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दिनदहाड़े कारोबारी से 15 लाख की लूट, हथियारबंद बदमाशों ने कार रोककर दिया वारदात को अंजाम

रायपुर  राजधानी में सोमवार दोपहर एक बड़ी लूट की वारदात हुई। पंडरी थाना क्षेत्र के कांपा रेलवे फाटक के पास बोरवेल कारोबारी चिराग जैन से तीन बाइक सवार बदमाशों ने 15 लाख रुपए लूट लिए। वारदात इतनी सटीक योजना के तहत हुई कि कारोबारी को भनक तक नहीं लगी। जानकारी के अनुसार, आरोपी कारोबारी का करीब एक किलोमीटर तक पीछा कर रहे थे। जैसे ही वह सुनसान जगह पहुंचे, बदमाशों ने उनकी कार को रुकवाया और जबरन अंदर घुस गए। तीनों ने चेहरा ढका हुआ था और गले में हथियार लगाकर धमकी दी, 'चुपचाप बैठे रहो, वरना मार देंगे'। इसके बाद उनके पास रखे 15 लाख रुपए लेकर फरार हो गए। बिना नंबर प्लेट वाली बाइक से आए लुटेरे जानकारी के अनुसार, लुटेरे बिना नंबर की बाइक पर आए थे, जिस पर अंग्रेजी में “BOSS” लिखा हुआ था। घटना के बाद कारोबारी ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पंडरी थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची और आसपास के इलाके में नाकाबंदी कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। जांच में जुटी पुलिस पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है। इसके साथ ही ये आशंका जताई जा रही है कि आरोपी वारदात के बाद शहर से बाहर निकल गए होंगे।

सुप्रीम कोर्ट का आदेश: आवारा कुत्तों के मुद्दे में बाधा डालने वालों पर भी होगी कानूनी कार्रवाई

 नई दिल्ली सर्वोच्च अदालत ने ये भी कहा कि अगर कोई व्यक्ति या संगठन इसका विरोध करता है तो उसके खिलाफ भी अनिवार्य कार्रवाई की जाए। आवारा कुत्तों के लोगों पर हमलों और रेबीज संक्रमण के कई मामले सामने आने के चलते सुप्रीम कोर्ट ने यह बात कही है। जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस आर महादेवन की पीठ ने कहा कि एनसीटी-दिल्ली, एमसीडी, एनएमडीसी तुरंत आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू करें और खासकर उन इलाकों में जहां आवारा कुत्तों का खतरा ज्यादा है। अदालत ने कहा कि आवारा कुत्तों के खिलाफ कार्रवाई में कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति या संगठन इस काम में आड़े आए तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई करें।  

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने वृंदावन में हित प्रेमानंद गोविंद शरण से की सौजन्य भेंट

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने वृंदावन में हित प्रेमानंद गोविंद शरण से की सौजन्य भेंट महाराज जी के मुखारविंद से निकला प्रत्येक वचन धर्म का प्रतिमान: उप मुख्यमंत्री शुक्ल भोपाल उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने रविवार को सपरिवार वृंदावन की पावन भूमि पर स्थित हित राधा केली कुंज पहुंचकर हित प्रेमानंद गोविंद शरण से सौजन्य भेंट की। उन्होंने कहा कि संतों का सानिध्य प्राप्त होना जनसेवा से अर्जित पुण्य कर्मों का संचित फल है। उन्होंने कहा कि महाराज जी के मुखारविंद से निकला प्रत्येक वचन धर्म का प्रतिमान है और उनके सान्निध्य में बिताया गया प्रत्येक क्षण मन, वचन और कर्म को पवित्र करने वाला है। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने इस भेंट को अपने जीवन की अमूल्य आध्यात्मिक निधि बताते हुए कहा कि पूज्य महाराज जी का आशीर्वाद सदैव उन्हें लोककल्याण के कार्यों के लिए प्रेरित करता रहेगा।  

529 एकड़ जमीन की वापसी रद्द, अब दोबारा होगी सरकारी

सतना  बिना वैधानिक प्रक्रिया और आदेश के सतना एयरपोर्ट की फर्जी तरीके से वापस की गई 529.36 एकड़ जमीन को वापस शासकीय करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरु हो सकती है। कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने इस संबंध में एसडीएम सिटी राहुल सिलाडिया को जमीन वापसी संबंधी अभिलेख तलाशने के निर्देश दिए हैं।अगर संबंधित अभिलेख नहीं मिलते हैं तो इन जमीनों को सरकारी करने खसरा सुधार की धारा 115 की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। कलेक्टर ने अभिलेखों को दिए जांच के आदेश जानकारी के अनुसार कलेक्टर ने एसडीएम सिटी से एयरपोर्ट (Satna Airport) की कथित तौर पर वापस की गई जमीनों के अभिलेखों का परीक्षण करने कहा है। हालांकि प्राथमिक जांच में जमीन वापसी के न तो भारत सरकार के और न ही मध्यप्रदेश शासन के कोई आदेश सामने आए हैं। फिर भी मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कलेक्टर ने संबंधित अभिलेखों की बारीकी से तलाश करने कहा है। माना जा रहा कि दो सप्ताह में सभी संभावित स्थलों में अभिलेखों की तलाश की जाएगी। इसके बाद भी अगर जमीन वापसी के अभिलेख नहीं मिलते हैं तो इन जमीनों को सरकारी करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। इसके लिए एसडीएम सिटी धारा 115 की प्रक्रिया प्रारंभ करेंगे। ऐसे समझे कैसे वापस होती है जमीन अधिवक्ता रमेश पाठक ने बताया कि एरोड्रम की जमीन नभ विभाग की आराजी थी, जो भारत सरकार की जमीन मानी जाती है। अगर भारत सरकार को जमीन की आवश्यकता नहीं होती तो वह पहले एक कमेटी का गठन करती, जो सर्वे दल नियुक्त करती। यह सर्वे दल स्थल पर पहुंचकर सर्वे करता है और चिन्हित करता कि कौनसी जमीनों की आवश्यकता नहीं है। इन्हें सूचीबद्ध करता। इसकी रिपोर्ट भारत सरकार के पास जाती। जहां जमीन वापसी का निर्णय लिया जाता। इसके बाद जमीन वापसी का भारत सरकार का गजट नोटिफिकेशन जारी किया जाता। बड़ा फर्जीवाड़ा आया सामने एरोड्रम सतना से वापस ली गई जमीनों के इंतजामों की एक सूची में तत्कालीन राजस्व अमले ‌द्वारा जो प्रविष्टियां दर्ज की गई हैं। उसमें भी बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। इसके अनुसार सोनौरा चक उतैली की आराजी नंबर 33 रकबा 1.37 एकड़ के संबंध में रिकार्ड में प्रविष्टि की गई है। उसमें लिखा गया है कि यह अब्दुल्ला की जमीन थी। वह विभाजन के वक्त पाकिस्तान चला गया। इस जमीन को आवतमल सिंधी को दी गई। आवतमल सिंधी ने इसे वेलू बगैरा कुहार को बेच दिया। राजस्व जानकारों का कहना है कि यह सब फर्जी प्रविष्टियां हैं। इस तरह के कोई सरकारी आदेश जारी नहीं हो सकते हैं।  डॉ सतीश कुमार एस, कलेक्टर ने बताया कि अभी जमीन वापसी संबंधी अभिलेख तलाशे जा रहे हैं। अगर अभिलेख नहीं मिलते हैं तो नियमानुसार खसरा सुधार की प्रक्रिया की जाएगी। 

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने रमणरेति धाम में स्वामी गुरुशरणानंद से की भेंट

भोपाल उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने रविवार को सपरिवार गोकुल स्थित रमणरेति धाम पहुंचकर कार्ष्णिपीठाधीश्वर स्वामी गुरुशरणानंद से भेंट की और उनका आशीर्वाद एवं आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त किया। उन्होंने कृष्ण की लीलाभूमि रमणरेति की पावन रज को नमन किया।  

भाजपा का मास्टरस्ट्रोक: विरोध थामने के लिए भाजपा का कदम, जनता को मनाने के लिए मुफ्त में मिलेंगे हजारों हेलमेट

इंदौर  हेलमेट की अनिवार्यता से उपजे जनाक्रोश को शांत करने के लिए भाजपा ने ठोस योजना तैयार कर ली है। जल्द ही जिला प्रशासन उद्योगपतियों, व्यापारियों और सामाजिक संगठनों के प्रमुखों की बैठक बुलाएगा। इस बैठक में जनता को हेलमेट लगाने के लिए अतिरिक्त समय देने का निर्णय लिया जाएगा। इसके साथ ही विभिन्न सरकारी विभागों और सामाजिक संगठनों की ओर से निशुल्क हेलमेट वितरण अभियान भी शुरू किया जाएगा। भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा ने कहा कि हेलमेट अनिवार्य करने का निर्णय सड़क दुर्घटनाओं में मौतों को रोकने के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन ऐसे निर्णय लागू करने से पहले पर्याप्त तैयारी भी होनी चाहिए। हाल ही में भाजपा कार्यालय में सभी विधायकों के साथ इस विषय पर चर्चा हुई, जिसमें कई विधायकों ने अचानक इस नियम के लागू होने पर नाराजगी जताई। बैठक में तय होगी नई तिथि सुमित मिश्रा ने बताया कि कलेक्टर आशीष सिंह से इस विषय पर बातचीत हो चुकी है। इसके बाद इंदौर के उद्योगपतियों, व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और बुद्धिजीवियों की बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में सभी की राय लेकर हेलमेट लागू करने की नई तिथि तय की जाएगी। तय तिथि तक नागरिकों को हेलमेट खरीदने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा, जिससे नियम लागू होते ही सभी के पास हेलमेट उपलब्ध हो सके। निशुल्क हेलमेट वितरण की योजना भाजपा अध्यक्ष ने यह भी स्पष्ट किया कि हर व्यक्ति की आर्थिक स्थिति हेलमेट खरीदने की अनुमति नहीं देती। इसे देखते हुए जिला प्रशासन, नगर निगम और इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा अलग-अलग स्थानों पर 500-500 हेलमेट मुफ्त वितरित किए जाएंगे। इसी तरह भाजपा और अन्य सामाजिक संगठन भी हेलमेट वितरण में शामिल होंगे। उद्देश्य यह रहेगा कि नियम लागू होने से पहले हर जिम्मेदार नागरिक के पास हेलमेट पहुंच जाए। शुरू होगा विशेष अभियान मिश्रा ने कहा कि हेलमेट को लेकर विशेष मूवमेंट शुरू किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि निर्धारित तिथि तक सभी तैयारियां पूरी हो जाएं। इसके बाद इंदौर की सड़कों पर दोपहिया वाहन चलाने वाला हर व्यक्ति हेलमेट पहने नजर आए। प्रशासन और भाजपा का लक्ष्य है कि इस अभियान के जरिए सड़क सुरक्षा को मजबूत किया जाए और दुर्घटनाओं में होने वाली जान-माल की हानि को कम किया जा सके। 

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान, शिक्षा और स्वास्थ्य आम आदमी की पहुंच से दूर

इंदौर  स्वास्थ्य और शिक्षा समाज की आवश्यकता है। ज्ञान के लिए शिक्षा और ज्ञान पाने के लिए स्वस्थ शरीर जरूरी है। दुर्भाग्य है कि अच्छा स्वास्थ्य और शिक्षा सामान्य आदमी की पहुंच से बाहर हैं। यह काम पहले सेवा के नाते किए जाते थे, लेकिन अब स्वास्थ्य और शिक्षा भी व्यावसायिक हो गई है। पहले शिक्षा देना कर्तव्य माना जाता था। अभी भी ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को अच्छी चिकित्सा के लिए शहरों की ओर जाना पड़ता है। कैंसर के उपचार के लिए दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों का रुख करना पड़ता है। वर्तमान में समाज को सहज, सुलभ और कम खर्च वाली चिकित्सा की जरूरत है। ये बातें सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने इंदौर में गुरुजी सेवा न्यास के तहत माधव सृष्टि आरोग्य केंद्र के द्वितीय चरण में तैयार हुए कैंसर केयर व रिसर्च सेंटर के शुभारंभ अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि इंदौर में कम दाम में गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवा देने का यह प्रयास प्रशंसनीय कार्य है। कार्यक्रम के दौरान प्रांत संघचालक प्रकाश दीक्षित और सिंबायोटिक कंपनी के डायरेक्टर अनिल सतवानी भी उपस्थित थे। हमारी संस्कृति कहती है सशक्त लोग सभी को जीवन देंगे डॉ. भागवत ने कहा कि पश्चिमी देशों के लोग कहते हैं कि सशक्त लोग ही जीएंगे। हमारी संस्कृति कहती है कि सशक्त लोग सभी को जीवन दिलवाएंगे। समाज सुखी होगा तो व्यक्ति सुखी होगा। उन्होंने कहा कि बचपन में मलेरिया होने पर मैं तीन दिन स्कूल नहीं गया। उस समय मेरे स्कूल शिक्षक घर आए। वे मेरे लिए जंगल में जाकर जड़ी-बूटी ले आए। उन्हें चिंता थी कि जो छात्र मेरे पास आया है, वो स्वस्थ भी रहना चाहिए। समाज को सहज सुलभ चिकित्सा चाहिए। कार्पोरेट युग में अब शिक्षा हब बन चुके हैं। संवेदना, सहवेदना से ही मिलता है समाधान भागवत बोले कि संवाद से मनुष्य को अपनी वेदना में सहयोग मिलता है। कैंसर मरीजों से यदि संवाद किया जाए तो उसे हिम्मत मिलती है। एक किस्सा सुनाते हुए वे बोले कि एक सज्जन से बीमार व्यक्ति से मिला। उन्होंने उसे सिर्फ यह हिम्मत दी कि तुम्हारे उपचार के लिए 10 लाख मैं दे दूंगा। इतनी राशि उनके पास नहीं थी, लेकिन उनकी दी गई हिम्मत से ही युवक स्वस्थ हुआ और परेशानियों को दूर कर सका। मरीज की जरूरत के अनुसार संबंधित पैथी से हो उपचार डॉ. भागवत ने कहा कि पश्चिम का दृष्टिकोण यह है कि एक ही बात दुनिया पर लागू करना। विदेश में चिकित्सा पर हुई रिसर्च सब जगह लागू नहीं हो सकती, क्योंकि विश्व में विविधता है। किसी को नैचुरोपैथी से फायदा होता है तो किसी को होम्योपैथी से। कोई एक पैथी सर्वश्रेष्ठ नहीं हो सकती। भारतीय चिकित्सा पद्धति मरीजों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार इलाज करती है। कुछ बीमारियों में होम्योपैथी, आयुर्वेद और नैचुरोपैथी से भी इलाज संभव है। मनुष्य की विविधता का ध्यान रख उनके इलाज अनुरूप पैथी में होना चाहिए। भागवत की पाठशाला के मंत्र     ‘विद्या ददाति विनयं, विनयाद्याति पात्रतां | पात्रत्वाद्धनमाप्नोति, धनाद्धर्मं ततः।’ विद्या के साथ स्वास्थ्य लाभ लेने में भी विनय होना चाहिए।     इंदौर में लोगों को बेहतर उपचार के लिए प्रकल्प बेहतर काम कर रहा है। कभी यह मन में न आए कि हम तीस मार खां हैं। नेकी करो, कुएं में डालो। गर्व का भाव रहे, लेकिन अहंकार नहीं आए।     मराठी में कहावत है कि देने वाला देता जाए, लेने वाला लेता जाए, लेने वाला भी आगे जाकर देने वाला भी बन जाए।  

स्कूली बच्चों ने दिया हर घर तिरंगा का संदेश, साइकिल रैली का भव्य आयोजन

बिलासपुर आजादी के 79 वें वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित हर घर तिरंगा अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य  से भव्य तिरंगा साइकिल रैली का आयोजन किया गया। रिवर व्यू से शुरू हुई रैली का शुभारंभ बिल्हा विधायक श्री धर्मलाल कौशिक ने हरी झंडी दिखा कर किया। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल,पुलिस अधीक्षक श्री रजनीश सिंह और  अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने रैली की अगुआई की। रैली में स्कूली बच्चों ने उत्साहपूर्ण भागीदारी करते हुए हर घर तिरंगा का संदेश दिया।      तिरंगा सायकिल रैली लाला बहादुर शास्त्री स्कूल मार्ग, सिटी कोतवाली चौक, गोल बाजार मार्ग, देवकीनंदन चौक और नेहरू चौक से होते हुए न्यू सर्किट हाउस तक पहुंची, स्कूली छात्रों ने तिरंगा लहराकर जोश और उत्साह से देशभक्ति के गीत गाए और "वंदे मातरम्", "भारत माता की जय" के नारे लगाए। छात्रों ने सभी नागरिकों से हर घर तिरंगा अभियान में भागीदारी की अपील की। बिल्हा विधायक श्री धर्मलाल कौशिक, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री रजनीश सिंह,जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल ने रैली की अगुआई की।      बिल्हा विधायक श्री धर्मलाल कौशिक  ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान देश की एकता और अखंडता का प्रतीक है और  ऐसी रैलियां राष्ट्रीय भावना को सशक्त करती हैं और लोगों को जागरूक करती है। उन्होंने बच्चों के उत्साह की सराहना करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को देशभक्ति और संविधान के प्रति सम्मान की भावना जगाना हम सब का दायित्व है। रैली में शामिल स्कूली छात्रों ने हर घर तिरंगा अभियान में भागीदारी करने पर खुशीजताई। सायकल रैली का समापन न्यू सर्किट हाउस में हुआ। इस अवसर पर स्कूली बच्चों, युवा, स्वयंसेवकों, सामाजिक संगठनो के पअधिकारी,कर्मचारियों  व आम नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे। रेहाना/

डीह बाबा में 18.81 लाख से निर्मित यात्री प्रतीक्षालय का विधायक एवं महापौर ने किया लोकापर्ण

 सिंगरौली  सिंगरौली विधानसभा के विधायक श्री राम निवास शाह एवं नगर पलिक निगम सिंगरौली की महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल के मुख्य अतिथि एवं नगर पालिक निगम सिंगरौली के अध्यक्ष देवेश पाण्डेय के विशिष्ट अतिथि में वार्ड क्रमांक 42 डीह बाबा के पास 18.81 लाख की लागत से नव निर्मित यात्री प्रतीक्षालय का विधिवत पूजा अर्चना कर लोकापर्ण किया गया। लोकापर्ण समारोह की अध्यक्षता वार्ड पार्षद श्री संतोष शाह ने की।  इस अवसर पर उपस्थित वार्ड के नागरिको को संबोधित करते हुयें विधायक श्री शाह ने कहा कि डीह बाबा में यात्री प्रतीक्षलय का निर्माण होने से यहा आने वाले लोग गर्मी एवं बारिस में अपना बचाव कर सकेगे। साथ ही यहा होने वाले धार्मिक अनुष्ठानो में भी यह यात्री प्रतीक्षलय सहायक होगा। अब गर्मी बारिस के दिनो में बिना किसी व्यवधान के सभी कार्य सम्पन्न होगे। साथ ही विधायक ने कहा कि नगर निगम विकास हम सब एक होकर कार्य कर रहे अब वह दिन दूर नही जब सिंगरौली प्रदेश के एवं देश के पटल अपनी अलग छाप छोड़ेगा।  समारोह में उपस्थित वार्ड वासियो को संबोधित करते हुयें महापौर श्रीमती अग्रवाल ने कहा कि निगम के सभी वार्डो के समुचित विकास कार्य कराये जा रहो आज आप लोगो को यात्री प्रतीक्षलय की सौगात मिली है मै इसके लिए सभी को बधाई देती हू। महापौर ने कहा कि हर एक वार्ड में वहा की जरूरतो को दृष्टिगत रखते हुयें कार्य कराये जा रहे वार्ड क्रमांक 42 में भी मूलभूत सुविधाओ को बढ़ाने के लिए आगे भी आवश्यकता अनुसार विकास कार्य कराये जायेगे। इस अवसर बड़ी सख्या में वार्डवासियो सहित निगम संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

खंडवा में शाजिया की मयूर संग शादी, सात फेरे लेकर बनी शारदा

 खंडवा  महादेवगढ़ मंदिर में मंत्रोच्चार की गूंज के बीच फिर एक मुस्लिम युवती ने घर वापसी करते हुए सनातन पद्धति से विवाह रचाया। शाजिया से शारदा बनी युवती ने हिंदू युवक मयूर के साथ सात फेरे लिए। दोंदवाड़ा निवासी शाजिया ने जब मयूर के गले में वरमाला पहनाई तो हर-हर महादेव के जयकारे लगे। नवविवाहित जोड़े ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक भी किया। इसके बाद भारत माता की आरती की गई। बचपन से ही सनातन संस्कृति पसंद थी शाजिया से शारदा बनी युवती ने कहा कि मुझे बचपन से ही सनातन संस्कृति पसंद थी। मैंने किसी के दबाव में नहीं, बल्कि अपने मन से यहां आकर मयूर से विवाह किया। वहीं, मयूर ने कहा कि हम दोनों ने साथ जीने का फैसला किया है। दोनों की रजामंदी के साथ यह विवाह किया। शादी के बाद मंदिर में मौजूद लोगों ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया। शारदा और मयूर की यह शादी चर्चा का विषय रही। मंदिर में उनके साथ कुछ मित्र थे, जिन्होंने शादी के लिए उनकी मदद की। शादी के बाद दोनों बहुत खुश नजर आए। मयूर और शारदा ने मिलकर एक नए जीवन की शुरुआत की है।