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आज का राशिफल: किस्मत देगी साथ या आएंगी चुनौतियाँ? जानें 21 सितंबर की राशियों का हाल

मेष आज आपको अपनी फीलिंग्स को कंट्रोल में रखने की जरूरत है। खर्च के कारण मन परेशान हो सकता है। आर्थिक स्थिति उतार-चढ़ाव भरी रहेगी। लव लाइफ में अच्छा समय देखने को मिलेगा। दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। करियर में उन्नति मिल सकती है। वृषभ आज वृषभ राशि वालों की पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी। लिखने पढ़ने से जुड़े कार्यों के लिए दिन अनुकूल रहने वाला है। आय में वृद्धि होगी। परिवार में सुख-शांति रहेगी। मान-सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। आर्थिक रूप से आप बेहतर रहेंगे। मिथुन आज आपको अपनी डाइट को लेकर सतर्क रहना चाहिए। आपके परिवार में किसी सदस्य के बीमार पड़ने से आपको आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। परिवार के किसी सदस्य के व्यवहार के कारण आपका मूड खराब हो सकता है। सिंगल जातकों की किसी खास शख्स से मुलाकात होने की संभावना है। कर्क आज कर्क राशि वालों को नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा। ऑफिस में तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे। कार्यक्षेत्र में बदलाव हो सकता है। परिवार से दूर किसी जगह की यात्रा करनी पड़ सकती है। व्यापारिक स्थिति मजबूत होगी। सिंह आज आपको बच्चों की सेहत को लेकर सतर्क रहना चाहिए। अपना आर्थिक पक्ष मजबूत करने के लिए कोई महत्वपूर्ण फैसला लेना पड़ सकता है। पारिवारिक तनाव आपको परेशान कर सकता है। जीवनसाथी का साथ मिलेगा। एनर्जी में वृद्धि होगी और आत्मविश्वास बढ़ेगा। कन्या आज दोस्तों की मदद से कारोबार में वृद्धि हो सकती है। परिवार के किसी सदस्य का साथ मिलने से आर्थिक स्थिरता प्राप्त होगी। आज कोई सपना पूरा करने में सफल हो सकते हैं। आपका जीवनसाथी आज आपको खुश करने की भरपूर कोशिश करेगा। व्यापार में विस्तार के योग हैं। तुला आज आपकी सेहत अच्छी रहने वाली है। दोस्तों के साथ एक अच्छी शाम बिताएंगे। आपको पैसों की अहमियत का पता चलेगा और आप पैसों की बचत करने पर जोर देंगे। आपका पार्टनर सहयोगी और मददगार रहेगा। जीवनसाथी की मदद से किसी महत्वपूर्ण काम में सफलता मिल सकती है। वृश्चिक आज आप अपने नजरिए से आसपास के लोगों को प्रभावित करेंगे। आज दूसरों की बातों में आकर निवेश करने से आर्थिक नुकसान हो सकता है। महत्वपूर्ण कार्यों को समय न देना और बेकार की बातों में अपना समय गुजारना आज आपके लिए खतरनाक हो सकता है। जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। धनु आज आपको बेवजह मानसिक तनाव नहीं लेना चाहिए। भाई-बहन का साथ मिलेगा। आर्थिक लाभ मिलने की संभावना है। वैवाहिक जीवन के लिए यह समय अच्छा रहने वाला है। किसी करीबी व्यक्ति से आपको सरप्राइज मिल सकता है। करियर में उन्नति मिल सकती है। मकर आज आपकी एनर्जी में वृद्धि होगी, जिसका प्रयोग आप महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने में लगाएंगे। आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार होगा। परिवार का साथ मिलेगा। जीवनसाथी की जरूरतें आपको मानसिक तनाव दे सकती हैं। व्यापारियों को नई पार्टनरशिप करने के मौके मिलेंगे। कुंभ आज आपका आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। लेकिन धन की स्थिति को लेकर मन परेशान हो सकता है। नौकरी में बदलाव के मौके मिल सकते हैं। तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे। आय में वृद्धि होगी। लव लाइफ बढ़िया रहेगी। बेवजह गुस्से से बचें। मीन आज मीन राशि वालों का मन परेशान हो सकता है। धैर्य के काम लें। क्रोध से बचें। माता की सेहत का ध्यान रखें। परिवार का साथ मिलेगा। शैक्षिक कार्यों में सफल रहेंगे। निवेश के अच्छे अवसरों की प्राप्ति हो सकती है। व्यापारियों को धन जुटाने में सफलता मिलेगी।

प्रधान सचिव बोले: भर्ती में योग्यता, कार्य में टीमवर्क और नैतिक मूल्य सर्वोपरि

मुंबई  प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा ने कहा कि अब केंद्र सरकार और सार्वजनिक उपक्रमों में नियुक्तियां डोमेन की विशेषज्ञता, योग्यता और साख के आधार पर हो रही हैं। उन्होंने बताया कि मल्टी-सोर्स फीडबैक प्रणाली, मिशन कर्मयोगी और इंटरव्यू खत्म करने जैसे कदमों से नौकरशाही में पारदर्शिता बढ़ी है। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने शनिवार को एक कार्यक्रम में नौकरशाही की पार्दर्शिता को लेकर कई बाते कही।उन्होंने बताया कि सरकार ने शासन में आते ही चुपचाप कई सुधार शुरू किए थे। साथ ही उन्होंने कहा कि अब केंद्र सरकार और राज्य संचालित कंपनियों में नियुक्तियों में विशेषज्ञता, योग्यता और प्रतिष्ठा को प्राथमिकता दी जा रही है। केंद्र सरकार की नियुक्तियों में अब वरिष्ठ नौकरशाहों और सार्वजनिक उपक्रमों में शीर्ष पदों पर तैनाती सिर्फ अनुभव के आधार पर नहीं, बल्कि डोमेन की विशेषज्ञता, योग्यता और साख को ध्यान में रखकर की जा रही है। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने मुंबई स्थित आईआईएम के दीक्षांत समारोह में यह बात कही। कब शुरू हुए थे रणनीतिक बदलाव मिश्रा ने कहा कि 2014 से कर्मियों के प्रबंधन में जो रणनीतिक बदलाव शुरू हुए थे। वे अब एक नए युग की सिविल सेवा के निर्माण की दिशा में ले जा रहे हैं। इस बदलाव से वरिष्ठ पदों जैसे संयुक्त सचिव, अतिरिक्त सचिव और सचिव स्तर की नियुक्तियां अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष हुई हैं। मल्टी-सोर्स फीडबैक सिस्टम का इस्तेमाल उन्होंने बताया कि 2016 में वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती के लिए मल्टी-सोर्स फीडबैक प्रणाली लागू की गई। इसमें वरिष्ठों, कनिष्ठों, सहकर्मियों और बाहरी हितधारकों से फीडबैक लेकर निर्णय लिए जाते हैं। इससे अधिकारियों की निर्णय लेने की क्षमता, जवाबदेही, कामकाज और ईमानदारी जैसे गुणों का आकलन किया जाता है। मिशन कर्मयोगी से प्रशिक्षण में क्रांति मिश्रा ने कहा कि मिशन कर्मयोगी ने सिविल सेवाओं के प्रशिक्षण की तस्वीर बदल दी है।आई.जीओटी प्लेटफॉर्म पर 3,300 से अधिक कोर्स मौजूद हैं और 1.3 करोड़ से ज्यादा कर्मचारी इससे जुड़ चुके हैं। इनमें 50 लाख से अधिक अधिकारियों ने भूमिका-विशेष प्रशिक्षण पूरा कर लिया है। इसे अब वार्षिक मूल्यांकन प्रणाली से भी जोड़ा गया है। समूह बी और सी पदों पर इंटरव्यू खत्म प्रधान सचिव ने बताया कि समूह बी और सी पदों की नियुक्तियों में 2016 से इंटरव्यू खत्म कर दिए गए हैं। इससे चयन प्रक्रिया से पक्षपात और व्यक्तिपरकता हट गई है। उन्होंने कहा कि इस कदम से पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ी है और टैलेंट पूल भी विस्तृत हुआ है।   बदलते दौर में टीमवर्क और नैतिकता पर जोर मिश्रा ने स्नातकों से कहा कि बदलते दौर में तकनीकी कौशल के साथ ही टीमवर्क, पारदर्शिता, विनम्रता और नैतिक मूल्यों का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सफलता सिर्फ व्यक्तिगत नहीं होती बल्कि शिक्षकों, परिवार और सहकर्मियों के सहयोग से मिलती है। भारत का बढ़ता वैश्विक प्रभाव प्रधान सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकसित भारत @2047 की दृष्टि में ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ का मंत्र शामिल है। भारत आज 100 से अधिक यूनिकॉर्न और 1.9 लाख स्टार्टअप के साथ वैश्विक नवाचार शक्ति बन चुका है। सरकार ने अनुसंधान और तकनीक के लिए एक लाख करोड़ रुपये का अनुसंधान राष्ट्रीय कोष, इंडियाAI मिशन और डीप टेक फंड ऑफ फंड्स जैसे कार्यक्रम शुरू किए हैं। 

एक ओर गाजा में तबाही, दूसरी ओर यूरोप के देश फलस्तीन को मान्यता देने के कगार पर

काहिरा गाजा सिटी पर इस्राइल के ताजा हवाई हमलों में कम से कम 14 लोगों की मौत हुई। मारे गए लोगों में छह एक ही परिवार से थे। हमलों के बीच पुर्तगाल और अन्य पश्चिमी देश फलस्तीन को स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता देने की तैयारी कर रहे हैं। गाजा में 65,000 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं, जबकि 90% आबादी विस्थापित है। गाजा पर इस्राइल के ताजा हवाई हमलों में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब कई पश्चिमी देश अब खुले तौर पर फलस्तीन को स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता देने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। अगले हफ्ते न्यूयॉर्क में होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा में यह मुद्दा चर्चा का केंद्र बन सकता है। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि मारे गए लोगों में छह लोग एक ही परिवार से थे। इनमें शिफा अस्पताल के निदेशक मोहम्मद अबू सलमिया के रिश्तेदार भी शामिल हैं। एक अन्य हमले में शावा स्क्वायर के पास पांच लोगों की मौत हुई। राहत एजेंसियां कह रही हैं कि गाजा में हालात अकाल जैसी स्थिति तक पहुंच गए हैं। पश्चिमी देशों का रुख बदलता हुआ इस्राइल के हमलों के बीच पुर्तगाल ने घोषणा की है कि वह रविवार को आधिकारिक तौर पर फलस्तीन राज्य को मान्यता देगा। इसके अलावा ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, माल्टा, बेल्जियम और लक्ज़मबर्ग जैसे देश भी आने वाले दिनों में यह कदम उठा सकते हैं। पश्चिमी देशों का यह रुख इस्राइल पर बढ़ते दबाव का संकेत है। युद्ध का दायरा और बढ़ा इस्राइल की सेना का कहना है कि उसका लक्ष्य हमास की सैन्य संरचना को पूरी तरह नष्ट करना है। हालांकि इसके लिए कोई समयसीमा तय नहीं की गई है। माना जा रहा है कि अभियान महीनों तक चल सकता है। पिछले 23 महीनों में इस्राइली बमबारी से गाजा में 65,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और करीब 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो चुकी है। मानवीय संकट गहराया गाजा सिटी में रहने वाले हजारों लोगों को दक्षिण की ओर जाने के लिए कहा जा रहा है। लेकिन कई लोग या तो कमजोर हैं, या फिर उनके पास संसाधन नहीं हैं कि वे बार-बार उजड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा सकें। संयुक्त राष्ट्र और अन्य एजेंसियां कह रही हैं कि इस तरह की जबरन निकासी से मानवीय संकट और गंभीर होगा। बच्चों के लिए भेजी मदद लूटी गई यूनिसेफ ने शुक्रवार को खुलासा किया कि कुपोषित बच्चों के लिए भेजा गया जीवनरक्षक भोजन सशस्त्र लोगों ने लूट लिया। चार ट्रकों से यह सामान गाजा सिटी में जबरन छीना गया। इस्राइल ने इसका आरोप हमास पर लगाया है, हालांकि संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि उनके पास मदद के दुरुपयोग को रोकने के लिए कड़े तंत्र मौजूद हैं। संघर्ष की जड़ें और आंकड़े सात अक्टूबर 2023 को हमास ने दक्षिणी इस्राइल में हमला किया था जिसमें 1200 लोग मारे गए और 251 को बंधक बनाया गया। इनमें से 48 अभी भी गाजा में हैं और आधे से भी कम के जिंदा होने की आशंका है। इसके बाद से अब तक 65,100 से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र इन आंकड़ों को विश्वसनीय मानता है। 

भारत में पहली बार: मुंबई में FIA-प्रमाणित नाइट स्ट्रीट रेसिंग सर्किट

नई दिल्ली  महाराष्ट्र खेलों की दुनिया में एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है। पहली बार नवी मुंबई की सड़कें रात में जगमगाते फ्लडलाइट्स के बीच हाई-स्पीड रेसिंग ट्रैक में बदलेंगी। यह नाइट रेस भारत में मोटरस्पोर्ट्स का नया इतिहास रचने वाली होगी।  मुंबई पहली बार दिसंबर 2025 में एक FIA-ग्रेड स्ट्रीट रेसिंग इवेंट की मेजबानी करने जा रही है। इसके लिए रेसिंग प्रमोशनंस प्राइवेट लिमिटेड (RPPL) (आरपीपीएल) और नवी मुंबई म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन (NMMC) (एनएमएमसी) के बीच समझौता हुआ है। इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम के साथ मुंबई को पहली बार इंडियन रेसिंग फेस्टिवल (IRF) (आईआरएफ) के कैलेंडर में शामिल किया गया है। और मुंबई को मिलेगा अपना पहला FIA-प्रमाणित स्ट्रीट सर्किट। कैसा होगा नया सर्किट यह सर्किट 3.753 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें 14 टर्न्स (घुमाव) होंगे। नवी मुंबई की सड़कों को एक टेक्निकल रेसिंग ट्रैक में बदला जाएगा। खास बात ये है कि यह रेस रात में फ्लडलाइट्स के बीच होगी, ताकि ड्राइवर्स और दर्शक दोनों को शानदार एक्सपीरियंस मिले। वीकेंड पर दो बड़े चैम्पियनशिप आयोजित होंगे – इंडियन रेसिंग लीग (Indian Racing League) (IRL) और Formula 4 Indian Championship (फॉर्मूला 4 इंडियन चैंपियनशिप) (F4IC)।   कहां से गुजरेगा ट्रैक सर्किट का रूट पाम बीच रोड से शुरू होगा और चौड़ी सिटी बुलेवार्ड्स और नेरुल लेक के आसपास के इलाकों से होकर गुजरेगा। इसका डिजाइन ऐसा है कि ड्राइवर के कौशल की असली परीक्षा होगी। वहीं दर्शकों को एकदम करीब से रेस देखने का मौका मिलेगा।   सरकार की भूमिका सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "हम नवी मुंबई में इंडियन रेसिंग फेस्टिवल को लेकर गर्व महसूस कर रहे हैं। मुंबई स्ट्रीट रेस महाराष्ट्र के मोटरस्पोर्ट्स सफर में ऐतिहासिक मील का पत्थर है। यह न सिर्फ पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा देगा, बल्कि युवाओं को रेसिंग, इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी और इवेंट मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में भी प्रेरित करेगा।"    आयोजन कौन करेगा इस रेस का आयोजन आरपीपीएल करेगी, जिसने पहले भी भारत के कई शहरों में स्ट्रीट रेसिंग कराई है। कंपनी का कहना है कि मुंबई का नाइट एटमॉस्फियर इस फॉर्मेट के लिए बिल्कुल फिट है और रेस को एक अलग पहचान देगा।   सितारों की मौजूदगी इस फेस्टिवल में कई बड़ी हस्तियां टीम ओनर हैं। जिनमें जॉन अब्राहम, अर्जुन कपूर, सौरव गांगुली, सुदीप किच्चा, नागा चैतन्य और डॉ. स्वेता सुनीप आनंद शामिल हैं। इनके जुड़ने से इवेंट को और ज्यादा लोकप्रियता मिलने की उम्मीद है।   इंडियन रेसिंग फेस्टिवल क्या है IRF में दो बड़े इवेंट होते हैं- IRL, जो भारत की पहली जेंडर-न्यूट्रल चार-व्हील रेसिंग लीग है, और F4IC, जो FIA-प्रमाणित चैम्पियनशिप है और खासकर युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुभव देती है। फॉर्मूला 4 से ड्राइवर्स को सुपर लाइसेंस पॉइंट्स भी मिलते हैं। जिससे उन्हें विदेश में जाकर ट्राई करने की जरूरत नहीं पड़ती।   मुंबई की बारी मुंबई की यह रेस IRF कैलेंडर की ताजा एंट्री होगी। इससे पहले कोयंबटूर, चेन्नई, हैदराबाद और गोवा में इवेंट्स हो चुके हैं।  

सर्दी और जुकाम का सीज़न शुरू, वायरल इंफेक्शन से सावधान रहें

नई दिल्ली  मौसम में बदलाव के चलते लोग वायरल इंफेक्शन की चपेट में आ रहे है। सर्दी, जुकाम व बुखार से पीड़ित लोग अस्पताल पहुंच रहे है। वहीं कुछ पेट दर्द व उल्टी की समस्या से भी परेशान होकर चिकित्सक के पास आ रहे है। चिकित्सक संतुलित भोजन के साथ ही गुनगना पानी पीने की सलाह दे रहे हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी में इस दिनों नौ सौ से अधिक रोगियों का पंजीकरण हो रहा है। ओपीडी कक्ष के बाहर लाइन लगी रहती है। वहीं चिल्ड्रेन वार्ड भी फुल रह रहा है। तेज बुखार वाले बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। शनिवार को जिला अस्पताल में 956 रोगियों का ओपीडी के लिए पंजीकरण किया गया था। ओपीडी कक्ष के बार रोगियों की लाइन लगी थी। इसमें अधिकांश खासी, जुकाम, पेट दर्द व बुखार से पीड़ित थे। ओपीडी कक्ष में बैठे आयुष चिकित्सक डा. वीके वर्मा ने कहा क इस समय अधिकांश वायरल इंफेक्शन की चपेट में आ रहे हैं। जिससे वह बीमार पड़ जा रहे है। लोगों को सेहत सही रखने के लिए संतुलित भोजन करना चाहिए। गुनगुने पानी को पीना चाहिए। फास्ट फूड व जंक फूड खाने से परहेज करना चाहिए। बच्चों को ठंडी चीजों को न खिलाएं। बताएं कि वह लगभग 100 रोगियों की सेहत की जांच किए है। वहीं, रोगियों को परामर्श देते डा. राम जी सोनी ने कहा कि बदलते मौसम के कारण लोग सर्दी, जुकाम व बुखार से पीड़ित हो रहे हैं। डा. अखिलेश मद्धेशिया भी ओपीडी कक्ष में रोगियों को देख रहे थे। चिल्ड्रेन वार्ड में कुल 11 बच्चे भर्ती थे। इसमें से अधिकांश पेट दर्द व बुखार से पीड़ित थे। वहीं पीआइसीयू में तीन बच्चें भर्ती थे। जिन्हें तेज बुखार था। ऐसे करें बचाव संतुलित भोजन का सेवन करें गुनगुने पानी को पीये फास्ट व जंक फूड से परहेज बच्चों को ठंडी चीजें न खिलाएं

राजनीति की तैयारी: MP कांग्रेस जिला अध्यक्षों की बैठक कल से, PCC मुख्यालय में होगी अहम चर्चा

भोपाल  कांग्रेस के नवनियुक्त जिला अध्यक्षों की पहली बैठक राजधानी भोपाल कांग्रेस मुख्यालय में रविवार 21 सितंबर से मंगलवार 23 सितम्बर तक आयोजित की जाएगी। प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जिला अध्यक्षों से वन टू वन चर्चा करेंगे। मध्य प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त जिला अध्यक्षों की पहली बैठक राजधानी भोपाल कांग्रेस मुख्यालय में रविवार 21 सितंबर से मंगलवार 23 सितम्बर तक आयोजित की जाएगी। शुरुआती दौर में  6 संभागों की अलग-अलग समय में बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में पिछले 1 महीने में अध्यक्षों द्वारा किए गए काम का हिसाब मांगा जाएगा। प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जिला अध्यक्षों से वन टू वन चर्चा करेंगे। नियुक्ति के बाद पहली बार हो रही बैठक  जानकारी के लिए बता दें कि जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद पहली बार भोपाल में बैठक बुलाई गई है। ब्लॉक अध्यक्ष और जिला कार्यकारिणी को लेकर रिपोर्ट ली जाएगी। कार्यकारिणी और ब्लॉक अध्यक्ष को लेकर एक महीने की जिला अध्यक्षों को डेडलाइन दी गई थी। कामकाज को मजबूत करना उद्देश्य बतादें के एमपी कांग्रेस 2028 में होने वाले चुनाव की अभी से तैयारी शुरू कर दी। इसी बीच संगठ को मजबूत करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। संगठन प्रभारी डॉ. संजय कामले ने बताया कि इस बैठक का उद्देश्य जिला अध्यक्षों को संगठन सृजन अभियान के तहत अपने कामकाज को मजबूत करने और आगामी चुनौतियों के लिए तैयार करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करना है।   बैठक की तारीखें और समय – 21 सितंबर: भोपाल संभाग (सुबह 10 बजे), नर्मदापुरम संभाग (दोपहर 3 बजे) और सागर संभाग (दोपहर 12 बजे) – 22 सितंबर: ग्वालियर चंबल संभाग (सुबह 10 बजे) और इंदौर संभाग (दोपहर 3 बजे) – 23 सितंबर: उज्जैन संभाग (सुबह 10 बजे) 

पर्यावरण सुरक्षा का संदेश: गांवों में लोगों को दी जा रही प्लास्टिक उपयोग की समझाइश

राज्यमंत्री हिरवार ने किया वृक्षारोपण भोपाल  प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में 2 अक्टूबर 2025 तक ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। अभियान की 17 सितम्बर को शुरूाआत हुई थी। सेवा पखवाड़ा अभियान में मैदानी अधिकारी, कर्मचारी नागरिकों और ग्रामवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। शहडोल जिले में अभियान के अंतर्गत ग्राम पंचायत बुढ़ार के गांव गिरवा में ग्रामवासियों को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नही करने की समझाइश दी गई। स्वच्छता का संदेश देने के लिए गांव में जागरूकता रैली भी निकाली गई। जनपद पंचायत के स्वच्छता समन्वयक श्री सचिन श्रीवास्तव ने व्यापारियों को सिंगल यूज प्लास्टिक से पर्यावरण को हो रहे नुकसान के प्रति जागरुक बनाकर इसका उपयोग बंद करने की अपील की। जैतपुर और चरखरी गांवों में स्वच्छता मित्रों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। गोहपारू जनपद पंचायत के उप स्वास्थ्य केन्द्र लफदा में ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ अभियान के अंतर्गत 8 महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवाईयां प्रदान की गईं। ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ अभियान के तहत शहडोल जिले मे 19 सितम्बर तक 4627 से अधिक महिलाओं एवं बच्चों की हीमोग्लोबिन की जांच की गई है। अनूपपुर के प्रभारी मंत्री श्री दिलीप अहिरवार ने जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के प्रांगण में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत पौधारोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने आह्वान कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी माँ के नाम एक पेड़ अवश्य रोपे, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ मातृ सम्मान का संदेश समाज में प्रसारित हो सके। जैविक खेती को अपनाएं किसान, हुई एकदिवसीय कार्यशाला अनूपपुर के पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेंस शासकीय तुलसी महाविद्यालय में ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान के अंतर्गत जैविक खेती पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के सेमीनार हॉल में आयोजित कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रुप में श्री चन्दन कुमार यादव ने जैविक खेती और इसके प्रशिक्षण कार्य का अपना लंबा अनुभव साझा किया। महाविद्यालय के रसायन विभागाध्यक्ष प्रो. ऋषिकेश चंद्रवंशी ने विद्यार्थियों को जैविक खेती की महत्ता और इसके लाभों की विस्तृत जानकारी दी। छतरपुर में स्वच्छता की शपथ छतरपुर जिले में ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान के अंतर्गत ग्राम एवं निकाय स्तर पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान में स्वच्छता कार्य किए जा रहे हैं। नागरिकों से अपने घरों, दुकानों के आस-पास साफ सफाई बनाए रखने एवं घरों एवं प्रतिष्ठानों से निकलने वाले कचरे को पृथक पृथक गीला एवं सूखा कचरा रखकर कचरा गाड़ी में डालने की अपील के साथ ही उपस्थित नागरिकों को स्वच्छता बनाए रखने और गंदगी न फैलाने की शपथ भी दिलाई गई। गांवों को साफ-सुथरा रखने के लिये श्रमदान नर्मदा पुरम में ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान एवं ‘स्वच्छ भारत’ मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत जिले की 49 ग्राम पंचायतों में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से स्वच्छता के कार्य किये जा रहे हैं। अभियान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के साथ व्यक्ति की आदतों में परिवर्तन करना है, जिससे स्वच्छता स्थायी रूप से बना रहे। अभियान के अंतर्गत नर्मदापुरम जिले के सभी गांवों में प्रचार-प्रसार कर ग्रामवासियों से साफ-सफाई के लिये श्रमदान का आह्वान किया गया। हरदा जिले में ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान के अंतर्गत जिले के ग्राम आमसागर, प्रताप पुरा, जूना पानी, मकड़ई, रिजगांव, अबगाव खुर्द और बाला गांव कई गांवो में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए। शिविर में स्वास्थ्य विभाग के दल ने निशुल्क स्वास्थ्य परामर्श दिया, आयुष्मान कार्ड, आभा आईडी निर्माण और असंचारी रोग स्कैनिंग, एनीमिया और सिकल सेल रोगों समेत विभिन्न रोगों के लिए की गई।। इस अवसर पर रक्तदान शिविर भी आयोजित किया गया। बैतूल जिले में स्वछता टीम द्वारा ‘स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा’ अभियान के अंतर्गत स्कूलों में नशा मुक्ति अभियान चलाया गया। अभियान में बच्चों को नशा संबंधी सभी चीजों से दूर रहने एवं जागरूक बनाने के लिए रैली निकाली गई।  

मिशन शक्ति का शुभारंभ: योगी सरकार ने त्योहारों में सुरक्षा कड़ा करने का लिया निर्णय

लखनऊ  सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ के लोकभवन में मिशन शक्ति के पांचवें चरण का शुभारंभ किया। इस मौके पर नवस्थापित मिशन शक्ति केंद्रों का उद्घाटन, मिशन शक्ति केंद्रों से संबंधित SOP की पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया गया। सीएम विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद कार्यक्रम में भी शामिल हुए। सीएम योगी ने कहा कि मिशन शक्ति के इस अभियान नारी सुरक्षा, नारी सम्मान और नारी स्वावलंबन के साथ जोड़ा गया है। आज इसके परिणाम हम सबके सामने हैं। यूपी पुलिस में आजादी के बाद से 2017 तक महिला कार्मिकों की संख्या मात्र 10 हजार थी। 2017 के बाद से अब तक जो भर्ती हुई है उसके चलते यूपी पुलिस में आज 44 हजार से अधिक महिला कार्मिक हैं। हर भर्ती में 20 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती अनिवार्य रूप से करनी है। उधर, आने वाले दिनों पर पड़ने वाले त्योहारों के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन अलर्ट पर है। कल यानी शुक्रवार 19 सितम्बर 2025 को सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक उच्चस्तरीय बैठक में आदेश दिया था कि आगामी पर्व-त्योहार पर लोगों की सुरक्षा, सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। माहौल खराब करने वाले अराजक तत्वों के साथ पुलिस कठोरता से निपटे। इसके बाद शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में त्योहारों को लेकर पुलिस की तैयारी नजर आई। अयोध्या में एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बताया एएनआई से बातचीत में बताया कि आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए आयोजित किए जाने वाले सभी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। कांस्टेबल से लेकर सभी अधिकारी, सभी जगह का निरीक्षण कर रहे हैं। आयोजन समितियों के साथ विस्तृत बैठकें की गई हैं। त्योहारों को उत्साह के साथ सुरक्षित रूप से मनाने के लिए सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

डॉ. यादव ने जताई सरकार की प्रतिबद्धता: जनता के लिए विकास और सुरक्षा सर्वोपरि

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों की उपस्थिति में सेवा पखवाड़ा के संबंध में हुई बैठक में कहा कि  राज्य सरकार विकास, जनकल्याण और सुराज के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितंबर से प्रदेश में सेवा पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश में अब सेवा पखवाड़ा की गतिविधियो ंको सत्ता और संगठन मिलकर तेज गति देंगे। इसको लेकर शनिवार को मुख्यमंत्री निवास में बैठक हुई।  बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार विकास, जनकल्याण और सुराज के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में 17 सितंबर से सेवा पखवाड़ा आरंभ किया गया है। साथ ही आमजन को जीएसटी  रिफॉर्म्स के लाभ दिलाने तथा आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के अंतर्गत जन-जन को स्वदेशी अभियान में शामिल करने के उद्देश्य से भी गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। अभियान में आमजन की सक्रिय भागीदारी से सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास तथा वोकल फॉर लोकल की भावना के अनुरूप गतिविधियां जारी हैं।  मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रत्येक वार्ड और ग्राम स्तर तक गतिविधियों का प्रभावी व्यवस्थित और समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 'स्वच्छता ही सेवा अभियान', 'एक बगिया मां के नाम' और 'एक पेड़ मां के नाम' के अंतर्गत पौधरोपण, नमो पार्क तथा नमो उपवन विकसित करने, विद्यालय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन, जनसामान्य को स्थानीय उत्पादों और हस्तशिल्प सामग्री खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने जैसी गतिविधियां जनभागीदारी से संचालित की जा रही हैं। विद्यालयों और महाविद्यालयों में 'विकसित भारत' थीम पर निबंध, वाद-विवाद और चित्रकला प्रतियोगिताएं तथा संगोष्ठियां भी हो रही हैं। बैठक में उप मुख्यमंत्री  जगदीश देवड़ा, उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री  प्रहलाद सिंह पटेल, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक हेमंत खण्डेलवाल सहित शिवप्रकाश और हितानंद शर्मा उपस्थित थे।  

यासीन मलिक मामले पर BJP का रुख साफ, महबूबा मुफ्ती के बयान को बताया निराधार

श्रीनगर भारतीय जनता पार्टी के महासचिव अशोक कौल ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती द्वारा गृह मंत्री से यासीन मलिक के मामले की समीक्षा की मांग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस अनुरोध में कोई दम नहीं है। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कौल ने कहा, यासीन मलिक के अपहरण मामले में उनके परिवार के सदस्य ने उनकी पहचान की है। अब मानवीय आधार पर समीक्षा की मांग करने का क्या मतलब है? अगर ऐसा होता, तो उनकी पहचान ही नहीं होनी चाहिए थी। कानून अपना काम करेगा। उन्होंने मलिक से जुड़ी बातों पर आगे टिप्पणी करते हुए कहा, मुझे नहीं पता कि प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले व्यक्ति के दिमाग में क्या था। ये आंतरिक विवाद हैं। मलिक का दावा है कि कांग्रेस ने उन्हें पाकिस्तान भेजा था, जबकि दूसरे लोग कुछ और कहते हैं। कौल ने कहा, आखिरकार, उनके अपने परिवार ने ही उनकी पहचान की। उनके अपहरण की कहानियां तो चलती रहेंगी, लेकिन मैं कश्मीरियों से ऐसी कहानियों से दूर रहने का आग्रह करता हूँ। इन नेताओं का असली चेहरा सामने आ गया है, और आगे और भी खुलासे होंगे। कौल ने ऐतिहासिक घटनाओं का भी हवाला देते हुए कहा, नरसिंह राव को किसी को भेजना था, लेकिन उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी को भेज दिया, जो उस समय विपक्ष के नेता थे। उन्हें भारत के लिए बोलने का अवसर मिला और उन्होंने विदेश में देश को बदनाम करने से इनकार कर दिया, जैसा कि कुछ पूर्व नेताओं ने भारत की छवि खराब करने के लिए विदेश में जाकर किया था।