samacharsecretary.com

भयानक हादसा: इलेक्ट्रिक बस की बैट्री में विस्फोट, पलभर में राख हो गई पूरी बस

कुरनूल आंध्र प्रदेश के कुरनूल में इलेक्ट्रिक बस में आग लगने को लेकर पुलिस का कहना है कि बाइक से टक्कर के बाद बस में लगीं दो 12 केवी की बैट्रियों में धमाका हुआ था। वहीं शुरुआती जांच रिपोर्ट में कहा गया था कि बस पर बड़ी मात्रा में स्मार्टफोन रखे हुए थे। उनके पास ही वाहन की बैट्री थी। इसी वजह से आग लगी थी। बता दें कि शुक्रवार को बस और बाइक की टक्कर के बाइक बस के नीचे आकर रगड़ने लगी। इस वजह से उसका फ्यूल टैंक फट गया और बस भी आग का गोला बन गई। इस घटना में बस में सावर 19 यात्रियों के साथ बाइक सवार की मौत हो गई थी। एक फॉरेंसिक एक्सपर्ट के मुताबिक हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही इस बस में 234 स्मार्टफोन रखे थे। ये स्मार्टफोन किसी व्यापारी के थे। आग लगने के बाद स्मार्टफोन की लीथियम आयन बैट्री में धमाका होने लगा। इस वजह से आग तुरंत यात्रियों के केबिन तक पहुंच गई। शुरुआती जांच रिपोर्ट में कहा गया था कि बस के सामने पेट्रोल लीक होने की वजह से आग लगी थी। अधिकारियों ने कहा कि बस की एल्युमिनियम फ्लोरिंग पिघलने लगी और आग बढ़ती चली गई। आंध्र प्रदेश दमकल विभाग और फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक ज्यादा मात्रा में स्मार्टफोन और बैट्री की वजह से लोगों की जान चली गई। कुरनूल रेंज के डीआईजी कोया प्रवीण ने कहा, बाइक के फ्यूल टैंक की वजह से आग नहीं लगी बल्कि बस के मेन एग्जिट डोर के पास आग लगी थी। इसके अलावा बस के पीछे की तरफ जहां बैट्री होती है वहां आग लगी थी। बैट्री में विस्फोट हो गया। उन्होंने कहा कि बाइक में लगी आग की वजह से केवल बस की टूल किट प्रभावित हुई थी। कुरनूल जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विक्रांत पाटिल ने बताया कि शिव शंकर की मोटरसाइकिल सड़क पर फिसलकर गिर गई और वह डिवाइडर से टकरा गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि यह दुर्घटना उसी रास्ते से गुजर रही एक बस के शिव शंकर के दोपहिया वाहन को अपनी चपेट में लेने के कुछ देर पहले हुई। पाटिल ने बताया कि हादसे में दोपहिया वाहन के पीछे बैठे एरी स्वामी को मामूली चोटें आई थीं।  

‘जी-हुजूरी’ वाले विवाद पर श्रीकांत की सफाई, बोले – हर्षित राणा को लेकर मेरी बात का गलत मतलब निकाला गया

नई दिल्ली  पूर्व भारतीय कप्तान कृष्णमाचारी श्रीकांत ने ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज से पहले तेज गेंदबाज हर्षित राणा की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने भारतीय वनडे टीम में 23 वर्षीय हर्षित के सिलेक्शन पर सवाल उठाया था। उन्होंने यहां कह दिया कि राणा को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वनडे टीम में इसलिए चुना गया क्योंकि वह हेड कोच गौतम गंभीर की जी-हुजूरी करते हैं। हालांकि, 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य श्रीकांत ने वनडे सीरीज समाप्त होने के बाद अब हर्षित की तारीफ की है। हर्षित ने सिडनी में आयोजित तीसरे वनडे में 8.4 ओवर में 39 रन देकर चार विकेट चटकाए। उन्होंने एलेक्स कैरी (24), कूपर कोनोली (23) मिचेल ओवेन (1), जोश हेजलवुड (V) का शिकार किया और ऑस्ट्रेलिया को 236 रन पर रोका। भारत ने सिडनी में 9 विकेट से जीत दर्ज की। ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमाया। श्रीकांत ने तीसरे वनडे के बाद अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “हर्षित राणा ने शानदार गेंदबाजी की। एक वनडे में चार विकेट लेना बड़ी उपलब्धि है। ओवेन का विकेट मेरा पसंदीदा रहा। उन्होंने शानदार गेंद डाली और रोहित शर्मा ने एक बेहतरीन कैच लपका। हर्षित ने शानदार लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की। पिछले मैच में डेथ ओवरों में काफी नुकसान हुआ था लेकिन इस मैच में उन्होंने डेथ ओवरों में भी बहुत अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने सिडनी में शॉर्ट बॉलिंग नहीं की और न ही बहुत ज्यादा स्लोअर गेंदें फेंकी। हर्षित राणा इस मैच के लिए तारीफ के हकदार हैं। मैं उनके लिए बहुत खुश हूं। हां, मैंने आपकी बहुत आलोचना की लेकिन आखिरकार आपने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने पिछले मैच में बल्ले से रन बनाने और गेंद से पहले स्पैल के बाद अपना आत्मविश्वास वापस पा लिया।” बता दें कि हर्षित को पहले वनडे में कोई विकेट नहीं मिला था। उन्होंने एडेलिड में दूसरे वनडे में नाबाद 24 रन बनाने के अलावा दो विकेट चटकाए। हालांकि, हर्षित ने एडिलेड में 8 ओवर मे 59 रन लुटा दिए दिए थे। कप्तान शुभमन गिल का कहना है कि अगर हर्षित बल्ले से 20 से 25 रन का योगदान कर सकते हैं तो वह आठवें नंबर पर गेंदबाजी ऑलराउंडर हो सकते हैं, जिसकी भारत को तलाश है। गिल ने सिडनी वनडे के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''मुझे लगता है कि हमारे लिए आठवें नंबर के स्थान के लिए अगर कोई बल्लेबाज वहां 20-25 रन बना सकता है तो यह बहुत अहम स्थान बन सकता है। हमें भरोसा है कि हर्षित ऐसा कर सकता है।'' उन्होंने कहा, ''बहुत कम तेज गेंदबाज हैं जो लंबे हैं और जो 140 से ज्यादा की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं। इसलिए अगर हम दक्षिण अफ्रीका (2027 वनडे वर्ल्ड कप) को देखें तो ऐसी विकेटों पर ऐसे गेंदबाज बहुत अहम हो जाते हैं।''  

श्री बजरंग सेना के प्रमुख हितेश विश्वकर्मा ने दी दीपावली और छठ पर्व की शुभकामनाएं

नई दिल्ली श्री बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा ने देशवासियों को दीपावली और छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए सभी से भारतीय संस्कृति और सनातन परंपराओं को मजबूती देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि दीपावली केवल दीपों का पर्व नहीं, बल्कि अंधकार पर प्रकाश और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। इसी प्रकार छठ पर्व भी भारतीय आस्था, अनुशासन और प्रकृति के प्रति सम्मान का संदेश देता है। हितेश विश्वकर्मा ने कहा कि श्री बजरंग सेना सूरत से कार्यरत एक हिंदूवादी संगठन है, जो भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के संकल्प के साथ निरंतर आगे बढ़ रहा है। संगठन का उद्देश्य समाज में एकता, संस्कार और राष्ट्रीयता की भावना को प्रबल करना है। उन्होंने बताया कि संगठन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है, बल्कि सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभाता है। श्री बजरंग सेना द्वारा समय-समय पर जरूरतमंदों को मदद, पर्यावरण संरक्षण, गौसेवा, स्वच्छता अभियान और शिक्षा के क्षेत्र में जनजागृति जैसे कार्य किए जाते हैं। हितेश विश्वकर्मा ने कहा कि दीपावली और छठ पर्व का अवसर समाज में भाईचारे और सद्भावना को मजबूत करने का संदेश लेकर आता है, जिसे हर भारतीय को आत्मसात करना चाहिए।

बिहार चुनाव में दिलचस्प मुकाबला: नीतीश के भरोसे ‘श्रवण’ बनाम रिकॉर्ड के भूखे हरिनारायण

पटना  बिहार में प्रथम चरण में छह नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में नालंदा जिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले मंत्री श्रवण कुमार आठवीं बार जबकि पूर्व मंत्री हरिनारायण सिंह दसवीं बार जीत का सेहरा बांधने के लिये चुनावी रण में उतरे हैं। विश्व के प्राचीनतम नालंदा विश्वविद्यालय के अवशेषों को अपने आंचल में समेटे नालंदा जिले में होने वाले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ,महागठबंधन और क्षेत्रीय पार्टियों के प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार चरम पर है। नालंदा जिले में सात विधानसभा क्षेत्र नालंदा,हरनौत, बिहारशरीफ, राजगीर (सुरक्षित),अस्थावां, हिलसा और इस्लामपुर है। यहां पर राजग का पलड़ा भारी है। इनमें पांच सीटें नालंदा,हरनौत,राजगीर (सुरक्षित) ,अस्थावां और हिलसा पर जनता दल यूनाईटेड (जदयू) , बिहारशरीफ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और इस्लामपुर में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का कब्जा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में सभी की नजरें टिकी हुयी है। नालंदा विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले जदयू के विधायक और मंत्री श्रवण कुमार की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है। सियासी पिच पर सात बार जीत दर्ज कर चुके श्रवण कुमार आठवीं बार अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। महागबंधन की ओर से कांग्रेस ने कौशलेंद्र कुमार को उम्मीदवार बनाया है। दो दशक से नालंदा सीट पर श्रवण कुमार का वर्चस्व बरकरार है। जदयू के श्रवण कुमार इस सीट से वर्ष 1995, 2000, फरवरी 2005,अक्टूबर 2005, वर्ष 2010, वर्ष 2015 और वर्ष 2020 में निर्वाचित हो चुके हैं। वर्ष 2020 के चुनाव में जदयू के श्री कुमार ने जनतांत्रिक विकास पार्टी के उम्मीदवार कौशलेंद्र कुमार को मात दी थी। कांग्रेस के गुंजन पटेल तीसरे नंबर पर रहे थे।नालंदा से 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। हरनौत विधानसभा क्षेत्र से जदयू ने नौ बार विधायकी का दम दिखा चुके पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक हरिनारायण सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला कांग्रेस के अरूण कुमार से है। जदयू के श्री सिंह इसके पूर्व चंडी विधानसभा से वर्ष 1977, 1983 उप चुनाव,1990, 2000, फरवरी एवं अक्टूबर 2005 और इसके बाद वर्ष 2010 ,वर्ष 2015 और 2020 में हरनौत से विधानसभा से निर्वाचित हो चुके हैं। हरनौत विधानसभा सीट ,नीतीश कुमार का गृह क्षेत्र भी है, उनका पैतृक गांव कल्याण बिगहा इसी विधानसभा क्षेत्र में स्थित है।इस सीट से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चार बार चुनाव लड़ चुके हैं। वह दो बार 1977 और 1980 में हार गए जबकि 1985 और 1995 के चुनाव में वह विजयी हुए। हरनौत सीट को जदयू का अभेद किला माना जाता है। वर्ष 2005 से लेकर अबतक हुए चुनावों में यहां कभी नीतीश के विरोधियों की दाल नहीं गली है। वर्ष 2020 के चुनाव में जदयू के हरिनारायण सिंह ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) उम्मीदवार ममता देवी को शिकस्त दी थी। कांग्रेस के कुंदन कुमार तीसरे नंबर पर रहे थे।जदयू के हरिनारायण सिंह नौ बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं। यदि वह इस बार का चुनाव भी जीतते हैं तो सर्वाधिक बार विधानसभा पहुंचने वाले विधायक बन जाएंगे। अब तक दस बार बिहार विधानसभा का चुनाव कोई नहीं जीत सका है। नौ बार विधानसभा का चुनाव जीतने का रिकॉर्ड तीन लोगों के नाम हैं। इनमें हरिनारायण सिंह, सदानंद सिंह और रमई राम शामिल हैं। सदानंद सिंह और रमई राम दिवंगत हो चुके हैं। हरनौत में 11 उम्मीदवार चुनावी अखाड़े में उतरे हैं। सिक्सर लगाने को बेताब डॉ. सुनील कुमार बिहारशरीफ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी एवं वर्तमान विधायक और मंत्री डॉ. सुनील कुमार चुनावी मैदान में सिक्सर लगाने के लिये बेताब है, जबकि उनसे लोहा लेने के लिये कांग्रेस ने यहां नये खिलाड़ी उमैद खान को उनके सामने लाकर खड़ा कर दिया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के शिव कुमार यादव ने यहां से उम्मीदवार हैं, जो कांग्रेस प्रत्याशी के लिये मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।भाजपा के डाक्टर सुनील कुमार ने फरवरी 2005, अक्टूबर 2005, 2010, 2015 और 2020 में जीत हासिल की है। वर्ष 2020 के चुनव में डॅा. सुनील ने राजद के सुनील कुमार को मात दी थी। पूर्व विधायक नौशादुन नवी उर्फ पप्पू खान की पत्नी निर्दलीय उम्मीदवार आफरीन सुलताना तीसरे नंबर पर रही थी। बिहारशरीफ में 10 उम्मीदवार चुनावी मैदान में जोर आजमां रहे हैं। राजगीर (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र से हरियाणा के पूर्व राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य के पुत्र और जदयू विधायक कौशल किशोर और भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा माले) उम्मीदवार विश्वनाथ चौधरी के बीच सीधी टक्कर देखी जा रही है। वर्ष 2015 में जदयू के श्रवण कुमार ने भाजपा के आर्य को 5390 मतों से शिकस्त दी थी। वर्ष 2020 के चुनाव में आर्या वर्ष 1977, 1980, 1985, 1990, 1995,2000, 2005 फरवरी और अक्टूबर 2005 ,2010 में इस सीट से जीत हासिल की है। वर्ष 2020 के चुनाव में जदयू के श्री किशोर ने कांग्रेस के रवि ज्योति कुमार को पराजित किया था। राजगीर में सात उम्मीदवार चुनावी दंगल में ताल ठोक रहे हैं। अस्थावां विधानसभा क्षेत्र से सियासी पिच पर पांच का दम दिखा चुके जदयू प्रत्याशी जितेन्द्र कुमार सिक्सर लगाने के लिये बेताब हैं। राजद ने यहां रवि रंजन कुमार को उम्मीदवार बनाया है। वहीं प्रशांत किशोर की पार्टी (जनसुराज) ने कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष (अब जनसुराज में शामिल )रामचंद्र प्रसाद सिंह (आर.सी.पी सिंह) की बेटी लता सिंह को मैदान में उतारा है। चुनावी दंगल में उतरी लता सिंह यहां मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में लगी हुयी हैं।जदयू के श्री कुमार ने फरवरी 2005, अक्टूबर 2005, 2010 ,2015 और 2020 में जीत हासिल की है। वर्ष 2020 के चुनाव में जदयू के श्री कुमार ने राजद के अनिल कुमार को हराया था।अस्थांवा विधानसभा सीट से कुल सात प्रत्याशी चुनावी अखाड़े में ताल ठोक रहे हैं। इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू ने पूर्व विधायक राजीव रंजन सिंह के पुत्र रूहेल रंजन को चुनावी अखाड़े में उतारा है, जहां उनका मुकाबला पूर्व विधायक कृष्ण बल्लभ प्रसाद सिंह के पुत्र और वर्तमान राजद विधायक राकेश कुमार रोशन से है। कृष्ण बल्लभ प्रसाद यहां से 1977, 1990 और 1995 में जीत हासिल कर चुके हैं।पिछले कुछ दशकों में जदयू ने यहां मजबूत पकड़ बनाई। अब तक जदयू यहां पांच बार जीत दर्ज … Read more

CBI की बड़ी कार्रवाई: लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य अमेरिका से पकड़ा गया, भारत पहुंचते ही हिरासत में

नई दिल्ली  सीबीआई (CBI) की एक टीम एक भगोड़े गैंगस्टर लखविंदर कुमार को शनिवार को अमेरिका से गिरफ्तार कर भारत वापस ले आई। आरोपी लखविंदर कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा है। विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने अमेरिका से वांटेड भगोड़े लखविंदर कुमार को भारत वापस लाने में सीबीआई की मदद की। सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि लखविंदर के खिलाफ इंटरपोल की तरफ से रेड नोटिस जारी किया गया था। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लाए जाने के बाद हरियाणा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि लखविंदर हरियाणा में जबरन वसूली, धमकी, अवैध हथियार रखने और उनका इस्तेमाल करने तथा हत्या के प्रयास से संबंधित कई आपराधिक मामलों में वॉन्टेड है। बयान में कहा गया है, ‘‘सीबीआई ने हरियाणा पुलिस के अनुरोध पर 26 अक्टूबर 2024 को इंटरपोल के माध्यम से लखविंदर के खिलाफ ‘रेड नोटिस’ जारी करवाया था। उसे अमेरिका से भारत डिपोर्ट किया गया और वह 25 अक्टूबर 2025 को दिल्ली पहुंचा, जहां हरियाणा पुलिस की एक टीम ने उसे हिरासत में ले लिया।’’ इंटरपोल द्वारा जारी किए गए रेड नोटिस दुनियाभर की सभी लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों को वांटेड भगोड़ों को ट्रैक करने के लिए भेजे जाते हैं। पिछले कुछ सालों में इंटरपोल चैनलों के जरिये कोऑर्डिनेशन से 130 से अधिक वांटेड अपराधियों को वापस लाया गया है।  

सलमान खान पर पाकिस्तान की गिरी नजर, बयान के बाद भड़का इस्लामाबाद!

मुंबई  बॉलिवुड अभिनेता सलमान खान के बयान से बिलबिलाए पाकिस्तान ने उन्हें आतंकी घोषित कर दिया है। हाल में ही सलमान खान ने सऊदी अरब में एक कार्यक्रम में बलूचिस्तान को अलग देश बताया था। इसके बाद शहबाज शरीफ सरकार बुरी तरह चिढ़ गई। इसके बाद अब शहबाज शरीफ की सरकार ने आधिकारिक अधिसूचना जारी करते हुए उन्हें आतंकवाद रोधी अधिनियम के तहत आतंकी घोषित कर दिया है। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने उनका नाम चौथे शेड्यूल में शामिल किया है। जानकारी के मुताबिक चौथी सूची में शामिल कनरे का मतलब होता है कि उनपर कट्टरपंथी गतिविधियों के चलते नजर रखी जाएगी। अब तक सलमान खान या फिर उनके किसी प्रतिनिधि की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। सलमान खान ने क्या कहा था? सऊदी अरब में एक फोरम में संबोधित करते हुए सलमान खान ने कहा था, ये बलूचिस्तान के लोग हैं, अफगानिस्तान के लोग हैं, पाकिस्तान के लोग हैं, हर कोई सऊदी अरब में मेहनत से काम कर रहा है। इसी बयान पर पाकिस्तान को मिर्ची लग गई थी। दरअसल लंबे समय से बलूचिस्तान में पाकिस्तान से अलग होने के लिए आंदोलन चल रहा है जिसे पाकिस्तानी सेना अपने अत्याचारों से रौंदने की कोशिश करती है। सलमान खान के बयान से भी ऐसा लगता था कि वह बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग बता रहे हैं। ऐसे में उसका बौखलना तय था। एक तरफ जहां पाकिस्तान को मिर्ची लग गई है तो दूसरी तरफ बलूचिस्तान के अलगाववादी नेता उनसे खुश हैं। उन्होंने सलमान खान को धन्यवाद भी दिया है। हालांकि यह अब तक नहीं पता चला कि सलमान खान ने बातों ही बातों में इस तरह बोल दिया था या फिर जानबूझकर बलूचिस्तान का अलग से नाम लिया था। बात दें कि बलूचिस्तान में आजादी के लिए आंदोलन लंबे समय से चल रहा है। अकसर यहां हिंसा की घटनाएं भी सामने आती हैं। दरअसल बलूचिस्तान प्राकृतिक संसाधनों के मामले में धनी है लेकिन आर्थिक रूप से यह क्षेत्र काफी पिछड़ा है। यहां चीन के प्रोजेक्ट्स का भी विरोध होता रहता है। अकसर विद्रोही पाकिस्तान की सेना या फिर अन्य इलाके के लोगों को निशाना बनाते हैं। बलूचिस्तान पाकिस्तान के 46 फीसदी हिस्से में है लेकिन यहां की आबादी केवल 1.5 करोड़ के आसपास है।  

राजधानी में एनकाउंटर! ‘गला घोटूं गैंग’ का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर पकड़ा गया

नई दिल्ली  दिल्ली पुलिस ने अपराध पर नकेल कसते हुए एक बार फिर बहादुरी दिखाई है। साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने 'गला घोटूं गैंग' के एक सक्रिय सदस्य हिमांशु को शनिवार रात एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। बदरपुर फ्लाइओवर के पास पुलिस और गैंगस्टर हिमांशु के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान हिमांशु के पैर में गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने उसे धर दबोचा। घायल हिमांशु को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हिमांशु पुल प्रहलादपुर इलाके में हाल ही में हुई एक सनसनीखेज लूट की वारदात में वांछित था। उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर फूड डिलीवरी एग्जीक्यूटिव का गला घोंटकर लूटपाट की थी। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, जिसमें अपराधी डिलीवरी एग्जीक्यूटिव का गला घोंटते हुए और फिर मौके से भागते हुए दिखाई दिए थे। हिमांशु के खिलाफ पहले भी अपहरण और लूट के कई गंभीर मामले दर्ज हैं। कैसे काम करता है गला घोटूं गैंग? ये गैंग लोगों का गला घोटकर उन्हें लूटने का काम करता है। गिरोह के सदस्य आमतौर पर टू व्हीलर पर सवार होकर जोड़े में वारदातों को अंजाम देते हैं। वे अपने शिकार के पास पीछे से आते हैं और उनका गला तब तक घोंटते हैं जब तक वे बेहोश न हो जाएं। बेहोश होने के बाद वे उनका कीमती सामान और नकदी लूटकर फरार हो जाते हैं।  

सरहद पर ऑपरेशन त्रिशूल की धमक, पाकिस्तानी सेना में मचा हड़कंप

नई दिल्ली भारत पश्चिमी सीमा पर 30 अक्टूबर से 10 नवंबर तक त्रि-सेवा (थलसेना, नौसेना और वायुसेना) सैन्य अभ्यास करने वाला है। इसे लेकर पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। तीनों सेना का संयुक्त अभ्यास त्रिशूल के नाम से होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, यह एक्सरसाइज सर क्रीक-सिंध-कराची अक्ष पर केंद्रित होगी, जिसे पाकिस्तानी 'पाकिस्तान का गहरा दक्षिण' बताते हैं। इसे देखते हुए इस्लामाबाद अपनी दक्षिणी कमांड में सतर्कता बढ़ाने के लिए मजबूर हो गया है और पूरी तरह से चौकसी बरती जा रही है। पाकिस्तान के रक्षा सूत्रों ने बताया कि सिंध और पंजाब में दक्षिणी कमांड के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही, वायुसेना और नौसेना को किसी भी संभावित आक्रामकता का जवाब देने के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है। सीएनएन-न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, बहावलपुर स्ट्राइक कोर और कराची कोर को विशेष तैयारियों के लिए चुना गया है। शोरकोट, बहावलपुर, रहीम यार खान, जैकोबाबाद, भोलारी और कराची जैसे हवाई अड्डे भी स्टैंडबाय हैं। इसके अलावा, अरब सागर में गश्त और नौसैनिक गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। सैन्य अभ्यास का क्या है मकसद सूत्रों के अनुसार, भारत का यह अभ्यास थार रेगिस्तान और सर क्रीक क्षेत्र के बीच होगा। इसे दक्षिणी क्षेत्रों में नौसेना, वायुसेना और थलसेना के बीच समन्वय जांचने के लिए डिजाइन किया गया है। पाकिस्तानी अधिकारियों को डर है कि इस एक्सरसाइज का इस्तेमाल समुद्री चोकपॉइंट्स और कराची से जुड़े तटीय ढांचे को खतरे में डालने के लिए हो सकता है। ध्यान रहे कि कराची बंदरगाह और बिन कासिम के माध्यम से पाकिस्तान का लगभग 70 प्रतिशत व्यापार होता है, जो इन सुविधाओं को रणनीतिक रूप से संवेदनशील बनाता है।  

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय क्रिटिकॉन रायपुर-2025 कॉन्फ्रेंस में हुए शामिल

रायपुर, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि सस्ती और गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। वे आज राजधानी के नवा रायपुर स्थित एक निजी होटल में आयोजित क्रिटिकल केयर पर आधारित राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस ‘क्रिटिकॉन रायपुर-2025’ में शामिल हुए।   मुख्यमंत्री  साय ने कहा कि क्रिटिकॉन रायपुर-2025 चिकित्सा विज्ञान, विशेषकर क्रिटिकल केयर के क्षेत्र में नवाचार और उत्कृष्टता का मंच है। यह देश और विदेश के विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं को एक साथ लाकर इस क्षेत्र में नई दिशाएं तय करने का अवसर देता है। क्रिटिकल केयर मेडिसिन जीवन रक्षा की रीढ़ है, जो गंभीर परिस्थितियों में मरीजों को नया जीवन देती है।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में अस्पतालों, क्रिटिकल केयर इकाइयों और मेडिकल सुविधाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री साय ने कहा  कि नवा रायपुर अटल नगर में मेडिसिटी और फार्मा हब का निर्माण किया जा रहा है, साथ ही प्रदेश के अन्य शहरों में भी लगातार नए अस्पतालों की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि ये कदम छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य सुविधा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होंगे। मुख्यमंत्री साय ने रामकृष्ण केयर ग्रुप की पूरी टीम को इस राष्ट्रीय आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ देशभर में एक चिकित्सा उत्कृष्टता केंद्र के रूप में उभर रहा है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि क्रिटिकल केयर जैसे अति महत्वपूर्ण विषय पर कॉन्फ्रेंस की मेजबानी रायपुर को मिलना गौरव की बात है। दो दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में विशेषज्ञों के विचार-विमर्श से निश्चित रूप से ऐसे उत्कृष्ट नवाचार सामने आएंगे, जो मानव स्वास्थ्य उपचार के लिए वरदान साबित होंगे। डॉ. सिंह ने कहा कि आज चिकित्सा क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी के उपयोग से इलाज की नई संभावनाएं खुल रही हैं। यही नई तकनीक नए भारत की नई कहानी लिख रही है। उन्होंने चिकित्सकों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि जब घर में कोई आपात स्थिति होती है और मरीज को सही समय पर हॉस्पिटल पहुँचाया जाता है, तब परिवार के भय को मिटाने में क्रिटिकल केयर डॉक्टरों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने कहा कि आज समय की आवश्यकता है कि हर जिले और प्रत्येक बड़े अस्पताल में क्रिटिकल केयर यूनिट्स स्थापित हों। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है। आयुष्मान योजना के माध्यम से 5 लाख रुपये तक का निःशुल्क उपचार आम लोगों के लिए बड़ी राहत है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाएँ प्रदान करने वाले देश-विदेश और प्रदेश के डॉक्टरों का मंच से सम्मान भी किया गया। इस अवसर पर रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के संचालक डॉ. संदीप दवे, केयर ग्रुप के सीईओ श्री वरुण खन्ना, तथा देश-विदेश और राज्य भर से आए 1300 से अधिक डॉक्टर  उपस्थित थे।

कोहली ने लिखा नया इतिहास – सचिन का रिकॉर्ड अब बीते ज़माने की बात!

नई दिल्ली टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली का बल्ला आखिरकार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में चला। पहला दो वनडे में विराट खाता भी नहीं खोल पाए थे। सिडनी वनडे में पहला रन बनाने के बाद उनके चहरे पर खुशी देखने वाली थी। पहला रन लेते ही उन्होंने अपनी नर्वस को सेटल किया और फिर चेज मास्टर का असली रूप दिखाया। ऑस्ट्रेलिया द्वारा मिले 237 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए विराट कोहली ने 74 रनों की नाबाद पारी खेली, इस दौरान उन्होंने रोहित शर्मा के साथ शतकीय साझेदारी भी की, जिन्होंने नाबाद 121 रन बनाए। विराट कोहली ने अपनी इस पारी के दम पर इतिहास रच दिया है, वह लिमिटेड ओवर में सचिन तेंदुलकर का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। लिमिटेड ओवर क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर ने सिर्फ एक टी20 मैच खेला था, जिसमें उन्होंने 10 रन बनाए थे। वहीं वनडे क्रिकेट में उनके नाम सबसे अधिक 18426 रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। यह कहना मुश्किल है कि वनडे में विराट कोहली सचिन तेंदुलकर के सबसे ज्यादा रन बनाने के रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगे या नहीं, मगर उन्होंने वनडे और टी20 मिलाकर लिमिटेड ओवर क्रिकेट में उन्हें जरूर पछाड़ दिया है। विराट कोहली के नाम वनडे क्रिकेट में 14255 रन है, जो इस फॉर्मेट में दुनिया के किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाए गए दूसरे सबसे अधिक रन है। वहीं टी20 में उनके नाम 4188 रन दर्ज है। वह सबसे छोटे फॉर्मेट में भी सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में तीसरे पायदान पर हैं। लिमिटेड ओवरों में सबसे ज्यादा रन (वनडे+T20I) 18443 – विराट कोहली* 18436 – सचिन तेंदुलकर 15616 – के. संगकारा 15601 – रोहित शर्मा* 14143 – एम. ​​जयवर्धने 14105 – रिकी पोंटिंग भारत 9 विकेट से जीता रोहित शर्मा और विराट कोहली की शानदार बैटिंग के दम पर सीरीज में लाज बचाने में कामयाब रहा। पहले दो मैच हारकर टीम इंडिया पर सूपड़ा साफ होने का खतरा मंडरा रहा था, मगर आखिरी मुकाबले को भारत ने 9 विकेट से जीता। भारत की अगली वनडे सीरीज साउथ अफ्रीका के खिलाफ घर पर है।