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ACC AGM में हंगामा: एशिया कप ट्रॉफी कहां रखी गई, BCCI और मोहसिन नकवी की बयानबाज़ी

दुबई  भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने मंगलवार को एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में भारत को एशिया कप 2025 की विजेता ट्रॉफी प्रदान न किए जाने पर ‘कड़ा ऐतराज’ जताया, लेकिन एसीसी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी अपने रुख पर बरकरार हैं। भारत को रविवार को ट्रॉफी नहीं दी गई थी क्योंकि भारतीय टीम ने पाकिस्तान सरकार में मंत्री और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था। इस एजीएम में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और पूर्व कोषाध्यक्ष आशीष शेलार ने किया। एशिया कप की ट्रॉफी दुबई स्थित एसीसी के कार्यालय में ही रखी हुई है और यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि इसे विजेता टीम के पास कब तक पहुंचाया जाएगा।   ‘नकवी अब भी ट्रॉफी देने पर सहमत नहीं’ एसीसी के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘‘ट्रॉफी न सौंपे जाने और मैच के बाद पुरस्कार समारोह के दौरान एसीसी अध्यक्ष (नकवी) द्वारा किए गए कारनामों पर भारत ने आज की बैठक में कड़ा ऐतराज जताया।’’ सूत्र ने आगे कहा, ‘‘शुक्ला ने स्पष्ट रूप से कहा कि ट्रॉफी विजेता टीम को सौंपी जानी चाहिए। यह एसीसी की ट्रॉफी है और किसी एक व्यक्ति की नहीं है।’’ उन्होंने बताया कि नकवी हालांकि अब भी ट्रॉफी देने पर सहमत नहीं हुए हैं। सूत्र कहा, ‘‘शुक्ला और शेलार ने स्पष्ट रूप से कहा कि ट्रॉफी विजेता टीम को सौंप दी जानी चाहिए। यह एसीसी की ट्रॉफी है और किसी एक व्यक्ति की नहीं है। नकवी ने इससे मना नहीं किया, लेकिन वह जिम्मेदारी टाल रहे थे।’’ ‘नकवी को करनी पड़ी भारत की तारीफ’ उन्होंने कहा, ‘‘नकवी इस बात पर अड़े रहे कि इस मामले पर एजीएम में चर्चा नहीं होनी चाहिए और इसे किसी और समय अलग से उठाया जाना चाहिए। बैठक का एकमात्र एजेंडा उपाध्यक्ष का चुनाव करना था, लेकिन उसे भी टाल दिया गया।’’ यह पता चला है कि नकवी ने एशिया कप जीतने के लिए बीसीसीआई सदस्यों को बधाई नहीं दी लेकिन शेलार द्वारा जोर दिए जाने पर उन्हें सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व वाली अजेय टीम की औपचारिक रूप से प्रशंसा करने के लिए मजबूर होना पड़ा। सूत्र ने कहा, ‘‘जब बैठक शुरू हुई, तो अध्यक्ष (नकवी) ने अपनी संक्षिप्त शुरुआती टिप्पणी में वेस्टइंडीज के खिलाफ नेपाल को जीतने और एसीसी सदस्य बनने के लिए मंगोलिया को बधाई देकर अपनी बात समाप्त कर दी।’’ BCCI इस मामले को ICC के पास ले जाएगा उन्होंने कहा, ‘‘तभी शेलार ने यह सवाल उठाया कि ‘आप एशिया कप खिताब के लिए भारत को बधाई क्यों नहीं दे रहे हैं?’ उन्होंने नकवी को बधाई देने के लिए मजबूर किया और पीसीबी प्रमुख सहमत हुए और विधिवत बधाई दी।’’ बीसीसीआई अब इस मामले को आईसीसी के पास ले जाएगा, जिसकी बैठक नवंबर में होनी है। सूत्र ने कहा, ‘‘शुक्ला और शेलार ने तर्क दिया कि एसीसी को ट्रॉफी कार्यालय में रखनी चाहिए और बीसीसीआई उसे वहां से एकत्र करवा लेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम वैध विजेता के रूप में ट्रॉफी चाहते हैं।' नकवी इसके लिए मना नहीं कर रहे थे, लेकिन साथ ही जिम्मेदारी भी टाल रहे थे।’’ 'कार्टून जैसा महसूस कर रहे थे नकवी' सूत्र ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट कर दिया गया था कि बीसीसीआई आईसीसी से शिकायत करेगा और शेलार संक्षेप में बैठक छोड़कर चले गए।’’ सूत्र ने यह भी बताया कि नकवी ने कहा कि वह विजयी भारतीय टीम का मंच पर इंतजार करते समय ‘एक कार्टून जैसा’ महसूस कर रहे थे और शर्मिंदा थे। दोनों टीमों ने टूर्नामेंट में एक-दूसरे के खिलाफ तीन बार खेला और फाइनल सहित हर बार भारत जीता। इस आयोजन के दौरान भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ ‘हाथ न मिलाने की नीति’ अपनाई, जिससे पीसीबी नाराज हो गया। पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच शत्रुता चरम पर है, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 26 भारतीय पर्यटकों को गोली मार दी थी। भारत ने इसके बाद सीमा पार आतंकी ढांचों को नष्ट करने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सैन्य कार्रवाई शुरू की थी।  

ध्यान भटकाने की कोशिश! तिलक वर्मा ने बताया पाकिस्तानी खिलाड़ियों के अजीब व्यवहार का सच

हैदराबाद एशिया कप 2025 में खिताबी मुकाबले के हीरो तिलक वर्मा ने खुलासा किया है कि फाइनल के दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ी उनका ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे थे। भारत-पाकिस्तान मुकाबले के हाई-वोल्टेज माहौल पर तिलक ने वर्मा मंगलवार को पत्रकारों से कहा, “पाकिस्तान हमेशा खिलाड़ियों का ध्यान भटकाने की कोशिश करता है। जब मैं बल्लेबाजी कर रहा था, तब बहुत सी बातें हुईं, लेकिन मैं आपको कैमरे पर नहीं बता सकता। भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबलों में ऐसा होता है। हम खेल के बीच में बहुत कुछ कह देते हैं, लेकिन असली जवाब तब मिलता है, जब आप मैच जीतते हैं। मुझे यही करना था। मैंने यही किया।” इस खिलाड़ी ने बताया कि तनावपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए दबाव में शांत रहना पड़ा। बल्लेबाजी के दौरान उन्होंने खुद को याद दिलाया कि वह 140 करोड़ लोगों के लिए बल्लेबाजी कर रहे थे। तिलक वर्मा ने कहा, “मैं बहुत दबाव और घबराहट में था। मेरे दिमाग में बहुत कुछ चल रहा था। मेरे दिल और दिमाग में सिर्फ यही था कि मैं जो भी करूं, देश के लिए अपनी जान लगा दूं। अगर दबाव में आकर असफल हो जाऊं, तो यह सिर्फ मेरी नाकामी नहीं होगी, बल्कि 140 करोड़ लोगों को निराश करने जैसा होगा। ऐसा करने के लिए, मुझे शांत रहना था। बचपन से ही मैंने बुनियादी बातें सीखी हैं। यह आदत भी रही है कि शांत रहकर दिमाग में जो है, उसे पूरी तरह अमल में लाऊं।” फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम महज 20 रन तक अपने 3 विकेट गंवा चुकी थी। यहां से तिलक वर्मा ने संजू सैमसन और शिवम दुबे के साथ शानदार साझेदारियां करते हुए भारत को जीत दिलाई। तिलक को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ भी चुना गया। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने स्वीकारा है कि मुकाबले के दौरान स्थिति तनावपूर्ण थी। उन्होंने कहा, “पहले तीन विकेट गिरने पर काफी दबाव था। उसके बाद स्थिति और भी मुश्किल होती गई। उस समय मैं बल्लेबाजी कर रहा था। मुझ पर काफी दबाव था। अगर मैं एक और गलत शॉट खेलता, तो टीम हार सकती थी। इसलिए मैंने खुद से कहा, “मुझे शांत रहना है, बुनियादी बातों का पालन करना है और मैच के बीच में कोई जवाब नहीं देना है।” 22 वर्षीय बल्लेबाज ने शिवम दुबे के साथ पांचवें विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी करते हुए भारत को जीत की दहलीज तक पहुंचाया था। उन्होंने इस मैच जिताऊ साझेदारी का जिक्र करते हुए कहा, “यह विकेट बल्लेबाजी के लिए इतना आसान नहीं था। जैसे ही मैच में टीम की वापसी हुई, हमने साझेदारी करते हुए मैच जीत लिया। यही टीम इंडिया की खूबी है।” पाकिस्तान के खिलाफ खिताबी मुकाबला जीतकर तिलक वर्मा सोमवार को हैदराबाद लौटे। शमशाबाद हवाई अड्डे पर फैंस ने उनका जोरदार स्वागत किया। इसके बाद तेलंगाना खेल प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवसेना रेड्डी और प्रबंध निदेशक सोनी बाला देवी ने उन्हें सम्मानित किया।  

पीसीबी ने विदेशी टी20 लीगों के लिए खिलाड़ियों की एनओसी निलंबित की

इस्लामाबाद पीसीबी ने पाक के बाहर टी-20 लीग में भाग लेने के इच्छुक खिलाड़ियों के सभी अनापत्ति प्रमाणपत्र निलंबित कर दिए हैं। बोर्ड के मुख्य परिचालन अधिकारी सुमैर अहमद सैयद ने नोटिस भेजकर खिलाड़ियों और एजेंटों को इस फैसले की जानकारी दी। नोटिस में लिखा है, पीसीबी अध्यक्ष की स्वीकृति से, लीग और अन्य विदेशी टूर्नामेंटों में भाग लेने के लिए खिलाड़ियों के सभी अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) अगले आदेश तक स्थगित किए जाते हैं। बोर्ड के दृष्टिकोण से, इसका उद्देश्य खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और घरेलू प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करना है। प्रमुख घरेलू प्रथम श्रेणी प्रतियोगिता, कायदे-आजम ट्रॉफी भी अक्तूबर में शुरू होने वाली है, जो 22 सितंबर से स्थगित कर दी गई थी।  

साउथ अफ्रीका के खिलाफ पाकिस्तान की टेस्ट टीम घोषित, बाबर आजम की वापसी

लाहौर साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए पाकिस्तान ने अपनी 18 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है। बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की टीम में वापसी हुई है। दोनों देशों के बीच 12 अक्टूबर से आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 चक्र की शुरुआत होगी, जिसमें दो मुकाबले खेले जाने हैं। बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान को एशिया कप में स्थान नहीं मिल सका था, लेकिन अब शान मसूद की कप्तानी में इन अनुभवी खिलाड़ियों की वापसी हुई है। बाबर की वापसी से पाकिस्तान के मध्य क्रम को मजबूती मिली है। एशिया कप से बाहर बैठने वाले मोहम्मद रिजवान इस सीरीज में विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालेंगे। प्रमुख गेंदबाज शाहीन अफरीदी, हसन अली और अबरार अहमद भी टीम में शामिल हैं। इमाम-उल-हक और अब्दुल्ला शफीक के पारी की शुरुआत करने की उम्मीद है, जबकि सऊद शकील और सलमान अली आगा बल्लेबाजी को मजबूती देंगे। पाकिस्तान की इस टीम में अनुभवी और नए चेहरों का मिश्रण है। तीन नए खिलाड़ियों में बाएं हाथ के स्पिनर आसिफ अफरीदी, कलाई के स्पिनर फैसल अकरम और विकेटकीपर-बल्लेबाज रोहेल नजीर के पास डेब्यू का मौका होगा। पाकिस्तानी खिलाड़ी हेड कोच अजहर महमूद और एनसीए के कोचों के मार्गदर्शन में 8 अक्टूबर तक ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लेंगे। हाल ही में संपन्न एसीसी पुरुष टी20 एशिया कप में भाग लेने वाले क्रिकेटर 4 अक्टूबर को शिविर में शामिल होंगे। पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका की टीमें 12-16 अक्टूबर के बीच लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में पहला टेस्ट मैच खेलेंगी, जिसके बाद 20-24 अक्टूबर के बीच रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में दूसरा टेस्ट मैच खेला जाना है। दोनों देश 28 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच तीन टी20 मुकाबलों की सीरीज खेलेंगे, जबकि 4-8 अक्टूबर के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी। पाकिस्तान की टीम: शान मसूद (कप्तान), आमिर जमाल, अब्दुल्ला शफीक, अबरार अहमद, आसिफ अफरीदी, बाबर आजम, फैसल अकरम, हसन अली, इमाम-उल-हक, कामरान गुलाम, खुर्रम शहजाद, मोहम्मद रिजवान (विकेट कीपर), नोमान अली, रोहेल नजीर (विकेटकीपर), साजिद खान, सलमान अली आगा, सऊद शकील और शाहीन शाह अफरीदी।  

गत विजेता गॉफ चाइना ओपन के क्वार्टर फाइनल में

बीजिंग दूसरी वरीयता प्राप्त कोको गॉफ ने एक सेट से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए स्विट्जरलैंड की बेलिंडा बेंसिक को 4-6, 7-6(4), 6-2 से हराकर मंगलवार को चाइना ओपन के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। 15वीं वरीयता प्राप्त और टोक्यो ओलंपिक चैंपियन बेंसिक ने डायमंड कोर्ट पर पहले सेट के आखिर में ब्रेक लगाकर पहला सेट 6-4 से जीत लिया। विश्व की तीसरे नंबर की खिलाड़ी गॉफ ने दूसरे सेट में भी वापसी की, जिसमें दोनों खिलाड़ियों ने एक-दूसरे के ब्रेक का सामना किया, जिसके बाद अमेरिकी खिलाड़ी ने टाईब्रेकर के लिए मजबूर किया, जिसे उन्होंने 7-4 से जीतकर मैच बराबर कर दिया। एक समय तो बेंसिक ने अपना रैकेट तोड़ दिया और चेयर अंपायर से गॉफ के टीम बॉक्स से ध्यान भटकाने की शिकायत की। 20 वर्षीय गत चैंपियन ने निर्णायक गेम में पूरी तरह से नियंत्रण हासिल कर लिया, दो बार ब्रेक लेकर 5-1 की बढ़त बना ली और फिर आत्मविश्वास से भरी सर्विस होल्ड के साथ मुकाबला जीत लिया। यह उनके करियर का छठा मुकाबला था, जिसमें गॉफ ने अपनी बढ़त को 4-2 तक पहुँचाया। गॉफ अब सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए जर्मनी की ईवा लिस या अमेरिकी मैककार्टनी केसलर में से किसी एक से भिड़ेंगी। इस बीच चाइना ओपन में सोमवार को कई खिलाड़ियों के रिटायरमेंट की खबर आई, जिसमें पांच खिलाड़ियों को मैच के बीच में ही हटना पड़ा। फिर भी, शीर्ष वरीयता प्राप्त जैनिक सिनर और इगा स्वियाटेक आगे बढ़े, जबकि दानिल मेदवेदेव ने उभरते हुए अमेरिकी खिलाड़ी टिएन के साथ सेमीफाइनल में जगह बनाई। चीन की झेंग किनवेन भी चोट की लहर का शिकार हुईं, जब डायमंड कोर्ट पर रात के सत्र में चेक खिलाड़ी लिंडा नोस्कोवा के खिलाफ तीसरे दौर के मैच से 6-4, 3-6, 3-0 से पिछड़ने के बाद उन्होंने मैच से हटना पड़ा। इससे पहले, जैकब मेन्सिक, कैमिला ओसोरियो, लोइस बोइसन और लोरेंजो मुसेट्टी भी मैच के बीच में ही रिटायर हो गए, जिससे पुरुष और महिला वर्ग में कुल पाँच खिलाड़ी हट गए। शीर्ष वरीयता प्राप्त और विश्व के दूसरे नंबर के खिलाड़ी, इटली के जैनिक सिनर ने हंगरी के फैबियन मारोजसन को 6-1, 7-5 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। 24 वर्षीय चार बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन ने शुरुआती सेट में तीन बार सर्विस तोड़ी और दूसरे सेट में कड़ी चुनौती का सामना करते हुए लगातार दो लव गेम्स के साथ मैच अपने नाम कर लिया। सिनर का अगला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स डी मिनौर से होगा, जिन्होंने चेक गणराज्य के युवा खिलाड़ी मेन्सिक के पहले सेट में 4-1 से पिछड़ने के बाद रिटायर होने के बाद आगे कदम बढ़ाया। मियामी में खिताबी जीत सहित एक शानदार सीजन के बाद 19वें स्थान पर रहे 20 वर्षीय मेन्सिक आगे नहीं खेल पाए, जिससे तीसरे वरीय खिलाड़ी को आगे बढ़ना पड़ा। पुरुषों के ड्रॉ के दूसरे भाग में, मेदवेदेव ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अलेक्जेंडर ज्वेरेव को 6-3, 6-3 से हराया। 2021 यूएस ओपन चैंपियन का सामना अब 19 वर्षीय टिएन से होगा, जो मुसेट्टी के रिटायर होने के बाद आगे बढ़े थे। महिलाओं के ड्रॉ में, दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी स्वियाटेक ने बीजिंग में अपना बेदाग रिकॉर्ड बरकरार रखा। उन्होंने ओसोरियो के खिलाफ पहला सेट 6-0 से जीता, लेकिन कोलंबियाई खिलाड़ी चोट लगने के कारण मैच से हट गईं। यह जीत स्वियाटेक के करियर की 400वीं मैच जीत थी और चीनी राजधानी में उनके अपराजित रहने के सिलसिले को और आगे बढ़ाया। स्वियाटेक का अगला मुकाबला 16वीं वरीयता प्राप्त एम्मा नवारो से होगा, जो फ्रांस की बोइसन के 6-2, 1-0 से पिछड़ने के बाद मैच से हट जाने के बाद आगे बढ़ीं। चीन की झेंग का अभियान निराशाजनक रहा। ओलंपिक चैंपियन ने नोस्कोवा के खिलाफ तीसरे दौर का मैच दूसरा सेट जीतकर बराबरी पर ला दिया, लेकिन निर्णायक सेट में 3-0 से पिछड़ने के बाद, उन्होंने कोर्ट के बाहर मेडिकल स्टाफ से सलाह लेने के बाद मैच छोड़ दिया। नोस्कोवा, जिन्होंने पिछले दौर में वांग शियायू को हराया था, अंतिम 16 में पहुंचकर रूस की अनास्तासिया पोटापोवा से भिड़ेंगी, जिन्होंने तुर्की की ज़ेनेप सोनमेज को 6-3, 7-5 से हराया। अन्य मुकाबलों में, चौथी वरीयता प्राप्त मीरा एंड्रीवा ने स्पेन की जेसिका बूज़ास मानेरो को 6-4, 6-1 से हराया, जबकि मार्टा कोस्त्युक ने अलियाक्सांद्रा सासनोविच को 6-4, 6-2 से हराकर अंतिम 16 में प्रवेश किया।  

हार्डकोर्ट के राजा: यानिक सिनेर ने फाइनल में की एंट्री, लगातार नौवां फाइनल खेलेंगे

बीजिंग चाइना ओपन टेनिस टूर्नामेंट में रोमांचक मुकाबले देखने को मिल रहे हैं। शीर्ष वरीयता प्राप्त यानिक सिनेर ने एलेक्स डि मिनौर को 6-4, 3-6, 6-2 से मात देकर फाइनल में जगह बनाई। यह हार्डकोर्ट पर उनका लगातार नौवां फाइनल है, जो उनके शानदार फॉर्म का सबूत है। अब फाइनल में सिनेर का सामना दानिल मेदवेदेव और उभरते खिलाड़ी लर्नर टियेन के बीच होने वाले सेमीफाइनल के विजेता से होगा। महिला वर्ग में दूसरी वरीयता प्राप्त अमेरिका की कोको गाफ ने स्विट्जरलैंड की बेलिंडा बेंचिच को 4-6, 7-6, 6-2 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। गाफ ने शुरुआती सेट गंवाने के बावजूद जबरदस्त वापसी करते हुए टाईब्रेकर जीता और निर्णायक सेट में दबदबा बनाया। इस जीत के साथ बेंचिच के खिलाफ उनका करियर रिकॉर्ड 4-2 हो गया है। टूर्नामेंट के आगे के चरणों में अब टॉप सीड खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने की उम्मीद है, खासकर सिनेर और मेदवेदेव की संभावित भिड़ंत पर सभी की नजरें टिकी हैं।  

हरलीन देओल और प्रतिका रावल की जोड़ी ने किया असर, भारत की धीमी शुरुआत पर मिला समर्थन

गुवाहाटी आज से आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 का धूम-धड़ाका शुरू हो गया है। टूर्नामेंट का पहला मैच भारत और श्रीलंका के बीच गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। श्रीलंका ने टॉस जीतकर बॉलिंग चुनी है। भारत और श्रीलंका टूर्नामेंट के संयुक्त मेजबान है। हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम की टूर्नामेंट में विजयी आगाज पर नजर है। भारत ने अभी तक वर्ल्ड कप की ट्रॉफी नहीं जीती है। भारत दो बार खिताब के करीब आया लेकिन उपविजेता रहा। वहीं, श्रीलंकाई टीम ने आठ साल के अंतराल के बाद महिला वर्ल्ड कप में वापसी की है। भारत का वनडे में श्रीलंका के खिलाफ दबदबा रहा है। दोनों टीमों ने अब तक 35 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें से 31 में भारत को जीत मिली। श्रीलंका ने सिर्फ तीन मुकाबले जीते जबकि एक बेनतीजा रहा है। भारत की धीमी शुरुआत भारत ने धीमी शुरुआत की है। 7 ओवर के बाद भारत का स्कोर 29/1 है। प्रतिका फिलहाल 23 गेंदों में 13 रन बनाकर क्रीज पर हैं। हरलीन ने 9 गेंदों में 8 रन बना लिए हैं। मंधाना का नहीं चला बल्ला भारत ने खराब शुरुआत की है। स्टार सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना सस्ते में अपना विकेट गंवा बैठीं। उन्होंने 10 गेंदो में दो चौकों के जरिए 8 रन बनाए। उन्हें उदेशिका प्रबोधनी ने चौथे ओवर की दूसरी गेंद पर अपना शिकार बनाया। मंधाना के लौटने के बाद हरलीन देओल बैटिंग करने उतरी हैं।   भारतीय पारी हुई शुरू भारतीय पारी शुरू हो गई है। स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल बैटिंग करने उतरी हैं। श्रीलंका के बॉलिंग अटैक की कमान अचिनी कुलसुरिया ने संभाली। उन्होंने पहले ओवर में चार रन दिए। प्रतिका ने दूसरी गेंद पर चौका लगाया। उदेशिका प्रबोधनी ने दूसरा ओवर मंधाना को मेडन डाला।

संघर्ष और समर्पण की मिसाल रहे वोक्स, इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास

लंदन  इंग्लैंड के अनुभवी ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने सोमवार को इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान कर दिया. 36 वर्षीय वोक्स हाल ही में भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज़ में नजर आए थे. इस सीरीज में उनकी एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी, जिसमें वो टूटे हुए हाथ से बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आए थे.  वोक्स ने लगभग 15 सालों तक इंग्लैंड के लिए खेला और 2011 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20I में डेब्यू किया. एक महीने पहले भारत के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट में वोक्स को मैदान पर फील्डिंग करते हुए कंधे की गंभीर चोट लगी और उनका कंधा खिसक गया था. इसके बाद से उनकी इंग्लैंड टीम में वापसी लगभग नामुमकिन लग रही थी. फिर भी, उनका करियर शानदार रहा.  62 टेस्ट: 192 विकेट, 2034 रन (1 शतक, 7 अर्धशतक) 122 वनडे: 173 विकेट 33 टी20I उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि रही 2019 वर्ल्ड कप की जीत.  एशेज सीरीज में नहीं हुआ चयन सोशल मीडिया पर लंबे बयान में वोक्स ने लिखा, 'वह पल आ गया है, और मैंने तय किया है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का समय आ गया है. इंग्लैंड के लिए खेलना मेरा बचपन का सपना था, और मैं बेहद भाग्यशाली हूं कि इसे जी पाया. इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करना, पिछले 15 वर्षों में अपने साथियों के साथ मैदान साझा करना, जिनमें से कई जीवनभर के दोस्त बन गए, ये सब मेरी सबसे बड़ी गर्व की बातें रहेंगी.' इससे पहले ईसीबी के एमडी रॉबर्ट की ने स्पष्ट कर दिया था कि वोक्स अब उनके प्लान में नहीं हैं. हालांकि, वोक्स ने साफ कर दिया है कि वह काउंटी क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे और फ्रैंचाइज़ी लीग में भी अवसर तलाशेंगे.

तीन बार की हार से टूटे पाकिस्तानी खिलाड़ी, भारत ने दिखाया क्रिकेट में दबदबा

नई दिल्ली शायर मिर्जा गालिब की ये पंक्तियां पाकिस्तानी क्रिकेट टीम पर फिट बैठती है. पाकिस्तानी टीम 28 सितंबर (रविवार) को समाप्त हुए एशिया कप 2025 में खेल से ज्यादा दूसरी चीजों को लेकर सुर्खियों में रही. पाकिस्तानी टीम गिरते-पड़ते फाइनल तक तो पहुंची, मगर एक बार फिर भारत के आगे उसे घुटने टेकने पड़े. भारत ने एक बार नहीं… तीन-तीन मौकों पर इस टूर्नामेंट में पड़ोसी मुल्क के होश ठिकाने किए. चाहे युद्ध का मैदान हो या खेल का ग्राउंड, पाकिस्तानी टीम भारत से पराजित होने की आदी हो चुकी है. पूरे एशिया कप में पाकिस्तानी टीम रोती ही रही. इस टीम ने अपने अभियान की शुरुआत 12 सितंबर को ओमान के खिलाफ मुकाबले से की थी, जिसमें उसने 93 रनों से बड़ी जीत दर्ज की. फिर उसका ग्रुप-ए के अगले मुकाबले में 14 सितंबर को भारतीय टीम से सामना हुआ. इस मुकाबले में पाकिस्तान 7 विकेट से पिट गया था. नो हैंडशेक कंट्रोवर्सी की शुरुआत इसी मैच से हुई. भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस के समय पाकिस्तानी कैप्टन सलमान अली आगा से हाथ नहीं मिलाया. फिर मैच के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने हैंडशेक नहीं किया. वैसे भी इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की रूल बुक में यह कहीं नहीं लिखा है कि हैंडशेक करना जरूरी है. खिलाड़ी क्रिकेट एवं दूसरे खेलों में खेल भावना के चलते सिर्फ ऐसा करते हैं. टीम इंडिया ने भारत फैन्स की भावनाओं को ध्यान में रखकर हैंडशेक नहीं करने का फैसला किया था. हालांकि पाकिस्तानी टीम इससे बौखला गई और उसने उस ग्रुप मुकाबले के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी का बायकॉट कर दिया. पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा सवालों के जवाब देने मैदान पर नहीं आए क्योंकि प्रश्न पूछने वाला एक भारतीय (संजय मांजरेकर) था. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने नो हैंडशेक कंट्रोवर्सी का सारा दोष जिम्बाब्वे के मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट पर मढ़ दिया. पीसीबी ने पायक्रॉफ्ट और भारतीय टीम के खिलाफ आईसीसी में शिकायत की. पीसीबी ने आरोप लगाया कि पायक्रॉफ्ट ने ही दोनों टीमों के कप्तानों को टॉस के समय हाथ नहीं मिलाने की सलाह दी थी. बोर्ड की तरफ से पायक्रॉफ्ट को एशिया कप से हटाने की मांग की गई, हालांकि आईसीसी ने पीसीबी की कोई भी डिमांड नहीं मानी. आईसीसी ने जब पाकिस्तान की नहीं सुनी, तो पीसीबी ने एशिया कप से हट जाने की धमकी दी. पीसीबी की ओर से जोर देकर कहा गया कि एंडी पायक्रॉफ्ट को हटाया जाए. पीसीबी की अपील फिर से ठुकरा दी गई, जिसके बाद पाकिस्तानी टीम ने यूएई के खिलाफ 17 सितंबर को हुए मुकाबले से पहले अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस को रद्द कर दिया. वहीं मुकाबले के दिन होटल छोड़ने से शुरुआत में इनकार कर दिया. पड़ोसी मुल्क की सरेंडर करने की पुरानी आदत रही है. यहां भी वैसा ही देखने को मिला और 70 मिनट में ही पीसीबी का स्टैंड बदल गया.  1 घंटे की देरी से पाकिस्तान और यूएई के बीच वो मुकाबला शुरू हुआ, जिसमें सलमान ब्रिगेड को 41 रनों से जीत मिली. उस जीत के साथ ही पाकिस्तानी टीम सुपर-चार राउंड में पहुंच गई. पाकिस्तान और यूएई के बीच मुकाबले में मैच रेफरी एंडी पायक्राफ्ट ही रहे, हालांकि पीसीबी ने ये दलील दी कि पायक्राफ्ट ने माफी मांग ली है, जिसके कारण उसकी टीम मुकाबला खेलने को राजी हुई. पायक्रॉफ्ट ने केवल हाथ मिलाने वाले विवाद पर अफसोस जताया था, लेकिन पीसीबी ने सोशल मीडिया पर एक म्यूट वीडियो डालकर मानो ये दिखाया कि पायक्रॉफ्ट ने आधिकारिक रूप से माफी मांग ली है. सच बात यह थी कि पायक्रॉफ्ट को आईसीसी ने क्लीन चिट दे दी थी.  फिर पाकिस्तानी टीम ने सुपर-चार स्टेज में अपना पहला मुकाबला 21 सितंबर को भारत के खिलाफ खेला. एक बार फिर पाकिस्तानी टीम को भारत के हाथों 6 विकेट से हार झेलनी पड़ी. इस मुकाबले में साहिबजादा फरहान और हारिस रऊफ ने भारतीय टीम और फैन्स को उकसाने की कोशिश की. फरहान ने 'गन सेलिब्रेशन किया, वहीं हारिस ने आपत्तिजनक इशारे किेए और भारतीय खिलाड़ियों संग गाली-गलौज भी की. भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) की ओर से दोनों के खिलाफ शिकायत भी की गई थी. आईसीसीसी ने हारिस रऊफ पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया और साहिबजादा फरहान को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया. उधर पीसीबी ने भी 'ऑपरेशन सिंदूर' पर सूर्यकुमार यादव के बयान को राजनीति से प्रेरित माना और भारतीय कप्तानी की शिकायत की. आईसीसी ने सूर्यकुमार यादव पर भी मैच फीस का 30 प्रतिशत फाइन लगाया, जिसे बीसीसीआई ने चैलेंज किया. भारत के खिलाफ लगातार दूसरी हार के बाद भी पाकिस्तानी टीम की अकड़ कम नहीं हुई. हालांकि वो फाइनल तक पहुंचने में सफल रही. पहले पाकिस्तानी टीम ने श्रीलंका को 5 विकेट से हराया. इसके बाद बांग्लादेश को रोमांचक मुकाबले में 11 रनों से हराकर फाइनल का टिकट कटाया. फाइनल में पाकिस्तानी टीम का सामना भारत से हुआ. एक बार फिर पड़ोसी मुल्क ने सूर्यकुमार यादव की 'सेना' के आगे घुटने टेक दिए. खिताबी मुकाबले में भी पाकिस्तानी टीम ने ड्रामा किया. टॉस के दौरान वकार यूनुस ने पाकिस्तानी कप्तान से बातचीत की, वहीं रवि शास्त्री ने सूर्यकुमार यादव से प्रश्न किए. टॉस के दौरान दो-दो प्रेजेंटरों के मैदान पर होने से फैन्स हैरान थे.  

पीएम मोदी का टीम इंडिया को संदेश सोशल मीडिया पर छाया, मिले करोड़ों व्यूज

नई दिल्ली टीम इंडिया को एशिया कप में ऐतिहासिक जीत मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए बधाई दी। पीएम मोदी का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। कुछ ही मिनटों के अंदर के इस पोस्ट पर लाखों यूजर्स ने प्रतिक्रियाएं दी। बता दें कि टीम इंडिया ने एशिया कप के फाइनल मैच में पाकिस्तान को पांच विकेट से शिकस्त दी। टीम इंडिया के 9वीं बार एशिया कप जीतने के कुछ ही मिनट बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बधाई दी। पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा, "खेल के मैदान पर ऑपरेशन सिंदूर, परिणाम वही- भारत की जीत! हमारे क्रिकेटरों को बधाई।" रविवार को खेले गए खिताबी मुकाबले में पाकिस्तानी टीम 19.1 ओवरों में महज 146 रनों पर सिमट गई थी। पाकिस्तान के लिए साहिबजादा फरहान ने सर्वाधिक 57 रन बनाए, जबकि फखर जमां ने 46 रन की पारी खेली। भारत की ओर से कुलदीप यादव ने 4 विकेट झटके, जबकि जसप्रीत बुमराह, वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने 2-2 शिकार किए। इसके जवाब में टीम इंडिया ने 19.4 ओवरों में मुकाबला अपने नाम किया। टीम इंडिया की ओर से तिलक वर्मा ने 53 गेंदों में नाबाद 69 रन की पारी खेली, जबकि शिवम दुबे ने 33 रन टीम के खाते में जोड़े। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भारत की जीत के बाद विवाद भी देखने को मिला। खिताब अपने नाम करने के बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया।