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यूएई की एशिया कप टीम तैयार, नए खिलाड़ियों को मिली जगह

अबू धाबी संयुक्त अरब अमीरात ने गुरुवार को आगामी एशिया कप 2025 के लिए 17 सदस्यीय टीम की घोषणा की। एशिया कप में टीम की कमान मुहम्मद वसीम संभालेंगे। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के साथ चल रही त्रिकोणीय सीरीज में मौजूद ज्यादा खिलाड़ियों को स्क्वॉड में जगह मिली है। नए खिलाड़ियों में दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मतिउल्लाह खान और बाएं हाथ के स्पिनर सिमरनजीत सिंह को जोड़ा गया है। एशिया कप 2025 की शुरुआत 9 सितंबर से अबू धाबी में होगी। यूएई की टीम ग्रुप ए में मौजूद है। भारत, ओमान और पाकिस्तान भी इस समूह में हैं। यूएई की टीम अपना मुकाबला भारत के खिलाफ खेलेगी। भारत और यूएई के बीच 10 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में मुकाबला खेला जाएगा। यूएई 15 सितंबर को अबू धाबी के जायेद क्रिकेट स्टेडियम में ओमान से खेलेगा। उनका आखिरी ग्रुप मैच 17 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में पाकिस्तान के साथ होगा। ग्रुप चरण के बाद टूर्नामेंट सुपर 4 में प्रवेश करेगा, जहां प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो टीमें क्वालीफाई करेंगी। सुपर 4 स्टेज 20 से 26 सितंबर तक चलेगा। दुबई में फाइनल खेला जाएगा, जो 28 सितंबर को होना है। मतिउल्लाह ने एक वनडे और पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और उनका आखिरी मैच जुलाई में नाइजीरिया के खिलाफ पर्ल ऑफ अफ्रीका सीरीज में था। सिमरनजीत ने पांच वनडे और 11 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में यूएई का प्रतिनिधित्व किया है और हाल ही में दिसंबर 2023 में गल्फ टी20 अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेले थे। 2016 के बाद से यह यूएई का पहला एशिया कप होगा। एशिया कप 2025 के लिए यूएई टीम: मुहम्मद वसीम (कप्तान), अलीशान शराफू, अर्यांश शर्मा (विकेटकीपर), आसिफ खान, ध्रुव पाराशर, एथन डिसूजा, हैदर अली, हर्षित कौशिक, जुनैद सिद्दीकी, मतिउल्लाह खान, मुहम्मद फारूक, मुहम्मद जवादुल्लाह, मुहम्मद जोहैब, राहुल चोपड़ा (विकेटकीपर), रोहिद खान, सिमरनजीत सिंह और सगीर खान।  

गरीब परिवारों का पक्का घर का सपना हो रहा साकार

135 दिवस में आवास पूर्ण रायपुर, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों के लिए पक्के और सुरक्षित मकान उपलब्ध कराए जा चुके हैं। कच्चे घरों से पक्के घरों में शिफ्ट हुए परिवार अब सम्मानजनक एवं सुरक्षित जीवन व्यतीत कर रहे हैं। जनपद पंचायत दंतेवाड़ा के ग्राम पंचायत गामावाड़ा के नियद नेल्ला नार क्षेत्र में मात्र 135 दिनों में एक आवास का निर्माण कार्य पूरा किया गया, जबकि सामान्य परिस्थितियों में जिले में निर्माण कार्यों में अपेक्षाकृत अधिक समय लगता है। रिकॉर्ड समय में मकान का तैयार होना प्रशासन की दक्षता और प्रतिबद्धता का परिचायक है। योजना के तहत प्रत्येक पात्र लाभार्थी को तीन किस्तों में 1 लाख 20 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है। इसके साथ ही 90 दिन का मनरेगा रोजगार भी उपलब्ध कराया जाता है, ताकि ग्रामीणों को न केवल आवास बल्कि रोजगार का भी सहारा मिल सके। “सबका साथ, सबका विकास” की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में यह योजना एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। सुदूर वनांचल के दंतेवाड़ा जैसे कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाले क्षेत्र में भी इस योजना से लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव आया है। कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी के मार्गदर्शन में आवास निर्माण कार्य समयबद्ध तरीके से पूरे किए जा रहे हैं। बरसात और निर्माण सामग्री की कमी जैसी चुनौतियों के बावजूद प्रशासन ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। जिले में अब तक कुल 2118 पक्के मकान बनकर तैयार हो चुके हैं, जिनमें केवल जनपद दंतेवाड़ा में 547 मकानों का निर्माण संपन्न हुआ है। जिला प्रशासन का कहना है कि आने वाले समय में और अधिक पात्र परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना से जोड़ा जाएगा, ताकि जिले का कोई भी परिवार पक्के घर से वंचित न रहे और प्रत्येक परिवार का पक्का मकान का सपना साकार हो सके।

बप्पा को विदा करते समय इन चीजों का दान देगा घर में सुख-शांति का संदेश

गणपति बप्पा की विदाई का समय नजदीक आ रहा है. इस साल अनंत चतुर्दशी 6 सितंबर, 2025 को मनाई जाएगी. यह दिन गणेशोत्सव के समापन का प्रतीक है, जब भक्तगण भगवान गणेश को अगले साल वापस आने के वादे के साथ भावुक मन से विदा करते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अगर आप बप्पा की विदाई के बाद कुछ खास चीजों का दान करते हैं, तो इससे गणपति जी की कृपा पूरे साल आपके परिवार पर बनी रहती है. आइए जानते हैं कि अनंत चतुर्दशी के दिन किन चीजों का दान करना शुभ माना जाता है. अन्न और वस्त्र का दान गणेश विसर्जन के बाद अन्न और वस्त्र का दान करना बहुत ही पुण्य का काम माना जाता है. आप किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को अनाज, जैसे चावल या दाल, और नए कपड़े दान कर सकते हैं. ऐसा करने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होती है. गुड़ का दान गुड़ को बहुत शुभ माना जाता है और इसे भगवान गणेश का प्रिय भोग भी माना जाता है. अनंत चतुर्दशी के दिन गुड़ का दान करने से आपकी सारी परेशानियां दूर हो सकती हैं. आप किसी मंदिर में या किसी गरीब को गुड़ का दान कर सकते हैं. मान्यता है कि इससे जीवन में मिठास और खुशहाली आती है. नारियल का दान नारियल को हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है और इसे शुभ कामों में इस्तेमाल किया जाता है. बप्पा की विदाई के बाद नारियल का दान करना बहुत फलदायी होता है. आप नारियल को किसी बहती नदी में प्रवाहित कर सकते हैं या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दे सकते हैं. यह दान आपके जीवन से नकारात्मकता को दूर करने में मदद करता है. मोदक और मिठाई का दान मोदक भगवान गणेश का पसंदीदा पकवान है. गणपति विसर्जन के बाद मोदक या अन्य मिठाई का दान करना बहुत ही शुभ होता है. आप मंदिर में या गरीबों में मोदक और मिठाई बांट सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से आपको भगवान गणेश का विशेष आशीर्वाद मिलता है और आपकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. क्यों जरूरी है विसर्जन के बाद दान? हिंदू धर्म में दान का विशेष महत्व बताया गया है. गणपति जी को विघ्नहर्ता और सुखकर्ता कहा गया है. ऐसे में जब उन्हें विदा किया जाता है तो भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए दान-पुण्य का कार्य अवश्य करते हैं. माना जाता है कि यह दान घर से दरिद्रता को दूर कर देता है और सौभाग्य की वृद्धि करता है.

घर में लगाएं पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर, नकारात्मक ऊर्जा होगी समाप्त

माना जाता है कि घर में वास्तु नियमों का ध्यान रखने से व्यक्ति के घर-परिवार में सुख-समृद्धि का माहौल बना रहता है। अधिकतर लोग अपने घरों में देवी-देवताओं की तस्वीर भी लगाते हैं। वास्तु की दृष्टि से ऐसा करना काफी शुभ माना गया है। ऐसे में अगर आप वास्तु नियमों का ध्यान में रखते हुए इन तस्वीरों को घर में लगाते हैं, तो इससे आपको काफी लाभ देखने को मिल सकता है। कहां लगाएं हनुमान जी की तस्वीर वास्तु शास्त्र में हनुमान जी की पंचमुखी तस्वीर लगाने के लिए घर के दक्षिण-पश्चिम कोने को सबसे उत्तम माना गया है। यह कोना समृद्धि और स्थिरता के रूप में देखा जाता है। ऐसे में अगर इस दिशा में हनुमान जी की पंचमुखी तस्वीर लगाते हैं, तो इससे आपको वास्तु दोष से राहत देखने को मिल सकती है। साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बढ़ता है। जानिए सही विधि हनुमान जी की तस्वीर लगाने से पहले आपको उस जगह को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए। इसके साथ ही गंगाजल का छिड़काव भी करें। इसके साथ ही ॐ हं हनुमते नमः मंत्र का जप करें। इसके बाद हनुमान जी की पंचमुखी तस्वीर स्थापित करें। इसके साथ ही आपको रोजाना विशेषकर मंगलवार और शनिवार के दिन इस तस्वीर के सामने चमेली के तेल का दीपक जलाएं। ये तस्वीरें भी हैं शुभ वास्तु शास्त्र में माना गया है कि घर में भगवान गणेश, लक्ष्मी, सरस्वती और अन्य देवी-देवताओं की तस्वीर लगाने से भी सुख-समृद्धि बढ़ती है। देवी-देवताओं की तस्वीरों को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके लगाना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही पूजा स्थल पर देवी-देवताओं की फोटो को हमेशा ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। न करें ये गलती घर में कभी भी टूटी हुई या फिर खंडित तस्वीरें नहीं रखना चाहिए। इससे वास्तु दोष का खतरा बढ़ सकता है। इन तस्वीरों को सम्मानपूर्वक विसर्जित कर देना चाहिए और क्षमायाचना करनी चाहिए। इसके साथ ही वास्तु में माना गया है कि कभी भी देवी-देवताओं की तस्वीरों को बेडरूम में या फिर बाथरूम के पास नहीं लगाना चाहिए। वरना आपको बुरे परिणाम झेलने पड़ सकते हैं।  

PM नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले मणिपुर में हुई अहम बैठक, तय हुई बड़ी सहमति

मणिपुर  मणिपुर के लिए नई दिल्ली से बड़ी खबर है। पीएम मोदी के मणिपुर दौरे की चर्चा के बीच 'कुकी-जो' परिषद ने राष्ट्रीय राजमार्ग-2 को यात्रियों और आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आवाजाही के लिए खोलने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि उनके ( PM Modi ) पहुंचने से पहले कई फैसले गुडविल के तौर पर लिए जा रहे हैं। फिलहाल केंद्र सरकार की पूरी कोशिश है कि मणिपुर में हालात सामान्य और स्थिर रहें। केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) के अनुसार, यह फैसला नई दिल्ली में गृह मंत्रालय के अधिकारियों और केजेडसी के प्रतिनिधिमंडल के बीच हुई कई बैठकों के बाद लिया गया। केजेडसी ने राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर शांति बनाए रखने के लिए भारत सरकार द्वारा तैनात सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने का वचन दिया है। गृह मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि कुकी-जो परिषद ने एनएच-2 पर शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताई है। मणिपुर को नागालैंड और पूर्वोत्तर के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाली महत्वपूर्ण जीवनरेखा एनएच-2, मई 2023 में राज्य में भड़के जातीय तनाव के कारण अवरुद्ध हो गई थी। मेइती और कुकी-जो समुदायों के बीच संघर्ष के कारण व्यापक हिंसा, जान-माल की हानि, हजारों लोगों का विस्थापन और गहराता मानवीय संकट उत्पन्न हुआ है। राजमार्ग को फिर से खोलना विश्वास बहाली और हिंसा प्रभावित राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इंफाल और नई दिल्ली के अधिकारियों का मानना है कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति आसान होने से विस्थापित परिवारों और राहत शिविरों में रह रहे लोगों की कठिनाइयां कम होंगी। गृह मंत्रालय ने बताया कि गुरुवार को नई दिल्ली में गृह मंत्रालय, मणिपुर सरकार, केएनओ और यूपीएफ के प्रतिनिधियों के बीच एक त्रिपक्षीय बैठक हुई। इस बैठक का समापन त्रिपक्षीय परिचालन निलंबन (एसओओ) समझौते पर हस्ताक्षर के साथ हुआ, जिसमें फिर से बातचीत की गई शर्तों और नियमों (आधारभूत नियमों) को हस्ताक्षर की तिथि से एक वर्ष के लिए प्रभावी माना जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि संशोधित आधारभूत नियमों में दो प्रमुख बिंदुओं पर बल दिया गया है। मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता और मणिपुर में स्थायी शांति व स्थिरता के लिए बातचीत के माध्यम से समाधान की आवश्यकता। साथ ही, गृह मंत्रालय ने बताया कि केएनओ और यूपीएफ ने संघर्ष की आशंका वाले क्षेत्रों से सात निर्दिष्ट शिविरों में स्थानांतरण, शिविरों की संख्या कम करने, हथियारों को निकटतम सीआरपीएफ और बीएसएफ शिविरों में स्थानांतरित करने, और सुरक्षा बलों द्वारा कैडरों का कठोर भौतिक सत्यापन करने पर सहमति जताई है, ताकि विदेशी नागरिकों (यदि कोई हों) को सूची से हटाया जा सके।  

बाढ़ पीड़ितों के लिए बड़ी मदद: पंजाब सरकार ने मंजूर किए 71 करोड़ रुपये

पंजाब  पंजाब के राजस्व, पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार बाढ़ के दौरान राज्यवासियों को हुए नुकसान की भरपाई करने तथा उनके लिये समय पर राहत और पुनर्वास उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए तुरंत उपाय के रूप में कुल 71 करोड़ रुपये जारी किए हैं। 71 करोड़ रुपये जारी मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने बतया कि पहले चरण में सभी जिलों को 35.50 करोड़ रुपये पहले ही जारी किये जा चुके हैं। अब सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित 12 जिलों के लिए 35.50 करोड़ रुपये की और राशि मंजूर कर दी गई है। बताया कि राज्य सरकार जन-धन की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रही है और प्रभावित परिवारों को बिना किसी देरी के आवश्यक सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भगवंत मान सरकार तुरंत राहत के साथ-साथ पुनर्वास भी सुनिश्चित कर रही है। इस दौरान सरकार द्वारा विशेष ध्यान उन किसानों पर दिया जा रहा है, जिन्हें फसलों का भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इन जिलों को आवंटित की गई धनराशि जिलावार विवरण साझा करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव-कम-वित्त आयुक्त (राजस्व) अनुराग वर्मा ने बताया कि जिन जिलों को यह फंड आवंटित किए गए हैं। उनमें अमृतसर को 5 करोड़ रुपये, बठिंडा को 2 करोड़ रुपये, बरनाला को 1 करोड़ रुपये, फरीदकोट को 1 करोड़ रुपये, फिरोज़पुर को 5 करोड़ रुपये, फाजिल्का को 5 करोड़ रुपये, फतेहगढ़ साहिब को 1 करोड़ रुपये, गुरदासपुर को 6.5 करोड़ रुपये, होशियारपुर को 3 करोड़ रुपये, जालंधर को 5 करोड़ रुपये, कपूरथला को 5 करोड़ रुपये, लुधियाना को 5 करोड़ रुपये, मोगा को 1.5 करोड़ रुपये, मानसा को 1 करोड़ रुपये, मालेरकोटला को 1 करोड़ रुपये, पटियाला को 5 करोड़ रुपये, पठानकोट को 4 करोड़ रुपये, रूपनगर को 2.5 करोड़ रुपये, श्री मुक्तसर साहिब को 2 करोड़ रुपये, एसएएस नगर को 2 करोड़ रुपये, एसबीएस नगर को 1 करोड़ रुपये, संगरूर को 1.5 करोड़ रुपये और जिला तरन तारन को 5 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है।

खाने में लापरवाही का मामला: आश्रम में छात्र हुए भूखे, प्रभारी अधीक्षक सस्पेंड

सुकमा बस्तर संभाग के सुकमा जिले से एक बार फिर छात्रावास में बच्चों के भोजन से जुड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। बीते दिनों जहां बच्चों के खाने में फिनाइल मिलने की घटना ने सबको चौंका दिया था, वहीं अब बालक आश्रम मानकापाल में छात्रों को केवल नमक और चावल परोसने का मामला उजागर हुआ है। इस मामले की शिकायत पर जिला प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए जांच करवाई। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देश पर सहायक आयुक्त हेमंत सिन्हा और मंडल संयोजक मौके पर पहुंचे और जांच की। अधीक्षक निलंबित जांच में आरोप सही पाए जाने पर प्रभारी अधीक्षक जय प्रकाश बघेल को सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 का उल्लंघन तथा पदीय कर्तव्यों में घोर लापरवाही बरतने का दोषी मानते हुए तत्काल निलंबित कर विभागीय जांच संस्थित की गई है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय कार्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सुकमा रहेगा तथा उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। कलेक्टर ध्रुव ने स्पष्ट किया है कि आश्रमों एवं छात्रावासों में बच्चों के भोजन, स्वास्थ्य और देखभाल में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि छात्रावासों और आश्रमों में बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने की सतत निगरानी सुनिश्चित करें।

नागपुर-पाराडोल रेलवे हॉल्ट सर्वे को लेकर बैठक संपन्न

नागपुर-पाराडोल रेलवे हॉल्ट सर्वे को लेकर बैठक संपन्न कलेक्टर बोले- रेलवे परियोजना में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं होगी मनेन्द्रगढ़/एमसीबी जिले में नागपुर-पाराडोल रेलवे हॉल्ट परियोजना से जुड़ी भूमि अधिग्रहण और संयुक्त मापन सर्वेक्षण (JMS) पर चर्चा के लिए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डी. राहुल वेंकट की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में रेलवे, वन, लोक निर्माण, कृषि, उद्यानिकी, पीएचई और सीएसपीडीसीएल विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। कलेक्टर ने कहा कि रेलवे परियोजना क्षेत्रीय विकास और नागरिक सुविधा दोनों के लिए अहम है, इसलिए कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने सभी विभागों को आपसी समन्वय और समयबद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में भूमि स्वामियों का विवरण, भू-खण्ड वर्गीकरण, फसल और संपत्तियों की स्थिति, भवनों व अन्य परिसंपत्तियों का सर्वे, फलदार व इमारती वृक्षों का मापन आदि बिंदुओं पर प्रारूप तय किए गए। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शिता और भूमि स्वामियों की उपस्थिति में होनी चाहिए। प्रभावित गांव बंजी, सरोला, चिरई पानी, सरभोका, चिताझोर और पाराडोल में सप्ताहवार शिविर लगाकर सर्वे करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक हितग्राही का फोटो-वीडियो रिकॉर्ड तैयार कर अलग फोल्डर में संकलित कर एसडीएम को सौंपा जाए। साथ ही जनपद सीईओ, सरपंच और सचिव की उपस्थिति भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर अनिल कुमार सिदार, संयुक्त कलेक्टर इंदिरा मिश्रा, एसडीएम लिंगराज सिदार, शशि शेखर मिश्रा, विजयेन्द्र सारथी, तहसीलदार, रेलवे विभाग के अधिकारी, आरआई और पटवारी उपस्थित रहे।

बिहार बंद का कारण: लालू यादव ने मोदी और गुजराती के बयान पर जताई नाराजगी

पटना राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी को दी गई मां की गाली के खिलाफ एनडीए दलों के बिहार बंद का विरोध किया है और कहा कि बिहारियों को गुजराती लोग हल्के में ना लें। मोदी को गाली प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी समेत एनडीए के सारे दलों ने बिहार बंद किया है। राज्य के सभी जिलों में एनडीए दलों के नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे हैं। बंद के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के खिलाफ नारबाजी भी हुई है। लालू ने एक ट्वीट में मोदी के साथ भाजपा पर हमला किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लालू यादव ने लिखा है, "क्या प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपाइयों को आदेश दिया है कि आज पूरे बिहार और बिहारियों की माताओं-बहनों और बेटियों को गाली दो? गुजराती लोग बिहारियों को इतने हल्के में ना लें? यह बिहार है। बीजेपी के गुंडे-मव्वाली सम्मानित शिक्षिकाओं, राह चलती महिलाओं, छात्राओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पत्रकारों को गालियां दे रहे है, उनके साथ हाथापाई कर दुर्व्यवहार कर रहे है? क्या यह उचित है?" राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान पीएम मोदी को गाली को उनकी मां का अपमान बताकर सियासत जोरों पर है। गुरुवार को सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक बंद का ऐलान किया गया था। सभी जिलों से बंदी की खबरें आईं हैं। कई जिलों में उग्र प्रदर्शन भी हुए। हालांकि ट्रेन और आवश्क सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया था। बिहारशरीफ में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी जाम में फंस गए। वो राजगीर जा रहे थे कि नालंदा के पतासंग गांव के पास एनएच-20 पर उनका काफिला जाम में फंसा दिखा।  

विचारपुर की फुटबॉल टीम से मिले मंत्री सारंग, खिलाड़ियों को दी हौसला अफजाई

‘मिनी ब्राजील’ विचारपुर: मंत्री सारंग ने खिलाड़ियों के साथ साझा किया अनुभव और प्रेरणा जर्मनी के क्लब द्वारा विचारपुर टीम के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण की पेशकश भोपाल  खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने गुरुवार को टीटी नगर स्टेडियम, भोपाल में ‘मिनी ब्राजील’ के नाम से प्रसिद्ध शहडोल जिले के विचारपुर ग्राम की फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों से भेंट कर उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह क्षण मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। मंत्री सारंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 30 जुलाई 2023 को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में विचारपुर का उल्लेख कर इसे ‘मिनी ब्राजील’ नाम दिया था। प्रधानमंत्री द्वारा की गई इस सराहना ने विचारपुर के खिलाड़ियों को नई पहचान दी और अब यही पहचान वैश्विक मंच पर अपना स्थान बना रही है। प्रधानमंत्री मोदी के पॉडकास्ट में उल्लेख के बाद जर्मनी के प्रतिष्ठित फुटबॉल क्लब एफ.सी. Ingolstadt 04 ने विचारपुर के खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण का अवसर देने की इच्छा जताई है। खिलाड़ियों को दी शुभकामनाएं मंत्री सारंग ने कहा कि विचारपुर के युवा खिलाड़ियों में अपार संभावनाएं छिपी हैं। वे अब केवल अपने गांव या प्रदेश के नहीं, बल्कि पूरे देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने खिलाड़ियों से आह्वान किया कि वे अपने खेल को उस स्तर तक ले जाएं कि विदेशों में भी ‘मिनी विचारपुर’ टीम के नाम से भारत की पहचान बने। उन्होंने खिलाड़ियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और आशा व्यक्त की कि यह अवसर आने वाले समय में प्रदेश की खेल प्रतिभा के लिए प्रेरणा बनेगा। खिलाड़ियों में उत्साह मंत्री सारंग से संवाद के दौरान खिलाड़ियों ने कहा कि यदि उन्हें जर्मनी जाने का अवसर प्राप्त होता है तो वे अपने खेल कौशल (स्किल्स) को और बेहतर करेंगे तथा वहां सीखी गई तकनीक और अनुभव को वापस आकर अपने साथियों और आने वाली पीढ़ी के साथ साझा करेंगे। कुल 4 खिलाड़ियों को मिलेगा अवसर जर्मनी का फुटबॉल क्लब विचारपुर ग्राम से कुल 4 खिलाड़ियों और 1 प्रशिक्षक को 4 से 12 अक्टूबर 2025 तक आमंत्रित कर रहा है। इसमें 2 बालक और 2 बालिका खिलाड़ी शामिल होंगे। उन्हें विश्वस्तरीय प्रशिक्षण, आधुनिक सुविधाएं और खेल का व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाएगा। इसके लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा चयन प्रक्रिया आयोजित की जाएगी, जिसमें तकनीकी मानदंड, खिलाड़ियों की उपलब्धियां और शारीरिक दक्षता को आधार बनाया जाएगा। यह अवसर विचारपुर के खिलाड़ियों के भविष्य को नई दिशा देगा और प्रदेश की खेल प्रतिभा को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।।