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होटलों की सुरक्षा अब और सख्त, पुलिस ने बढ़ाई निगरानी

अमृतसर  त्यौहारी सीजन को देखते हुए पंजाब पुलिस ने अमृतसर शहर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया है। शहर के विभिन्न चौराहों पर नाकाबंदी की गई है, साथ ही हर गली-मोहल्ले में पुलिस द्वारा सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में थाना बी डिवीजन के एस.एच.ओ. बलजिंदर सिंह औलख व ए.सी.पी. अनुभव जैन (आई.पी.एस.) ने होटल मालिकों और होटल संचालकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में पुलिस अधिकारियों ने होटल मालिकों को सख्त निर्देश दिए कि त्यौहारी सीजन के दौरान किसी भी होटल में जुआ संचालित करते पाए जाने पर होटल मालिक और संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति होटल में जुआ कराने की मांग करता है तो इसकी तत्काल सूचना पुलिस को दी जाए। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि बिना पहचान पत्र के किसी भी व्यक्ति को होटल में कमरा नहीं दिया जाए। यदि पुलिस जांच के दौरान किसी होटल में बिना पहचान पत्र के व्यक्ति पाया गया तो होटल मैनेजर के खिलाफ मौके पर ही कार्रवाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त, यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति होटल में ठहरने आता है तो होटल मालिकों को तुरंत थाना बी डिवीजन पुलिस को सूचित करना होगा। यदि इस तरह की कोई सूचना पुलिस को नहीं दी गई व पुलिस को अन्य स्रोतों से जानकारी प्राप्त होती है तो होटल मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का यह कदम शहर में त्यौहारी सीजन के दौरान शांति व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। होटल मालिकों व संचालकों से अपील की गई है कि वे पुलिस के साथ पूरा सहयोग करें ताकि शहर में कानून-व्यवस्था बनी रहे।

उत्तर प्रदेश कृषि विभाग किसानों के लिए चला रही अनेक प्रोत्साहन व अनुदान कार्यक्रम

रबी सीजन 2025-26: 92 हजार से अधिक मिनीकिट देकर किसानों को समृद्ध करेगी योगी सरकार उत्तर प्रदेश कृषि विभाग किसानों के लिए चला रही अनेक प्रोत्साहन व अनुदान कार्यक्रम किसानों की चलेगी पाठशाला, उत्पादन के लिए नई तकनीक जानेंगे कृषक रबी सीजन में पूरे प्रदेश में चलाई जाएगी 8385 किसान पाठशाला  किसानों को प्रति एकड़ 4000 रुपये का दिया जाएगा अनुदान दलहनी फसलों के बीजों पर भी अनुदान दे रही योगी सरकार खरीफ फसलों की अपेक्षा रबी में दलहनी फसल का क्षेत्रफल व उत्पादन होता है अधिक  लखनऊ  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश कृषि विभाग किसानों के लिए निरंतर अनेक प्रोत्साहन योजना व अनुदान कार्यक्रम चला रही है। इसी क्रम में रबी फसल के मद्देनजर योगी सरकार किसानों को 92 हजार से अधिक मिनीकिट देकर समृद्ध करेगी। इसके साथ ही उत्पादन की नई तकनीक से अवगत कराने के लिए कृषि विभाग 8385 किसान पाठशाला भी चलाएगा। गौरतलब है कि रबी फसल में दलहनी फसलों का क्षेत्रफल एवं उत्पादन खरीफ मौसम की अपेक्षा अधिक होता है। साथ ही रबी के मौसम में फसलों पर कीट एवं व्याधि का संक्रमण भी कम होता है, जिससे दलहनी फसलों की उत्पादकता अधिक प्राप्त होने की संभावना होती है।  दलहनी फसलों से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए अनेक योजनाएं चला रहा कृषि विभाग  रबी में दलहनी फसलों से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए उत्तर प्रदेश कृषि विभाग द्वारा भी किसानों के लिए कई प्रोत्साहन योजना एवं अनुदान आधारित कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। विशेष रूप से योगी सरकार द्वारा नवीन प्रजातियों के प्रोत्साहन के लिए दलहनी फसलों के निःशुल्क मिनीकिट, एकड़ प्रदर्शन एवं किसान पाठशाला चलाये जा रहे हैं। योगी सरकार किसानों को प्रति एकड़ 4000  रुपये के अनुदान के साथ ही उत्पादन की नवीन तकनीक के प्रसार के लिए किसान पाठशाला भी चला रही है।  रबी सीजन 2025-26 में 92518 मिनी किट और 8385 किसान पाठशाला का लक्ष्य वर्तमान रबी सीजन में 92518 मिनीकिट, 8385 खंड प्रदर्शन तथा 8385 किसान पाठशाला का लक्ष्य है। इसके अतिरिक्त नेशनल फूड सिक्योरिटी एंड न्यूट्रीशन मिशन के अंतर्गत 10 वर्ष से कम अवधि के दलहनी फसलों के बीजों पर 5000 रुपये प्रति कुंतल, 10 वर्ष से अधिक अवधि के दलहनी फसल के बीजों पर 2500 रुपये प्रति कुंतल, क्लस्टर प्रदर्शन पर 9000 रुपये प्रति हेक्टेयर तथा फसल पद्धति प्रदर्शन पर 15000 रुपये प्रति हेक्टेयर के अनुदान की सुविधा है। किसानों को बीजों पर अनुदान एटसोर्स अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदर्शन का अनुदान चयनित किसानों के खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से हस्तांतरित किया जायेगा। प्रदेश सरकार किसानों को अन्नदाता मानकर उनके उत्थान के लिए निरंतर प्रयत्न कर रही है। इसी क्रम में रबी सीजन में उत्पादन बढा़ने के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। हाल ही में प्रदेश स्तर पर रबी गोष्ठी भी हुई थी, जिसके माध्यम से हजारों किसानों ने खेती में नवीनीकरण की जानकारी प्राप्त की। किसान बीज शोधन, जैव रसायन व कृषि रक्षा रसायन से बीज शोधित करके ही बोआई करें, जिससे बीज जनित एवं भूमि जनित रोगो के संक्रमण की संभावना नहीं रहती है। साथ ही राइजोबियम कल्चर से शोधित करने पर मृदा में 20-25 किग्रा. नाइट्रोजन का स्थिरीकरण हो जाता है। इससे आगामी फसलों की लागत कम हो जायेगी तथा उत्पादकता में वृद्धि हो सकेगी।    

योगी सरकार की योजनाओं से रोशन होगी अयोध्या, दीपोत्सव में नजर आएगा विकास का रंग

अयोध्या रामनगरी अयोध्या सिर्फ आस्था की धरती नहीं, बल्कि अब यह विकास और विरासत का संगम बन चुकी है। इस बार के नौवें दीपोत्सव में योगी सरकार की विकास दृष्टि भी दीपों की तरह चमकेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को वैश्विक तीर्थ और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए अनेक भव्य परियोजनाओं को मूर्त रूप दिया है। इनमें राम की पैड़ी का भव्य सौंदर्यीकरण, सरयू घाटों का पुनरुद्धार और पर्यटन सुविधाओं का विस्तार शामिल है। इन योजनाओं ने न सिर्फ अयोध्या की प्राचीनता को जीवित रखा है, बल्कि श्रद्धालुओं को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ा है। दीपोत्सव जैसे विश्व प्रसिद्ध आयोजन में दर्शकों के लिए अब राम की पैड़ी पर बैठना पहले से कहीं अधिक आरामदायक और आकर्षक होगा। योगी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2324.55 लाख रुपए की लागत से यहां लगभग 350 मीटर लंबी सीढ़ियों और दर्शक दीर्घा का निर्माण कराया है, जिसमें 18,000 से 20,000 लोग एक साथ बैठ सकते हैं। यहां बनाया गया सेल्फी पॉइंट, जिसमें भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी की पत्थर की भव्य मूर्तियां हैं, श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बन चुका है। आधुनिक प्रकाश व्यवस्था, बाउंड्री वॉल और अन्य पर्यटन सुविधाओं ने इसे विश्वस्तरीय रूप प्रदान किया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में स्वीकृत 2367.61 लाख रुपए की नई परियोजना से राम की पैड़ी और भी भव्य स्वरूप में नजर आएगी। यहां आठ छोटे एम्फीथिएटर बनाए जा रहे हैं, जो दर्शकों को बैठने की सुविधा देंगे। साथ ही छह पत्थर की छतरियां, आठ भव्य दीपक और सात मीटर ऊंचे पत्थर के स्तंभ इस घाट की शोभा बढ़ाएंगे। प्रकाश व्यवस्था और सौंदर्यीकरण के साथ यह स्थान अब आधुनिकता और परंपरा का अद्भुत संगम बन जाएगा, जो विश्वभर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा। अयोध्या की जीवनरेखा कही जाने वाली सरयू नदी के तट को भी नया रूप दिया जा रहा है। लगभग 2.5 किलोमीटर लंबाई में फैले घाटों के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण पर 2346.11 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। परियोजना में 32 पत्थर की छतरियां, 11 विशाल स्तंभ, चार पूजा स्थल, दो गौ-पूजा स्थल, 15 दिशा सूचक, 60 इंटरप्रिटेशन वॉल और एक वीआईपी पवेलियन बनाए जा रहे हैं। आधुनिक रोशनी और स्वच्छ घाट व्यवस्था के साथ यह क्षेत्र अब आध्यात्मिक पर्यटन का नया गंतव्य बनेगा। सरयू आरती का दृश्य अब और भी मनमोहक और भव्य होगा। यूपीपीसीएल के परियोजना प्रबंधक मनोज शर्मा ने कहा योगी सरकार के नेतृत्व में अयोध्या में जो विकास कार्य हो रहे हैं, वे महज निर्माण नहीं बल्कि सांस्कृतिक पुनर्जागरण के प्रतीक हैं। राम की पैड़ी और सरयू घाटों के सौंदर्यीकरण से न सिर्फ धार्मिक पर्यावरण समृद्ध हुआ है, बल्कि पर्यटन को भी नई दिशा मिली है। हमारा प्रयास है कि सभी परियोजनाएं निर्धारित समय से पहले और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरी हों, ताकि श्रद्धालु और पर्यटक यहां आने पर अयोध्या की भव्यता और दिव्यता का अनुभव कर सकें। जिलाधिकारी निखिल टीकाराम ने बताया कि सभी निर्माण कार्य यूपीपीसीएल के माध्यम से कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा इन परियोजनाओं ने अयोध्या को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। राम की पैड़ी और सरयू घाटों का सौंदर्यीकरण न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण है, बल्कि यह श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित और सुखद वातावरण भी देता है। इन विकास कार्यों से न सिर्फ अयोध्या की पहचान विश्व में सशक्त हुई है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी नई गति मिली है।  

आस-पास के शहरों में मौसम की नई चेतावनी, जानें क्या है असर

पंजाब पंजाब भर में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। शुक्रवार सुबह से बादल छाए रहने के साथ कई इलाकों में हलकी बारिश हुई। बारिश व ठंडी हवाओं के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम में आए इस बदलाव ने जहां गर्मी और उमस से राहत दी है वहीं सेहत पर इसका असर भी देखने को मिल रहा है। तापमान में गिरावट, हवा में बढ़ी नमी मौसम विभाग के अनुसार अमृतसर और आसपास के इलाकों में अगले 24 घंटे के दौरान हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है। शहर का अधिकतम तापमान लगभग 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सैल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है। हवा में नमी बढ़ने से सर्दी की शुरुआत का संकेत मिल रहा है। स्वास्थ्य पर असर डॉक्टरों के मुताबिक मौसम में अचानक बदलाव के कारण सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार और गले में खराश जैसे मौसमी संक्रमण तेजी से फैल सकते हैं। बुजुर्गों, बच्चों और दमा के मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। डॉक्टरों की सलाह के अनुसार सुबह और रात के समय गर्म कपड़े पहनें, ठंडा पानी या आइसक्रीम जैसी चीज़ों से परहेज़ करें, गुनगुना पानी पीएं और भाप लें ताकि गले में खराश न हो। बाहर निकलते समय मास्क पहनें क्योंकि ठंडी हवाओं और प्रदूषण का असर एक साथ स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। मौसमी फलों और विटामिन सी से भरपूर चीज़ों का सेवन करें ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे। बढ़ा डेंगू का खतरा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार बारिश के बाद गमलों, टंकी, कूलर और खुले बर्तनों में जमा पानी में ए.डी.ज़ एजिप्टाई मच्छर तेजी से पनपते हैं जो डेंगू फैलाते हैं। डेंगू के शुरुआती लक्षणों में तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों में दर्द और शरीर पर लाल चकत्ते शामिल हैं। यदि ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत खून की जांच करवानी चाहिए और स्वयं से कोई दवाई न लें।  

अमनीत पी कुमार की पारिवारिक त्रासदी में मंत्री अनिल विज का सहयोग और सांत्वना

चंडीगढ़ हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री श्री अनिल विज ने आज पर आईपीएस अधिकारी वाई पुरन कुमार की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके चंडीगढ़ स्थित निवास पहुंच कर परिजनों को ढांडस बंधाया।इस मौके पर उन्होंने वाई पुरन कुमार के चित्र पर पुष्प अर्पित किए।   इसके पश्चात, मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि वे आज यहां परिजनों के दुख में शामिल होने के लिए आए है। उल्लेखनीय है कि श्री विज ने वाई पुरन कुमार की पत्नी आईएएस अधिकारी अमनित पी कुमार से मुलाकात कर सांत्वना दी। इसके अलावा, श्री विज आज अमनित पी कुमार के भाई, दोनों बेटियों और वाई पुरन कुमार के भाईयों सहित अन्य परिजनों से भी मिले और उनके दुख में शामिल हुए।  

पावर स्टार पवन सिंह ने तोड़ी चुप्पी, कहा – विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा

पटना बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज होती जा रही है। इसी बीच भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नहीं लड़ने का ऐलान किया है। दरअसल, पवन सिंह ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा, "मैं पवन सिंह अपने भोजपुरीया समाज से बताना चाहता हूँ कि मैं बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं किया था और नाहीं मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना है। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं और रहूंगा"  

शीर्ष सरकारी सूत्रों ने कहा- अकाउंट सस्पेंड करने के पीछे सरकार का हाथ नहीं

लखनऊ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का आधिकारिक फेसबुक अकाउंट सस्पेंड हो गया है। इसके बाद राजनीतिक बवाल मचा गया। सपा ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया है, तो वहीं शीर्ष सरकारी सूत्रों ने कहा है कि उनके फेसबुक अकाउंट सस्पेंड करने के पीछे सरकार का कोई हाथ नहीं है। यह कार्रवाई दिशा-निर्देशों के अनुसार की गई है। वे दिशा-निर्देश जो देश के कानून के मुताबिक प्रत्येक नागरिक पर लागू होते हैं।  सरकारी सूत्रों ने कहा कि उनके अकाउंट पर एक पोस्ट थी जो सामुदायिक दिशा-निर्देशों के विरुद्ध थी और फेसबुक ने नियमों के मुताबिक कार्रवाई की है। अखिलेश के फेसबुक अकाउंट में पर 80 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स थे, जो एक्सेसिबल नहीं है। सपा ने इसको बीजेपी का विपक्षी आवाज दबाने का प्रयास बताया है। पार्टी प्रवक्ता फखरुल हसन ने एक्स पर लिखा- देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का फेसबुक अकाउंट सस्पेंड करना लोकतंत्र पर हमला है। बीजेपी ने अघोषित इमरजेंसी लगा दी है। हालांकि, सपा विधायक पूजा शुक्ला ने कहा कि फेसबुक ने बिना चेतावनी के अकाउंट बंद किया। यह लाखों की आवाज को दबाने की साजिश है। सपा का आरोप है कि यह सस्पेंशन बीजेपी के इशारे पर किया गया। पार्टी ने कहा कि अखिलेश ने हाल ही में बसपा प्रमुख मायावती की बीजेपी की तारीफ पर सवाल उठाए थे, जिससे ‘आंतरिक सांठगांठ’ का दावा किया। इससे पहले सपा ने चुनाव आयोग पर बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाया था। अकाउंट सस्पेंड होने से सपा कार्यकर्ताओं में गुस्सा है। पार्टी ने फेसबुक से तुरंत बहाली की मांग की और कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है। सरकारी सूत्रों ने सपा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार का इसमें कोई हाथ नहीं है। सस्पेंशन फेसबुक के कम्युनिटी गाइडलाइंस का उल्लंघन करने वाले एक पोस्ट के कारण हुआ। यह इंटरमीडियरी गाइडलाइंस के तहत कार्रवाई है, जो हर नागरिक पर लागू होती है। सरकार ने कोई दखल नहीं दिय। सूत्र ने कहा कि फेसबुक ने अभी आधिकारिक बयान नहीं दिया, लेकिन सपा का दावा है कि बिना चेतावनी के अकाउंट बंद किया गया है।  

कृषि क्षेत्र में बदलाव: पंजाब सरकार ने जारी किए अहम निर्देश

जालंधर/चंडीगढ़ पंजाब के खाद्य व आपूर्ति मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने कहा है कि मंडियों में आ रही धान की फसल की क्वालिटी अच्छी है और मंडियों में धान की खरीद के 24 घंटों के अंदर किसानों को भुगतान किया जा रहा है। आज विभिन्न मंडियों में धान की खरीद का जायजा लेने के बाद लालचंद कटारूचक्क ने कहा कि किसानों को कहा गया है कि वह अपनी फसल को पूरी तरह से सुखा कर मंडियों में लाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण चाहे फसल को नुकसान पहुंचा था परन्तु उसके बावजूद किसानोंका मनोबल काफी ऊंचा है। अभी तक मंडियों में 11 लाख मीट्रिक टन धान की फसल पहुंची थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जो दिशा-निर्देश फसल की खरीद को लेकर दिए हैं उन पर खरीद एजैंसियों द्वारा पूरा अमल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान चाहे एक दिन लेट धान की फसल मंडियों में लेकर आए परन्तु वह पूरी तरह से सूखी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक से फसल की खरीद के लिए साथ-साथ लिमिट जारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के दिशा-निर्देशों की उल्लंघना करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।उन्होंने इस अवसर पर स्वयं धान की क्वालिटी देखी और उस पर तसल्ली व्यक्त की। 

रोहतक SP सस्पेंड, IPS पूरन सुसाइड केस के फाइनल नोट में नाम आने के बाद कार्रवाई

रोहतक हरियाणा सरकार ने शनिवार को रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया का तबादला कर दिया. कुछ दिन पहले ही आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. खुदकुशी से पहले उन्होंने एक नोट छोड़ा था. इस नोट में बिजारनिया सहित आठ वरिष्ठ पुलिसकर्मियों पर "जाति-आधारित भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार" का आरोप लगाया गया था. एक आधिकारिक आदेश के अनुसार आईपीएस अधिकारी सुरिंदर सिंह भोरिया को रोहतक का नया एसपी नियुक्त किया गया है और बिजारनिया की नियुक्ति का आदेश अलग से जारी किया जाएगा. 2001 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी वाई पूरन कुमार (52) ने मंगलवार को सेक्टर 11 स्थित अपने आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. पूरन की पत्नी ने की एफआईआर में संसोधन की मांग पूरन के परिवार वालों ने आईपीएस अधिकारी के शव का पोस्टमार्टम कराने की अनुमति नहीं दी है. उनका शव 5 दिनों से शवघर में रखा गया है. वहीं मृतक पुलिसकर्मी की नौकरशाह पत्नी ने एफआईआर में अधूरी जानकारी पर सवाल उठाया है. मृतक पुलिस अधिकारी की पत्नी, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार ने एफआईआर में "सभी आरोपियों के नाम सटीक रूप से दर्शाने" के लिए संशोधन की मांग की है. जांच के लिए गठित की गई कमेटी चंडीगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को 'आत्महत्या' मामले की जांच" के लिए छह सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. चंडीगढ़ के आईजी पुष्पेंद्र कुमार एसआईटी का नेतृत्व करेंगे. वहीं, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष किशोर मकवाना ने शाम को सेक्टर 24 स्थित अपने आवास पर अमनीत पी कुमार और उनके परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात की. बाद में पत्रकारों से कहा, "मैं परिवार का दर्द साझा करने आया हूं. मैं उन्हें यह भी बताने आया हूं कि उन्हें पूरा न्याय मिलेगा.  पत्नी ने न्याय मिलने तक पोस्टमार्टम कराने से किया इनकार चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर को लिखे एक पत्र में अमनीत पी. ​​कुमार ने एफआईआर में जोड़ी गई "एससी/एसटी एक्ट की कमजोर धाराओं" में संशोधन की भी मांग की है. पुलिस अधिकारी की पत्नी ने "न्याय मिलने" तक अपने पति के शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है. चंडीगढ़ पुलिस ने गुरुवार देर शाम मृतक पुलिस अधिकारी के एक फाइनल सुसाइड नोट के आधार पर आत्महत्या के लिए उकसाने और एससी/एसटी एक्ट की कुछ धाराओं के आरोपों के साथ एक एफआईआर दर्ज की. मृतक पुलिस अधिकारी ने कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नाम लिए थे और विशेष रूप से हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया पर उत्पीड़न का उल्लेख किया था.

दीपोत्सव 2025:लक्ष्मण किला घाट पहली बार बना दीपोत्सव का आकर्षण केंद्र

दीपोत्सव 2025: 56 घाटों पर जगमगाएंगे 28 लाख दीप, अयोध्या में रचेगा नया विश्व रिकॉर्ड दीपोत्सव 2025:लक्ष्मण किला घाट पहली बार बना दीपोत्सव का आकर्षण केंद्र दीपोत्सव 2025 :योगी सरकार के नेतृत्व में अयोध्या का दीपोत्सव बनेगा सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक -22 समितियाँ जुटीं युद्धस्तर पर तैयारियों में, सरयू तट होगा दिव्य आलोकित  -दीपोत्सव से अयोध्या की आस्था और संस्कृति पहुंचेगी विश्व पटल पर अयोध्या रामनगरी अयोध्या इस वर्ष एक बार फिर विश्व मंच पर अपनी आस्था, संस्कृति और गौरव का प्रकाश फैलाने जा रही है। योगी सरकार के नेतृत्व में इस बार नौवां दीपोत्सव 2025 अब तक का सबसे भव्य और ऐतिहासिक आयोजन बनने जा रहा है। सरयू तट के 56 घाटों पर लगभग 26 लाख दीपों के प्रज्वलन के लिए 28 लाख दिए बिछाए जाएंगे, जो एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित करेगा। इस वर्ष आयोजन की विशेषता यह है कि पहली बार लक्ष्मण किला घाट को दीपोत्सव में शामिल किया गया है। अयोध्या की सांस्कृतिक पहचान को देगा वैश्विक स्वरूप यह दीपोत्सव केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि भारत की सनातन संस्कृति, आध्यात्मिकता और विश्वबंधुत्व का सशक्त प्रतीक है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में यह आयोजन न केवल अयोध्या के विकास और राम मंदिर निर्माण के विज़न को आगे बढ़ा रहा है, बल्कि उत्तर प्रदेश को धार्मिक पर्यटन के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम भी है। इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु और देश-विदेश से आए पर्यटक रामनगरी की इस दिव्य आभा के साक्षी बनेंगे। इन घाटों पर होगा दीपों का सागर लक्ष्मण किला घाट पर पहली बार सवा चार लाख दीप प्रज्वलित होंगे। राम की पैड़ी और चौधरी चरण सिंह घाट पर करीब साढ़े चार लाख दीप जलाए जाएंगे। भजन संध्या घाट पर साढ़े पांच लाख दीपों की रौशनी से सरयू तट अलौकिक चमक में नहाएगा। मुख्य आकर्षण राम की पैड़ी रहेगी, जहां 15 से 16 लाख दीपों की अविरल ज्योति से पूरा घाट जगमगा उठेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं दीप प्रज्ज्वलित कर इस भव्य कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे और ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष से पूरा वातावरण भक्तिमय बन जाएगा। पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ने की तैयारी बीते वर्षों में अयोध्या का दीपोत्सव गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है। इस बार लक्ष्य है उस रिकॉर्ड को और आगे बढ़ाना 28 लाख दीपों का नया विश्व कीर्तिमान स्थापित करने का। इसके लिए सरकार, प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं की टीमें युद्धस्तर पर तैयारियों में जुटी हैं। दीपों की सजावट, सुरक्षा व्यवस्था, सांस्कृतिक मंचन, और पर्यटकों के स्वागत की रूपरेखा बारीकी से तैयार की जा रही है। फैक्ट फाइल दीपोत्सव 2025 नौवां दीपोत्सव अयोध्या में आयोजित होगा। 33 लाख दीपों की कुल व्यवस्था। 75 हजार लीटर तेल की जरूरत होगी। 55 लाख रुई बत्तियाँ तैयार की जा रही हैं। 30 हजार स्वयंसेवकों को टोपी व टीशर्ट वितरित होंगी। 28 लाख दीप बिछाकर नया विश्व रिकॉर्ड रचा जाएगा। 22 समितियाँ बना रहीं आयोजन को साकार डाॅ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र के निर्देशन में 22 समितियाँ गठित की हैं, जो दीपोत्सव के प्रत्येक पहलू की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। इनमें प्रमुख समितियाँ हैं। समन्वय समिति, अनुशासन समिति,सुरक्षा समिति, दीप गणना समिति, यातायात समिति, स्वच्छता समिति, मीडिया एवं फोटोग्राफी समिति, प्राथमिक चिकित्सा समिति, साज-सज्जा एवं रंगोली समिति,वालंटियर व आईकार्ड समिति, पर्यवेक्षण एवं नियंत्रण समिति, सभी समितियों के संयोजक, सह-संयोजक एवं सदस्य दिन-रात अयोध्या को दिव्य स्वरूप देने के अभियान में लगे हुए हैं। अयोध्या दीपोत्सव का आध्यात्मिक और राष्ट्रीय महत्व अयोध्या दीपोत्सव केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं यह ‘रामराज्य’ के आदर्शों का स्मरण, भारतीय संस्कृति की एकता का प्रतीक और विश्व को शांति का संदेश देने वाला अवसर है। यह आयोजन अयोध्या को केवल एक शहर नहीं, बल्कि “विश्व सांस्कृतिक राजधानी” के रूप में स्थापित करता है। दीपों की यह ज्योति केवल सरयू किनारे नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष और विश्व के हृदय में आस्था, एकता और आशा की लौ जलाएगी।