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सफर बिना झंझट के: पंजाब से हिमाचल जाने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी

श्री आनंदपुर साहिब  पंजाब से हिमाचल जाने वाले लोगों का सफर आसान होगा । दरअसल, पंजाब के शिक्षा, सूचना और जनसंपर्क मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा है कि पंजाब-हिमाचल सीमा के साथ लगते नीम-पहाड़ी क्षेत्र चंगर के लोगों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए पंजाब सरकार अब इस इलाके की तस्वीर बदलने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है। मंत्री बैंस ने बताया कि 80 करोड़ रुपये की लिफ्ट सिंचाई योजना का काम युद्ध स्तर पर जारी है। इसके साथ ही 8 करोड़ रुपये की लागत से नया जल ट्रीटमेंट और स्टोरेज प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है, जिसके जरिए चंगर वासियों को शुद्ध पीने का पानी मुहैया कराया जाएगा। अपने सोशल मीडिया संदेश में बैंस ने चंगर निवासियों को आश्वासन दिया कि उनके भरोसे को पूरी तरह कायम रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि तारापुर से समलाह तक 11 किलोमीटर लंबी और 18 फुट चौड़ी सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है, जिससे क्षेत्र के कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों तक आसान पहुंच बनेगी। हरजोत बैंस ने बताया कि लंबे समय से किसानों को खेतों में पानी की कमी की समस्या झेलनी पड़ रही थी। इसे दूर करने के लिए पंजाब सरकार ने यह लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिससे अब हर खेत तक नहरी पानी पहुंच रहा है। उन्होंने आगे कहा कि “अब हम यही पानी ट्रीट करके लोगों को पीने योग्य बनाएंगे।” इसके लिए 8 करोड़ रुपये की लागत से नया वाटर ट्रीटमेंट और स्टोरेज सिस्टम तैयार किया जा रहा है, जिससे पहाड़ी इलाके के हर घर तक साफ़ और सुरक्षित पानी पहुंचेगा। बैंस ने बताया कि तारापुर-समलाह मार्ग का काम लगभग पूरा हो चुका है। वहीं मस्सेवाल-समलाह 11 किलोमीटर सड़क के लिए टेंडर हो चुका है और दीवाली व विश्वकर्मा दिवस के बाद काम शुरू किया जाएगा। इसके अलावा कोटला-समलाह रोड को भी 18 फुट चौड़ा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्री आनंदपुर साहिब से चंगर तक, कीरतपुर साहिब-बिलासपुर रोड और कोटला रूट से समलाह तक जाने वाली सभी सड़कों को एक समान चौड़ा और मज़बूत बनाया जा रहा है। हरजोत बैंस ने यह भी बताया कि चंगर के पहाड़पुर में “गुज्जर भवन” का निर्माण किया जाएगा, जो क्षेत्र की संस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा। इसके लिए फंड जारी हो चुका है और जल्द ही नींव पत्थर रखा जाएगा।

आपात स्थिति में मदद अब सिर्फ कॉल दूर! PGI ने दिया नया 24×7 संपर्क नंबर

चंडीगढ़  पी.जी.आई. के एडवांस्ड आई सेंटर ने दिवाली की पूरी तैयारी के साथ अपनी आपातकालीन सेवाओं को और मजबूत कर दिया है। दिवाली से जुड़ी सभी संभावित आंखों की आपात स्थितियों से निपटने के लिए पी.जी.आई. ने विशेष टीमें बनाई हैं। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि 22 डॉक्टरों और एक अलग एनेस्थीसिया टीम वाली विशेष टीमें 20 से 22 अक्टूबर तक 24 घंटे तैनात रहेंगी। खास तौर पर दिवाली के दिन 20 अक्टूबर को पूरी टीम दिन-रात आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहेगी। आंखों के सभी ऑपरेशन बिना किसी इंतजार के किए जाएंगे और इस्तेमाल होने वाला सारा सामान मुफ्त दिया जाएगा। डॉक्टरों के अनुसार पांच साल के आंकड़े बताते हैं कि हर साल औसतन 60 से ज्यादा लोग पटाखे फोड़ते समय आंखों में चोट लगने की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचते हैं। इनमें से 60 से 70 प्रतिशत गंभीर होते हैं, जिससे कभी-कभी हमेशा के लिए आंखों की रोशनी चली जाती है। इसलिए इस बार जन जागरूकता और बचाव पर विशेष जोर दिया गया है। इस तरह करें आंखों की रक्षा  दिवाली खुशी और रोशनी का त्योहार है, लेकिन पटाखों से निकलने वाली गर्मी, रोशनी और रसायन आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए थोड़ी सी सावधानी इस त्योहार को और भी सुरक्षित बना सकती है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि पटाखे फोड़ते समय कम से कम 6 से 8 फीट की दूरी बनाए रखें और सुरक्षा चश्मा पहनें। पटाखों का इस्तेमाल केवल खुली जगहों पर ही करें और बच्चों को अकेले पटाखे न फोड़ने दें। पास में पानी की एक बाल्टी और प्राथमिक चिकित्सा किट रखें। सूती कपड़े पहनना ज्यादा सुरक्षित है, क्योंकि सिंथेटिक कपड़े जल्दी आग पकड़ सकते हैं। ऐसा न करें अगर आपकी आंखों में चिंगारी या धूल चली जाए, तो उन्हें रगड़ने के बजाय तुरंत अपने नजदीकी नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। अगर आपको कोई जलन या चोट लगे, तो अपनी आंखों को हल्के कपड़े से ढक लें और तुरंत अस्पताल जाएं। दोबारा पटाखे न फोड़ें और न ही दूसरों पर फेंकें। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि दिवाली के दौरान सभी आपातकालीन सेवाएं 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी। आंखों से जुड़ी किसी भी आपात स्थिति के लिए, लोग मोबाइल नंबर 9814014464 और लैंडलाइन नंबर 0172-2756117 पर संपर्क कर सकते हैं। पीजीआई टीम ने दिवाली पर सुरक्षा और संवेदनशीलता, दोनों का ध्यान रखने की अपील की है, क्योंकि एक पल की लापरवाही आंखों की रोशनी छीन सकती है। सुरक्षित रहें, जिम्मेदारी से त्योहार मनाएं और इस दिवाली को सचमुच 'रोशनी की दिवाली' बनाएं, न कि अंधेरे की।

शॉकिंग अपडेट! पंजाब में पेंशन बंद होने वाले लोगों की सूची जारी

गिद्दड़बाहा पराली जलाने के बढ़ते मामलों को देखते हुए गिद्दड़बाहा के एस.डी.एम. ने किसानों के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि जो किसान पराली जलाते हुए पकड़े जाएंगे, उनके खिलाफ न केवल मुकदमा दर्ज किया जाएगा, बल्कि उनके परिवार के सदस्यों की पेंशन और अन्य सरकारी सुविधाएं भी रोक दी जाएंगी। सूत्रों के अनुसार, एस.डी.एम. ने स्पष्ट किया कि पराली जलाने वाले किसानों के परिवार का कोई भी व्यक्ति सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा सकेगा। इस संबंध में आंगनवाड़ी वर्करों को भी विशेष ड्यूटी दी गई है, जो घर-घर जाकर किसानों को जागरूक करने के साथ-साथ स्थिति की रिपोर्ट भी तैयार करेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से बार-बार पराली न जलाने की अपील की जा रही है, लेकिन फिर भी कुछ किसान आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं। अब ऐसे मामलों में किसी भी तरह की नरमी नहीं बरती जाएगी। खास बात यह है कि गिद्दड़बाहा सबडिवीजन में आने वाली सभी आंगनवाड़ी वर्करों को इस मुहिम में शामिल किया गया है, ताकि लोगों को पराली जलाने के नुकसान के बारे में जागरूक किया जा सके।  

शहर भर में सुरक्षा अलर्ट: अमृतसर के प्रमुख मार्गों पर कड़ी नाकाबंदी, भारी पुलिस बल की तैनाती

अमृतसर दिवाली पर्व व बंदी छोड़ दिवस के पावन अवसर पर शहर की शांति व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अमृतसर पुलिस ने व्यापक सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं।पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर, आई.पी.एस. के नेतृत्व में शहर के अंदरूनी और बाहरी रास्तों पर सख्त नाकाबंदी की गई है। 350 अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और प्रत्येक वाहन की गहन जांच की जा रही है, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रोका जा सके। भीड़भाड़ वाले बाजारों में पैदल गश्त और पी.सी.आर. वाहनों की तैनाती बढ़ा दी गई है, जिससे नागरिक बेफिक्र होकर उत्सव मना सकें। आयुक्त भुल्लर ने बताया कि ये सभी इंतजाम शहरवासियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए किए गए हैं। अपराधी तत्वों की किसी भी बुरी मंशा को कुचलने के लिए पुलिस टीमें हाई अलर्ट पर हैं। 1 से 15 अक्तूबर तक 21 हथियार बरामद कर अपराधियों की साजिश को किया नाकाम हाल ही में अमृतसर पुलिस ने अपनी सजगता से बड़ी सफलताएं हासिल की हैं। 1 अक्टूबर 2025 से 15 अक्टूबर 2025 तक विभिन्न अभियानों में 21 से अधिक अवैध हथियार बरामद किए गए, जो सीमा पार से ड्रोन के जरिए तस्करी किए जा रहे थे। इनमें 10 आधुनिक पिस्तौलें, 6 साधारण पिस्तौलें, 3 ग्लॉक पिस्तौलें, 1 एके-47 राइफल और अन्य घातक सामग्री शामिल हैं। इसके अलावा, 500 ग्राम अफीम और बड़ी मात्रा में कारतूस भी जब्त किए गए। ये हथियार गैंगस्टरों को आपूर्ति कर पंजाब में हिंसा भड़काने की साजिश का हिस्सा थे, लेकिन पुलिस की तत्परता ने इस खतरे को टाल दिया। स्निफर डॉग व स्वाट कमांडो की सहायता से बाजारों की तलाशी ली इसी मध्य ए.डी.सी.पी. विशालजीत सिंह के नेतृत्व में ए.सी.पी. सैंट्रल जसपाल सिंह, थाना ई-डिवीजन के इंस्पेक्टर हरमनजीत सिंह और एंटी-सेबोटाज टीमों ने कटरा जैमल सिंह, शास्त्री मार्कीट, कर्मो डीउड़ी और गुरु बाजार का गहन निरीक्षण किया। स्निफर डॉग और स्वाट कमांडो की सहायता से बाजारों की तलाशी ली गई। शहर अंदरुनी और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सफेद वर्दी में पुलिस वाले तैनात किए गए हैं, ताकि वह भीड़ में आम लोगों की तरह रहकर बुरे तत्वों पर नजर रख सके। इसके अतिरिक्त प्रत्येक बाजारों में वहां की एसोसिएशंस के साथ बैठकें की जा रही हैं, ताकि सुरक्षा के मध्य नजर यातायात समस्या किसी प्रकार की रुकावट न बने।  

भगवंत मान ने की ऐतिहासिक पहल, भगत सिंह का अनदेखा वीडियो लाने की तैयारी

पंजाब  पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की दुर्लभ वीडियो फुटेज प्राप्त करने में राज्य सरकार की सहायता के लिए ब्रिटेन के कानूनविदों से समर्थन की अपील की। अपने सरकारी निवास पर इंग्लैंड और वेल्स की बार काउंसिल के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में इस महान शहीद की कोई भी वीडियो रिकॉर्डिंग उपलब्ध नहीं है। उन्होंने बताया कि जानकारी के अनुसार स्कॉटलैंड यार्ड के पास भगत सिंह की दुर्लभ वीडियो फुटेज, विशेष रूप से उनकी गिरफ्तारी और मुकदमे की सुनवाई से संबंधित वीडियो, मौजूद हो सकती हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये वीडियो पूरे भारतवासियों के लिए, विशेष रूप से पंजाबियों के लिए, अत्यंत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि भगत सिंह सभी के दिलों में अपार सम्मान रखते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पहले से ही इन वीडियो फुटेज को प्राप्त करने के प्रयास कर रही है ताकि आने वाली पीढ़ियां उनसे प्रेरणा ले सकें। उन्होंने इंग्लैंड और वेल्स की बार काउंसिल से अपील की कि वे शहीद भगत सिंह की गौरवशाली विरासत को युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनाने के इस मानवीय और जनकल्याणकारी प्रयास में पंजाब सरकार का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस राष्ट्रीय महत्व के मुद्दे की पैरवी में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। एक अन्य मसले पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने ब्रिटिश निवेशकों को पंजाब में निवेश के लिए प्रेरित करने हेतु बार काउंसिल से सहयोग मांगा। उन्होंने बताया कि पंजाब में सूचना प्रौद्योगिकी, खाद्य प्रसंस्करण और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में निवेश की व्यापक संभावनाएँ हैं, जिनका निवेशक भरपूर लाभ उठा सकते हैं। भगवंत सिंह मान ने ब्रिटिश निवेशकों को आगामी मार्च में होने वाले ‘इन्वेस्ट पंजाब सम्मेलन’ में भाग लेने का निमंत्रण दिया। इस अवसर पर इंग्लैंड और वेल्स की बार काउंसिल की चेयर बारबरा मिल्स के.सी., बार की चेयर की सलाहकार प्रीन ढिल्लों-स्टार्किंग्स, कंसल्टेंट मेलिशा चार्ल्स, और बैरिस्टर 4पी.बी. बलजिंदर बाठ सहित अन्य सदस्यों ने मुख्यमंत्री को पूर्ण सहयोग और समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने भगवंत सिंह मान द्वारा राज्य की आर्थिक उन्नति और जनकल्याण सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों की भी सराहना की।

आपके शहर की हवा कितनी सुरक्षित? पंजाब के AQI ने बढ़ाई अलर्ट!

पंजाब पंजाब में मौसम इन दिनों साफ है, लेकिन उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते रातें ठंडी होने लगी हैं। वहीं, राज्य के कई हिस्सों में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक बना हुआ है। बीते 24 घंटों में अधिकतम तापमान में करीब 0.5 डिग्री की हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि न्यूनतम तापमान लगभग 0.7 डिग्री गिरा है। राज्य के वायु प्रदूषण स्तर में खास सुधार नहीं देखा गया। स्थिति स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मानी जा रही है। वायु गुणवत्ता जांच केंद्रों के आंकड़ों के अनुसार, पंजाब के केवल अमृतसर और बठिंडा में AQI 100 से नीचे रहा, जिससे वहां की हवा अपेक्षाकृत बेहतर रही। इसके विपरीत, रूपनगर में प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया, जहां अधिकतम AQI 500 दर्ज किया गया। अन्य शहरों की हवा मध्यम श्रेणी (येलो जोन) में रही।  जालंधर:  एवरेज 135, अधिकतम-247 खन्ना:   एवरेज 151, अधिकतम-245 लुधियाना:  एवरेज-110, अधिकतम-120 मंडी गोबिंदगढ़:  एवरेज-185, अधिकतम-224 अमृतसर:  एवरेज-63, अधिकतम-59 पटियाला:  एवरेज-109, अधिकतम-120 रूपनगर:  एवरेज-101, अधिकतम-500 बठिंडा:  एवरेज-88, अधिकतम-127 इसके अलावा पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक 15 सितंबर से 16 अक्टूबर 2025 तक राज्य में पराली जलाने के केवल 188 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही अगर हम गर्मी की बात करें तो बठिंडा  राज्य का सबसे गर्म शहर बना हुआ है और गुरदासपुर सबसे ठंडा इलाका बना हुआ है। लेकिन मौसम साफ होने के बावजूद प्रदूषण का स्तर चिंताजनक बना हुआ है। 

एक IPS अफसर के राज़: 50 से अधिक प्रॉपर्टी डीड, लॉकर की चाबियां और करोड़ों के दस्तावेज बरामद

पंजाब  पंजाब पुलिस के रोपड़ रेंज के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर के फार्महाउस से अकूत दौलत की बरामदगी और उनकी गिरफ्तारी के बाद पूरा डिपार्टमेंट सवालों के घेरे में है। 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी ने आखिर इतनी दौलत कैसे जमा की? इसका एक ही जवाब है जबरदस्त भ्रष्टाचार। आईपीएस भुल्लर की कोठी से कम से कम 50 संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं जो कि उनके परिवार या फिर करीबियों के नाम पर हैं। इसके अलावा साढ़े सात करोड़ कैश, ढाई किलो सोना, 26 लग्जरी घड़ियां जिनमें रोलेक्स और राडो शामिल हैं। चार हथियार और 100 जिंदा कारतूस भी उनके ठिकाने से मिली हैं। कई बैंक अकाउंट और लॉकर की चाबियां आईपीएस भुल्लर के कई लॉकर की चाबियां और अकाउंट्स की डीटेल भी सीबीआई को मिली है। लुधियाना के पास समराला स्थिति भुल्लर के फार्महाउस से 5.7 लाख रुपये और शराब की 108 बोतलें मिलीं। इसके अलावा भुल्लर की मदद करने वाले और बिचौलिये का काम करने वाले किरशानू शारदा के पास से 21 लाख रुपये और कई संदिग्ध दस्तावेज पाए गए हैं। भुल्लर और किरशानू दोनों को 31 अक्टूबर तक की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। आईपीएस भुल्लर पर आरोप है कि उन्होंने एक शख्स की एफआईआर हटवाने के लिए 4 लाख रुपये रिश्वत और हर महीने निश्चित रकम देने की मांग की थी। इसके बाद उन्होंने ही यह रिश्वत बढ़ाकर 8 लाख रुपये कर दी। 16 अक्टूबर को एक ऑडियो टेप के आधार पर भुल्लर और किरशानू को गिरफ्तार किया गया था। शारदा को पांच लाख रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। शारदा ने कबूल किया कि वह भुल्लर के लिए ही यह रिश्वत लेता है। एक कॉल रिकॉर्ड की गई थी जिसमें भुल्लर किरशानू से कह रहे थे कि बाकी की रकम भी लेकर उनके ऑफिस पहुंचा दें। भुल्लर ने वॉट्सऐप कॉ पर किरशानू से कहा, 8 फड़ने ने 8, जिना देंदा नाल नाल फड़ी चल, ओहनू केहदे 8 कर दे पूरा। बाद में शारदा ने शिकायतकर्ता से कहा, एद्दा कहना पता की है, कहंदा है अगस्त दा नहीं आया, सितंबर दा नहीं आया। बाद में वेरिफाई किया गया कि बातचीत के लिए इस्तेमाल किया गया मोबाइल नंबर आईपीएस भुल्लर का ही है।  

CBI की कार्रवाई में DIG भुल्लर की करोड़ों की संपत्ति बरामद, 14 दिन की न्यायिक हिरासत

चंडीगढ़ पंजाब पुलिस के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. गुरुवार को पुलिस उप महानिरीक्षक (रोपड़ रेंज) भुल्लर को 8 लाख रुपए के रिश्वत के एक मामले में जांच के दौरान सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. उनके चंडीगढ़ के सेक्टर 40 स्थित घर से 5 करोड़ रुपए नकद, 1.50 किलो सोना, अचल संपत्तियों के दस्तावेज, दो लग्जरी कारों की चाबियां, 22 लग्जरी घड़ियां, लॉकर की चाबियां, 40 लीटर विदेशी शराब, एक डबल बैरल बंदूक, एक पिस्तौल, एक रिवॉल्वर और एक एयरगन सहित भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ था. जानकारी के मुताबिक, यह मामला एक कबाड़ व्यापारी की शिकायत के बाद सामने आया है. फतेहगढ़ साहिब के मंडी गोबिंदगढ़ के स्क्रैप कारोबारी आकाश बट्टा ने सीबीआई में शिकायत दी कि डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर ने उनके खिलाफ 2023 में दर्ज एफआईआर को निपटाने के लिए 8 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी. इस शिकायत में बताया गया कि भुल्लर ने यह डील अपने बिचौलिए किरशनु के जरिए तय कराई थी. यही नहीं उन्होंने व्यापारी से यह भी कहा था कि यह सेवा-पानी हर महीने देना होगा, वरना पुलिस उनके स्क्रैप कारोबार में फर्जी केस डाल देगी. 16 अक्टूबर को दर्ज एफआईआर में लिखा है कि 11 अक्टूबर को चंडीगढ़ के सेक्टर 9-डी मार्केट में हुई एक रिकॉर्डेड व्हाट्सएप कॉल में डीआईजी भुल्लर अपने बिचौलिए किरशनु को निर्देश देते सुने गए. उन्होंने उससे कहा, ''8 फाड़ने ने 8. जिन्ना देंदा नाल नाल फाड़ी चल, ओहनु कहे 8 कर दे पूरा."' यानी उन्होंने बिचौलिए को साफ निर्देश दिया कि शिकायतकर्ता से 8 लाख रुपए वसूल करो. इस पर किरशनु ने आगे व्यापारी से कहा, ''एड्डा कहना पता की है. कहना है अगस्त दा नी आया, सितंबर दा नी आया.'' यानी डीआईजी रिश्वत को महीने वसूलने की तैयारी में थे. सीबीआई की जांच में यह भी पाया गया कि मोबाइल कॉल में जो नंबर इस्तेमाल हुआ, वो भुल्लर के नाम से पंजीकृत था. जांच टीम ने कॉल रिकॉर्डिंग और स्टेटमेंट्स का मिलान कर यह निष्कर्ष निकाला कि रिश्वत की मांग न सिर्फ स्पष्ट थी, बल्कि उसका सौदा भी पक्का हो चुका था. इस आधार पर सीबीआई ने बिचौलिए किरशनु को भी गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से 21 लाख रुपए नकद बरामद हुए. उससे पूछताछ के बाद डीआईजी को भी गिरफ्तर कर लिया गया. दोनों को सीबीआई कार्यालय चंडीगढ़ ले जाया गया. यहां आज दोनों अदालत में पेश किया गया. सीबीआई जांच के दौरान यह भी साबित हुआ कि डीआईजी भुल्लर ने अपने सहयोगी के जरिए से शिकायतकर्ता से 8 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने की सहमति दी थी. यह रिश्वत 2023 की एफआईआर को निपटाने और उसके बाद स्क्रैप कारोबार में बिना पुलिस हस्तक्षेप के काम जारी रखने के एवज में दी जा रही थी. हरचरण सिंह भुल्लर नवंबर 2024 में डीआईजी (रोपड़ रेंज) बनाए गए थे. उनके अधिकार क्षेत्र में मोहाली, रूपनगर और फतेहगढ़ साहिब जैसे अहम जिले शामिल थे. वो पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक एम.एस. भुल्लर के बेटे हैं. उन्होंने करियर में कई अहम जिम्मेदारियां संभालीं. वे डीआईजी (पटियाला रेंज), संयुक्त निदेशक सतर्कता ब्यूरो और जगराओं, मोहाली, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, खन्ना, होशियारपुर और गुरदासपुर में एसएसपी रह चुके हैं. इन्होंने ही साल 2021 में शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ दर्ज ड्रग्स केस की जांच करने वाले विशेष जांच दल का नेतृत्व किया था. उस वक्त वे पंजाब सरकार के नशा विरोधी अभियान 'युद्ध नशिया विरुद्ध' में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे थे. कभी माफिया पर शिकंजा कसने वाले अफसर पर अब वसूली का जाल बुनने का आरोप है.

भ्रष्टाचार की चमक: DIG के घर छापा, सोना-हीरा, लग्जरी कारें और कैश गिनने को लगीं 3 मशीनें

चंडीगढ़ पंजाब के पुलिस विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के भ्रष्टाचार के मामले ने तूल पकड़ लिया है। रोपड़ रेंज के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) हर्चरण सिंह भुल्लर को केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। इससे शुरू हुई जांच में उनके खिलाफ ऐसे राज़ सामने आए हैं, जिनसे भ्रष्टाचार की गहराई और बड़े पैमाने का अहसास होता है। CBI की छापेमारी के दौरान भुल्लर के घर और कार्यालय से करोड़ों की नगदी, 1.5 किलो सोना, लग्जरी घड़ियां, महंगी कारों की चाबियां, विदेशी शराब और हथियार बरामद हुए हैं। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि भुल्लर ने पंजाब के कई शहरों और हिमाचल के सोलन में भी बड़ी संपत्तियों में निवेश किया है, जो उनकी काले धन की संपत्ति का प्रमाण है। रिश्वतखोरी की गुत्थी कैसे खुली? मंडी गोबिंदगढ़ के बिजनेसमैन आकाश बत्ता ने 11 अक्टूबर को CBI को शिकायत दी कि DIG भुल्लर ने उनके खिलाफ दर्ज एक पुरानी FIR (थाना सिरहिंद, नंबर 155/2023) को दबाने के लिए 8 लाख रुपये की मांग की है। इसके साथ ही मासिक तौर पर 5 लाख रुपए की रिश्वत भी मांगी गई, जिसे ‘सेवा-पानी’ कहा गया। जब व्यापारी ने पैसे देने से मना किया तो भुल्लर ने धमकाया कि झूठे केस में फंसा देंगे और उसका कारोबार चौपट कर देंगे। बिजनेसमैन ने CBI से संपर्क कर मदद मांगी, जिसके बाद एजेंसी ने एक जाल बिछाया। सीबीआई ने 11 अक्टूबर को हुई एक व्हाट्सएप कॉल रिकॉर्ड की, जिसमें DIG अपने दलाल कृष्णु को स्पष्ट रूप से 8 लाख रुपये की वसूली के निर्देश देते हुए सुने गए। कार्रवाई और जबरदस्त छापेमारी व्यापारी की तरफ से रिश्वत की पहली किश्त के रूप में 5 लाख रुपए देने के वक्त CBI ने भुल्लर को रंगे हाथों दबोच लिया। इसके बाद पंजाब और चंडीगढ़ में उनकी कई जगहों पर छापेमारी की गई। तलाशी के दौरान मिली चीजें देख अधिकारी भी दंग रह गए:- -लगभग 5 करोड़ रुपये नकद जिसे गिनने के लिए तीन नोटों की मशीनें मंगानी पड़ी -1.5 किलो सोना और हीरे। -22 लग्जरी घड़ियां। -मर्सिडीज और ऑडी जैसी महंगी कारों की चाबियां। -40 लीटर विदेशी शराब की बोतलें। -डबल बैरल गन, पिस्तौल, रिवॉल्वर, एयरगन और गोला-बारूद। -कई संपत्तियों के कागजात और ताले की चाबियां। -दलाल कृष्णु के पास से ₹21 लाख नकद। भ्रष्टाचार की गहरी साज़िश CBI की FIR में साफ लिखा गया है कि भुल्लर ने अपने दलाल के जरिए अवैध वसूली का नेटवर्क बनाया था। न केवल एक बार, बल्कि लगातार मासिक रिश्वत की मांग की जा रही थी। कॉल रिकॉर्ड और शिकायत की पुष्टि से यह पूरी साज़िश बयां हो गई। कौन हैं हर्चरण सिंह भुल्लर? हर्चरण सिंह भुल्लर आईपीएस के 2007 बैच के अधिकारी हैं और पंजाब के पूर्व DGP मेहल सिंह भुल्लर के पुत्र। उन्होंने पटियाला रेंज के DIG के रूप में काम किया है और विजिलेंस ब्यूरो में संयुक्त निदेशक का पद संभाला है। वे कई जिलों में SSP भी रह चुके हैं। भुल्लर ने 2021 में शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ ड्रग मामले की जांच के लिए गठित SIT का नेतृत्व भी किया था। पंजाब सरकार के नशा विरोधी अभियान में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लेकिन अब उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों ने उनकी छवि को धूमिल कर दिया है। जांच अभी जारी, और खुलासे हो सकते हैं CBI सूत्रों के मुताबिक अभी जांच पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। एजेंसी भुल्लर के बैंक खातों, उनके और उनकी पत्नी की संपत्तियों की भी गहन जांच कर रही है। सूत्रों का कहना है कि पकड़ी गई रकम इससे भी ज्यादा हो सकती है। अब जांच यह भी पता लगाएगी कि किन-किन व्यापारियों से और किस तरह से अवैध वसूली की गई।

दिवाली से पहले बड़ा फैसला: पटाखों की बिक्री पर लगा सख्त प्रतिबंध

फिरोजपुर  लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर भारती नागरिक एक्ट 2023 की धारा 163 के तहत प्राप्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अमित सरीन ने फिरोजपुर जिले के बाजारों में किसी भी प्रकार के तेज आवाज वाले पटाखों, आतिशबाजी आदि के (अनधिकृत) निर्माण, भंडारण, खरीद-बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने जिले में पटाखों की बिक्री/खरीद के लिए स्थान निर्धारित किए हैं। पटाखा विक्रेताओं द्वारा फिरोजपुर शहर में ओपन ग्राउंड आईटीआई (लड़के), फिरोजपुर कैंट में ओपन ग्राउंड मनोहर लाल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, ममदोट में स्टेशन बीएसएफ ग्राउंड ममदोट के पास, तलवंडी भाई में ओपन ग्राउंड सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़के), जीरा में ओपन ग्राउंड श्री गुरदास राम मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल और जीरा में ओपन ग्राउंड श्री जीवन मल्ल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मल्लांवाला में ओपन ग्राउंड श्री सुखविंदर सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मक्खू में सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़के), गुरुहरसहाय में गुरु रामदास स्टेडियम, मक्खू में सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़के) में पटाखे बेचे जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि पटाखे बेचने का समय सुबह 10.00 बजे से शाम 7.30 बजे तक रहेगा। इसके अलावा फिरोजपुर के भीतर किसी अन्य स्थान का उपयोग पटाखों और आतिशबाजी की खरीद/बिक्री के लिए नहीं किया जा सकता है और केवल हरित पटाखों (जिनमें बोरॉन लवण या एंटीमनी, लिथियम, पारा, आर्सेनिक, सीसा या स्ट्रोंटियम क्रोमेट का मिश्रण इस्तेमाल नहीं किया जाता है) के इस्तेमाल की अनुमति है। उपरोक्त स्थानों को धूम्रपान निषेध क्षेत्र घोषित किया गया है। पंजाब सरकार के विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण विभाग के निर्देशानुसार, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने फिरोजपुर जिले में पटाखे फोड़ने का समय निर्धारित किया है: 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) दिवाली पर रात्रि 8.00 बजे से 10.00 बजे तक, 5 नवंबर 2025 गुरुपर्व (बुधवार) के अवसर पर प्रात: 4 बजे से 5 बजे तक (एक घंटा) और रात्रि 9 बजे से 10 बजे तक (एक घंटा), 25-26 दिसंबर 2025 (गुरुवार, शुक्रवार) क्रिसमस पर रात्रि 11.55 बजे से 12.30 बजे तक, तथा 31 दिसंबर 2025-01 जनवरी 2026 (बुधवार, गुरुवार) को रात्रि 11.55 बजे से 12.30 बजे तक। शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों, न्यायालयों, धार्मिक स्थलों आदि जैसे शांत क्षेत्रों के आस-पास पटाखे फोड़ने और आतिशबाजी करने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।