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बीएसएफ परिसर एवं पितृ पर्वत के पीछे 11-11 हजार पौधों का रोपण

पर्यावरण संरक्षण के लिए इंदौर काम कर सकता है तो देश के अन्य शहर क्यों नहीं : रक्षा राज्य मंत्री सेठ आने वाली पीढ़ी को एक स्वच्छ वातावरण के साथ ही बेहतर कल का उपहार दे : मंत्री विजयवर्गीय बीएसएफ परिसर एवं पितृ पर्वत के पीछे 11-11 हजार पौधों का रोपण इंदौर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ द्वारा आज "एक बगिया मां के नाम" अभियान अंतर्गत इंदौर में बड़े स्तर पर पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर बीएसएफ परिसर एवं पितृ पर्वत के पीछे गांधीनगर थाने के पास 11-11 हजार पौधों का रोपण कार्य शुभारंभ किया गया। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में इंदौर का योगदान सराहनीय है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में इंदौर ने विगत वर्ष 51 लाख से अधिक पौधे लगाकर एक बड़ा लक्ष्य हासिल किया है, जो नागरिकों के सहयोग से संभव हुआ। "एक पेड़ मां के नाम" एवं एक बगिया मां के नाम अभियान से पूरे भारत में पर्यावरण संरक्षण का संदेश गया है। जिस प्रकार इंदौर ने स्वच्छता में लगातार आठवीं बार प्रथम स्थान प्राप्त किया है, उसी तरह हरियाली और पर्यावरण में भी इंदौर देश का अग्रणी शहर बनेगा। पर्यावरण संरक्षण के लिए इंदौर ने जो काम किया है, उसका अनुसरण देश के अन्य शहर करके यह मुकाम प्राप्त कर सकते हैं।  नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आह्वान पर "एक पेड़ मां के नाम" अभियान को इंदौर ने पूरे जोश और समर्पण से अपनाया है। पिछले वर्ष रेवती रेंज एवं अन्य स्थानों पर 51 लाख पौधों का रोपण किया गया, जिसमें पितृ पर्वत जैसे स्थान हरियाली से आच्छादित हो गए हैं। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि अपनी मां के नाम एक पेड़ अवश्य लगाएं, उसकी देखभाल करें और आने वाली पीढ़ी के लिए हरियाली का उपहार छोड़ें। मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि आज का पौधारोपण भविष्य में आने वाली पीढ़ियों के लिए सबसे बड़ा उपहार है। जलवायु परिवर्तन और बढ़ते तापमान के बीच यह संकल्प हमें आने वाले समय में राहत देगा।   उद्यान प्रभारी राजेंद्र राठौर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की संकल्पना पर आधारित इस अभियान के तहत, पिछले वर्ष गृह मंत्री अमित शाह जी की उपस्थिति में रेवती रेंज पर एक दिन में 12 लाख 41 हजार पौधों का रोपण कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था, जिसमें लगभग ढाई लाख पौधे बीएसएफ जवानों द्वारा लगाए गए। इसके अलावा बिजासन टेकरी एवं बीएसएफ परिसर में भी एक लाख से अधिक पौधारोपण किया गया। उन्होंने बताया कि बीएसएफ द्वारा लगाए गए पौधों की देखरेख हेतु उपचारित जल की पाइपलाइन और सम्पवेल निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराई गई है, जिसके लिए नगर निगम, इंदौर, बीएसएफ का आभार व्यक्त करता है। इस वर्ष भी 51 लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है और शहर के विभिन्न क्षेत्रों में लाखों पौधे लगाए जा चुके हैं। कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया, रमेश मेंदोला, गोलू शुक्ला, मधु वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।  

संसद के बाद सड़क पर जुटे 300 सांसद, 25 दलों का SIR विरोधी मेगा मार्च

नई दिल्ली बिहार में विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR), मतदाता सूची में गड़बड़ी और चुनावों में कथित धांधली के खिलाफ लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की अगुवाई में विपक्षी इंडिया अलायंस के करीब 300 सांसद आज संसद भवन से चुनाव आयोग तक पैदल मेगा मार्च करने जा रहे हैं। इसमें विपक्ष के 25 दलों के सांसद शामिल होंगे। बड़ी बात ये है कि दिल्ली पुलिस ने अभी तक इस मार्च की इजाजत नहीं दी है। दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, किसी सांसद ने ऐसी अनुमति मांगी ही नहीं है। ऐसे में अब विपक्षी सांसद संसद के बाद सड़क पर भी संग्राम करते नजर आ सकते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि पुलिस की अनुमति के लिए कोई औपचारिक अनुरोध प्रस्तुत नहीं किया गया है। हालांकि, निर्वाचन आयोग सचिवालय ने कांग्रेस सांसद जयराम रमेश को जवाबी पत्र लिखकर आज दोपहर 12 बजे मुलाकात और बातचीत का समय तय किया है। इस चिट्ठी में कहा गया है कि चूंकि जगह कम है और पार्किंग स्पेस की दिक्कत है, इसलिए अधिकतम 30 लोग ही चर्चा करने के लिए बैठक में शामिल हों। इस बीच दिल्ली पुलिस ने चुनाव आयोग के बाहर बैरिकेड्स लगा दिए हैं। ट्रांसपोर्ट भवन होते हुए मार्च इंडिया गठबंधन के प्रमुख घटक दल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का सीधा आरोप है कि चुनाव आयोग भाजपा के साथ मिलकर वोट चोरी करवा रहा है और भाजपा को फायदा पहुंचा रहा है। गांधी के आवास पर पिछले सप्ताह आयोजित डिनर में इस विषय पर चर्चा के बाद तय हुआ था कि गठबंधन दलों के सांसद इस मुद्दे पर संसद भवन के मकर द्वार से चुनाव आयोग के कार्यालय तक ट्रांसपोर्ट भवन होते हुए मार्च करेंगे। इसमें संसद के दोनों सदनों के सदस्य भाग लेंगे। मार्च से पहले गठबंधन नेताओं की बैठक मार्च का आयोजन आज (सोमवार 11 अगस्त को) हो रहा है। इससे पहले संसद की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व सुबह संसद भवन परिसर में विपक्ष के नेता के कक्ष में गठबंधन के नेताओं की बैठक होगी, जिसमें संसद से चुनाव आयोग तक मार्च करने को लेकर चर्चा होगी। बताया जा रहा है कि इंडिया गठबंधन के नेता संसद भवन परिसर में पिछले सप्ताह की तरह प्रदर्शन भी करेंगे। करीब 11:30 बजे निकलेगा मार्च इस मार्च में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी समेत कई सांसद शामिल होंगे। सुबह करीब 11:30 बजे ये मार्च निकाला जा सकता है। इस दौरान ये सांसद 2024 के लोकसभा चुनावों में कथित "वोट चोरी" और चुनावी राज्य बिहार में मतदाता सूची के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध करेंगे।

ग्वालियर के हज़ार बिस्तर अस्पताल में एनसीडी क्लीनिक का शुभारंभ, उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने किया उद्घाटन

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने किया हज़ार बिस्तर अस्पताल ग्वालियर में एनसीडी क्लीनिक का शुभारंभ उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने हज़ार बिस्तर अस्पताल ग्वालियर में एनसीडी क्लीनिक का उद्घाटन किया ग्वालियर के हज़ार बिस्तर अस्पताल में एनसीडी क्लीनिक का शुभारंभ, उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने किया उद्घाटन एनसीडी के समय से चिन्हांकन से गंभीर स्थितियों से होगा बचाव भोपाल उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने  जयारोग्य चिकित्सालय समूह के हज़ार बिस्तर अस्पताल में नॉन-कम्युनिकेबल डिज़ीज़ (एनसीडी) क्लीनिक का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि एनसीडी क्लीनिक गंभीर बीमारियों का समय रहते पता लगाने और उनका इलाज शुरू करने में सहायक होगा। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि बदलती जीवन शैली, खान-पान की गलत आदतें, तनाव और शारीरिक श्रम की कमी के कारण हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर, उच्च रक्तचाप और थायरॉइड जैसी एनसीडी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अक्सर इन बीमारियों का देर से पता चलने पर ये जानलेवा साबित होती हैं। इसी समस्या को देखते हुए एम्स भोपाल के बाद अब जयारोग्य अस्पताल समूह में यह विशेष क्लीनिक शुरू किया गया है। गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. धाकड़ ने बताया कि क्लीनिक कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के अधीन संचालित होगा। इसका उद्देश्य प्रदेश में बढ़ते एनसीडी मामलों पर नियंत्रण करना है। यहां मरीजों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, परामर्श और आवश्यकतानुसार उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। एनसीडी क्लीनिक को भविष्य में टेलीमेडिसिन और डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड की सुविधा से भी जोड़ा जाएगा, जिससे मरीजों का डेटा सुरक्षित और आसानी से उपलब्ध रहे। एनसीडी क्लीनिक में हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर, थायरॉइड और उच्च रक्तचाप जैसे रोगों का शुरुआती चरण में पता लगाकर समय पर इलाज किया जाएगा। इससे स्ट्रोक, हार्ट अटैक और किडनी फेलियर जैसी गंभीर स्थितियों से बचाव संभव होगा। आम जनता को बिना किसी अतिरिक्त खर्च के जांच व परामर्श की सुविधा मिलेगी और समय पर उपचार मिलने से समयपूर्व मौत के मामलों में कमी आएगी। जयारोग्य चिकित्सालय समूह के अधीक्षक डॉ. सुधीर सक्सेना, कम्युनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज बंसल सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं यूजी व पीजी विद्यार्थी मौजूद थे।  

हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता, स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग अभियान की उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दिए निर्देश

जन-जन को जोड़ें हर घर तिरंगा अभियान से : मुख्यमंत्री डॉ. यादव युवाओं की बढ़ाएं सहभागिता हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता, स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग अभियान की उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दिए निर्देश भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि आजादी अनमोल है। आजादी सिर्फ़ एक अधिकार मात्र नहीं है, यह हमें देश के विकास में हर संभव योगदान देने का कर्तव्यबोध भी कराती है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, शुचिता और मेड इन इंडिया प्रोडक्ट्स (स्वदेशी वस्तुएं) अपनाने की जागरूकता को भी हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता अभियान से जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अभियान के दौरान प्रभावी गतिविधियां की जाएं। इसे ऑपरेशन सिंदूर के सैन्य पराक्रम से जोड़कर युवाओं की सहभागिता बढ़ाएं। अधिक से अधिक तिरंगा यात्रा, तिरंगा रैली, मानव श्रृंखलाएं, साइकल रैली, बाइक रैली, रंगोली प्रतियोगिता और देशभक्ति से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर अभियान में अधिकतम जनभागीदारी सुनिश्चित की जाए। आमजन को आसानी से राष्ट्रध्वज उपलब्ध कराए जाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि तिरंगा यात्रा के संदर्भ में जिले के स्थानीय जनप्रतिनिधियों से परामर्श लेकर जिले के प्रमुख धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों, सांस्कृतिक मंडलों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, वरिष्ठ नागरिकों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, लोकतंत्र सेनानियों, पेंशनर्स, सेवानिवृत्त सैनिकों और समाजसेवियों को भी आवश्यक रूप से जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को निवास स्थित समत्व भवन में “हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता, स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग” अभियान के क्रियान्वयन के संबंध में उच्चस्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में अभियान को जन-आंदोलन का स्वरूप देने पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री ने बैठक में वर्चुअली जुड़े प्रदेश के सभी कमिश्नर्स, कलेक्टर्स, आईजी और पुलिस अधीक्षकों से कहा कि हर घर तिरंगा अभियान में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ समुचित समन्वय कर इस अभियान को सफल बनाने के लिए सक्रिय होकर प्रयास करें। उन्होंने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान देशभक्ति, स्वच्छता और स्वदेशी भावना को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प है। हर घर तिरंगा अभियान में झण्डे के निर्माण और झण्डे के इतिहास से संबंधित कहानियों एवं प्रसंगों का प्रचार-प्रसार किया जाए। इस विषय पर बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा सकती हैं, इससे बच्चों में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत होगी। उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्राओं और तिरंगा रैलियों में राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा का भी पूरा ध्यान रखा जाए। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह जे.एन. कंसोटिया, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय नीरज मंडलोई, अपर मुख्य सचिव संजय कुमार शुक्ल, अपर मुख्य सचिव संजय दुबे, अपर मुख्य सचिव अनुपम राजन, पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य संदीप यादव, सचिव एवं आयुक्त जनसम्पर्क डॉ. सुदाम खाड़े सहित हर घर तिरंगा अभियान से जुड़े अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश और प्रदेश के विकास में सबकी सहभागिता और सबका योगदान जरूरी है। प्रदेश के हर नागरिक को हर घर तिरंगा अभियान से जोड़ें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अभियान का संचालन सुचारू और नियोजित तरीके से किया जाए, जिससे अधिक से अधिक लोग इससे जुड़ें। तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर आमजन हर घर तिरंगा पोर्टल पर अपलोड करें। उन्होंने कहा कि अभियान के शेष दिनों में सभी कलेक्टर्स प्रिंट, सोशल मीडिया, डिजिटल मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया आदि जनसंचार माध्यमों में अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। रोजाना की गतिविधियों को मीडिया को दें, जिससे जनसामान्य इस अभियान से जुड़ें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के लिए झण्डों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित कर ली जाए। इसमें स्वसहायता समूहों की मदद भी लें। जिला पर्यटन विकास परिषद के माध्यम से तिरंगा यात्रा एवं अन्य आकर्षक आयोजनों के जरिए भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और देश की सांस्कृतिक विरासतों के बारे में जनसामान्य को बताएं। जिलों में मौजूद धार्मिक और लोकमान्यता वाले स्थलों पर भी हर घर तिरंगा से जुड़ी गतिविधियां की जाएं। साथ ही जिले के स्थानीय रणबांकुरों, क्रांतिकारियों, स्वतंत्रा सेनानियों तथा स्वतंत्रता के बाद देश की एकता और अखण्डता के लिए अपना बलिदान देने वाले वीर सैनिकों का पुण्य स्मरण भी तिरंगा अभियान के दौरान किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना के जवानों और विभिन्न अभियानों में शहीद हुए जवानों के परिजन को 13 से 15 अगस्त तक होने वाले हर घर तिरंगा अभियान एवं स्वाधीनता दिवस कार्यक्रम में अनिवार्य रूप से आमंत्रित किया जाए। इसमें व्यापारिक और व्यावसयिक संगठनों का सहयोग लें। हर घर तिरंगा अभियान के अनुभवों का दस्तावेजीकरण भी कर लें। बैठक में अभियान के नोडल संस्कृति विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने अभियान के अंतर्गत अब तक हुईं गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता अभियान का प्रथम चरण बखूबी पूरा कर लिया गया है। प्रदेश के 406 निकायों में 1331 जनजागरूकता अभियान चलाए गए। करीब 1700 विद्यालयों में तिरंगा से प्रेरित सार्वजनिक कला एवं रंगोली का निर्माण किया गया। झण्डे के निर्माण के लिए 235 स्व-सहायता समूहों का सहयोग लिया गया। 980 सामुदायिक स्वच्छता अभियान चलाए गए। 1451 सीटी/पीटी जैसी सार्वजनिक सम्पत्ति के रखरखाव के लिए स्वच्छता अभियान चलाया गया। अभियान में अब तक 2 लाख 87 हजार 345 नागरिकों ने सहभागिता की। अभियान में एक लाख 72 हजार से अधिक विद्यार्थियों की भी सहभागिता दर्ज की गई है। अभियान का दूसरा चरण जारी है। इसमें वृहद स्तर पर गतिविधियां की जा रही हैं। केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के सहयोग से स्थानीय उत्पादों, स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों, तिरंगे के रंग की थीम वाली वस्तुओं जैसे खाद्य सामग्री, वस्त्र, सौंदर्य प्रसाधन, श्रृंगार सामग्री आदि की बिक्री पर केन्दित तिरंगा मेला आयोजित किए जा रहे हैं। नगारिकों को तिरंगे के साथ सेल्फी लेने और उसे हर घर तिरंगा पोर्टल पर अपलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। अभियान के तीसरे चरण में सभी शासकीय भवनों, शैक्षणिक संस्थनों, होटलों, कार्यालयों, बांधों, पुलों आदि पर ध्वजारोहण समारोह और प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी। बताया गया कि यह अभियान सामूहिक उत्सव और नागरिक एकता की भावना पर आधारित है, जिसमें स्वतंत्रता के सार को स्वच्छता और सुजलता के संकल्प से जोड़ा गया है। स्वच्छ भारत मिशन और जल जीवन मिशन के तहत गांवों/ग्राम पंचायतों में गतिविधियों की श्रृंखला, जिसमें स्वच्छ सुजल … Read more

भविष्य का लैपटॉप: AI टेक्नोलॉजी के आगे माउस-कीबोर्ड होंगे इतिहास

दुनिया हाईटेक होती जा रही है, AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के आने के बाद तो गति और बढ़ गई है। क्या आपने कभी कल्पना की है कि बिना कीबोर्ड और माउस के लैपटॉप चला रहे हैं? सुनने में ये थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन 5 साल के भीतर ही आपको ये बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। 2030 तक आपको ऐसे लैपटॉप देखने को मिल जाएंगे जिनमें कीबोर्ड या माउस की जरूरत नहीं होगी। ये लैपटॉप आपकी आवाज या इशारों पर ही काम करने लगेंगे। यह फिलहाल भले कल्पना से परे लगता हो, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट डेविड वेस्टन का कहना है आने वाले टाइम में माउस और कीबोर्ड का इस्तेमाल पुराना हो जाएगा। माइक्रोसॉफ्ट का सपना दरअसल, माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में यूट्यूब पर एक नया वीडियो जारी किया है। इसमें बताया गया है कि अगले पांच सालों में हम विंडोज का इस्तेमाल किस तरह करेंगे। वीडियो का नाम है 'माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 2030 विजन'। इसमें दिखाया गया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे कंप्यूटर और लैपटॉप के साथ बातचीत को और आसान बनाएगा। माउस और कीबोर्ड की जरूरत नहीं होगी माइक्रोसॉफ्ट से जुड़े डेविड वेस्टन का दावा है कि माउस और कीबोर्ड का इस्तेमाल फ्यूचर में पुराना लगने लगेगा। जैसे आज की Gen Z को पुराने DOS सिस्टम का इस्तेमाल करने में अजीब महसूस होता है, कुछ साल बाद हमें भी माउस और कीबोर्ड का इस्तेमाल करते हुए ऐसा ही लगेगा। 2030 तक लोग अपने कंप्यूटर में आवाज या इशारों से ही काम करवाना शुरू कर देंगे। यह बातचीत का एक आसान तरीका होगा। कोपायलट AI चैटबॉट शुरू हुआ माइक्रोसॉफ्ट चाहता है कि लोग अपने डेस्कटॉप और लैपटॉप से दोस्त की तरह बात करें। ऐसा करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट इस तकनीक पर अरबों रुपये खर्च कर रहा है। कंपनी ने हाल ही में अपने प्रोडक्ट्स, जैसे- विंडोज और ऑफिस में कोपायलट AI चैटबॉट जोड़ा है। इसका इस्तेमाल करते हुए यूजर्स 'Hey Copilot' कहकर अपने कंप्यूटर से काम कर सकते हैं। इससे सिस्टम सेटिंग्स बदलना या इंटरनेट पर जानकारी ढूंढना बेहद आसान हो जाएगा। AI सिक्योरिटी एक्सपर्ट मिलेगा वेस्टन का कहना है कि आगामी पांच सालों में AI की मदद से एक ऐसा सिक्योरिटी एक्सपर्ट मिलेगा, जो इंसानों की तरह बात करेगा। फिलहाल ऐसी सुरक्षा केवल बड़ी कंपनियों के लिए है, छोटे कारोबारियों के लिए भी ये सुविधा लाई जाएगी।

फेस्टिव सीजन में धमाल मचाने तैयार Citroen Aircross फेसलिफ्ट, चल रही है टेस्टिंग

नई दिल्ली  भारतीय ऑटो बाजार में Citroen अपनी लोकप्रिय एसयूवी Aircross के नए फेसलिफ्ट वर्जन को जल्द पेश करने की तैयारी में है. हाल ही में इस गाड़ी को टेस्टिंग के दौरान देखा गया, जिससे इसके नए फीचर्स और डिजाइन अपडेट की झलक सामने आई है. उम्मीद है कि यह एसयूवी फेस्टिव सीजन तक लॉन्च हो सकती है. टेस्टिंग के दौरान इस कार के फ्रंट लोगो, रियर विंडो और इंटीरियर को कवर किया गया था, जिससे साफ है कि नए वर्जन में डैशबोर्ड और इंटीरियर डिज़ाइन में बदलाव होने वाले हैं. इसके अलावा कंपनी का लोगो भी अपडेटेड मिलेगा. इंजन में फिलहाल कोई बदलाव नहीं होगा. मौजूदा मॉडल की तरह ही पावरट्रेन बरकरार रहेगा, जबकि फीचर्स और केबिन में ज्यादा अपग्रेड देखने को मिलेंगे. लॉन्चिंग को लेकर कंपनी ने अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन उम्मीद है कि यह फेसलिफ्ट फेस्टिव सीजन तक भारत में आ सकता है. कीमत में मामूली बढ़ोतरी संभव है. वर्तमान में एयरक्रॉस 8.62 लाख रुपये से 14.60 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच उपलब्ध है. यह मिड-साइज एसयूवी सेगमेंट में हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टॉस, होंडा एलीवेट, स्कोडा कुशाक और फॉक्सवैगन ताइगुन जैसी गाड़ियों को टक्कर देगी.

रायपुर रेलवे स्टेशन पर टू-व्हीलर पार्किंग को लेकर नया विवाद, क्या हुई लोकेशन में तब्दीली?

रायपुर  क्या रायपुर रेलवे स्टेशन में टू व्हीलर पार्किंग की जगह बदल गई है ? अब कार पार्किंग के साथ टू व्हीलर भी खड़ी कर सकेत है ? तस्वरों को देखकर तो यही लग रहा है, लेकिन ऐसा है नहीं. दरअसल रायपुर रेलवे स्टेशन में टू व्हीलर पार्किंग और 4 व्हीलर पार्किंग का संचालन एक ही पार्किंग ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है. यही कारण है कि कमर्शियल विभाग के अधिकारियों को ठेंगा दिखाते हुए अब कार पार्किंग में टू व्हीलर पार्किंग शुरू हो गई है. तस्वीरों और कार्रवाई न होना इस ओर इशारा करता है कि कमर्शियल विभाग के अधिकारियों ने संभवतः अपनी मौन सहमति दे रखी हो. जबकि यहां गाड़ी खड़े किए जाने को लेकर विवाद कोई नया नहीं है. पार्किंग ठेकेदार इतने निश्चिंत हो गए है कि उन्होंने बकायदा कार एक्जिट के पार्किंग में एक फ्लेक्स भी लगा दिया है, जिसमें बड़ी चालाकी से ये लिखा गया है कि आते समय पर्ची अवश्य ले और जाते समय पर्ची अवश्य दे. अब सवाल ये है कि कार पार्किंग के एग्जिट प्वाईंट में पर्ची अवश्य ले, ये किस उद्देश्य से लिखा गया है ? और क्या ये फ्लैक्स रेलवे अधिकारियों को नजर नहीं आया!

स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों का जायजा लेने CM भजनलाल शर्मा का बॉर्डर पोस्ट निरीक्षण

बीकानेर स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले, 14 अगस्त को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा का दौरा प्रस्तावित है। सीएम खाजूवाला क्षेत्र स्थित कोडेवाला पोस्ट पर पहुंचकर बीएसएफ जवानों के बीच तिरंगा यात्रा में शामिल होंगे और उनके साथ संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री यहां करीब एक घंटे रुककर जवानों से बातचीत करेंगे और सीमा पर स्थित फेंसिंग क्षेत्र का निरीक्षण भी कर सकते हैं। यह पहला मौका होगा जब भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री बनने के बाद बॉर्डर पर जाकर जवानों के साथ समय बिताएंगे। बीएसएफ और जिला प्रशासन ने इस विशेष यात्रा को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। कोडेवाला पोस्ट पर पहले से ही कड़ी सुरक्षा है, जिसे मुख्यमंत्री की यात्रा के मद्देनजर और मजबूत किया जा रहा है। अधिकारियों ने किया निरीक्षण खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि, पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सिंह सागर और बीएसएफ बीकानेर रेंज के डीआईजी अजय लूथरा सहित अधिकारियों के साथ कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान सीएम के स्वागत और सुरक्षा के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कोडेवाला पोस्ट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम पहले से मौजूद हैं, लेकिन मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था और भी सख़्त की जा रही है। सीएम के खाजूवाला आगमन को लेकर स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह है। कार्यक्रम के मद्देनज़र बॉर्डर इलाक़े में प्रशासन और बीएसएफ की गतिविधियां तेज़ हो गई हैं, वहीं बीकानेर रेंज में मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर हलचल बढ़ गई है।

गांधी मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल कोर्स प्रवेश शुरू, आवेदन करने की अंतिम तिथि जल्द पूरी होगी

भोपाल  भोपाल स्थित शासकीय गांधी मेडिकल कॉलेज ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए पैरामेडिकल डिप्लोमा कोर्सों में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। यह अवसर उन छात्रों के लिए खास है, जो स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। इन सभी कोर्स में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी को भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान विषयों के साथ 12वीं (PCB) पास होना अनिवार्य है। सामान्य वर्ग के लिए न्यूनतम 45% अंक और आरक्षित वर्ग के लिए नियमानुसार छूट दी जाएगी। यह कोर्स शामिल     डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी (DMLT)     डिप्लोमा इन रेडियोग्राफी (DRT)     डिप्लोमा इन ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी (DOTT)     डिप्लोमा इन इमरजेंसी एंड ट्रॉमा केयर टेक्नोलॉजी (DETCT) आवेदन की अंतिम तिथि और प्रक्रिया     प्रवेश के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 18 अगस्त 2025 तय की गई है।     आवेदन पत्र सरकारी वेबसाइट www.gmcbhopal.net से या इस लिंक से डाउनलोड किए जा सकते हैं।     600 रुपए की आवेदन फीस ऑनलाइन जमा करनी होगी, जिसकी रसीद (स्क्रीनशॉट की फोटोकॉपी) आवेदन पत्र के साथ संलग्न करनी होगी।     भरा हुआ आवेदन पत्र और सभी जरूरी दस्तावेज डीन कार्यालय, गांधी मेडिकल कॉलेज (भोपाल) में 18 अगस्त 2025 की दोपहर 5 बजे तक जमा करना अनिवार्य है। प्रशिक्षण और सुविधाएं इन कोर्स में विद्यार्थियों को हमीदिया अस्पताल व संबद्ध स्वास्थ्य संस्थानों में प्रैक्टिकल प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान छात्रों को आधुनिक उपकरण, लैब सुविधाएं और अनुभवी फैकल्टी का मार्गदर्शन मिलेगा। करियर की यह संभावनाएं पैरामेडिकल स्टाफ की मांग स्वास्थ्य क्षेत्र में लगातार बढ़ रही है। इन कोर्सों के बाद विद्यार्थी सरकारी और निजी अस्पतालों, डायग्नोस्टिक सेंटर, लैबोरेटरी और हेल्थकेयर कंपनियों में रोजगार पा सकते हैं। इसके अलावा उच्च शिक्षा के अवसर भी उपलब्ध हैं, जैसे बैचलर डिग्री और स्पेशलाइज्ड कोर्स। क्यों खास है यह मौका?     कम फीस में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण     सरकारी अस्पताल में सीधा प्रैक्टिकल अनुभव     राज्य के स्वास्थ्य तंत्र को मजबूत करने का अवसर     बढ़ते हेल्थ सेक्टर में नौकरी की गारंटी जैसी संभावनाएं  

सागर और बुंदेलखंड पर्यटन में चमकेंगे विश्व पटल पर, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने किया दावा

भोपाल  खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दूरदर्शी सोच और नवाचारी दृष्टिकोण की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल से अगले कुछ महीनों में ग्वालियर, इंदौर और भोपाल में होने वाले तीन बड़े आयोजनों से पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में निवेश की नई संभावनाएं सृजित होंगी, जो विशेष रूप से सागर संभाग और बुंदेलखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि 29-30 अगस्त को ग्वालियर में आयोजित होने वाले संभागीय टूरिज्म कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे। कॉन्क्लेव में ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में निवेश की संभावनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही, कला-संस्कृति से जुड़ी प्रदर्शनी और स्थानीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की भागीदारी इस आयोजन को और प्रभावी बनाएगी। मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव का यह नवाचारी कदम मध्यप्रदेश को पर्यटन के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नक्शे पर एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। दिल्ली-झांसी-जयपुर के प्रसिद्ध गोल्डन ट्रायंगल को ग्वालियर, खजुराहो और सागर के पर्यटन स्थलों से जोड़ने की उनकी योजना न केवल पर्यटकों की संख्या में वृद्धि करेगी, बल्कि सागर संभाग और बुंदेलखंड की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को वैश्विक मंच पर ले जाएगी। बुंदेलखंड के ओरछा में रामराजा सरकार का मंदिर, झांसी, दतिया, चंदेरी, मैहर, खजुराहो, पन्ना टाइगर रिजर्व, वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व, आबचंद गुफाएं और राहतगढ़ वॉटरफॉल जैसे विश्व प्रसिद्ध धार्मिक सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल है। बुंदेलखंड क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक स्थलों और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की निवेशक-अनुकूल नीतियां और पर्यटन को बढ़ावा देने की उनकी प्रतिबद्धता मध्यप्रदेश की आर्थिक समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रही है। ग्वालियर में होने वाले इस कॉन्क्लेव के साथ इंदौर और भोपाल में प्रस्तावित आयोजनों से पर्यटन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित होगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा और हजारों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। मंत्री श्री राजपूत ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश के पर्यटन विकास को एक नई दिशा देने वाली पहल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि सागर संभाग और बुंदेलखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने से आर्थिक समृद्धि आएगी।