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मौसम का कहर: यूपी में तीन दिन तक बरसेंगे बादल, पड़ोसी राज्यों का हाल भी जानें

नई दिल्ली  देशभर में मॉनसून का दूसरा फेज चल रहा है। आने वाले दिनों में मॉनसून की वापसी होने लगेगी, इससे पहले जमकर बारिश हो रही है। उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से लेकर पश्चिम भारत तक भारी बरसात हो रही है। उत्तर प्रदेश में 11-13 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, उत्तरी गुजरात और उससे सटे दक्षिण पश्चिम राजस्थान पर दबाव की वजह से आठ सितंबर तक राजस्थान और गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। सात सितंबर को उत्तरी गुजरात और सौराष्ट्र व कच्छ में असाधारण रूप से भारी बारिश होने की संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत के मौसम की बात करें तो सात सितंबर को जम्मू संभाग, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ, सात, 8 और 13 सितंबर को उत्तराखंड, 12 और 13 सितंबर को उत्तर प्रदेश, 11-13 तारीख के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होने वाली है। पूर्वी और मध्य भारत की बात करें तो 7, 8, 10 और 13 सितंबर को ओडिशा में कुछ जगहों पर भारी बारिश, 11-12 सितंबर के दौरान भारी से बहुत भारी बरसात की संभावना है। सात तारीख को पश्चिमी मध्य प्रदेश, 7, 8, 13 सितंबर को पूर्वी मध्य प्रदेश, 11 और 12 सितंबर को विदर्भ, सात और 10-13 सितंबर के दौरान छत्तीसगढ़, 7-13 सितंबर के दौरान उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, 9-11 सितंबर के दौरान बिहार में अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने वाली है। इसके अलावा, पूर्वोत्तर भारत की बात करें तो 7, 10, 11 सितंबर को नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, सात और 10 सितंबर को अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय में भारी बारिश की संभावना है। 11-13 सितंबर के दौरान असम, मेघालय, अरुााचल प्रदेश, 12, 13 सितंबर को नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।  

MP Weather Update: मालवा-निमाड़ अंचल में मूसलाधार बारिश की चेतावनी, प्रशासन सतर्क

भोपाल बारिश के सीजन के ढाई माह बीतने के बाद भी मालवा-निमाड़ क्षेत्र का कंठ प्यासा रह गया था। किसान आसमान ताक-ताक रहे थे। इसी दौरान अगस्त के अंतिम सप्ताह से अब तक इंद्र देवता मेहरबान रहे। मालवा-निमाड़ क्षेत्र में भी पर्याप्त बारिश (Rain in MP) हुई। उधर, भोपाल का बड़ा तालाब भी लबालब हो गया है। इसके चलते शनिवार को भदभदा के गेट खोल दिए गए। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रविवार को भी मालवा-निमाड़ क्षेत्र में तेज बारिश (MP Ka Mausam) होने की संभावना है। शनिवार को सुबह साढ़े आठ से शाम साढ़े पांच बजे तक बैतूल में नौ, गुना में छह, भोपाल में पांच, नर्मदापुरम में चार, पचमढ़ी एवं रतलाम में तीन, मलाजखंड में दो मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। ऐसा है मौसम का हाल मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में गहरा कम दबाव का क्षेत्र दक्षिणी राजस्थान के मध्य में बना हुआ है। रविवार को इसके दक्षिणी राजस्थान और उससे लगे गुजरात पहुंचकर अवदाब के क्षेत्र में बदलने की संभावना है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर से गहरे कम दबाव के क्षेत्र से गुना, दमोह, पेंड्रा रोड, संबलपुर, गोपालपुर से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। एक अन्य द्रोणिका राजस्थान पर बने गहरे कम दबाव के क्षेत्र से होकर झारखंड तक बनी हुई है, जो मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि गहरे कम दबाव के क्षेत्र के अवदाब में परिवर्तित होने से राजस्थान और गुजरात से लगे मध्य प्रदेश के जिलों में बारिश का सिलसिला रविवार-सोमवार को भी बना रह सकता है। इस दौरान एक-दो स्थानों पर भारी बारिश भी हो सकती है। प्रदेश के शेष क्षेत्रों में भी हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। रतलाम में 24 घंटे में सर्वाधिक 128 मिमी बारिश 24 घंटों के दौरान शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक रतलाम में 128 मिमी (5.3 इंच), उज्जैन में 63.4, इंदौर में 47.4, सीधी में 38.6, खंडवा एवं शिवपुरी में 26, ग्वालियर में 20.3, खरगोन में 16, रायसेन में 8.6, नर्मदापुरम में 8.4, भोपाल एवं श्योपुर में 5.2, गुना में पांच मिमी. बारिश हुई।

बारिश से तबाही, राजस्थान में बाढ़ और हादसे, 13 जिलों में सतर्कता

जयपुर राजस्थान में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। बंगाल की खाड़ी में लो-प्रेशर सिस्टम बनने के बाद प्रदेश में लगातार बरसात का दौर जारी है। मौसम विभाग ने अगले चार दिन तक बारिश के आसार जताए हैं। 3 सितंबर को झालावाड़, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा में भारी बरसात का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि चित्तौड़गढ़, बूंदी, कोटा, बारां, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, दौसा और अलवर में यलो अलर्ट रहेगा। लगातार हो रही बरसात से प्रदेश के कई जिलों में हादसे सामने आए हैं। जालोर, सिरोही, दौसा, जोधपुर और प्रतापगढ़ सहित कई जगहों पर हालात बिगड़े। दौसा जिले के लालसोट क्षेत्र में नालावास डैम टूटने से जयपुर के कई गांव डूब गए। कोटखावदा और चाकसू तहसील के पांच से ज्यादा गांव पानी से प्रभावित हुए। सैकड़ों लोग बांध के पानी में फंस गए। प्रतापगढ़ में भीषण बरसात के बीच एक शिक्षक पुलिया से माही नदी में गिर गया। वहीं, सवाई माधोपुर में बांध पर स्टंट कर रहा युवक बह गया। जोधपुर के तिंवरी इलाके में मंगलवार सुबह एक मकान अचानक ढह गया। पाली जिले के सोजत-बिलाड़ा स्टेट हाईवे पर मंडला गांव के पास नदी का पानी सड़क पर चढ़ गया और एक ट्रक फंस गया। उधर, जालोर के आहोर क्षेत्र में सोमवार शाम तीन बाइक सवार एक बरसाती नाले में बह गए। इनमें से दो लोगों को बचा लिया गया, जबकि एक युवक की तलाश जारी है। लालसोट के नालावास डैम के टूटने के बाद हालात सबसे ज्यादा गंभीर बने। बांध का पानी तेजी से गांवों में घुस गया, जिससे खेत-खलिहान जलमग्न हो गए। कई घरों में पानी भर गया और लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन ने रेस्क्यू शुरू किया। प्रभावित गांवों में हालात बिगड़ते देख पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटे में कई जगहों पर भारी बरसात दर्ज की गई। दौसा जिले के नांगल राजावतान में 53 मिमी, रामगढ़ पचवारा में 50, राहुवास में 31 और लवाण में 30 मिमी बारिश हुई। भरतपुर के सीकरी और नदबई में 29-29 मिमी, नागौर के नावां में 35, जयपुर के तूंगा में 34, करौली के सपोटरा में 30, अलवर के तिजारा में 25, गोविंदगढ़ में 32 और बहरोड़ में 29 मिमी बरसात दर्ज की गई। बारां जिले के शाहबाद में 33, सवाई माधोपुर के गंगापुर सिटी में 34 और तलवाड़ा में 30 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इन आंकड़ों से साफ है कि प्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में सबसे ज्यादा बरसात हुई है। मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि मानसून ट्रफ वर्तमान में बीकानेर, जयपुर, दतिया, सीधी और पुरी होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। इसके अलावा एक अन्य ट्रफ पंजाब, हरियाणा और नॉर्थ-ईस्ट राजस्थान से गुजर रही है। इसी कारण प्रदेश में बरसात का दौर तेज हुआ है। उन्होंने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर लो-प्रेशर सिस्टम बना है, जिसके चलते राजस्थान में सात सितंबर तक लगातार बारिश का सिलसिला बना रहेगा। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इस दौरान नदियों-नालों और बांधों के उफान पर आने की संभावना है, जिससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। भारी बारिश और हादसों के मद्देनजर प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। नदियों और बांधों के पास जाने से मना किया गया है। कई जिलों में स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है और राहत-बचाव दल अलर्ट पर हैं। ग्रामीण इलाकों में पानी भरने से बिजली व्यवस्था और यातायात भी प्रभावित हुआ है। बारिश से एक ओर जहां किसानों को राहत मिली है, वहीं दूसरी तरफ लगातार हो रही बरसात अब लोगों के लिए आफत बन गई है। आने वाले दिनों में मौसम का यही मिजाज बना रहा तो हालात और बिगड़ सकते हैं।

मध्य प्रदेश में बारिश का कोटा फुल, 17 जिलों में जारी है मूसलाधार बारिश

 भोपाल  मध्य प्रदेश में दो स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव होने की वजह से लगातार तेज बारिश का दौर चल रहा है। सोमवार को प्रदेश के 17 जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इनमें इंदौर, उज्जैन, देवास, सीहोर, खरगोन, खंडवा, हरदा, बुरहानपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी और अनूपपुर शामिल हैं। यहां अगले 24 घंटे में ढाई से साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है। भोपाल में सुबह से ही बारिश का दौर जारी है। 2 और 3 सितंबर को भी तेज बारिश की चेतावनी है। वहीं, 4 सितंबर को ग्वालियर-चंबल में तेज बारिश का अलर्ट है।  इंदौर और उज्जैन संभाग में अगले 3 दिन भारी बारिश का अलर्ट है। मध्य प्रदेश में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है यहां 37.8 डिग्री पानी गिर चुका है। इसलिए हो रही प्रदेश में तेज बारिश मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया- प्रदेश के बीचोंबीच से एक मानसून टर्फ गुजर रही है। वहीं, रविवार को तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) की एक्टिविटी भी बनी रही। इस वजह से कई जिलों में तेज बारिश का दौर रहा। सोमवार को भी सिस्टम की एक्टिविटी देखने को मिलेगी। रतलाम में 1 इंच से ज्यादा बारिश मध्यप्रदेश में रविवार को बारिश का दौर जारी रहा। 18 से अधिक जिलों में पानी गिरा। रतलाम में सबसे ज्यादा 1 इंच पानी गिर गया। गुना में पौन इंच और पचमढ़ी में आधा इंच बारिश हुई। भोपाल, इंदौर, शाजापुर, उज्जैन, छतरपुर, दतिया, मुरैना, रायसेन, विदिशा, सीहोर, बैतूल, गुना, पचमढ़ी, रतलाम, छिंदवाड़ा, सतना, सीधी में भी बारिश का दौर जारी रहा। प्रदेश में बारिश का कोटा पूरा मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश में अब तक 37.1 इंच बारिश हो चुकी है। शनिवार-रविवार की रात में हुई बारिश से आंकड़ा बढ़ गया। पिछले मानसूनी सीजन में औसत 44 इंच बारिश हुई थी। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। इस बार बारिश के मामले में गुना सबसे बेहतर है। यहां 55.4 इंच बारिश हो चुकी है। गुना में 24 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है। मंडला में 54 इंच बारिश हो चुकी है। श्योपुर में साढ़े 51 इंच, अशोकनगर में 51.1 इंच और रायसेन में 50.5 इंच पानी गिरा है। वहीं, सबसे कम बारिश वाले 5 जिले इंदौर और उज्जैन संभाग के हैं। शाजापुर में सबसे कम 21 इंच बारिश हुई है। इंदौर में 

मौसम चेतावनी: जयपुर और आसपास अगले 3 दिन भारी बारिश की संभावना

जयपुर राजस्थान में मानसून एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। प्रदेश में शनिवार को कई जिलों में जोरदार बारिश दर्ज की गई। राजधानी जयपुर में देर रात शुरू हुआ बारिश का दौर रविवार सुबह तक चला। सड़कें तालाब बन गईं। मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले 3 दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आज रविवार को प्रदेश के 37 जिलों में अलर्ट जारी हुआ है। इनमें सिरोही, जालौर और पाली में अति भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। वहीं तात्कालिक चेतावनी के तौर पर अगले 3 घंटों के लिए अलवर और भरतपुर में भी अति भारी वर्षा का ओरेंज अलर्ट जारी हुआ है। जोधपुर में भारी बारिश पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बरसात 111MM जोधपुर के पास चामू में दर्ज हुई। जोधपुर के ही तिंवरी में 88MM, शेखला में 78MM, बालेसर में 75MM, ओसियां में 45MM, लोहावट में 53MM, देचू में 50MM, बाड़मेर के समदड़ी में 95MM, सिवाना में 50MM, भीलवाड़ा के कच्छौला में 51MM, हनुमानगढ़ के टिब्बी में 70MM, हनुमानगढ़ शहर में 52MM, तलवाड़ा झील में 40MM बरसात हुई। इसके अलावा जालौर के भीनमाल में 58MM, झालावाड़ के मनोहरथाना में 48MM, अकलेरा में 30MM, प्रतापगढ़ की छोटी सादड़ी में 102MM, प्रतापगढ़ शहर में 40MM, बारां में 63MM, सिरोही के माउंट आबू में 75MM, सिरोही शहर में 65MM, श्रीगंगानगर के हिंदूमलकोट में 64MM, श्रीगंगानगर शहर में 88MM और उदयपुर के वल्लभनगर में 45MM बरसात दर्ज हुई। इन जिलों के अलावा पाली, चूरू, जैसलमेर, कोटा, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, बीकानेर समेत अन्य कई जिलों में बरसात हुई। अगले कुछ दिन अधिकांश जिलों में बारिश की संभावना मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक मानसून ट्रफ वर्तमान में बीकानेर, कोटा, सिवनी (एमपी), दुर्ग (छत्तीसगढ़), भवानीपटना (ओडिशा), गोपालपुर (ओडिशा) होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। राज्य में अगले कुछ दिन अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं तेज बारिश का दौर जारी रहने की संभावना जताई है। इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जयपुर मौमस केंद्र ने आज बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, चित्तौड़गढ़, दौसा, डीग, धौलपुर, डूंगरपुर, झालवाड़, करौली, कोटा, राजसमंद, सलूंबर, सवाई माधोपुर, उदयपुर, डीडवाना-कुचामन, जोधपुर, नागौर और फलौदी में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

दिल्ली में भारी बरसात, उत्तर भारत के अन्य राज्यों का मौसम कैसा रहेगा?

नई दिल्ली देशभर में मानसून का दौर जारी है। दिल्ली-एनसीआर, हिमाचल और उत्तराखंड से लेकर केरल तक में झमाझम बारिश हो रही है। महाराष्ट्र में लगातार कई दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसके कारण जन जीवन अस्त-व्यत है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले सात दिनों तक हिमाचल और उत्तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में 24 से लेकर 26 अगस्त के बीच भारी बारिश होने के आसार जताए गए हैं।   दिल्ली-एनसीआर का मौसम दिल्ली-एनसीआर में पिछले कई दिनों से बारिश का दौरा जारी है। 24 अगस्त को सुबह से ही हल्की बारिश देखी गई, जिससे उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, 25 अगस्त को दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके साथ ही तापमान में 2 से 4 डिग्री तक की कमी आ सकती है। उत्तर प्रदेश का मौसम उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिनों से लगातार बारिशा हो रही है, जिससे मौसम सुहाना हो गया है। मौसम विभाग ने 25 अगस्त के लिए भी राज्य में बारिश होने का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके बाद बारिश का क्रम कुछ दिनों के लिए रुक जाएगा। बारिश बंद होने से लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, 29 अगस्त के आसपास एक बार फिर मौसम करवट लेगा और 29-30 अगस्त को एक बार फिर मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। बिहार में कैसा रहेगा मौसम? बिहार में अभी भी मानसून एक्टिव है। पटना समेत कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई है। रविवार को पटना, गया, औरंगाबाद, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास, जहानाबाद, अरवल, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, बेगुसराय, जमुई, मुंगेर, बांका, भागलपुर और खगड़िया समेत 29 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। उत्तराखंड में कैसा रहेगा मौसम? उत्तराखंड में बारिश ने इस बार भारी तबाही मचाई है। राज्य में गुरुवार को भारी बारिश के कारण पहाड़ियों से पत्थर और मलबा गिरने के कारण नदी का प्रवाह अवरुद्ध हो गया, जिससे एक अस्थायी झील बन गई। मौसम विभाग के अनुसार, 25 अगस्त को राज्य के कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, टेहरी और उत्तरकाशी जिलों में भूस्खलन की आशंका है। हिमाचल में कैसा रहेगा मौसम? मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में 24 अगस्त को भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। जम्मू, कठुआ, मंडी, शिमला और पठानकोट जिलों में तेज बारिश होने की संभावना है।

तेज बारिश से पंजाब बेहाल, कई गांवों की सड़कें बंद, खतरे का अलर्ट जारी

दीनानगर  जहां पिछले दिनों पहाड़ों पर लगातार बारिश के कारण जलस्तर काफी बढ़ गया था, जिसके चलते प्रशासन ने पिछले हफ्ते भी रावी नदी में लगभग डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। आज फिर से लगातार बारिश के कारण आज 2 लाख 70 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से रावी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया और दूसरी तरफ के गांवों में आने-जाने के लिए नाव सुविधा भी बंद कर दी गई। जलस्तर इतना बढ़ गया है कि नदी के बाहर से पानी आने लगा है, जिसके चलते आस-पास के खेतों और गांव मकौड़ा जाने वाले रास्ते तक पानी पहुंच गया है, जिसके चलते प्रशासन ने आस-पास के गांवों के सरपंचों को गांवों में अलर्ट जारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि रावी नदी के पास सुनसान इलाके में जो गुज्जर समुदाय का डेरा है और लोगों का डेरा है, वे अपने डेरे छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं क्योंकि जलस्तर अभी भी काफी हद तक बढ़ सकता है। इस बीच जब इस संबंध में एस.डी.एम. दीनानगर जसपिंदर सिंह भुल्लर से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि जलस्तर फिर बढ़ने के कारण आज नदी में पानी छोड़ा गया है, जिसके चलते नदी के आस-पास के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बाकी इलाके के लोगों से अपील है कि वे बिना किसी काम के नदी की तरफ न जाएं। प्रशासन इस पर कड़ी नजर रखे हुए है। अगर किसी भी तरह की बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होती है, तो प्रशासन ने सभी अप्रत्याशित प्रबंध कर लिए हैं और लोगों के ठहरने के लिए राहत शिविरों की व्यवस्था भी पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि लोगों की जान-माल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सभी तरह की जरूरतमंद टीमों को सख्त आदेश जारी किए हैं, जो नदी के आस-पास के इलाकों पर पूरी तरह से नजर रखेंगी और लोगों के साथ समन्वय बनाए रखेंगी। बाकी लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए सभी तरह के इंतजाम पूरे कर लिए हैं।

24 जिलों में आज भारी बारिश की चेतावनी, रविवार से जारी होगा नया अलर्ट

लखनऊ  यूपी में मानसून एक बार फिर से लौट आया है। मौसम विभाग ने शनिवार को 24 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।  उत्तर प्रदेश में मानसून के दोबारा सक्रिय होने से माैसम ने करवट ली है। माैसम विभाग ने 25 अगस्त तक प्रदेश के विभिन्न इलाकों में रुक-रुक कर कहीं मध्यम तो कहीं भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। शुक्रवार को दक्षिणी, पूर्वी और तराई के इलाके में कहीं हल्की तो कही मध्यम बारिश देखने को मिली।  पूर्वी यूपी के जाैनपुर में सर्वाधिक 80 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं लखीमपुर खीरी और महराजगंज में 70 मिमी बारिश दर्ज की गई। माैसम विभाग ने शनिवार के लिए प्रयागराज, सोनभद्र, वाराणसी, आगरा समेत प्रदेश के 24 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं 59 जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने नये वेदर सिस्टम के असर से यूपी के ज्यादातर इलाकों में अच्छी बारिश के आसार हैं। 24 व 25 अगस्त को बारिश के और जोर पकड़ने के संकेत हैं।   यहां है भारी बारिश का येला अलर्ट बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, लखनऊ, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, गाजीपुर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर व आसपास के इलाकों में। यहां है वज्रपात की आशंका सीतापुर, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर आदि में।   राजधानी में आज से बढ़ेगा बारिश का जोर राजधानी में बीते दो दिनों से माैसम ने करवट ली है। बादलों की सक्रियता बढ़ने से यहां छिटपुट बूंदाबांदी का दाैर जारी है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक अगले दो दिनों तक लखनऊ में हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहने वाला है। 24 व 25 अगस्त को लखनऊ में मध्यम से भारी बारिश की परिस्थितियां बन सकती हैं। शुक्रवार को दोपहर में हजरतगंज, डालीबाग, गोमतीनगर, आलमबाग आदि इलाकों में हल्की फुहारें पड़ीं। दिन भर बादलों की आवाजाही बने रहने से उमस भरी गर्मी में कमी आई। इससे अधिकतम तापमान 0.2 डिग्री की मामूली गिरावट के साथ 33.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं न्यूनतम तापमान एक डिग्री की गिरावट के साथ 26.4 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड हुआ।  

भयानक बारिश की चेतावनी, प्रशासन अलर्ट मोड में, स्कूलों में छुट्टी

लखनऊ  उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में खराब मौसम और तेज बारिश के कारण जिला प्रशासन ने कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों को एक दिन के लिए बंद रखने का फैसला लिया है। यह आदेश सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी सभी विद्यालयों पर लागू होगा। प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया है। चित्रकूट जिला अधिकारी ने बताया कि मौसम विभाग द्वारा अगले 24 घंटों में भारी बारिश, तेज हवाओं और बिजली गिरने की चेतावनी के मद्देनजर यह फैसला किया गया है। वहीं, कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाएं पूर्ववत जारी रहेंगी, लेकिन स्कूल प्रबंधन को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। बीएसए ने सख्त निगरानी के निर्देश दिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने क्षेत्रों में स्कूलों की निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि कोई विद्यालय आदेश की अवहेलना न करे। आदेश का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। स्कूल प्रबंधन को निर्देशित किया गया है कि वे ऑनलाइन क्लासेस शुरू करने पर विचार करें और छुट्टी का सदुपयोग गृहकार्य या प्रोजेक्ट के माध्यम से कराएं। अभिभावकों ने फैसले का किया स्वागत स्कूल बंदी की खबर मिलते ही अभिभावकों ने प्रशासन के फैसले का स्वागत किया। कई माता-पिता का कहना है कि मानसून के मौसम में छोटे बच्चों को स्कूल भेजना खतरनाक हो जाता है। यह फैसला बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी और सराहनीय है। मॉनसून से बिगड़ी व्यवस्था, प्रशासन अलर्ट मोड पर पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश के चलते कई इलाकों में जलभराव और सड़कें फिसलन भरी हो गई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्कूलों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। प्रशासन ने नगर निगम, पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट मोड पर रखा है और हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों तक भारी बारिश, बिजली गिरने और तेज़ आंधी की आशंका जताई है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और बच्चों को सुरक्षित रखें।  

मध्यप्रदेश में बारिश का कहर, 23 जिलों में अलर्ट; भोपाल में झमाझम, नर्मदापुरम में तवा डैम के गेट खुले

भोपाल  मध्यप्रदेश के जबलपुर, रतलाम समेत 23 जिलों में बुधवार को भारी बारिश का अलर्ट है। इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में हल्की बारिश होने के आसार हैं। भोपाल में सुबह से रुक-रुककर पानी गिर रहा है। नर्मदापुरम में तवा डैम के 13 में से 5 गेट 5-5 फीट तक खोले गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून टर्फ, डिप्रेशन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की एक्टिविटी होने से मध्यप्रदेश में अगले चार दिन ऐसा ही मौसम रहेगा। कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश होगी। आज नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, सिवनी, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट है। तवा डैम ओवरफ्लो, 5 गेट से छोड़ा जा रहा पानी मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण तवा डैम का जलस्तर 1164.10 फीट तक पहुंच गया है। डैम के बढ़ते जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने आज बुधवार 20 को सुबह 6:30 बजे से 13 में से 5 गेट को 5-5 फीट तक खोल दिया है। तवा परियोजना संभाग इटारसी के कार्यपालन यंत्री के अनुसार, इन गेटों से लगभग 43,010 क्यूसेक पानी तवा नदी में छोड़ा जा रहा है। यह इस सीजन में दूसरी बार है जब डैम के गेट खोलने पड़े हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए अलर्ट जारी किया है। तवा बांध के जल संग्रहण क्षेत्र में निरंतर वर्षा जारी है। प्रशासन ने तवा और नर्मदा नदी के किनारे बसे गांवों के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्हें नदी के किनारे न जाने की चेतावनी भी दी गई है।तवा डैम के एसडीओ एन के सूर्यवंशी ने स्थिति की पुष्टि करते हुए बताया कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। नर्मदापुरम जिले में बारिश का स्ट्रांग सिस्टम सक्रिय हो गया है। मंगलवार शाम को अच्छी बारिश हुई और बुधवार सुबह से भी लगातार बारिश जारी है। पचमढ़ी और सारणी क्षेत्र में बारिश के कारण तवा डैम का जलस्तर बढ़ रहा है। बुधवार सुबह 6 बजे जलस्तर 1164.10 फीट पहुंचा  मौसम विभाग का अलर्ट मौसम विभाग ने बुधवार और गुरुवार को जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस साल 18 जून को मानसून ने जिले में दस्तक दी थी। जिले का कुल कोटे का 55 प्रतिशत यानी 29 इंच बारिश जुलाई में ही हो चुकी थी। अगस्त माह में अब तक कम बारिश हुई थी। अब तक जिले में औसतन 39 इंच पानी गिर चुका है। मौसम विभाग ने बाकी अगस्त में अच्छी बारिश का अनुमान जताया है, जिससे औसतन बारिश का आंकड़ा बढ़ सकता है। 20 दिन बाद खोले तवा डैम के 5 गेट तवा बांध के जल संग्रहण क्षेत्र में निरंतर बारिश और जल आवक को देखते हुए बुधवार सुबह 6:30 बजे डैम के 5 गेट 5 फीट तक खोले गए। 31 जुलाई को गेट बंद कर दिए गए थे। 20 दिन बाद गेट दोबारा खोले गए हैं। प्रशासन ने लोगों को दी सलाह प्रशासन ने तवा डैम और नर्मदा नदी के किनारे बसे गांवों के लोगों को सतर्क रहने और नदी किनारे न जाने की सलाह दी है। जिले में 38.40 इंच औसत बारिश जिले में 18 जून को मानसून ने दस्तक थी। जून से 19 अगस्त तक जिले में 38.40 इंच औसत बारिश हो चुकी है। जुलाई माह में ही औसतन 29 इंच से ज्यादा बारिश हुई। अगस्त में उम्मीद के मुताबिक अबतक कम बारिश हुई है। मंगलवार को करीब 1 घंटे तक तेज बारिश हुई। शहर में आधा इंच से ज्यादा पानी गिरा। जिससे शहर के जय स्तंभ चौक, गांधी प्रतिमा तिराहे के सामने सड़क पर पानी भरा गया।