों नागरिक, विद्यार्थी और परिवार इस एरोबैटिक शो को देखने नवा रायपुर पहुँचेंगे। यह छत्तीसगढ़ की जनसहभागिता और राष्ट्रीय गर्व का जीवंत उदाहरण बनेगा। ‘सूर्यकिरण एरोबैटिक शो’ केवल एक प्रदर्शन नहीं, बल्कि यह भारतीय वायुसेना के शौर्य, सटीकता और समर्पण का प्रतीक है। छत्तीसगढ़ की रजत जयंती पर गर्व की उड़ान 5 नवम्बर को नवा रायपुर का आसमान गर्व, रोमांच और देशभक्ति के रंगों से भर उठेगा। सूर्यकिरण टीम का यह ऐतिहासिक शो छत्तीसगढ़ की रजत जयंती को यादगार बना देगा और हर दर्शक के मन में भारत के वीर वायुसैनिकों के प्रति सम्मान और गर्व की भावना जगाएगा। उल्लेखनीय है कि 1996 में गठित सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम भारतीय वायुसेना की सटीकता, साहस और तकनीकी दक्षता का प्रतीक है। अपने गठन के बाद से इस टीम ने भारत की हवाई क्षमता और अनुशासन का भव्य प्रदर्शन देश-विदेश के अनेक मंचों पर किया है। सूर्यकिरण टीम एशिया की एकमात्र नौ विमान की एरोबैटिक डिस्प्ले टीम है, जो भारतीय वायुसेना की तकनीकी क्षमता, अनुशासन और समन्वय की मिसाल मानी जाती है। इनके विमानों की उड़ानें इतनी सटीक होती हैं कि कभी-कभी पंखों के बीच की दूरी पाँच मीटर से भी कम रह जाती है — यही वह कौशल है जो भारत को वैश्विक स्तर पर अलग पहचान देता है। स्वदेशी तकनीक से आत्मनिर्भर भारत की उड़ान टीम ने अपनी यात्रा की शुरुआत HJT-16 Kiran Mk-II से की थी। वर्ष 2015 में इसने स्वदेशी तकनीक पर आधारित HAL Hawk Mk-132 Advanced Jet Trainer के साथ नई उड़ान भरी। सूर्यकिरण टीम केवल हवाई करतबों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह युवाओं को भारतीय सशस्त्र बलों में सेवा के लिए प्रेरित करती है। देश और दुनिया में 700 से अधिक प्रदर्शन अब तक सूर्यकिरण टीम ने भारत और विदेशों में 700 से अधिक प्रदर्शन किए हैं। श्रीलंका, संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, ब्रिटेन और थाईलैंड जैसे देशों में इस टीम ने भारत का गौरव बढ़ाया है। टीम ने सिंगापुर एयर शो, दुबई एयर शो और रॉयल थाई एयर फोर्स की 88वीं वर्षगांठ पर भी शानदार प्रस्तुतियाँ दीं। इन प्रदर्शनों ने भारत की तकनीकी क्षमता और रक्षा सहयोग की भावना को दुनिया के सामने रखा है।  खेल और संस्कृति से जुड़ा गौरवपूर्ण अध्याय 2023 में सूर्यकिरण टीम ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में क्रिकेट विश्वकप के दौरान अपने शानदार प्रदर्शन से पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित किया था। इस अवसर ने खेल और सैन्य गौरव को एक साथ जोड़ने का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया।  “यह छत्तीसगढ़ के लिए अत्यंत गौरव का अवसर है कि भारतीय वायुसेना की सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम हमारे रजत जयंती समारोह का हिस्सा बनेगी। छत्तीसगढ़ की रजत जयंती के इस ऐतिहासिक अवसर पर यह शो राज्य के विकास, आत्मविश्वास और राष्ट्रीय गौरव की उड़ान का प्रतीक बनेगा। यह प्रदर्शन न केवल हमारे युवाओं में देशभक्ति और गर्व की भावना को प्रबल करेगा, बल्कि उन्हें राष्ट्रसेवा की प्रेरणा भी देगा। मैं प्रदेशवासियों से आह्वान करता हूँ कि वे इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनें और हमारे वीर वायुसैनिकों के कौशल को सलाम करें।"- मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

ट्रंप का जेलेंस्की को संदेश: रूस की शर्तें मानो या परिणाम भुगतों

यूक्रेन  यूक्रेन शांति वार्ताओं में कोई एकमत नहीं बन पाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर यूक्रेन के अग्रिम मानचित्र देखकर थक गए हैं। 17 अक्टूबर 2025 को व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के प्रतिनिधिमंडल द्वारा लाए गए नक्शे को ट्रंप ने फेंक दिया। ट्रंप का जोर इस पर था कि यूक्रेन रूस की शर्तें स्वीकार करे और पूर्वी हिस्से डोनबास को रूस को सौंप दे। नक्शों की भूमिका  राजनीतिक भूगोलवेत्ताओं के अनुसार नक्शे शांति वार्ता और क्षेत्रीय संघर्ष में महत्वपूर्ण रणनीतिक उपकरण हैं। बोस्निया, काकेशस और यूक्रेन में यह देखा गया कि नक्शों पर रेखाएं खींचने से ही युद्धविराम या विभाजन की दिशा तय होती है।   भावनात्मक दृष्टिकोण बनाम व्यावसायिक दृष्टिकोण  जेलेंस्की और यूक्रेनी जनता भूमि की अखंडता और भावनात्मक पहचान के पक्षधर हैं, जबकि ट्रंप इसे व्यावसायिक सौदे की तरह देखते हैं। सैनिकों की कुर्बानी और भूमि का प्रतीकात्मक महत्व ट्रंप की नजर में नहीं आता। गलतफहमी और कूटनीतिक बाधाएं  अगस्त 2025 में ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने रूसी प्रस्ताव की व्याख्या गलत की, जिससे अमेरिका ने नए प्रतिबंध टाल दिए। अलास्का शिखर सम्मेलन में पुतिन ने भी युद्धविराम की शर्तें ठुकराईं, लेकिन प्रस्ताव दिया कि रूस डोनबास पर कब्जा करे और जापोरिज्जिया-खेरसॉन से पीछे हटे। व्हाइट हाउस बैठक और नक्शा फेंकने की घटना  18 अगस्त 2025 को सात यूरोपीय नेताओं और जेलेंस्की के साथ हुई बैठक में, ट्रंप ने यूक्रेन का मानचित्र फेंक दिया। नक्शे में रूस के कब्जे वाले क्षेत्र नारंगी में दर्शाए गए थे। ट्रंप ने बाद में कहा कि “यूक्रेन का बड़ा हिस्सा पहले ही चला गया है,” जबकि जेलेंस्की इसे राष्ट्रीय अखंडता का मामला मानते हैं। युद्धक्षेत्र को संपत्ति के रूप में देखना  ट्रंप युद्ध को रियल एस्टेट सौदे की तरह देखते हैं। उनका मानना है कि डोनबास को मौजूदा युद्ध रेखाओं के आधार पर बांट देना चाहिए। जेलेंस्की इसे राष्ट्रीय और भावनात्मक दृष्टिकोण से देखते हैं। इस तरह, मानचित्र और दृष्टिकोण के अंतर ने शांति वार्ता को जटिल बना दिया है, और यूक्रेन के भविष्य को लेकर असमंजस बना हुआ है।  

टीम इंडिया की तैयारी: रोहित शर्मा ने जीता फील्ड में दिल, कोहली की गैरमौजूदगी बनी चर्चा

एडिलेड भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच 23 अक्टूबर को एडिलेड ओवल में वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जाना है, जिससे पहले विराट कोहली, उप-कप्तान श्रेयस अय्यर और कप्तान शुभमन गिल ने टीम के दूसरे ट्रेनिंग सेशन में शामिल नहीं होने का फैसला किया। भारत के शीर्ष खिलाड़ियों को नेट्स पर अभ्यास करते देखने के लिए फैंस की काफी भीड़ मौजूद थी, लेकिन इन स्टार खिलाड़ियों ने वैकल्पिक प्रशिक्षण सत्र में हिस्सा नहीं लिया। इस बीच भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों में से सिर्फ रोहित शर्मा ने ही अभ्यास किया। अनुभवी भारतीय सलामी बल्लेबाज ने कुछ रन बनाए और कुछ थ्रोडाउन का सामना किया। रोहित ने नेट्स पर 15-20 मिनट बिताए, जिसमें अपनी टाइमिंग पर फोकस किया। केएल राहुल और ध्रुव जुरेल ने भी नेट्स पर बल्लेबाजी की। जुरेल को विकेटकीपिंग का अभ्यास करते भी देखा गया। उल्लेखनीय है कि पर्थ में खेले गए पहले वनडे मैच में कोहली शून्य पर आउट हो गए थे, जबकि गिल ने 18 गेंदों में सिर्फ 10 रन बनाए। अय्यर भी बारिश से प्रभावित इस मैच में संघर्ष करते दिखे और 24 गेंदों का सामना करते हुए केवल 11 रन ही बना सके। इस सत्र के दौरान टीम इंडिया ने गेंदबाजों और उनके गेंदबाजी अभ्यास पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया। गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल भी तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के साथ सीम पोजीशन पर गहन चर्चा करते नजर आए। सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने नेट्स पर गेंदबाजी करते हुए गुड लेंथ क्षेत्र में कुछ मार्कर भी लगाए। पर्थ में वनडे डेब्यू करते हुए बल्ले से शानदार फॉर्म में नजर आने वाले नीतीश रेड्डी ने दूसरे ट्रेनिंग सेशन में अपनी गेंदबाजी पर फोकस किया। इस बीच कुलदीप यादव और यशस्वी जायसवाल भी नेट्स पर पसीना बहाते दिखे। भारतीय टीम पर्थ में खेले गए पहले वनडे मैच को गंवाकर सीरीज में 0-1 से पीछे है। ऐसे में मेहमान टीम आगामी मुकाबले को जीतकर सीरीज में बराबरी करना चाहेगी।

युद्धविराम में शामिल शर्तों की याद दिलाई अफगानिस्तान ने, पाकिस्तान के लिए बढ़ा दबाव

काबुल अफगानिस्तान के तालिबान शासन ने पाकिस्तान को उन शर्तों की याद दिलाई है जो दोनों के बीच हुए समझौते में निहित हैं। एक बयान जारी कर बताया गया कि समझौते में युद्धविराम, आपसी सम्मान और एक-दूसरे के सुरक्षा बलों, नागरिकों और सुविधाओं पर हमलों से बचने पर जोर दिया गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ये बयान पोस्ट किया गया। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने इसमें कहा, "इस्लामिक अमीरात के रक्षा मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान के साथ हुए समझौते के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। इसके अलावा और कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। यह समझौता युद्धविराम, आपसी सम्मान, एक-दूसरे के सुरक्षा बलों, नागरिकों और सुविधाओं पर हमलों से बचने, बातचीत के जरिए सभी मामलों का समाधान करने और एक-दूसरे पर हमले न करने पर पूरी तरह जोर देता है। इन शर्तों से परे कोई भी बयान अमान्य है।" यह बयान अफगान क्षेत्र पर हवाई हमले और अफगान शरणार्थियों के बड़े पैमाने पर निर्वासन के बाद दोनों पड़ोसी देशों में बढ़ते तनाव के बीच आया है। इससे पहले 18 अक्टूबर को, कतर के विदेश मंत्रालय ने घोषणा की थी कि एक सप्ताह से भी ज्यादा समय तक चली भीषण लड़ाई के बाद, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए, अफगानिस्तान और पाकिस्तान तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। कतर के बयान के अनुसार, पाकिस्तान और अफगानिस्तान स्थायी शांति और स्थिरता को मजबूत करने के उद्देश्य से तंत्र स्थापित करने पर सहमत हुए हैं, और युद्धविराम की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए फॉलो-अप वार्ताएं निर्धारित हैं। अफगानिस्तान और पाकिस्तान दोनों के प्रतिनिधिमंडल कतर और तुर्की की मध्यस्थता में वार्ता के लिए दोहा में थे। वार्ता का नेतृत्व दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने किया, और पाकिस्तान ने कहा कि ध्यान "अफगानिस्तान से उत्पन्न सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने और सीमा पर शांति और स्थिरता बहाल करने के तत्काल उपायों" पर केंद्रित होगा। यह संघर्ष तब शुरू हुआ जब पाकिस्तान ने काबुल पर हवाई हमले किए। इस्लामाबाद और काबुल दोनों ने हाल के दिनों में एक-दूसरे पर आक्रमण का आरोप लगाया है। पाकिस्तान ने बार-बार दावा किया है कि आतंकवादी समूह अफगान क्षेत्र से हमले कर रहे हैं, जबकि अफगानिस्तान ने सीमा पार हिंसा के लिए जिम्मेदार ऐसे किसी भी तत्व को पनाह देने से दृढ़ता से इनकार किया है। 18 अक्टूबर को अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में पाकिस्तानी हवाई हमले में तीन अफगान क्रिकेटर मारे गए थे। ये खिलाड़ी एक दोस्ताना क्रिकेट मैच में हिस्सा लेने के लिए उर्गुन से पाकिस्तान सीमा के पास शाराना गए थे। मृतकों की पहचान कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून के रूप में हुई थी। इस हमले में पांच अन्य नागरिकों की भी मौत हो गई थी।

भाई-भाई पर खौफनाक हमला: शहडोल में जमीन विवाद में हुई हत्या, विरोध में जनता ने किया चक्का जाम

शहडोल मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में जमीनी विवाद के चलते दो भाइयों की तलवार से हमला कर हत्या कर दी गई, जबकि तीसरा भाई गंभीर रूप से घायल है। पुलिस ने पीड़ित पक्ष की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, इस हत्याकांड के विरोध में बुधवार को लोग सड़कों पर उतर आए हैं और चक्का जाम किया है। मिली जानकारी के अनुसार, बलबेहरा गांव में दो परिवारों के बीच जमीन का विवाद चल रहा था। दोनों के बीच कोई समझौता नहीं हो पाया और मंगलवार की देर रात को इस मामले ने खूनी रूप ले लिया। राकेश तिवारी अपने भाई राहुल के साथ दीया रखने के लिए दुकान पर गया था, तभी दूसरे पक्ष के लोगों ने उन पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस हमले की जानकारी मिलने पर उनका बड़ा भाई सतीश भी मौके पर पहुंचा, तो उस पर भी आरोपियों ने हमला बोल दिया। तीनों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां दो की मौत हो गई, जबकि सतीश की हालत गंभीर बनी हुई है और उसका उपचार जारी है। मरने से पहले राहुल ने मोबाइल पर अपना बयान भी रिकॉर्ड किया है, जो पुलिस के हाथ लग गया है। इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है और उन्होंने हाईवे क्रमांक 43 पर बुधवार की दोपहर से चक्का जाम कर दिया है। पीड़ित पक्ष के लोगों की मांग है कि आरोपियों को जल्दी गिरफ्तार किया जाए और सख्त कार्रवाई हो। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, तिवारी और शर्मा परिवारों के बीच जमीन को लेकर पिछले कुछ वर्षों से विवाद चल रहा था। समझौते के लिए चार दिन पहले भी बातचीत हुई, मगर कोई हल नहीं निकला। दीपावली पर्व के मौके पर आरोपियों ने तिवारी परिवार पर हमला बोल दिया। पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। मृतकों के परिजनों और स्थानीय लोगों में गुस्सा है। लोगों का गुस्सा शांत करने के लिए घटना में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

अब क्या बचा? इजरायल का गाजा पर भारी हमला — 153 टन बम, ट्रंप की सख्त चेतावनी

इजरायल इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संसद में बताया कि गाजा पट्टी पर 153 टन बम गिराए गए, जो हमास के कथित युद्धविराम उल्लंघन का जवाब था। इस कार्रवाई में दो इजरायली सैनिकों की मौत हुई। नेतन्याहू ने कहा कि अभियान अभी खत्म नहीं हुआ है और हमास की सैन्य व शासन क्षमताओं को पूरी तरह नष्ट करने तक यह जारी रहेगा।नेतन्याहू ने कहा-“हमारे एक हाथ में हथियार है और दूसरा शांति के लिए फैला है। लेकिन शांति के लिए ताकत जरूरी है, और आज इजरायल पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है।”उन्होंने युद्धविराम पर भी सवाल उठाते हुए संकेत दिया कि गाजा में अभियान जल्द समाप्त नहीं होगा।   इस बीच,  अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यदि हमास ने युद्धविराम या किसी समझौते का उल्लंघन किया, तो उसे तेज, जबरदस्त और निर्दयी परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने बताया कि कई मध्य पूर्वी देश गाजा में हमास के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं, लेकिन ट्रंप ने फिलहाल इंतजार करने का निर्णय लिया है।ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि कई मध्य-पूर्वी सहयोगी गाजा में हमास के खिलाफ भारी फोर्स लगाने को तैयार हैं, पर उन्होंने अभी रोक लगाई है और कहा कि उम्मीद है हमास सही कदम उठाएगा। ट्रंप ने समझौते के उल्लंघन पर कड़े परिणामों की चेतावनी भी दी।ट्रंप ने हमास से सही और जिम्मेदार कदम उठाने की उम्मीद जताई है, ताकि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनी रहे।   रफा क्षेत्र में युद्धविराम के बावजूद इजरायली रक्षा बलों (IDF) पर हमला हुआ था, जिसमें दो सैनिक मारे गए। इजरायल ने इसके लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया और दर्जनों ठिकानों पर हवाई हमले किए। हालांकि हमास ने इसमें किसी भी तरह की भूमिका से इनकार किया।अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस मंगलवार को इजरायल पहुंचे हैं ताकि युद्धविराम और दीर्घकालिक शांति योजना पर चर्चा कर सकें। यह यात्रा उस समय हुई है जब युद्धविराम को लेकर दोनों पक्षों में तनाव और अविश्वास बना हुआ है।वहीं, हमास के वरिष्ठ नेता खलील अल-हय्या ने मिस्र के काहिरा में कहा कि“हम शर्म अल-शेख समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद अंत तक युद्धविराम का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”“हम शर्म अल-शेख समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद अंत तक युद्धविराम का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”