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26 अक्टूबर से रायपुर-दिल्ली के लिए इंडिगो की नई उड़ान, यात्रियों को मिलेगा सस्ता सफर

रायपुर   26 अक्टूबर से शुरू हो रहे टर्मिनल-2 पर एअर इंडिया के बाद अब इंडिगो ने भी अपनी उड़ानों को शुरू करने की घोषणा की है। यहां से इंडिगो अपनी घरेलू उड़ानों को शुरू करने जा रही है। जानकारी के अनुसार, इंडिगो की जिन उड़ानों का नंबर 6ई-2000 से 6ई-2999 के बीच होगा, वे टर्मिनल 2 से संचालित होंगी। शेष उड़ानें या तो टर्मिनल 1 या टर्मिनल 3 से संचालित होंगी यानी इंडिगो अपनी उड़ानें 26 अक्टूबर से तीनों टर्मिनल से संचालित करने जा रही है। इंडिगो के अनुसार, आईजीआई एयरपोर्ट पर नई व्यवस्था 26 अक्टूबर से लागू हो जाएगी। नई व्यवस्था के अनुसार उड़ान संख्या 6ई-5000 से 6ई-5999 तक की सभी उड़ानें और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें टर्मिनल 3 से संचालित होंगी। शेष (6ई-2000 से 6ई-2999 के बीच व 6ई-5000 से 6ई-5999 तक को छोड़कर ) उन्हें टर्मिनल 1 से संचालित किया जाएगा। यह रहेगा प्रस्तावित शेड्यूल इंडिगो की नई फ्लाइट दोपहर के समय संचालित की जाएगी। प्रस्तावित शेड्यूल के अनुसार, फ्लाइट दिल्ली से दोपहर 12:10 बजे उड़ान भरेगी और रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर 2:05 बजे पहुंचेगी। वहीं फ्लाइट रायपुर से दोपहर 2:35 बजे रवाना होकर शाम 4:45 बजे दिल्ली पहुंचेगी। 24 उड़ानें रोजाना संचालित हो रही स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट अथॉरिटी से मिली जानकारी के अनुसार, रायपुर एयरपोर्ट से 24 उड़ानें रोजाना संचालित हो रही हैं। 26 अक्टूबर से इंडिगो की उड़ान शुरू होने के बाद संख्या बढ़ जाएगी। इससे न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे बड़े शहरों से कनेक्टिविटी भी और मजबूत होगी। दिल्ली-रायपुर-दिल्ली सेक्टर में बढ़ेगे फ्लाइट के विकल्प 26 अक्टूबर से दिल्ली-रायपुर-दिल्ली सेक्टर में फ्लाइट के कई विकल्प यात्रियों के लिए उपलब्ध रहेंगे। इंडिगो की उड़ान संख्या 6E-2120 दिल्ली से सुबह 10:15 बजे उड़ान भरेगी और 12:15 बजे रायपुर पहुंचेगी। वापसी में उड़ान 6E-6640 दोपहर 12:45 बजे रायपुर से रवाना होकर 2:45 बजे दिल्ली पहुंचेगी। इंडिगो ने जोड़ी नई दिल्ली–रायपुर उड़ान: कुल संख्या हुई 5 वर्तमान में इंडिगो की 4 उड़ानें संचालित होती हैं, जबकि नई उड़ान के साथ यह संख्या 5 हो जाएगी। फ्लाइट का नया विकल्प मिलने से दिल्ली और रायपुर के बीच यात्रा समय में लचीलापन मिलेगा और यात्रियों को टिकट की उपलब्धता में भी राहत मिलेगी।  

राज्योत्सव 2025: एयर शो से लेकर डिजिटल संग्रहालय तक, PM मोदी देंगे बच्चों से मुलाकात और आवास की सौगात

रायपुर  छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर को 25वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा. वहीं इस बार राज्योत्सव को 3 दिन से बढ़ाकर 5 दिन तक मनाया जाएगा. 1 से 5 नवंबर तक नवा रायपुर में भव्य आयोजन होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्योत्सव के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे, जबकि उपराष्ट्रपति समापन कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. 1 से 5 नवंबर तक नवा रायपुर में भव्य आयोजन होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्योत्सव के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे, जबकि उपराष्ट्रपति समापन कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। पीएम 31 अक्टूबर की शाम को रायपुर पहुंचेंगे। इसके साथ प्रदेश में पहली बार भारतीय वायुसेना की टीम एयर शो करेगी। देश के पहले आदिवासी डिजिटल संग्रहालय का होगा उद्घाटन भी किया जाएगा। राज्योत्सव में वायुसेना की सूर्यकिरण टीम करेगी एयरशो वहीं राज्योत्सव के मौके पर पहली बार छत्तीसगढ़ में पहली बार भारतीय वायुसेना की सूर्यकिरण एयरोबेटिक टीम शानदार एयर शो पेश करेगी. यह प्रदर्शन 5 नवंबर की सुबह सेन्ध तालाब के ऊपर होगा. करीब 40 मिनट तक चलने वाले इस शो में 9 फाइटर जेट्स और एयरक्राफ्ट आसमान में एक साथ फॉर्मेशन फ्लाइंग और एयरोबेटिक स्टंट्स का रोमांचक प्रदर्शन करेंगे, जो राज्योत्सव के 25वें वर्ष को खास बना देगा। आवास योजना के तहत गृह प्रवेश कराया जाएगा गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि यह आयोजन सिर्फ सांस्कृतिक नहीं होगा, बल्कि इस दौरान लाखों परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गृह प्रवेश भी कराया जाएगा। उन्होंने कहा, “राज्योत्सव छत्तीसगढ़ की आत्मा को महसूस करने और उसे नई ऊंचाई देने का अवसर बनेगा।” पहली बार राज्योत्सव में एयर-शो छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर राजधानी रायपुर में पहली बार भारतीय वायुसेना की सूर्यकिरण एयरोबेटिक टीम शानदार एयर शो पेश करेगी। यह प्रदर्शन 5 नवंबर की सुबह सेन्ध तालाब के ऊपर होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है। करीब 40 मिनट तक चलने वाले इस शो में 9 फाइटर जेट्स और एयरक्राफ्ट आसमान में एक साथ फॉर्मेशन फ्लाइंग और एयरोबेटिक स्टंट्स का रोमांचक प्रदर्शन करेंगे, जो राज्योत्सव के 25वें वर्ष को खास बना देगा। ’25 सालों की विकास यात्रा’ थीम पर लगेगी प्रदर्शनी राज्योत्सव में ’25 सालों की विकास यात्रा’ थीम पर आधारित प्रदर्शनी लगायी जाएंगी. इसमें विभिन्न विभागों के विकास योजनाओं की जानकारी दी जाएगी. इसके साथ ही जिला स्तरीय सांस्कृतिक कार्यकमों में स्थानीय कलाकार भी प्रस्तुति देंगे. कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा. देश का पहला आदिवासी डिजिटल संग्रहालय होगा शुरू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्योत्सव के अवसर पर नवा रायपुर अटल नगर में बने शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय का लोकार्पण करेंगे. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर तैयार यह देश का पहला डिजिटल संग्रहालय होगा. इसके अलावा वे सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और डिजिटल कनेक्टिविटी से जुड़ी कई विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे. राज्य सरकार ने इन कार्यक्रमों को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं. सुरक्षा व्यवस्था से लेकर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों तक, हर पहलू को भव्य और जनभागीदारी से भरपूर बनाने की कोशिश हो रही है. देश के पहले आदिवासी डिजिटल संग्रहालय का होगा उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्योत्सव के अवसर पर नवा रायपुर अटल नगर में बने शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय का लोकार्पण करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर तैयार यह देश का पहला डिजिटल संग्रहालय होगा। इसमें छत्तीसगढ़ के 16 आदिवासी विद्रोहों की झलक देखने-सुनने को मिलेगी। संग्रहालय में वीर नारायण सिंह, सोनाखान विद्रोह, भूमकाल आंदोलन जैसे प्रसंगों की डिजिटल प्रस्तुति की गई है। सरगुजा कलाकारों की नक्काशी, 1400 वर्ष पुराने साल वृक्ष की प्रतिकृति और 14 थीम आधारित गैलरियां इसकी खासियत होंगी। यह संग्रहालय आदिवासी शौर्य, बलिदान और गौरवगाथा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रतीक बनेगा। नए विधानसभा भवन का शुभारंभ करेंगे मोदी नवा रायपुर में निर्मित छत्तीसगढ़ विधानसभा का नया भवन अब पूरी तरह तैयार है। 1 नवंबर को पीएम मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। यह भवन आधुनिक और सर्वसुविधायुक्त है, जिसमें छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा की झलक दिखाई देगी। सदन की सीलिंग में धान की बालियों की सुंदर नक्काशी की गई है। भवन को 3 सेक्टरों में विभाजित किया गया है और सभी सिविल कार्य पूर्ण हो चुके हैं। शांति शिखर का शुभारंभ, बच्चों से मिलेंगे पीएम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवा रायपुर में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग सेंटर “एकेडमी फॉर ए पीसफुल वर्ल्ड- शांति शिखर” का शुभारंभ करेंगे। यह केंद्र विश्व शांति, आध्यात्मिकता और मानव मूल्यों के प्रसार के लिए समर्पित रहेगा। इसी दिन प्रधानमंत्री सत्य साई हॉस्पिटल में हृदय संबंधी ऑपरेशन करवा चुके बच्चों से भी मुलाकात करेंगे।वे उनके स्वास्थ्य और उपचार की जानकारी लेकर चिकित्सा टीम से भी बातचीत करेंगे। रजत जयंती वर्ष की शुरुआत, पूरे साल चलेगा उत्सव छत्तीसगढ़ को बने 24 साल पूरे हो चुके हैं और अब राज्य अपने 25वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है। सरकार ने इसे “रजत जयंती वर्ष” के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा, खानपान, लोकनृत्य और खेलों को समर्पित विभिन्न कार्यक्रम होंगे। हर महीने अलग थीम पर आयोजन किए जाएंगे। सरकार का उद्देश्य है कि गांव से लेकर शहर तक, और पंचायत से लेकर राजधानी तक, हर स्तर पर लोगों को उनकी जड़ों से जोड़ा जाए। राज्योत्सव में प्रदेश के सभी जिलों से कलाकार, लोक-नर्तक, और हस्तशिल्पी शामिल होंगे। पिछली यात्रा में कई योजनाओं की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले अप्रैल 2024 में छत्तीसगढ़ आए थे। उस दौरान उन्होंने सक्ति, धमतरी और अंबिकापुर में जनसभाएं की थीं। बाद में मार्च 2025 में बिलासपुर दौरे पर कई विकास योजनाओं की शुरुआत की थी। इस बार उनके राज्योत्सव में शामिल होने से बड़े ऐलान की उम्मीद की जा रही है। जीत के बाद बीजेपी सरकार का पहला राज्योत्सव 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 में से 54 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की थी। कांग्रेस 35 सीटों पर सिमट गई थी, जबकि एक सीट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को मिली थी। भाजपा सरकार बनने के बाद यह पहला राज्योत्सव है। इसलिए पार्टी और सरकार दोनों इसे “नए छत्तीसगढ़ की शुरुआत” के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करने जा रही हैं। भव्य सजावट, लोक संस्कृति के प्रदर्शन, और विकास योजनाओं की घोषणाओं के साथ यह राज्योत्सव न केवल उत्सव का प्रतीक होगा, बल्कि छत्तीसगढ़ की आत्मगौरव यात्रा के 25 सालों का भी उत्सव होगा। तीन डोम … Read more

महासमुंद: विद्यार्थियों के अपार आईडी निर्माण के लिए शिविर लगाने के निर्देश जारी

महासमुंद  कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने विद्यार्थियों के अपार आईडी निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए जिलेभर में शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिविरों में विद्यार्थियों के अपार आईडी निर्माण के लिए आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी दी गई है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय कुमार लहरे ने बताया कि अपार आईडी निर्माण हेतु सभी दस्तावेजों की ’मूल प्रति साथ लाना अनिवार्य है। व्हाट्सएप अथवा फोटोकॉपी स्वीकार नहीं की जाएगी। आवश्यक दस्तावेजों में पैन कार्ड, प्रान कार्ड (शासकीय कर्मचारी हेतु), फोटोयुक्त 10वीं/12वीं मार्कशीट, पासपोर्ट, वोटर आईडी/ई-वोटर कार्ड, मेरिज सर्टिफिकेट, फोटोयुक्त विकलांग प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र (18 वर्ष से कम आयु वर्ग हेतु), स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि दस्तावेजों की वैधता, फोटो की स्पष्टता एवं जन्मतिथि का मिलान आधार कार्ड से अनिवार्य होगा। शिविरों में विद्यार्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन कर सटीक अपार आईडी जारी की जाएगी ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की त्रुटि या असंगति न रहे।

महासमुंद के 323 हितग्राही 26 नवंबर को तीर्थ यात्रा के लिए करेंगे प्रस्थान

महासमुंद : जिले के 323 हितग्राही 26 नवंबर को तीर्थ यात्रा के लिए होंगे रवाना महासमुंद के 323 हितग्राही 26 नवंबर को तीर्थ यात्रा के लिए करेंगे प्रस्थान 26 नवंबर को महासमुंद जिले के 323 हितग्राहियों की तीर्थ यात्रा शुरू महासमुंद में 323 हितग्राही 26 नवंबर को तीर्थ यात्रा पर होंगे रवाना प्रयाग, काशी विश्वनाथ एवं हनुमान मंदिर यात्रा 27 से 31 अक्टूबर तक महासमुंद  मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अंतर्गत महासमुंद जिले के हितग्राहियों के लिए तीर्थ स्थान प्रयाग, काशी विश्वनाथ एवं हनुमान मंदिर यात्रा तिथि 27 से 31 अक्टूबर 2025 तक निर्धारित की गई है। योजना अंतर्गत 26 नवम्बर को 323 हितग्राही यात्रा के लिए जिला मुख्यालय स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी टाउन हॉल से रवाना होंगे। कलेक्टर ने सभी जनपद पंचायत सीईओ एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देशित किया है कि हितग्राहियों को दोपहर 12ः00 बजे तक उपस्थित कराना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र के 242 हितग्राही जिसमें जनपद पंचायत महासमुंद अंतर्गत 53, बागबाहरा के 46, पिथौरा के 53, बसना के 44 एवं सरायपाली के 46 हितग्राही तथा एवं शहरी क्षेत्र के 81 हितग्राही जिसमें नगर पालिका महासमुंद अंतर्गत 36, बागबाहरा के 13, सरायपाली के 14, नगर पंचायत पिथौरा के 6, बसना के 7 एवं नगर पंचायत तुमगांव के 5 हितग्राही शामिल है।

बालोद में जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह भव्य और गरिमामय रूप से आयोजित: कलेक्टर मिश्रा

बालोद : जिले में भव्य एवं गरिमामय ढंग से आयोजित हो जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह: कलेक्टर श्रीमती मिश्रा बालोद में जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह भव्य और गरिमामय रूप से आयोजित: कलेक्टर मिश्रा कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने बालोद में भव्य जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह का किया उद्घाटन कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश बालोद कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के अवसर पर पूरे राज्य में 02 से 04 नवंबर तक आयोजित होने वाली राज्योत्सव समारोह के अंतर्गत बालोद जिले में जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह का आयोजन भव्य एवं गरिमामय ढंग से सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा आज संयुक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में जिला मुख्यालय बालोद के स्व. सरयु प्रसाद अग्रवाल स्टेडियम में आयोजित होने वाली जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह के आयोजन के तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को राज्योत्सव के तीन दिवसीय कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुनील चंद्रवंशी, अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक, श्री अजय किशोर लकरा एवं श्री नूतन कंवर सहित राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों के अलावा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह के अंतर्गत विभिन्न विभागों को सौंपे गए दायित्वों के संबंध में भी जानकारी दी। श्रीमती मिश्रा ने राज्योत्सव स्थल में विभिन्न विभागों को प्रदर्शनी लगाकर अपने-अपने विभागों के उपलब्धियों एवं विकास कार्यों प्रदर्शित करने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा उन्होंने समारोह में सभ्य, शालिन एवं गरिमामय ढंग से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने राज्योत्सव समारोह के अंतर्गत आमंत्रण पत्रों की छपाई एवं वितरण, निर्बाध विद्युत व्यवस्था एवं कानून व्यवस्था सहित अन्य सभी कार्यों को सुचारू रूप संपादित करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में श्रीमती मिश्रा ने राज्य में 17 नवंबर से शुरू हो रहे समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 15 एवं 16 नवंबर को अवकाश होेने के कारण इस वर्ष 17 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। श्रीमती मिश्रा ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के कार्य को राज्य शासन का विशेष प्राथमिकता वाले कार्य बताते हुए इस कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न कराने हेतु सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में श्रीमती मिश्रा ने जिले में सड़क दुर्घटना के रोकथाम सुनिश्चित करने हेतु की जा रही उपायों की भी समीक्षा की। उन्होंने इस कार्य को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों को जिले में सड़क दुर्घटना के रोकथाम हेतु प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। इसके अंतर्गत उन्होंने दोपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट का उपयोग अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। बैठक में श्रीमती मिश्रा ने विभागवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए सभी विभाग प्रमुखों को निर्धारित समयावधि में लंबित प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। बैठक में उन्होेंने आगामी नवंबर माह में जिला मुख्यालय बालोद में आयोजित होेने वाली राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता एवं सांसद खेल महोत्सव के सफल आयोजन के तैयारियों की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को इन दोनों महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के सफलतापूर्वक आयोजन सुनिश्चित करने हेतु सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म ने बालोद जिले को आदि कर्मयोगी अभियान में स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड दिया

बालोद : राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्म ने आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत उल्लेखनीय कार्यों के लिए बालोद जिले को प्रदान किया स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म ने बालोद जिले को आदि कर्मयोगी अभियान में स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड दिया आदि कर्मयोगी अभियान में बालोद जिले को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म ने प्रदान किया स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड इस महत्वपूर्ण उलपब्धि के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री कंवर का जिला प्रशासन द्वारा किया गया सम्मान बालोद राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्म ने आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत बालोद जिले में हुए उल्लेखनीय कार्यों के लिए बालोद जिले को स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड से सम्मानित किया है। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्म ने शुक्रवार आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत 17 अक्टूबर को विज्ञान भवन नई दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में बालोद जिले में आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत बालोद जिले में हुए उल्लेखनीय कार्यों के लिए आदिम जाति कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा को स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड प्रदान किया। उल्लेखनीय है कि 17 सितंबर से 02 अक्टूबर तक आयोजित आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत बालोद जिले के चयनित 186 जनजातीय बहुल ग्रामों में निवासरत जनजातीय परिवार के लोगों से डोर टू डोर संपर्क कर एवं इन ग्रामों में विभिन्न गतिविधियों के आयोजन के माध्यम से शासकीय योजनाओं को प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के अलावा जमीनी स्तर पर नेतृत्व को सशक्त बनाने तथा जनजातीय लोगों को मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का सराहनीय प्रयास किया गया है। इसके अलावा इस दौरान जिले के चयनित सभी 186 गांवों में ट्राईबल विलेज एक्शन प्लान एवं ट्राईबल विलेज विजन 2030 तैयार किया गया। जिसके फलस्वरूप भारत सरकार के द्वारा बालोद जिले को स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड प्रदान किया गया है। बालोद जिले को प्राप्त  इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए आज बालोद जिला प्रशासन द्वारा सयुंक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष में कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा एवं अन्य अधिकारियों ने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री विजय सिंह कंवर सहित एसडीएम श्री सुरेश साहू एवं जनपद पंचायत डौण्डी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डीडी मण्डले सहित इस कार्य में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने वाले अधिकारियों का सम्मान किया गया। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने जिले को प्राप्त इस महत्वपूर्ण उपलब्धि की भूरी-भूरी सराहना करते हुए इसके प्रमुख सूत्रधार सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री विजय सिंह कंवर सहित अन्य अधिकारियों के कार्यों की भूरी-भूरी सराहना की। इसके लिए उन्होंने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सहित इस कार्य में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने वाले सभी अधिकारी-कर्मचारियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

रायपुर में दो सिंचाई परियोजनाओं के लिए 7.36 करोड़ रुपये की मंजूरी

रायपुर : दो सिंचाई परियोजनाओं के कार्यों के लिए 7.36 करोड़ रूपए स्वीकृत रायपुर में दो सिंचाई परियोजनाओं के लिए 7.36 करोड़ रुपये की मंजूरी रायपुर: सिंचाई परियोजनाओं के काम के लिए 7.36 करोड़ रूपए स्वीकृत रायपुर छत्तीसगढ़ शासन जल संसाधन विभाग द्वारा दो सिंचाई योजनाओं के कार्यों के लिए 7 करोड़ 36 लाख 77 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। स्वीकृत कार्यों में गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के विकासखण्ड गौरेला के अंतर्गत अरपा नदी में बनझोरका एनीकट निर्माण कार्य हेतु 3 करोड़ 77 लाख 65 हजार रूपए स्वीकृत किए है। योजना से निस्तारी भू-जल संवर्धन के साथ ही 40 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ एवं 30 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी कुल 70 हेक्टेयर क्षेत्र में किसानों द्वारा स्वयं के साधन से सिंचाई प्रस्तावित है। इसी तरह से सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के विकासखण्ड-सारंगढ़ अंतर्गत पुटका नहर की लाईनिंग कार्य हेुतु 3 करोड़ 59 लाख 22 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना के प्रस्तावित कार्यों के पूर्ण हो जाने पर रूपांकित सिंचाई क्षेत्र 955 हेक्टेयर में 308 हेक्टेयर की हो रही कमी की पूर्ति सहित पूर्ण रूपांकित क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। सिंचाई योजनाओं के कार्यों केा पूर्ण कराने मुख्य अभियंता हसदेव कछार जल संसाधन विभाग बिलासपुर को प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है।

CM साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में शिक्षा क्रांति, जशपुर-बस्तर में बने 4 नए कॉलेज

रायपुर  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ शासन ने जशपुर और बस्तर जिलों में चार नवीन शासकीय महाविद्यालयों की स्थापना को मंजूरी दी है। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, ये महाविद्यालय फरसाबहार (जशपुर), करडेगा (जशपुर), नगरनार (बस्तर) और किलेपाल (बस्तर) में खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि इससे आदिवासी और दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों को उनके अपने क्षेत्र में उच्च शिक्षा के अवसर उपलब्ध होंगे। अब छात्रों को पढ़ाई के लिए अपने घरों से दूर अन्यत्र नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने शिक्षा को प्रदेश के सर्वांगीण विकास की आधारशिला बताया और कहा कि सरकार युवाओं को अवसर, संसाधन और बेहतर शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इन चार महाविद्यालयों के लिए कुल 132 पदों (प्रति महाविद्यालय 33 पद) के सृजन की स्वीकृति दी गई है। स्वीकृत पदों में प्राचार्य, सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल, क्रीड़ाधिकारी, सहायक ग्रेड-1 और प्रयोगशाला कर्मी शामिल हैं। राज्य शासन ने महाविद्यालयों में कक्षाएं प्रारंभ करने की अनुमति भी दे दी है। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार इन महाविद्यालयों की स्थापना फरसाबहार (जिला-जशपुर), करडेगा (जिला-जशपुर), नगरनार (जिला-बस्तर) तथा किलेपाल (जिला-बस्तर) में की जाएगी।मुख्यमंत्री की इस पहल से जशपुर एवं बस्तर जैसे जनजाति बहुल एवं भौगोलिक रूप से दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों को अब उनके इलाके में ही उच्च शिक्षा के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा उपलब्ध कराना उनकी सरकार की प्राथमिकता है। अच्छी शिक्षा के लिए सरकार प्रतिबद्ध मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा की पहुंच हर इलाके में हो, इसके लिए राज्य सरकार शिक्षा के ढांचे को सुदृढ़ बना रही है. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि शिक्षा ही प्रदेश के सर्वांगीण विकास की आधारशिला है और सरकार युवाओं को अवसर, संसाधन व बेहतर शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. इन पदों पर होगी भर्ती गौरतलब है कि इन चारों महाविद्यालयों के लिए कुल 132 पदों (प्रति महाविद्यालय 33 पद) के सृजन की स्वीकृति के साथ ही कक्षाएं प्रारंभ करने की अनुमति भी राज्य शासन ने दे दी है. स्वीकृत पदों में प्राचार्य, सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल, क्रीड़ाधिकारी, सहायक ग्रेड-1 और प्रयोगशाला कर्मी आदि शामिल हैं. दूरस्थ अंचलों की बेटियों और बेटों को अब कॉलेज की पढ़ाई के लिए अब अपने घरों से दूर अन्यत्र नही जाना पड़ेगा। उच्च शिक्षा की पहुंच हर इलाके में हो, इसके लिए राज्य सरकार शिक्षा के ढांचे को सुदृढ़ बना रही है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि शिक्षा ही प्रदेश के सर्वांगीण विकास की आधारशिला है और सरकार युवाओं को अवसर, संसाधन तथा बेहतर शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। गौरतलब है कि इन चारों महाविद्यालयों के लिए कुल 132 पदों (प्रति महाविद्यालय 33 पद) के सृजन की स्वीकृति के साथ ही कक्षाएं प्रारंभ करने की अनुमति भी राज्य शासन ने दे दी है। स्वीकृत पदों में प्राचार्य, सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल, क्रीड़ाधिकारी, सहायक ग्रेड-1 एवं प्रयोगशाला कर्मी आदि शामिल हैं। मुख्यमंत्री साय की इस पहल से आदिवासी एवं दूरस्थ क्षेत्रों में उच्च शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय युवाओं की शिक्षा, रोजगार एवं कौशल वृद्धि के अवसर बढ़ेंगे। प्रदेश में समान और संतुलित शैक्षणिक विकास को गति मिलेगी। इस पहल से न केवल आदिवासी और दूरस्थ क्षेत्रों में उच्च शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास के अवसर भी बढ़ेंगे। प्रदेश में समान और संतुलित शैक्षणिक विकास को इस कदम से नई गति मिलने की उम्मीद है। 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय लैलूंगा के भुईयांपानी में दीप महोत्सव कार्यक्रम में हुए शामिल

रायपुर दीपावली के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज रायगढ़ जिले के लैलूंगा तहसील के ग्राम भुईयांपानी पहुँचे। यहाँ उन्होंने गुरुधाम में आयोजित दीप महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होकर अपने आराध्य संत गुरुदेव स्वामी धनपति पंडा जी एवं श्रीमती प्रेमशीला पंडा की प्रतिमाओं के समक्ष नमन कर प्रदेशवासियों के सुख, शांति, समृद्धि और खुशहाली की मंगलकामना की। मुख्यमंत्री श्री साय ने दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह दीपोत्सव हर घर में उजियारा और हर जीवन में सुख, समृद्धि, शांति एवं प्रेम का प्रकाश फैलाए। उन्होंने कहा कि गुरु का आशीर्वाद सदैव हम सब पर बना रहे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने शिवमंदिर में जाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक किया तथा हनुमान मंदिर एवं वटवृक्ष की पूजा-अर्चना भी की। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह संतों और प्रदेश की जनता का ही आशीर्वाद है कि एक किसान का बेटा मुख्यमंत्री बना है। उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल के 22 महीनों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गारंटी योजनाओं को धरातल पर उतारना उनकी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों के विकास के लिए राज्य सरकार सुशासन, पारदर्शिता और विकास के संकल्प के साथ कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को दो वर्षों का बकाया बोनस प्रदान किया गया है। धान खरीदी की सीमा 21 क्विंटल प्रति एकड़ कर दी गई है। धान का मूल्य 3,100 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को प्रतिमाह 1,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए हैं। ई-गवर्नेंस प्रणाली की शुरुआत हो चुकी है और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। भूमिहीन मजदूर सहायता योजना, तेंदूपत्ता खरीदी 5,500 रुपए प्रति मानक बोरा, रामलला दर्शन योजना एवं मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना जैसी अनेक जनहितकारी योजनाएँ सफलतापूर्वक संचालित की जा रही हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने गुरुधाम में एक करोड़ रुपए की लागत से सर्वसुविधायुक्त भवन का निर्माण, महतारी सदन के लिए 29 लाख रुपए के साथ ही गुरुधाम परिसर में हाईमास्ट लाइट की स्थापना, तालाब का सौंदर्यीकरण, बोर खनन एवं अन्य आवश्यकताओं के लिए घोषणा की। लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया ने उपस्थित सभी लोगों को दीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि इस संसार में गुरु से बढ़कर कोई नहीं है। गुरु ही वह प्रकाशस्तंभ हैं जो हमें अंधकारमय जीवन से निकालकर ज्ञान, अनुशासन और नैतिकता के पथ पर अग्रसर करते हैं। गुरु की प्रेरणा ही जीवन में सच्चा आनंद, आत्मिक शांति और सर्वाेच्च सुख प्रदान करती है। उनका मार्गदर्शन जीवन को अर्थपूर्ण बनाता है। कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, महापौर श्री जीवर्धन चौहान, संत सनातन धर्मदेवी संत समाज के अध्यक्ष श्री सहदेव पंडा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री दीपक सिदार, श्री सत्यानंद राठिया सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण तथा बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित थे।

तीरथगढ़ की बांस की नावें: रोमांच और इको टूरिज्म का नया अध्याय

रायपुर इको टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा: वन मंत्री श्री केदार कश्यपछत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीरथगढ़ जलप्रपात क्षेत्र में अब पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण जुड़ गया है। यहां बांस से बनी नावों पर राफ्टिंग की शुरुआत की गई है, जो रोमांच और प्राकृतिक सुंदरता का अनोखा संगम पेश करती है। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने तीरथगढ़ पहुंचकर इस नई पहल का जायजा लिया और मूंगाबाहर नाले में स्वयं बांस की नाव (बांबू राफ्टिंग) और कायाकिंग का अनुभव किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियाँ इको टूरिज्म को बढ़ावा देंगी और स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करेंगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार  ग्रामीण और वन क्षेत्रों में पर्यटन के माध्यम से आजीविका के साधन उपलब्ध कराने प्रतिबद्ध है, जिससे स्थानीय लोगों को अपने ही क्षेत्र में रोजगार और आत्मनिर्भरता के अवसर प्राप्त हों। इस अवसर पर वन मंत्री श्री कश्यप ने इको विकास समिति के सदस्यों से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं के तहत बस्तर संभाग में पर्यटन को नए स्वरूप में विकसित किया जा रहा है। तीरथगढ़ जैसे प्राकृतिक स्थलों में इको टूरिज्म की पहल न केवल क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएगी, बल्कि छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक और सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान देगी।