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धार दौरे की तैयारियां तेज़, पीएम मोदी का ‘भारत-1’ विमान इंदौर में लैंड

इंदौर  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi) के 17 सितंबर को प्रस्तावित धार दौरे के पहले उनका बोइंग-777 (भारत-1) विमान इंदौर एयरपोर्ट पहुंचा। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस विमान अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विमान के जैसा ही है। ट्रायल के तौर पर भारत-1 विमान दोपहर 12.40 बजे एयरपोर्ट पर उतरा और करीब 25 मिनट रुकने के बाद फिर से दिल्ली की ओर उड़ गया। हेलिकॉप्टर से जाएंगे धार मालूम हो पीएम 17 सितंबर को इंदौर एयरपोर्ट पर इसी विमान से आएंगे और यहां से हेलिकॉप्टर से धार पहुचेंगे। दो दिन पहले मोदी के हेलिकॉप्टर इंदौर आ जाएंगे, इनकी संख्या तीन से पांच हो सकती है। यह विमान पहले भी ट्रायल के लिए इंदौर आ चुका है। एयरपोर्ट को इसकी सूचना दो दिन पहले मिल गई थी। विमान को उतारने का ट्रायल सुरक्षा और अन्य तकनीकी मापदंडों को परखने के लिए किया गया है। गुरुवार को ट्रायल के लिए सभी तैयारियां पूरी रखी गई। विमान की एयरपोर्ट पर लैंडिंग के सभी सुरक्षा मानक सही मिले। इन खूबियों से लैस है भारत-1     यह 35 हजार फीट ऊंचाई पर 1,013 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है।     एक बार में 6800 मील की दूरी तय कर सकता है।     अधिकतम 45,100 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है।     इसे एयरफोर्स ऑपरेट करती है। इस पर किसी तरह के अटैक का असर नहीं होता।     बैठने, सोने से लेकर मीटिंग समेत संचार की हर तकनीक इसमें मौजूद है।

पुलिस विभाग में बदलाव: वैशाली जिले के कई पदाधिकारियों का तबादला हुआ तय

 वैशाली वैशाली जिले में गुरुवार को बड़े पैमाने पर पुलिस पदाधिकारियों का तबादला किया गया। वैशाली के पुलिस अधीक्षक ललित मोहन शर्मा ने चार थाना अध्यक्ष समेत कुल 19 पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है। एसपी ने सभी को 24 घंटे के भीतर अपने नए पदस्थापित स्थल पर योगदान देने का निर्देश दिया है। इस आदेश के तहत पुलिस अपर निरीक्षक चांदनी कुमारी सांवरिया को पुलिस लाइन से थाना अध्यक्ष तिसिऔता बनाया गया है। प्रवीण कुमार को पुलिस केंद्र से थाना अध्यक्ष बेलसर, गौतम कुमार साह को पुलिस केंद्र से थाना अध्यक्ष सहदेई और पुरुषोत्तम यादव को पुलिस केंद्र से थाना अध्यक्ष जुड़ावनपुर की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह पुलिस अपर निरीक्षक राकेश कुमार यादव को पुलिस केंद्र हाजीपुर से अपर थाना अध्यक्ष विदुपुर, अनामिका कुमारी को अपर थाना अध्यक्ष बेलसर, अदिति कुमारी को पातेपुर थाना अनुसंधान इकाई, शालिनी कुमारी को जंदाहा थाना अनुसंधान इकाई, रंजीत कुमार को गोरौल थाना अनुसंधान इकाई, राहुल कुमार रंजन और सतेन्द्र कुमार को नगर थाना अनुसंधान इकाई, हरि प्रसाद राय और मनमोहन कुमार को महुआ थाना अनुसंधान इकाई, राहुल कुमार को गोरौल थाना अनुसंधान इकाई, दिवाकर ताती को लालगंज थाना अनुसंधान इकाई, रूपक कुमार को राजापाकड़ थाना अनुसंधान इकाई, राजेश कुमार को विदुपुर थाना अनुसंधान इकाई, कुमार सचिन को त्वरित विचारण कोषांग पुलिस कार्यालय तथा दिनेश कुमार को सदर थाना अनुसंधान इकाई में पदस्थापित किया गया है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले जुड़ावनपुर, बराटी, राजापाकड़ सहित आधा दर्जन से अधिक थाना अध्यक्षों और पुलिस पदाधिकारियों का तबादला वैशाली से अन्य जिलों में किया गया था। इसके बाद कई थानों में पद खाली हो गए थे। इन्हीं रिक्तियों को भरते हुए अब चार नए थाना अध्यक्षों समेत 19 पुलिस पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।  

पोखरा में फंसी भारतीय टीम की आपबीती वायरल, उपासना गिल ने भावुक होकर मांगी मदद

काठमांडू  नेपाल में जारी हिंसक प्रदर्शनों के बीच भारतीय दूतावास ने एक बड़ी राहत भरी कार्रवाई करते हुए फंसी हुई भारतीय वॉलीबॉल टीम को सुरक्षित निकाला. यह कदम उस समय उठाया गया, जब टीवी प्रेजेंटर उपासना गिल का एक भावुक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया. गिल नेपाल में एक वॉलीबॉल लीग के लिए गई थीं, लेकिन अचानक फैली हिंसा में फंस गईं. उनके वीडियो अपील ने ही भारतीय दूतावास को सक्रिय किया और पूरी टीम की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकी. वीडियो अपील बनी सहारा उपासना गिल ने पोखरा से वीडियो जारी कर मदद की गुहार लगाई थी. उन्होंने कहा, 'मेरा नाम उपासना गिल है और मैं यह वीडियो प्रफुल्ल गर्ग को भेज रही हूं. मैं भारतीय दूतावास से मदद की अपील करती हूं. जो भी मदद कर सकते हैं, कृपया करें. मैं पोखरा, नेपाल में फंसी हुई हूं.'  गिल ने अपने होटल पर हुए हमले का भी जिक्र किया.उन्होंने बताया कि जिस होटल में वह ठहरी थीं, उसे प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया. उन्होंने कहा, 'मेरे सारे सामान और सामान से भरा कमरा जल गया. मैं उस समय स्पा में थी और प्रदर्शनकारी बड़े-बड़े डंडों के साथ पीछा कर रहे थे. मैं मुश्किल से अपनी जान बचा पाई.' दूतावास की त्वरित कार्रवाई वीडियो सामने आते ही भारतीय दूतावास ने तुरंत हरकत में आते हुए वॉलीबॉल टीम को काठमांडू स्थित सुरक्षित घर में शिफ्ट किया. सूत्रों के मुताबिक टीम के अधिकांश सदस्य पहले ही भारत लौट चुके हैं और बाकी की वापसी की तैयारी की जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि दूतावास लगातार टीम के सभी सदस्यों से संपर्क बनाए हुए है और उनकी सुरक्षा पर नजर रखे हुए है. नेपाल में क्यों भड़के प्रदर्शन? नेपाल में सोमवार को सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे. लेकिन ये प्रदर्शन जल्दी ही भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के खिलाफ व्यापक जन आंदोलन में बदल गए. हालात इतने बिगड़े कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा. राजधानी काठमांडू से लेकर पोखरा तक प्रदर्शनकारियों ने सरकारी इमारतों और होटलों को निशाना बनाया, जिससे आम लोगों और पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. फंसे भारतीयों के लिए हेल्पलाइन भारतीय दूतावास ने न सिर्फ टीम को बचाया, बल्कि नेपाल में फंसे अन्य भारतीयों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. काठमांडू स्थित कंट्रोल रूम लगातार सक्रिय है और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता उपलब्ध करा रहा है. दूतावास के इस प्रयास ने एक बार फिर यह साबित किया कि संकट की घड़ी में विदेशों में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालना सरकार की प्राथमिकता रहती है. राहत की सांस वॉलीबॉल टीम के सुरक्षित निकलने के बाद उनके परिवारों ने राहत की सांस ली है. जिन खिलाड़ियों की वापसी अभी बाकी है, उनके लिए भी जल्द इंतजाम किए जा रहे हैं. उपासना गिल ने भी भारतीय दूतावास का धन्यवाद करते हुए कहा कि अगर समय रहते मदद न मिलती, तो हालात बेहद गंभीर हो सकते थे. नेपाल में भले ही हालात अभी सामान्य नहीं हैं, लेकिन भारतीय दूतावास की त्वरित और संवेदनशील कार्रवाई ने न सिर्फ खिलाड़ियों की जान बचाई, बल्कि संकट में फंसे लोगों को भरोसा भी दिलाया कि भारत हमेशा अपने नागरिकों के साथ खड़ा है.

बीकानेर में संभावित हाईकोर्ट बेंच को लेकर विवाद, वकीलों ने ठप किया कामकाज

जयपुर बीकानेर में हाईकोर्ट की संभावित बेंच को लेकर विरोध तेज हो गया है। शुक्रवार को जयपुर और जोधपुर हाईकोर्ट सहित अधीनस्थ न्यायालयों में वकील कार्य बहिष्कार पर रहेंगे। यह निर्णय केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के एक वीडियो बयान के बाद लिया गया, जिसमें उन्होंने बीकानेर में बेंच को लेकर संकेत दिए थे। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन सहित अन्य बार संघों की आपात बैठक में मंत्री के बयान को "भ्रम फैलाने वाला" बताते हुए उसकी निंदा की गई। वकीलों का कहना है कि इससे न्यायिक प्रणाली में असमंजस की स्थिति बनी है। गौरतलब है कि कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल बीकानेर लाेकसभा से सांसद हैं। इसलिए यह समझा जा रहा है कि वे अपने क्षेत्र में हाईकोर्ट की बैंच लेकर आना चाह रहे हैं। राजस्थान में हाईकोर्ट की नई बैंच को लेकर छिड़ा विवाद नया नहीं है। पहले भी इस तरह के प्रयास किए गए लेकिन वकीलों के भारी विरोध के चलते इसे वापस भी लेना पड़ा। किस बयान पर मचा है बवाल दरअसल, कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बीकानेर में बैंच के एक सवाल पर बयान देते हुए कहा था कि सीजेआई बीआर गवई सिंतबर में बीकानेर आ रहे हैं। तब यह विषय रहेगा। अगर वे आ रहे हैं तो इस मामले में कुछ प्रोग्रेस हुआ होगा। बीकानेर को क्या कुछ देने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि यह तो जब वो आएंगे तभी उसकी घोषणा होगी। अदालतों में तीन दिन तक कामकाज ठप शुक्रवार को कार्य बहिष्कार के बाद, शनिवार (दूसरा शनिवार) और रविवार को अदालतें बंद रहेंगी। ऐसे में अब सोमवार को ही न्यायिक कार्य सामान्य रूप से शुरू हो सकेगा।

क्रेज गायब या फैंस का संदेश? इंडिया vs पाकिस्तान मैच के आधे टिकट बेचे नहीं गए

नई दिल्ली  इंडिया और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हो और टिकटों के लिए मारामारी ना हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। हालांकि, अब ये हकीकत बदलने वाली है। पिछले दो-तीन दशक से भले ही इंडिया वर्सेस पाकिस्तान मैच के टिकट के लिए जबरदस्त क्रेज फैंस के भीतर देखा जाता हो, लेकिन अब ऐसा नहीं है। एशिया कप 2025 में इंडिया और पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को लीग मैच होना है। दुबई के दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में ये मैच है, लेकिन दो दिन पहले तक मैच के 50 फीसदी के करीब टिकट अनसोल्ड हैं। इसके पीछे के कारणों को समझते हैं। दरअसल, भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट के इतिहास में शायद पहली बार ऐसा है, जब इंडिया वर्सेस पाकिस्तान मैच के टिकट मैच से पहले तक उपलब्ध रहने वाले हैं। इंडिया और पाकिस्तान के मैच के लिए फैंस में जबरदस्त क्रेज रहता था, लेकिन एशिया कप 2025 के मैच के दौरान ऐसा शायद देखने को मिलने वाला नहीं है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट में बताया गया है कि करीब 50 फीसदी टिकट इस इंडिया वर्सेस पाकिस्तान मैच के बिके नहीं हैं। इसका पहला कारण ये हो सकता है कि भारतीय फैंस इस मैच का बॉयकॉट कर रहे हैं और वे बीसीसीआई, भारत सरकार, एशियन क्रिकेट काउंसिल और पूरी क्रिकेट बिरादरी को दिखाना चाहते हैं कि वे इंडिया और पाकिस्तान के बीच किसी भी स्तर पर क्रिकेट देखना पसंद नहीं करेंगे। ऐसा इसलिए भी हो रहा है, क्योंकि इस साल की शुरुआत में पहलगाम में पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों ने 26 मासूमों की जान ली थी। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन गई थी। आधिकारिक तौर पर युद्ध की घोषणा नहीं थी, लेकिन दोनों छोर से गोला बारी, एयरस्ट्राइक जारी थी। भारत ने बहुत नुकसान पाकिस्तान का किया था। ऑपरेशन सिंदूर ने भी पाकिस्तान को बर्बाद कर दिया था। पाकिस्तान घुटनों पर आ गया था और इन हमलों की रोकने की गुहार लगाई। भारत सरकार मान गई। उधर, भारतीय क्रिकेट फैंस इस बात से नाराज थे कि भारत सरकार और बीसीसीआई ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच का बहिष्कार नहीं किया। यही नाराजगी अब टिकट विंडो पर दिख रही है। जिस मैच के लिए ब्लैक में टिकट मिलते थे, उस मैच के लिए टिकट बिक नहीं पा रहे। भारतीय फैंस उस समय बहुत खुश थे, जब रिटायर्ड इंडियन क्रिकेटरों ने लीजेंड्स लीग में पाकिस्तान के खिलाफ लीग मैच और फिर सेमीफाइनल खेलने से इनकार कर दिया था। हालांकि, इंटरनेशनल लेवल पर ऐसा नहीं हो रहा। दूसरा कारण इसका ये हो सकता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच मैच का क्रेज इस वजह से भी कम हुआ है, क्योंकि पाकिस्तान की टीम अब उस दर्जे की है नहीं। पाकिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया ने पिछले 5 व्हाइट बॉल गेम एकतरफा अंदाज में जीते हैं। इससे पता चलता है कि पाकिस्तान की टीम भारत को टक्कर नहीं दे पाती। पाकिस्तान के फैंस भी इस बात से नाराज रहते हैं। सोशल मीडिया पर उनकी नाराजगी आप हर मैच के बाद देख सकते हैं।  

जल्द खत्म होगी शिक्षकों की परेशानी, ट्रांसफर पॉलिसी पर नवरात्रों में बड़ा फैसला संभव

हरियाणा  लंबे समय से तबादला ड्राइव की प्रतीक्षा कर रहे शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है। नवरात्रों में नई संशोधित ट्रांसफर पॉलिसी को मंजूरी मिल सकती है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से ट्रांसफर ड्राइव को हरी झंडी दी जा चुकी है। अब मुख्य सचिव कार्यालय का मानव संसाधन विभाग नीति का अंतिम प्रारूप तैयार कर रहा है। शिक्षा विभाग ने भी विभिन्न श्रेणियों के शिक्षकों के लिए ऑनलाइन तबादला ड्राइव का मसौदा तैयार कर लिया है। इस बीच, शुक्रवार को हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) का प्रतिनिधिमंडल, राज्य प्रधान सतपाल सिंधु के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के उपप्रधान सचिव यशपाल यादव से मिला और मांग पत्र सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षकों के ट्रांसफर ड्राइव को जल्द शुरू करने की मांग पर जोर दिया। यशपाल यादव ने भरोसा दिलाया कि संशोधित ट्रांसफर पॉलिसी का प्रारूप तैयार हो चुका है और जल्द ही अधिसूचना जारी की जाएगी।   पुरानी पेंशन योजना और पदोन्नति की मांग हसला ने शिक्षकों की कई अन्य समस्याएं भी प्रमुखता से उठाईं। मुलाकात के दौरान पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) बहाली की मांग रखी गई। प्रिंसिपल के लगभग 250 रिक्त पदों पर पदोन्नति प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने की बात कही। पीजीटी (ग्रुप-बी) शिक्षकों को एचसीएस और आईएएस भर्ती में मौका देने की मांग की गई। पीजीटी पदनाम को लेक्चरर करने और मेडिकल रिइम्बर्समेंट से जुड़ी फाइलों को अंतिम रूप देने की भी मांग उठाई गई। एसोसिएशन ने पैनल्ड अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की। साथ ही, प्रोबेशन पूरा कर चुके प्राध्यापकों को कन्फर्म करने, सीसीएल (चाइल्ड केयर लीव) ऑनलाइन पोर्टल का लिंक जारी करने और एचआरए की संशोधित दरें लागू करने का मुद्दा भी उठाया। हसला ने कहा कि एसीपी, मेडिकल रिइम्बर्समेंट, सीसीएल, अवकाश व अध्ययन अनुमति जैसी लंबित फाइलों में नागरिक चार्टर का पालन होना चाहिए। गैर-शैक्षणिक कार्य से मुक्ति की मांग बैठक में हसला ने शिक्षकों से गैर-शैक्षणिक कार्य न लेने की मांग को सबसे जोरदार तरीके से उठाया। संगठन ने तर्क दिया कि ऐसे कार्यों में शिक्षकों की ऊर्जा और समय नष्ट होता है, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित होती है। शिक्षा विभाग पहले ही शिक्षक संगठनों से बैठक कर चुका है और रेशनेलाइजेशन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। एमआईएस पोर्टल पर मौजूद त्रुटियों को भी ठीक किया गया है। बावजूद इसके, अब तक ट्रांसफर ड्राइव शुरू नहीं हो पाया, जबकि शैक्षणिक सत्र 2025-26 आधा बीत चुका है। ये मांगें भी उठाई     कॉलेज कैडर में पदोन्नति का अवसर उपलब्ध कराना।     पीजीटी को 4800 ग्रेड पे की जगह 5400 ग्रेड पे देना।     पुरुष शिक्षकों को भी 15 सीएल देने का प्रावधान।     पीजीटी की नवीनतम वरिष्ठता सूची जारी करना।     पीजीटी को एईओ (सहायक शिक्षा अधिकारी) खेल पद पर नियुक्ति देना।     ग्रुप-बी कर्मचारियों को कम्पेन्सेटरी लीव देने की सुविधा।     राष्ट्रीय पर्व यदि राजपत्रित अवकाश पर पड़ें तो अगले दिन छुट्टी या कार्यदिवस को स्पष्ट करना।     सभी कर्मचारियों को विभागीय पहचान पत्र जारी करना।     मेडिकल लीव का प्रावधान और सेवानिवृत्ति आयु 58 से बढ़ाकर 60 वर्ष करने की मांग। यह तैयार हुआ है मसौदा     पहला चरण – अंतर जिला पीआरटी, जेबीटी और सीएंडवी शिक्षक।     दूसरा चरण – पीएमश्री और मॉडल संस्कृति स्कूल।     तीसरा चरण – प्रिंसिपल, हेड मास्टर और मौलिक मुख्य अध्यापक।     चौथा चरण – पीजीटी, सीएंडवी, टीजीटी, एचटी और नियमित पीआरटी।     पांचवां चरण – गेस्ट टीचर कैटेगरी के पीजीटी, टीजीटी, एचटी और पीआरटी।

भोपाल: ब्रह्माकुमारी संस्था ने ‘बेटी की रसोई’ की ज्योति राय को दिया प्रेरक सम्मान

बेटी की रसोई संचालिका श्रीमती ज्योति राय (कलार)को प्रख्यात अंतरराष्ट्रीय प्रेरक प्रवक्ता डॉ ई बी स्वामी नाथन ब्रह्मा कुमारी मूल्य उपवन अचार पुरा भोपाल द्वारा दिया  गया सम्मान।  भोपाल  दिनचर्या पशु पक्षी और मानव सेवा से शुरू होती है यह निरंतर 6 वर्षों से जरूरतमंदों को निशुल्क सेवा प्रदान करती आ आ रही है इनका साथ देते हैं इनके सुपुत्र भोपाल के जाने-माने बिजनेसमैन  नमन राय यह  अपने परिवार बालों का जन्मदिवस, और अपने सहयोगियों का जन्म दिवस पुण्यतिथि ,शादी की सालगिरह, इत्यादि, वृक्षारोपण के साथ  सेवा भारती के कुष्ठ आश्रम, दिव्यांग आश्रम कैंसर अस्पताल मे मनाती आई है   कुछ वर्षों पहले माउंट आबू से लौटते समय इन्होंने कचरे में से एक सज्जन को भोजन उठा कर खाते देखा तब से इनके मन में आया कि क्यों ना हम ऐसे जरूरतमंदों को निशुल्क भोजन की व्यवस्था करे जहां प्रशासन भी नहीं  पहुंच पाता इस सेवा के लिए इन्होंने कदम आगे बढ़ा दिए शिव बाबा की कृपा से भोपाल के आसपास भी यह  कार्य निरंतर चल रहा है. इन्हें अभी कोई सरकारी सुविधा नहीं मिल  रही है  यह अपने परिवार दोस्तों के सहयोग से यह कार्य कर रही हैं इनका मुख्य उद्देश्य है  गो माता की सेवा और हर उस पीडि़त मानव की सेवा करना  क्योंकि सेवा में किसी से अपेक्षा नहीं की जाती  निस्वार्थ भाव से की गई सेवा ही सच्ची सेवा कहलाती है  इनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए इन्हें और भी कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है  इनको दिल्ली से राष्ट्रीय सम्मान भी प्राप्त  हुआ है इस कामयाबी का श्रेय यह  अपने सभी साथियों को देती है  जिन्होंने इनका आज तक साथ दिया कई कठिनाइयों का सामना  करने के बाद भी इन्होंने अपने कदम पीछे नहीं किए और अपने आप को भाग्यशाली समझती  है कि यह सेवा कार्य के लिए  ईश्वर ने  मुझे चुना.  

वैष्णो देवी यात्रा 14 सितंबर से संभावित, मौसम ठीक रहा तो यात्रियों को मिलेगी हरी झंडी

कटरा  खराब मौसम और ट्रैक की आवश्यक मरम्मत कार्यों के चलते अस्थायी रूप से स्थगित की गई श्री माता वैष्णो देवी यात्रा के फिर से शुरू होने की खबर सामने आ चुकी है। अब जल्द ही फिर से 'जय माता दी' के नारों से पूरा मार्ग गूंज उठेगा। आपको बता दें कि हाल ही में पहाड़ों पर हुई जोरदार बारिश के कारण भूस्खलन की बड़ी घटना हुई। कई यात्रियों की जान भी चली गई। अब मौसम में बदलाव देखने को मिला है। बारिश के दौरान खराब हुआ ट्रैक की मरम्मत हो चुकी है। अब 14 सितंबर से पुनः यात्रा शुरू होगी। अगर मौसम विपरीत होती है तो श्राइन बोर्ड आगे निर्णय लेगा। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए पिछले दिनों यात्रा को रोकना पड़ा था। ट्रैक पर मरम्मत और रखरखाव के कार्य पूरे कर लिए गए हैं। श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले मौसम की स्थिति और बोर्ड की ताजा एडवाइजरी अवश्य देखें। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के कटरा से श्री माता वैष्णो देवी यात्रा 26 अगस्त से स्थगित है। तीर्थयात्रा मार्ग पर भूस्खलन के कारण यात्रा स्थगित की गई है। उल्लेखनीय है कि 26 अगस्त को अर्धकुंवारी स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के निकट भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में 34 लोग मारे गए थे जिनमें अधिकतर तीर्थयात्री शामिल थे जबकि कई अन्य घायल हुए थे। व्यापारियों की मांग थी कि श्राइन बोर्ड कम से कम यात्रा को पुनः शुरू करने के संदर्भ में स्थिति स्पष्ट करे, क्योंकि 22 सितंबर से नवरात्र भी शुरू होने वाले हैं। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मनोज सिन्हा ने 26 अगस्त को हुए भूस्खलन के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। जम्मू-कश्मीर जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शालीन काबरा की अध्यक्षता वाली समिति में जम्मू संभागीय आयुक्त रमेश कुमार और जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक बीएस टूटी शामिल हैं और यह दो सप्ताह के भीतर उपराज्यपाल सिन्हा को एक व्यापक रिपोर्ट सौंपेगी।

अधूरी चार्जशीट के आधार पर सोनम रघुवंशी ने जमानत याचिका दायर करने की तैयारी

इंदौर  इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी सोहरा उप-मंडल के न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने आज (12 सितंबर) जमानत याचिका दायर कर सकती हैं. सोनम के वकील इस मामले में मेघालय पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट की खामियों को आधार बनाकर जमानत की मांग करेंगे. चार्जशीट में खामियों का हवाला देकर वकील जमानत की याचिका पेश करेंगे. उन्होंने कहा, "चार्जशीट में औपचारिक और कानूनी खामियों के कारण जमानत याचिका दायर की जाएगी." इस तरह के हवाले आम तौर पर न्यायालय में आरोपी के पक्ष में काम कर सकते हैं. 790 पेज की चार्जशीट की गई थी दाखिल पिछले हफ्ते, पूर्वी खासी हिल्स पुलिस ने इस मामले में 790 पेज की विस्तृत चार्जशीट दाखिल की थी. इस रिपोर्ट में कुल 5 मुख्य आरोपियों के नाम शामिल हैं. जांचकर्ताओं ने इस मामले को एक सुनियोजित और भयावह साजिश के रूप में बताया है. चार्जशीट में औपचारिक रूप से राजा की पत्नी सोनम, उनके कथित प्रेमी राज कुशवाहा और 3 किराए के हमलावर विशाल सिंह चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को आरोपी बनाया गया है. इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 103(1), 238(a) और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है. राजा रघुवंशी की हत्या की कहानी पूरी तरह से सनसनीखेज रही है. पुलिस ने इसे गंभीर और सुनियोजित मामला बताया है, जिसमें सभी आरोपियों की भूमिका अलग-अलग साबित की गई है. इस हत्या के पीछे क्या वजह थी और किस तरह से यह साजिश रची गई, यह भी चार्जशीट में विस्तार से बताया गया है. सोनम की जमानत याचिका आज शुक्रवार (12 सितंबर) को पेश होने वाली है. उसके बाद अदालत सबूतों और दोनों पक्षों की दलीलों को सुनकर फैसला करेगी. क्या था पूरा मामला? बता दें इंदौर के साकार नगर के रहने वाले दंपती, 29 वर्षीय राजा रघुवंशी और 27 वर्षीय सोनम, हनीमून के लिए मेघालय गए थे. 23 मई को वे लापता हो गए. 11 दिन बाद, 2 जून को ईस्ट खासी हिल्स में वेइसाडोंग फॉल्स के पास 150 फीट गहरी खाई में राजा का शव मिला, लेकिन सोनम का अब तक कोई पता नहीं चला.

झारखंड पर्यटन में नई पहल: सीएम हेमंत ने शुरू की ऐप और वेबसाइट

रांची झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते गुरुवार को राज्य की प्राकृतिक सुंदरता को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने के उद्देश्य से पर्यटन विभाग के ‘लोगो' (चिह्न) का अनावरण किया, साथ ही वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन की शुरुआत भी की। पर्यटन विभाग के ‘लोगों' में सूंड उठाए एक हाथी को अतिथियों का स्वागत करते हुए दिखाया गया है। इसमें साल का पेड़, पक्षी, पहाड़ी, पलाश का फूल, देवघर शहर और एक झरने की छवि भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा, "झारखंड खनिज संसाधनों के लिए जाना जाता है, लेकिन यह राज्य प्राकृतिक सुंदरता से भी समृद्ध है। यदि हम इसे सही ढंग से प्रदर्शित करें तो अधिक लोग हमारे राज्य की ओर आकर्षित होंगे।" उन्होंने झारखंड पर्यटन विकास निगम (जेटीडीसी) के ‘लोगो' का भी अनावरण किया, जिसमें पारंपरिक जनजातीय कला, वाद्य यंत्र, धार्मिक विरासत, प्राकृतिक संसाधन और खनन को दर्शाया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई जेटीडीसी वेबसाइट में विभिन्न पर्यटक स्थलों की जानकारी उपलब्ध है और होटल बुकिंग की सुविधा भी दी गई है। पर्यटन क्षेत्र की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए सोरेन ने कहा कि "झारखंड की प्राकृतिक सुंदरता लंबे समय तक अछूती रही है। अब इसे बेहतर तरीके से प्रस्तुत करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इन पहल से राज्य के पर्यटन क्षेत्र का विकास होगा, स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा और रोजगार के अवसर सृजित होंगे।" मुख्यमंत्री ने झारखंड के कलाकारों को मंच देने के उद्देश्य से एक ‘कल्चरल ट्रूप मैनेजमेंट सिस्टम' (सीटीएमएस) ऐप का भी उद्घाटन किया और 'सेवरिंग झारखंड… ए कलनरी जर्नी थ्रू इंडिजिनस फ्लेवर्स' नामक व्यंजन-पुस्तक का विमोचन किया। इसके अलावा शहरी विकास विभाग में नवनियुक्त 19 पेशेवरों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा, "सरकार राज्य के समग्र विकास के लिए प्रयासरत है। हम गांवों और शहरों दोनों के लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि "ग्रामीण क्षेत्रों से हो रहे पलायन के चलते शहरी इलाकों पर दबाव बढ़ रहा है इसलिए शहरों का सुव्यवस्थित विकास समय की आवश्यकता है।"