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दर्दनाक एक्सीडेंट! गिरिडीह में दो बाइक आपस में भिड़ीं, मौके पर ही 2 की जान गई

गिरिडीह झारखंड के गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना क्षेत्र के हरलाडीह में सोमवार शाम को हुई सड़क दुर्घटना में दो युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पीरटांड़ के हरलाडीह में दो बाइक के बीच आपस में जबरदस्त टक्कर हो गई थी। बाइकों के बीच हुई टक्कर इतना जबरदस्त था कि बाइक के परखच्चे उड़ गए। साथ ही बाइक में सवार दो युवक की मौत हो गई। वहीं एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद मौके पर राहगीरों एवं स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। इस बीच घटना की सूचना मिलते ही पीरटांड़ थाना प्रभारी दिपेश कुमार दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और आनन फानन में लोगों की मदद से तीनों युवकों को गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया। अस्पताल भेजने के बाद जहां चिकित्सकों ने बताया जा रहा है कि घायल युवक का पैर टूट गया है। जिसका इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है।  

नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर हादसे पर शोक जताया, मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना की प्रकट

मुजफ्फरपुर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थाना क्षेत्र में भीषण सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह दुर्घटना काफी दु:खद है। उन्होंने इस दुर्घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

अनियंत्रित ट्रैक्टर पलटा, युवक की मौके पर मौत, सड़क हादसा

बांका बिहार के बांका जिले में गुरुवार देर शाम भीषण सड़क हादसा हो गया, जिसमें 22 वर्षीय युवक की जान चली गई। हादसा उस वक्त हुआ जब बालू लदा ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया। इस दुर्घटना में ट्रैक्टर चालक की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, घटना जिले के रजौन प्रखंड अंतर्गत सिंहनान पंचायत में घटी। मृतक की पहचान रंजीत कुमार के रूप में हुई मृतक की पहचान रंजीत कुमार, पिता रिडल यादव, निवासी जामगांव (बलुआचक), थाना जगदीशपुर, जिला भागलपुर के रूप में की गई है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि रंजीत कुमार बालू से लदा ट्रैक्टर लेकर दयालपुर की ओर जा रहे थे। रास्ते में तेज रफ्तार के चलते ट्रैक्टर असंतुलित होकर सड़क किनारे पलट गया। ट्रैक्टर का भारी इंजन रंजीत पर गिर पड़ा और वह उसके नीचे दब गया। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इधर, घटना की सूचना मिलते ही रजौन थाना के अपर थानाध्यक्ष रवि कुमार और एसआई संजय कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि परिजनों के बयान के आधार पर आगे की कानूनी प्रक्रिया की जा रही है।

मॉर्निंग वॉक के दौरान कार ने युवकों को मारा टक्कर, आरोपी भाजपा नेता का बेटा, पुलिस पर सवाल

सीहोर नगर के सैकड़ाखेड़ी मार्ग पर हुए दर्दनाक हिट एंड रन मामले में पुलिस की कार्यवाही अब सवालों के घेरे में है। 26 सितंबर की सुबह करीब 5:30 बजे मॉर्निंग वॉक कर रहे दो युवकों को तेज रफ्तार स्विफ्ट कार (MP 04 CJ 4088) ने कुचल दिया था। हादसे में जरीफ खान की मौत हो गई, जबकि उसका साथी धर्मेश गंभीर घायल है और वर्तमान में एम्स भोपाल में इलाजरत है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कार में बैठे एक युवक ने खुद को भाजपा नेता व जिला पंचायत सदस्य राजू राजपूत का बेटा बताया। चश्मदीदों के अनुसार, हादसे के बाद कार में सवार तीनों युवकों को मौके से पकड़ा गया और पुलिस की 112 टीम द्वारा थाना कोतवाली भी लाया गया।   ग्रामीणों का कहना है कि युवकों ने एक्सीडेंट कबूल भी किया, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने एफआईआर अज्ञात आरोपी के खिलाफ दर्ज की। आरोप है कि थाना पहुंचने के बाद कार चालक और अन्य दो युवकों को छोड़ दिया गया। अब यह पूरा मामला पुलिस की निष्पक्षता और साख पर सवाल खड़े कर रहा है। कार जिस भाजपा नेता से जुड़ी बताई जा रही है, उससे घटना और भी संवेदनशील हो गई है। पुलिस और प्रशासन के बड़े अफसर भी अब तक इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। यह उठ रहे सवाल     जब कार और आरोपी युवक मौके से पकड़े गए, तो फिर अज्ञात आरोपी की तलाश क्यों?     क्या पुलिस दबाव में आकर आरोपितों को बचा रही है?     हादसे के वीडियो और गवाहों के बयानों के बावजूद पुलिस कार्रवाई क्यों ढीली है? टीआई कोतवाली रवीन्द्र यादव का कहना है कि घटना के संबंध में पुलिस जांच कर रही है, मौके पर मौजूद लोगों के बयान लिए जा रहे हैं, लेकिन लोगों में सवाल यही है कि क्या यह जांच वास्तव में निष्पक्ष है या फिर आरोपियों को बचाने की कवायद?

मध्य प्रदेश: तेज रफ्तार ने ली 14 हजार से ज्यादा जानें, ग्रामीण क्षेत्रों में दोगुनी मौतें

भोपाल  मध्य प्रदेश में तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों पर अंकुश लगाया जाए तो हर साल 10 हजार से अधिक लोगों की जान बच सकती है। सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में 75 प्रतिशत मामले तेज रफ्तार के रहे। पुलिस ट्रेनिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (पीटीआरआई) के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में वर्ष 2024 में 14 हजार 791 लोगों की मृत्यु सड़क दुर्घटनाओं में हुई है, जबकि 2023 से 13 हजार 798 लोगों की जान चली गई थी।ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर हुई मौतों की संख्या शहरी क्षेत्र की तुलना में दोगुना से भी अधिक है। ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर दुर्घटनाओं से लगभग नौ हजार लोगों की मौत हुई है। पिछले चार वर्ष से यह संख्या आठ हजार से नौ हजार के बीच है। इसका कारण यह है कि भीड़ नहीं होने के कारण लोग तेज गति से वाहन चलाते हैं। दूसरा यह की सड़कों पर संरक्षा (सेफ्टी) मापदंडों का पालन भी ठीक से नहीं हो पाता। अंधेरा, अंधा मोड़, संकरी सड़क जैसे ब्लैक स्पाट भी यहां दुर्घटनाओं की वजह बनते हैं। रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि कुल मौतों में शराब पीकर और मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने के कारण 500 से अधिक लोगों की मौत हुई है। पुलिस मुख्यालय अब इस रिपोर्ट के आधार पर सभी जिलों और संबंधित एजेंसियों को दुर्घटनाएं रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करने के लिए निर्देशित करने जा रहा है। ये है दुर्घटनाओं की बड़ी वजह     मध्य प्रदेश में ट्रैफिक पुलिस का अमला मात्र साढ़े तीन हजार है, जबकि जिस तरह से वाहनों की संख्या बढ़ रही है उससे इसका दोगुना पुलिस बल चाहिए।     मध्य प्रदेश में ब्लैक स्पाट यानी दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की संख्या घटने की जगह बढ़ रही है। इनकी संख्या 400 से अधिक है। स्थायी तौर पर इस समस्या को हल करने के लिए जिम्मेदार एजेंसिया रुचि नहीं ले रही हैं। पुलिस की चेकिंग के दौरान चालान की कार्रवाई में सबसे अधिक ध्यान हेलमेट और सीट बेल्ट नहीं लगाने वालों पर रहता है। दोनों को मिला लें तो प्रतिवर्ष आंकड़ा औसत 10 लाख के ऊपर रहता है, जबकि तेज गति से वाहन चलाने वालों में 50 हजार के विरुद्ध भी कार्रवाई नहीं होती। वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ी     यह सही है कि सड़क हादसों की बड़ी वजह तेज गति से वाहन चलाना है। सभी को गति सीमा का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ी है। सड़कें बेहतर होने से रफ्तार भी बढ़ी है। दुर्घटनाएं रोकने के लिए विशेष अभियान चलाकर भी यातायात नियम तोड़ने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाती है। – शाहिद अबसार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (पीटीआरआई)।