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आज का राशिफल (26 अगस्त 2025): इन राशि वालों के लिए दिन रहेगा शुभ

मेष आज एनर्जी से भरपूर दिन आपका इंतजार कर रहा है, जो रचनात्मकता से भरपूर है। स्मार्ट तरीके से धन से जुड़े मामले हैन्डल करें। पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों तरह के रिश्तों पर प्रकाश डाला गया है, जिसमें कम्युनिकेशन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वृषभ आज के दिन खर्च को कंट्रोल करें। स्टूडेंट्स को कोई गुड न्यूज मिल सकती है, हो सकता है आपने टॉप किया हो या आपको आपके फेवरेट कॉलेज में एडमिशन मिल गया हो। आज की एनर्जी आपको विचारों और प्रोजेक्ट्स को उत्साह के साथ आगे बढ़ाने के लिए मोटिवेट करती है। मिथुन आज के दिन पैसों के मामले में आप भाग्यशाली रहेंगे। बाहर का खाना आज खाने से बचें अगर सेहत रिलेटेड प्रॉब्लम है। आज का आपका दिन हैप्पी-हैप्पी रहने वाला है। मैरिड कपल्स अपने पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम स्पेन्ड कर सकते हैं। कर्क आज के दिन लव के मामले में साथी की बात सुनना बेहतर रहेगा। कुछ लोगों के लिए हलचल भरा ये दिन रहने वाला है। आज मुश्किलों पर काबू पाना आपके दिन को उजागर करता है, जो चुनौतियां और अवसर दोनों लेकर आ सकता है। सिंह आज का आपका दिन पॉजिटिव रहने वाला है। परिवर्तन को अपनाएं और अपने इंट्यूशन पर भरोसा करें। दिन पर्सनल ग्रोथ और प्रोफेशनल अवसरों को आमंत्रित करता है। आपका इंट्यूशन ही आपका मार्गदर्शन करेगा। कन्या आज का दिन पर्सनल और प्रोफेशनल क्षेत्रों में काम के साथ इच्छाओं को बैलेंस करने की चुनौती ला सकता है। ग्रहों की स्थिति विकास को बढ़ावा देती है। आज सकारात्मक ऊर्जा आपके चारों ओर है। अवसरों को खुले दिल से अपनाना जरूरी है। तुला आज का आपका दिन प्रोडक्टिव रहने वाला है। परीक्षा से भरा दिन, लेकिन उतने ही लाभदायक परिणाम भी मिलेंगे। अपना विश्वास बनाए रखें और लगातार काम करते रहें। प्रॉफिट को अनलॉक करें। कॉन्फिडेंस के साथ आज ही चुनौतियों से निपटें। वृश्चिक आज के दिन महत्वपूर्ण बदलाव आएगा। परिवर्तन को स्वीकार करें। यह दिन विकास के अवसरों की ओर इशारा कर रहा है। इमोशनल और प्रोफेशनल चुनौतियों से निपटने के लिए अलर्ट रहना आवश्यक है। धनु आज के दिन काम के सिलसिले में भागदौड़ बढ़ सकती है। कुछ लोगों को अपने बॉस की फटकार भी झेलनी पड़ेगी। आज किसी भी तरह की बहस से दूरी बनाएं। जितना पॉजिटिव रहेंगे उतना बेहतर है। आज अपना फेवरेट फूड ट्राई करें। मकर आज के दिन लव के मामले में सितारे आपके साथ हैं। मुश्किलें आती-जाती रहती हैं। पैसों का आगमन तो होगा ही लेकिन आपके खर्च भी बढ़ने वाले हैं। कुछ लोगों के लिए दिन थोड़ा स्ट्रेसफुल साबित हो सकता है। कुंभ आज का दिन रिलेशन में बैलेंस खोजने पर फोकस करता है। गलतफहमी के चलते अन-बन हो सकती है। अपने विचारों और इरादों को क्लियर करें। आपके लिए सेल्फ-लव पर फोकस करने वाला दिन है। काम का बहुत ज्यादा प्रेशर न लें। मीन आज का दिन आपके लिए क्रिएटिव रहेगा। आज नई चुनौतियों को खुली बांहों के साथ स्वीकार करें। पर्सनल और प्रोफेशनल ग्रोथ को बढ़ावा देने वाला क्रिएटिव दिन आपका इंतजार कर रहा है। नए अवसर खुद ही आपके सामने आएंगे। बढ़ावा देने वाला क्रिएटिव दिन आपका इंतजार कर रहा है। नए अवसर खुद ही आपके सामने आएंगे।

HC ने कहा– पीएम मोदी की डिग्री की जानकारी नहीं होगी सार्वजनिक

नई दिल्ली दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के उस आदेश को रद्द कर दिया है जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्नातक की डिग्री से संबंधित जानकारी को सार्वजनिक करने का निर्देश दिया गया था। जस्टिस सचिन दत्ता की अदालत ने सीआईसी के आदेश को चुनौती देने वाली दिल्ली विश्वविद्यालय की याचिका पर यह फैसला सुनाया। इसी अदालत ने 27 फरवरी को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। बता दें कि नीरज नामक के शख्स की ओर से दाखिल की गई आरटीआई आवेदन के बाद केंद्रीय सूचना आयोग ने 21 दिसंबर 2016 को 1978 में बीए परीक्षा पास करने वाले सभी छात्रों के अभिलेखों की जांच की अनुमति दी थी। इसी वर्ष प्रधानमंत्री मोदी ने भी यह परीक्षा पास की थी। मामला आने पर हाईकोर्ट ने 23 जनवरी 2017 को सीआईसी के आदेश पर रोक लगा दी थी। बीते बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की याचिका पर अपना फैसला टाल दिया था। याचिका में प्रधानमंत्री मोदी की स्नातक डिग्री के संबंध में सूचना का खुलासा करने के निर्देश देने वाले सीआईसी के आदेश को चुनौती दी गई थी। डीयू की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दलील दी थी कि केंद्रीय सूचना आयोग का आदेश रद्द किया जाना चाहिए क्योंकि यह निजता के अधिकार से ऊपर है। दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दलीलें रखी थी। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अपनी दलील में कहा था कि केंद्रीय सूचना आयोग उक्त का आदेश रद्द किया जाना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि विश्वविद्यालय अदालत को अपना रिकॉर्ड दिखा सकता है। इसमें उसे कोई आपत्ति नहीं है। दिल्ली विश्वविद्यालय का कहना था कि केवल जिज्ञासा के आधार पर किसी को भी आरटीआई कानून के जरिए निजी जानकारी मांगने का अधिकार नहीं है। वहीं आरटीआई आवेदकों की ओर से पेश हुए वकील ने अपनी दलील में कहा था कि सूचना का अधिकार यानी आरटीआई अधिनियम में व्यापक जनहित के तहत प्रधानमंत्री की डिग्री के बारे में खुलासा किए जाने का प्रावधान है।

पेरिस इवेंट से बाहर हुईं नाओमी, WWE ने किया चैंपियनशिप मैच रद्द!

न्यूयॉर्क WWE क्लैश इन पेरिस इवेंट फैंस के लिए भरपूर एक्शन लेकर आ रहा है। यह शो फ्रांस में WWE इतिहास की सबसे बेहतरीन शो के रूप में जाना जा रहा है। हालांकि, इस इवेंट का पहला घोषित मैच रद्द हो गया है, क्योंकि विमेंस वर्ल्ड चैंपियन नाओमी ने अपनी प्रेग्नेंसी की घोषणा के बाद चैंपियनशिप छोड़ दी है। जिसके कारण फैंस को भले ही निराशा हुई, लेकिन WWE के अन्य मुकाबले काफी रोमांचक हैं। चैंपियनशिप पर अब किसका हक नाओमी के जाने से यह सवाल खड़ा हो गया है कि खाली हुई चैंपियनशिप का क्या होगा। इस टाइटल के लिए पहले स्टेफनी वेकर का मुकाबला नाओमी से होने वाला था। वेकर ने इवोल्यूशन में बैटल रॉयल जीतकर यह मौका हासिल किया था। हालांकि, मैच रद्द होने के बावजूद वेकर पहले ही यूनाइटेड किंगडम पहुंच चुकी हैं, जिससे यह साफ होता है कि WWE इस मैच को पूरी तरह से रद्द नहीं करेगा। वेकर अभी भी खाली टाइटल के लिए मुकाबला करेंगी, लेकिन उनकी प्रतिद्वंद्वी का नाम अभी तक घोषित नहीं किया गया है। संभावना है कि इसकी घोषणा रॉ के आगामी एपिसोड में की जाएगी। शो में होने वाले अन्य बड़े मुकाबले क्लैश इन पेरिस में विमेंस वर्ल्ड चैंपियनशिप के अलावा कई और बड़े मैच भी होने वाले हैं। जिसमें जॉन सीना का मुकाबला सोशल मीडिया स्टार लोगन पॉल से होगा। रोमन रेंस अपनी रेसलमेनिया XL की हार के बाद पहली बार सिंगल्स मैच में वापसी करेंगे, जहां वह ब्रॉन्सन रीड का सामना करेंगे। पूर्व दोस्त और अब दुश्मन बन चुके शेमस और रुसेव के बीच एक बड़ा डोनीब्रुक मैच होगा, जिससे उनकी दिलचस्प दुश्मनी का अंत होगा। शो का मुख्य आकर्षण WWE वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप के लिए होने वाला फेटल फोर-वे मैच होगा। इस मैच में चैंपियन सैथ रॉलिंस अपने टाइटल को जे उसो, सीएम पंक और एलए नाइट के खिलाफ डिफेंड करेंगे। यह इवेंट एक्शन और ड्रामा से भरपूर होने वाला है, जिसमें फैंस को कई बड़े मुकाबले और चौंकाने वाले नतीजे देखने की उम्मीद है।  

लाना की रंगीन दुनिया: WWE करियर से लेकर निजी रिश्तों तक सबकुछ रहा चर्चा में

वाशिंगटन  WWE की पूर्व सुपरस्टार लाना, जिन्हें CJ पेरी के नाम से भी जाना जाता है, उन्होंने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। एक सफल मैनेजर से लेकर एक लीजेंड्स कॉन्ट्रैक्ट तक, लाना हमेशा चर्चा में रही हैं। 2021 में कंपनी से रिलीज होने के बाद, उन्हें 2025 में एक लीजेंड्स डील के तहत फिर से साइन किया गया है। यहां हम उनके जीवन और करियर से जुड़ी तीन ऐसी बातों पर नजर डालेंगे, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। 1. रुसेव के साथ संबंध और एक टैंक के अंदर का किस्सा WWE रिंग में लाना और रुसेव की केमिस्ट्री को काफी पसंद किया गया। जल्द ही, यह ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री असल जिंदगी के प्यार में बदल गई और दोनों ने शादी कर ली। 2019 में रुसेव ने यह कहकर सबको चौंका दिया था कि उन्होंने रेसलमेनिया 31 में अपनी एंट्री के लिए इस्तेमाल किए गए टैंक के अंदर दो बार संबंध बनाए थे। बाद में लाना ने खुद इसकी पुष्टि की। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में यह भी बताया कि दोनों ने ब्लैक सी में भी ऐसा किया था। यह खुलासा उनकी निजी जिंदगी का एक ऐसा पहलू था जिसने फैंस को हैरान कर दिया। 2. डेमियन प्रीस्ट के साथ अफवाहें 2024 में जब लाना और रुसेव अलग हो गए, तो लाना का नाम पूर्व WWE वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन डेमियन प्रीस्ट के साथ जोड़ा जाने लगा। दोनों को कई मौकों पर साथ देखा गया था, जिससे ये अफवाहें और तेज हो गईं। हालांकि, लाना ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर इन अफवाहों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वे सिर्फ अच्छे दोस्त हैं। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि उनके दोस्तों की तस्वीरें पोस्ट करने पर भी लोग उन्हें उनका बॉयफ्रेंड समझ लेते हैं। 2025 की शुरुआत में लाना और रुसेव के फिर से एक साथ आने से इन अफवाहों पर विराम लग गया। 3. WWE द्वारा उन्हें अलग करने की कोशिश 2015 में WWE ने लाना और रुसेव को ऑन-स्क्रीन अलग करने का फैसला किया था। इस स्टोरीलाइन में लाना को डॉल्फ जिगलर के साथ और रुसेव को समर रे के साथ दिखाया गया था। रेसलिंग ऑब्जर्वर की एक रिपोर्ट के अनुसार, विंस मैकमेहन इस ऑन-स्क्रीन ब्रेकअप के जरिए उन्हें असल जिंदगी में भी अलग करना चाहते थे। लेकिन, यह स्टोरीलाइन तब बर्बाद हो गई जब लाना और रुसेव की सगाई की खबर सोशल मीडिया पर लीक हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, विंस को लगता था कि रुसेव जैसे किसी व्यक्ति को लाना जैसी लड़की नहीं मिलनी चाहिए। लाना फिलहाल WWE के साथ एक लीजेंड्स कॉन्ट्रैक्ट में हैं, लेकिन अभी तक वह टेलीविजन पर दिखाई नहीं दी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में वह कब और किस रूप में WWE में वापसी करती हैं।  

MSG स्टोर से होंगे हजारों प्रोडक्ट्स की ऑनलाइन बिक्री, राम रहीम का नया कदम

हिसार  डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने 40 दिन की पैरोल के दौरान एक नया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ‘MSG’ ऐप लॉन्च किया है। 19 अगस्त को आयोजित एक ऑनलाइन सत्संग के माध्यम से उन्होंने ‘MSG ई-कॉमर्स स्टोर’, मोबाइल ऐप और ऑर्गेनिक सरसों तेल का उद्घाटन किया। इस मंच के माध्यम से डेरा अब अपने उत्पादों को भारत सहित विश्व भर में बेचेगा। ये मिलेगा सामान MSG स्टोर के माध्यम से हजारों प्रकार के उत्पाद बेचे जाएंगे, जिनमें ग्रॉसरी, खाद्य सामग्री, तेल, घी, कॉस्मेटिक्स, हेल्थकेयर और अन्य घरेलू आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं। हर उत्पाद पर गुरमीत राम रहीम की तस्वीर लगाई गई है। कंपनी का दावा है कि ये सभी उत्पाद ऑर्गेनिक और उच्च गुणवत्ता वाले हैं।  ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स से लेकर ग्रॉसरी तक की बिक्री 19 अगस्त को ऑनलाइन मजलिस में राम रहीम ने MSG ई-कॉमर्स स्टोर, ऐप और ऑर्गेनिक सरसों का तेल एक साथ लॉन्च किया। इस मंच के जरिए हजारों की संख्या में उत्पाद बेचे जाएंगे, जिनमें ग्रॉसरी, खाने-पीने का सामान, तेल, घी, कॉस्मेटिक, हेल्थ केयर और घरेलू जरूरत की चीजें शामिल हैं। हर आइटम पर गुरमीत राम रहीम की तस्वीर लगी हुई है। कंपनी का दावा है कि ये सभी उत्पाद ऑर्गेनिक और उच्च-गुणवत्ता वाले हैं। वैश्विक पहुंच के साथ बहुभाषी वेबसाइट MSG स्टोर की वेबसाइट को विभिन्न भाषाओं में बनाया गया है, ताकि यह दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले लोगों तक पहुंच सके। वेबसाइट में अंग्रेजी, अरबी, बंगाली, हिब्रू, हिंदी और जापानी भाषाएं शामिल हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि डेरा सच्चा सौदा का लक्ष्य केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि वह अपने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहुंचाना चाहता है। कंपनी की वेबसाइट पर खास तौर पर यह बताया गया है कि MSG उत्पाद डेरा सच्चा सौदा के ही हैं। 40 दिन की पैरोल पर बाहर है राम रहीम गुरमीत राम रहीम इस समय 40 दिनों की पैरोल पर है और यह 14वीं बार है जब वह जेल से बाहर आया है, 4 अगस्त, 2025 को पैरोल पर आए राम रहीम ने अपने अनुयायियों से मिलने के लिए ऑनलाइन सत्संग और मजलिस का सहारा लिया है, क्योंकि उसे सिरसा डेरे में बड़ी भीड़ जमा करने की अनुमति नहीं है। पैरोल 15 अगस्त को 58वां जन्मदिन मनाने के लिए मिली है। इस दौरान वह ऑनलाइन माध्यम से ही अपने भक्तों को उपदेश और संदेश दे रहा है। 25 अगस्त 2017 से जेल में गुरमीत राम रहीम 25 अगस्त 2017 से जेल में है। उसे दो साध्वियों के यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा, उसे पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और डेरा मैनेजर रणजीत सिंह की हत्या के मामलों में भी सजा मिली थी। हालांकि, रणजीत सिंह हत्याकांड में बाद में हाईकोर्ट ने उसे बरी कर दिया। वर्तमान में राम रहीम हरियाणा की रोहतक स्थित सुनारिया जेल में बंद है। इस दौरान वह लगातार पैरोल पर बाहर आता रहा है, जिससे उसके अनुयायी उससे जुड़ पाते हैं। हाल ही में शुरू हुआ यह ई-कॉमर्स वेंचर, डेरा के लिए एक बड़ा कारोबारी कदम साबित हो सकता है। 

भगवान चक्रधर स्वामी की जयंती पर श्रद्धा का माहौल, शीर्ष नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

मुंबई, महानुभाव संप्रदाय के संस्थापक भगवान सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी की जयंती के अवसर पर सोमवार को श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भगवान चक्रधर स्वामी को नमन किया। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मुंबई राजभवन में भगवान चक्रधर स्वामी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ. प्रशांत नर्णावरे, उप सचिव एस रामामूर्ति, राजभवन के अधिकारी-कर्मचारी तथा राज्य पुलिस के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। महाराष्ट्र राजभवन ने जानकारी देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने महानुभाव संप्रदाय के संस्थापक भगवान सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी की जयंती के अवसर पर राजभवन, मुंबई में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ. प्रशांत नारनवरे, उप सचिव एस. राममूर्ति, राजभवन और राज्य पुलिस के कर्मचारी एवं अधिकारी उपस्थित थे।” वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी भगवान चक्रधर स्वामी की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने अपने सरकारी निवास ‘वर्षा’ में चक्रधर स्वामी की प्रतिमा पर पुष्पमाला अर्पित कर उन्हें नमन किया। सीएमओ महाराष्ट्र ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “परब्रह्म कलियुग अवतारी, श्री चक्रधर नमो नमः। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज मुंबई स्थित अपने सरकारी आवास पर भगवान सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी की जयंती के अवसर पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।” इससे पहले, सीएम फडणवीस ने एक ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “महानुभाव पंथ के संस्थापक और प्रखर दार्शनिक भगवान श्री चक्रधर स्वामी को उनकी जयंती पर स्मरण! महानुभाव पंथचे संस्थापक, थोर तत्त्वज्ञ भगवान श्री चक्रधर स्वामी यन्ना जयंतीदिनी कोटि कोटि नमन!”  

मनोरंजन जगत को फिर लगा झटका, फेमस एक्टर ने अस्पताल में तोड़ा दम

मुंबई फिल्म इंडस्ट्री से आज एक के बाद एक बुरी खबरें सामने आ रही हैं। हाल ही में केजीएफ स्टार दिनेश मंगलुरु के निधन की खबर सामने आई थी। वहीं, अब पता चला है कि जाने माने एक्टर और बीजेपी नेता जॉय बनर्जी इस दुनिया में नहीं रहे। उनका आज कोलकाता के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में निधन हो गया। उनके यूं दुनिया से चले जाने की खबर ने उनके फैंस और करीबियों को मायूस कर दिया है। जॉय बनर्जी को डायबिटीज और सीओपीडी की शिकायत थी और उन्हें 15 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन फिर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। लेकिन सोमवार को अचानक उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। जॉय बनर्जी ने 63 साल की उम्र में 25 अगस्त को सुबह 11:35 बजे कोलकाता के एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। इस दुखद खबर के सामने आते ही पूरे बंगाली सिनेमा में शोक की लहर दौड़ गई है और उनके चाहने वाले काफी मायूस हो गए हैं। जॉय बनर्जी सिर्फ एक्टिंग जगत के ही नहीं राजनीति जगत में भी काफी फेमस थे। वह दो बार बीजेपी के टिकट पर सांसदी का चुनाव भी लड़ चुके थे। एक्टिंग करियर की बात करें तो जॉय बनर्जी ने चर्चित फिल्म 'अपरूपा' से अपने  करियर की शुरुआत की और पहली ही फिल्म से दर्शकों का ध्यान खींचने में सफल रहे। इसके बाद उन्होंने 'मिलन तिथि', 'अभागिनी', 'हीरक जयंती', 'जीवन मरण', 'तुमि कर', 'दीपशिखा' और 'पेन्नम कोलकाता' जैसी फिल्मों में काम किया।  

हर साल 20,000 करोड़ गंवाने वाले 45 करोड़ भारतीय युवाओं को गेमिंग बिल से नई राह

नई दिल्ली   सरकार ने द प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 लाकर देश के युवाओं को नई दिशा देने का काम किया है। इससे एक तरफ रियल-मनी गेम पर रोक लग जाएगी, तो दूसरी तरफ ई-स्पोर्ट्स और एजुकेशन प्लेटफॉर्म को बढ़ावा मिलेगा।   सरकारी अनुमान के मुताबिक, रियल-मनी गेम में करीब 45 करोड़ भारतीय हर साल 20,000 करोड़ रुपए गवां रहे थे। यह कई सामाजिक समस्याओं को जन्म दे रहे थे। इनमें कर्ज के कारण आत्महत्या और बच्चों द्वारा अनजाने में माता-पिता की पूरी सेविंग्स ऑनलाइन गेम में दांव पर लगाना आदि शामिल था। सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग बिल सभी पक्षकारों की सहमति से मिलकर बनाया है। संपूर्ण दृष्टिकोण प्राप्त करने के लिए वित्त, खेल और आईटी मंत्रालयों के साथ-साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई), बैंकों, अभिभावक संगठनों और गेमिंग उद्योग से भी जानकारी ली गई। इस बिल से देश में ऑनलाइन गेम के भविष्य को सही दिशा मिलने की उम्मीद है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में मौजूदा समय में 48.8 करोड़ लोग ऑनलाइन गेम खेलते हैं। इस आंकड़ा 2025 के अंत तक 50 करोड़ के पार जा सकता है। वहीं, ई-स्पोर्ट्स की व्यूअरशिप 2025 के अंत तक 64 करोड़ के पार जाने की उम्मीद है। 2024 में गेमिंग स्टार्टअप ने 3,000 करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित किया था, जो कि 2025 में 5,000 करोड़ रुपए तक जाने की उम्मीद है। प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025 पर इंडस्ट्री लीडर्स और लीगल एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि इससे देश में ई-स्पोर्ट्स को बढ़ावा मिलेगा। एक्सपर्ट्स ने कहा कि यह कानून न सिर्फ ई-स्पोर्ट्स को मान्यता देता है, बल्कि एडिक्शन, वित्तीय सुरक्षा, फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे सामाजिक मुद्दों को संबोधित करता है। अर्थशास्त्र लीगल के संस्थापक सदस्य गौरव सहाय ने कहा कि यह विधेयक व्यापक है क्योंकि यह सर्विस प्रोवाइडर्स और सुविधाएं देने वालों से लेकर ऐसे खेलों को बढ़ावा देने वालों तक, सभी पर लागू होता है। उन्होंने आगे कहा कि यह कानून सभी प्रकार के रियल-मनी खेलों पर प्रतिबंध लगाकर धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद की फंडिंग को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। एस8यूएल के सह-संस्थापक और सीईओ अनिमेष अग्रवाल ने इस विधेयक को भारतीय ई-स्पोर्ट्स के लिए एक "ऐतिहासिक मोड़" बताया। उन्होंने कहा कि कौशल-आधारित गेमिंग और सट्टेबाजी के बीच एक स्पष्ट रेखा खींचकर, यह कानून संरचित विकास के लिए जगह बनाते हुए इकोसिस्टम की अखंडता की रक्षा करता है।

मेयर भार्गव का ऐलान: सराफा चौपाटी यथावत, 80 दुकानदारों के लिए 2000 व्यापारियों की आवाज़ अनसुनी

इंदौर  इंदौर को स्वाद की राजधानी का दर्जा दिलाने वाली सराफा चौपाटी को लेकर सोना-चांदी बेचने वाले कारोबारी विरोध में है। इसे लेकर नगर निगम में मेयर ने बैठक ली थी। जिसमें चौपाटी के दुकानदार और सराफा कारोबारी शामिल हुए। मेयर ने बैठक में कहा कि निगम यह फैसला ले चुका है कि सराफा चौपाटी नहीं हटेगी। यह इंदौर की पहचान है, लेकिन चौपाटी में सुरक्षा और लगने के समय का ध्यान रखा जाएगा। बैठक में सराफा व्यापारियों ने कहा कि पहले चौपाटी में परंपरागत व्यंजनों की दुकानें लगती थी। दुकानदार अपने घरों से व्यंजन बनाकर लाते थे, लेकिन अब वहां पर व्यंजन बनाए जाते है। इससे आग लगने का खतरा बना रहता है। दुकानों में लाखों रुपये के जेवर रखे रहते है। इसके अलावा चौपाटी लगाने के लिए दुकानदार जल्दी आ जाते है, जबकि अब सोने-चांदी खरीदने के लिए ग्राहक रात में भी आते है। महापौर बोले- सराफा चौपाटी इंदौर की परंपरा और धरोहर है बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि सराफा चौपाटी केवल स्वाद का केंद्र ही नहीं, बल्कि इंदौर की परंपरा और धरोहर है। इंदौर को स्वाद की राजधानी बनाने में सराफा चौपाटी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। देश और दुनिया से आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा, अनुशासन और परंपरा को बनाए रखने के लिए नगर निगम पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करेगा। महापौर ने बताया कि निगम की जन समिति में लंबे विचार-विमर्श और सुझावों के बाद यह प्रस्ताव पारित किया गया था कि सराफा चौपाटी अपनी विशिष्ट पहचान के साथ विश्व प्रसिद्ध है और इसे परंपरागत व्यंजनों के साथ स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण में जारी रखना आवश्यक है। सराफा व्यापारी बोले- हम दुकान किराए पर नहीं देंगे तो कहां लगाएंगे सराफा व्यापारी एसो. के मंत्री बसंत सोनी ने कहा कि 1 सितंबर से सराफा व्यापारी चौपाटी के दुकानदारों को किराए पर आगे की जगह नहीं देंगे तो वे दुकान कहां लगाएंगे। हमें सुरक्षा ज्यादा जरूरी है। चौपाटी के लिए जगह कहीं भी दी जा सकती है, वहां सभी पार्किंग, गैस लाइन सहित अन्य सभी सुरक्षा के इंतजाम किए जाना चाहिए। ​​​​​​ सराफा व्यापारी एसोसिएशन ने कहा कि इतनी अधिक संख्या में दुकानें लगने के कारण यदि हादसा होता है तो फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी अंदर तक नहीं पहुंच पाएगी। अफरा-तफरी में बड़ा हादसा भी होने की आशंका है। कई बार सफाई भी नहीं करते। इस वजह से सराफा व्यापारियों को अगले दिन परेशानी होती है। इस कारण चौपाटी के कारण हमारा धंधा प्रभावित हो रहा है। हम चाहते है कि चौपाटी को सराफा के बजाए कही और शिफ्ट किया जाए। मेयर भार्गव ने कहा कि सराफा चौपाटी विश्व प्रसिद्ध है। वह इंदौर की पहचान है। वह परंपरागत व्यंजनों के साथ सुरक्षित तरह से लगे। हम यह चाहते हैै। सराफा चौपाटी हटा नहीं सकते। चौपाटी लगने का समय क्या होगा, उसे नियमित करेंगे। उन्होंने कहा कि यह बात एक दम स्पष्ट है कि सराफा इंदौर की धरोहर है। इंदौर को स्वाद की राजधानी बनने में सराफा की बड़ी भूमिका है। यहां आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए चौपाटी का संचालन होगा। उसका समय तय होगा। इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि सराफा कारोबारियों का भी नुकसान न हो। हमने सराफा चौपाटी के संचालन के लिए एक कमेटी भी गठित की थी। उसकी रिपोर्ट में भी सुरक्षा पर जोर दिया गया। सुरक्षा व अन्य व्यवस्था के लिए निगमायुक्त को किया अधिकृत एमआईसी द्वारा सराफा चौपाटी की सुरक्षा व अन्य व्यवस्था के लिए निगम आयुक्त को अधिकृत किया गया है। बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि सराफा व्यापारियों का हित सुरक्षित रहेगा और चौपाटी लगाने वालों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश तय किए जाएंगे। दोनों पक्षों से सुझाव लिए गए हैं और उन्हीं के आधार पर आगे की कार्ययोजना बनाई जाएगी। ​​​​​​बैठक में ये लोग मौजूद थे बैठक में निगम आयुक्त शिवम वर्मा, महापौर परिषद सदस्य निरंजन सिंह चौहान, अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया, अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर सहित सराफा व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष हुकुम सोनी, कोषाध्यक्ष अजय लाहोटी, कार्यकारी सदस्यय अविनाश शास्त्री एवं सराफा चौपाटी एसोसिएशन के अध्यक्ष राम गुप्ता सहित अन्य पदाधिकारी व व्यापारी मौजूद थे। सराफा चौपाटी को लेकर कांग्रेस की मांग इधर, कांग्रेस ने कहा है कि इस प्रमुख व्यापारिक क्षेत्र में सराफा बाजार की परंपरागत बहुमूल्य विरासत को बनाए रखना आवश्यक है। अवैध और अनुचित तरीके से चौपाटी का विस्तार न केवल व्यापारियों को प्रभावित करता है बल्कि इंदौर की सांस्कृतिक पहचान को भी धूमिल करता है। वहीं सराफा व्यापारियों का कहना है कि अगर चौपाटी की दुकानें लगानी हैं तो सिर्फ उन्हें अनुमति मिले जो सालों से व्यापार कर रहे हैं। जिनमें 70 अधिक दुकानदार शामिल हैं, सिर्फ उन्हें अनुमति दी जाए या फिर सभी को हटाया जाए। ऐसे विवादों और असुविधाओं को देखते हुए नगर निगम को चाहिए कि वह सराफा क्षेत्र की साफ-सफाई, सुरक्षा व नियोजन में तत्काल सुधार करे।  

उपार्जन व्यवस्था में सुधार: अब गोदामों में ही बनेगा उपार्जन केन्द्र, सरकार की नई पहल

गो-डॉउन में ही उपार्जन केन्द्र बनाने को दी जायेगी प्राथमिकता : अपर मुख्य सचिव खाद्य श्रीमती शमी उपार्जन व्यवस्था में सुधार: अब गोदामों में ही बनेगा उपार्जन केन्द्र, सरकार की नई पहल खाद्य विभाग का फैसला: गो-डॉउन में ही उपार्जन केन्द्र बनाने को मिलेगी प्राथमिकता प्रोक्योरमेंट रिफार्म पर हुई स्टेट लेवल वर्कशॉप भोपाल गो-डॉउन में ही उपार्जन केन्द्र बनाने को प्राथमिकता दी जायेगी। जिससे उपार्जित अनाज के परिवहन में लगने वाला खर्च बच सके। अपर मुख्य सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्रीमती रश्मि अरूण शमी ने यह बात प्रोक्योरमेंट रिफार्म पर हुई स्टेट लेवल वर्कशॉप में कही। वर्कशॉप कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में संपन्न हुई। वर्कशॉप में भारत सरकार के अपर मुख्य सचिव एवं वित्तीय सलाहकार खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति संजीव शंकर, भारत सरकार में संयुक्त सचिव सुसी. शिखा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव श्रीमती शमी ने कहा कि गत रबी सीजन में लगभग 9 लाख किसानों से 77 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं का उपार्जन किया गया और लगभग 20 हजार करोड़ रूपये किसानों के खाते में अंतरित किये गये। गेहूं के उपार्जन में राज्य सरकार द्वारा 175 रूपये प्रति क्विंटल का बोनस दिया गया है। इसी तरह लगभग 6 लाख 50 हजार किसानों से 43.5 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। उपार्जन के लिये किसानों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में आधार नम्बर को भी जोड़ा गया है। उपार्जन केन्द्रों से ही मिलर्स को धान देने का प्रावधान किया गया है। उपार्जन केन्द्रों पर किसानों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। पीडीएस दुकानों में अनाज ले जाने वाले वाहनों की सघन मॉनिटरिंग की जाती है। प्रदेश में उचित मूल्य की दुकानों को जन पोषण केन्द्र के रूप में विकसित करने की भी योजना है। वर्तमान में इंदौर में यह कार्य शुरू कर दिया गया है। उचित मूल्य की दुकानों से खाद्यान्न लेने वाले उपभोक्ताओं की ई-केवायसी कराई जा रही है। ई-केवायसी के बाद अपात्र लोगों को बाहर किया गया है और लगभग 5 लाख 70 हजार नये उपभोक्ताओं को सूची में जोड़ा गया है। वर्कशॉप में भारत सरकार के अपर सचिव एवं वित्तीय सलाहकार खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति संजीव शंकर ने आयोजन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्कशॉप में उपस्थित अधिकारी अपने सुझाव जरूर दें। शंकर ने कहा कि उपार्जन की प्रक्रिया को और बेहतर कैसे बनाया जा सकता है, इस संबंध में गहन विमर्श किया जायेगा। भारत सरकार की संयुक्त सचिव पॉलिसी एण्ड एफसीआई सुसी. शिखा ने बिलिंग प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सब्सिडी की जानकारी प्रतिमाह भेजें। उन्होंने मध्यप्रदेश की गुड प्रेक्टिसेस के बारे में भी जानकरी दी और विभाग की कार्यप्रणाली की सराहना की। जनरल मैनेजर एफसीआई विशेष गढ़पाले ने प्रोक्योरमेंट सेंटर सेल्फ असेसमेंट प्रोग्राम (पीसीएसएपी) के बारे में जानकारी दी। आयुक्त खाद्य कर्मवीर शर्मा ने गेहूं और धान के उपार्जन के संबंध में बनाये गये एक्शन प्लान की जानकारी दी। उन्होंने उपार्जन प्रक्रिया के सरलीकरण के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये। एमडी नागरिक आपूर्ति निगम अनुराग वर्मा ने उपार्जन और भंडारण की प्रक्रिया में आने वाली समस्याओं से अवगत कराया। अश्विनी गुप्ता ने फिजिकल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। अन्य उपस्थित अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिये।