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आज का राशिफल (7 सितंबर): इन राशियों को मिलेगा अपार धन लाभ और सुख-समृद्धि

मेष मेष राशि वालों के लिए आज का दिन खुशियों से भरा रहेगा। सिंगल जातकों की किसी खास व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है। अपनों का साथ मिलेगा। व्यक्तित्व में निखार आएगा। कार्यस्थल पर आपकी मेहनत रंग लाएगी और जीवन में नई ऊर्जा का संचार होगा। आर्थिक रूप से आप अच्छे रहेंगे। वृषभ वृषभ राशि वालों आज आपकी लव लाइफ मधुर रहेगी। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे। परिवार की समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। कलीग के साथ संबंध अच्छे होंगे। ऑफिस में बॉस से तारीफ मिल सकती है। आर्थिक लाभ के संकेत हैं। मिथुन मिथुन राशि वालों के लिए आज का दिन रोमांचक रहने वाला है। जीवन में किसी नए व्यक्ति का आगमन होगा। अपने लक्ष्यों पर फोकस बनाए रखें। आज कोई महत्वपूर्ण फैसला ले सकते हैं। सेहत के मामले में अच्छे रहेंगे। धन के मामले में आप अच्छे रहेंगे। कर्क आज आपके लिए दिन आर्थिक रूप से अच्छा रहने वाला है। किसी संपत्ति से जुड़े मामले में सफलता मिल सकती है। परिवार के सदस्यों के बीच की अनबन दूर हो सकती है। धन का प्रवाह आज अच्छा होगा। कोई रिश्तेदार आज आपको कोई सरप्राइज़ दे सकता है। दिन की शुरुआत एक्सरसाइज से करना अच्छा रहेगा। ऑफिस में आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे। सिंह आज आपका कोई सपना साकार हो सकता है लेकिन अपने उत्साह को कंट्रोल में रखें। जीवन में खुशियों का आगमन होगा। अपने लिए पैसे बचाने का आपका विचार आज पूरा हो सकता है। मन में तनाव रह सकता है। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा। व्यापारिक स्थिति अच्छी होगी। कन्या आज धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। किसी मित्र के सहयोग से कारोबार में वृद्धि होगी। कारोबार के लिए विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। यात्रा से लाभ में वृद्धि हो सकती है। हालांकि खर्च की अधिकता ज्यादा रहेगी। माता-पिता का साथ मिलेगा। तुला आज आप ऑफिस में सीनियर्स की उम्मीदों पर खरा उतर सकते हैं। परिवार के साथ घूमने का प्लान बन सकता है। आर्थिक रूप से सतर्क रहें, वरना बाद में पछताना पड़ सकता है। आपको अपने जीवनसाथी से एक बार फिर प्यार हो जाएगा। व्यापार में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। वृश्चिक आज आपके आत्मविश्वास में कमी रहेगी। मन अशांत रहेगा। बेकार के क्रोध से बचें। परिवार का साथ मिलेगा। सेहत का ध्यान रखें। कारोबार में लाभ के अवसर मिलेंगे। वाद-विवाद से दूरी बनाकर रखें। धन की स्थिति पहले से अच्छी होगी। धनु आज आप अपने स्वभाव से लोगों का दिल जीतने में सफल रहेंगे। धन संचय करने के लिए दिन अच्छा रहने वाला है। परिवार की परेशानी से निपटने के लिए दिन अनुकूल रहने वाला है। ऑफिस में आपको अपनी क्षमता व स्किल दिखाने के मौके मिलेंगे। मकर आपको अपने काम पर फोकस करने में परेशानी हो सकती है। सेहत के कारण मन परेशान हो सकता है। धन की बचत में भी मुश्किलें आ सकती हैं। परिवार का सहयोग मिलेगा। मित्र की मदद से किसी टास्क को पूरा करने में सफल हो सकते हैं। कुंभ आज खुद के साथ एकांत में समय बिताना अच्छा रहेगा। मानसिक शांति का अनुभव कर सकते हैं। भाई-बहन के साथ रिश्तों में सुधार होगा। किसी करीबी व्यक्ति की आर्थिक मदद करनी पड़ सकती है। सेहत अच्छी रहेगी। जीवनसाथी का साथ मिलेगा। व्यापार आगे बढ़ेगा। मीन आज आपके घर किसी मित्र का आना हो सकता है। मित्र के सहयोग से किसी संपत्ति से आय के साधन बन सकते हैं। माता की सेहत का ध्यान रखें। परिवार का साथ मिलेगा। व्यवसाय में उन्नति हो सकती है। भविष्य के लिए धन बचत पर विचार कर सकते हैं।  

पितृपक्ष 2025: पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए करें यह आसान जल अर्पण तरीका

पंचांग के अनुसार, इस साल पितृपक्ष की शुरुआत 7 सितंबर 2025 से हो रही है और यह 21 सितंबर 2025 तक चलेगा. यह 15 दिनों की वह अवधि है जब दिवंगत पूर्वजों को याद करते हैं और उनके प्रति श्रद्धा प्रकट करते हैं. पितृपक्ष में पितरों को जल अर्पित करना, जिसे तर्पण भी कहा जाता है, एक बहुत ही महत्वपूर्ण धार्मिक कर्म है. इस क्रिया को सही नियमों के साथ करना बेहद ज़रूरी है ताकि पितरों की आत्मा को शांति मिल सके और उनका आशीर्वाद प्राप्त हो. आइए, जानते हैं पितृपक्ष में पितरों को जल चढ़ाने के सही नियम और विधि. जल अर्पित करने की सही दिशा तर्पण करते समय दिशा का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है. पितरों को जल हमेशा दक्षिण दिशा की ओर मुख करके अर्पित करना चाहिए. दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा माना जाता है. कैसे करें तर्पण? (सही विधि) स्नान और शुद्धता: तर्पण करने से पहले स्नान करके खुद को शुद्ध करें. साफ़ और धुले हुए वस्त्र धारण करें. सही पात्र: जल अर्पित करने के लिए तांबे, पीतल या चांदी के पात्र का उपयोग करें. प्लास्टिक या स्टील के पात्र का उपयोग वर्जित है. कुशा और तिल का उपयोग: तर्पण के लिए कुशा (एक प्रकार की घास) और काले तिल का उपयोग अनिवार्य माना जाता है. जल में काले तिल मिलाकर अर्पित किए जाते हैं. हाथ की सही मुद्रा: जल अर्पित करते समय अपनी अनामिका (ring finger) और अंगूठे के बीच कुशा और तिल रखकर जल को धीरे-धीरे पात्र से गिराना चाहिए. इस मुद्रा को पितृतीर्थ कहते हैं. जल का प्रवाह: जल अर्पित करते समय ॐ पितृभ्य: नम: या ॐ पितृ देवताभ्यो नमः मंत्र का जाप करना चाहिए. जल को किसी पवित्र नदी, तालाब या जलाशय के पास प्रवाहित करना उत्तम होता है. अगर यह संभव न हो, तो घर में किसी गमले या तुलसी के पौधे को छोड़कर, किसी ऐसी जगह जल गिराएं जहां वह व्यर्थ न हो. ये गलतियां बिल्कुल न करें? गलत दिशा में तर्पण: दक्षिण के बजाय किसी अन्य दिशा में जल अर्पित न करें. अशुद्ध अवस्था: बिना स्नान किए और अशुद्ध वस्त्र पहनकर तर्पण न करें. लोहे या स्टील का पात्र: तर्पण के लिए लोहे या स्टील के बर्तनों का उपयोग बिल्कुल न करें. जूते-चप्पल पहनकर तर्पण: कभी भी जूते-चप्पल पहनकर तर्पण नहीं करना चाहिए. पितृपक्ष का महत्व हिंदू धर्म में पितृपक्ष का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इन 15 दिनों के दौरान पितर पृथ्वी पर अपने वंशजों से मिलने आते हैं. इस दौरान किए गए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान से उनकी आत्मा तृप्त होती है और वे अपने वंशजों को सुख, समृद्धि और शांति का आशीर्वाद देते हैं.

गीता में श्रीकृष्ण ने बताया बच्चों की परवरिश का सही तरीका, ये 5 बातें बदल देंगी जीवन

पेरेंट्स के लिए बच्चों की परवरिश उनकी लाइफ की सबसे अहम जिम्मेदारियों से एक है। हर पेरेंट्स की चाहत होती है कि उनका बच्चा अच्छा इंसान बने, सच्चाई और अच्छाई के रास्ते पर चले। लेकिन बच्चों को कुछ सिखाने के लिए उन्हें सिर्फ शब्दों में बोल देना ही जरूरी नहीं है, बल्कि आपकी तरफ से एक्शन भी जरूरी है। आसान शब्दों में कहें तो बच्चा अक्सर वही करता है, जो आपको करते हुए देखता है। आपका हर कदम, बच्चों के जीवन पर गहरा असर डालता है। भगवद गीता, जो जीवन का अद्भुत मार्गदर्शन देती है, माता-पिता को भी ऐसे अनमोल विचार देती है, जिनसे वे अपने बच्चों के चरित्र और सोच को पॉजिटिव दिशा दे सकते हैं। आइए, गीता के माध्यम से पॉजिटिव पैरेंटिंग के बारे में जाने। रोल मॉडल बनें, तभी बच्चा सीखेगा गीता के एक श्लोक में भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि सच्चा ज्ञान उन्हीं से मिलता है, जिन्होंने जीवन के उद्देश्य को समझा है। पेरेंटिंग के नजरिए से इस श्लोक का अर्थ समझें तो बच्चों के जीवन में एक अच्छा आदर्श होना बेहद जरूरी है। माता-पिता खुद ईमानदारी, दया और विनम्रता अपनाएं, ताकि बच्चे भी इन गुणों को सीखें। जब आप सही उदाहरण पेश करेंगे, तो बच्चा बिना कहे ही उसी रास्ते पर चलने लगेगा। स्वभाव के अनुसार काम करने की शिक्षा 'कर्मणैव हि संसिद्धिमास्थिता जनकादयः लोकसंग्रहमेवापि संपश्यन्कर्तुमर्हसि।' इस श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण बताते हैं कि हर व्यक्ति अपने स्वभाव के अनुसार ही काम करता है और उसे दबाना बेकार है। बच्चों को भी उनके स्वाभाविक गुणों के साथ ही आगे बढ़ने देना चाहिए। माता-पिता का काम है कि वे बच्चे को हर परिस्थिति में ईमानदारी और सच्चाई से काम करना सिखाएं। जब बच्चा अपने गुणों को सही दिशा में इस्तेमाल करना सीखता है, तो उसका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। सही मार्गदर्शन का महत्व गीता के एक श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण बताते हैं कि आत्मज्ञान की प्राप्ति सिर्फ अपने प्रयासों से नहीं, बल्कि एक अच्छे गुरु के मार्गदर्शन से होती है। ऐसे में बच्चों के लिए भी यह जरूरी है कि उनके जीवन में ऐसा गाइड हों जो उन्हें सही रास्ता दिखा सकें। माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों को धार्मिक और नैतिक सिद्धांतों का महत्व समझाएं, ताकि वे अपने जीवन में सही फैसला ले सकें। मन को दोस्त बनाना सिखाएं 'उद्धरेदात्मनात्मानं नात्मानमवसादयेत्। आत्मैव ह्यात्मनो बन्धुरात्मैव रिपुरात्मनः॥' भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि मन इंसान का सबसे अच्छा दोस्त भी हो सकता है और सबसे खतरनाक दुश्मन भी। बच्चों को यह सिखाना जरूरी है कि वे अपने विचारों और आदतों को अच्छा बनाएं। माता-पिता का व्यवहार इसमें अहम भूमिका निभाता है, क्योंकि बच्चा उन्हें देखकर ही सीखता है। अगर माता-पिता ईमानदार और संयमित हैं, तो बच्चा भी वैसे ही बनेगा। मानवीय मूल्यों का विकास करें भगवान कृष्ण ने निर्भयता, दया, क्षमा, सच्चाई, संयम और शांति जैसे गुणों को दिव्य संपत्ति बताया है। माता-पिता को चाहिए कि वे इन गुणों को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। जब बच्चा अपने घर में इन गुणों को रोज देखता है, तो वे उसकी सोच और स्वभाव में गहराई से बस जाते हैं, जिससे उसका चरित्र भी मजबूत बनता है।  

आज है अनंत चतुर्दशी, जानें बप्पा विसर्जन के सही समय और मुहूर्त

भोपाल  गणेश चतुर्थी से शुरू हुआ गणेश उत्सव का पर्व आज अनंत चतुर्दशी के साथ समाप्त हो जाएगा। अनंत चतुर्दशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इसी दिन बप्पा की विदाई होती है। मान्यता है कि इस दिन शुभ मुहूर्त में विसर्जन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। आइए अब जानते हैं, आज गणेश विसर्जन के लिए कौन-कौन से शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य  के अनुसार अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन के लिए आज कई चौघड़िया मुहूर्त बन रहे हैं। इनमें आप गणेश विसर्जन कर सकते हैं।  ये है शुभ मुहूर्त     अपराह्न मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत): दोपहर 12:19 से शाम 5:02 बजे तक     सायं मुहूर्त (लाभ): शाम 6:37 से रात 8:02 बजे तक     रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर): रात 9:28 से सुबह 1:45 बजे (7 सितंबर) तक     उषाकाल मुहूर्त (लाभ): 7 सितंबर सुबह 4:36 से सुबह 6:02 बजे तक अनंत चतुर्दशी का महत्व गणेश विसर्जन के लिए अनंत चतुर्दशी की तिथि अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा की जाती है, इसलिए इसे अनंत चतुर्दशी कहा जाता है। पूजा के समय हाथ में अनंत सूत्र बांधा जाता है, जो भक्तों की हर संकट में रक्षा करता है। गणेशोत्सव के दिन भगवान गणेश की प्रतिमा को नदी, तालाब या समुद्र में विसर्जित किया जाता है। विसर्जन से पहले प्रतिमा की विधिवत पूजा की जाती है, फूल चढ़ाए जाते हैं और नारियल व प्रसाद का भोग लगाया जाता है। इसके बाद ढोल-नगाड़ों और जयकारों के साथ बप्पा को धूमधाम से विदाई दी जाती है।

गुरु का बन रहा है दुर्लभ योग, दीवाली से पहले इन राशि वालों की चमकेगी किस्मत

वैदिक ज्योतिष अनुसार ग्रह समय- समय पर गोचर करके शुभ और राजयोग का निर्माण करते हैं। जिसका असर मानव जीवन और पृथ्वी पर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि 12 साल बाद देवताओं के गुरु बृहस्पति अक्टूबर में अपनी उच्च राशि कर्क में प्रवेश करने जा रहे हैं, जिससे हंस महापुरुष राजयोग बनने जा रहा हैं। यह 12 साल बाद बनेगा। जिससे कुछ राशियों के अच्छे दिन शुरू होसकते हैं। साथ ही इन राशियों की आय़ में जबरदस्त वृद्धि और नौकरी में प्रमोशन के योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं ये लकी राशियां कौन सी हैं… वृश्चिक राशि (Scorpio Zodiac) हंस महापुरुष राजयोग बनने से वृश्चिक राशि के लोगों के अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं। क्योंकि यह गुरु ग्रह आपकी राशि भाग्य भाव पर बनेगा। इसलिए इस दौरान आपको भाग्य का साथ मिल सकता है। साथ ही इस दौरान आपकी रूचि धर्म-कर्म के कार्यों में रहेगी। आपकी बौद्धिक और आध्यात्मिक क्षमता इस समय चरम पर होगी और आप अपने जीवन के उद्देश्य को समझने में सफल होंगे। वहीं  इस दौरान आपकी यात्राएं फायदेमंद रहेंगी, खासकर अगर आप विदेश से जुड़े काम करते हैं। नौकरी में तरक्की या नए प्रोजेक्ट्स की शुरुआत हो सकती है। पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स को विदेश में पढ़ाई का मौका मिल सकता है। तुला राशि (Libra Zodiac) आप लोगों के लिए हंस राजयोग का बनना लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। क्योंकि गुरु बृहस्पति आपकी गोचर कुंडली के कर्म भाव पर संचऱण करेंगे। इसलिए इस समय आपको प्रमोशन, नई जिम्मेदारियां या सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि मिल सकती है। इस दौरान आपकी नेतृत्व क्षमता और निर्णय लेने की शक्ति बढ़ेगी, जिससे सहकर्मी और वरिष्ठ आपकी प्रशंसा करेंगे। साथ ही नई नौकरी का ऑफर या प्रमोशन मिल सकता है। यात्राएं फायदेमंद होंगी और बिजनेस में मुनाफा बढ़ेगा। आप अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे रहेंगे। पैसे की स्थिति अच्छी रहेगी और शादीशुदा जिंदगी में प्यार बढ़ेगा। वहीं इस दौरान आपके पिता के साथ संबंध मजबूत रहेंगे। कन्या राशि (Virgo Zodiac) आप लोगों के लिए हंस राजयोग का बनना अनुकूल सिद्ध हो सकता है। क्योंकि यह राजयोग आपकी राशि से 11वें स्थान पर बनने जा रहा है। इसलिए इस अवधि में आपकी आय अच्छी वृद्धि हो सकती है। साथ ही इस समय आपको निवेश से लाभ के योग बन रहे हैं। वहीं इस अवधि में आपकी फाइनेंशियल कंडीशन अच्छी हो जाएगी। इंवेस्टमेंट से आपको लाभ होगा। साथ ही  अगर आप बैंकिंग, मार्केटिंग या मीडिया जैसे क्षेत्रों में हैं तो आपकी बातचीत से डील्स पक्की होंगी। वहीं इस समय आपको स्टॉक मार्केट, सट्टा और लॉटरी में लाभ हो सकता है।

जानें पितृपक्ष की शुरुआत से पहले किन वस्तुओं को हटाना है जरूरी

पितृपक्ष हिंदू धर्म का एक पवित्र काल होता है, जो पूर्वजों की आत्मा की शांति और उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करने के लिए समर्पित है। यह 16 दिनों का विशेष समय होता है, जिसमें श्राद्ध, तर्पण और दान-धर्म के माध्यम से पितरों को संतुष्ट किया जाता है। पितृपक्ष आने से पहले घर की सफाई, व्यवस्था और कुछ खास वस्तुओं को घर से बाहर निकालना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसा न करने पर मान्यता है कि घर में नकारात्मक ऊर्जा बनी रह सकती है और अशुभ प्रभावों से मनुष्य प्रभावित हो सकता है। इस आर्टिकल में जानेंगे पितृपक्ष आने से पहले किन पांच वस्तुओं को घर से बाहर निकालना चाहिए ताकि शुभ कार्य हो और घर में खुशहाली बनी रहे। टूटी-फूटी वस्तुएं और बर्बाद चीजें टूटी-फूटी चीजें जैसे टूटा हुआ बर्तन, फटा कपड़ा, टूटा हुआ इलेक्ट्रॉनिक सामान या खराब हो चुका कोई भी सामान घर में अशुभ माना जाता है। पितृपक्ष से पहले इन्हें साफ-सुथरे तरीके से बाहर निकाल देना चाहिए। ये वस्तुएं घर की सकारात्मक ऊर्जा को प्रभावित करती हैं और अशुभ प्रभाव पैदा कर सकती हैं। टूट-फूट का प्रतीक जीवन में बाधा और नकारात्मकता को दर्शाता है। सूखे फूल और मुरझाए हुए पौधे घर में लगे मुरझाए हुए पौधे या सूखे फूल भी पितृपक्ष में अशुभ माने जाते हैं। ये न केवल घर की ऊर्जा को खराब करते हैं बल्कि पूर्वजों की आत्मा के प्रति उचित सम्मान नहीं माना जाता। इसलिए पितृपक्ष आने से पहले इन सूखे और मुरझाए हुए पौधों को हटा देना चाहिए। अधूरी या टूटी हुई पूजा सामग्री पूजा में उपयोग होने वाली अधूरी या टूटी हुई सामग्री जैसे टूटी हुई दीपक, अधूरा धूपबत्ती पैक, फटा हुआ थाली सेट आदि को भी बाहर निकालना चाहिए। अधूरी या टूटी पूजा सामग्री घर की शुद्धि में बाधा डालती है और पूजा का प्रभाव कम हो जाता है। बासी भोजन या खराब खाना पितृपक्ष में घर के किसी भी हिस्से में बासी या खराब भोजन रखना अशुभ माना जाता है। यह पूर्वजों के प्रति सम्मान का अभाव दर्शाता है। बासी या खराब भोजन से न केवल घर में बदबू और कीट-पतंगे बढ़ते हैं बल्कि नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अधूरा काम या असंपन्न वस्तुएं पितृपक्ष के पहले किसी भी अधूरे काम को पूरा कर लेना चाहिए। अधूरा काम घर में मानसिक तनाव और अशांति लाता है। साथ ही असंपन्न वस्तुएं जैसे आधे अधूरे कपड़े, अधूरा निर्माण कार्य या अधूरा सामान भी घर में नकारात्मकता पैदा करता है।

आज का दिन इन 5 राशियों के लिए खास, 6 सितंबर 2025 राशिफल में धन-खुशियों की बरसात

मेष राशि- अपना धैर्य बनाए रखें। बेकार की बातों में गुस्सा न करें, वरना घर का माहौल खराब हो सकता है। आर्थिक रूप से स्थिति अच्छी रहने वाली है। अपनों का साथ मिलेगा। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय गुजारेंगे। आज महत्वपूर्ण कार्यों को समय पर करें, वरना बाद में परेशानी हो सकती है। वृषभ राशि- आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहने वाला है। दिन की शुरुआत एक्सरसाइज से करने से आपको लाभ मिलेगा। संपत्ति से जुड़ी कोई अच्छी खबर मिल सकती है। आज कार्यस्थल पर हर कोई आपसे प्यार करेगा और आपका समर्थन करेगा। जीवनसाथी के साथ पर नजर रखें। मिथुन राशि- आज आपको काम पर मानसिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र या बिजनेस में कोई भी लापरवाही आज आपको आर्थिक नुकसान पहुंचा सकती है। परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा समय बिता सकते हैं। आज आप अपने लक्ष्य हासिल कर लेंगे। किसी नए व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है। कर्क राशि- आज आप नई चीजों को सीखने की कोशिश कर सकते हैं। कार्यस्थल पर किसी अपने की सलाह फायदेमंद साबित हो सकती है। खुद को सही साबित करने के लिए अपने पार्टनर से झगड़ सकते हैं। किसी भी फैसले पर जल्दबाजी करने से बचें, वरना नुकसान हो सकता है। आर्थिक व व्यावसायिक स्थिति अच्छी रहने वाली है। सिंह राशि- आज आपका मन परेशान हो सकता है। अपनों की सेहत का ध्यान रखें। खर्चों की अधिकता रहेगी, जिससे कर्ज लेने की नौबत तक आ सकती है। कारोबार में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर मिलेंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा। यात्रा पर जा सकते हैं। संतान पक्ष से सुखद समाचार मिलने के संकेत हैं। कन्या राशि- आज का दिन आपके लिए अच्छा रहने वाला है। आपको वाहन सावधानी से चलाना चाहिए, वरना चोट-चपेट लग सकती है। आप अपने जीवनसाथी के साथ आज एक बार फिर पुराने खूबसूरत रोमांटिक दिनों को याद करेंगे। आर्थिक रूप से दिन अच्छा रहने वाला है। नौकरी करने वाले जातक ऑफिस में पॉलिटिक्स से दूर रहें। तुला राशि– आज आपकी वाणी में मधुरता रहेगी। आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। कारोबार के लिए यात्रा लाभप्रद रहेगी। सेहत का ध्यान रखें। किसी मित्र के सहयोग से आप नौकरी के अच्छे प्रस्ताव प्राप्त कर सकते हैं। महत्वपूर्ण फैसले को फिलहाल के लिए टाल दें। वृश्चिक राशि- आज का दिन आपके लिए काम के लिहाज से महत्वपूर्ण रहने वाला है। आपको मानसिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है। लव लाइफ अच्छी रहने वाली है। आज कुछ लोगों को विदेश में नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। अपने जीवनसाथी के साथ कोई बेहद रोमांचक काम करेंगे। आर्थिक रूप से स्थिरता प्राप्त करेंगे। धनु राशि- आज आपका आत्मविश्वास तो भरपूर रहेगा, लेकिन धैर्य रखने की जरूरत है। अपनी भावनाओं को कंट्रोल में रखें। बातचीत में बैलेंस बनाकर रखें। कारोबार में वृद्धि होगी। माता से धन मिल सकता है। बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलेगा। ऑफिस में तरक्की मिलने की संभावना है। मकर राशि- आज आपकी एनर्जी हाई रहने वाली है। किसी को रुपए-पैसे उधार देने से बचें, वरना वापसी में दिक्कत हो सकती है। बच्चों की सेहत पर नजर रखें। आज आपको अनचाही यात्रा भी करनी पड़ सकती है। व्यापार में विस्तार के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। किसी पुराने निवेश से अच्छा रिटर्न मिल सकता है। कुंभ राशि- आज आपके पास खुद के लिए पर्याप्त समय होगा। कार्यस्थल के तनाव को घर पर नहीं लाएं और अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए लंबी सैर पर जाएं। आज अटके हुए धन की वापसी हो सकती है। नए विचार फलदायी होंगे। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा। नौकरी में कुछ परेशानियां सामने आ सकती हैं। मीन राशि- आज आपको किसी करीबी व्यक्ति से सरप्राइज मिल सकता है। किसी प्लानिंग में आप सफल हो सकते हैं। करियर में आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे। आर्थिक रूप से दिन उतार-चढ़ाव भरा रहने वाला है। सेहत अच्छी रहेगी। व्यवसाय में आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

खराब नियत वाले लोग अक्सर अपनाते हैं ये 5 आदतें, इन्हें देखें तो रखें दूरी!

किसी इंसान की नीयत को उसके चेहरे से नहीं पहचाना जा सकता। बाहर से कोई कितना भी सीधा-सादा या भला लगे, जरूरी नहीं कि उसके दिल में भी उतनी ही अच्छाई हो। इंसान की असली पहचान तो उसकी आदतों से होती है। कुछ छोटी-छोटी बातें और व्यवहार, ये दो ही चीजें ऐसी हैं, जिनके जरिए आप इंसान की अच्छी और बुरी नीयत को पहचान सकते हैं। कुछ लोग बाहर से तो बहुत अच्छे बने रहते हैं लेकिन उनकी नियत खराब होती है। ऐसे लोगों से बचकर रहना बहुत जरूरी होता है क्योंकि ये किस फायदे के लिए आपके साथ जुड़े हुए हैं, ये कहना मुश्किल होता है। तो चलिए जानते हैं कुछ ऐसी आदतें, जो अक्सर खराब नियत वालों में देखने को मिल जाती हैं। हर बात में अपना फायदा ढूंढना खराब नीयत वाले लोग हर स्थिति को इस नजरिए से देखते हैं कि इसमें उनका क्या फायदा हो सकता है। चाहे वह दोस्ती हो, काम का रिश्ता हो या परिवार से जुड़ा मामला। उनके मन में हमेशा यह कैलकुलेशन चलती रहती है कि उन्हें इस चीज से क्या फायदा मिलने वाला है। ये लोग किसी की मदद भी तब ही करते हैं, जब उन्हें यकीन हो कि बाद में उससे उन्हें कोई लाभ मिल सकता है। अगर उन्हें किसी रिश्ते से फायदा नहीं मिल रहा होता है तो वो उससे किनारा करने लगते हैं। दूसरों की बुराई करके खुद को बेहतर दिखाना जो लोग हमेशा दूसरों को बुरा दिखाकर खुद को अच्छा साबित करने की फिराक में लगे रहते हैं, ऐसे लोग भी खराब नीयत वाले होते हैं। ऐसे लोग अक्सर दूसरों की कमियों को उजागर करते हैं, ताकि खुद को ऊँचा दिखा सकें। पीठ पीछे बुराई करना इन लोगों की खास आदत होती है। ऐसे लोगों की बातें सुनने में तो तर्कपूर्ण लग सकती हैं, लेकिन उनका मकसद सिर्फ अपनी छवि को चमकाना और दूसरों को कमजोर साबित करना होता है। जिन्हें हो झूठ बोलने की आदत खराब नियत वाले इंसान की एक खास आदत ये भी होती है कि उन्हें झूठ बोलने में कोई झिझक नहीं होती। ऐसे लोगों के लिए सच को तोड़-मरोड़कर पेश करना या पूरी तरह से झूठी बातें बना लेना आम बात है। इस तरह के लोग अपने झूठ को इतनी सफाई से कहते है कि सामने वाला तुरंत पकड़ भी नहीं पाता। धीरे-धीरे जब सच्चाई सामने आती है, तब तक कई लोगों को काफी नुकसान हो चुका होता है। जिन्हें दूसरों के इमोशन की कद्र ना हो खराब नीयत वाले इंसान कभी दूसरों के इमोशन की कद्र नहीं करते हैं। किसी के सुख-दुख का इन्हें कोई ख्याल नहीं रहता। ऐसे लोग किसी का भरोसा जीतकर, फिर उसी का गलत इस्तेमाल करने से भी नहीं चूकते। इनके लिए प्यार, दोस्ती, सहानुभूति जैसे इमोशन सिर्फ एक हथियार है, जिसका इस्तेमाल वो अपने मतलब को पूरा करने के लिए करते हैं। कभी अपनी गलती नहीं मानना खराब नीयत वाले व्यक्ति में विनम्रता की भी कमी होती है। ऐसे लोग इस बात को कभी एक्सेप्ट नहीं करते हैं कि उनसे कोई गलती हुई है। उल्टा वे अपनी गलती को दूसरों पर डालने की कोशिश करते हैं। ऐसे लोग अपनी इमेज को सुधारने के लिए किसी को भी बलि का बकरा बना सकते हैं।  

वास्तु टिप्स: कछुए की मूर्ति से मिलता है धन-समृद्धि का आशीर्वाद

  माना जाता है कि जिस घर में वास्तु शास्त्र के नियमों का ध्यान रखा जाता है, वहां हमेशा सुख-समृद्धि का माहौल बना रहता है। वहीं वास्तु नियमों की अनदेखी करने पर व्यक्ति को वास्तु दोष का सामना करना पड़ता है, जिससे कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप किस तरह अपने घर में कछुए की मूर्ति रख सकते हैं, जिससे आपको लाभ होगा। मिलते हैं ये फायदे वास्तु शास्त्र में माना गया है कि घर में कछुए की मूर्ति (tortoise vastu tips) रखने से जीवन में धन-समृद्धि और सौभाग्य का आगमन होता है। साथ ही इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी बढ़ता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर बनी रहती है। इतना ही नहीं वास्तु के अनुसार, घर में कछुए की मूर्ति रखने से वास्तु दोष भी दूर होता है। किस दिशा में रखना है शुभ कछुए की मूर्ति को हमेशा घर की उत्तर या फिर उत्तर-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। इससे आपको अच्छे परिणाम मिलने लगते हैं। इस दिशा में पीतल, सोना या फिर चांदी से बनी कछुए की मूर्ति रखना शुभ माना जाता है। वहीं अगर आप क्रिस्टल से बनी कछुए की मूर्ति रख रहे हैं, तो इसे ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में रखें। इसके साथ ही वास्तु शास्त्र में कछुए की इस तरह की मूर्ति घर में रखना शुभ माना गया है, जिसमें कछुआ पानी के अंदर हो। इस पानी को रोजाना बदलना चाहिए। कहां रखें कछुएं की मूर्ति बच्चों की पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ाने के लिए भी कछुए की मूर्ति रखना काफी शुभ माना जाता है। ऐसे में आप इसे बच्चों के कमरे में रख सकते है। इसके साथ ही कछुए की मूर्ति को मुख्य द्वार के पास रखना भी लाभकारी माना जाता है। मूर्ति को कुछ इस तरह से रखें कि कछुए का मुंह घर के अंदर की तरफ हो।  

गर्भवती महिलाएं चंद्रग्रहण में रखें विशेष ध्यान, वरना हो सकता है असर

साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण जल्द ही लगने वाला है. साल का दूसरा चंद्रग्रहण भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि को लगेगा. यह साल 2025 का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा. 7 सितंबर को लगने वाला चंद्रग्रहण बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है. यह ग्रहण भारत में भी नजर आएगा. 7 सितंबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण से गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी होगी. मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान ब्रह्मांड में शक्तिशाली तरंगें सक्रिय हो जाती हैं. इसी वजह से गर्भवती महिलाओं को कुछ विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है, ताकि मां और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों की सुरक्षा हो सके. चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर के रहना चाहिए. मान्यता है कि इस दौरान निकलने वाली हानिकारक किरणें गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंचा सकती हैं. साथ ही चंद्र ग्रहण के समय आमतौर पर कुछ भी खाने से परहेज किया जाता है, लेकिन गर्भवती महिलाओं को ताज़े फल, सात्विक भोजन और जरूरी दवाइयां लेने की अनुमति होती है. चंद्र ग्रहण के दिन प्रेग्नेंट महिलाओं को तेज धार वाली या नुकीली चीजों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.इस दौरान घर की खिड़कियां और दरवाजे को बंद कर लेना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की किरणें घर के अंदर प्रवेश ना कर सके. गर्भवती महिलाएं को ग्रहण के समय ध्यान और मंत्र जाप करने की सलाह दी जाती है और उनके लिए भगवान का नाम लेना और मंत्र जाप करना लाभकारी होता है.चंद्र ग्रहण से पहले और बाद में स्नान करना जरूरी होता है. मान्यता है नहाने से नकारात्मक असर को दूर किया जा सकता है.