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नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर हादसे पर शोक जताया, मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना की प्रकट

मुजफ्फरपुर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थाना क्षेत्र में भीषण सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह दुर्घटना काफी दु:खद है। उन्होंने इस दुर्घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

बागमती के बाद अब बूढ़ी गंडक: मुजफ्फरपुर में मंडराया बाढ़ का खतरा

मुजफ्फरपुर मुजफ्फरपुर जिले में बागमती नदी के बाद अब बूढ़ी गंडक नदी भी उफान पर आ गई है। बागमती नदी जहां पहले से ही खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और तटवर्ती इलाकों में कटाव मचा रही है, वहीं अब शहर के बीच से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक के जलस्तर में भी तेजी से इजाफा देखा जा रहा है। नेपाल और तराई क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण जिले की नदियों में पानी बढ़ गया है, जिससे बाढ़ का खतरा एक बार फिर मंडराने लगा है। बताया जा रहा है कि बागमती नदी ने औराई, कटरा और गायघाट में रौद्र रूप धारण कर लिया है, जबकि अब बूढ़ी गंडक भी उफान पर है और आसपास के इलाकों में पानी फैलने लगा है। स्थिति को देखते हुए शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक लोगों में दहशत का माहौल है। विशेषकर मुजफ्फरपुर शहर क्षेत्र के शेखपुर ढाब, अखाड़ा घाट, नाजीरपुर, लकड़ी ढाई, चंदवारा, आश्रम घाट और सिकंदरपुर जैसे इलाकों में खतरा बढ़ गया है, क्योंकि ये क्षेत्र बूढ़ी गंडक नदी के किनारे बसे हैं। अगर जलस्तर में और वृद्धि हुई, तो शहर के निचले इलाकों में पानी घुसने की संभावना है। जिला प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए अलर्ट मोड अपनाया है। संबंधित विभागों को तटबंधों की निगरानी और मरम्मत का निर्देश दिया गया है। जल संसाधन विभाग और स्थानीय प्रशासन को लगातार मॉनिटरिंग के आदेश दिए गए हैं। इधर, बागमती नदी अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिले के तीन प्रखंडों के कई गांवों में नदी का पानी घुस चुका है। कई स्कूलों में जलभराव होने से पठन-पाठन कार्य बाधित है, जबकि सड़कों पर पानी बहने से आवाजाही प्रभावित हुई है। प्रशासन ने संबंधित प्रखंडों के अंचल अधिकारियों और जल संसाधन विभाग को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया जा सके।

बिहार में हवाई सफर का विस्तार: मुजफ्फरपुर एयरपोर्ट के लिए शुरू हुई प्रक्रिया

रांची बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शनिवार को बताया कि मुज़फ्फरपुर हवाई अड्डे के विकास और उन्नयन की एक महत्वपूर्ण परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गयी है। सम्राट चौधरी ने बयान जारी कर बताया कि इस परियोजना के तहत मौजूदा हवाई अड्डे को कोड-2बी श्रेणी के विमानों के संचालन योग्य बनाया जाएगा। इसके अंतर्गत प्री-फैब स्टील संरचना आधारित टर्मिनल भवन, प्री-इंजीनियडर् एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टावर, प्री-इंजीनियडर् अग्निशमन केंद्र तथा अन्य सहायक भवन और सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। यह संपूर्ण कार्य इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड पर संपन्न किया जाएगा। परियोजना की अनुमानित लागत 28.58 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है। निर्माण कार्य की अवधि 11 माह तय की गई है, एयरपोट्र्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने इस परियोजना के लिए ऑनलाइन ई-टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। क्षेत्रीय संपर्क, निवेश और पर्यटन को मिलेगी नई गति उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि मुज़फ्फरपुर हवाई अड्डे का उन्नयन उत्तर बिहार में हवाई सेवा का विस्तार है। इससे क्षेत्रीय संपर्क, निवेश और पर्यटन को नई गति मिलेगी। साथ ही उत्तर बिहार के लोगों को आधुनिक और बेहतर हवाई सेवा, स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि यह कदम बिहार को विमानन क्षेत्र में नई ऊंचाई प्रदान करेगा और राज्य के आर्थिक तथा सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी और प्रदेश में नीतीश कुमार के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार, बिहार में हवाई सेवा को विश्वस्तरीय बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हाल में ही पटना के लोक नायक जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डा का जहां कायाकल्प हुआ है, वहीं गया हवाई अड्डा को भी अपग्रेड किया गया है। सूबे में उड़ान योजना के तहत दरभंगा और पूर्णिया हवाई अड्डा से देश के अलग-अलग हिस्सों के लिए हवाई सेवा का लाभ बिहार के लोगों को मिल रहा है। और अब इसी कड़ी में मुज़फ्फरपुर हवाई अड्डा का विकास इसे नई उंचाई पर पहुंचाएगा।

मुजफ्फरपुर में आज विशेष आगमन: उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन का माता चामुंडा देवी मंदिर दर्शन

मुज्जफरपुर भारत के नवनियुक्त उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन आज बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में माता चामुंडा देवी के दर्शन और पूजन के लिए आएंगे। उनके आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने दो दिन पहले से तैयारियां शुरू कर दी थीं, जो पूरी कर ली गई हैं। उपराष्ट्रपति कटरा प्रखंड स्थित शक्तिपीठ माता चामुंडा देवी में विशेष आस्था के साथ दर्शन और पूजा-अर्चना करेंगे। यह उनकी दूसरी बार इस मंदिर में आने की जानकारी है। इससे पहले 15 जून 2010 को वे मुजफ्फरपुर आए थे और माता चामुंडा देवी के दर्शन कर चुके हैं। उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद यह उनका पहली बार बिहार का दौरा है। उन्होंने नवरात्रि पर्व के दौरान इस क्षेत्र आने की इच्छा जताई थी, क्योंकि माता चामुंडा देवी के प्रति उनकी विशेष आस्था है। उपराष्ट्रपति दिल्ली से सीधे पटना पहुंचेंगे और वहां से हेलीकॉप्टर के माध्यम से मुजफ्फरपुर आएंगे। दर्शन और पूजन के बाद वे वहीं से वापस लौट जाएंगे। उनके आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल पूरे कर लिए हैं। देर रात तक प्रशासन के आला अधिकारी स्थल का जायजा लेते रहे और हर बिंदु पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई। माता चामुंडा देवी का मंदिर कटरा गढ़ में बागमती और लखनदेई नदियों के संगम पर करीब 85 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इसी स्थान पर माता दुर्गा ने राक्षस चंड और मुंड का वध किया था। नवरात्र के दौरान मंदिर में विशेष पूजन और दर्शन होते हैं, जिसके कारण यहां भक्तों की भीड़ हमेशा रहती है। उपराष्ट्रपति के आगमन को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट पर है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।