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पच्चीस बरसों में कोरिया ने शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में बनाई नई पहचान

रायपुर : मजबूत सड़कें समृद्धि और आत्मनिर्भरता की रीढ़ पच्चीस बरसों में कोरिया ने शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में बनाई नई पहचान कोरिया में 589 किलोमीटर की 151 सड़कों और 7 वृहद पुलों के निर्माण  रायपुर, छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहा है। इस दौरान राज्य के प्रत्येक जिले में विकास की गाथाएँ लिखी जा रही है। इसी कड़ी में कोरिया जिला भी इससे अछूता नहीं है। जिले में बीते 25 वर्षों में सड़क निर्माण के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। इससे जिले में समृद्धि का मार्ग प्रशस्त हुआ है। वर्ष 2000 में जब राज्य का गठन हुआ था, तब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना या मुख्यमंत्री ग्राम गौरवपथ जैसी योजनाओं का नाम तक ग्रामीण अंचलों में नहीं सुना गया था। लेकिन वर्ष 2025 तक का यह 25 वर्ष का सफर, सड़कों के निर्माण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 97 सड़कों का निर्माण किया गया, जिनकी कुल लंबाई 495.12 किलोमीटर है। वहीं मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना में 25 सड़कों का निर्माण जिसकी लंबाई 83.20 किलोमीटर है और मुख्यमंत्री ग्राम गौरवपथ योजना के अंतर्गत 29 सड़कें जिसकी लंबाई 10.40 किलोमीटर का निर्माण हुआ। इसके साथ ही 7 पुलों के निर्माण ने आवागमन को और सुगम बना दिया है। जिले के इन सड़कों और पुलों ने न केवल ग्रामीण अंचलों को जोड़ने का काम किया, बल्कि व्यापारिक गतिविधियों, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में नई संभावनाएँ भी खोली हैं। जो गांव पहले वर्षों से एक-दूसरे से कटे हुए थे, अब सहज संपर्क में हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार ने ग्रामीण विकास को प्राथमिकता देते हुए सड़कों के जाल को मजबूती देने पर विशेष ध्यान दिया है। इससे दूरस्थ अंचलों में रहने वाले आम नागरिकों, स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ-साथ पर्यटन के क्षेत्र को भी बड़ा लाभ मिला है। 25 वर्षों की इस विकास यात्रा ने यह साबित कर दिया है कि मजबूत सड़कें केवल आवागमन का माध्यम नहीं, बल्कि ग्रामीण समृद्धि और आत्मनिर्भरता की रीढ़ हैं। कोरिया जिले की धरती अब पर्यटन, व्यवसाय और आधुनिक जीवनशैली की नई राहों पर आगे बढ़ रही है।

टूरिस्टों के लिए अब सफारी का नया अंदाज: इटावा पार्क में चलें आकर्षक मिनी बसों में

इटावा इटावा सफारी पार्क में आने वाले पर्यटकों को सफारी की सैर कराने के लिए दो नई आकर्षक मिनी बस पहुंच रहीं हैं। इन बसों में पर्यटकों की सुविधा के हिसाब से डिजाइन किया गया है। अभी राजगीर सफारी में इसी तरह की बसों से पर्यटकों को सैर कराई जाती है अब यह बसें इटावा सफारी में भी पर्यटकों को घुमाएंगी। इनमें बैठकर पर्यटक आसानी से वन्य जीवों के दीदार कर सकेंगे। सफारी में जो व्यवस्था की गई है उसमें लायन सफारी में शेर खुले में भ्रमण कर रहे हैं और पर्यटक बंद वाहनों से इनका दीदार करते हैं। इस कार्य में अब इन बसों की सेवाएं भी ली जाएंगी।   इसके साथ ही इन बसों में यह व्यवस्था भी की गई है कि सफारी के वन्यजीवों के बारे में भी पर्यटकों को बसों में बैठे बैठे पूरी जानकारी मिलेगी। सफारी के शेरों का इतिहास भी बताया जाएगा। सफारी पार्क के निदेशक डा. अनिल पटेल ने बताया कि दो नई बसों की खरीद की गई है। जल्द ही यह सफारी पार्क पहुंच जाएंगी। इससे पर्यटकों का आवागमन सुगम होगा।  

पेंशन स्कीम में EPFO के 5 अहम अपडेट, जानें कैसे होगा फायदा

नई दिल्ली अगर आप नौकरीपेशा व्यक्ति हैं और हर महीने आपकी सैलरी से PF  कटता है, तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है। Employees’ Provident Fund Organisation (EPFO) ने Employee Pension Scheme (EPS) में कुछ बड़े बदलाव किए हैं, जो सीधे तौर पर आपकी पेंशन की राशि और प्रोसेस को प्रभावित करेंगे। आइए जानते हैं कौन से हैं ये 5 अहम बदलाव… अब औसत वेतन पर तय होगी पेंशन पहले पेंशन की गणना आखिरी वेतन के आधार पर की जाती थी। अब EPFO ने इसे बदलते हुए पिछले 60 महीनों (5 साल) के औसत वेतन को आधार बनाया है। इससे उन कर्मचारियों को फायदा होगा जिनकी सैलरी धीरे-धीरे बढ़ी है। यह नियम पहले से लागू है, लेकिन अब प्रोसेस को और आसान बना दिया गया है ताकि किसी को पेंशन कैलकुलेशन में नुकसान न हो। पेंशन की लिमिट बढ़कर ₹15,000 प्रति माह EPFO ने पेंशन लिमिट को बढ़ा दिया है। अब अधिकतम पेंशन ₹7,500 से बढ़ाकर ₹15,000 प्रति माह कर दी गई है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद लिया गया यह फैसला उन लोगों के लिए राहत लेकर आया है जिनकी सैलरी तो अधिक थी, लेकिन पेंशन लिमिट की वजह से उन्हें कम रकम मिलती थी। अब 50 साल की उम्र में भी मिलेगी पेंशन अब कर्मचारियों को 50 वर्ष की आयु पूरी होते ही पेंशन निकालने का विकल्प मिल गया है। पहले न्यूनतम उम्र 58 साल थी, लेकिन अब इसे घटा दिया गया है। हालांकि, जल्दी पेंशन लेने पर राशि थोड़ी कम हो सकती है। अब पेंशन क्लेम होगा ऑनलाइन EPFO ने डिजिटल क्लेम प्रोसेस को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया है। अब फॉर्म भरने से लेकर दस्तावेज अपलोड करने तक की प्रक्रिया आप EPFO की वेबसाइट या मोबाइल ऐप से पूरी कर सकते हैं। इससे पहले जो काम महीनों में होता था, अब कुछ हफ्तों में पूरा हो जाएगा। नौकरी बदलने पर नहीं होगा नुकसान EPFO ने Pension Portability System को बेहतर बना दिया है। अब अगर आप नौकरी बदलते हैं, तो आपकी पुरानी सर्विस अपने आप नई कंपनी के रिकॉर्ड में जुड़ जाएगी। यानी पेंशन कंटिन्यूटी बनी रहेगी और पुरानी सर्विस का फायदा भी मिलेगा। EPFO के इन बदलावों से न सिर्फ कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी बल्कि रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन भी ज्यादा पारदर्शी और आसान तरीके से प्राप्त होगी।  

अभिनव बिंद्रा रचेंगे नई इतिहास—2026 विंटर ओलंपिक में उठाएंगे मशाल

नई दिल्ली ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा को अगले वर्ष होने वाले शीतकालीन ओलंपिक 2026 के लिए मशालवाहक के रूप में चुना गया है। यह खेल आयोजन 6 से 22 फरवरी, 2026 तक मिलान और कोर्टिना डी'अमपेत्जो (इटली) में आयोजित किया जाएगा। अभिनव बिंद्रा ने इस अवसर पर अपनी खुशी सोशल मीडिया पर व्यक्त करते हुए लिखा, “मिलानो कोर्टिना 2026 ओलंपिक टॉर्च रिले के लिए मशालवाहक के रूप में चुना जाना मेरे लिए वास्तव में सम्मान की बात है। ओलंपिक मशाल हमेशा मेरे दिल के करीब रही है — यह सपनों, दृढ़ता और खेलों के जरिए विश्व एकता का प्रतीक है। इसे फिर से लेकर चलना मेरे लिए सम्मान और प्रेरणा दोनों है। इस अद्भुत सम्मान के लिए मिलानो कोर्टिना 2026 का धन्यवाद।” बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता था। यह चौथा अवसर होगा जब इटली शीतकालीन ओलंपिक की मेज़बानी करेगा। इस बार के संस्करण में 16 विधाओं में कुल 116 पदक स्पर्धाएं होंगी, जो बीजिंग 2022 की तुलना में 7 इवेंट और 1 नई विधा अधिक हैं।  

SSC CHSL परीक्षा 2025: स्लॉट फुल होने पर भी मिलेगी दूसरी तिथि या शहर चुनने की सुविधा

 प्रयागराज SSC CHSL Exam 2025 कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने संयुक्त उच्च माध्यमिक स्तर परीक्षा (सीएचएसएल)-2025 के लिए एक बड़ा बदलाव करते हुए अभ्यर्थियों को अपनी परीक्षा का शहर, तिथि और पाली (शिफ्ट) खुद चुनने की सुविधा शुरू कर दी है। यह सुविधा 28 अक्टूबर की रात 11 बजे तक कैंडिडेट पोर्टल पर लाइव रहेगी।  पहले जैसी चयन व सबमिशन प्रक्रिया होगी कर्मचारी चयन आयोग ने यह भी बताया कि चुनी गई तिथि पर स्लाट उपलब्ध नहीं है तो उम्मीदवार या तो दूसरी तिथि चुन सकते हैं या दूसरा शहर चुन सकते हैं। फिर पहले जैसा ही चयन और सबमिशन प्रक्रिया अपनानी होगी।   एसएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर सुविधा आयोग के अनुसार उम्मीदवारों को एसएससी की आधिकारिक वेबसाइट के कैंडीडेट पोर्टल पर लाग-इन करना होगा। इसके बाद अभ्यर्थी शहर, परीक्षा तिथि और शिफ्ट पर क्लिक करके स्लाट चुन सकेंगे। अभ्यर्थियों को आवेदन के समय दिए गए तीन पसंदीदा शहरों में उपलब्ध स्लाट दिखाई देंगे। किसी शहर में स्लाट उपलब्ध होने पर हरा रंग का ‘सेलेक्ट’ विकल्प दिखेगा। मनचाहा स्लाट के बाद ओटीपी वेरीफिकेशन मनचाहा स्लाट चुनने के बाद उम्मीदवार को ओटीपी वेरीफिकेशन के साथ ‘वैलीडेट एंड सबमिट’ करना होगा। 28 अक्टूबर रात 11 बजे तक स्लाट नहीं चुनने पर सिस्टम अपने आप उपलब्ध स्लाट आवंटित कर देगा। यह परीक्षा 12 नवंबर से शुरू होनी है। ऐसे में शहर आवंटन की जानकारी तीन नवंबर से पोर्टल पर उपलब्ध होगी। उम्मीदवार अपनी परीक्षा का शहर, तारीख और पाली की जानकारी उसी दिन देख सकेंगे। प्रवेशपत्र परीक्षा तिथि से तीन–चार दिन पहले डाउनलोड किए जा सकेंगे। अन्य परीक्षाओं में लागू हो सकता है निर्णय अब तक एसएससी की परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र और तिथि आयोग द्वारा आवंटित किए जाते थे, लेकिन अब एसएससी ने पारदर्शिता और सुविधा बढ़ाते हुए उम्मीदवारों को सीधा विकल्प चुनने का अधिकार दिया है। यह सुविधा फिलहाल सीएचएसएल-2025 के लिए एक बार के रूप में लागू की गई है। अन्य परीक्षाओं में लागू होने को लेकर निर्णय बाद में लिया जाएगा।  

अब अपने बैंक अकाउंट में 4 नॉमिनी जोड़ें! 1 नवंबर से शुरू होगा नया नियम

नई दिल्ली  अगले महीने से बैंक ग्राहक अपने खाते में अधिकतम चार नॉमिनी का विकल्प चुन सकेंगे। इसका उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली में दावों के निपटान में एकरूपता और दक्षता सुनिश्चित करना है। वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को जारी बयान में बताया कि यह सुविधा 1 नवंबर 2025 से लागू होगी। यह बदलाव बैंकिंग कानून (संशोधन) अधिनियम 2025 के तहत किया गया है, जिसे 15 अप्रैल 2025 को अधिसूचित किया गया था। इस अधिनियम में 19 संशोधन किए गए हैं, जो भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम 1934, बैंकिंग विनियमन अधिनियम 1949, भारतीय स्टेट बैंक अधिनियम 1955 और बैंकिंग कंपनियां अधिनियम 1970 एवं 1980 में लागू होते हैं। ग्राहकों को कैसे मिलेगा लाभ संशोधन के अनुसार ग्राहक एक साथ या क्रमिक रूप से अधिकतम चार लोगों को नामांकित कर सकते हैं। इससे जमाकर्ताओं और उनके नामांकित व्यक्तियों के लिए दावा निपटान सरल और पारदर्शी हो जाएगा। ग्राहक अपनी पसंद के अनुसार एक साथ या क्रमिक नामांकन का विकल्प चुन सकते हैं। सुरक्षित अभिरक्षा में रखी वस्तुओं और लॉकर के लिए केवल क्रमिक नामांकन की अनुमति होगी। नामांकित व्यक्ति और हिस्सेदारी संशोधित नियमों में कहा गया है कि जमाकर्ता प्रत्येक नामांकित व्यक्ति के लिए हिस्सेदारी या पात्रता का प्रतिशत निर्दिष्ट कर सकते हैं। इससे कुल राशि 100 प्रतिशत सभी नामित व्यक्तियों के बीच स्पष्ट और पारदर्शी तरीके से वितरित होगी। उत्तराधिकार और दावा निपटान नामांकित व्यक्ति केवल पहले नामित व्यक्ति की मृत्यु के बाद हकदार होगा। यह व्यवस्था निपटान में निरंतरता और उत्तराधिकार की स्पष्टता सुनिश्चित करती है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि इस प्रावधान से जमाकर्ताओं को अपनी पसंद के अनुसार नामांकन करने की सुविधा मिलेगी और बैंकिंग प्रणाली में पारदर्शिता, दक्षता और एकरूपता बनी रहेगी। बैंकिंग कंपनी (नामांकन) नियम 2025 के तहत एक से अधिक नामांकन करने, रद्द करने या निर्दिष्ट करने की प्रक्रिया और प्रपत्रों का विवरण सभी बैंकों में लागू होगा। सरकार ने पहले 1 अगस्त 2025 को कुछ प्रावधान लागू किए थे, जिनमें धारा 3, 4, 5, 15-20 शामिल थे।   उद्देश्य और लाभ बैंकिंग कानून (संशोधन) अधिनियम 2025 का उद्देश्य बैंकिंग क्षेत्र में प्रशासन मानकों को मजबूत करना, आरबीआई को रिपोर्टिंग में एकरूपता सुनिश्चित करना, जमाकर्ता और निवेशक संरक्षण बढ़ाना, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में लेखा परीक्षा की गुणवत्ता सुधारना और बेहतर नामांकन सुविधाओं के माध्यम से ग्राहक सुविधा बढ़ाना है। इसके अलावा, सहकारी बैंकों में अध्यक्ष और निदेशकों के कार्यकाल को युक्तिसंगत बनाने का भी प्रावधान किया गया है।  

फीफा ने बदला फैसला: यूएई की जगह मोरक्को में होगा बड़ा टूर्नामेंट

मोरक्को विश्व फुटबॉल की नियामक संस्था फीफा द्वारा आयोजित एक टूर्नामेंट को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से मोरक्को स्थानांतरित कर दिया गया है। फीफा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह चार टीमों का मैत्री टूर्नामेंट रविवार से मोरक्को में शुरू होगा। “फीफा यूनाइट्स: विमेंस सीरीज़” नामक यह प्रतियोगिता मूल रूप से 23 से 29 अक्टूबर तक दुबई में आयोजित की जानी थी। इसमें यूएई, चाड, लीबिया और अफगानिस्तान की महिला शरणार्थी टीम भाग ले रही हैं। अफगानिस्तान महिला शरणार्थी टीम का गठन 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद महिलाओं के खेल पर लगाए गए प्रतिबंध के कारण हुआ था। उस समय कई खिलाड़ियों को उत्पीड़न के डर से देश छोड़ना पड़ा था। फीफा ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “फीफा रॉयल मोरक्कन फुटबॉल फेडरेशन का धन्यवाद करता है और सफल टूर्नामेंट के आयोजन की उम्मीद रखता है।” संगठन ने यह पुष्टि की कि अफगान महिला शरणार्थी टीम ने परामर्श के बाद अपना आधिकारिक नाम ‘अफगान वुमन यूनाइटेड’ रखा है। तालिबान शासन से पहले अफगानिस्तान की महिला टीम में 25 अनुबंधित खिलाड़ी थीं, जिनमें से अधिकांश अब ऑस्ट्रेलिया में बस चुकी हैं। वहीं, अफगानिस्तान की पुरुष फुटबॉल टीम सामान्य रूप से खेलना जारी रखे हुए है।  

कमाई और खर्च का पूरा हिसाब होगा आसान, जानें सरकार की खास योजना

नई दिल्ली भारत की आर्थिक तस्वीर अगले साल से एक बड़े बदलाव से गुजरने वाली है। केंद्र सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है, जिसके तहत लोगों की कमाई और खर्च को अब बिल्कुल नए तरीके से मापा जाएगा। इस बड़े बदलाव का मकसद सकल घरेलू उत्पाद (GDP), महंगाई (CPI) और औद्योगिक उत्पादन (IIP) जैसे प्रमुख आर्थिक आंकड़ों को अपडेट करना है, ताकि ये आज के समय की असली आर्थिक स्थिति को दिखा सकें। सबसे खास बात यह है कि अब तेजी से बढ़ते सर्विस सेक्टर को ट्रैक करने के लिए एक नया इंडेक्स भी जारी किया जाएगा। बेस ईयर में बदलाव वर्तमान में, भारत के सभी आर्थिक आंकड़े 2011-12 के बेस ईयर यानी उस समय की कीमतों पर आधारित होते हैं। लेकिन 2011-12 से अब तक लोगों के खर्च करने की आदतों में जमीन-आसमान का अंतर आ गया है। उस समय जहाँ खाने-पीने पर ज्यादा खर्च होता था, वहीं अब स्मार्टफोन, इंटरनेट और डिजिटल सेवाओं जैसे खर्च हमारी जिंदगी का बड़ा हिस्सा बन चुके हैं। इसलिए, सरकार ने Base Year को अपडेट करने का फैसला किया है ताकि नए आंकड़े सही और वास्तविक स्थिति को दर्शा सकें। GDP के नए आंकड़े: GDP की गणना के लिए अब 2022-23 की कीमतों को Base Year बनाया जाएगा, जिसके नए आंकड़े 27 फरवरी 2026 को जारी होंगे। इससे पहले, 7 जनवरी को आने वाले बजट अनुमान अभी पुराने बेस ईयर पर ही आधारित रहेंगे। महंगाई के आंकड़े: उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) यानी महंगाई के नए आंकड़े भी फरवरी 2026 में आएंगे, जो 2023-24 के दामों को ध्यान में रखेंगे। अर्थव्यवस्था को मिलेगी नई दिशा भारतीय अर्थव्यवस्था में सर्विस सेक्टर की भूमिका सबसे बड़ी है, लेकिन अब तक इसे अलग से मापने का कोई प्रभावी तरीका नहीं था। इस बड़े सुधार के तहत, पहली बार नया सर्विस सेक्टर इंडेक्स आएगा। यह इंडेक्स विशेष रूप से डिजिटल, लॉजिस्टिक्स और अन्य तेजी से बढ़ते क्षेत्रों की प्रगति को ट्रैक करेगा। यह कदम इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सेक्टर देश के आर्थिक विकास का एक विशाल हिस्सा बन चुका है। महंगाई मापन (CPI) और खर्च के आंकड़ों में बड़ा सुधार सरकार केवल GDP तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आम आदमी की जेब से जुड़ी महंगाई (CPI) को मापने के तरीके में भी सुधार कर रही है। महंगाई को मापने वाले उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में अब कीमतों और वस्तुओं के 'वजन' (Weightage) को बदला जाएगा। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (PDS) से मिलने वाले अनाज पर होने वाले खर्च को भी अब आंकड़ों में सही तरीके से शामिल किया जाएगा। इससे महंगाई का असली असर और आम नागरिक पर पड़ने वाले बोझ को और बेहतर तरीके से समझा जा सकेगा। नीति निर्माण होगा बेहतर इन सभी बड़े बदलावों से सरकार को देश की आर्थिक स्थिति का सबसे सटीक और अपडेटेड आंकड़ा मिलेगा। जब महंगाई और GDP के आंकड़े वास्तविक और सटीक होंगे, तो सरकार बेहतर और प्रभावी आर्थिक नीतियां बना सकेगी। इन नीतियों का सीधा लाभ आम आदमी को मिलेगा, जिससे उनकी रोजमर्रा की जिंदगी बेहतर होगी और देश के विकास को नई गति मिलेगी।  

महिला क्रिकेट: श्रीलंका बनाम पाकिस्तान – जीत की राह पर नजरें

कोलंबो सेमीफाइनल में जगह बनाने की मामूली उम्मीदों के बीच श्रीलंकाई टीम शुक्रवार को महिला विश्व कप में पाकिस्तान पर बड़ी जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेगी। श्रीलंका फिलहाल चार अंकों और माइनस 1.035 के नेट रन रेट के साथ अंक तालिका में छठे स्थान पर है। टूर्नामेंट में बने रहने के लिए चामरी अटापट्टू की अगुआई वाली टीम को पाकिस्तान को बड़े अंतर से हराना होगा और अनुकूल नतीजों की भी उम्मीद करनी होगी जिसमें न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ भारत की उसके दोनों बचे हुए मुकाबलों में हार भी शामिल है।  साथ ही श्रीलंका को उम्मीद करनी होगी कि इंग्लैंड रविवार को पांचवें स्थान पर काबिज न्यूजीलैंड (जिसके भी चार अंक हैं) को हरा दे। श्रीलंका ने अभी तक एक मैच बांग्लादेश के खिलाफ जीता, तीन गंवाए और दो मैच बारिश के कारण बेनतीजा रहे। टीम को उम्मीद होगी कि शुक्रवार को बारिश खलल नहीं डाले। वैसे बारिश ने लगातार मुकाबलों में खलल डाला है। दूसरी ओर पाक की टीम प्रतिष्ठा बचाने के लिए खेलेगी। पाक टीम छह मैच में एक भी जीत दर्ज नहीं कर पाई। टीम चार मैच हारी जबकि दो मैच बेनतीजा रहे।  

सड़कें बंद, ट्रैफिक प्लान तैयार: पटना में 2 दिन की व्यवस्था

पटना छठ पर्व के मौके पर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पटना ट्रैफिक पुलिस ने विशेष ट्रैफिक प्लान जारी किया है। 27 और 28 अक्तूबर को शहर के कई मुख्य मार्गों पर यातायात व्यवस्था में बदलाव रहेगा। खासकर इन दो दिनों में अशोक राजपथ और जेपी गंगा पथ पर वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगी। दो दिन रहेगा ट्रैफिक प्रतिबंध 27 अक्तूबर को दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक और 28 अक्तूबर को देर रात 2 बजे से सुबह 8 बजे तक अशोक राजपथ और जेपी गंगा पथ पर वाहनों की आवाजाही बंद रहेंगी। इन अवधियों में केवल एम्बुलेंस, अग्निशामक, मरीज/शव वाहन और छठव्रतियों के वाहन ही चल सकेंगे। अन्य सभी निजी और व्यावसायिक वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी। अशोक राजपथ पर कारगिल चौक से दीदारगंज तक पूर्ण प्रतिबंध छठ पूजा के दौरान कारगिल चौक से दीदारगंज के बीच ट्रैफिक पूरी तरह बंद रहेगा। केवल प्रशासनिक और आपातकालीन वाहन ही गुजर सकेंगे। अशोक राजपथ के सभी प्रवेश द्वार बंद रहेंगे। हालांकि, खजांची रोड से पटना कॉलेज और साइंस कॉलेज परिसर में छठव्रतियों के वाहनों के लिए विशेष पार्किंग व्यवस्था की गई है। वैकल्पिक रूट और डायवर्जन कारगिल चौक से शाहपुर तक छठव्रतियों के वाहनों को जाने की अनुमति होगी। दीघा मोड़ से आशियाना मोड़ (उत्तर से दक्षिण दिशा में) तक 27 अक्तूबर को दोपहर 2 बजे से शाम 6:30 बजे तक और 28 अक्तूबर को सुबह 3 बजे से 6 बजे तक यातायात बंद रहेगा। इस दौरान वाहन रामजीचक मोड़ से नहर रोड होकर नेहरू पथ की ओर डायवर्ट किए जाएंगे। जेपी गंगा पथ पर पूर्ण प्रतिबंध 27 और 28 अक्तूबर को जेपी गंगा पथ पर दीघा गोलंबर से दीदारगंज तक दोनों लेन में ट्रैफिक पूरी तरह बंद रहेगा। किसी भी वाहन को पार्किंग की अनुमति नहीं होगी और यू-टर्न लेने या घूमने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। दीघा पहुंचने वाले वाहन एलसीटी अंडरपास से बाहर निकलेंगे। वहीं, जेपी सेतु पूर्वी घाट और गेट-93 घाट की ओर जाने वाले वाहनों को रेलवे ब्रिज के पूरब वाले रास्ते से निर्धारित स्थल तक ही पार्किंग की अनुमति होगी।