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टेक्निकल कारणों से टोल वसूली पर रोक, अमृतसर-जामनगर रूट पर अस्थायी राहत

गांधीनगर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे को लेकर विशेष घोषणा की है। भारतमाला प्रोजेक्ट अंतर्गत महत्वपूर्ण अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे (एनएच-754के) पर साँचौर-सांतलपुर सेक्शन के पैकेज-4 में हाल में मरम्मत कार्य के चलते यहाँ 28.71 किलोमीटर के स्ट्रेच में लागू टोल टैक्स (पथ कर) अल्पकाल के लिए स्थगित किया गया है।  एनएचएआई की तरफ से जारी बयान के मुताबिक 15 जुलाई की सुबह 8 बजे से यह लागू हो जाएगा। मरम्मत का निर्धारित कार्य पूर्ण होने तक 28.71 किलोमीटर के स्ट्रेच का टोल नागरिकों के लिए फ्री रहेगा। राजस्थान के साँचौर से गुजरात के पाटण जिले के सांतलपुर तक 125 किलोमीटर का मार्ग इकोनॉमिक कॉरिडोर है। भारतमाला प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के उत्तरी क्षेत्र के राज्यों-प्रदेशों की पूर्वी क्षेत्रों के साथ कनेक्टिविटी बढ़ाना है। इस प्रोजेक्ट से जामनगर, कंडला तथा मुंद्रा जैसे बंदरगाहों से उत्तरी क्षेत्र के राज्यों-प्रदेशों को विभिन्न उत्पादों के आयात-निर्यात की वैश्विक सुविधा भी देने का रणनीतिक आयोजन है।  

रक्षा क्षेत्र में प्रगति: एलसीए मार्क 1A के लिए अमेरिका से आया दूसरा इंजन

नई दिल्ली  भारत रक्षा क्षेत्र में अपने कदम लगातार मजबूत कर रहा है। अमेरिका से LCA मार्क 1A फाइटर जेट प्रोग्राम के लिए दूसरा GE-404 इंजन नई दिल्ली पहुंच गया है। डिफेंस अफसरों के मुताबिक, यह इंजन पब्लिक सेक्टर कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को मिला। इस फाइनेंशियल ईयर के अंत तक एचएएल को 12 और GE-404 इंजन मिलने की उम्मीद है। ये इंजन LCA मार्क 1A फाइटर जेट्स में लगाए जाएंगे। हालांकि, अमेरिकी इंजन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी को सप्लाई चेन मसलों की वजह से इन इंजनों की डिलीवरी में एक साल से ज्यादा की देरी हो चुकी है। इस साल की शुरुआत में जीई एयरोस्पेस ने एचएएल को LCA मार्क 1A के लिए 99 F404-IN20 इंजनों में से पहला इंजन डिलीवर किया था। HAL अब इन इंजनों को मार्क 1A फाइटर जेट्स में इंटीग्रेट करने और इंडियन एयर फोर्स (IAF) को 10 से ज्यादा ऐसे प्लेन सप्लाई करने की प्लानिंग कर रहा है। आईएएफ ने 83 LCA मार्क 1A फाइटर जेट्स के ऑर्डर दिए हैं। 97 और प्लेन खरीदने का प्रस्ताव डिफेंस मिनिस्ट्री से क्लियरेंस मिलने के बाद अब एडवांस्ड स्टेज में है। हाल ही में प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीके मिश्रा ने बेंगलुरु में एचएएल की फैसिलिटीज का दौरा किया और एलसीए मार्क 2 प्रोजेक्ट के साथ-साथ मार्क 1A प्रोग्राम को भी रिव्यू किया। साल 2035 का रखा गया लक्ष्य एलसीए मार्क 2 प्रोजेक्ट को 2035 तक मिराज 2000, जगुआर और मिग-29 जैसे पुराने फाइटर जेट्स की जगह लेने के लिए तैयार किया जा रहा है। अगले 10 सालों में भारत 400 से ज्यादा स्वदेशी LCA एयरक्राफ्ट बनाएगा जिनमें अमेरिकी जीई इंजन वेरिएंट्स का इस्तेमाल होगा। LCA मार्क 2 के डेवलपमेंट के लिए 9000 करोड़ रुपये से ज्यादा की मंजूरी दी गई है जो एलसीए तेजस का अपडेटेड और ज्यादा पावरफुल वर्जन होगा। जून 2023 में पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान GE इंजन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए टेक्नोलॉजी ट्रांसफर पर बातचीत हुई थी। आने वाले सालों में तेजस वायुसेना का सबसे बड़ा फाइटर जेट फ्लीट बनने वाला है।  

सत्ता के केंद्र में बदलाव की आहट: BJP अध्यक्ष और कैबिनेट में नई सूरत की तैयारी?

नई दिल्ली  भारतीय जनता पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। इसी बीच सरकार राज्यपालों में भी बदलाव कर रही है और राज्यसभा के लिए नेता चुने जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले कैबिनेट में संभावित फेरबदल के संकेत हो सकते हैं। हालांकि, इसे लेकर भाजपा या एनडीए सरकार के किसी दल की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि इन बदलावों के जरिए कैबिनेट फेरबदल के लिए जमीन तैयार की जा रही है। हाल ही में हरियाणा, गोवा के लिए राज्यपाल और लद्दाख के लिए उपराज्यपालों की नियुक्ति की है। इससे एक दिन पहले ही एडवोकेट उज्ज्वल निकम, मीनाक्षी जैन, हर्षवर्दन श्रृंगला और सी सदानंद मास्टर को राज्यसभा के लिए नॉमिनेट किया गया है। अखबार से बातचीत में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'बड़े मंत्रालय वाले अधिकांश मंत्रियों को पिछली मोदी सरकार से रिपीट किया गया है…। अब तक इस बात पर जोर दिया जाता था कि निरंतरता बनी रही, लेकिन अब कैबिनेट को विदेश मामलों जैसी नई प्राथमिकताओं के साथ-साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ के चलते वाणिज्य मंत्रालय फिर संतुलित किया जा सकता है।' रिपोर्ट में भाजपा सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कैबिनेट में राज्यसभा सांसद बदले जा सकते हैं, जिनका कार्यकाल अंतिम दौर में है और उन्हें संगठन में जगह दी जा सकती है। वहीं, अन्य का कहना है कि भाजपा जनता दल यूनाइटेड, लोक जनशक्ति पार्टी और तेलुगु देशम पार्टी से नेताओं को देख सकती है। खास बात है कि बिहार में विधानसभा चुनाव हैं और लोजपा और जदयू बिहार आधारित पार्टियां हैं। एक भाजपा नेता ने अखबार से कहा, 'चीजें चल रही हैं और सवाल एक ही है कि अब आगे क्या होगा, गवर्नर में फेरबदल, अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष और अन्य नेताओं की पार्टी संघठन में नियुक्ति की घोषणा या कैबिनेट फेरबदल।' कहा जा रहा है कि भाजपा 37 इकाइयों में से आधे से ज्यादा में अध्यक्षों का चुनाव कर चुकी है। साथ ही जल्द राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा हो सकती है। फिलहाल, भाजपा की कमान केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के हाथों में है।  

शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से वापसी पर नज़र, नासा ने साझा की चौंकाने वाली डिटेल्स

वॉशिंगटन भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और उनके क्रू मेंबर्स आज आज धरती पर वापस लौट रहे हैं। यह लोग अंतरिक्ष में करीब 18 दिन बिताने के बाद लौट रहे हैं। यह लोग अपने साथ ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में कुछ जरूरी डेटा और सामान लेकर आएंगे। एक्सिओम मिशन 4 क्रू मेंबर्स सोमवार को ही इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को अलविदा बोल चुके हैं। यह लोग अब धरती पर पहुंचने के बेहद करीब हैं। अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी से पहले नासा ने बताया कि यह लोग अपने साथ क्या-क्या लेकर आ रहे हैं। एक्सपेरिमेंट का डेटा नासा ने बताया कि एक्सिओम मिशन-4 पर गए अंतरिक्ष यात्री अपने साथ करीब 580 पाउंड सामान ला रहे हैं। इसमें नासा का हार्डवेयर और डेटा है। यह डेटा उन 60 से ज्यादा एक्सपेरिमेंट्स का है जो मिशन के दौरान इन अंतरिक्ष यात्रियों ने अंजाम दिया। ड्रैगन अंतरिक्ष यान और एक्सिओम स्पेस एएक्स-4 के सभी सदस्य मंगलवार को भारतीय समयानुसार अपराह्न तीन बजकर एक मिनट पर पृथ्वी के वाायुमंडल में फिर से प्रवेश करेंगे। यह लोग सैन डिएगो तट पर पानी में उतरेंगे। बता दें कि यात्रा पर रवाना होने से पहले एक्सिओम मिशन-4 कई बार स्थगित हुआ था। इसके बाद 25 जून को यह स्पेसक्राफ्ट फ्लोरिडा स्थित नासा के केनेडी स्पेस सेंटर से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुआ। यह निजी अंतरिक्ष मिशन, भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए काफी अहमियत रखने वाला है। किया जाएगा डी-ऑर्बिट बर्न अंतरिक्ष यान के पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश करते ही भारतीय समयानुसार आज अपराह्न दो बजकर सात मिनट पर प्रशांत महासागर के ऊपर ‘डी-ऑर्बिट बर्न’ होने की उम्मीद है। जब कोई अंतरिक्ष यान पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा होता है और उसे वापस धरती पर लाना होता है, तो उसकी गति को कम करना आवश्यक होता है ताकि वह कक्षा से बाहर निकलकर पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर सके। इसी गति को कम करने के लिए अंतरिक्ष यान के थ्रस्टर्स (छोटे इंजन) को एक निश्चित समय और दिशा में दागा जाता है। इस प्रक्रिया को ही ‘डी-ऑर्बिट बर्न’ कहते हैं। रिकवरी जहाज पर जाएंगे अंतरिक्ष यात्री अंतिम तैयारियों में कैप्सूल के ट्रंक को अलग करना और वायुमंडल में प्रवेश से पहले ‘हीट शील्ड’ को अनुकूलित करना शामिल है, जिससे अंतरिक्ष यान लगभग 1,600 डिग्री सेल्सियस तापमान के संपर्क में आएगा। पैराशूट दो चरण में तैनात किए जाएंगे- पहले लगभग 5.7 किमी की ऊंचाई पर स्थिरीकरण पैराशूट, उसके बाद लगभग दो किमी की ऊंचाई पर मुख्य पैराशूट। अंतरिक्ष यान को एक विशेष रिकवरी जहाज पर उतारा जाएगा, जहां से अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से बाहर निकाला जाएगा। सात दिन का होगा पुनर्वास एक्सिओम-4 के चालक दल की जहाज पर ही कई चिकित्सीय जांच की जाएंगी। इसके बाद वे तट पर आने के लिए एक हेलिकॉप्टर में सवार होंगे। चारों अंतरिक्ष यात्रियों को पुनर्वास में सात दिन बिताने पड़ सकते हैं, क्योंकि उन्हें अंतरिक्ष की कक्षा में अनुभव की जाने वाली भारहीनता के विपरीत, गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव में पृथ्वी पर जीवन के लिए खुद को ढालना होगा।  

आत्महत्या से पहले छात्रा ने किया बड़ा खुलासा: विभागाध्यक्ष पर यौन शोषण का आरोप

ओडिशा ओडिशा के बालासोर में 20 वर्षीय छात्रा की मौत हो गई है। प्रोफेसर की तरफ से कथित तौर पर यौन उत्पीड़न से परेशान होकर छात्रा ने शनिवार को खुद को आग लगा ली थी। फिलहाल, आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुका है। इस बीच छात्रा का एक पत्र भी सामने आया है। खबर है कि यह लेटर आत्महत्या से करीब एक सप्ताह पहले लिखा गया था, जिसमें यौन उत्पीड़न की शिकायत की गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 जुलाई को लिखे पत्र में पीड़िता ने अनुशासनात्मक समिति गठित करने की मांग की थी, जो विभाग प्रमुख समीर कुमार साहू के खिलाफ लगे आरोपों की जांच कर सके। छात्रा ने HoD पर ही यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। फिलहाल, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप घोष को भी गिरफ्तार किया गया है। छात्रा ने पत्र लिखा था, 'बीते कुछ महीनों से BEd विभाग के HoD असिस्टेंट प्रोफेसर समीर कुमार साहू मानसिक रूप से मुझे प्रताड़ित कर रहे हैं। वह बार बार मुझे धमका रहे हैं कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि फेल हो जाऊं। उन्होंने मुझे धमकी दी है कि मेरे निजी मामलों की जानकारी मेरे परिवार को दे देंगे। सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि HoD लगातार सेक्सुअल फेवर की मांग कर रहा है।' आगे लिखा, 'मैंने बार-बार इनकार किया है। मैंने अपनी मानसिक शांति खो दी है और आत्महत्या की कोशिश की है। अगर कॉलेज अथॉरिटी भविष्य में कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो मैं आत्महत्या कर लूंगी और HoD और कॉलेज अथॉरिटी इसके जिम्मेदार होंगे।' खास बात है कि इस चेतावनी के महज चार दिन बाद ही पीड़िता ने खुद को आग लगा दी थी। शुरुआत में उसे बालासोर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां से AIIMS भुवनेश्वर रेफर कर दिया था। वहां बर्न यूनिट में छात्रा का इलाज चल रहा था। खबर है कि वह करीब 90 फीसदी झुलस चुकी थी। मामला बालासोर के फकीर मोहन (स्वायत्त) महाविद्यालय का है। ‘बर्न सेंटर’ ने एक बयान में कहा, 'मरीज को ‘फ्लूइड्स’ (अंतरशिरा तरल) और ‘एंटीबायोटिक्स’ (संक्रमण को खत्म करने वाली दवा) दी गईं, उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। विभाग के आईसीयू में उपचार किया गया और गुर्दे की ‘रिप्लेसमेंट थेरेपी’ सहित सभी संभव सहायक उपायों के बावजूद, उसे बचाया नहीं जा सका और 14 जुलाई की रात 11 बजकर 46 मिनट पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।'  

पीएम-मंत्रियों को विशेष छूट क्यों? कांग्रेस का लोकसभा स्पीकर से जवाब तलब

नई दिल्ली  लोकसभा में अटेंडेंस दर्ज कराने के सिस्टम को लेकर कांग्रेस सांसद ने आपत्ति दर्ज कराई है। कांग्रेस सांसद माणिकम टैगोर ने यह सवाल उठाया है। उन्होंने कहाकि लोकसभा में उपस्थिति दर्ज कराने की नई प्रणाली से प्रधानमंत्री और मंत्रियों को छूट क्यों दी गई है? गौरतलब है कि लोकसभा में आगामी मानसून सत्र से सदस्यों के लिए उपस्थिति दर्ज कराने की नई व्यवस्था शुरू होने जा रही है। इसके तहत वे लॉबी में जाकर नहीं, बल्कि अपनी आवंटित सीट पर ही उपस्थिति दर्ज करा सकेंगे। गौरतलब है कि मंत्रियों और नेता प्रतिपक्ष को अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए हस्ताक्षर करने की जरूरत नहीं है। क्यों मिली है छूट लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक टैगोर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि लोकसभा में सीट पर ही उपस्थिति दर्ज करने के लिए नया मल्टीमीडिया सिस्टम इस मॉनसून सत्र में प्रभावी हो जाएगा। लेकिन हमने पहले ही वक्फ विधेयक पर मत विभाजन के दौरान इसे विफल होते देखा है जब प्रणाली प्रामाणिक तरीके से काम नहीं कर रही थी। एक दोषपूर्ण प्रणाली को क्यों दोहराया जाए? उन्होंने सवाल किया कि अगर उपस्थिति दर्ज कराने की यह प्रक्रिया, पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए है, तो प्रधानमंत्री और मंत्रियों को इससे छूट क्यों? पीएम को पेश करना चाहिए उदाहरण टैगोर ने कहाकि क्या प्रधानमंत्री को प्रक्रिया से ऊपर होने के बजाय उदाहरण पेश करने के लिए नेतृत्व नहीं करना चाहिए? इससे पता चलेगा कि प्रधानमंत्री वास्तव में कितने दिन तक लोकसभा में मौजूद रहते हैं। उन्होंने कहाकि केवल उपस्थिति को डिजिटल बनाने के बजाए, हमें प्रणालीगत सुधारों की जरूरत है। सभी के लिए अनिवार्य उपस्थिति, पारदर्शी भागीदारी, बोलने के रिकॉर्ड और मतदान के स्वत: प्रकाशन की व्यवस्था हो। कांग्रेस सांसद ने इस बात पर जोर दिया कि डिजिटल उपकरण उतने ही अच्छे होते हैं, जितनी उनके पीछे की मंशा।  

समुद्र की सतह पर उतरा स्पेसक्राफ्ट, शुभांशु शुक्ला सकुशल लौटे धरती पर

नई दिल्ली भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की आज धरती पर वापसी हो गई है। एक्सिओम 4 मिशन में शामिल अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य लोग अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर 18 दिन के प्रवास के बाद लौटे। स्पेसक्रॉफ्ट 22.5 घंटे की यात्रा करके कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में उतरा। इससे पहले शुक्ला, कमांडर पैगी व्हिट्सन, मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू को लेकर आ रहा ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतरिक्ष यान भारतीय समयानुसार सोमवार शाम 4:45 बजे अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हो गया था।   पीएम मोदी ने किया स्वागत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष वापसी का स्वागत किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि ऐतिहासिक मिशन से वापसी पर पूरे देशवासियों के साथ मैं शुभांशु शुक्ला को बधाई देता हूं। वह अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन तक पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं। उन्होंने अपने समर्पण और साहस से अनगिनत सपनों को पूरा किया है। इसके साथ ही गगनयान दिशा में एक और शानदार कदम हमने बढ़ा दिया है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ऐतिहासिक मिशन से वापसी पर पूरे देशवासियों के साथ शुभांशु शुक्ला को दी बधाई। वह अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन तक पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं। शुभांशु शुक्ला और एक्सिओम-4 के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर पहुंचे, ड्रैगन अंतरिक्ष यान कैलिफोर्निया में समुद्र में उतरा, रायपुर के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मिशन से वापसी पर पूरे देशवासियों के साथ शुभांशु शुक्ला को दी बधाई। वह अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन तक पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं। अंतरिक्ष यात्रियों ने जताई खुशी शुभांशु शुक्ला और एक्सिओम-4 के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर पहुंचे, ड्रैगन अंतरिक्ष यान कैलिफोर्निया में समुद्र में उतरा। ड्रैगन अंतरिक्ष यान के धरती पर उतरते ही एक्सिओम-4 की कमांडर पैगी व्हिटसन ने कहा कि वापस आकर बहुत खुशी हो रही है। शुभांशु शुक्ला की सकुशल वापसी अंतरिक्ष यात्रा पर गए भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की धरती पर सकुशल वापसी हो चुकी है। एक्सिओम मिशन 4 के क्रू मेंबर्स को लेकर ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट समुद्र में उतर चुका है।

तस्वीरों में गाजा का संकट: एक वक्त के खाने के लिए जद्दोजहद

गाजा  गाजा के कम्यूनिटी किचन का यह नजारा है। यहां पर खाना बंटने से पहले फिलिस्तीनी लोग खाने के लिए कुछ इस तरह से संघर्ष करते हैं। गाजा पट्टी में खाने के लिए जबर्दस्त मारा-मारी मची हुई है। इस तस्वीर को देखिए, कैसे खाना बनने से पहले ही यहां पर लोग बर्तन लेकर खाने के लिए कतार में खड़े हो जाते हैं। खाना न मिलने की बेबसी इन मासूमों के चेहरे पर साफ नजर आती है। हाथों में बर्तन थामे यह सब इंतजार कर रहे हैं कि कब खाना मिलेगा। गाजा में इजरायल के हमलों के बीच बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हैं। इनके बीच खाने को मारा-मारी की नौबत आ जाती है। गाजा में खाना नहीं मिलने से लोग बेहद परेशान हैं। कई बार तो खाना नहीं मिलने की हालत में लोग पानी से ही काम चला रहे हैं। यह नजारा गाजा में बांटे जाने वाले फूड सेंटर का है। यहां पर लोग खाने के लिए अपना रजिस्ट्रेनशन कराने पहुंच हुए हैं। यह बच्चियां भी खाने के इंतजार में बैठी हुई हैं। इनके चेहरे देखकर लग रहा है कि इन्हें कई दिनों से खाना नहीं मिला है। जब कई दिनों से इंसान भूखा हो और उसकी प्लेट में खाना जाए तो चेहरे पर संतुष्टि का कुछ ऐसा ही भाव आता है। यह व्यक्ति अपने परिवार के साथ खाना खा रहा है। लंबे समय से चल रहे युद्ध के चलते यहां पर बड़ी संख्या में लोग भूख और तबाही से बेजार हैं। खाना मिलने का इंतजार बड़ा भारी होता है। ऐसे में गाजापट्टी के रहने वाले इन मासूमों ने सोचा कि चलो तब तक खेल-कूद कर अपना समय गुजारते हैं।

अमरनाथ यात्रा में रिकॉर्ड भीड़: अब तक 2.20 लाख श्रद्धालु पहुंचे, हर दिन बढ़ रहा उत्साह

श्रीनगर अमरनाथ यात्रा जारी है पिछले 12 दिनों में 2.20 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए हैं। इसके साथ ही मंगलवार को जम्मू से 6,388 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था कश्मीर रवाना हुआ। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया मंगलवार को भगवती नगर यात्री निवास से 6,388 यात्रियों का एक और जत्था दो काफिलों में कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ। पहला काफिला, जिसमें 103 वाहनों में 2,501 यात्री थे, सुबह 3:26 बजे बालटाल बेस शिविर के लिए रवाना हुआ। दूसरा काफिला जिसमें 145 वाहनों में 3,887 यात्री थे, सुबह 4:15 बजे नुनवान (पहलगाम) बेस शिविर के लिए रवाना हुआ। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर में हल्की बारिश की संभावना जताई है। अधिकारियों ने कहा कि बालटाल और नुनवान बेस शिविरों से यात्रियों को पवित्र गुफा की ओर जाने की अनुमति मौसम की स्थिति देखने के बाद ही दी जाएगी। यात्रा के लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यह यात्रा पहलगाम हमले के बाद हो रही है। 180 अतिरिक्त सीएपीएफ कंपनियों को सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस की मौजूदा ताकत बढ़ाने के लिए लाया गया है।  जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से गुफा मंदिर तक के पूरे रास्ते और दोनों आधार शिविरों के रास्ते में सभी पारगमन शिविरों को सुरक्षा बलों ने सुरक्षित कर लिया है। पहलगाम मार्ग से यात्रा करने वाले लोग चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी से होकर गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं और 46 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करते हैं। तीर्थयात्रियों को गुफा मंदिर तक पहुंचने में चार दिन लगते हैं। वहीं, छोटे बालटाल मार्ग से जाने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए 14 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है और यात्रा पूरी करने के बाद उसी दिन आधार शिविर लौटना पड़ता है। सुरक्षा कारणों से इस साल यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध नहीं है। अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई और 38 दिनों के बाद 9 अगस्त को समाप्त होगी।  

फर्जीवाड़े पर लगाम: UIDAI ने रद्द किए 65 लाख आधार कार्ड

नई दिल्ली  देश में करोड़ों लोगों के पास आधार कार्ड है, लेकिन इनमें से कई ऐसे लोग भी हैं जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। ऐसे लोगों के आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल न हो, इसके लिए UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने एक खास मुहिम शुरू की है। इस अभियान के तहत मृत व्यक्तियों के आधार नंबर को बंद (निष्क्रिय) किया जा रहा है, ताकि कोई भी उनका दुरुपयोग न कर सके। ताजा आंकड़ों के अनुसार, बिहार में कुल 12 करोड़ 9 लाख 36 हजार 645 आधार कार्ड जारी किए गए हैं। लेकिन UIDAI द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत मृत व्यक्तियों के आधार नंबर को निष्क्रिय करने के बाद अब यह संख्या घटकर 11 करोड़ 43 लाख 50 हजार 755 रह गई है। यानी अब तक 65 लाख से अधिक आधार नंबर सिस्टम से हटाए जा चुके हैं।  मृतकों के आधार कार्ड क्यों किए जा रहे हैं बंद? UIDAI के इस अभियान का मुख्य मकसद यह सुनिश्चित करना है कि आधार डेटाबेस में केवल जीवित और पात्र लोगों की जानकारी ही मौजूद रहे। इससे कई फायदे होंगे: -सरकारी योजनाओं का लाभ सही लाभार्थियों तक पहुंचेगा -पहचान संबंधी धोखाधड़ी पर रोक लगेगी आधार डेटा की विश्वसनीयता और पारदर्शिता बनी रहेगी बिहार में चुनाव भी करीब हैं, ऐसे में यह कदम फर्जीवाड़े और अवैध लाभों को रोकने की दिशा में एक जरूरी प्रयास है।  यह प्रक्रिया कैसे हो रही है? UIDAI द्वारा इस कार्य के लिए तकनीकी और कानूनी दोनों स्तरों पर संवेदनशील प्रक्रिया अपनाई जा रही है:  मृत्यु प्रमाण पत्र का उपयोग किया जा रहा है  नगर निगम, ग्राम पंचायत या अन्य स्थानीय निकायों से मिली जानकारी को भी शामिल किया गया है। परिवार के सदस्यों द्वारा दी गई सूचना के आधार पर भी सत्यापन किया जा रहा है। यह पूरी प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि कोई जीवित व्यक्ति गलती से इस सूची में न आ जाए।  फर्जी आधार कार्ड और ऑपरेटरों पर कार्रवाई UIDAI ने हाल ही में कुछ फर्जी आधार कार्ड और आधार केंद्रों पर गड़बड़ियों का भी पता लगाया है। जांच में सामने आया है कि कुछ ऑपरेटर्स ने नियमों को ताक पर रखकर फर्जी कार्ड बनाए हैं। ऐसे ऑपरेटर्स पर जुर्माना लगाया गया है और कई मामलों में लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई भी की जा रही है।  UIDAI की चेतावनी और अपील -UIDAI ने आम लोगों से भी अपील की है कि वे: -किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत संबंधित विभाग को दें -आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी को अपडेट रखें -मृत परिजन के आधार को निष्क्रिय करवाने के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन करें