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करमा पर्व झारखंड की पहचान : CM हेमंत बोले- पूर्वजों का अद्वितीय उपहार

रांची करमा पर्व के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड वासियों को बधाई दी है। सीएम हेमंत ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि प्रकृति पूजा करम पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं, बधाई और जोहार। सीएम हेमंत ने कहा कि करम पर्व हमारी समृद्ध संस्कृति, सभ्यता और जीवनशैली का प्रतीक है। यह पर्व भाई-बहन के अटूट संबंध, सामाजिक समरसता तथा प्रकृति के प्रति हमारी गहरी आस्था और कृतज्ञता को दर्शाता है। हमारे पूर्वजों द्वारा हमें दिया गया अद्वितीय उपहार है यह। इस दिन पूजा कर हम सुख-समृद्धि, अच्छी फसल और स्वस्थ समाज की मंगलकामना करते हैं। लोगों की खुशहाली के लिए की कामना सीएम हेमंत ने आगे कहा कि जल, जंगल, माटी और जीव-जंतुओं से हमारा जीवन गहराई से जुड़ा हुआ है। करम पर्व हमें प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर जीवन और समाज के सतत विकास का संदेश देता है। आइए, इस पावन अवसर पर हम सब मिलकर अपने रीति-रिवाजों, परंपराओं को सहेजने, समाज को सशक्त करने और पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लें। आप सभी का जीवन सुख, शांति, समृद्धि और खुशहाली से परिपूर्ण हो, यही कामना करता हूँ। करम जोहार! बहनें अपनी भाईयों की लंबी उम्र के लिए रखती व्रत बता दें कि प्रकृति करमा पर्व भाद्र मास की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस बार करमा पूजा आज यानी 3 सितंबर को की जाएगी। इस अवसर पर आदिवासी करमा पेड़ की पूजा करते हैं और प्रकृति मां से प्रार्थना करते हैं कि खरीफ सीजन के बाद समृद्ध फसल सुनिश्चित हो। इसके अलावा बहनें इस अवसर पर अपने भाइयों की सलामती के लिए प्रार्थना करती हैं। साथ ही बहनें अपनी भाईयों की लंबी उम्र के लिए व्रत करती हैं।

38 जिलों में झमाझम का अलर्ट: गंगा-कोसी उफान पर, कई इलाकों में बाढ़ की आशंका

 पटना बिहार में मानसून थोड़ा कमजोर जरूर पड़ गया है लेकिन सभी जिलों में बारिश के आसार आज से लेकर आठ सितंबर तक हैं। उत्तर-पश्चिम, उत्तर-मध्य, उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम बिहार, दक्षिण-मध्य, दक्षिण-पूर्व बिहार में एक या दो स्थानों पर बारिश के आसार हैं। पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय और जहानाबाद समेत पूरे बिहार में बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने लोगों से सावधान रहने की अपील की है। इधर, लगातार बारिश के कारण गंगा और कोसी उफान पर है। नेपाल में हुई लगातार भारी बारिश का असर बिहार की कोसी नदी पर साफ दिखने लगा है। जलग्रहण क्षेत्रों में मूसलधार बारिश के बाद रविवार शाम से कोसी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा। नेपाल प्रभाग के बराहक्षेत्र से भी पानी का डिस्चार्ज लगातार बढ़ता घटता रहा। जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, खगड़िया के डुमरी और बलतारा, भागलपुर के विजय घाट पुल और कटिहार के कुरसेला में कोसी का बहाव पहले ही खतरे के निशान को पार कर चुका है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य की तैयारी तेज कर दी है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, अगले तीन से चार दिनों के दौरान पटना के अधिकांश भागों के अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होने के आसार हैं। वहीं अगले पांच दिनों तक राज्य के अधिकांश भागों में न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होने की संभावना है। उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव बना हुआ है। अगले 24 घंटों के दौरान इसी क्षेत्र में इसके और भी ज्यादा प्रभावी होने की संभावना है। इसके बाद यह अगले 24 घंटे के ऊपर होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। मुंगेर में फिर से बाढ़ का खतरा मुंगेर में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पहले ग्रामीण इलाकों में पानी फैलने के बाद अब शहरी क्षेत्रों में भी गंगा का पानी प्रवेश कर चुका है। नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत लाल दरवाजा–गीता बाबू लिंक पथ पर लगभग तीन फीट पानी भर गया है, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी हो रही है। नगर निगम क्षेत्र के कई निचले इलाकों और घरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। सदर प्रखंड के मोहली पंचायत अंतर्गत आदर्श ग्राम टीका रामपुर में ग्रामीण सड़क और आंगनबाड़ी केंद्र पूरी तरह पानी में डूब गए हैं। भागलपुर में भी बाढ़ का खतरा गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि से जिले में बाढ़ का खतरा एक बार फिर गहरा गया है। भागलपुर जिले के कहलगांव, सुल्तानगंज, नाथनगर, सबौर और नवगछिया अनुमंडल के तीन प्रखंडों सहित कुल आठ प्रखंडों के निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। गंगा के साथ-साथ कोसी नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे नवगछिया अनुमंडल के कोसी तटवर्ती क्षेत्रों में पानी तेजी से प्रवेश कर रहा है। प्रशासन ने जिले के 92 पंचायतों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया है।

गया पहुंचे सीएम नीतीश, पितृपक्ष मेला तैयारियों की समीक्षा कर विष्णुपद मंदिर में टेका माथा

पटना विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला की तैयारी को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया जी पहुंचे। सर्व प्रथम उन्होंने विष्णुपद मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना किया। पूजा अर्चना के बाद सीएम नीतीश कुमार पितृपक्ष मेला की जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों का जायजा लिया। मेला क्षेत्र के देवघाट और विष्णु पथ समेत अन्य पिंडवेदियों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने संबंधित अधिकारियों को कई महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए। निरीक्षण के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच सीएम नीतीश कुमार समाहरणालय पहुंचे। जहां उन्होंने जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर पितृपक्ष मेला की तैयारियों का समीक्षा बैठक की। बैठक में सीएम नीतीश कुमार सभी तैयारियों का बारीकी से जानकारी ली। किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि देश के विभिन्न प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। सभी बुनियादी सुविधाएं ससमय पूरा करने का निर्देश भी दिए। समाहरणालय में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद सीएम नीतीश कुमार चाकंद हाई स्कूल पहुंचे। जहां उन्होंने विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। सीएम नीतीश कुमार के आने से पहले मेला क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। विष्णुपद, देवघाट, चांद चौरा और समाहरणालय के सभी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहे। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा, पर्यटन मंत्री समेत कई जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। दस योजनाओं का किया शिलान्यास बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गया जी में पितृपक्ष मेला की समीक्षा बैठक के बाद चांकद हाई स्कूल में 899 करोड़ 46 लाख की लागत से कुल 10 योजनाओं का शिलान्यास किया। जिनमें 349 करोड़ 22 लाख की लागत से मुफस्सिल मोड़ पर फ्लाईओवर का निर्माण, 119 करोड़ 74 लाख की लागत से इमामगंज प्रखंड के कोठी से सलैया पथ का निर्माण, 104 करोड़ 72 लाख की लागत से गया परैया गुरुआ होते हुए औरंगाबाद रफीगंज को जोड़ने वाले पथ का चौड़ीकरण, 90 करोड़ 16 लाख की लागत से गया मानपुर रेलखंड पर अवस्थित लेवल क्रॉसिंग संख्या 71 ए बागेश्वरी गुमटी पर आर ओ बी का निर्माण, 77 करोड़ 60 लाख की लागत से बतसपुर वियर योजना अंतर्गत मोराटाल मुख्य पईन का चौड़ीकरण, 58 करोड़ 54 लाख की लागत से नगर प्रखंड के बेल्थु गांव में अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का निर्माण, 39 करोड़ 82 लाख के लगात से गया जिले के बेला पनारी रोड से अग्नि, शिवरामपुर होते हुए धनावां शाकिरा बीघा तक सड़क का चौड़ीकरण, 19 करोड़ 89 लाख की लागत से कंडी नवादा पार्क एवं 21 करोड़ 81 लाख की लागत से सिलौंजा पार्क के विकास कार्य, 14 करोड़ 52 लाख की लागत से इमामगंज प्रखंड में डिग्री कॉलेज और 3 करोड़ 61 लाख की लागत से इमामगंज प्रखंड अंतर्गत 12 बांध का जीर्णोद्धार समेत अन्य योजनाएं शामिल है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार, लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ सुनील कुमार समेत कई नेता मौजूद थे।

गृह मंत्री अमित शाह का बिहार दौरा, सीट शेयरिंग और चुनावी समीकरण पर मंथन

पटना बिहार विधानसभा चुनाव से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ी बैठक बुलाई है। यह बैठक आज दिल्ली में होगी। इसके लिए बिहार भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता दिल्ली तलब किए गए हैं। दोनों उपमुख्यमं सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवल समेत सभी वरिष्ठ नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं। भाजपा सूत्रों की मानें तो बिहार चुनाव को लेकर अमित शाह ने यह बैठक बुलाई है। इसमें 243 सीटों पर बात की जाएगी। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सारे आंकड़ें और रिपोर्ट लेकर दिल्ली पहुंचे हैं। गृह मंत्री इस रिपोर्ट को देखेंगे। राजनीतिक पंडितों को मानें तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में किस दल को कितनी सीटें मिलेंगी? इसका फैसला अब तक नहीं लिया गया है। ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल के अनुसार, बिहर में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें गृह मंत्री अमित शाह भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत करेंगे। जानिए, किसे कितनी सीट चाहिए सूत्रों की मानें तो  एनडीए के अंदर इस बार सीटों का बंटवारा इस तरह से हो रहा है कि जनता दल यूनाईटेड एक तरफ है और दूसरी तरफ भाजपा व बाकी दल। एनडीए में बिहार विधानसभा की 243 में से 100 सीटें जदयू को मिल रही हैं। जदयू इसे बढ़ाने की कोशिश में है, लेकिन भाजपा उसे इतने पर राजी कराने की कोशिश में है। भाजपा के कोटे में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा है। भाजपा को 143 सीटों में से अपने पास 100+ रखकर बाकी को बांटना है। वहीं चिराग पासवान 40 तक सीटें चाह रहे हैं, लेकिन उन्हें 20 से अधिक सीटें नहीं देने की राय बनी हुई है। वहीं राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख व सांसद उपेंद्र कुशवाहा 10 सीटों की मांग कर रहे हैं। भाजपा उनके लिए एक रास्ता तलाश रही है ताकि विधानसभा के सीट बंटवारे में उन्हें संतुष्ट किया जा सके।

मोदी के भावुक पलों में फूट पड़े आंसू, दिलीप जायसवाल और बिहार BJP अध्यक्ष भी रोए

पटना बिहार को जीविका बैंक की सौगात देने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी भावुक दिखे। पीएम अपनी दिवगंत मां पर की गई अभद्र टिप्पणी से आहत दिखे। जो बीते महीने इंडिया अलायंस की वोटर अधिकार यात्रा के मंच से की गई थी। पीएम मोदी आपत्तिजनक टिप्पणी का जवाब दे रहे थे। इस दौरान उन्होने कांग्रेस और आरजेडी पर निशाना साधा। वहीं इस कार्यक्रम को सुनने के दौरान बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल भी रो पड़े। वो भी काफी भावुक हो गए, और आंखों से आंसू पोछते नजर आए। इस दौरान जायसवाल के अलावा कार्यक्रम में मौजूद अन्य लोग भी भावुक दिखे, महिलाएं भी अपने आंसू नहीं रोक पाई। आपको बता दें मंगलवार को वर्चुअली पीएम मोदी ने बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होने कहा कि मेरी मां को गाली दी गई, ये मेरी मां का अपमान नहीं है। ये देश की मां, बहन, बेटी का अपमान है। पीएम मोदी ने कहा- "मां हमारा संसार है। मां हमारा स्वाभिमान है। इस संस्कार संपन्न बिहार में कुछ दिन पहले जो हुआ, उसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी। बिहार में आरजेडी-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को गालियां दी गईं। ये गालियां सिर्फ़ मेरी मां का अपमान नहीं हैं। ये देश की माताओं, बहनों और बेटियों का अपमान है। पीएम मोदी को मां की गाली देने के विरोध में 4 सितंबर को बिहार बंद बुलाया गया है। बीजेपी समेत एनडीए के सहयोगी दलों के नेता और महिलाएं सड़कों पर उतरेंगी। ये बंदी सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक रहेगी। इस दौरान बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि राजद और कांग्रेस के द्वारा पीएम की मां पर आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल कराया गया है, इससे पूरा बिहार शर्मसार है।  

संविदा कर्मियों व सचिवों को राहत, सैलरी में बढ़ोतरी; बिहार कैबिनेट ने 49 प्रस्तावों को दी मंजूरी

पटना  बिहार सरकार ने मंगलवार को प्रशासनिक, सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों के 49 प्रस्तावों को मंज़ूरी दे दी, जिससे संविदा कर्मियों और पंचायती राज कर्मचारियों को बड़ी राहत मिली। यह निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सचिवालय के केंद्रीय कक्ष में हुई राज्य कैबिनेट की एक महत्वपूर्ण बैठक में लिया गया।  ग्राम कचहरी सचिवों का वेतन हुआ 9,000  नीतीश कुमार सरकार ने ग्राम कचहरी सचिवों का वेतन 6,000 रुपए से बढ़ाकर 9,000 रुपए कर दिया है, जिसे पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करने के तौर पर देखा जा रहा है। तकनीकी सहायकों और लेखाकार-सह-आईटी सहायकों के अलावा, बिहार गृह रक्षा वाहिनी के सदस्यों के ड्यूटी भत्ते में भी वृद्धि की गई है। तकनीकी सहायकों को पहले 27,000 रुपए मिलते थे और अब उन्हें 40,000 रुपए प्रति माह मिलेंगे। लेखाकार-सह-आईटी सहायकों को पहले 20,000 रुपए मानदेय मिलता था, और कैबिनेट की मंज़ूरी के बाद अब उन्हें 30,000 रुपए प्रति माह मिलेंगे। हजारों संविदा कर्मचारियों को होगा सीधा लाभ नया मानदेय 1 जुलाई से लागू होगा, जिससे उन हजारों संविदा कर्मचारियों को सीधा लाभ होगा जो वर्षों से वेतन वृद्धि की मांग कर रहे थे। कैबिनेट ने युवाओं के लिए रोजगार सृजन पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई विभागों में नई भर्तियों को भी मंजूरी दी। इनमें शिक्षा विभाग में शिक्षकों की नियुक्तियां और कला एवं संस्कृति विभाग में नई भर्तियां शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों प्रस्तावों का उद्देश्य बेरोज़गारी कम करना और राज्य भर में शिक्षा एवं सांस्कृतिक बुनियादी ढांचे को मज़बूत करना है। अन्य प्रस्तावों में विभिन्न विभागों के लिए योजनाओं को मंज़ूरी, बुनियादी ढांचे का विकास, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए नई परियोजनाएं और सेवा शर्तों में संशोधन शामिल हैं।  राज्य सरकार द्वारा लिए गए इन फैसलों को जनहित की रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है। अगले कुछ दिनों में, संबंधित विभागों द्वारा इन प्रस्तावों को लागू करने की दिशा में अधिसूचनाएं जारी की जाएंगी। चुनावी साल में, नीतीश सरकार ने युवाओं, जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं और शिक्षा व अन्य क्षेत्रों से जुड़े कर्मचारियों के लिए कई फैसलों की घोषणा की है। कैबिनेट के ताजा फ़ैसलों को समाज के प्रमुख वर्गों, ख़ासकर ग्रामीण मज़दूरों, संविदा कर्मचारियों और नौकरी की तलाश में जुटे युवाओं को लुभाने की सरकार की व्यापक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।  

PM मोदी भावुक: मां को गाली देने पर कांग्रेस-आरजेडी से छठी मैया से माफी की मांग

पटना बिहार विधानसभा चुनाव से पहले 'मां की गाली' के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पर जमकर बरसे। पीएम ने इमोशनल होते हुए कहा कि मेरी मां को गाली देकर आरजेडी और कांग्रेस ने सिर्फ मेरा नहीं बल्कि देशभर की मां और बहनों का अपमान किया है। बिहार में नवरात्र के दौरान माताओं के 9 स्वरूपों के साथ सत बहिनी की पूजा भी की जाती है। इसके बाद छठी मैया का महापर्व आने वाला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मां को गाली देने वाली आरजेडी और कांग्रेस को सत बहिनी और छठी मैया से माफी मांगनी चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जीविका बैंक के शुभारंभ के मौके पर वर्चुअल संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार वो धरती है, जहां मां का सम्मान होता है। यहां गंगा, कोसी, गंडकी, पुनपुन जैसी नदियों को मैया के रूप में पूजा जाता है। पूरी दुनिया की माता सीता यहां की बेटी है। छठी मैया को नमन करके हम सब धन्य हो जाते हैं। मां के प्रति श्रद्धा और विश्वास ही बिहार की पहचान है। पिछले दिनों दरभंगा में महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान एक मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मां की गाली दी गई। इस मुद्दे पर पीएम ने विपक्षी दलों को जमकर कोसा। आरजेडी और कांग्रेस के मंच से मेरी मां को गालियां दी गईं। ये गालियां सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं है, यह देश की मां-बहन बेटी का अपमान है। बिहार की हर मां, बेटी, भाई को यह सुनकर बहुत बुरा लगा। इसकी जितनी पीड़ा मेरे दिल में है, उतनी ही तकलीफ बिहार के लोगों को हुई है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना पीएम ने कहा, “शाही खानदान में पैदा हुए लोग मां की पीड़ा नहीं समझ सकते हैं। वे सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। इन्हें लगता है कि कुर्सी इन्हें ही मिलनी चाहिए। इन्हें लगता है कि नामदारों को कामदारों को गालियां देने का अधिकार है। इसलिए आए दिन गालियों की झड़ी लगा देते हैं। मुझे भी कई गालियां दी गईं। लिस्ट बहुत लंबी है। कभी नीच कहते हैं, गंदी नाली का कीड़ा, जहर वाला सांप बोलते हैं। बिहार चुनाव में भी मुझे तू-तड़ाक करके गाली दी गई। इनके नामदार वाली सोच उजागर हो रही है।” पीएम मोदी ने कहा कि उनकी मां अब इस दुनिया में नहीं है। उनका राजनीति से भी कोई लेना-देना नहीं रहा। इसके बावजूद उनकी मां को भद्दी-भद्दी गालियां दी गईं। यह बहुत ही दुखदायी और कष्ट देने वाला है। उस मां का क्या गुनाह है। उन्होंने कहा कि मां-बहन को गाली देने वाली सोच महिलाओं को कमजोर समझने वाली है। ये (आरजेडी-कांग्रेस) महिलाओं को शोषण और अत्याचार की वस्तु मानते हैं। सबसे ज्यादा गालियां माता-बहनों को ही झेलनी पड़ी है। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि आरजेडी जैसे दल कभी महिलाओं को आगे नहीं बढ़ना देना चाहते हैं। वहीं, कांग्रेस गरीब घर की आदिवासी बेटी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भी लगातार अपमान करती रहती है। पीएम ने कहा, “20 दिन बाद नवरात्र शुरू हो रहे हैं। 50 दिन बाद छठी मैया की पूजा होगी। छठ पर्व मनाया जाएगा। मां को गाली देने वालों को मोदी तो एक बार माफ कर ही देगा, भारत की धरती ने मां का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं किया है। इसलिए आरजेडी और कांग्रेस को सात बहिनी और छठी मैया से माफी मांगनी चाहिए। बिहार के लोगों को इस अपमान की जवाबदेही तय करने की जिम्मेदारी है।” पीएम मोदी ने लोगों से अपील की है कि आरजेडी-कांग्रेस के नेता जिस गली, जिस शहर में जाएं, उनसे मां-बहन के अपमान का जवाब मांगें। हर मोहल्ले से आवाज आनी चाहिए- "मां को गाली नहीं सहेंगे, इज्जत पर वार नहीं सहेंगे, आरजेडी का अत्याचार नहीं सहेंगे, कांग्रेस का वार नहीं सहेंगे, मां का अपमान नहीं सहेंगे।"  

महिलाओं के लिए खुशखबरी: बिहार सरकार देगी 10 हजार रुपए का स्वरोजगार सहायता

पटना  राज्य मंत्रिमंडल ने “मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना” के तहत प्रदेश के सभी परिवारों की एक एक महिला को अपना बिजनेस शुरू करने के लिए दस-दस हजार रूपये की राशि उनके बैंक खातों में उपलब्ध कराने के मद्देनजर ग्रामीण विकास विभाग की मांग पर 20 हजार करोड़ रूपये उपलब्ध कराने के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है।  साथ ही, राज्य में सात नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के प्रस्ताव को भी मंत्रिमंडल ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। इतना ही नहीं, राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में कुल 3233 नए पदों के सृजन को भी मंत्रिमंडल की हरी झंडी मिल गई है। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में कुल 48 प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की गई है। मंत्रिमंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विगत स्वतंत्रता दिवस के मौके की गई घोषणा के अनुसार राज्य में सात नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की स्वीकृति प्रदान कर दी है। मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की बात कही थी। ये सात नए मेडिकल कॉलेज बिहार के किशनगंज, कटिहार, रोहतास, शिवहर, लखीसराय, अरवल और शेखपुरा जिलों में स्थापित किये जाएंगे। इतना ही नहीं, राज्य मंत्रिमंडल ने विभिन्न खेलों से जुड़े श्रेष्ठ खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय व राज्यस्तर पर उनके प्रदर्शन और उपलब्धियों के आधार पर वेतनमान और पदों पर नियुक्ति के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है। इसके अलावा सरकार ने युवाओं, महिलाओं, वृद्धों के साथ-साथ राज्य के सरकारी कर्मचारियों के हित में कई अन्य फैसले लिए हैं।   वहीं, राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के सम्बंध में जानकारी देते हुए मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि राज्य में बड़े पैमाने पर महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से ग्रामीण विकास विभाग को कुल 20 हजार करोड़ रूपये की राशि आकस्मिक निधि से उपलब्ध कराने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसकी स्वीकृति से मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता के रूप में राज्य के सभी परिवारों की एक महिला को अपनी पसंद का रोजगार शुरू करने के लिए शुरुआत में दस हजार रूपये की राशि दी जा रही है। इसके बाद इन महिलाओं के रोजगार का आकलन करने के बाद उन्हें दो लाख रूपये तक की राशि राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। कुल 3233 नए पदों का सृजन चौधरी ने बताया कि राज्य मंत्रिमंडल ने विभिन्न विभागों में कुल 3233 नए पदों के सृजन के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की है। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत नवस्वीकृत 40 आवासीय विद्यालयों में जमा-दो तक के नए शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कुल 1800 पदों के सृजन को अपनी मंजूरी दी गई है। डॉ. भीमराव अम्बेडकर जमा-दो अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित आवासीय विद्यालय में शैक्षणिक पदों यथा प्रधानाध्यापक के 40, विद्यालय अध्यापक (कक्षा 11-12) के 760, कक्षा 6 से 10 तक के अध्यापक के 360, कक्षा 1-5 के लिए कुल 280 और गैर शैक्षणिक कुल 360 पदों अर्थात कुल 1800 पदों के सृजन को मंजूरी दी गई है। विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित 38 राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालयों में कुल 237 नए पदों के सृजन के प्रस्ताव को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है। चौधरी ने कहा कि इसी तरह कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के अंतर्गत दो नए प्रशाखा यथा सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा लेखा एवं बजट प्रशाखा का गठन कर कुल 25 नए पदों के सृजन को स्वीकृति प्रदान की गई है। उधर, सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर राज्य से उद्भूत सर्वोच्च न्यायालय के सभी रिपोर्टेबुल फैसलों को राजभाषा में अनुवाद करने के लिए “सुवास सेल” में कुल 15 पदों का सृजन किया गया है। राज्य के 12 जिलों में स्थापित किये जा रहे कार्यालयों के लिए सहायक जिला सैनिक कल्याण पदाधिकारी के कुल 12 नए पदों के सृजन के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल गई है। बिहार में गठित होगा मद्य निषेध एवं राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो बिहार में मादक पदार्थों, स्वापक औषधियों, मन:प्रभावी पदार्थों और शराब से संबंधित अवैध गतिविधियों और कारोबार के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की तर्ज पर “मद्यनिषेध एवं राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो” के गठन के प्रस्ताव को भी मंत्रिमंडल ने अपनी मंजूरी दे दी है। इस ब्यूरो के संचालन के लिए विभिन्न कोटि के कुल 88 पदों के सृजन की मंजूरी दी गई है। अब गृह रक्षकों को मिलेगा 1,121 रूपये का दैनिक भत्ता बिहार गृह रक्षा वाहिनी के गृह रक्षकों के दैनिक भत्ता में वृद्धि के प्रस्ताव को मंत्रिमंडल ने अपनी हरी झंडी दिखा दी है। अब तक गृह रक्षकों को कर्तव्य भत्ता व प्रशिक्षण भत्ता के रूप में प्रतिदिन 774 रुपए दिए जाते थे। जिसे बढ़ाकर अब 1,121 रूपये कर दिया गया है। जो राज्य के पुलिसकर्मियों के एक दिन के वेतन के सामान है। इसी तरह, प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अनुश्रवण और लाभुकों को तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए संविदा नियुक्त ग्रामीण आवास सहायक, ग्रामीण आवास पर्यवेक्षक, प्रखंड लेखापाल और लेखा सहायकों के मूल मानदेय में भी भारी वृद्धि की गई है।  

नई ग्रीनफील्ड सड़क से पटना-देवघर मार्ग पर मिलेगी बड़ी राहत, लागत 481 करोड़

शेखपुरा शेखपुरा जिला मुख्यालय में जाम की समस्या से निजात दिलाने और यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए सरमेरा-भदौस-पचना ग्रीनफील्ड सड़क का निर्माण अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। पथ निर्माण विभाग ने बताया कि इसकी निविदा इसी माह प्रकाशित होगी और 21 सितंबर को टेंडर खुलेगा। पथ निर्माण के कार्यपालक अभियंता देवकांत कुमार ने जानकारी दी कि यह सड़क 9.27 किलोमीटर लंबी और 10 मीटर चौड़ी होगी। यह सड़क नालंदा के सरमेरा से शुरू होकर लखीसराय की सीमा से होते हुए शेखपुरा के भदौस और पचना तक पहुंचेगी। इस सड़क से पटना से लखीसराय, जमुई और देवघर जाने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। शेखपुरा नगर के जाम से छुटकारा मिल जाएगा और यात्रा सुगम हो जाएगी। यह सड़क शेखपुरा के डीहकुसुंभा, धाटकुसुंभा, पुरैना, मेहुस, पाली गांवों की सड़कों से जुड़ेगी जिससे घाटकुसुंभा और लखीसराय के बड़हिया टाल क्षेत्र के लोगों को भी बेहतर सड़क सुविधा प्रदान करेगी।इस बहुप्रतीक्षित परियोजना की घोषणा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान की थी। पथ निर्माण विभाग ने बताया कि जिले में अन्य सड़कों पर भी तेजी से काम चल रहा है। जखराजस्थान से हुसैनाबाद सड़क का निर्माण अंतिम चरण में है, जबकि शेखपुरा-बरबीघा रोड में नेमदारगंज से रमजानपुर होकर नालंदा के कोनन मोड़ तक सड़क निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है। सड़क से जुड़ी कुछ अहम बातें     सड़क की लंबाई 9.27 किलोमीटर होगी।     कुल लागत 481 करोड़ रुपये अनुमानित है।     सड़क 10 मीटर चौड़ी बनेगी।     21 सितंबर को टेंडर खुलेगा।  

वंदे भारत ट्रेन पर फिर हमला: जमालपुर-हावड़ा मार्ग में पथराव, डर के माहौल

भागलपुर 22310 जमालपुर-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस एक बार फिर असामाजिक तत्वों के निशाने पर आ गई। सोमवार की शाम करीब 5:15 बजे पंजवार रोड हॉल्ट के समीप रेलवे क्रॉसिंग के पास ट्रेन पर पथराव कर दिया गया। उस समय ट्रेन लगभग 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बारहट से मंदारहिल की ओर बढ़ रही थी। अचानक हुए इस हमले से ट्रेन में बैठे यात्री सहम गए और कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। पथराव का असर कोच संख्या सी-4 पर पड़ा। सीट संख्या 61 से 63, 65 से 67 और 70 से 72 के पास खिड़कियों पर पथराव किया गया। इनमें से आपातकालीन खिड़की पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि दूसरी खिड़की को हल्का नुकसान पहुंचा। राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी भी यात्री को चोट नहीं लगी। यात्रियों ने बताया कि अचानक तीन पत्थर जोरदार आवाज के साथ खिड़की पर आ लगे। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल के जवान सक्रिय हो गए। सुरक्षाकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर क्षतिग्रस्त कोच का बारीकी से निरीक्षण किया और पथराव की जगह को चिह्नित करते हुए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी। मंदारहिल स्टेशन पहुंचने पर ट्रेन निर्धारित समय पर थोड़ी देर के लिए रुकी, जहां यात्रियों को आश्वस्त किया गया कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना यह पहली बार नहीं है जब वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव हुआ हो। बीते 8 जून को भी भागलपुर-हावड़ा वंदे भारत पर पत्थरबाजी की गई थी। उस समय दोपहर करीब 3:20 बजे टिकानी रेलखंड के पास हाट पुरैनी और टिकानी के बीच सी-7 कोच की 42 और 43 नंबर सीट की खिड़की पर पत्थर आकर लगा था, जिससे शीशा चकनाचूर हो गया था। इससे पहले 14 अप्रैल को भी हावड़ा से भागलपुर आ रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर पिनरगढ़िया (रामपुरहाट-दुमका रेलखंड) के पास पथराव हुआ था, जिसमें खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया था।