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एमसीबी में सड़क सुरक्षा सप्ताह: मनेंद्रगढ़ में वाद-विवाद प्रतियोगिता के जरिए युवाओं ने दिखाई जागरूकता

एमसीबी : मनेंद्रगढ़ में सड़क सुरक्षा सप्ताह पर जिला स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता हुई संपन्न नव्या गुप्ता ने हासिल की प्रथम स्थान एमसीबी सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत जिला स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी विद्यालय मनेंद्रगढ़ में उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। इस प्रतियोगिता में विकासखंड स्तर पर चयनित छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और सड़क सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। निर्णायकों द्वारा परिणाम घोषित किए गए, जिसमें प्रथम स्थान नव्या गुप्ता (वीएसएसएन विद्यालय भरतपुर), द्वितीय स्थान शिवेंद्र तिवारी (सेजेस भरतपुर) तथा तृतीय स्थान साक्षी सिंह (शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेलबहरा) को प्रदान किया गया। प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने सड़क दुर्घटनाओं की भयावहता पर प्रकाश डालते हुए मृत्यु दर के आंकड़े प्रस्तुत किए और दुर्घटनाओं में कमी लाने के उपायों पर विस्तार से सुझाव दिए। उन्होंने सड़कों पर बैठे आवारा पशुओं, जगह-जगह गड्ढों और यातायात नियमों की अनदेखी जैसी समस्याओं को भी प्रमुखता से उठाया तथा दुर्घटना पीड़ितों को बचाने के लिए जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया। प्रतियोगिता में विजेताओं को सम्मानित करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त छात्रा को 7000 रुपए, द्वितीय स्थान को 5000 रूपये। और तृतीय स्थान को 3000 रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की गई, वहीं सांत्वना पुरस्कार स्वरूप प्रत्येक प्रतिभागी छात्र-छात्रा को 2000 रुपए का चेक दिया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डिप्टी कलेक्टर इंदिरा मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी आर.पी. मिरे, पुष्कर तिवारी, अनीता फरमानिया, अभिषेक पांडे, नीलम दुबे, मधुमिता चौधरी, रामाश्रय शर्मा, डॉ. विनोद पांडेय, द्वारिका मिश्रा और सूर्याेदय सिंह सहित अनेक शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम के समापन अवसर पर नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत डिप्टी कलेक्टर इंदिरा मिश्रा ने उपस्थित सभी लोगों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। आभार प्रदर्शन जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा किया गया।

भारतीय सेना में रीवा की बेटी आयुषी वर्मा का चयन, लेफ्टिनेंट पद पर मिली सफलता

रीवा  मध्य प्रदेश के रीवा की रहने वाली छात्रा आयुषी वर्मा ने जिले का नाम रोशन कर दिया है। यूपीएससी सीडीएस की परीक्षा में उन्होंने देशभर में 24वीं रैंक हासिल की है। छात्रा का सिलेक्शन भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद पर हुआ है। यूपीएससी सीडीएस का रिटेन एग्जाम देने बाद उनके 5 इंटरव्यू हुए जिसमें उन्होंने सफलता हासिल की। आयुषी वर्मा ने स्कूल की पढ़ाई के दौरान ही सेना में जाने का मन बना लिया था। पोस्टर देखकर किया सेना में जाने का फैसला आयुषी वर्मा ने कहा कि जब मैं स्कूल जाती थी उसे समय रीवा की रहने वाली अवनी चतुर्वेदी का सिलेक्शन भारतीय वायुसेना में हुआ था। उनके सिलेक्शन के बाद पूरे शहर में बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए थे। इस होर्डिंग्स और पोस्टर को देखकर ही मैंने सोचा था कि मैं भी सेना में जाऊंगी। आयुषी वर्मा ने बताया कि वह ट्रेनिंग के बाद भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद संभालेंगी। रीवा में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए इंदौर गईं। इंदौर से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने सीडीएस का एग्जाम दिया और उसमें सफलता हासिल कर भारतीय सेना में शामिल हुई हैं। आयुषी ने बताया कि उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही सीडीएस की तैयारी शुरु कर दी थी। वह अपना ज्यादातर वक्त किताबों के साथ ही गुजारती थीं। कैसा है फैमिली बैकग्राउंड आयुषी वर्मा के पिता रमेश वर्मा एक विद्यालय में सपोर्ट टीचर हैं। उन्होंने कहा कि आयुषी बचपन से ही पढ़ने लिखने में काफी तेज थी। पढ़ाई के अलावा वह जूडो-कराटे की भी अच्छी खिलाड़ी है। उसने अपना एक लक्ष्य निर्धारित किया और जमकर पढ़ाई की और मेहनत का परिणाम है कि वह सीडीएस जैसी परीक्षा उत्तीर्ण कर सेना में लेफ्टिनेंट बन गई है। आयुषी की मां का नाम ममता वर्मा है और वह गृहणी हैं। मां ममता वर्मा ने कहा कि मेरा बेटा भी सेना में जाना चाहता था। उसने भी सीडीएस की परीक्षा पास कर ली थी लेकिन कुछ मेडिकल कारणों के वजह से नहीं जा पाया। आज बेटी ने उन सपनों को साकार कर दिया है।

आदि कर्मयोगी अभियान वास्तव में एक परिवर्तनकारी राष्ट्रीय आंदोलन है – विधायक अग्रवाल

महासमुंद : तीन दिवसीय प्रशिक्षण का विधायक सम्पत अग्रवाल ने किया शुभारम्भ आदि कर्मयोगी अभियान वास्तव में एक परिवर्तनकारी राष्ट्रीय आंदोलन है – विधायक अग्रवाल जिले में 308 ग्रामों में क्रियान्वित किया जाएगा आदि कर्मयोगी अभियान – जिला सीईओ नंदनवार महासमुंद जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में शासन की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने हेतु “आदि कर्मयोगी” नामक नई पहल की गई है। इस अभियान के अंतर्गत विकासखण्ड स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ आज बसना विधायक श्री सम्पत अग्रवाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री हेमंत नंदनवार, अपर कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी श्री सचिन भूतड़ा, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती शिल्पा साय सहित राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स, जनजाति समुदाय के प्रतिनिधि, विकासखण्ड स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स और स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक श्री सम्पत अग्रवाल ने कहा कि आदि कर्मयोगी अभियान वास्तव में एक परिवर्तनकारी राष्ट्रीय आंदोलन है। जो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास दूरदर्शी आव्हान का प्रतीक है तथा विकसित भारत के व्यापक रूपरेखा है। उन्होंने कहा कि आज ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण जिसमें जिले के जनजाति समुदायों को शासन की विभिन्न योजनाओं का वास्तविक लाभ और उनकी समस्याओं को नजदीक से जानने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। निश्चित ही यह प्रशिक्षण कार्यक्रम समाज के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि धरती आबा जनजाति कार्यक्रम में अब योजनाएं उनके समग्र विकास के लिए बनेंगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हेमंत नंदनवार ने कहा कि पहले योजनाएं ऊपर से नीचे की ओर आती थी। इस कार्यक्रम में अब योजनाएं धरातल पर बनेगी और इसका क्रियान्वयन के लिए जनसमुदाय भी आगे आएंगे। उन्होंने बताया धरती आबा जनभागीदारी अभियान के तहत जनजाति गौरव वर्ष के एक भाग के रूप में आदि कर्मयोगी अभियान के लिए रणनीति बनाई गई। जिसमें जनजाति समुदायों को मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा गया। उन्होंने बताया कि महासमुंद जिले में इस अभियान की सफल क्रियान्वयन के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्य योजना तैयार की जा रही है।   ज्ञात है कि तीन दिवसीय प्रशिक्षण में जिले के पांचों विकासखण्ड से 50 मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस दौरान प्रेरणादायक शॉर्ट फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। इसके पूर्व जिले की 6 अधिकारियों को राज्य स्तर पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। यह प्रशिक्षण 1 से 3 सितम्बर तक जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि आदिवासी विकास विभाग द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय महाभियान (पीएम जनमन) और धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान संचालित किए जा रहे हैं। जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति (कमार) के लिए 9 अलग अलग मंत्रालयों के 11 प्रकार के कार्यों से संतृप्ति का कार्य किया जा रहा है। जनमन योजना अंतर्गत जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति कमार के 77 बसाहटों के 940 परिवारों (3306 जनसंख्या) को आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता, जाति प्रमाणपत्र जैसे जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साथ ही सामुदायिक उत्थान हेतु प्रधानमंत्री आवास, स्वच्छ पेयजल, बिजली और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं का भी विकास किया जा रहा है। वहीं धरती आबा अभियान अंतर्गत जिले के 308 जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में 17 मंत्रालयों की 25 योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। अभियान के तहत विकास कार्यों को तीन स्तर पर आगे बढ़ाया जाएगा। जिसमें पहला आदि कर्मयोगी तैयार करना। इनमें राज्य, जिला एवं ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे। दूसरे क्रम में आदि सहयोगी की टीम बनाई जाएगी। जिसमें शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, चिकित्सक, युवा नेता, सामाजिक मुखिया आदि जो ग्राम स्तर पर योजना क्रियान्वयन में सहयोग करेंगे। तीसरे क्रम में आदि साथी,  वे हितग्राही जिन्हें योजनाओं का सीधा लाभ दिया जाना है। कलेक्टर ने सभी विभागों को सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन निर्देशानुसार करने कहा है।

डांट के डर से निकली घर से, गोल्डन टेंपल पहुंची NEET परीक्षार्थी

  जयपुर कई बार हम देखते हैं कि नंबर कम आने पर घरवालों की डाट से बचने के लिए बच्चे घर छोड़कर चले जाते हैं। कुछ ऐसा ही सीकर में रहने वाली 20 साल की लड़की ने किया। यह लड़की सीकर में नीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी। नंबर कम आने पर वह घर छोड़कर चली गई। अब एक महीने बाद पुलिस ने उसे अमृतसर के गोल्डन टेंपल से दस्तयाब कर लिया। वहां पर युवती लंगर में सेवा करती और अपना पेट भरती थी। पूरा घटनाक्रम सीकर के उद्योग नगर इलाके का है। सीकर पुलिस के मुताबिक 25 जुलाई की सुबह 6:15 बजे के करीब 20 साल की युवती अपने घरवालों को बिना बताए कहीं पर चली गई। जैसे ही परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी दर्ज करवाई तो पुलिस भी मामले में एक्टिव हुई।  इसके बाद पुलिस ने उसे 29 अगस्त को अमृतसर के गोल्डन टेंपल से दस्तयाब कर लिया। यहां पर युवती ने पुलिस को बताया कि इस बार नीट परीक्षा में उसके नंबर कम आए थे। उसे घरवालों कि डाट का डर था। इसलिए उसने घरवालों को कहा कि उसके नंबर अच्छे आए हैं और कॉलेज भी अच्छी मिलेगी। परीक्षा में कम नंबर आए फिर काउंसिल में पोल खुलने के डर से घर छोड़ा लेकिन जब काउंसलिंग का वक्त आया तो लड़की को लगा कि अब उसके घरवालों को हकीकत पता चल जाएगी। ऐसे में वह अपना घर छोड़ कर चली गई। वह ट्रेन के जरिए रेवाड़ी पहुंची। रेवाड़ी से फिर वह दिल्ली और दिल्ली से हरिद्वार गई। हरिद्वार में उसने लोगों को तिलक लगाने का काम शुरू किया। इससे कुछ पैसे मिले तो अपना पेट भरा और कुछ नए कपड़े खरीद लिए। यहां से लड़की पठानकोट गई। पठानकोट में उसने सुना कि अमृतसर के गोल्डन टेंपल में लंगर में सेव करके फ्री में खाना खा सकते हैं। बस फिर क्या था लड़की सीधे ट्रेन पकड़कर अमृतसर चली गई। यहां पर उसने लंगर में सेवा करना शुरू किया और फिर खाना खाकर वहीं पर रहने लगी। करीब 2 से 3 दिन पहले उसने अपने पिता को कॉल करके कहा कि अब वह घर पर नहीं आना चाहती। जैसे ही पुलिस को उसकी लोकेशन मिली तो पुलिस उसे दस्तयाब करके लेकर आई है। मामले में सीकर एसपी प्रवीण नायक का कहना है कि युवती को सकुशल उसके घरवालों को सुपुर्द कर दिया गया है। सभी लोगों से अपील है कि वह अपने बच्चों पर किसी तरह का दबाव न डालें।

प्रत्यय अमृत ने संभाला मुख्य सचिव का पदभार, नीतीश कुमार ने जताया विश्वास

पटना बिहार के नए मुख्य सचिव के रूप में 1991 बैच के आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत ने पदभार ग्रहण कर लिया। इस अवसर पर पूर्व मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा को भावभीनी विदाई दी गई। समारोह में दोनों अधिकारियों के परिवारों के साथ बिहार सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। प्रत्यय अमृत ने अब तक राज्य में विकास आयुक्त और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव जैसे अहम पदों की जिम्मेदारी संभाली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मौके पर प्रत्यय अमृत को नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी। गौरतलब है कि 1989 बैच के आईएएस अधिकारी अमृतलाल मीणा 31 अगस्त को नियत आयु पूरी करने पर सेवानिवृत्त हो गए। इसके बाद 1 सितंबर से प्रत्यय अमृत ने औपचारिक रूप से मुख्य सचिव का पदभार संभाल लिया है।  

राज्यभर में बारिश का आंकड़ा 881.4 मि.मी. तक पहुँचा, बलरामपुर में सर्वाधिक वर्षा

छत्तीसगढ़ में अब तक 881.4 मि.मी. औसत बारिश, बलरामपुर सबसे आगे और बेमेतरा सबसे पीछे राज्यभर में बारिश का आंकड़ा 881.4 मि.मी. तक पहुँचा, बलरामपुर में सर्वाधिक वर्षा छत्तीसगढ़ में झमाझम: बलरामपुर में 1273.7 मि.मी. तो बेमेतरा में सबसे कम 430.9 मि.मी. बारिश दर्ज रायपुर छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 881.4 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक बलरामपुर जिले में सर्वाधिक 1273.7 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 430.9 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।   रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 753.4 मि.मी., बलौदाबाजार में 618.8 मि.मी., गरियाबंद में 739.1 मि.मी., महासमुंद में 647.5 मि.मी. और धमतरी में 784.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 839.3 मि.मी., मुंगेली में 824.7 मि.मी., रायगढ़ में 1050.2 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 713.8 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1034.9 मि.मी., सक्ती में 913.2 मि.मी., कोरबा में 848.4 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 847.3 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 713.5 मि.मी., कबीरधाम में 623.8 मि.मी., राजनांदगांव में 787.7 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1129.2 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 657.2 मि.मी. और बालोद में 952.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 629.6 मि.मी., सूरजपुर में 960.2 मि.मी., जशपुर में 868.0 मि.मी., कोरिया में 982.6 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 881.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। बस्तर संभाग में बस्तर जिले में 1259.6 मि.मी., कोंडागांव में 829.1 मि.मी., कांकेर में 1035.3 मि.मी., नारायणपुर में 1123.0 मि.मी., दंतेवाड़ा में 1197.4 मि.मी., सुकमा में 955.7 मि.मी. और बीजापुर में 1180.9 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।

कांग्रेस बोली- जीतू पटवारी पर खतरा, रतलाम घटना के बाद सुरक्षा की जरूरत

भोपाल   मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर हुए हमले ने पार्टी नेताओं की टेंशन बढ़ा दी है। रतलाम में कांग्रेस नेता की सुरक्षा में हुई चूक के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ाने की मांग होने लगी है। पूर्व कानून मंत्री व कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने कहा कि जीतू पटवारी पार्टी के चीफ हैं, उनकी सुरक्षा में चूक न हो इसका ध्यान रखना चाहिए। कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने जीतू पटवारी की सुरक्षा की मांग करते हुए कहा कि जीतू पटवारी कांग्रेस के पीसीसी चीफ हैं, किसी भी पार्टी के नेता हो, उनकी सुरक्षा में चूक न हो इसका ध्यान रखा जाए। हर नागरिक को सुरक्षा मिलनी चाहिए। दरअसल, रतलाम जिले में वोट चोर गद्दी छोड़ जन समर्थन रैली में शामिल होने आए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को धाकड़ समाज के लोगों का विरोध झेलना पड़ा। महू नीमच हाइवे पर धाकड़ समाज के लोगों ने जीतू पटवारी के खिलाफ नारेबाजी की और काले झंडे दिखाए। धाकड़ समाज का विरोध देख पटवारी गाड़ी से नीचे उतरे और अपने बयान को लेकर माफी मांगी। इसके साथ ही उनके गाड़ी के अज्ञात लोगों ने कांच भी फोड़ दिए। क्या है पूरा मामला जीतू पटवारी ने विगत दिनों बीजेपी के नेता मनोहर लाल धाकड़ के 8 लेन कांड को लेकर बयान दिया था। इसको लेकर धाकड़ समाज के लोग विरोध कर रहे थे। अपने बयान पर पटवारी ने धाकड़ समाज के लोगों के बीच पहुंचकर कहा कि अगर आप लोगों को मेरे बयान से ठेस पहुंची हो तो सॉरी मैं आपसे माफी मांगता हूं। मैं भी धाकड़ हूं धाकड़ समाज से ही हूं कोई गलती हुई हो तो क्षमा मांगता हूं। जिसके बाद धाकड़ समाज के लोगों से गले मिलकर पटवारी रतलाम जन समर्थन रैली में पहुंचे। इस दौरान पटवारी के गाड़ी के कांच भी अज्ञात लोगों ने कांच फोड़ दिए।

रायपुर : नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर रोकथाम के लिए राज्य भर में कार्रवाई लगातार जारी

रायपुर दवाओं का दुरुपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। औषधि विभाग एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त कार्रवाई कर नशीली दवाओं के अवैध व्यापार पर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। हाल ही में की गई कार्रवाइयों में कई स्थानों से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित औषधियां जब्त की गईं और आरोपियों को हिरासत में भी लिया गया।    हाल ही में पंडरिया जिला कबीरधाम में प्रतिबंधित औषधि की अवैध बिक्री की सूचना पर छापा मारकर इसकी 200 स्ट्रिप जब्त की गई। वहीं रायपुर में कोडीन फॉस्फेट युक्त औषधियों की अवैध बिक्री पर कार्रवाई करते हुए दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया और इनसे 120 नग औषधियां बरामद की गयी। दोनों मामलों में एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।        गरियाबंद जिले के कोपरा में चन्दन मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर प्रतिबंधित नशीली दवाओं के क्रय विक्रय रिकॉर्ड में अनियमितता पायी गयी। इसके पश्चात दुकान संचालक के विरूद्ध औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 व नियमावली 1945 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।      महासमुंद में नगर पालिका कार्यालय में मेडिकल संचालकों की बैठक आयोजित की गई। इसमें नशामुक्त महासमुंद अभियान पर चर्चा हुई और सभी दवा विक्रेताओं ने समाज को नशे की बुराई से बचाने के लिए सहयोग देने का आश्वासन दिया। बैठक में ये चर्चा की गयी कि नशे के आदि लोग अक्सर दवाइयों का गलत उपयोग करते हैं, जिससे अपराधों में वृद्धि होती है। सभी से अपील है कि नशीली दवाओं की अवैध बिक्री में किसी भी प्रकार से सहयोग न करें।         औषधि विभाग द्वारा  जागरूकता गतिविधियां भी लगातार संचालित की जा रही हैं। इसी क्रम में बेमेतरा जिला मुख्यालय स्थित टाउन हॉल में महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए आमजन को नशा पान से दूर रहने के लिए प्रेरित किया गया। इसके अतिरिक्त जिला कोंडागांव, जांजगीर-चाम्पा, बिलासपुर,  एवं राजनांदगांव मे भी औषधि निरीक्षकों द्वारा समाज में नशीली दवायों के दुष्प्रभावों के सम्बन्ध में जागरूकता लाने के उद्देश्य से शासकीय विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजन किये गए व युवाओं को नशे की लत से दूर रहने के लिए शपथ दिलाई गयी।        एम्स रायपुर के सेंट्रल फार्मेसी स्टोर का राज्य औषधि नियंत्रण प्रशासन के अधिकारियों एवं केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के प्रतिनिधियों द्वारा,  सीडीएससीओ मुंबई से प्राप्त निर्देशों के अनुसार संयुक्त निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स लिमिटेड,  पुणे की कुछ दवाइयों का विधिक सैंपल लिया गया। ये नमूने निर्धारित विधिक प्रक्रियाओं के अनुसार एकत्र किए गए हैं तथा परीक्षण एवं विश्लेषण हेतु अग्रेषित किए जाएंगे, ताकि दवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा एवं प्रभावकारिता सुनिश्चित की जा सके।

बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे सीएम विष्णुदेव साय, हालात का लिया जायजा

रायपुर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज बस्तर दौरे पर हैं. उन्होंने बस्तर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई निरीक्षण किया. उनके साथ मंत्री केदार कश्यप और मंत्री टंक राम वर्मा भी मौजूद रहे. निरीक्षण के बाद मुख्ममंत्री बस्तर, बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा के अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ प्रभावितों की सहायता के लिए अधिकारियों के समीक्षा करेंगे. बाढ़ से प्रभावितों के लिए प्रशासन ने स्थापित किए राहत शिविर प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर भी स्थापित किए हैं, जहां उन्हें भोजन और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. इसके अलावा डोनेशन के माध्यम से कपड़े इकट्ठा कर उनका वितरण किया जा रहा है. रोटरी क्लब के सदस्यों ने कपड़े वितरित किए, जबकि पिछले दिनों जनप्रतिनिधियों द्वारा भी राहत सामग्री प्रदान की गई. नीतीश वर्मा ने बताया कि लगभग 100 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 22 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि कई मकानों को आंशिक क्षति हुई है.

40 से ज्यादा वारदातों में वांछित नक्सली दबोचे, पुलिस को मिली बड़ी सफलता

रांची पश्चिम सिंहभूम जिले के सारंडा के जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान में पुलिस ने दो कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। दोनों नक्सलियों पर 40 से अधिक नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। उनके पास से हथियार सहित अन्य सामान बरामद किए गए हैं। पुलिस की पकड़ में आए नक्सलियों की पहचान सब जोनल कमेटी सदस्य संदीप उर्फ हिडिमा पाडेयाम (निवासी – बीजापुर, छत्तीसगढ़) और एरिया कमेटी सदस्य शिवा बोदरा उर्फ शिबु (निवासी – जोजोडीह, सरायकेला) के रूप में हुई है। इनकी गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उनके पास से एक पिस्टल, 11 जिंदा कारतूस, दो मैगजीन, दो वॉकी-टॉकी, डेटोनेटर और आईईडी बनाने की सामग्री भी बरामद की है। पश्चिम सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने रविवार को बताया कि यह कारर्वाई नक्सलियों के खिलाफ जारी अभियान की बड़ी सफलता है। क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए अभियान आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि 30 अगस्त को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित माओवादी संगठन के शीर्ष नेता अनल उर्फ रमेश, मिसिर बेसरा, अजय महतो सहित कई नक्सली अपने दस्ते के साथ सारंडा क्षेत्र में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। सूचना के आधार पर अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) पारस राणा के नेतृत्व में चाईबासा पुलिस और कोबरा 209 बटालियन की संयुक्त टीम बनाई गई। अभियान के दौरान जराईकेला थाना क्षेत्र के जंगलों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जहां से दोनों नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। संदीप उर्फ हिडिमा पाडेयाम पर झारखंड के विभिन्न थानों में हत्या, पुलिस पर हमले, विस्फोट, आर्म्स एक्ट, यूएपीए और सीएलए एक्ट समेत कुल 30 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह वर्ष 2015 से सक्रिय है और राज्य में कई नक्सली घटनाओं को अंजाम दे चुका है।