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आज का राशिफल: 19 अगस्त 2025 को इन राशियों पर बरसेगी खुशियों की धूप

मेष राशि- मेष राशि वालों का आज वित्त अच्छा है। स्थिरता और सुरक्षा की भावना प्रदान करता है, जबकि पारिवारिक जीवन में भी खुशी आने की उम्मीद है। स्वास्थ्य काफी अच्छा है, जिससे व्यक्ति अपनी व्यक्तिगत और व्यावसायिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। हालांकि पेशेवर मोर्चे पर कुछ चुनौतियां हो सकती हैं। यह लक्ष्यों और भविष्य की योजना के लिए एक अच्छा समय है। संपत्ति के मोर्चे पर अच्छी खबर है, क्योंकि निवेश से प्रतिफल मिलने की उम्मीद है, और अचल संपत्ति बाजार अनुकूल है। यात्रा भी बहुत अच्छी होने की उम्मीद है, जो व्यक्तिगत विकास के लिए नए अनुभव और अवसर प्रदान करेगी। एक महत्वपूर्ण सामाजिक घटना के लिए समय निकालना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। लेकिन इवेंट मिस करने से बचें। वृषभ राशि– व्यवसाय के विस्तार और नई साझेदारियों के अवसरों के साथ, वित्त आशाजनक दिख रहा है। सावधानीपूर्वक बजट और स्मार्ट निवेश से धन में वृद्धि और स्थिरता हो सकती है। पारिवारिक जीवन खुशी और गर्मजोशी से भर सकता है।। युवा रिश्तेदारों और प्रियजनों के मार्गदर्शन और समर्थन से लाभान्वित हो सकते हैं। माता-पिता के स्वास्थ्य में भी सुधार देखने को मिल सकता है। यह दिन प्रोन्नति या स्थानान्तरण जैसे विकास के अवसरों की कमी के साथ पेशेवर मोर्चे पर चुनौतियों का सामना कर सकता है। ध्यान केंद्रित रहना और नई संभावनाओं की तलाश करते हुए नौकरी की मांगों को पूरा करना महत्वपूर्ण है। मिथुन राशि- मिथुन राशि वालों के लिए यह एक बेहतरीन दिन है। आपके पास एक अच्छा बैंक बैलेंस हो सकता है। अगर आप आज अपना पैसा निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो कुछ समझदारी भरे फैसले लेने की कोशिश करें। आपकी क्षमताएं करियर के नए रास्ते खोल सकती हैं। आप काम में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं और इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ सकता है। आपकी मेहनत रंग लाएगी और आपके वरिष्ठ आपको बेहतर अवसर दे सकते हैं। कर्क राशि- कर्क राशि वालों के लिे यह दिन मिलाजुला रह सकता है। फिट और ठीक रहने के लिए आप एक अच्छी डाइट और व्यायाम की दिनचर्या का पालन कर सकते हैं। परिवार के सदस्य किसी रस्म को मनाने के लिए साथ आ सकते हैं। दोस्तों के साथ एक छोटी यात्रा आपको तरोताजा कर सकती है और आपको सकारात्मकता और रोमांच से भर सकती है। सब कुछ ठीक-ठाक लगता है, लेकिन रिश्तों में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। आपका मन अपने साथी या वर्तमान संबंधों के बारे में संदेहों से घिरा हो सकता है। सिंह राशि– आपके पास एक स्थिर वित्तीय स्थिति हो सकती है और आप अपने सभी पुराने ऋणों का भुगतान कर सकते हैं। आप बचत और खर्चों में कटौती पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। घर की नई साज-सज्जा पर खर्च करने के संकेत हैं। पारिवारिक यात्रा के योग हैं। घर के किसी बुजुर्ग के स्वास्थ्य को लेकर आप चिंतित हो सकते हैं। बच्चे पैसे कमाने के लिए अपने जुनून को पूरा करने या कुछ नया शुरू करने के बारे में सोच सकते हैं। कन्या राशि- आत्म-निपुणता आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका है। आप अपनी भावनाओं और मानसिकता पर नियंत्रण की भावना प्राप्त कर सकते हैं। आपकी शारीरिक तंदुरूस्ती आपके मन की सकारात्मकता के अनुरूप होगी। परिवार का सहयोग आपको जीवन से निपटने के लिए आराम और शक्ति प्रदान करने की संभावना है। आपके बच्चे आपकी दुनिया को सकारात्मक दिशा में घुमाएंगे। पैसों की तंगी हो सकती है लेकिन सही मार्गदर्शन से आप चीजों को सुलझा पाएंगे। तुला राशि- यह दिन मध्यम रहने के संकेत हैं। यह काफी व्यस्त दिन हो सकता है और दिन के अंत तक आप थोड़ा थका हुआ महसूस कर सकते हैं। गृहणियां बदलाव के लिए तरस सकती हैं और धार्मिक स्थान की यात्रा की योजना बना सकती हैं। करियर के विकास को लेकर आप अधिक केंद्रित और चिंतित हो सकते हैं। आप बाधाओं और चुनौतियों को आसानी से पार कर सकते हैं। नए व्यवसाय या काम के अवसर मिल सकते हैं। लव पार्टनर के साथ वाद-विवाद आज रिश्ते में खटास पैदा कर सकता है, इसलिए संयम से काम लें। आपकी लव लाइफ के लिए दिन कुछ ठीक नहीं है इसलिए शाम का कोई प्लान न बनाएं। वृश्चिक राशि- स्वास्थ्य अच्छा दिख रहा है, लोग ऊर्जावान महसूस कर रहे हैं और दुनिया का सामना करने के लिए तैयार हैं। संतुलित आहार बनाए रखना और नियमित रूप से व्यायाम करना महत्वपूर्ण है। यह व्यक्तियों के लिए अपने भागीदारों के साथ जुड़ने, डेट नाइट की योजना बनाने या मुलाकात करने का एक अच्छा समय है। अविवाहित लोग इस समय का लाभ उठाकर मैट्रिमोनी वेबसाइट से जुड़ सकते हैं या शादी समारोह में शामिल हो सकते हैं। धनु राशि- आज हो सकता है कि आप खुद को एक संपन्न पेशेवर स्थिति में न पाएं । कुछ लोग अपनी वर्तमान नौकरी में अटका हुआ महसूस कर सकते हैं जबकि अन्य पेशेवर संतुष्टि हासिल करने के लिए थोड़ा और अधिक चाहते हैं। वर्क कल्चर आज थोड़ा टॉक्सिक महसूस कर सकता है। एक बार शांत हो जाने के बाद निर्णय लेना मददगार हो सकता है। अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को संतुलित करना स्वायत्तता का एक बड़ा स्रोत हो सकता है। दूसरों की नकारात्मकता को अपनी प्रेरणा और लक्ष्यों को प्रभावित न करने दें। अपने साथी के साथ कुछ कीमती समय बिताकर अपने रिश्ते में प्यार और रोमांस की जीवंतता जोड़ें। प्रेम की शांति को अपने चारों ओर तब तक रहने दें जब तक कि आप उससे भ्रमित न हों। मकर राशि- अतिरिक्त आवश्यकताएं आपके खर्च को बढ़ा सकती हैं। आपको अपनी वित्तीय वृद्धि और भविष्य की योजनाओं को रणनीतिक बनाने के लिए एक योजना बनानी पड़ सकती है। सेवानिवृत्ति योजना और भविष्य की बचत के बारे में सोचने का यह एक अच्छा समय है। आपका झुकाव अपने पारिवारिक मूल्यों की ओर अधिक हो सकता है। परिवार के किसी सदस्य का अच्छा काम आपके दिल को छू सकता है और आपको काफी भाग्यशाली महसूस करा सकता है। परिवार के साथ कुछ समय बिताने से आपकी सारी परेशानियां कुछ समय के लिए दूर हो सकती हैं। कुंभ राशि- अचल संपत्ति, स्टॉक और अन्य वित्तीय संपत्तियों में निवेश करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आप अपने साथी के साथ … Read more

फूड पॉइजनिंग का कहर: लेह में फिल्म क्रू के 116 सदस्य बीमार, शूटिंग के बीच मची अफरा-तफरी

लेह केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह जिले में रणबीर सिंह स्टारर धुरंधर फिल्म के सैट पर खाना खाने के बाद बीमार पड़े शूटिंग क्रू के 116 सदस्यों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बीमार होने वालों में अधिकतर श्रमिक हैं। लेह के पत्थर साहिब में रविवार को धुरंधर फिल्म की शूटिंग कर रहे क्रू के सदस्य खाना खाने के बाद बीमार हो गए। संदिग्ध फूड पायजनिंग के मामले में पेट में दर्द, सिरदर्द व उल्टियां आने के बाद उन्हें लेह के सोनम नुरबू मेमोरियल जिला अस्पताल व अन्य कुछ प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में भर्ती करवाना पड़ा। सोमवार को क्रू के अधिकतर सदस्यों की हालात में सुधार के चलते उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। घटना से पहले फिल्ह के सैट पर लगभग 600 लोगों ने खाना खाया था। उनमें से 116 की हालात बिगड़ी। डाक्टरों का मानना है कि यह फूड पायजनिंग का मामला हो सकता है। अस्पताल प्रबंधन ने लोगों के बीमार होने के कारणों का पता लगाने के लिए सैट पर खाए गए खाने के नमूने लिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद यह पता चलेगा कि उनके खाने में विषेला पदार्थ क्या था। सोनम नुरबू मेमोरियल जिला अस्पताल की मेडिकल सुपरीटेंडेंट डा रिंचन चोसडोल ने बताया कि एक साथ 116 लोगों अस्पताल में आ गए थे। इतने लोगों को ठहराने की व्यवस्था नही थी। ऐसे में कुछ मरीजों को चुशोत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व लद्दाख हार्ट फ़ाउंडेशन रेफर कर दिया गया। लेह अस्पताल में मरीजों की भीड़ को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया। बिस्तरें कम होने के कारण मरीज़ों को ज़मीन पर बिछे बिस्तरों पर लिटाना पड़ा। उन्होंने बताया कि रविवार को चंद लोगों को निगरानी में रख बाकी सभी को छुट्टी दे दी गई। इससे पहले पुलिस ने भी आपातकालीन वार्ड में अटेंडेंट की भीड़ व अफरा-तफरी को रोकने में अस्पताल प्रबंधन की पूरी मदद की। आदित्य धर द्वारा निर्देशित 'धुरंधर' एक जासूसी एक्शन थ्रिलर है। इसकी शूटिंग करने के लिए रणबीर सिंह लेह में हैं। फिल्म के अन्य सितारों में संजय दत्त, आर माधवन, अर्जुन रामपाल व अक्षय खन्ना मुख्य भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म एक बड़े ख़ुफ़िया आपरेशन पर आधारित है। यह एक एक सीक्रेट एजेंट पर आधारित हैं। फिल्म की कहानी राजनीतिक साज़िशों, राष्ट्रीय सुरक्षा के ख़तरों व व्यक्तिगत दुविधाओं पर आधारित है। यह फिल्म इसी साल 5 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली है।    आपको बता दें कि लद्दाख 3 इडियट्स और हकीकत जैसी कई बॉलीवुड सुपरहिट फिल्मों का मेजबान रहा है। हकीकत 1962 के भारत-चीन युद्ध को दर्शाने के लिए बनाई गई थी जो एक बड़ी हिट साबित हुई। कई अन्य बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी यहां हुई है। लद्दाख के मनमोहक दृश्यों का उपयोग करने वाली लोकप्रिय फिल्मों में "जब तक है जान", "दिल से", "भाग मिल्खा भाग" और "लक्ष्य" शामिल हैं। इस क्षेत्र में नुबरा, चानथांग और बटालिक जैसे स्थान हैं जो पहले पर्यटकों के लिए खुले नहीं थे परंतु अब खोल दिए गए हैं।

MP कांग्रेस में घमासान, राहुल ने दिल्ली में बुलाकर की जिला अध्यक्षों से बैठक

भोपाल  मध्य प्रदेश में कांग्रेस के जिला अध्यक्षों की हुई नियुक्ति के बाद असंतोष के स्वर जोर पकड़ने लगे हैं, बयानबाजी हो रही है और इस्तीफे का दौर भी शुरू हो गया है। वहीं दूसरी ओर, नवनियुक्त जिला अध्यक्षों को प्रशिक्षण के लिए 24 अगस्त को दिल्ली बुलाया गया है, जिसमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी संवाद करेंगे। कांग्रेस ने संगठन सृजन अभियान के तहत राज्य के 71 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है। इन जिला अध्यक्षों में विधायक, पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री भी शामिल हैं। इनमें कई जिला अध्यक्ष ऐसे हैं जो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के नाते रिश्तेदार भी हैं। इतना ही नहीं, कई जिला अध्यक्षों को एक बार फिर कमान सौंपी गई है। जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद पार्टी में नाराजगी बढ़ने लगी है और इन नियुक्तियों को लेकर सवाल भी उठाए जा रहे हैं। गुना का जिला अध्यक्ष पूर्व मंत्री और विधायक जयवर्धन सिंह को बनाया गया है, इससे उनके समर्थकों में नाराजगी है। समर्थकों का कहना है कि प्रदेश स्तरीय नेता को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। विरोध में उतरे कार्यकर्ताओं ने जीतू पटवारी का पुतला तक दहन किया। इसी तरह डिंडोरी से आदिवासी चेहरे ओंकार सिंह मरकाम को अध्यक्ष बनाया गया है, जिससे उनके समर्थक सोशल मीडिया पर खुलकर अपनी राय जाहिर कर रहे हैं। इसके अलावा अगर हम देखें तो इंदौर में चिंटू चैकसे और विपिन वानखेड़े को अध्यक्ष बनाए जाने का विरोध हुआ है और संभागीय प्रवक्ता सन्नी राजपाल ने तो इस्तीफा तक दे दिया है। इतना ही नहीं, पूर्व महिला मोर्चा अध्यक्ष साक्षी डागा ने भी प्रदेश अध्यक्ष पटवारी पर हमला बोला है। इसके अलावा, भोपाल के जिला अध्यक्ष पद के दावेदार प्रदीप उर्फ मोनू सक्सेना ने प्रवीण सक्सेना को फिर भोपाल का जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर नाराजगी जताई है और कांग्रेस नेताओं की भाजपा के साथ-गांठ का भी आरोप लगाया है। विरोध प्रदर्शनों के बीच गुना के जिला अध्यक्ष जयवर्धन सिंह से मीडिया ने बात की तो उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जब भोपाल में आकर संगठन सृजन अभियान की शुरुआत की थी तो उन्होंने कहा था कि जिले के सबसे सक्षम और ताकतवर नेता को जिला अध्यक्ष बनाया जाएगा और उन्होंने यह किया है, जिससे पार्टी को लाभ होगा। वहीं उन्होंने यह भी स्वीकार किया है कि आगामी दिनों में जिला अध्यक्षों को दिल्ली में प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसमें राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे। बताया गया है कि राज्य में जिन जिला अध्यक्षों को नियुक्त किया गया है उन सभी को 24 अगस्त को दिल्ली में प्रशिक्षण दिया जाने वाला है। इस प्रशिक्षण के कार्यक्रम में राहुल गांधी भी उपस्थित रहेंगे। 

राज्य सरकार की प्रतिबद्धता, शहरी क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं को मिलेगा सुधार—CM भजनलाल शर्मा

जयपुर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार राज्य के सुनियोजित विकास को गति देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है, जिससे प्रदेश के सुदृढ़ बुनियादी ढांचे को गति मिल सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगरीय विकास से संबंधित प्रोजेक्ट्स को समय से पूरा करें। साथ ही, अधिकारी नियमित मॉनिटरिंग के साथ गुणवत्तापूर्ण कार्य पर फोकस करें जिससे जनता को समय से इनका लाभ मिले। शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि शहरों में बुनियादी नागरिक सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाए। इसी क्रम में उन्होंने अधिकारियों को शहरी क्षेत्रों में आधारभूत संरचना, स्वच्छता, पेयजल, सड़क, सीवरेज, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एवं आवास संबंधी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश दिए। हाउसिंग बोर्ड अपनी योजनाओं का करें व्यापक प्रचार-प्रसार मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान हाउसिंग बोर्ड अपनी संपत्तियों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करते हुए उपभोक्ताओं की जरूरत एवं वर्तमान प्रचलन को ध्यान में रखते हुए कार्य करें ताकि बोर्ड की राजस्व में वृद्धि हो सके। साथ ही, हाउसिंग बोर्ड निजी विकासकर्ता से प्रतिस्पर्धा करते हुए आमजन को गुणवत्तायुक्त आवास उचित मूल्य में उपलब्ध करवाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हाउसिंग बोर्ड अपनी संपत्तियों का प्रभावी प्रचार-प्रसार करे, परियोजनाओं में नवाचार लाए और इनके विकास में निजी क्षेत्र की भागीदारी को भी शामिल करे, ताकि आमजन को ज्यादा से ज्यादा इनका लाभ मिल सके। द्रव्यवती नदी का करें सौंदर्यीकरण शर्मा ने कहा कि जयपुर में द्रव्यवती नदी के दोनों ओर से अतिक्रमण को प्राथमिकता के साथ हटाया जाए, इस क्षेत्र का पर्यटन की दृष्टि से उन्नयन किया जाए, ताकि आमजन के साथ ही पर्यटक भी इसका लाभ उठा सकें। उन्हांने कहा कि द्रव्यवती नदी पर पौधारोपण के कार्य में भी गति लाई जाए। बैठक में बताया गया कि जयपुर में बढ़ते यातायात दबाव को देखते हुए आमजन की सुगम आवाजाही के लिए रिद्धि-सिद्धि चौराहे पर एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए कार्यादेश जारी किया जा चुका है। साथ ही, अपेक्स सर्किल पर एलिवेटेड रोड़ के निर्माण की डीपीआर के लिए भी कार्यादेश जारी किया जा चुका है। शहरी विकास से जुडे़ प्रोजेक्टस को चरणबद्व करें पूरा मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन को बेहतर नागरिक सुविधाएं जैसे सीवरेज, ड्रेनेज, पार्क, लोक परिवहन हेतु कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय शहरी विकास योजना शुरु की जाएगी जिससे प्रदेष के सभी नगरीय क्षेत्रों में जनसंख्या के बढ़ते दबाव का प्रबंधन हो सके। उन्होंने अधिकारियों को इस योजना के क्रियान्वयन के संबंध में नियमित बैठक करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभिन्न लंबित बजटीय घोषणाओं के एनआईटी, टेण्डर, वर्कऑर्डर तथा डीपीआर बनाने सहित विभिन्न कार्यों को तय समय में पूरा करने के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्टस को चरणबद्व पूरा करें। साथ ही, हर चरण पर अधिकारियों की जिम्मेदारी भी सुनिश्चित की जाए। बजट घोषणाओं के भूमि आवंटन में लाएं तेजी शर्मा ने कहा कि जयपुर मेट्रो फेज-2 के तहत सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र से अम्बाबाडी एवं विद्याधर नगर (टोडी मोड़ तक) मेट्रो संचालित की जाएगी। अधिकारी इसके काम में गति लाएं, ताकि निर्धारित समय में कार्य पूरा हो। उन्होंने जोधपुर के बड़ली में आवासीय योजना लाने तथा भिवाड़ी विकास प्राधिकरण के गठन के संबंध में तेज गति से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025-26 की सभी बजट घोषणाओं में जल्द से जल्द भूमि आवंटित कर कार्य शुरू किया जाए। साथ ही, अधिकारी योजनाओं की अनुमानित लागत के आधार पर योजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने बजट की विभिन्न घोषणाओं के अंतर्गत बाड़मेर, धौलपुर, फुलेरा सहित अन्य शहरों की विभिन्न सड़कों के निर्माण एवं चौड़ीकरण कार्यों की समीक्षा की। बैठक में भीम-राजसमंद ड्रेनेज सिस्टम, सूरजगढ़-झुंझुंनू में सीवरेज लाईन, दौसा शहर मे सीवरेज मास्टर प्लान तारानगर-चुरु, नगर व सीकरी-डीग में ड्रेनेज के प्रस्तावित कार्यां की समीक्षा भी की गई। उन्होंने निर्देश दिए कि नगरीय क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार सीवरेज कार्य भी समयबद्ध रूप से करवाए जाएं, ताकि आमजन को बेहतर यातायात एवं स्वच्छता सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। उन्होंने अलवर, पाली, भीलवाड़ा, दौसा, हनुमानगढ़, झुंझुनूं में निर्मित सॉलिड वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट का संचालन शीघ्र प्रारम्भ किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। साथ ही, किसानों की सहभागिता से इस संबंध में एक सेमिनार भी आयोजित किया जाए। श्री शर्मा ने कहा कि बैठक में शहरी क्षेत्र में सार्वजनिक सेवा को मजबूती देने के लिए तथा ई-बसों के सुगम संचालन हेतु मॉडर्न शेल्टर कम चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएं। बैठक में बजट 2024-25 एवं 2025-26 की नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग से संबंधित घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में नगरीय विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) झाबर सिंह खर्रा एवं मुख्य सचिव सुधांश पंत सहित नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

सतीश महाना के अनुसार यूपी विधानसभा में आयोजित होगा जनवरी में राष्ट्रीय अधिकारी सम्मेलन

लखनऊ उत्तर प्रदेश विधानसभा में अगले साल जनवरी माह में अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन 20 और 21 जनवरी को प्रस्तावित है। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने सोमवार को यह जानकारी दी है। यूपी विधानसभा मानसून सत्र के बाद सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने पत्रकार वार्ता कर सदन की कार्यवाही के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया 11 से 14 अगस्त तक विधानसभा की कार्यवाही चली है। पूर्ण रूप से विधानसभा तभी होती है जब दोनों पक्ष बराबर भागदारी करें। दोनों पक्षों की बात आये। इस बार 24 घण्टे की विशेष चर्चा में सत्ता पक्ष विपक्ष ने भाग लिया। स्वस्थ चर्चा हुई। महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा हुई। इस चर्चा के बाद विषय पब्लिक के बीच जाएगा। फिर सब जुटाकर एक बार फिर सदन में चर्चा कर विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा। इससे पहले 36 घण्टे की चर्चा में विपक्ष शामिल नहीं हुआ था। विधानसभा अध्यक्ष महाना ने बताया कि अब जितनी सूचनाएं आती हैं, उनका जवाब 30 दिन के भीतर दिया जाता है। अन्यथा संबंधित विभागों की जवाबदेही तय की गई है। इन सूचनाओं में विधायकों के क्षेत्रों की समस्याएं होती हैं। पहले 90 दिन में जवाब देना था। इससे पहले वाले सत्र में ही विधानसभा नियमावली में बदलाव किया गया है। अब 30 दिन तय किया गया है। उन्होंने बताया कि 20-21 जनवरी 2026 को अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन होगा। सभी विधानसभा अध्यक्ष, विधान परिषद सभापति समेत अन्य महत्वपूर्ण लोग शामिल होंगे। मुख्यमंत्री से इस संबंध में चर्चा हुई है। उनकी सहमति भी मिल गयी है। इसको लेकर लोकसभा की एक टीम आएगी। उसके साथ बैठक कर पूरी कार्य योजना तैयार की जाएगी। कौन-कौन शामिल होगा। इस सब पर तय होगा।  मुख्यमंत्री चाहते हैं कि जो लोग भी सम्मेलनों में आएंगे, सबको यूपी भ्रमण कराया जाए। काशी, अयोध्या, मथुरा, आगरा, चित्रकूट व अन्य जगहों का भ्रमण करना चाहते हैं, कराया जायेग। उनके भ्रमण के खर्च सरकार उठाएगी। सम्मेलन के थीम के सवाल पर अध्यक्ष ने कहा कि यह लोकसभा विषय तय करती है। अभी कार्यक्रम की सहमति मिली है। आगे विषय भी मिल जायेग। यूपी विधानसभा आज देश की लीडिंग विधानसभा है। इसलिए सभी को भरोसा है कि यह सम्मेलन बेहतर होगा। उनके साथ इस मौके पर विधानसभा प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे भी मौजूद रहे।  

मोदी-पुतिन टेलीफोन वार्ता: दोनों नेताओं ने उठाए महत्वपूर्ण विषय

नई दिल्ली भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच एक विस्तृत टेलीफोनिक बातचीत हुई। इस वार्ता में दोनों नेताओं ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान यूक्रेन संघर्ष, भारत-रूस द्विपक्षीय एजेंडा, और दोनों देशों के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया गया। राष्ट्रपति पुतिन ने हाल ही में अलास्का में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ अपनी बैठक के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने इस मुलाकात के प्रमुख बिंदुओं और अपने आकलन को प्रधानमंत्री मोदी के साथ विस्तार से चर्चा की। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के सुसंगत रुख को दोहराते हुए यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए कूटनीति और संवाद के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इस दिशा में सभी प्रयासों के लिए भारत के समर्थन को फिर व्यक्त किया। दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर भी विचार-विमर्श किया, ताकि आपसी रणनीतिक साझेदारी को और सुदृढ़ किया जा सके। दोनों ने भविष्य में निकट संपर्क बनाए रखने और नियमित संवाद जारी रखने पर भी सहमति जताई। राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा है कि मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन को फोन कॉल और अलास्का में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनकी हालिया बैठक की जानकारी साझा करने के लिए धन्यवाद। भारत ने यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए लगातार आह्वान किया है और इस दिशा में सभी प्रयासों का समर्थन करता है। मैं आने वाले दिनों में हमारे निरंतर संवाद की आशा करता हूं। गौरतलब है कि 15 अगस्त को अलास्का में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच यूक्रेन युद्ध सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। हालांकि, इस वार्ता में युद्ध के संबंध में कोई ठोस या निर्णायक फैसला नहीं हो सका। दूसरी ओर आज (सोमवार ) रात डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच भी बातचीत होने वाली है, और सबकी नजर व्हाइट हाउस पर है।  

2027 चुनाव में संदेश: सपा ने पूजा पाल को बाहर कर दिखाया कड़ा रुख

लखनऊ  विधानसभा सत्र के दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने विधायक पूजा पाल को बाहर का रास्ता दिखाकर पिछड़ों को एक संदेश देने का काम किया है। वे 2027 के चुनाव में किसी प्रकार का जोखिम नहीं चाहते हैं। राजनीतिक जानकारों के अनुसार वे इस कारण ऐसे कदम उठा रहे हैं। जानकार बताते हैं कि सपा विधायक पूजा पाल ने राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग करके पार्टी के अनुशासन को तोड़ा था, लेकिन सपा मुखिया ने उसे नजरअंदाज कर उनको पार्टी में बरकरार रखा था। इसके बाद सत्र के दौरान पूजा पाल ने योगी सरकार के कसीदे पढ़कर दूसरी बड़ी गलती की, जिसे सपा प्रमुख ने बर्दाश्त नहीं किया और उन्हें पार्टी से निकाल दिया। हालांकि बताया जा रहा है कि पूजा पाल को अखिलेश ने राज्यसभा क्रॉस वोटिंग के बाद से ही निष्कासित सूची में डाल रखा था। बस उनको मौके का इंतजार था। विधानसभा सत्र में विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा के दौरान पूजा ने कहा कि सभी को पता है उनके पति राजू पाल की हत्या कैसे और किसने की थी। ऐसे कठिन समय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी बात सुनी और न्याय दिलाया। मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में मुझ जैसी कई महिलाओं को न्याय दिलाया और अपराधियों को दंड दिया। आज पूरा प्रदेश मुख्यमंत्री की ओर विश्वास से देखता है। मेरे पति के हत्यारे अतीक अहमद को मुख्यमंत्री ने अपने वादे के अनुसार मिट्टी में मिलाने का काम किया। इस बयान के बाद ही सपा ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक राजीव श्रीवास्तव कहते हैं कि पूजा पाल ने जिस प्रकार से सदन में भाजपा सरकार की तारीफ की है, वह लक्ष्मण रेखा पार करने जैसा था। ऐसे में सपा के पास कोई और विकल्प नहीं था। अब तक सपा ने जितने भी एक्शन किए हैं, चाहे विधायक राकेश प्रताप हों, मनोज पाण्डेय हों, या अभय सिंह हों, यह सभी अपर कास्ट के थे। पूजा पाल ने भी क्रॉस वोट किया, लेकिन उनके खिलाफ एक्शन नहीं हुआ। शायद पीडीए से थीं, यही कारण होगा। राजीव श्रीवास्तव आगे कहते हैं कि अब विधानसभा चुनाव आ रहा है, इसलिए अखिलेश अब कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। वो पार्टी में समर्पित लोग ही चाहते हैं जिन पर कोई संदेह न हो। अब देखना है कि अभी क्रॉस वोटिंग वाले जो बचे, उन पर क्या एक्शन होगा। क्योंकि अभी बुंदेलखंड के बागी विधायक विनोद चतुर्वेदी बचे हैं जिन पर कोई एक्शन नहीं हुआ है। हालांकि वह भी अभी शांत हैं। सपा 2027 की तैयारी में है। वो चाहती है कि पार्टी में अवसरवादियों की जगह वहीं लोग रहें जो पूर्णतया सपा के प्रति समर्पित हों। उन्होंने कहा कि अखिलेश को लगता है कि वह पीडीए के फॉर्मूले से भाजपा को पटखनी दे सकते हैं। लिहाजा वह हर कदम ठोक बजाकर उठा रहे हैं। सपा के प्रदेश प्रवक्ता अशोक यादव का कहना है कि पूजा पाल बार-बार कहती हैं कि मुझे न्याय मुख्यमंत्री ने दिया है। जबकि हमारी विधायक बिजमा यादव अभी भी न्याय के लिए भटक रही है। पूजा पाल को मिला न्याय नैसर्गिक नहीं है। योगी सरकार का हर कदम पीडीए के खिलाफ है। यह पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रही। लगातार उसे आगे बढ़ाती रही है। ऐसे में उन पर उठाया गया कदम बिल्कुल ठीक है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आनंद दुबे का कहना है कि सपा अपने किसी भी कार्यकर्ता के ऊपर कार्यवाही करे। उससे हमें कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन यह भेदभावपूर्ण हैं। एक पिछड़ी महिला ने अपने पति के हत्यारे के न्याय दिलाने के लिए सरकार की तारीफ की। एक माफिया के सम्मान में अखिलेश मैदान में उतर जाते हैं। माफियाओं से उनकी इतनी हमदर्दी है कि पीडीए का नारा देने वालों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देती है, जबकि पार्टी के खिलाफ काम करने वाले तमाम लोग अभी पार्टी में हैं। अखिलेश यादव सिर्फ पिछड़ों को धोखा दे रहे हैं। 

माँ की हिम्मत: बच्चे पर टूटे तीन कुत्ते, पर मां ने अपनी जान की परवाह किए बिना बचाया बेटे

उदयपुर राजस्थान के उदयपुर में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर के न्यू आरटीओ रोड स्थित गौतम विहार कॉलोनी में रविवार शाम 5 वर्षीय गौरांश पर तीन कुत्तों ने हमला कर दिया। बच्चा घर के बाहर स्कूटर चला रहा था, तभी अचानक कुत्तों का झुंड दौड़ता हुआ आया और उसे जमीन पर गिराकर नोचने लगा। बच्चे की चीख सुनकर उसकी मां प्रीति दौड़ी और किसी तरह कुत्तों को भगाया। परिजन तुरंत बच्चे को अस्पताल ले गए। सीसीटीवी फुटेज में पूरा घटनाक्रम साफ नजर आ रहा है, जिसमें तीनों कुत्ते मासूम को गिराकर काटते दिखते हैं। घटना के बाद मोहल्ले में दहशत का माहौल है। लोगों ने एनिमल एड संस्था और नगर निगम को मदद के लिए कॉल किया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। स्थानीय निवासियों का कहना है कि आए दिन कॉलोनी में आवारा कुत्तों का झुंड घूमता रहता है, लेकिन शिकायत करने के बावजूद व्यवस्था जस की तस बनी हुई है।   दरअसल, यह कोई पहली घटना नहीं है। 2 महीने पहले शहर की एक कॉलोनी में 8 साल के बच्चे पर कुत्तों के झुंड ने हमला किया था। वहीं, करीब एक साल पहले मस्तान बाबा दरगाह क्षेत्र में 5 साल की बच्ची की कुत्तों के हमले में मौत हो गई थी। लगातार हो रही ऐसी घटनाओं ने लोगों को भयभीत कर दिया है। माता-पिता बच्चों को बाहर खेलने तक नहीं भेज पा रहे है। घटना के बाद मोहल्ले में दहशत का माहौल है। लोगों ने एनिमल एड संस्था और नगर निगम को मदद के लिए कॉल किया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। स्थानीय निवासियों का कहना है कि आए दिन कॉलोनी में आवारा कुत्तों का झुंड घूमता रहता है, लेकिन शिकायत करने के बावजूद व्यवस्था जस की तस बनी हुई है।   चौंकाने वाली बात यह है कि राज्य स्तर पर भी डॉग बाइट के आंकड़े गंभीर स्थिति दर्शाते हैं। साल 2024 में ही राजस्थान में 3 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे। 2025 में भी यह सिलसिला जारी है। वहीं, विशेषज्ञ मानते हैं कि समस्या का समाधान केवल पकड़कर शेल्टर भेजने में नहीं है। नसबंदी कार्यक्रम को तेज़ करना, शहरी कूड़ा प्रबंधन सुधारना और पशु कल्याण संस्थाओं को जवाबदेह बनाना भी जरूरी है। वहीं, स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि कोर्ट के आदेशों की सख्ती से पालना हो और निगम की टीमें तुरंत कॉलोनियों में पहुंचकर कार्रवाई करें। फिलहाल, गौरांश के परिवार ने राहत की सांस ली है कि समय रहते मां ने बेटे की जान बचा ली।

विपक्ष पर निशाना साधते हुए राजनाथ सिंह बोले, उनका रवैया निराशाजनक रहा

नई दिल्ली  लोकसभा में अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला से जुड़े मुद्दे पर विशेष चर्चा हुई। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा पर चर्चा की शुरुआत की। हालांकि, इस दौरान विपक्ष के सांसदों ने जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में विपक्ष के हंगामे को लेकर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शुभांशु शुक्ला की अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) यात्रा और उसके बाद की वापसी पर विशेष चर्चा के दौरान जिस तरह से विपक्ष ने सदन में हंगामा किया और सदन को चलने नहीं दिया, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। रक्षा मंत्री ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि अंतरिक्ष जैसे विषय जो भारत की वैज्ञानिक और सामरिक दृष्टि से 21वीं सदी के भविष्य में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, कम से कम उन्हें दलगत राजनीति से ऊपर रखना चाहिए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''आज लोकसभा में भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और इसरो मिशन के पायलट शुभांशु शुक्ला की अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) यात्रा और उसके बाद की वापसी पर विशेष चर्चा के दौरान जिस तरह से विपक्ष ने सदन में हंगामा किया और सदन को चलने नहीं दिया, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह चर्चा ''भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम और विकसित भारत 2047 में इसकी भूमिका'' विषय पर थी, जो राष्ट्रीय उपलब्धि और देश के सम्मान, स्वाभिमान और भविष्य की वैज्ञानिक और राष्ट्रीय सुरक्षा की संभावनाओं से जुड़ी हुई है। इसमें जिस प्रकार से विपक्ष ने बाधा डाली, उनका व्यवहार आज बेहद निराशाजनक रहा है।'' उन्होंने आगे लिखा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अंतरिक्ष में विकास की जिन नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है, वह अभूतपूर्व है। विपक्ष चर्चा में भाग लेकर भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की रचनात्मक समीक्षा, आलोचना व सुझाव दे सकता था। अंतरिक्ष जैसे विषय जो भारत की वैज्ञानिक और सामरिक दृष्टि से 21वीं सदी के भविष्य में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, कम से कम उन्हें दलगत राजनीति से ऊपर रखना चाहिए।''

ममता सरकार का बड़ा कदम: रोजगार न मिलने तक प्रवासियों को मिलेगी मासिक सहायता

कोलकाता प्रवासी श्रमिकों को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा तोहफा दिया है। सीएम ने प्रवासी मजदूरों के पुनर्वास के लिए योजना शुरू करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि नई योजना के तहत प्रवासी श्रमिकों को एक वर्ष तक या जब तक उन्हें रोजगार नहीं मिल जाता, तब तक हर महीने पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। कई राज्यों में बांग्ला भाषी प्रवासियों को निशाना बनाए जाने सीएम ममता बनर्जी केंद्र सरकार के खिलाफ मुखर हैं। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि खासकर भाजपा शासित राज्यों में बंगाली भाषी प्रवासी मजदूरों पर हमला पूर्व नियोजित है। भाजपा शासित राज्यों में लगभग 22 लाख प्रवासी श्रमिक और उनके परिवार परेशान हैं। मंत्रिमंडल ने वापस लौटने और अपना जीवन नए सिरे से शुरू करने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों के पुनर्वास में मदद के लिए इस योजना को मंजूरी दे दी है। बंगाली को भाषा के चलते किया जाता है परेशान: सीएम इससे पहले सीएम ममता बनर्जी ने दावा किया था कि बंगाली बोलने वाले भारतीयों को बांग्लादेशी कहकर जबरन बाहर भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बंगाल के प्रवासी मजदूरों को दूसरी जगहों पर सिर्फ उनकी भाषा की वजह से परेशान किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि जब वह इसका विरोध करती हैं, तो कुछ लोग उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने की मांग करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार चुनाव आयोग का गलत इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने दावा किया कि बंगाल में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) लाने की कोशिश की जा रही है, जिसे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) के नाम पर लागू किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ बंगाली भाषी मजदूरों को यह कहकर बांग्लादेश भेजा जा रहा है कि वे भारत के नागरिक नहीं हैं। मैं अपनी आखिरी सांस तक लोगों के बोलने, चलने और उनके मूल अधिकारों को छीने जाने के खिलाफ लड़ती रहूंगी। उन्होंने भाजपा पर देशभर में विभाजन फैलाने का भी आरोप लगाया।