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राजस्थान प्रशासन में बड़ा फेरबदल: 67 RAS अधिकारियों का ट्रांसफर, जिलों में बदलाव

जयपुर राजस्थान सरकार ने शनिवार देर रात प्रशासनिक फेरबदल करते हुए राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) के 67 अधिकारियों के स्थानांतरण एवं पदस्थापन के आदेश जारी किए हैं।  सूची में 24 अफसरों को उपखंड मजिस्ट्रेट (SDM) के पद पर नियुक्त किया गया है। तबादला सूची में वे अधिकारी भी शामिल हैं, जिन्हें दो दिन पहले ही पदोन्नत किया गया था। राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार गजेन्द्र सिंह राठौड़ को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर का सचिव, भागचंद बधाल को जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) में अतिरिक्त आयुक्त, दिनेश कुमार शर्मा को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड का सचिव, गुंजन सोनी को राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर का रजिस्ट्रार, संजय कुमार माथुर को अतिरिक्त जिला कलक्टर (एडीएम-III) जयपुर और नरेन्द्र कुमार वर्मा को अतिरिक्त जिला कलक्टर जयपुर पूर्व के पद पर नियुक्त किया गया है।     गजेंद्र सिंह राठौड़ — सचिव, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर     (केशव चंद्र मीणा के स्थान पर)     गोपाल राम बिरदा — अतिरिक्त आयुक्त, उपनिवेशन-कम-राजस्व अपीलीय अधिकारी, बीकानेर     भागनंद बघाल — अतिरिक्त आयुक्त, जयपुर विकास प्राधिकरण, जयपुर     दिनेश कुमार शर्मा — सचिव, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर     मुकुट बिहारी जांगिड़ — संयुक्त शासन सचिव, कार्मिक विभाग, जयपुर     भागीरथ विश्नोई — अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन),एचसीएम रीपा, जोधपुर     कैलाश चंद्र शर्मा — मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, दौसा     डॉ. गुंजन सोनी — रजिस्ट्रार, राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर     बृजमोहन नोगिया — सचिव, राजस्थान राज्य अल्पसंख्यक आयोग, जयपुर     संजय कुमार माथुर — अतिरिक्त जिला कलेक्टर-III, जयपुर     निशु कुमार अग्निहोत्री — अतिरिक्त आयुक्त (TAD-माडा), जयपुर     अरविंद कुमार झाखड़ — मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, नागौर     रामस्वरूप चौहान — उप आयुक्त, उपनिवेशन विभाग, जैसलमेर     आकाश दीप अरोड़ा — उपायुक्त , एसएसए एवं राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद, जयपुर     डॉ. नरेंद्र चौधरी —  अतिरिक्त निदेशक, साक्षरता एवं सतत शिक्षा, जयपुर     अनुराधा गोगिया — शासन उप सचिव, कला, संस्कृति एवं साहित्य विभाग, जयपुर     राकेश कुमार-I —  अयुक्त (प्रशासन), वाणिज्यिक कर विभाग, जयपुर     प्रभा व्यास —  अतिरिक्त निदेशक, एचसीएम रीपा, जयपुर     नरेंद्र कुमार वर्मा — अतिरिक्त कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (शहर), जयपुर (पूर्व)     डॉ. राष्ट्रदीप यादव — शासन उप सचिव, नगरीय विकास एवं आवासन विभाग, जयपुर     जितेंद्र कुमार पांडेय —  मुख्य कार्यकारी अधिकारी नाथद्वारा     बिरदी चंद — अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, दौसा     रामवतार कुमावत — उप महासचिव, पंजीयन एवं मुद्रांक, बांसवाड़ा-वृत्त     सुरेन्द्र सिंह यादव — अतिरिक्त निदेशक, कृषि विपणन विभाग, जयपुर     नवीन यादव — रजिस्ट्रार, कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर     डॉ. प्रीति सिंह पंवार —  उप सचिव, देवनारायण बोर्ड, जयपुर     कपिल कुमार यादव —  उपयुक्त, भरतपुर विकास प्राधिकरण, भरतपुर     रविंद्र सिंह — उप निदेशक, राजस्व मंडल, अजमेर-II     अश्विन के. पंवार — अतिरिक्त आयुक्त , जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग, जोधपुर     प्रकाश चंद रैगर —  अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, शाहपुरा (भीलवाड़ा)           रागिनी डामोर – उप महा निरीक्षक, पंजीयन एवं मुद्रांक, उदयपुर वृत्त     ओम प्रभा – अतिरिक्त जिला कलेक्टर (सीलिंग), न्यायालय पाली     नरेंद्र कुमार मीणा – अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (शहर), अजमेर     सुख राम पिण्डेल – सचिव, नगर विकास न्यास, अजमेर     मुकेश कुमार चौधरी-I – उपखंड अधिकारी, डीग     समदर सिंह भाटी – रजिस्ट्रार, कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर     रामावतार मीणा-III – उपखंड अधिकारी, कोटपूतली-बहरोड़     जे.पी. बैरवा – उप निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, जयपुर-I     सचिन यादव – उपखंड अधिकारी, नदबई (भरतपुर)     दूराराम – उपखंड अधिकारी, धोरीमन्ना(बाड़मेर)     लाखाराम – उपखंड अधिकारी, बागोड़ा (जालोर)     गांगाधर मीणा – उपखंड अधिकारी, वैर (भरतपुर)     सुनील कुमार चौहान – उपखंड अधिकारी, खेतड़ी     वर्षा मीणा – उपखंड अधिकारी, खण्डार (सवाई माधोपुर)     विनित कुमार सुखाड़िया – उपखंड अधिकारी, धरियाबाद (प्रतापगढ़)     चंद्र प्रकाश वर्मा – सहायक निदेशक, लोक सेवाएं, प्रतापगढ़     सोहन सिंह नरूका – आयुक्त, नगर निगम, अलवर     सुशीला मीणा – उपखंड अधिकारी, राजाखेड़ा (धौलपुर)     निहारिका शर्मा – विशेषाधिकारी (भूमि अवाप्ति), रीको, जयपुर     अमिता मान – कार्यालय निदेशालय, राज्य भ्रष्टाचार नियंत्रण प्रकोष्ठ, जयपुर     बृजेश कुमार-II – उपखंड अधिकारी, अकलेरा (झालवाड़)     पूजा मीणा – उपखंड अधिकारी, जिनियारा (टोंक)

मुरैना: महिला और पुरुष की शिकायत पर सबलगढ़ SDM को हटाया, कलेक्टर ने लिया तत्काल फैसला

मुरैना  सबलगढ़ एसडीएम के खिलाफ एक महिला और पुरुष ने गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद मुरैना कलेक्टर ने एसडीएम अरविंद माहौर को उनके पद से तत्काल हटा दिया है। महिला ने आरोप लगाए थे कि एसडीएम गलत मंशा से परिवार के परेशान कर रहे हैं। उसकी बेटी को फोनकर अभद्र मैसेज करते हैं। महिला ने एसडीएम पर लगाए आरोप दरअसल, ग्वालियर के चंदन नगर में रहने वाली महिला सबलगढ़ में रहने वाले देवर को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंची। महिला ने सबलगढ़ एसडीएम अरविंद माहौर के खिलाफ शिकायती आवेदन देते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाए। उसने कहा कि सबलगढ़ एसडीएम द्वारा उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। उनके देवर को भी जब मन किया बुला लेते हैं और अभद्र भाषा का प्रयोग करते। जब बुला लेते हैं और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। भाभी और भतीजी के लिए अभद्र भाषा इतना ही नहीं शिकायती आवेदन में यह भी लिखा है कि एसडीएम अभद्र भाषा का प्रयोग करते है। फरियादी के भैया, भाभी और भतीजी को अपशब्द कहे हैं। उस भाषा का जिक्र आवेदन में नहीं कर सकते हैं। साथ ही आवेदक ने एक वीडियो भी दिया था। वीडियो में एसडीम अरविंद माहौर अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। उसमें वह कह रहे हैं कि तेरी भाभी और भतीजी में ज्यादा गर्मी है। मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हमें शिकायतकर्ता ने कहा कि एसडीएम हमें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। कहीं से भी नंबर लेकर उनके परिवार एवं भतीजी को फोन कर उल्टी सीधी बातें करते हैं। एसडीएम के रवैए से तंग आकर बेटी ने एसडीएम को फटकार लगाई तो सबलगढ़ में उसके देवर को घर पर बुलाकर धमका दिया। यह पूरी घटना देवर ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली। लेकिन लोकलाज के डर से उसने शिकायत नहीं की। रात में बेटी को करते हैं मैसेज महिला ने पत्रकारों से कहा कि एसडीएम बेटी को रात में मैसेज करते हैं, पिछले एक साल से यही हालत है। कई बार नंबर बदल लिया। शिकायतकर्ता का कहना है कि अगर जल्दी ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वह अपने परिवार सहित आत्महत्या कर लेगा। जिसका संपूर्ण दायित्व प्रशासन का होगा। कलेक्टर ने एसडीएम को हटाया एसडीएम के खिलाफ शिकायती आवेदन मिलने के बाद मुरैना कलेक्टर ने एसडीएम अरविंद माहौर को सबलगढ़ से हटा दिया। साथ ही मुरैना कलेक्ट्रेट में डेप्युटी कलेक्टर के रूप में पदस्थ किया गया। बताया जा रहा है कि अब सबलगढ़ में एसडीएम के पद पर मेघा तिवारी को पदस्थ किया जाएगा। वही एसडीएम का कार्यभार भी संभालेंगी।

महंगे खाद बिक्री के मामले में रीवा में SDM ने कसी कमर, दुकानदार की दुकान सील

रीवा   रीवा जिले के कलेक्टर परिसर से कुछ ही दूरी पर स्थित एक निजी दुकान में एसडीएम वैशाली जैन ने ग्राहक बनकर छापा. इस दौरान दुकानदार ने उन्हें ही महंगे दाम पर खाद बेच दिया. ऐसे में उन्होंने दुकानदार को रंगे हाथ पकड़ लिया. जिसके बाद मौके पर पहुंची प्रशासनिक टीम ने दुकानदार को हिरासत में लेते हुए दुकान को सील कर दिया. ज्यादा दाम पर बेच रहा था खाद जानकारी के अनुसार काफी समय से रीवा में खाद कालाबाजारी की जा रही है. जिसकी शिकायत पर मंगलवार को जांच करने चेहरे को ढककर एसडीएम वैशाली जैन पुराने बस स्टैंड स्थित सीताराम गुप्ता खाद बीज की दुकान पर ग्राहक बनकर पहुंची. उन्होंने दुकानदार से खाद की मांग की. इस पर दुकानदार  उन्हें निर्धारित कीमत से अधिक दाम बताएं. जिसके बाद उन्होंने दूर खड़ी प्रशासनिक टीम को इशारा कर दिया. ऐसे में टीम ने दुकानदार को हिरासत में ले लिया. एसडीएम वैशाली जैन ने बताया कि एक ग्राहक की शिकायत पर मंगलवार को छापा डाला. इस दौरान खाद दुकानदार निर्धारित दर से अधिक दाम पर खाद बेचते हुए पाया गया. साथ ही दुकानदार का खाद रजिस्टर भी नहीं मेंटेन था. ऐसे में कार्रवाई करते हुए दुकानदार को हिरासत में लिया गया और दुकान को सील कर दिया गया. MP में खाद किल्लत से परेशान हैं किसान मध्य प्रदेश के कई जिलों में खाद की किल्लत जारी है. किसान खाद केंद्रों पर रात से शाम तक लाइन में लग रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल पा रही है. जिसके चलते किसान परेशान हैं. 

फतेहपुर विवाद: दिव्यांग के घर गिराने पर SDM पर गिरी गाज, सरकार ने किया सस्पेंड

फतेहपुर यूपी में फतेहपुर में दलित दिव्यांग परिवार का घर बुलडोजर से गिराने के मामले में कानूनगो जितेन्द्र सिंह और ट्रेनी लेखपाल पर ऐक्शन के बाद अब एसडीएम अर्चना अग्निहोत्री को भी सस्पेंड कर दिया। वह निलंबित रहने तक राजस्व परिषद से संबंध रहेंगी। उनके खिलाफ जांच लखनऊ कमिश्नर को दी गई है। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव एम. देवराज ने गुरुवार को यह आदेश जारी किया। आरोप हैं अर्चना ने मौके पर जाकर निरीक्षण नहीं किया और अपने पद के दायित्वों का शिथिलतापूर्वक पालन किया। अर्चना अग्निहोत्री के निलंबन के बाद महकमे में सनसनी फैल गई। ऐसा माना जा रहा है कि मामले में संलिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों पर भी जल्द कार्रवाई संभव है। बता दें कि बरमतपुर प्रकरण को लेते हुए शासन ने कडी कार्रवाई करने का भरोसा दिया था। डीएम स्तर पर कानून गो जितेन्द्र सिंह और ट्रेनी लेखपाल आराधना देवी के निलंबन के बाद से मामले में अफसरों व अन्य कर्मचारियों पर कार्रवाई होने की बात सामने आ रही थी। खास कर टीम गठित करने वाले तहसीलदार समेत उसमें शामिल अधिकारी कर्मचारी राडार पर थे। खास कर सदर एसडीएम व तहसीलदार पर कार्रवाई की तलवार लटक रही थी। एसडीएम के बाद अब तहसीलदार व अन्य लेखपाल जद में आ सकते है। वहीं नायब तहसीलदार कांधी के खिलाफ राजस्व परिषद को हुई लिखापढ़ी पर भी जल्द कार्रवाई का आदेश आने की उम्मीद है। वहीं विधायक जयकुमार जैकी का कहना है कि दलित परिवार को बेघर करने वालों के खिलाफ कार्रवाई सूबे में मिशाल बनेगी। शासन ने मामले को गंभीरता से लिया है। प्रकरण में ढहाने का आदेश देने वाले अफसर भी खुद को बचा नहीं पाएंगे। दिया भरोसा हम साथ हैं: ब्लाक प्रमुख गुरुवार को अमौली ब्लाक प्रमुख सुशीला देवी बरमतपुर गांव पहुंच पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने ढहाए गए घर और मलबे के नीचे दबी गृहस्थी को देखते हुए अफसरों की कार्रवाई की निंदा की। पी़ड़ितों को भरोसा दिया कि वह मुसीबत की घड़ी में परिवार के साथ है। उन्होंने परिवार को राशन सामग्री समेत जरूरत का सामान सौंपते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होने का भरोसा दिया।