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बहुत ज्यादा टेंशन होने पर ऐसे करें मन शांत

रोजाना के बिजी शेड्यूल की वजह से ज्यादा तर लोग खुद के लिए समय नहीं निकाल पाते। भागदौड़ भरी जिंदगी में बहुत से लोग तनावग्रस्त हैं। तनाव की वजह से मन अशांत रहता है और बड़े फैसले लेना मुश्किल होता है। टेंशन के बीच मन को शांत रखना सरल काम नहीं है, लेकिन नामुमकिन भी नहीं है। छोटे-छोटे तरीकों को अपनाकर आप टेंशन में भी मन को शांत रख सकते हैं। जानें, मन शांत करने के 5 तरीके- गहरी सांस लेना अपनी नाक से गहरी सांस लें और फिर कुछ सेकंड के लिए रोककर रखें बाद में अपने मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। ऐसा करते समय अपनी सांस की अनुभूति पर ध्यान केंद्रित करें। माइंडफुलनेस प्रेक्टिस आएगी काम अपने आस-पास के माहौल और शरीर की संवेदनाओं पर ध्यान दें। आप 5-4-3-2-1 तकनीक को आजमा सकते हैं। इसके लिए 5 ऐसी चीजें पहचानें जिन्हें आप देख सकते हैं, 4 ऐसी चीजें जिन्हें आप छू सकते हैं, 3 ऐसी चीजें जिन्हें आप सुन सकते हैं, 2 ऐसी चीजें जिन्हें आप सूंघ सकते हैं और 1 ऐसी चीज जिसे आप चख सकते हैं। टहलने से मिलेगी मदद टेंशन के बीच मन को शांत रखने का सबसे अच्छा तरीका है कुछ मिनटों के लिए बाहर निकलें और वॉक करें। इस दौरान अपने आस-पास के वातावरण पर ध्यान केंद्रित करें। शांत करने वाले म्यूजिक को सुनें बहुत ज्यादा टेंशन के बीच ऐसा करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। लेकिन अगर आप गलत फैसले लेने से बचना चाहते हैं तो मन शांत करने के लिए शांत करने वाले म्यूजिक को सुनें। म्यूजिक हृदय गति और ब्लडप्रेशर को कम करने में मदद कर सकता है। च्युइंग गम आएगी काम बहुत से लोग इसे खाना पसंद नहीं करते हैं लेकिन स्ट्रेस के बीच मन शांत करने में ये आपकी मदद कर सकती है। जब भी आपको तनाव महसूस हो तो च्युइंग गम चबाना शुरू कर दें। दरअसल च्युइंग गम चबाने से तनाव से जुड़े हार्मोन कोर्टिसोल के लेवल को कम करने में मदद मिलती है , जिससे यह तनाव को जल्दी से मैनेज करने में मदद करता है। डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी सवाल के लिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें।  

टी राजा सिंह ने छोड़ी तिकड़म, तेलंगाना में कांग्रेस-BJP के बीच बनेंगे नए गठजोड़?

हैदराबाद   बीजेपी के बड़े नेताओं ने गोशामहल के MLA और हिंदुत्व के पोस्टर बॉय टी राजा सिंह का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। इससे तेलंगाना की राजनीति में और बीजेपी के अंदर बड़ा बदलाव आया है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक पत्र में इस्तीफे की मंजूरी की जानकारी दी। उन्होंने साफ कहा कि टी राजा सिंह ने इस्तीफे में जो कारण बताए हैं, वे अप्रासंगिक हैं। ये कारण पार्टी की विचारधारा, काम करने के तरीके, सिद्धांतों और अनुशासन से मेल नहीं खाते। टी राजा सिंह ने पहले राज्य के नेताओं को इस्तीफा सौंपा था। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आदेश के बाद इसे तत्काल प्रभाव से मंजूर कर लिया गया। क्या बोले टी राजा सिंह इस्तीफा मंजूर होने के बाद टी राजा सिंह ने कहा कि मैं 11 साल पहले बिना किसी निजी महत्वाकांक्षा के पार्टी में शामिल हुआ था। मैं ईमानदारी और निष्ठा से हिंदुत्व के लिए काम करता रहूंगा। उनका ये बयान दिखाता है कि वे अभी भी अपने विचारों पर कायम हैं। एकला चलो की राह पर टी राजा सिंह? पहले ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि टी राजा सिंह उद्धव ठाकरे की शिवसेना या पवन कल्याण की जन सेना में शामिल हो सकते हैं। लेकिन, शुक्रवार को उन्होंने कहा कि वे फिलहाल किसी भी पार्टी में शामिल नहीं हो रहे हैं। इससे उनके समर्थकों में थोड़ा असमंजस है। तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष पद को लेकर विवाद? दस दिन पहले, उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यह इस्तीफा केंद्रीय नेतृत्व के उस फैसले के विरोध में दिया था, जिसमें पूर्व MLC एन रामचंदर राव को तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने को कहा गया था। टी राजा सिंह भी इस पद के लिए चुनाव लड़ना चाहते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि वरिष्ठ नेताओं ने, जिनमें केंद्रीय मंत्री और चुनाव प्रभारी शोभा करंदलाजे भी शामिल थीं, उनकी उम्मीदवारी को बाधित किया। तेलंगाना बीजेपी ने क्या कहा हालांकि, तेलंगाना बीजेपी ने इन आरोपों को गलत बताया है। पार्टी का कहना है कि सिंह के पास राज्य कार्यकारिणी समिति के 10 सदस्यों का समर्थन नहीं था, जो कि जरूरी है। अभी तक सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा नहीं सौंपा है। इसलिए, उनकी विधानसभा सीट का क्या होगा, ये अभी साफ नहीं है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि ये अभी तय नहीं है कि केंद्रीय नेतृत्व उनका इस्तीफा स्पीकर को भेजेगा या ये फैसला सिंह पर ही छोड़ देगा। निलंबित भी किए गए थे टी राजा सिंह टी राजा सिंह की बीजेपी से दूरी उनके दूसरे कार्यकाल में लगातार बढ़ती गई। इसकी वजह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी के साथ उनकी अनबन बताई जा रही है। उन्हें पहले कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी पर विवादित टिप्पणी करने के कारण निलंबित भी किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें वापस ले लिया गया था। भाजपा ने मुझ पर विश्वास करते हुए लगातार तीन बार तेलंगाना विधानसभा चुनाव में गोशामहल से विधायक पद का टिकट दिया। इस विश्वास के लिए मैं भाजपा के सभी पदाधिकारियों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। आज भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है।शायद मैं तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनाने का सपना लेकर दिन-रात मेहनत कर रहे लाखों भाजपा कार्यकर्ताओं की पीड़ा दिल्ली तक नहीं पहुंचा सका।मैं यह बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह निर्णय मैंने किसी पद, सत्ता या व्यक्तिगत स्वार्थ के कारण नहीं लिया है। मेरा जन्म हिंदुत्व की सेवा के लिए हुआ है, और मैं अंतिम सांस तक हिंदुत्व के लिए कार्य करता रहूंगा। मैं सदैव पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ हिंदुत्व, राष्ट्रवाद और सनातन धर्म की रक्षा हेतु कार्य करता रहूंगा। समाज की सेवा और हिन्दू समाज के अधिकारों के लिए मैं अंतिम सांस तक अपनी आवाज बुलंद करता रहूंगा।जय श्री राम।

CBI कोर्ट का आदेश: इमरान मसूद को करना होगा सरेंडर, जारी हुआ गैर-जमानती वारंट

सहारनपुर उत्तर प्रदेश सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 2007 में हुए 40 लाख रुपये से अधिक के घोटाले के मामले में गाजियाबाद स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी किया है। यह वारंट तब जारी हुआ जब इमरान मसूद की डिस्चार्ज याचिका अदालत ने खारिज कर दी। यह मामला वर्ष 2007 का है, जब सहारनपुर नगर पालिका परिषद के ईओ (कार्यपालक अधिकारी) की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई थी। आरोप था कि उस समय नगर पालिका के खाते से 40.12 लाख रुपये की हेराफेरी की गई थी, जिसमें इमरान मसूद की भूमिका सामने आई थी। प्रारंभिक जांच में मामला गंभीर पाया गया, जिसके बाद इसे सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई की जांच में मसूद पर लगे आरोपों की पुष्टि हुई। कई बार समन जारी किए जाने के बावजूद इमरान मसूद अदालत में पेश नहीं हुए। इसके बाद विशेष सीबीआई न्यायाधीश अरविंद मिश्रा ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने के आदेश दिए। इस मामले में अगली सुनवाई की तारीख 18 जुलाई 2025 तय की गई है। वहीं, राजनीतिक गलियारों में भी इस घटनाक्रम से हलचल तेज हो गई है, क्योंकि इमरान मसूद वर्तमान में एक सक्रिय और चर्चित राजनीतिक चेहरा माने जाते हैं। सीबीआई की तरफ से कहा गया है कि यदि आरोपी अगली तारीख पर भी उपस्थित नहीं होते हैं तो उनके खिलाफ और भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इमरान मसूद की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। ऐश्वर्य कुमार राय

लॉर्ड्स में भारतीय बल्लेबाजों का इतिहास: KL राहुल रच सकते हैं नया कीर्तिमान

नई दिल्ली ‘क्रिकेट का मक्का’ कहे जाने वाले लॉर्ड्स के मैदान पर खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर ऑनर्स बोर्ड पर अपना नाम दर्ज कराना चाहते हैं। गेंदबाजों के लिए इसका क्राइटेरिया एक इनिंग में 5 विकेट हॉल या पूरे मैच में 10 विकेट लेने का है, वहीं बल्लेबाजों को ऐसा करने के लिए शतक जड़ना होता है। भारत के लिए लॉर्ड्स के मैदान पर सिर्फ 10 बल्लेबाज ऐसे रहे हैं जिन्होंने टेस्ट मैच में शतक जड़ लॉर्ड्स के ऑनर्स बोर्ड पर अपना नाम दर्ज कराया है। हैरानी की बात यह है कि इस लिस्ट में ना तो ‘क्रिकेट के भगवान’ कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का नाम दर्ज है और ना ही रन मशीन के नाम से मशहूर विराट कोहली की।   इंग्लैंड दौरे पर गई मौजूदा भारतीय स्क्वॉड में केएल राहुल एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने लॉर्ड्स में शतक जड़ा है। हालांकि अब उनकी नजरें ‘क्रिकेट का मक्का’ कहे जाने वाले इस मैदान पर दूसरा शतक जड़कर कमाल करने पर होगी। टीम इंडिया की पहली पारी में राहुल 53 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे हैं, लॉर्ड्स में वह अपने दूसरे शतक से 47 रन दूर हैं। अगर केएल राहुल आज यानी, टेस्ट मैच के तीसरे दिन सेंचुरी जड़ते हैं तो वह लॉर्ड्स में एक से ज्यादा टेस्ट शतक जड़ने वाले मात्र दूसरे भारतीय बनेंगे। जी हैं, अभी तक सिर्फ दिलीप वेंगसरकर एकमात्र ऐसे भारतीय हैं जिन्होंने लॉर्ड्स में एक से ज्यादा शतक जड़ने हैं। उनके नाम इस ऐतिहासिक मैदान पर तीन शतक जड़ने का रिकॉर्ड है। लॉर्ड्स के मैदान पर शतक लगाने वाले भारतीय- दिलीप वेंगसरकर- 3 अजीत अगरकर- 1 मोहम्मद अजहरुद्दीन- 1 राहुल द्रविड़- 1 सौरव गांगुली- 1 वीनू मांकड़- 1 अजिंक्य रहाणे- 1 केएल राहुल- 1 रवि शास्त्री- 1 गुंडप्पा विश्वनाथ- 1 बात मैच की करें तो, टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने जो रूट के शतक के दम पर 387 रन बोर्ड पर लगाए। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने 5 विकेट हॉल लिया। टीम इंडिया ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक पहली पारी में 3 विकेट के नुकसान पर 145 रन बोर्ड पर लगा दिए हैं। इंग्लैंड के पास अभी भी 242 रनों की बढ़त है।  

23 माओवादियों ने किया सरेंडर, इन पर था 1 करोड़ 18 लाख का इनाम

सुकमा  प्रदेश के माओवाद प्रभावित क्षेत्र में सरकार और प्रशासन की ओर से लगातार माओवाद को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके तहत माओवादियों का आत्मसर्पण करवाया जा रहा है। शनिवार को भी पीएलजीए बटालियन में सक्रिय 8 हार्डकोर समेत 23 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। जानकारी के अनुसार, माओवादी संगठन पीएलजीए बटालियन के 23 माओवादियों ने शनिवार को सरेंडर कर दिया है। इन सभी को मिलाकर इनके सिर पर 1 करोड़ 18 लाख का इनाम घोषित किया गया था। आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में 8 महिला माओवादी भी शामिल है। बता दें कि आत्मसमर्पण करने वाले माओवादी इलाके में होने वाली दर्जनों बड़ी माओवादी गतिविधियों में शामिल थे। सभी माओवादियों ने सरकार की नियद नेल्ला नार और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सरेंडरनियद नेल्ला नार और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर नियद नेल्ला नार और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर किया है। पुनर्वास नीति के तहत समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा माओवादियों ने एसपी अधीक्षक किरण चव्हाण और सीआरपीएफ डीआरजी आनंद सिंह समेत अधिकारियों के समक्ष सरेंडर किया है। अब इन माओवादियों को सरकार की पुनर्वास नीति के अनुसार समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। 37.50 लाख के इनामी 22 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण नारायणपुर जिले के अत्यंत संवेदनशील माड़ अंचल में चल रहे ‘माड़ बचाव’ अभियान से प्रेरित होकर शुक्रवार को 22 सक्रिय माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने की शपथ ली। आत्मसमर्पितों में 14 पुरुष व 8 महिलाएं शामिल हैं। इन पर 37 लाख 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण में शामिल ये माओवादी माड़ डिवीजन के कुतुल, नेलनार और इंद्रावती एरिया कमेटी में सक्रिय इन माओवादियों ने पुलिस अधीक्षक रोबिनसन गुड़िया के समक्ष आत्मसमर्पण किया। मुख्य आत्मसमर्पितों में 8 लाख का इनामी डीविजनल कमेटी सदस्य (डीवीसीएम) मनकू कुंजाम, पांच-पांच लाख के इनामी हिड़मे कुंजाम, पुन्ना लाल ओयाम और सनीराम कोर्राम शामिल हैं। आत्मसर्पित माओवादियों ने बताया कि माओवादी संगठन की अमानवीय, शोषणकारी विचारधारा, बाहरी नेतृत्व की ओर से भेदभाव और स्थानीय आदिवासियों पर हिंसा के चलते मोहभंग हुआ है। क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास कार्य, स्वास्थ्य, शिक्षा व पुनर्वास योजनाओं ने उन्हें मुख्यधारा की ओर लौटने के लिए प्रेरित किया।

छांगुर बाबा केस में बढ़ा विवाद, सामने आया मुस्लिम धर्म की बढ़ाई और हिंदू धर्म की आलोचना का दावा

बलरामपुर ATS ने छांगुर बाबा के करीबी नवीन रोहरा के सात बैंक खातों की जानकारी ED को शेयर की है. बलरामपुर से गिरफ्तार जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के चार करीबी पूर्वांचल के जिलों में अवैध धर्मांतरण कराते थे. जो त्रिशूल लगाकर मजार पर कव्वाली गाकर अवैध धर्मांतरण के कार्य को आगे बढ़ाते थे. इनके खिलाफ दो वर्ष पूर्व आजमगढ़ में अवैध धर्मांतरण कराने का मुकदमा दर्ज हुआ था. इसी बीच एक और दावा किया गया है. बताया जाता है कि छांगुर गैंग धर्मांतरण के लिए हिंदू धर्म की बुराई करता था. जबकि अन्य की मुस्लिम धर्म की तारीफ करता था. छांगुर की करतूतों का खुलासा करते हुए एसटीएफ को चारों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले थे. इसके बाद एटीएस थाने में एसटीएफ द्वारा दर्ज कराई गई. एफआईआर में इन चारों को नामजद किया गया. आजमगढ़ के देवगांव थाने में 25 मई 2023 को अवैध धर्मांतरण का मुकदमा दर्ज हुआ था. 2023 में भी पुलिस कर रही थी जांच मुकदमे में 18 लोग नामजद हुए थे, जिनमें छांगुर के करीबी बलरामपुर निवासी मोहम्मद सबरोज, रशीद, शहाबुद्दीन और गोंडा निवासी रमजान शामिल थे. इसके अलावा आजमगढ़ निवासी अवधेश सरोज उर्फ वकील, ऊषा देवी, पन्ना लाल गुप्ता, सिकंदर, हसीना, कुंदन बेनवंशी, आकाश सरोज, मऊ निवासी मोहम्मद जावेद, परवेज आलम, इरफान अहमद, साबिर अली, जावेद अहमद और जौनपुर निवासी फैयाज भी नामजद किए गए थे. इस प्रकरण की जांच के दौरान आजमगढ़ पुलिस छांगुर के अवैध धर्मांतरण रैकेट तक नहीं पहुंच सकी थी. बाद में जब छांगुर की जांच एसटीएफ ने शुरू की तो बलरामपुर के चारों युवकों का नाम भी सामने आया. नवंबर 2024 में छांगुर समेत नौ नामजद आरोपियों की सूची में मोहम्मद सबरोज, रशीद, शहाबुद्दीन और रमजान को भी शामिल किया गया. त्रिशूल लगाकर, कव्वाली कराकर कराते थे धर्मांतरण आजमगढ़ के देवगांव क्षेत्र के ग्राम चिरकिहिट में पुलिस को अवैध धर्मांतरण की सूचना मिली थी. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वहां कई गाड़ियों से आए लोग मजारनुमा जगह पर त्रिशूल लगाकर, उस पर फूल-माला चढ़ाकर कव्वाली गा रहे थे और तकरीरें पढ़ रहे थे. वे मुस्लिम धर्म की तारीफ और हिंदू धर्म की मान्यताओं को पाखंड और झूठ बता रहे थे. जांच में पता चला कि वहां प्रलोभन देकर हिंदुओं का मुस्लिम धर्म में धर्मांतरण कराया जा रहा था. पुलिस ने सभी 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन विवेचना के दौरान अवैध धर्मांतरण के मास्टरमाइंड छांगुर तक नहीं पहुंच सकी. जिसके बाद अब गिरफ्तारी हुई है. गैंग के 30 से 40 लोग अब भी फरार छांगुर बाबा मामले में आजतक ने बड़ा खुलासा किया है. पीड़िता का दावा कि छागुर बाबा के अलावा 30-40 लोग अब भी बाहर, जो पुलिस की गिरफ्त से दूर रहकर धर्मांतरण का नेटवर्क चला रहे हैं. बरेली और आजमगढ़ में धर्मांतरण का बड़ा नेटवर्क फैला है. जिसमें कई डॉक्टर और रसूखदार लोग शामिल हैं. बरेली में कई ऐसे डॉक्टर भी इस गैंग में शामिल हैं, जो हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराकर खतना जैसे खतरनाक करते थे. पीड़िता ने आरोप लगाया कि पुलिस पीड़ित महिलाओं की मदद नहीं कर रही, महिलाएं खुद को बचाने में असहाय हैं.

सीएम योगी करेंगे पांच बहुमंजिला भवनों का लोकार्पण—KGMU में स्वास्थ्य संरचना को और मिलेगा बल

लखनऊ  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) पहुंचकर रोगियों को सुविधाओं की साैगात देंगे। इसके तहत दो भवनों का लोकार्पण और तीन का शिलान्यास होना है। केजीएमयू प्रवक्ता प्रो. केके सिंह ने बताया कि सोमवार को शाम 4.00 बजे मुख्यमंत्री ने लोकार्पण और शिलान्यास के लिए समय दिया है। इसके तहत कार्डियोलाॅजी भवन और ऑर्थोपेडिक सुपर स्पेशियलिटी सेंटर का लोकार्पण किया जाएगा। इसके साथ ही जनरल सर्जरी के नए भवन, नए प्रशासनिक भवन और ट्रामा-2 का शिलान्यास किया जाएगा। 300 बेड का होगा जनरल सर्जरी विस्तार भवन केजीएमयू में जनरल सर्जरी विभाग का नया भवन बनाया जाना है। 9.62 एकड़ में 37,128.76 वर्ग मीटर में बनने वाले इस विस्तार भवन के निर्माण में करीब 315 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है। इस भवन में कार पार्किंग के लिए दो मंजिला अंडर ग्राउंड बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर समेत कुल 11 मंजिला भवन बनाया जाएगा। नए भवन में कुल 300 बेड की क्षमता होगी। 12 ऑपरेशन थिएटर होंगे। इसमें एक एडवांस रोबोटिक सर्जरी की ओटी, 11 माड्यूलर ऑपरेशन थिएटर होंगे। इसमें छह ओटी लैप्रोस्कोप सिस्टम से लैस होंगी। भवन में ऑडिटोरियम समेत अन्य सुविधाएं होंगी। दोगुनी हो जाएगी कार्डियोलाॅजी भवन की क्षमता केजीएमयू के लारी कार्डियोलाॅजी विभाग में छह महीने से नया भवन बनकर तैयार है। इसकी शुरुआत होने पर दिल के रोगियों का इलाज करने की क्षमता दोगुने से ज्यादा हो जाएगी। यहां आईसीयू के बेड की क्षमता 84 से बढ़कर 180 हो जाएगी। इस 10 मंजिला भवन के छह मंजिलों पर मरीजों को भर्ती, इलाज की सुविधा मिलेगी। प्रशासनिक भवन भी होंगे। नीचे की चार मंजिलों पर मल्टीलेवल पार्किंग की सुविधा रहेगी। इसकी शुरुआत होने पर कार्डियोलॉजी विभाग की ओपीडी में मचने वाला घमासान कम हो जाएगा। ऑर्थोपेडिक सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में होगे 340 बेड केजीएमयू के ऑर्थोपेडिक सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में हड्डी रोग के तीन विभाग आर्थोपेडिक सर्जरी, स्पोर्ट्स मेडिसिन और पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक शिफ्ट किए जाएंगे। नए भवन में 340 बेड पर मरीज भर्ती करने की क्षमता है। ऑर्थोपेडिक सुपर स्पेशियलिटी सेंटर भवन में सभी जांचों की सुविधा एक ही भवन में मिल जाएगी। यहां एमआरआई, खून की जांच, सीटी स्कैन और एक्सरे जांच की सुविधा एक ही स्थान पर मिलेगी। यहां 24 प्राइवेट रूम, 24 आईसीयू, 340 बेड, आठ ओटी, आठ ओपीडी रूम, एमआरआई, सीटी स्कैन, एक्सरे, खून की जांच, हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड की सस्ती दर की दुकान, डॉक्टरों के कमरे, बेसमेंट में पार्किंग, कैंटीन की सुविधा मिलेगी।   ट्राॅमा-2 के निर्माण से मिलेगी गंभीर मरीजों को राहत केजीएमयू में ट्रॉमा सेंटर फेज-2 का निर्माण होने पर गंभीर मरीजों को काफी राहत मिलेगी। इस पर करीब 296 करोड़ रुपये का खर्च प्रस्तावित है। नए भवन में पांच सौ बेड पर भर्ती की सुविधा मिलेगी। ट्रॉमा सेंटर फेज-2 के नए भवन में सड़क दुर्घटना वाले मरीजों को भर्ती किया जाएगा, जबकि पुराना भवन गंभीर रोगियों के लिए आरक्षित रहेगा। इस समय ट्रॉमा सेंटर में घायल और अन्य प्रकार के रोगी एक ही साथ भर्ती किए जा रहे हैं। वर्तमान ट्राॅमा सेंटर की क्षमता 466 बेड की है। लखनऊ ही नहीं, यहां पूरे प्रदेश से गंभीर मरीज लाए जाते हैं। क्षमता के मुकाबले ज्यादा मरीज आने से रोजाना 30 से 40 मरीज वापस किए जाते हैं। इसको देखते हुए नया भवन बनाया जा रहा है। नया प्रशासनिक भवन केजीएमयू में माैजूदा कुलसचिव कार्यालय के बगल में नया प्रशासनिक भवन प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को इसकाशिलान्यास करेंगे। इससे यहां कामकाज में आसानी होगी।  

एमपी के 45 जिलों में आज मूसलाधार बारिश की चेतावनी, जानें अपने शहर का ताजा हाल

भोपाल  मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जन जीवन प्रभावित हो रहा है।शुक्रवार को सिवनी, छतरपुर, उमरिया, सतना, कटनी समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात रहे। सिवनी में 9 घंटे में ही साढ़े 6 इंच पानी गिर गया। 20 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने शनिवार को 10 जिलों में अति भारी और 35 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से तेज बारिश का दौर जारी है। इस मानसूनी सीजन में अब तक करीब 16 इंच बारिश हो चुकी है। पूर्वी हिस्से में सबसे ज्यादा असर है। खासकर मंडला, सिवनी, बालाघाट, मैहर, डिंडौरी समेत कई जिलों में बाढ़ आ गई है। शुक्रवार को भी ऐसे ही हालात रहे। मंडला में सबसे ज्यादा नुकसान बारिश की वजह से मंडला जिले में सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। यहां अब तक बाढ़ के कारण 7 लोगों की मौत हो चुकी हैं। 2 लापता हैं। 300 मकान समेत कई सड़कें और पुलियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। 312 लोगों को रेस्क्यू कर 7 राहत कैंप में रखा गया है। शिवपुरी और ग्वालियर की सीमा पर बना हरसी बांध लबालब भर गया। इससे पानी का ओवरफ्लो होना शुरू हो गया है। इससे दोनों जिलों के करीब 20 गांव में पानी भरने का खतरा बढ़ गया है। सिवनी में 9 घंटे में 6.5 इंच बारिश दर्ज शुक्रवार को पूर्वी हिस्से में भारी बारिश का दौर जारी रहा। सिवनी में 9 घंटे में 6.5 इंच बारिश हो गई। छतरपुर के खजुराहो में करीब ढाई इंच, उमरिया-नौगांव में 1.8 इंच, सतना में 1.1 इंच, पचमढ़ी-ग्वालियर में आधा इंच बारिश हो गई। कटनी, शहडोल, सीधी, मैहर, मऊगंज जिले में भी तेज बारिश से घर-दुकानों में पानी भर गया। दतिया, नर्मदापुरम, रतलाम, श्योपुर, दमोह, जबलपुर, रीवा, टीकमगढ़, सीहोर समेत कई जिलों में बारिश का दौर चलता रहा। मध्यप्रदेश में बारिश अब आफत बनकर बरस रही है। चित्रकूट में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से मंदाकिनी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इसके चलते रामघाट, भरतघाट सहित सभी प्रमुख घाट जलमग्न हो गए हैं। घरों-दुकानों में भी पानी घुस रहा है। उमरिया में संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र के जोहिला डैम के दो गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। एक गेट एक मीटर और दूसरा आधा मीटर तक खोला गया है। वहीं, मंडला में बाढ़ से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को सिवनी, छतरपुर, उमरिया, सतना, कटनी समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात रहे। सिवनी में 9 घंटे में ही साढ़े 6 इंच पानी गिर गया। 20 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने शनिवार को 10 जिलों में अति भारी और 35 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से तेज बारिश का दौर जारी है। इस मानसूनी सीजन में अब तक करीब 16 इंच बारिश हो चुकी है। पूर्वी हिस्से में सबसे ज्यादा असर है। खासकर मंडला, सिवनी, बालाघाट, मैहर, डिंडौरी समेत कई जिलों में बाढ़ आ गई है। शुक्रवार को भी ऐसे ही हालात रहे। आज इन जिलों में तेज बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने शनिवार के लिए 10 जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इनमें छतरपुर, दमोह, सागर, कटनी, जबलपुर, रायसेन, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा और नर्मदापुरम जिले शामिल हैं। यहां 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिर सकता है। भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, देवास, शाजापुर, विदिशा, सीहोर, हरदा, बैतूल, पांढुर्णा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है। मध्य प्रदेश से गुजर रही 3 टर्फ मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश में 3 टर्फ का असर है। इनमें एक मानसून टर्फ है। इस वजह से अति भारी और भारी बारिश का दौर बना हुआ है। अगले चार से पांच दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। 48 घंटों के लिए इन जिलों में बारिश का अलर्ट     शनिवार के लिए : छतरपुर, दमोह, सागर, कटनी, जबलपुर, रायसेन, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा नर्मदापुरम अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट । भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, देवास, शाजापुर, विदिशा, सीहोर, हरदा, बैतूल, पांढुर्णा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला बालाघाट में भारी बारिश का येलो अलर्ट।     रविवार के लिए: इंदौर, उज्जैन, रतलाम, धार, खरगोन, खंडवा, हरदा, देवास में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट ।भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, नीमच, मंदसौर, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, दतिया, दमोह, सिवनी, बालाघाट में मध्यम से भारी बारिश का येलो अलर्ट। मध्य प्रदेश मौसम विभाग का ताजा पूर्वानुमान     वर्तमान में मानसून द्रोणिका बीकानेर, देवमाली, हमीरपुर, डाल्टनगंज, जमशेदपुर, दीघा से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। उत्तरी छग और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश से लेकर बंगाल की खाड़ी तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो उत्तरी छग, उत्तरी ओडिशा से होकर जा रही है।     उत्तर-पूर्वी अरब सागर से उत्तरी छत्तीसगढ़ पर बने चक्रवात तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो दक्षिणी गुजरात, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, दक्षिणी एमपी से होकर गुजर रही है।एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास सक्रिय है। इन अलग-अलग सक्रिय इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से मध्यम से भारी बारिश का सिलसिला बना हुआ है।  

वेलकम इलाके में चार मंजिला इमारत भरभराकर गिरी, चार लोग दबे, एनडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

नई दिल्ली नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के थाना वेलकम क्षेत्र स्थित जनता मजदूर कॉलोनी में शनिवार सुबह करीब 7 बजे एक चार मंजिला इमारत भरभराकर गिर गई. हादसे के वक्त इमारत में कई लोग मौजूद थे, जिनमें से करीब 11 लोग मलबे में दब गए. अभी भी मलबे में दबे कई लोग दमकल विभाग के अनुसार, अब तक 7 लोगों को मलबे से सुरक्षित निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि 4 लोग अभी भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं. राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है. चूंकि यह इलाका बेहद घनी आबादी और संकरी गलियों वाला है इसलिए रेस्क्यू में कठिनाई हो रही है. घटनास्थल पर दमकल की 7 गाड़ियां मौजूद हैं और स्थानीय पुलिस व राहत दल लगातार मलबा हटाने का काम कर रहे हैं. फिलहाल हादसे की वजह स्पष्ट नहीं है. लेकिन माना जा रहा है कि इमारत काफी जर्जर थी, जिसकी वजह से यह हादसा हो गया.  सीलमपुर इलाके की घटना दिल्ली फायर विभाग के अनुसार, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के सीलमपुर इलाके की गली नंबर 5, जनता कॉलोनी में शनिवार सुबह एक चार मंजिला इमारत अचानक ढह गई. बताया जा रहा है कि यह मकान लगभग 35 गज का था. हादसे के बाद तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया. अब तक कुछ लोगों को मलबे से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया है. दमकल विभाग को आशंका है कि मलबे में कुछ और लोग दबे हो सकते हैं. मौके पर फायर ब्रिगेड की 7 गाड़ियां मौजूद हैं और राहत कार्य तेजी से जारी है. रेस्क्यू के लिए पहुंची एनडीआरएफ की टीम एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू के लिए घटनास्थल पर पहुंच चुकी है. जानकारी के मुताबिक, 35 गज का यह मकान करीब 15 साल पुराना था. इस मकान के अंदर दो परिवार रहते थे जिसमें तीन महिलाएं और तीन बच्चे थे. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, फिलहाल 7 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है और अभी 4 के दबे होने की आशंका है. दयालपुर में गिर गई थी चार मंजिला इमारत इससे पहले अप्रैल में उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दयालपुर थाना क्षेत्र में एक चार मंजिला इमारत गिर गई थी जिसमें दर्जनों लोग मलबे में दब गए थे और चार की मौत हो गई थी. यह हादसा दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में हुआ था.

नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित हुआ मप्र पर्यटन बोर्ड, सीएम मोहन यादव ने दी बधाई

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मप्र टूरिज्म बोर्ड को नेशनल अवॉर्ड मिलने पर दी बधाई मप्र टूरिज्म बोर्ड को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दी शुभकामनाएं नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित हुआ मप्र पर्यटन बोर्ड, सीएम मोहन यादव ने दी बधाई मप्र का Responsible Tourism Mission बना देश के लिए मिसाल भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मप्र टूरिज्म बोर्ड को विशिष्ट श्रेणी में नेशनल अवार्ड मिलने पर टूरिज्म बोर्ड की पूरी टीम को बधाई दी है। मुंबई में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड को "National Award for Most Effective & Transformational Initiative" से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर इस प्रतिष्ठित उपलब्धि के लिए हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा चलाया गया 'Responsible Tourism Mission' देश में पर्यटन विकास के क्षेत्र में एक अनुकरणीय पहल है। इस मिशन को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान और सम्मान मिलना, प्रदेश सरकार और प्रदेशवासियों के लिए गर्व की बात है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए टूरिज्म बोर्ड की पूरी टीम को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार से न केवल मध्यप्रदेश की पर्यटन योजनाओं को नई पहचान मिली है, बल्कि यह सम्मान प्रदेश की विविध संस्कृति, समृद्ध विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य को जन-जन तक पहुंचाने के प्रयासों को भी मान्यता प्रदान करता है। ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड का "Responsible Tourism Mission" स्थानीय समुदायों की भागीदारी, पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास पर आधारित है। यह मिशन न केवल पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है, बल्कि पर्यटन के माध्यम से ग्राम विकास, रोजगार सृजन और सांस्कृतिक जागरूकता को भी बढ़ावा दे रहा है। यह राष्ट्रीय सम्मान प्रदेश की नई पर्यटन नीति और विजन का परिचायक है, जिसमें पर्यटन को जन-सरोकारों और रोजगार से जोड़कर सामाजिक और आर्थिक बदलाव का माध्यम बनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के 'Responsible Tourism Mission' को मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में National Award for Most Effective & Transformational responsible Tourism Project of the Year मुंबई के होटल ताज लैंड्स एंड में संस्था फन एंड जॉय द्वारा प्रदाय किया गया। मप्र टूरिज्म बोर्ड की ओर से डायरेक्टर डॉ. डी पी सिंह ने यह अवार्ड प्राप्त किया।