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मुख्यमंत्री साय गुरु तेगबहादुर सिंह जी की 350वीं शहादत शताब्दी पर नगर कीर्तन यात्रा में हुए शामिल

रायपुर,   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के सेरीखेड़ी में गुरु तेगबहादुर सिंह जी की 350वीं शहादत शताब्दी के अवसर पर आयोजित नगर कीर्तन यात्रा में शामिल हुए। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि गुरु तेगबहादुर सिंह जी ने देश और धर्म की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। यह हमारा सौभाग्य है कि आज छत्तीसगढ़ की धरती पर आयोजित कीर्तन यात्रा का दर्शन कर रहे हैं।   मुख्यमंत्री साय ने गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेककर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी की अगुवाई कर रहे पंच प्यारों का सम्मान भी किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को पवित्र सिरोपा और कृपाण भेंट की गई।   मुख्यमंत्री ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लिए बड़े सौभाग्य और गर्व का विषय है। आज हम नगर कीर्तन यात्रा के दर्शन कर रहे हैं, जो गुरु तेगबहादुर जी की 350वीं शहादत शताब्दी के अवसर पर असम के गुरुद्वारा धुबरी साहिब से प्रारंभ होकर देश के अनेक स्थानों से होते हुए छत्तीसगढ़ पहुँची है। लगभग 10 हजार किलोमीटर की यात्रा तय कर यह नगर कीर्तन यहां पहुँचा है। हमारे प्रदेशवासियों के लिए यह ऐतिहासिक क्षण और पुण्य अवसर है कि हमें इस यात्रा का स्वागत करने और इसमें भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि गुरु तेगबहादुर जी की शहादत के बारे में हम सभी भलीभांति जानते हैं। वे मुगलों के सामने कभी नहीं झुके और अपने धर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया। आज भी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गुरुद्वारा शीशगंज साहिब गुरु तेगबहादुर जी की शहादत का अमर प्रतीक है। हम गुरु तेगबहादुर जी को नमन करते हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सिख धर्म के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों की शहादत भी अद्वितीय है। साहिबजादों ने मुगलों के सामने झुकने के बजाय धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने साहिबजादों की इस वीरता को नमन करते हुए हर वर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाने का निर्णय लिया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने भी वीर बाल दिवस को पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर विधायक सुनील सोनी, सीएसआईडीसी के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा, छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, छत्तीसगढ़ नि:शक्तजन वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष लोकेश कांवड़िया, छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती वर्णिका शर्मा, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना, बलदेव सिंह भाटिया, गुरचरण होरा, गुरुद्वारा कमेटियों के प्रमुखजन सहित बड़ी संख्या में सिख धर्म के अनुयायी एवं गणमान्यजन उपस्थित थे।  

अगर बगराम एयरबेस नहीं लौटा तो अंजाम बुरा होगा: डोनाल्ड ट्रंप

वॉशिंगटन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को बगराम सैन्य अड्डे को अमेरिका को सौंपने से इनकार करने पर तालिबान को धमकी दी है। उन्होंने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान को 'खराब बातें ' करने की धमकी दी। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर कहा, "अगर अफ़ग़ानिस्तान बगराम एयरबेस को इसे बनाने वालों, यानी अमेरिका को वापस नहीं करता, तो बहुत बुरा होने वाला है!!" दो दिन पहले भी डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि बगराम एयरबेस को छोड़ देना जो बाइडेन प्रशासन की बड़ी गलती थी और इसे सुधारा जाएगा। उन्होंने कहा था कि बगराम एयरबेस चीन के करीब है और अमेरिका के लिए बेहद जरूरी है इसलिए अमेरिकी फौज की अफगानिस्तान में वापसी होगी। ट्रंप के इस बयान के बाद अफगानिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने युद्ध के बाद देश में बगराम एयरबेस पर पुनः कब्जा करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हालिया बयान की आलोचना की और कहा कि हम अफगान अपने देश में विदेशी सैन्य उपस्थिति को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। शुक्रवार को अफगानिस्तान के सरकारी रेडियो और टेलीविजन (आरटीए) ने इसकी जानकारी दी थी। तालिबानी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ राजनयिक जलाली के हवाले से कहा कि अपने पूरे इतिहास में अफगानों ने कभी भी अपनी धरती पर विदेशी सैन्य की उपस्थिति को स्वीकार नहीं किया है। अफगानिस्तान और अमेरिका को द्विपक्षीय सम्मान एवं साझा हितों के मद्देनजर आर्थिक और राजनीतिक संबंधों पर सहयोग करने की जरूरत है। बता दें कि काबुल से 50 किलोमीटर उत्तर बगराम एयरबेस पर अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन बल 20 साल से यहां काबिज थे। इस एयरबेस ने अमेरिकी सैनिकों के लिए मुख्य सैन्य अड्डे के रूप में अगस्त 2021 तक कार्य किया। अगस्त 2021 में अमेरिकी सेना के हटने के बाद अफगानिस्तान की मौजूदा सरकार के पास अब इसका नियंत्रण है। अमेरिका के सैन्य अधिकारियों का कहना है कि अगर बगराम एयरबेस पर दोबारा कब्जा किया जाता है तो इसके लिए करीब 10 हजार सैनिकों की जरूरत होगी। ट्रंप ने कहा था कि उनकी बगराम एयरबेस को लेकर अफगानिस्तान से बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा था कि अगर अफगानिस्तान नहीं मानता है तो वह अपने ढंग से रास्ता निकालेंगे।

भारत–पाकिस्तान मुकाबले की चमक फीकी, एक्स-कैप्टन के बयान से पाकिस्तान हुआ शर्मसार

नई दिल्ली भारत और पाकिस्तान की टीमें आज यानी रविवार, 21 सितंबर को एशिया कप 2025 में दूसरी बार भिड़ने के लिए तैयार है। इंडिया वर्सेस पाकिस्तान पहला मैच ग्रुप स्टेज में 14 सितंबर को खेला गया था, इस एकतरफा मुकाबले में सूर्यकुमार यादव की अगुवाई वाली टीम इंडिया ने 7 विकेट से जीत दर्ज की थी। पाकिस्तान हर डिपार्टमेंट में पिछड़ता नजर आया था। टीम की इस गिरती परफॉर्मेंस का असर इंडिया वर्सेस पाकिस्तान राइवलरी पर भी पड़ रहा है। पूर्व कप्तान और चयनकर्ता कृष्णमाचारी श्रीकांत का मानना है कि इंडिया वर्सेस पाकिस्तान राइवलरी में पहले जैसी बात नहीं रह गई है और पाकिस्तान को मुख्य टीमों की जगह एसोसिएट टीमों के साथ खेलना चाहिए। श्रीकांत ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "आगे चलकर, पाकिस्तान को मुख्य टीमों के साथ नहीं खेलना चाहिए। उन्हें एसोसिएट देशों के साथ रखें और उनकी जगह दूसरों को लाएं। पाकिस्तान के लिए यह सौभाग्य की बात है कि वे इतने प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का हिस्सा भी हैं।" 1983 के वर्ल्ड कप विजेता ने आगे दावा किया कि प्रसिद्ध भारत-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता अब अपनी अहमियत खो चुकी है। उन्होंने कहा, "ये मैच अब दर्शकों को आकर्षित नहीं करेंगे। इस पाकिस्तानी टीम में डराने वाली कोई बात नहीं है। यह चेन्नई लीग की सातवीं डिवीजन की टीम जैसी है।" श्रीकांत ने इसके अलावा पाकिस्तान के मुख्य कोच माइक हेसन पर भी निशाना साधा और तर्क दिया कि उनके नेतृत्व में पाकिस्तान गलत रास्ते पर है। श्रीकांत ने कहा, "हेसन बार-बार दोहराते रहेंगे कि वे एक अच्छी टीम हैं और भारत के खिलाफ बदकिस्मत रहे, लेकिन उनके नेतृत्व में वे कहीं नहीं पहुंचेंगे।" हेसन को मई 2025 में पाकिस्तान का हेड कोच बनाया गया था। इससे पहले वह न्यूजीलैंड और आईपीएल में आरसीबी को कोचिंग दे चुके हैं।  

गोबर से सोना: नंगली डेयरी में शुरू हुआ 200 टन का बायोगैस प्लांट

दिल्ली  नजफगढ़ के नंगली सकरावती में शनिवार को सीएम रेखा गुप्ता ने गोबर बायोगैस प्लांट का उद्घाटन किया। प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 200 टन गोबर ट्रीट करने की है। इस दौरान वेस्ट दिल्ली सांसद कमलजीत सहरावत, दिल्ली सरकार में शहरी विकास मंत्री आशीष सूद, एमसीडी मेयर राजा इकबाल सिंह, एमसीडी कमिश्नर अश्विनी कुमार भी मौजूद रहे। सीएम ने कहा कि यह दिल्ली का पहला ऐसा गोबर बायोगैस प्लांट है, जिसमें डेयरी ओनर्स गोबर से पैसे भी कमा सकते हैं। गोबर की कीमत प्रति किलो 65 पैसे तय की गई है। नालियों में न जाए गोबर सीएम ने कहा कि नंगली डेयरी में यह पहला बायोगैस प्लांट है, जो 2.72 एकड़ एरिया में बना है। गोबर से गैस बनाने के लिए प्लांट में तीन डाइजेस्टर लगे हैं। एक डाइजेस्टर 27 मीटर चौड़ा और 12 मीटर ऊंचा है। बाकी दो डाइजेस्टर में से एक 18 मीटर चौड़ा और 12 मीटर ऊंचा है। इस प्लांट के निर्माण का खास मकसद यह है कि यहां जितनी भी डेयरियां हैं, उनका गोबर नालियों में न जाए। यमुना की सफाई का नया आयाम बनेगा। नांगली डेयरी में करीब 13,000 और ककरौला डेयरी में करीब 7,000 मवेशी हैं। अनुमान है कि एक दिन में एक मवेशी से 10 किलो गोबर निकलता है। इस हिसाब से 20,000 मवेशियों से 200 टन गोबर प्राप्त होगा। इतनी लागत से बना प्लांट एमसीडी कमिश्नर अश्विनी कुमार ने कहा कि घोघा डेयरी में एक और नया बायोगैस प्लांट का उद्घाटन जल्द होगा। इसके अलावा दिल्ली में दो और नए बायोगैस प्लांट बनाने की योजना है। नंगली डेयरी के प्लांट की लागत 16 करोड़ रुपये है। इस प्लांट से रोजाना करीब 14,000 घन मीटर कच्ची गैस (सीएनजी) और 5.6 टन बायोगैस का निर्माण होगा। इसे एमसीडी आईजीएल को उपलब्ध कराएगी। आशीष सूद, कमलजीत सहरावत और राजा इकबाल सिंह ने कहा कि बायोगैस प्लांट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हरित क्रांति का परिणाम है। इस प्लांट से क्या होगा फायदा? दिल्ली में वैध डेयरियों की संख्या तो कम है, लेकिन अवैध डेयरियां काफी है। सभी डेयरियों को मिलाकर रोजाना सैकड़ों टन गोबर निकलता है। इतने बड़े पैमाने में निकलने वाले गोबर के निस्तारण के लिए इसके पहले कोई व्यवस्था नहीं थी। गोबर गैस प्लांट के बनने के बाद एक तो उन इलाकों में सफाई व्यवस्था बेहतर होगी। दूसरा, यह बायोगैस प्लांट यमुना की सफाई में काफी मददगार साबित होगा। क्योंकि ज्यादातर डेयरियों का गोबर नालों के जरिए यमुना में जाता है।

ड्रामे के बीच महामुक़ाबला: भारत-पाकिस्तान के बीच रोमांचक भिड़ंत आज

दुबई  भारत और पाकिस्तान की टीमें एशिया कप 2025 में एक सप्ताह के अंदर लगातार दूसरी बार भिड़ने के लिए तैयार हैं। भारत ने लीग स्टेज में अपने सभी मुकाबले जीते थे, जबकि पाकिस्तान ने एक मुकाबला भारत के खिलाफ गंवाया था। पिछले रविवार को खेला गया मुकाबला काफी चर्चा में रहा। भारतीय खिलाड़ियों ने मैच खत्म होने के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया, जिसके बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा नहीं ले रहा है। वहीं उसके खिलाड़ी काफी दबाव में है, उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए बोर्ड ने मोटिवेशनल स्पीकर बुलाया था। एंडी पाइक्रॉफ्ट एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के मुकाबले के लिए मैच रैफरी होंगे। हेड टू हेड मामले में भारत काफी आगे इंडिया और पाकिस्तान के बीच अभी तक 14 टी20 खेले गए हैं जिसमें से 11 मैच भारत ने जीतकर अपना दबदबा बनाया हुआ है। वहीं पाकिस्तान ने 3 मैच जीते हैं। पाकिस्तान स्क्वॉड सईम अयूब, साहिबजादा फरहान, मोहम्मद हारिस (विकेटकीपर), फखर जमान, सलमान आगा (कप्तान), खुशदिल शाह, हसन नवाज, मोहम्मद नवाज, शाहीन अफरीदी, हारिस रऊफ, अबरार अहमद, हुसैन तलत, फहीम अशरफ, हसन अली, मोहम्मद वसीम जूनियर, सलमान मिर्जा, सुफियान मुकीम टीम इंडिया में दो बदलाव होंगे पाकिस्तान के मैच में भारतीय प्लेइंग XI में दो बदलाव तय है। ओमान के खिलाफ जसप्रीत बुमराह और वरुण चक्रवर्ती को आराम दिया गया था। उनकी जगह अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा आए थे। भारतीय स्क्वॉड अभिषेक शर्मा, शुबमन गिल, संजू सैमसन (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव (कप्तान), तिलक वर्मा, शिवम दुबे, हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल, हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव, जसप्रित बुमरा, जितेश शर्मा, रिंकू सिंह, वरुण चक्रवर्ती

GST में बड़े बदलाव की तैयारी? पीएम मोदी आज करेंगे देश को संबोधित

दिल्ली  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 5 बजे देश को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि पीएम मोदी जीएसटी सुधारों पर जानकारी दे सकते हैं. इसके साथ ही कल यानी 22 सितंबर से नवरात्रि का शुभारंभ हो रहा है, इसे लेकर भी पीएम मोदी चर्चा कर सकते हैं. हालांकि, उनके संबोधन को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. बता दें कि सरकार ने GST 2.0 के तहत कई उत्पादों पर जीएसटी की दरों में कमी की है. अब सिर्फ 2 जीएसटी स्‍लैब 5% और 18% ही रखे गए हैं, जबकि 12 फीसदी और 28 फीसदी टैक्‍स स्लैब को खत्‍म कर दिया गया है. 12 फीसदी स्‍लैब में शामिल ज्‍यादातर प्रोडक्‍ट्स को 5 फीसदी स्लैब की कैटेगरी में रखा गया है, जबकि 28 फीसदी वाले ज्‍यादातर प्रोडक्‍ट्स को 18% वाले स्‍लैब में रखा गया है. वहीं कुछ चीजों पर जीएसटी रेट को शून्‍य कर दिया गया है. इसका मतलब है कि 22 सितंबर के बाद इन प्रोडक्‍ट्स पर '0' जीएसटी लागू होगा, जिससे ये सभी चीजें बेहद सस्ती हो जाएंगी. पीएम मोदी का ये संबोधन ऐसे समय में हो रहा है, जब पिछले कुछ महीनों में अमेरिका के साथ भारत के संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं. इसका कारण अमेरिका द्वारा रूस से तेल खरीद पर भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाना है, जिसमें 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क भी शामिल है.  साथ ही ट्रंप प्रशासन ने नए एच-1बी वीज़ा आवेदनों पर सालाना शुल्क बढ़ाकर 1,00,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 88 लाख रुपये) कर दिया है, जिससे भारतीयों खासकर एच-1बी धारकों में चिंता और अस्थिरता फैल गई है.  हालांकि ट्रंप प्रशासन ने कहा कि एच-1बी वीज़ा पर नया 1,00,000 अमेरिकी डॉलर का शुल्क केवल नए आवेदनों पर लागू होगा. मौजूदा वीज़ा धारकों को यह भुगतान नहीं करना पड़ेगा. साथ ही जो वीज़ा धारक वर्तमान में अमेरिका से बाहर हैं, उन्हें अमेरिका में लौटने के लिए भी यह शुल्क नहीं देना होगा. टैरिफ और एच-1बी वीज़ा पर 1,00,000 अमेरिकी डॉलर की भारी फीस के अमेरिकी फैसले का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कहा था कि भारत का सबसे बड़ा विरोधी अन्य देशों पर उसकी निर्भरता है. उन्होंने सेमीकंडक्टर से लेकर जहाज निर्माण तक के क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनने की बात कही.

छात्र राजनीति में ABVP का परचम, HCU चुनाव में NSUI को करारी हार

हैदराबाद दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव (DUSU) में शानदार जीत दर्ज करने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी (HCU) के छात्र संघ चुनावों में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए सभी प्रमुख पदों पर जीत दर्ज की है। लंबे समय से वामपंथी और दलित छात्र संगठनों के प्रभाव में रही यूनिवर्सिटी में यह नतीजे एबीवीपी के लिए ऐतिहासिक माने जा रहे हैं। एबीवीपी पैनल से शिवा पालेपू अध्यक्ष चुने गए हैं। उपाध्यक्ष पद देवेंद्र ने जीता, जबकि श्रुति महासचिव बनीं। संयुक्त सचिव का पद सौरभ शुक्ला को मिला, खेल सचिव ज्वाला प्रसाद और सांस्कृतिक सचिव का पद वीनस के नाम रहा। केवल पदाधिकारी ही नहीं, बल्कि काउंसलर और बोर्ड सदस्य पदों पर भी एबीवीपी ने बहुमत हासिल किया। पिछले छह वर्षों से एचसीयू कैंपस में वामपंथी गुटों का वर्चस्व बना हुआ था। कांग्रेस से जुड़े एनएसयूआई और दलित संगठनों का गठजोड़ भी एबीवीपी के लिए चुनौती रहा। लेकिन इस बार नतीजे पूरी तरह से उलट गए। एबीवीपी प्रवक्ता अंतरिक्ष ने कहा, “यह जीत छात्रों की राष्ट्रवादी सोच और विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ एकजुट प्रयास का प्रतीक है। खासकर सोशल साइंस डिपार्टमेंट जैसे वामपंथी गढ़ों में जीत यह दिखाती है कि छात्र अब वैचारिक दबाव से मुक्त होना चाहते हैं।” एनएसयूआई की बड़ी हार सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि कांग्रेस से जुड़ा एनएसयूआई इस बार नोटा (NOTA) से भी कम वोट ला सका। यह तब हुआ है जब राज्य में कांग्रेस की सरकार है। हालांकि, एनएसयूआई का एचसीयू में कभी भी बड़ा आधार नहीं रहा, लेकिन वामपंथी संगठनों के साथ मिलकर वह हमेशा चुनावी समीकरण का हिस्सा रहा है। एबीवीपी का कहना है कि संगठन ने कैंपस में शांति बनाए रखने, एचसीयू की जमीन की रक्षा करने और छात्र हितों को लेकर लगातार आंदोलनों में भाग लिया है। यही वजह है कि छात्रों का भरोसा इस बार बड़े पैमाने पर एबीवीपी के पक्ष में गया। एबीवीपी की तरफ से जारी बयान में कहा गया, “यह जीत एचसीयू के इतिहास में एक मील का पत्थर है, जिसने छात्र समुदाय के बीच एबीवीपी के प्रति बढ़ते विश्वास को साबित किया है।”  

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर नशामुक्त भारत के लिए नमो मैराथन का किया शुभारंभ

बोले, जीएसटी रिफॉर्म से नए रोज़गार का सृजन होगा और हर व्यक्ति को आगे बढ़ने में मिलेगी मदद मिलेगी  गरीब को राहत देने के साथ हर उपभोक्ता को सभी सुविधाओं से आगे बढ़ाते हुए व्यापारी के कल्याण के मार्ग से भी जुड़ा है जीएसटी रिफॉर्म  लखनऊ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीपावली के उपहार के रूप में हर देशवासी और प्रदेशवासी को जीएसटी रिफॉर्म का गिफ्ट दिया है। इससे जहां एक ओर जरूरी चीजें छात्रों के लिए शिक्षण सामग्री, दूध, दही, घी, पनीर, खाने की वस्तुओं में भारी छूट दी गयी है, वहीं दूसरी ओर नशे और फिजूलखर्ची पर भारी टैक्स लगाया गया है। युवाओं के सपनों को उड़ान देने के लिए बाइक, कार, घर, घर पर लगने वाले स्टील, सीमेंट आदि पर भी छूट दी गयी है। यह घोषणा 3 सितंबर को जीएसटी काउंसिल ने की थी, जिसे 22 सितंबर से पूरे देश में लागू किया जा रहा है। वहीं विजयदशमी पर हर गांव, हर कस्बे और हर जिले में युवाओं को बुराई के प्रतीक पाप, अत्याचार, भ्रष्टाचार, अन्याय और नशे का पुतला जलाना होगा। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर रविवार को नशामुक्त भारत के लिए नमो युवा रन का शुभारंभ करते हुए कही। नमो मैराथन कालिदास मार्ग से शुरू होकर 1090 चौराहे तक जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत माता की जय के जयकारों से युवाओं को हौसला बढ़ाया।  जीएसटी रिफॉर्म से हर व्यक्ति की खरीद की क्षमता और बाजार की ताकत बढ़ेगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीएसटी रिफॉर्म से देश और प्रदेश का हर गरीब महंगाई से मुक्त और युवा सस्ते में शिक्षण सामग्री खरीद सकेगा। वहीं हर व्यक्ति की खरीद की क्षमता बढ़ेगी, बाज़ार की ताकत बढ़ेगी, नए रोज़गार का सृजन होगा, व्यक्ति को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी और रोज़गार के नये अवसर पर भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि यह गरीब को राहत के साथ सामान्य उपभोक्ता को हर प्रकार की सुविधा से आगे बढ़ाते हुए व्यापारी के कल्याण के मार्ग से भी जुड़ा हुआ है। ऐसे में हर प्रदेशवासी को जीएसटी रिफॉर्म से अवगत कराना होगा। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितंबर से 2 अक्टूबर यानी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती तक भारतीय जनता पार्टी पूरे देश भर में 'सेवा पखवाड़ा' मना रही है। इस सेवा पखवाड़ा का शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश के धार से “स्वस्थ नारी, सशक्त समाज” थीम के साथ किया। प्रधानमंत्री का स्पष्ट मानना है कि यदि नारी स्वस्थ होगी तो परिवार सशक्त होगा, समाज सशक्त होगा और राष्ट्र भी सशक्त बनेगा। इसी सोच के आधार पर सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम पूरे देश में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हर जनपद में रक्तदान शिविर आयोजित कर कार्यक्रम को नई ऊंचाई प्रदान की। रक्तदान के साथ-साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूरे देशभर में स्वच्छता अभियानों को भी गति दी। स्वास्थ्य शिविरों और स्वच्छता कार्यक्रमों के जरिए सेवा पखवाड़ा को “विकसित भारत” की संकल्पना से जोड़ते हुए आगे बढ़ाया जा रहा है। युवा शक्ति सेवा पखवाड़ा के तहत नमो मैराथन से जुड़ रही सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के अवसर पर देशवासियों से “विकसित भारत” का संकल्प लेने और पंच प्रण के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि गुलामी के अंशों को समाप्त करना होगा, अपनी विरासत का सम्मान करना होगा, सेना व वर्दीधारी बलों के प्रति आदर रखना होगा, सामाजिक समता के निर्माण के लिए कार्य करना होगा और अपने नागरिक कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना होगा। यही पंच प्रण भारतवासियों को विकसित भारत की यात्रा का सारथी बनाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की इसी प्रेरणा से उत्तर प्रदेश ने 'विकसित भारत–विकसित उत्तर प्रदेश' अभियान को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। अभियान को प्रदेश में युवाओं, किसानों, श्रमिकों, व्यापारियों और बुद्धिजीवियों का अपार समर्थन मिल रहा है। हर व्यक्ति अपने क्षेत्र में योगदान देने को तैयार है। आत्मनिर्भरता को विकसित होने की कुंजी बताते हुए उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर समाज स्वस्थ समाज से ही बनता है और ऐसे आयोजनों जैसे 'नमो मैराथन' से समाज को नई दिशा मिलती है।  वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री ने देश में स्वास्थ्य और युवा कल्याण से जुड़े कई अभियानों को गति दी। विश्व योग दिवस को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली, ‘खेलो इंडिया’, ‘फिट इंडिया मूवमेंट’, ‘सांसद खेलकूद प्रतियोगिताएं’ जैसे अभियानों से युवाओं को प्रेरणा मिली। साथ ही ‘मिशन रोजगार’ के जरिए युवाओं के लिए अवसर सुनिश्चित किए गए। आज वही युवा शक्ति सेवा पखवाड़ा के तहत 'नमो मैराथन' से जुड़ रही है। युवा शक्ति आगे बढ़ती है तो राष्ट्र के लिए गौरव और यदि नशे की आेर बढ़ती है तो उसका पतन मुख्यमंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा शक्ति अपार ऊर्जा का प्रतीक है। यदि यह सकारात्मक दिशा में बढ़ेगी तो राष्ट्र के लिए कल्याणकारी सिद्ध होगी, लेकिन यदि नशे की ओर मुड़ेगी तो उसका पतन निश्चित है। ‘नमो मैराथन’ के जरिए युवाओं से नशामुक्ति का आह्वान भी किया जा रहा है। 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती और 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर विशेष आयोजन होंगे। इसी क्रम में नमो मैराथन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें युवा मोर्चा के कार्यकर्ता और छात्र-छात्राएं सक्रिय रूप से जुड़ रहे हैं। इस बार संयोग से 2 अक्टूबर को ही विजयादशमी भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अवसर बुराइयों को समाप्त कर एक सशक्त और समर्थ भारत की दिशा में कदम बढ़ाने का प्रतीक होगा। उन्होंने युवाओं से अनुशासन और शालीनता के साथ कार्यक्रम में शामिल होने का आह्वान किया और कहा कि अनुशासन ही युवा की सबसे बड़ी ताकत है। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव, मेयर सुषमा खर्कवाल, विधायक योगेश शुक्ला, डॉ. नीरज बोरा, ओपी श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।   

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में राज्य स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह-2025 का आयोजन एक से सात अक्टूबर तक किया जायेगा

रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 27 सितम्बर प्रथम आओ-प्रथम पाओ के आधार पर प्रतिभागियों को दिया जायेगा प्रवेश भोपाल  वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में राज्य स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह-2025 का आयोजन एक से सात अक्टूबर तक किया जायेगा। राज्य स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह में विभिन्न गतिविधियों एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा। इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिये रजिस्ट्रेशन कराने की अंतिम तिथि 27 सितम्बर, 2025 है। राज्य स्तरीय वन्य-प्राणी सप्ताह में छात्र-छात्राओं के लिये गतिविधियों और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा। इनमें 'चित्रकला, भारत के वन्य-जीव, उनका रहवास एवं आपसी संचार' विषय पर फोटो प्रदर्शनी प्रतियोगिता, पक्षी अवलोकन शिविर, जागरूकता के लिये सृजनात्मक कार्यशाला-सह-प्रतियोगिता, महाविद्यालयीन विद्यार्थी वाद-विवाद, तत्कालीन कहानी, कथा-वाचन, खजाने की खोज, मेहंदी, पॉम पेंटिंग, फोटोग्राफी, रंगोली, युवा संसद, रन फॉर वाइल्ड लाइफ, शिक्षक वाद-विवाद, रेस्क्यू एवं वन्य-जीव संरक्षण तथा अनुश्रवण के उपकरणों से संबंधित कार्यशाला, वाइल्ड लाइफ एण्ड नेचर एक्सपो, विद्यालयीन वाद-विवाद प्रतियोगिता, मानव-वन्य-जीव-सह-अस्तित्व, मिशन लाइफ के साथ ही से नो टू प्लास्टिक से संबंधित विषयों पर "वॉक थ्रू क्विज कम एग्जीवीशन और टोडलर वॉक प्रतियोगिता का आयोजन होगा। कार्यक्रम स्थल पर प्रतिभागियों को प्रथम आओ-प्रथम पाओ के आधार पर प्रवेश दिया जायेगा। वन्य-प्राणी सप्ताह में विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी वन विहार स्थित विहार वीथिका में लगायी जायेगी। प्रदर्शनी के अवलोकन के लिये भोपाल स्थित महाविद्यालय, विद्यालयों के छात्र-छात्राओें को आईडी कॉर्ड पर गेट क्रमांक-2 से नि:शुल्क पैदल प्रवेश दिया जायेगा। अन्य जानकारी के लिये वन विहार के सहायक संचालक एवं कार्यक्रम समन्वयक मोबाइल नम्बर-9424790615, इकाई प्रभारी पर्यटन रेंज ऑफिसर मोबाइल नम्बर-9424790611 और सहायक समन्वयक मोबाइल नम्बर-9424790613 से सम्पर्क किया जा सकता है।  

न्यायालय की दखल से खुला रास्ता, पैरा एथलीट को मिली चैंपियनशिप में खेलने की मंजूरी

दिल्ली  दिल्ली हाई कोर्ट के दखल की वजह से एक एथलीट वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग ले पाएगा। यह चैंपियनशिप 22 सितंबर से नई दिल्ली में शुरू हो रही है। पैरा ओलिंपिक कमिटी ऑफ इंडिया की चूक की वजह से इस खिलाड़ी का नाम चैंपियनशिप के लिए चुने गए एथलीटों की सूची में नहीं आ पाया था। निकल चुकी लास्ट डेट जस्टिस सचिन दत्ता ने 18 सितंबर को श्रवण कुमार की याचिका पर पारित आदेश में कहा कि वैसे तो एथलीटों की लिस्ट जमा करने की अंतिम तारीख पहले ही निकल चुकी है। पर, यह देखते हुए कि यह इवेंट नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है, उम्मीद है कि संबंधित आयोजन समिति वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भागीदारी के मकसद से याचिकाकर्ता का नाम शामिल कराने के लिए गंभीर प्रयास करेगी। कोर्ट ने कमिटी को दिए निर्देश कोर्ट ने पैरा ओलंपिक कमिटी ऑफ इंडिया को निर्देश दिया कि वह संबंधित इंटरनेशनल बॉडी के साथ इस मामले को सख्ती से आगे बढ़ाए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि याचिकाकर्ता का नाम आगामी चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाली भारतीय टीम में शामिल हो। केंद्र से भी इसमें मदद की उम्मीद जताई गई है। मामले में याचिकाकर्ता का पक्ष एडवोकेट स्वास्तिक सिंह ने रखा तो केंद्र और अन्य प्रतिवादियों के लिए एडवोकेट रुचिर मिश्रा और नवीन कुमार चौधरी पेश हुए। इस कारण से नहीं अपडेट हुआ खिलाड़ी का नाम याचिकाकर्ता ने कोर्ट से कहा कि उक्त चैंपियनशिप के लिए चुने गए खिलाड़ियों की सूची से उसके नाम को गलत तरीके से बाहर कर दिया गया है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पैरा ओलिंपिक कमिटी ऑफ इंडिया ने डिस्कस थ्रो कैटिगरी में उसकी रैंकिंग नहीं भेजी जिसकी वजह से वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स बॉडी ने याचिकाकर्ता की रैंकिंग अपडेट नहीं की। यह चैंपियनशिप 22 सितंबर से शुरू होकर 6 अक्टूबर तक चलेगी। याचिकाकर्ता ने कोर्ट में दी दलील 2025 दलील दी गई कि याचिकाकर्ता ने 7वीं इंडियन ओपन पैरा एथलेटिक्स अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में 41.34 मीटर का थ्रो किया, जो तय मिनिमम एलिजिबिलिटी स्टैंडर्ड (एमईएस) 29.80 मीटर से काफी ज्यादा है। प्रदर्शन-आधारित एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करने के बावजूद, याचिकाकर्ता को आगामी वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए नहीं चुना गया ।