samacharsecretary.com

आज का राशिफल (30 अगस्त 2025): कुछ राशियों के लिए भाग्यवृद्धि का दिन, देखें क्या कहता है ज्योतिष

मेष राशि- मेष राशि वालों के लिए आज का दिन सुखमय रहेगा। आर्थिक स्थिती अच्छी होगी। करियर के लिए समय अच्छा रहेगा। लाइफ में कुछ नया ट्राई कर सकते हैं। निवेश करने से लाभ होगा। व्यापार में विस्तार का प्लान बना सकता है। आज किए गए कार्य आपको भविष्य में शुभ फल देंगे। वृषभ राशि- वृषभ राशि वालों को जीवन में नए मौके मिलेंगे। लव लाइफ में नए रोमांचक मोड़ आएंगे। नए कनेक्शन बनेंगे। प्रेमी और प्रेमिका के लिए ये समय वरदान के समान कहा जा सकता है। किसी नए दिलचस्प व्यक्ति से मुलाकात संभव है। धन लाभ हो सकता है। मिथुन राशि- मिथुन राशि वालों के जीवन में बड़े बदलाव हो सकते हैं। आपके लिए यह समय पॉजिटिव रहेगा। लव लाइफ अच्छी रहेगी। जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करेंगे। आज के दिन धन की समस्या भी नहीं होगी।पुराने निवेश से फायदा होगा। कर्क राशि- कर्क राशि वालों को आज जीवन में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। धैर्य से काम करने से सभी बाधाओं से पार हो जाएंगे। अपने लक्ष्यों पर फोकस करें और यह न भूलें कि कई बार कड़ी मेहनत और लगन से बड़े रिजल्ट पाए जा सकते हैं। खुद पर भरोसा रखें और कोई भी फैसला बड़ी सावधानी से लें। सिंह राशि- सिंह राशि वालों के लिए आज का दिन वरदान के समान रह सकता है। कार्यों के अच्छे रिजल्ट मिलेंगे। नए प्रोजेक्ट या लक्ष्यों को हासिल करने की संभावनाएं बढ़ेंगी। आपके मेहनत और लगन को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। अपने उपलब्धियों को स्वीकार करें। खुद पर भरोसा रखें और अधिक बेहतर करने का प्रयास करें। कन्या राशि- कन्या राशि वालों के जीवन में नई पॉजिटिव एनर्जी आएगी। जिससे आप कोई भी फैसला बुद्धिमानी से लेने में सक्षम होंगे। बेकार के वाद-विवाद से बचें। आज आप चुनौतियों को पार करने में सक्षम होंगे। तुला राशि- तुला राशि वालों को आज मिलेजुले परिणाम मिलेंगे। आपको अपने रिश्तों पर अधिक ध्यान दें। रिश्तों को बेहतर बनाने की जरुरत है। रिलेशनशिप की दिक्कतों को धैर्य और समझदारी से सुलझाएं। प्रोफेशनल लाइफ में कार्यों को लेकर ज्यादा स्ट्रेस लिए बिना उसे पूरा करने की कोशिश करें। वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि वालों के लिए आज का दिन अच्छा रह सकता है। पारिवारिक जीवन में खुशियां आएंगी। वैवाहिक जीवन अच्छा रहेगा। नौकरी और व्यापार में तरक्की के योग बन रहे हैं। इस समय निवेश करना आपके लिए अच्छा होगा। आय के विभिन्न स्तोत्रों से धन लाभ हो सकता है। धनु राशि- धनु राशि वाले आज थोड़ा सावधान रहें। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद संभव है। आर्थिक मामलों में सतर्क रहें। धन हानि के संकेत हैं। बजट पर ध्यान दें। आय और खर्च के बीच संतुलन बनाए रखें। ऑफिस पॉलिटिक्स से दूरी बनाएं। मकर राशि- मकर राशि वालों के लिए आज का दिन अच्छा रह सकता है। जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। कार्यों में सफलता मिलेगी। नए अवसरों का लाभ उठाने के मौकों को न गवाएं। पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में लक्ष्यों पर फोकस करें और उन्हें प्राप्त करने के लिए भरपूर कोशिश करें। कुंभ राशि- कुंभ राशि वाले आज नए बदलावों के लिए तैयार रहें। आज आपको कड़ी मेहनत का फल मिलेगा। कार्यों के प्रति लगन और समर्पण से करियर में नई उपलब्धियां हासिल करेंगे। करियर में अपार सफलता मिलेगी। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आपके प्रयासों से करियर में तरक्की के नए मार्ग बनेंगे। मीन राशि- मीन राशि वालों के लिए आज का दिन सामान्य रहेगा। धन खर्च सोच-समझकर ही करें। कन्फ्यूजन रहेगी। मानसिक तनाव रहेगा। आर्थिक स्थिति अच्छी नही कही जा सकती है। स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही न बरतें। किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत डॅाक्टर से सलाह लें।

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में रह रहे पाकिस्तानी हिंदुओं को हटाने के मामले में सरकार से मांगा जवाब

नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में रह रहे पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों को बड़ी राहत दी है। अदालत ने उन्हें बेदखल करने पर फिलहाल रोक लगा दी है। यह आदेश दिल्ली हाईकोर्ट के 30 मई के फैसले पर रोक लगाते हुए दिया गया, जिसमें शरणार्थियों की याचिका को खारिज कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। शरणार्थियों की ओर से अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी और एक-पक्षीय अंतरिम रोक लगाने की मांग की थी। विष्णु शंकर जैन के मुताबिक, दिल्ली के 'मजनू का टीला' इलाके में एक हजार से अधिक पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी रह रहे थे। डीडीए ने इन परिवारों को हटाने के लिए नोटिस जारी किया था। शरणार्थियों ने डीडीए के नोटिस को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती देते हुए याचिका दाखिल की थी, लेकिन राहत नहीं मिली। हाईकोर्ट ने शरणार्थियों की याचिका को खारिज कर दिया था। उन्होंने बताया, "पहले सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा था कि सरकार इस मामले में कोई स्पष्ट नीति नहीं बना पा रही है और नीति निर्माण कोर्ट का कार्यक्षेत्र नहीं है, इसलिए अदालत कोई प्रभावी आदेश पारित नहीं कर सकती।" अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया कि यह सबसे अहम है कि जब यह मामला पहली बार हाईकोर्ट पहुंचा था, तो कोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था। अब केंद्र सरकार की नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत यह स्पष्ट नीति है कि 31 दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान से भारत आए सभी विस्थापित हिंदुओं को भारतीय नागरिकता दी जाएगी। जैसे ही किसी को नागरिकता मिलती है, संविधान का अनुच्छेद 21, जीवन और सम्मान का अधिकार, उन पर लागू हो जाता है।

राज्यों को मिला 4.28 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कर राजस्व, केंद्र ने किया ट्रांसफर

नई दिल्ली केंद्र सरकार को चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से जुलाई की अवधि में 10,95,209 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं, जो कि वित्त वर्ष 2025-26 के बजट अनुमान का 31.3 प्रतिशत है। यह जानकारी वित्त मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को दी गई। सरकार ने बताया कि इसमें से शुद्ध कर राजस्व 6,61,812 करोड़ रुपए, गैर-कर राजस्व 4,03,608 करोड़ रुपए और गैर-ऋण पूंजी प्राप्तियां 29,789 करोड़ रुपए हैं। वित्त मंत्रालय ने कहा कि केंद्र ने इस अवधि के दौरान कर राजस्व के रूप में राज्य सरकारों को 4,28,544 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए हैं, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 61,914 करोड़ रुपए अधिक है। इस अवधि के दौरान केंद्र द्वारा किया गया कुल व्यय 15,63,625 करोड़ रुपए है, जो 2025-26 के संबंधित बजट अनुमान का 30.9 प्रतिशत है। इसमें से 12,16,699 करोड़ रुपए राजस्व खाते में से और 3,46,926 करोड़ रुपए पूंजी खाते में से खर्च किए गए हैं। कुल राजस्व व्यय में ब्याज भुगतान 4,46,690 करोड़ रुपए है, जबकि सब्सिडी 1,13,592 करोड़ रुपए है। समीक्षा अवधि में राजमार्गों, रेलवे, बंदरगाहों और बिजली क्षेत्रों में बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर सरकार का पूंजीगत व्यय एक साल पहले के 2.6 लाख करोड़ रुपए की तुलना में 3.5 लाख करोड़ रुपए को पार कर गया है। यह अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है क्योंकि ये बुनियादी ढांचा परियोजनाएं विकास दर को बढ़ावा देती हैं और अधिक रोजगार और आय सृजन पर गुणक प्रभाव डालती हैं। सरकार का राजकोषीय घाटा भी पूरे वित्त वर्ष 2025-26 के लिए निर्धारित बजट अनुमान के 29.9 प्रतिशत पर नियंत्रण में है। राजकोषीय घाटे में कमी अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाती है। इससे सरकार की उधारी में कमी आती है, जिससे बैंकिंग क्षेत्र में कॉर्पोरेट और उपभोक्ताओं को ऋण देने के लिए अधिक धनराशि बचती है, जिससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है। कम राजकोषीय घाटा मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखने में भी मदद करता है।

LG मनोज सिन्हा ने वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन जांच के लिए गठित की कमेटी, 2 हफ्ते में रिपोर्ट

नई दिल्ली जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्री माता वैष्णो देवी मार्ग पर हुई भूस्खलन की घटना को लेकर बड़ा आदेश दिया है। उन्होंने हादसे के कारणों की जाँच के लिए हाई-लेवल कमेटी गठित करने के निर्देष दिए हैं। एलजी मनोज सिन्हा ने जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शालीन काबरा की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय तीन सदस्यीय समिति के गठन का आदेश दिया है। जम्मू के संभागीय आयुक्त और जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक इस समिति के दो अन्य सदस्य हैं। समिति को घटना के कारणों की विस्तार से जांच करने की जिम्मेदारी दी गई है। कमेटी भूस्खलन की वजहों की विस्तार से जाँच करने के साथ-साथ और अन्य चूक को इंगित करेगी। कमेटी को भूस्खलन के दौरान किए गए बचाव और राहत उपायों के रूप में प्रतिक्रियाओं का आकलन भी करना होगा। इसके अलावा भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उपयुक्त मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) और उपाय भी सुझाने होंगे। समिति दो हफ्ते के अंदर अपनी रिपोर्ट उपराज्यपाल को सौंपेगी। दरअसल, 27 अगस्त 2025 को श्री माता वैष्णो देवी मार्ग के पास अर्द्धकुंवारी मार्ग पर स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास श्रद्धालुओं का बड़ा दल चल रहा था। उसी समय भूस्खलन हुआ और पहाड़ों से बड़े-बड़े पत्थर टिन के शेड को चीरते हुए गिरे। इस दौरान वहां से गुजर रहे श्रद्धालु इसकी की चपेट में आ गए और मलबे में दब गए। इसमें 35 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी. 15 के शव उनके घरों में भेज दिए गए हैं। वहीं सात शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।

एसआरएस ग्रुप घोटाला: भगोड़े प्रमोटरों पर गुरुग्राम कोर्ट की बड़ी कार्रवाई

गुरुग्राम गुरुग्राम की विशेष अदालत (पीएमएलए) ने एसआरएस ग्रुप की विभिन्न कंपनियों के प्रमोटरों और निदेशकों (जितेंद्र कुमार गर्ग, सुनील जिंदल और प्रवीण कुमार कपूर) को नोटिस जारी किया है। विशेष अदालत ने भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम (एफईओए), 2018 के तहत एसआरएस ग्रुप की कंपनियों के प्रमोटरों और निदेशकों को यह नोटिस जारी किया है। ईडी के अनुसार, यह नोटिस धारा 4, एफईओए, 2018 के तहत दायर एक आवेदन के आधार पर जारी किया गया है, जिसमें इन आरोपियों को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने और उनके द्वारा नियंत्रित कंपनियों, सहयोगियों और उनकी 212.73 करोड़ रुपए की चल और अचल संपत्तियों को जब्त करने की मांग की गई है। एसआरएस ग्रुप रियल एस्टेट और वित्तीय व्यवसाय में सक्रिय था। इन प्रमोटरों पर धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात, संपत्ति का आपराधिक दुरुपयोग और आपराधिक साजिश जैसे अपराधों का आरोप है, जिसमें उन्होंने होमबायर्स, प्लॉट खरीदारों, बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों को ठगा है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरियाणा पुलिस, दिल्ली ईओडब्ल्यू और सीबीआई, नई दिल्ली द्वारा दर्ज लगभग 81 एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की। इन एफआईआर में भारतीय दंड संहिता, 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत अनिल जिंदल, जितेंद्र कुमार गर्ग, सुनील जिंदल, प्रवीण कुमार कपूर और एसआरएस ग्रुप के अन्य निदेशकों तथा प्रमुख कर्मचारियों के खिलाफ आरोप लगाए गए थे। इन लोगों ने निवेश के नाम पर जनता और बैंकों से लगभग 2200 करोड़ रुपए की भारी राशि इकट्ठा की और हाई रिटर्न का वादा करके निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की। ईडी की जांच में मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में शामिल व्यक्तियों और कंपनियों की पहचान की गई। जांच में पाया गया कि जितेंद्र कुमार गर्ग, सुनील जिंदल और प्रवीण कुमार कपूर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल थे, जिसके बाद 2022 में इस मामले में अभियोजन शिकायत दर्ज की गई। ईडी ने अपराध से प्राप्त संपत्तियों की पहचान की और अब तक इस मामले में 2215.98 करोड़ रुपए की संपत्तियों को कुर्क किया गया है। ईडी की जांच से पता चला है कि तीनों आरोपी (जितेंद्र कुमार गर्ग, सुनील जिंदल और प्रवीण कुमार) भारत छोड़ चुके हैं, जो जॉर्जिया, दुबई और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रह रहे हैं। ये आरोपी आपराधिक मुकदमे का सामना न करने के लिए भारतीय न्यायालयों के अधिकार क्षेत्र से बाहर रहकर कानूनी प्रक्रिया से बच रहे हैं। सभी भगोड़ों के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट, लुकआउट सर्कुलर और रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है। इससे पहले, 6 जून 2025 को विशेष अदालत ने उन्हें भगोड़ा अपराधी घोषित किया था। वर्तमान में जितेंद्र कुमार गर्ग, सुनील जिंदल और प्रवीण कुमार कपूर को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने और उनकी संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया गुरुग्राम की विशेष अदालत में चल रही है।

बाढ़ पीड़ितों को राहत, मान सरकार ने की विशेष घोषणा

चंडीगढ़  पंजाब के कई जिले इस समय भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने राहत कार्यों को तेज़ करते हुए बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं के लिए कई अहम फैसले लिए हैं। बुजुर्गों को वृद्धाश्रम में मिलेगा सुरक्षित आश्रय सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने जानकारी दी कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे बुजुर्गों को तत्काल बचाकर पास के वृद्धाश्रमों में पहुँचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य में फिलहाल 41 वृद्धाश्रम हैं, जिनमें 572 बुजुर्गों के रहने की व्यवस्था है और इस क्षमता को 700 तक बढ़ाया जा सकता है। मानसा में तैयार हुआ नया वृद्धाश्रम पहले से ही चालू कर दिया गया है, जिससे राहत कार्यों में तेजी आ सके। बच्चों के लिए अनाथालय और आंगनवाड़ी केंद्र तैयार सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के बच्चों को अस्थायी रूप से अनाथालयों और आंगनवाड़ी केंद्रों में रखा जाएगा। यदि कोई बच्चा अपनी माँ के साथ रहना चाहे तो उसके लिए भी विशेष इंतजाम किए जाएंगे। बाढ़ प्रभावित इलाकों में खिचड़ी और दलिया जैसी आसान पचने वाली खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है। गर्भवती महिलाओं के लिए 'सखी' सेंटर खुलेंगे डॉ. कौर ने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों में चल रहे 'सखी – वन स्टॉप सेंटर' को गर्भवती महिलाओं के लिए खोला जा रहा है, ताकि आपात स्थिति में उन्हें सुरक्षित स्थान मिल सके। साथ ही, महिलाओं को सैनिटरी पैड जैसी बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। सरकार की अपील राज्य सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे राहत कार्यों में सहयोग करें और जरूरत पड़ने पर प्रशासन से संपर्क करें। राहत टीमों को 24 घंटे के लिए सक्रिय रखा गया है।

हरियाणा में महंगी स्कूली पढ़ाई पर सुरजेवाला का तंज– ‘ये है सैनी का शिक्षा मॉडल’

चंडीगढ़ कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि केंद्र सरकार की एजेंसी 'राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण' (NSS) की रिपोर्ट- 2025 के मुताबिक ही हरियाणा में स्कूली शिक्षा, देशभर के मुकाबले दोगुनी से भी ज्यादा महंगी है। इस संबध में सुरजेवाला ने अपने x पर पोस्ट शेयर करते हुए सरकार पर कटाक्ष किया ।  राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) के 80वें दौर के व्यापक मॉड्यूलर सर्वेक्षण: शिक्षा, 2025 के अनुसार, हरियाणा में एक शैक्षणिक वर्ष के दौरान स्कूली शिक्षा पर प्रति छात्र औसत खर्च 25,720 रुपये है, जो चंडीगढ़ के बाद दूसरे स्थान पर है और राष्ट्रीय औसत से दोगुना से भी ज़्यादा है। चंडीगढ़ में स्कूली शिक्षा पर प्रति शैक्षणिक वर्ष 49,711 रुपये खर्च होते हैं। पंजाब (22,692 रुपये) और हिमाचल प्रदेश (18,305 रुपये) के मामलों में, यह राशि काफी कम है। राष्ट्रीय औसत 12,616 रुपये प्रति शैक्षणिक वर्ष है।  हरियाणा में स्कूली शिक्षा पर लड़कों पर होने वाला खर्च लड़कियों की तुलना में अधिक है। लड़कों के लिए वार्षिक खर्च 27,697 रुपये और लड़कियों के लिए 23,465 रुपये है।राज्य के सरकारी स्कूलों में, बच्चों की स्कूली शिक्षा पर होने वाला खर्च काफी कम यानी 4,479 रुपये प्रति शैक्षणिक वर्ष है। हालाँकि, निजी सहायता प्राप्त स्कूलों में यह खर्च बढ़कर 48,636 रुपये हो जाता है, और निजी-गैर-सहायता प्राप्त स्कूलों के लिए यह 39,015 रुपये है।   हरियाणा में निजी संस्थानों में पढ़ने वाले स्कूली छात्रों की संख्या ज़्यादा है। यहाँ 41.2 प्रतिशत छात्र सरकारी स्कूलों में, 11.9 प्रतिशत निजी सहायता प्राप्त स्कूलों में और 45.7 प्रतिशत निजी गैर-सहायता प्राप्त स्कूलों (मान्यता प्राप्त) में नामांकित हैं। हरियाणा में प्रति छात्र औसत व्यय की मदवार जाँच करने पर पता चला कि पाठ्यक्रम शुल्क पर 16,405 रुपये (63.8 प्रतिशत) खर्च किए गए। इसकी तुलना में, परिवहन पर 3,633 रुपये (14.2 प्रतिशत) खर्च किए गए; यूनिफ़ॉर्म पर 1,966 रुपये (7.6 प्रतिशत), पाठ्यपुस्तकों और स्टेशनरी पर 2,852 रुपये (11.1 प्रतिशत) और अन्य खर्चों पर 865 रुपये (3.4 प्रतिशत) खर्च किए गए। हरियाणा में निजी कोचिंग का चलन राष्ट्रीय औसत से कम है। हरियाणा में विभिन्न स्तरों पर, चालू शैक्षणिक वर्ष के दौरान केवल 11 प्रतिशत छात्र निजी कोचिंग ले रहे थे या ले चुके थे। पूरे भारत में यह आँकड़ा 27 प्रतिशत था, जबकि चंडीगढ़ में यह 32.9 प्रतिशत और पंजाब में 26.8 प्रतिशत था। हिमाचल प्रदेश में यह दर हरियाणा से कम यानी 7.7 प्रतिशत दर्ज की गई। इस सर्वेक्षण में कौशल विकास, कला, नृत्य, संगीत कक्षाओं जैसी पाठ्येतर गतिविधियों और खेलों के लिए कोचिंग को शामिल नहीं किया गया। हरियाणा में एक शैक्षणिक वर्ष के दौरान प्रति छात्र निजी कोचिंग पर औसत खर्च 1,366 रुपये है, जबकि हिमाचल प्रदेश में यह और भी कम यानी 437 रुपये है। चंडीगढ़ में यह 5,650 रुपये और पंजाब में 1,732 रुपये है। अखिल भारतीय औसत 2,409 रुपये है। उच्चतर माध्यमिक स्तर पर, हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में निजी कोचिंग पर औसत खर्च 7,857 रुपये था, जबकि अखिल भारतीय स्तर पर यह आँकड़ा 9,950 रुपये था। चंडीगढ़ में कोचिंग के लिए यहश में एक शैक्षणिक वर्ष के लिए मात्र 1,135 रुपये थी।  20,688 रुपये, पंजाब में 2,307 रुपये और हिमाचल प्रदे

यूपी के 8 जिलों में पटाखा बिक्री और निर्माण पर रोक, नियम तोड़ा तो जेल और लाखों का जुर्माना

लखनऊ  सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए पटाखों पर बैन लगाया है। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 8 जिलों में पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। कौन-कौन से जिले शामिल हैं? – मेरठ – गाजियाबाद – गौतमबुद्धनगर – बुलंदशहर – हापुड़ – बागपत – शामली – मुजफ्फरनगर इन जिलों में पटाखों का उत्पादन, स्टोर करना, बेचना (ऑनलाइन बिक्री भी शामिल है) और जलाना पूरी तरह से मना है। किस कारण लगाया गया यह प्रतिबंध? दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण का स्तर काफी खतरनाक हो गया है। हवा में जहरीली गैसें बढ़ने से लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। इसी को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाया है ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके। जुर्माना और जेल की सजा यदि कोई व्यक्ति या दुकान पटाखों के इस प्रतिबंध का उल्लंघन करता है, तो उस पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। जुर्माने की राशि 1 लाख रुपए तक हो सकती है। 5 साल तक की जेल भी हो सकती है। अगर कोई दोबारा नियम तोड़ता है, तो उसे अतिरिक्त 5,000 रुपए जुर्माना देना होगा। इस तरह की सख्ती से लोग पटाखों के इस्तेमाल और बिक्री से बचेंगे, जिससे वायु प्रदूषण कम होगा।   शिकायत कैसे करें? अगर आप किसी को पटाखे बेचते या जलाते देखेंगे, तो तुरंत इसकी शिकायत कर सकते हैं। शिकायत करने के कई आसान तरीके हैं। आप यूपी पुलिस की हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें। एसएमएस या व्हाट्सएप पर नंबर 7570000100 या 7233000100 पर शिकायत भेजें। उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट uppcb.up.gov.in पर जाकर भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। सरकार और सुप्रीम कोर्ट का संदेश सरकार और सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि हम सबको मिलकर पर्यावरण की रक्षा करनी होगी। पटाखों का धुआं और धूल हमारे और हमारे बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसलिए पटाखों का इस्तेमाल ना करें और दूसरों को भी समझाएं।  

ढाई महीने की तलाश के बाद Love Jihad फंडिंग के आरोपी अनवर कादरी ने किया सरेंडर

इंदौर हिंदू युवतियों से दुष्कर्म और लव जिहाद के आरोपितों के वित्तपोषक कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत ने शुक्रवार सुबह कोर्ट के समक्ष सरेंडकर कर दिया। अनवर पुलिस और वकीलों को चकमा देने के लिए वकीलों की तरह सफेद शर्ट और काली पेंट पहन कर जिला कोर्ट पहुंचा और सीधे जेएमएफसी मिनी गुप्ता की कोर्ट में जा पहुंचा। बाणगंगा पुलिस ने कोर्ट से 8 दिन की पुलिस रिमांड मांगी है। अनवर पर 20 आपराधिक मुकदमे दर्ज एसीपी रुबिना मिजवानी के मुताबिक भिस्ती मोहल्ला (सदर बाजार) निवासी अनवर पुत्र असलम कादरी पर 20 आपराधिक मुकदमे दर्ज है। बाणगंगा पुलिस ने 14 जून को लव जिहाद के आरोपित साहिल खान और अल्ताफ के कथन पर अनवर को को प्रकरणों में आरोपित बनाया था। गिरफ्तारी के डर से अनवर दूसरी पत्नी फरहाना के साथ फरार हो गया। एडिशनल पुलिस कमिश्नर (कानून) अमित सिंह ने उसकी गिरफ्तारी पर 40 हजार रुपये का इनाम घोषित किया पर अनवर हाथ नहीं आया।   अनवर की गुस्साए वकीलों ने पिटाई भी कर दी शुक्रवार सुबह एमजी रोड़ पुलिस से खबर मिली कि उसने 14 नंबर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। सूचना मिलते ही कोतवाली,सदर बाजार और बाणगंगा पुलिस कोर्ट पहुंची और अनवर को हिरासत में ले लिया। इस दौरान कोर्ट परिसर में गहमागहमी भी रही। पुलिस ने अनवर को घेरा बनाकर निकाला पर गुस्साए वकीलों ने उसकी पिटाई भी कर दी। दाढ़ी-मुंछे कटवा कर दूसरी पत्नी के साथ फरारी काटी काटी टीआइ सियारामसिंह गुर्जर के मुताबिक केस दर्ज होने की भनक लगते ही अनवर भोपाल होकर महाराष्ट्र चला गया। इसके बाद उसने गोरखपुर, सिक्किम, दार्जलिंग, हैदराबाद और गोरखपुर में फरारी काटी। इस दौरान उसकी दूसरी पत्नी फरहाना भी साथ रही। बेटी आयशा, भाई अज्जू, शहजाद और साले अकरम की गिरफ्तारी से टूट गया। पुलिस ने भगोड़ा घोषित करवा कर संपत्ति कुर्की की कार्रवाई शुरु कर दी। कोर्ट ने भी 8 सितंबर तक पेश होने का मौका दिया। रिश्तेदार और स्वजन भी विरोधी हो गए। आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो चुकी थी। अनवर ने परिचितों के जरिए वकीलों से चर्चा की और सीधे कोर्ट के समक्ष पेश हो गया।

एयर कस्टम की बड़ी कार्रवाई, 2 तस्कर गिरफ्तार — सूटकेस से निकला 24 करोड़ का गांजा

लखनऊ  चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने एक बड़ी कार्रवाई की है। डीआरआई ने दो यात्रियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से लगभग 24 करोड़ रुपए की हाइड्रोपोनिक वीड (गांजा) बरामद की गई है। यह मादक पदार्थ 23.935 किलो था और इसे बैंकॉक से लखनऊ लाया गया था। बैंकॉक से आए थे दोनों यात्री दोनों यात्री 26 अगस्त 2025 को एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX 105 से लखनऊ पहुंचे थे। डीआरआई को पहले से मिली खुफिया सूचना के आधार पर इन यात्रियों को रोका गया और उनके चेक-इन बैग की गहराई से तलाशी ली गई। तलाशी में पता चला कि उनके बैग में हाइड्रोपोनिक तकनीक से तैयार किया गया हाई क्वालिटी गांजा छुपाया गया था। इसे वैक्यूम-सील्ड पैकेट्स में पैक कर रखा गया था, ताकि स्कैनिंग या जांच में पकड़ में ना आए। पूछताछ में कबूल किया जुर्म डीआरआई की टीम ने जब दोनों से पूछताछ की, तो उन्होंने ड्रग्स तस्करी में शामिल होने की बात कबूल कर ली। अधिकारियों के मुताबिक, यह गांजा आम तौर पर हाइड्रोपोनिक तकनीक से उगाया जाता है, जिससे यह ज्यादा शुद्ध और महंगा होता है। यही वजह है कि इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों में होती है। एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई बरामद ड्रग्स को NDPS Act, 1985 के तहत जब्त कर लिया गया है। दोनों तस्करों को 27 अगस्त को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अब डीआरआई इस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि इस तस्करी के पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं और क्या इसके तार किसी अंतरराष्ट्रीय गिरोह या स्थानीय संपर्क से जुड़े हैं। लखनऊ एयरपोर्ट पर बढ़ती तस्करी की घटनाएं पिछले कुछ महीनों में लखनऊ एयरपोर्ट पर ड्रग्स तस्करी की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। डीआरआई और कस्टम विभाग लगातार सतर्क हैं, लेकिन तस्कर नए-नए तरीके आजमा रहे हैं। यह घटना एक बार फिर यह दिखाती है कि एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था और तकनीकी निगरानी को और मजबूत करने की जरूरत है।